बुधवार, 23 अक्तूबर 2019

मुख्यमंत्री भूपेश की मनमोहन से मुलाकात

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नई दिल्ली प्रवास के दौरान आज पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से उनके निवास में सामान्य मुलाकात की ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ में किसानों के हित में लिए गए फैसलों और किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी । मुख्यमंत्री ने मनमोहन सिंह को मंदी से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए गए प्रयासों और कुपोषण मुक्ति के लिए चलाए जा रहे छत्तीसगढ़ सुपोषण अभियान की जानकारी भी दी । पूर्व प्रधानमंत्री  मनमोहन सिंह ने महात्मा गांधी जी की विचारधारा के अनुरूप आदिवासियों, किसानों सहित समाज के सभी वर्गों के हित में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की । उन्होंने छत्तीसगढ़ को एक मॉडल स्टेट के रूप में स्थापित करने को भी कहा। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को रायपुर में आगामी दिनों में होने वाली इंडियन इकोनॉमिक कांग्रेस की बैठक के लिए आमंत्रित भी किया।
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री को छत्तीसगढ़ के बुनकरों द्वारा प्राकृतिक रंगो से बनी कोसे की साड़ी ओर कुर्ता भेंट किया, जिसकी भी मनमोहन सिंह ने काफ़ी सराहना की ।


दो ब्रह्मोस मिसाइलों का सफल परीक्षण

नई दिल्ली। भारत ने दो ब्रह्मोस मिसाइलों का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण 21 और 22 अक्टूबर को अंडमान-निकोबार के ट्राक टापू पर किया गया। दोनों ब्रह्मोस मिसाइलों का यह परीक्षण रुटीन ऑपरेशनल ट्रेनिंग का हिस्सा था। इन दोनों मिसाइलों का परीक्षण भारयतीय वायु सेना ने किया है। दोनों मिसाइलों से करीब 300 किलोमीटर दूर के टारगेट पर निशाना साधा गया था और दोनों ने ही अपने निर्धारित टारगेट पर सटीक वार किया। इन दोनों ब्रह्मोस मिसाइलों के सफल परीक्षण से भारतीय वायु सेना को बल मिला है। इससे वायु सेना की मोबाइल प्लेटफॉर्म से जमीनी निशानों को साधने की क्षमती बढ़ी है।


बता दें कि इससे पहले भारत ने ओडिशा के बालासोर जिले के चांदीपुर स्थित एक ठिकाने से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एक विशेष संस्करण का भी सफलतापूर्वक परीक्षण किया था, जिसकी प्रणोदन प्रणाली और एयरफ्रेम स्वदेशी निर्मित है। 290 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली अत्याधुनिक मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और ब्रह्मोस एयरोस्पेस द्वारा संयुक्त रूप से बालासोर के एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से छोड़ा गया था।


अल-कायदा के चीफ हामिद को किया ढेर

नई दिल्ली। साउथ कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। बीती रोज साउथ कश्मीर के अवंतीपुरा में आतंकियों के साथ हुए एनकाउंटर में जम्मू-कश्मीर में अल-कायदा चीफ हामीद लल्हारी ढेर हो गया है। इस एनकाउंटंर में दो और आतंकी मारे गए है। मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान अंसार-गजवत-उल हिंद के चीफ हामीद लल्हारी के तौर पर हुई है। सेना के अधिकारी ने बताया कि यह आतंकी संगठन जम्मू-कश्मीर में अल-कायदा की ब्रांच है। पहले जाकिर मूसा इसका चीफ हुआ करता था लेकिन उसके बाद हामीद लल्हारी को इसका मुखिया बनाया गया था। बीती शाम को इन आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली थी, जिसके बाद पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने मिलकर ऑपरेशन चलाया।


