सोमवार, 21 अक्तूबर 2019

फिटनेस फिट है तो हिट अभियान

प्रयागराज! फिटनेस फिट है तो हिट है अभियान के अंतर्गत डी स्क्वायर इवेंट छात्र-छात्राओं को सदैव फिट रहने की टिप्स एवं ट्रिक्स देने के साथ-साथ फिट इंडिया को संपूर्ण उत्तर प्रदेश में प्रमोट करेगा! इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है और जुंबा योग सहित डाइटिशियन एवं स्वास्थ्य संबंधित अन्य प्रशिक्षण एवं योग्य एक्सपर्ट नियुक्त कर ली गई है!


इस अभियान के तहत फिट है तो हिट रहने के साथ-साथ हर प्रकार की बीमारियों से बचाव के तरीके छात्र-छात्राओं को बताए जाएंगे! इस अभियान के अंतर्गत छात्र-छात्राओं को कार्यशाला के माध्यम से नैतिक शिक्षा का पाठ भी पढ़ाया जाएगा और उन्हें बताया जाएगा कि कैसे वे फिट और हिट रह सकते हैं! समाज के अन्य लोगों को मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य सहयोग कर सकते हैं! कार्यशाला में प्रतिभाग करने वाले सभी छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे और अभियान से जोड़ने वाले विद्यालयों राष्ट्रीय मंच से सम्मानित किया जाएगा!


एम के नवाज ने कहा कि फिटनेस के जरिए इंडिया के महत्वपूर्ण कदम बढ़ा दिया है! सभी वर्ग के छात्र-छात्राओं को पेट रहना स्थान मूवमेंट कार्यक्रम के प्रभारी आमिर खान ने बताया कि आज देश की जरूरत है कि छात्र-छात्राओं को शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाया जाए क्योंकि शब्द ही नहीं है! बल्कि स्वास्थ्य जीवन जीने की जरूरत है! मिश्रा ने कहा कि समय के साथ फिटनेस को लेकर हमारे समाज में उदासीनता आ गई है! फिटनेस को अच्छा उत्सव के रूप में मानव के तौर पर हम छात्र-छात्राओं के बीच में फिट दशक के साथ स्थापित कर रहे हैं! फिटनेसतान की ब्रांड अम्बेसडर दिवा मिस इंडिया अर्थ फ़िज़ा को बनाया गया है! दिवा मिस इंडिया अर्थ फ़िज़ा खान ने सभी छात्रों व अभिभावकों को इस अभियान से जोड़ने की अपील की! इस अवसर पर अभियान से जुड़ने सभी उपस्थित रहे!


चित्रकूट में जगा रहे स्वदेशी अलख

चित्रकूट! प्रभु श्रीराम की कर्मभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में दीपोत्सव एवं दीपावली महापर्व की तैयारियां जोरों पर है। शासन प्रशासन के साथ स्थानीय लोग भी तैयारियों में जुटे हुए हैं। सभी अपने स्तर से चित्रकूट दीपावली महापर्व में अपना योगदान देना चाहते है । योगदान के इसी क्रम में मां मंदाकिनी रामघाट में नौका चालक महावीर निषाद के अभिनव प्रयास की सराहना सभी कोई कर रहा है।