सुरक्षाबलों ने जब आतंकियों को घेरकर सरेंडर करने को कहा तो आतंकियों की तरफ से फायरिंग की गई। इसी के बाद जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया। मारे गाए आतंकी के पास से सुरक्षा बलों को एके 72 राइफल बरामद की है। 30 साल का हामीद लल्हारी जम्मू और कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है। ईद पर जारी एक वीडियो में अल-कायदा के सहयोगी ने कहा था कि संगठन ने हामीद लल्हारी को जाकिर मूसा की जगह स्थानीय कमांडर और गाजी इब्राहिम खालिद को डिप्टी के रूप में नियुक्त किया है।


गांगुली बने अध्यक्ष,चलेगी दादागिरी

नई दिल्ली! भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली  भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष बन गए हैं। सौरव गांगुली ने बुधवार (23 अक्टूबर) को बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला उनके खिलाफ अध्यक्ष पद के लिए कोई और नामांकन नहीं था। उनके  बीसीसीआई के अध्यक्ष बनते ही उन्होंने भारतीय क्रिकेट जगत में नया इतिहास रच दिया है बीसीसीआई अध्यक्ष बनते ही गांगुली के नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज हो गया है।47 साल के सौरव गांगुली ने BCCI की कमान संभालते ही 65 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया! दरअसल, सौरव गांगुली 65 साल बाद ऐसे पहले टेस्ट क्रिकेटर हैं, जो बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर काबिज हुए! इससे पहले टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर 'विज्जी' के नाम से मशहूर महाराजा कुमार विजयनगरम बीसीसीआई का अध्यक्ष बने थे, जो 1954 से 1956 तक इस पद पर रहे!


बीसीसीआई प्रेसिडेंट की बात करें, तो टेस्ट क्रिकेटर सुनील गावस्कर और शिवलाल यादव भी इस पद पर रहे! लेकिन 2014 में गावस्कर और शिवलाल दोनों अंतरिम अध्यक्ष रहे थे! एन. श्रीनिवासन के बाद उनकी नियुक्ति हुई थी!


सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा कि एजीएम के दौरान पूरी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'पहले पिछले तीन साल के खातों को मंजूरी दी जाएगी। उसके बाद निर्वाचन अधिकारी चुनाव के नतीजे का ऐलान करेंगे क्योंकि सभी निर्विरोध चुने गए हैं। हम सौरव से बात करके शेड्यूल तय करेंगे।'


सरकार ने किया प्रशासनिक फेरबदल

नई दिल्ली! एक बड़े प्रशासनिक फेरबदल में, केंद्र ने मंगलवार को 13 भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारियों को स्थानांतरित कर दिया, जबकि 13 अन्य को विशेष सचिव के पद पर अपग्रेड कर दिया।जम्मू-कश्मीर कैडर के 1984 बैच के अधिकारी, ब्रज राज शर्मा, जो वर्तमान में गृह मंत्रालय (MHA) में सीमा प्रबंधन के सचिव हैं, को कर्मचारी चयन आयोग में अध्यक्ष के रूप में स्थानांतरित किया गया है।


कार्मिक मंत्रालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि शर्मा अस्थायी रूप से पद को अपग्रेड करके और पद के भर्ती नियमों को बनाए रखते हुए सचिव के पद और वेतन में रहेंगे। शर्मा के अलावा, नौ अन्य अधिकारियों को भी कई अन्य विभागों में स्थानांतरित किया गया है। उनमें से दो 1985 बैच के, 1986 बैच के तीन और 1987 के चार हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने यह निर्णय लिया। मंत्रालय में विशेष सचिव, आंतरिक सुरक्षा, संजीव गुप्ता (1985 बैच, हिमाचल प्रदेश कैडर) को मंत्रालय के अंतर राज्य परिषद सचिवालय में अपने सचिव के रूप में स्थानांतरित किया गया है।


SHA, (1985 बैच, असम कैडर), जो MHA में सचिव के रूप में कार्यभार संभालते हैं, अब भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय में सार्वजनिक उद्यम विभाग के सचिव होंगे। आलोक टंडन, (1986 बैच, उत्तर प्रदेश कैडर), जो वर्तमान में प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग में सचिव हैं, को पेंशन और पेंशनर्स कल्याण विभाग के सचिव के पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। संजीव नंदन सहाय, (1986 बैच, उत्तराखंड कैडर), जो विशेष सचिव, विद्युत के रूप में कार्यभार संभाले हुए हैं, को सचिव के रूप में पदोन्नत किया गया है, और 31 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होने पर सुभाष चंद्र गर्ग का नेतृत्व करेंगे।


प्रमोद कुमार दास (1986 बैच, मध्य प्रदेश कैडर), जो वित्त मंत्रालय में व्यय विभाग के विशेष सचिव के रूप में कार्यभार संभालते हैं, को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय में सचिव के रूप में स्थानांतरित किया गया है। नागेंद्र नाथ सिन्हा (1987 बैच), जो सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के तहत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष हैं, को ब्रज राज शर्मा के स्थान पर MHA में सचिव, सीमा प्रबंधन के रूप में स्थानांतरित किया गया है। तुहिन कांता पांडे (1987 बैच), वर्तमान में, वित्त मंत्रालय में निवेश और सार्वजनिक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव, अनिल कुमार खाख को उनके माता-पिता कैडर के लिए तत्काल प्रभाव से व्यक्तिगत आधार पर उनके प्रत्यावर्तन पर सफल होंगे। पंकज कुमार (1987 बैच), जो इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव हैं, को पद के लिए अस्थायी रूप से उन्नयन करके सचिव के पद और विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के सीईओ के रूप में स्थानांतरित किया गया है। राजेश भूषण (1987 बैच), जो वर्तमान में कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त सचिव हैं, को अब कैबिनेट सचिवालय में सचिव, समन्वय बनाया गया है। एसीसी ने विशेष सचिव के पद पर 13 आईएएस अधिकारियों के “इन-सीटू उन्नयन” को भी मंजूरी दी है। इन अधिकारियों में अरुण सिंघल, वीपी जॉय, सुनील कुमार, तलीन कुमार, राजीव रंजन मिश्रा, प्रदीप कुमार त्रिपाठी, राज कुमार, बरुण मित्रा, प्रवीण कुमार, मनोज झालानी, वसुधा मिश्रा, लीना नंदन और प्रवीर कृष्ण हैं।


परमाणु बम को समझें

एक परमाणु किसी भी साधारण से पदार्थ की सबसे छोटी घटक इकाई है जिसमे एक रासायनिक तत्व के गुण होते हैं। हर ठोस, तरल, गैस, और प्लाज्मा तटस्थ या आयनन परमाणुओं से बना है। परमाणुओं बहुत छोटे हैं; विशिष्ट आकार लगभग 100 pm (एक मीटर का एक दस अरबवें) हैं। हालांकि, परमाणुओं में अच्छी तरह परिभाषित सीमा नहीं होते है, और उनके आकार को परिभाषित करने के लिए अलग अलग तरीके होते हैं जोकि अलग लेकिन काफी करीब मूल्य देते हैं।


दुनिया गोला-बारूद के ढेर पर स्थित है। आज, दुनिया के लगभग सभी देश अपने पास खतरनाक विध्वंसक हथियार रखने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में किसी भी देश के लिए हाइड्रोजन बम का परीक्षण और परमाणु बम का परीक्षण होना आम बात हो गई है। तो क्या आपने कभी सोचा है कि जब किसी देश में इतना खतरनाक बम गिरता है तो क्या किया जाना चाहिए जिससे कि जान बच जाए।


आपको बता दें कि जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में 6 अगस्त 1945 को लिटिल बॉय और फैट मैन परमाणु बम का असर आज भी लोगों के ऊपर पड़ रहा है। इतने सालों के बाद भी, मौजूदा निवासियों परमाणु बम के विस्फोटों का असर देखा जा सकता है। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आखिर इन खतरनाक बमों से अपनी रक्षा कैसे करें क्योंकि पाकिस्तान में तख्तापलट होना कोई बड़ी बात नहीं है। जिस तरह पाकिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बना हुआ है ऐसे में अगर परमाणु बम आतंकवादियों के हाथों में पड़ जाता है तो जाहिर सी बात है कि आधी दुनिया समाप्ति के कगार पर खड़ी हो जाएगी।


अमेरिका में स्टीवंस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के एक प्रोफेसर एलेक्स वालरस्टीन का कहना है कि वह अपनी टीम के साथ मिलकर लोगों को नागरिक सुरक्षा के बारे में जागरूक कर रहे हैं। उसे यह भी बताया जा रहा है कि परमाणु हमले की स्थिति में वह कैसे अपनी रक्षा कर सकता है।


हम आपको यह बता रहे हैं क्योंकि आज पूरी दुनिया में लगभग 15 हजार परमाणु हथियार हैं। रूस और अमेरिका के पास अपना सबसे बड़ा भंडार है। अमेरिकी प्रोफेसर वालेरस्टीन द्वारा एक 'न्यूक-मैप' बनाया गया था। इसमें गूगल मैप जैसे मैप के जरिए यह बताने की कोशिश की गई कि किन जगहों पर परमाणु हमले का असर पड़ेगा।


दूसरी परियोजना में, हमें परमाणु हमले के प्रभावों से खुद को बचाने के लिए उपाय करने होंगे। और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लोग घर के अंदर रहते हैं। लेकिन आप अभी भी परमाणु हमलों से पूरी तरह सुरक्षित नहीं होंगे। अंदर रहने वाले व्यक्ति को भी उतना ही असर पड़ेगा जितना बाहर आने वाले व्यक्ति पर पड़ेगा। भलाई इसी में होगा कि यदि आप अंदर है तो तकरीबन 15 से 20 दिन तक बाहर निकलने की कोशिश ना करें। खाने पीने की व्यवस्था कमरे के अंदर ही कर ले एवं सभी खाद्य पदार्थों को ढक कर रखें। परमाणु हमले के बाद मोबाइल नेटवर्क क्षतिग्रस्त हो जाएगा इस वजह से आपको केवल रेडियो का सहारा ही लेना पड़ेगा। हमले के बाद मौसम एकदम ठंडा हो जाएगा जिस वजह से आपको सर्दी जुखाम की संभावना बढ़ जाएगी इसलिए मोटे कपड़ो को अपने साथ रखें। कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा समय सो कर बिताए।


संभल जिला प्रशासन की समीक्षा सभा

पंकज राघव-संवाददाता


संभल! कलेक्टर सभागार बहजोई में शासन द्वारा नामित पुलिस नोडल अधिकारी श्री एसबी शिरडकर एवं जिला अधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह, पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद द्वारा डीजीसी क्रिमिनल जनपदीय प्रबोशन अधिकारी संयुक्त निदेशक अभियोजन के साथ अभियोजन के संबंध में गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें नोडल अधिकारी ने सभी अधिकारियों से परिचय दिया! जिसमें जिला अस्थाई अधिकारी आबकारी, परिवहन, चिकित्सा, समाज-कल्याण के विषय पर जनपदीय पुलिस के साथ समन्यव हेतु गोष्ठी का आयोजन किया गया! जिसमें विभाग वार मुकदमा के बारे में जानकारी दी! समाज-कल्याण अधिकारी से महिला उत्पीड़न के संबंध में जानकारी ली! कितने लाभार्थियों को लाभान्वित किया! परिवहन-विभाग, विद्युत-विभाग एवं खनन-विभाग द्वारा मुकदमो की जानकारी लेते हुए समीक्षा बैठक का समापन किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी लवकुश कुमार त्रिपाठी, अपर पुलिस अधीक्षक, डिप्टी कलेक्टर प्रेमचंद सिंह, जिला समाज-कल्याण अधिकारी, खनन अधिकारी, विद्युत-विभाग एवं संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।  


 


महाराणा प्रतिमा पर स्ट्रीट लाइट की दरकार

महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर रोशनी हेतु 50 फिट ऊँची स्ट्रीट लाइट लगाने के सम्बंध में प्रार्थना

बिजनौर! आरएसएम चौक पर ग्राम अलावलपुर तहसील धामपुर में महाराणा प्रताप जी की एक प्रतिमा हैं! जिस चौक से हरिद्वार काशीपुर मुरादाबाद लखनऊ की बस की सेवा उपलब्ध कराई जाती है! जहाँ दूर-दूर तक के सभी यात्री आते है! परंतु महाराणा प्रताप जी की जो प्रतिमा बनी है! वहां पर 50 फिट ऊँची स्ट्रीट लगाई जाए! जिससे लोगो को प्रतिमा दूर से दिखाई दे और चारो दिशा में रोशनी के साथ साथ नगर की शोभा भी बढ़े! महाराणा प्रताप जी ने कही बार मुगलो को हराने के साथ साथ अकबर के साथ भी संघर्ष किया है! अतिशीध्र स्ट्रीट लाइट लगवाने की आवश्यकता प्रतीत की जा रही है।


पुलिस महानिरीक्षक मेरठ का बागपत भ्रमण

नोडल अधिकारी श्री आलोक सिंह पुलिस महानिरीक्षक महोदय मेरठ परिक्षेत्र द्वारा जनपद बागपत के भ्रमण कार्यक्रम के महत्वपूर्ण बिंदु


गोपी चंद सैनी


बागपत! उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जनपद बागपत के लिए नामित किए गए नोडल अधिकारी श्री आलोक सिंह पुलिस महानिरीक्षक महोदय मेरठ परिक्षेत्र द्वारा जनपद बागपत का निर्धारित दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। प्रातः सर्वप्रथम महोदय द्वारा पुलिस लाइन का भ्रमण किया गया, भ्रमण के दौरान पुलिस लाइन स्थित आवासीय परिसर की साफ-सफाई, बिजली फिटिंग,पानी की नालियों की व्यवस्था, भवन का रखरखाव, सब्सिडी कैंटीन, महिला बैरिक, चिल्ड्रन पार्क तथा पुलिस लाइन स्थित अन्य शाखाओं में अभिलेखों के रखरखाव तथा साफ-सफाई को चेक किया गया एवं संबंधित शाखा प्रभारियों को  पाई गई कमियों में सुधार हेतु कड़े निर्देश निर्गत किए गए। इसके पश्चात राजपत्रित अधिकारियों की पुलिस लाइन स्थित सभागार में गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में जनपद में घटित अपराधों की रोकथाम जनपद में घटित महत्वपूर्ण अपराध यथा हत्या, डकैती, लूट, महिला संबंधी अपराध बलात्कार, छेड़खानी, पंजीकृत गैंगो के विरुद्ध की जा रही कार्यवाही की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश निर्गत किए गए। तत्पश्चात 15:00 पुलिस लाइन स्थित सभागार में समन्वय गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में जिलाधिकारी महोदया, पुलिस अधीक्षक महोदय बागपत अपर पुलिस अधीक्षक महोदय, अपर जिलाधिकारी, समस्त क्षेत्राधिकारीगण, संयुक्त निदेशक अभियोजन, एसपीओ, डीजीसी (क्रिमिनल), जिला प्रोविशनल अधिकारी, जिला आबकारी अधिकारी, एआरटीओ, जिला प्रभागीय निदेशक वाणीकी, खनन अधिकारी, अधिशासीय अभियंता विद्युत द्वारा भाग लिया गया। मीटिंग में उत्तर प्रदेश शासन की प्राथमिकताओं एवं प्रचलित योजनाओं तथा अपराध नियंत्रण, यातायात व्यवस्थाओं से संबंधित की जा रही कार्यवाही की समीक्षा एवं विचार विमर्श कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।


संघर्ष से सफलता मिलेगी: मीन

राशिफल


मेष:आज चंद्रमा का दोपहर बाद सिंह राशि में संचार होगा। इससे दोपहर के बाद कुछ राशियों को बड़ा लाभ हो सकता है। आपकी राशि में आज क्‍या होगा खास!


कारोबार सामान्य रहेगा, मनोरंजन कार्य पर खर्च होगा। आज आपको अपनी प्रतिभा का लाभ मिलेगा और आपकी पहचान बनेगी। नई योजनाएं लाभ देंगी। धन निवेश में भी मुनाफा बढ़ेगा। मित्रों के साथ किसी समारोह में भाग ले सकते हैं। नए कार्य का प्रारंभ करने के लिए आज का दिन शुभ है।


वृषभ:आज कोई नया कार्य न करें। आज जोखिमपूर्ण निवेश करने से बचें, पूरे दिन किसी से वाद-विवाद में न पड़ें, क्रोध पर नियंत्रण रखें। संयम से काम लें। व्‍यवहार में विनम्रता बनाए रखें। सेहत में भी आज मामूली गिरावट देखने को मिल सकती है।


मिथुन:पराक्रम में वृद्धि होगी। आज आपका मनोबल बढ़ेगा। कारोबार में बेहतरी आएगी। नए संपर्क बनेंगे और लाभकारी रहेंगे। परिवार में मेलजोल बढ़ेगा। मित्रों के साथ आनंद की प्राप्ति होगी। आज कई दिन से रुका पड़ा काम भाग्‍य में वृद्धि करवा सकता है। धन प्राप्ति के योग हैं। मान-सम्‍मान बढ़ेगा। 


कर्क:लेन-देन के कार्यों में सावधानी रहें। धन निवेश करते समय विशेष सावधानी बरतें। आज किसी को उधार न दें, क्योंकि आज दिए हुए धन को वापस आने की संभावना कम है। आज किसी पुराने मुद्दे को लेकर फिर से बहस गरमा सकती है। किसी भी बात को तूल देने से बचें। 


सिंह:आज प्रयास अथवा स्वयं कोशिश करने से प्रत्येक कार्य में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में उन्नति के अवसर दिखाई दे रहे हैं। धन लाभ के अवसर सामने आएंगे। परिवार के साथ आज किसी सामाजिक समारोह में भी जा सकते हैं। मांगलिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हो सकता है!


कन्या:खर्च की अधिकता रहेगी, किसी न किसी कारण से अनावश्यक खर्च हो सकता है। व्यर्थ की यात्रा भी हो सकती है। आज फालतू के कामों में आपका समय व्‍यर्थ हो सकता है। साझेदार के साथ किसी बात पर बहस हो सकत है। चोट भी लगने की आशंका है। वाहन धीमी गति से चलाएं। हो सके तो यात्रा को टाल ही दें।


तुला:आज आपकी आमदनी में बढ़ोत्तरी होगी, धन लाभ होगा, जोखिमपूर्ण निवेश करें तो लाभ अवश्य मिलेगा। आज विद्यार्थियों को थोड़ी अधिक मेहनत करने पर सफलता मिलेगी। शुभ व्‍यय से कीर्ति प्राप्‍त होगी। अचानक कोई शुभ समाचार प्राप्‍त होगा। आ‍कस्मिक धन लाभ होगा।


वृश्चिक:आज आपका सितारा अनुकूल है, लाभ होगा और सफलता प्राप्त होगी। कामकाज में आ रहीं बाधाएं दूर होंगी। परिवार के साथ मौज-मस्‍ती के लिए समय निकालेंगे। लेकिन कार्य में व्‍यस्‍तता बनी रहेगी। आप सभी कार्य दृढ़ मनोबल और आत्‍मविश्‍वास से पूर्ण कर लेंगे।


धनु:आज आपकी धार्मिक प्रवृत्ति बढ़ेगी, समाज में मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी, विरोधी परास्त होंगें, यात्रा लाभकारी रहेगी। दांपत्‍य जीवन में लाभ की प्राप्ति होगी। दोस्‍तों की वजह से कोई रुका हुआ काम बन जाएगा। हालांकि कोई भी फैसला जल्‍दबाजी में नहीं बल्कि खूब सोचविचारकर लें। स्‍वास्‍थ का भी ध्‍यान रखें। मौसम की मार परेशान कर सकती हैै 


मकर:आज परिश्रम अधिक और लाभ कम रहेगा, कार्यों में बाधाएं आ सकती हैं। यात्रा न करें, वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। सेहत को लेकर इस वक्‍त विशेष सावधानी की दरकार है। मौसम को लेकर सचेत रहें। जल्‍दबाजी में लिए गए फैसलों में नुकसान उठाना पड़ सकता है। परिजनों का सम्‍मान करें।


कुंभ:अगर कोई नया रोजगार शुरू करने की सोच रहे हैं, तो अवश्य करें, सफलता अवश्य मिलेगी, अविवाहितों के विवाह की बात आगे बढ़ेगी। कार्यक्षेत्र में भी सहयोग की प्राप्ति होगी। परिजनों के साथ त्‍योहार की तैयारियों में व्‍यस्‍त रहेंगे। ईश्‍वर की भक्ति से आनंद की प्राप्ति होगी।


मीन:आज संघर्ष के बाद सफलता अवश्य मिलेगी, कोई नया आर्डर अथवा कॉन्ट्रेक्ट मिलने की संभावना है। शत्रु बलहीन रहेंगे। भाई-बहनों के साथ प्रेम और स्‍नेह में बढ़ोतरी होगी। सामाजिक प्रतिष्‍ठा में भी इजाफा होगा। उत्‍साह में वृद्धि होगी और आर्थ्रिक लाभ होगा!


चीड़ से मिलता है स्वादिष्ट चिलगोजा

चिलगोजा, चीड़ या सनोबर जाति के पेड़ों का छोटा, लंबोतरा फल है, जिसके अंदर मीठी और स्वादिष्ट गिरी होती है और इसीलिए इसकी गिनती मेवों में होती है। स्थानीय भाषा में चिलगोजे को न्योजा कहते हैं। किन्नौर तथा उसके समीपवती प्रदेश में विवाह के अवसर पर मेहमानों को सूखे मेवे की जो मालाएँ पहनाई जाती हैं उसमें अखरोट और चूल्ही के साथ चिलगोजे की गिरी भी पिरोई जाती है। सफेद तनों वाला इनका पेड़ देवदार से कुछ कम लंबाई वाला, हरा भरा होता है।


इसका वानस्पतिक नाम पाइंस जिराडियाना है। चिलगोजा समुद्रतल से लगभग २००० फुट की ऊँचाई वाले दुनिया के इने गिने इलाकों में ही मिलता है। यह कुछ गहरी और पहाड़ी घाटियों के आरपार उन जंगलों में उगता है, जहाँ ठंडा व सूखा मौसम एक साथ होता हो, ऐसे जंगलों के आसपास कोई नदी भी हो सकती है और वहाँ से तेज हवाएँ गुजरती हों। चट्टानी, पर्वत मालाएँ सीथी खड़ी मिलती हों और वृक्ष चट्टानों को फाड़कर उगने के अभ्यासी हों। ऐसी जलवायु में जहाँ भी इसका बीज अंकुरित हो जाय यह सदाबहार हो उठता है।


चिलगोजे के पेड़ पर चीड़ की ही तरह भूरे रंगरूप वाला तथा कुछ ज्यादा गोलाई वाला लक्कड़फूल लगता है। मार्च अप्रैल में आकार लेकर यह फूल सितंबर अक्तूबर तक पक जाता है। यह बेहद कड़ा होता है। इसे तोड़कर इसकी गिरियाँ बाहर निकाली जा सकती हैं लेकिन ये गिरियाँ भी एक मजबूत आवरण से ढकी रहती है। इस भूरे या काले आवरण को दाँत से कुतर कर हटाया जा सकता है। भीतर पतली व लंबी गिरी निकलती है जो सफेद मुलायम व तेलयुक्त होती है। इसे चबाना बेहद आसान होता है। इसका स्वाद किसी भी अन्य कच्ची गिरी से तो मिलता ही है, मगर काफी अलग तरह का होता है। मूँगफली या बादाम से तो यह बहुत भिन्न होता है। छिले हुए चिलगोजे जल्दी खरीब हो जाते हैं लेकिन बिना छिले हुए चिलगोजे बहुत दिनों तक रखे जा सकता है।


दुनिया के अधिकतर देश इस फल से वंचित हैं लेकिन किन्नर कैलास के पास वास्पा और सतलुज की घाटी में कड़छम नामक स्थान पर चिलगोजे के पेड़ों का भरा पूरा जंगल है। रावी के निकट के कुछ इलाकों तथा गढ़वाल के उत्तर पश्चिम के क्षेत्र, किन्नौर में कल्पा व सांगला की घाटी तथा चंबा में पांगी-भरमौर की घाटी इनके लिये प्रसिद्ध है। चिनाब नदी के कुछ ऊँचे बहाव वाले स्थानों पर भी यह मिलता है। अफगानिस्तान तथा बलूचिस्तान में भी यह मिलता है। इसके अतिरिक्त दक्षिण पश्चिम अमेरिका में इसे पाया जाता है। लेकिन एशियन और अमेरिकन चिलगोजे स्वाद और आकार में भिन्नता पाई जाती है।


चिलगोजा भूख बढ़ाता है इसका स्पर्श नरम लेकिन मिजाज गरम है। इसमें पचास प्रतिशत तेल रहता है। इसलिये ठंडे इलाकों में यह अधिक उपयोगी माना जाता है। सर्दियों में इसका सेवन हर जगह लाभदायक है। यह पाचन शक्ति को बढ़ाता है, इसको खाने से बलगम की शिकायत दूर होती है। मुँह में तरावट लाने तथा गले को खुश्की से बचाने में भी यह उपयोगी है।


वनस्पति शास्त्र का इतिहास लिखने वालों का मानना है कि चिलगोजे को भोजन में शामिल करने का इतिहास पाषाण काल जितना पुराना है। इन्हें मांस, मछली और सब्जी में डालकर पकाया जाता है तथा ब्रेड में बेक किया जाता है। इटली में इसे पिग्नोली कहते हैं और इसे इटालियन पेस्टो सॉस की प्रमुख सामग्री माना गया है। जबकि अमेरिका में इसे पिनोली नाम से जाना जाता है और पिनोली कुकीज़ में इसका ही प्रयोग किया जाता है। अँग्रेजी में इसे आमतौर पर पाइन नट कहा जाता है। स्पेन में भी बादाम और चीनी से बनी एक मिठाई के ऊपर इसे चिपकाकर बेक किया जाता है। यह मिठाई स्पेन में हर जगह मिलती है। हिंदी में इसे चिलगोजे के लड्डू कह सकते हैं। कुछ स्थानों पर इसका प्रयोग सलाद के लिये किया जाता है।


चिलगोजे की काफी जिसे पिनोन कहा जाता है दक्षिण पश्चिम अमेरिका में न्यू मेक्सिको के आसपास बहुत लोकप्रिय होती है जो काली और मेवे के गहरे स्वाद वाली होती है। हल्के भुने और नमक लगे चिलगोजे तो आज सारी दुनिया में बिकने लगे हैं। दक्षिण पश्चिम अमेरिका में नेवादा के ग्रेट बेसिन का चिलगोजा अपने मीठे और फल जैसे स्वाद, बड़े आकार तथा आसानी से छीले जाने के लिये प्रसिद्ध है। मध्यपूर्व में भी चिलगोजे का प्रयोग भोजन के रूप में बहुतायत से होता है तथा किब्बेह, संबुसेक जैसे व्यंजन तथा बकलावा जैसी मिठाइयों की यह प्रमुख सामग्रियों में से एक है।


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...