एक साधारण नौका चलाने वाला व्यक्ति जो की नौका चला कर ही अपना जीवन यापन करता है। यद्यपि वह कम पढ़ा लिखा जरूर है परंतु स्वच्छ भारत अभियान के प्रति  एवं मां मंदाकिनी की पवित्रता बनी रहे के संदर्भ में महावीर निषाद की जागरूकता भी, समाज के बुद्धिजीवी वर्ग से कम नहीं। ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसी धर्म नगरी चित्रकूट में दोनों प्रदेशों द्वारा प्लास्टिक युक्त दोना पत्तल, पॉलिथीन पूर्णता बंद है। परंतु शासन प्रशासन की नजर बचाकर स्थानीय स्तर पर प्लास्टिक एवं थर्माकोल युक्त दोना पत्तल का इस्तेमाल किया जा रहा है। रामघाट में दीपदान का विशेष महत्व है। श्रद्धालु गण दीप जलाकर घाट किनारे रखते हैं, इसके साथ ही दीप नदी में प्रवाहित भी करते हैं। पिछले कुछ वर्षों से दीपदान के लिए थर्माकोल युक्त दोने का प्रयोग बढ़ा है । स्थानीय लोगों एवं श्रद्धालुओं द्वारा मां मंदाकिनी में जो दीया प्रवाहित किया जाता है , उसमें दोने का प्रयोग बढ़ा है। जो कि पर्यावरण अनुकूल ना होते हुए मां मंदाकिनी में प्रदूषण को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है।


कमलेश के बेटे ने कहा,एनआईए जांच करें

लखनऊ! हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या में हुई गिरफ्तारी पर उनके बेटे सत्यम तिवारी ने कहा है कि उन्हें नहीं पता है कि जो लोग पकड़े गए हैं उन्हीं लोगों ने पिता को मारा है या निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है! मृतक के बेटे ने कहा कि अगर यही लोग असली दोषी हैं और इनके खिलाफ कोई वीडियो सबूत है तो इसकी जांच एनआईए (NIA) को करनी चाहिए।


सत्यम ने आगे कहा कि अगर उनकी जांच में यह साबित हो जाता है तभी वह लोग संतुष्ट होंगे! उन्होंने आगे कहा, 'मुझे इस प्रशासन पर कोई विश्वास नहीं है'! वहीं लखनऊ डिविजन के कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने कमलेश तिवारी के परिवारजनों से मिलकर उनको दिलासा दिलाई है कि उनको सुरक्षा दी जाएगी और सीएम योगी आदित्यनाथ से जल्द ही मुलाकात कराने का समय तय किया जा रहा है! साथ ही एक आवास,नौकरी की भी सिफारिश कर दी गई है! उन्होंने बताया कि बड़े बेटे को आत्मरक्षा के लिए लाइसेंसी हथियार दिया जाएगा।


मच्छरों से परेशान है दिल्ली सरकार

मुगल मच्छरों को भगाने के लिए अपनाते थे कई तरीके


नई नई दिल्ली! इतिहासकार डॉ. फैजान अहमद कहते हैं कि लालकिला के ठीक पीछे यमुना नदी बहती थी। वहीं एक तरफ पूरा रिज एरिया था। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि मच्छरों से परेशानी तो होती ही थी, लेकिन मच्छरों से परेशानी पर विशेष रूप से नहीं लिखा गया है। कुछ किताबों में इसका जिक्र मिलता है। मसलन, आइने अकबरी, अकबरनामा में लिखा गया है कि मच्छरों को भगाने की पूरी कोशिश की जाती थी। दवा, अर्क का छिड़काव किया जाता था। उस समय की परशियन किताबों में मच्छरों के भगाने के नुस्खे भी लिखे मिलते हैं। जैसे फूलों से जर्द बनाते थे, उसी तरह फूलों से मच्छर भगाने की चीजें भी इस्तेमाल की जाती थीं। दवाकुश बनाते थे। यही नहीं महलों में धुआं भी किया जाता था। बाकि हकीम थे ही जो इलाज करते थे।


अब बात अंग्रेजों की करें तो जब 1857 में अंग्रेजों ने लालकिला पर कब्जा जमाया तो अंदर का नजारा देखकर वे परेशान हो गए। अंदर पानी आपूर्ति की नालियां और बाग थे। अंग्रेजों ने इन्हें मच्छर पनपने की दुरुस्त जगह मान बहुत बदलाव किया। इतना ही नहीं उन्होंने बहुत से भवन तोड़कर नए बनवाए।


बकौल आरवी स्मिथ दिल्ली के भारत की आधिकारिक राजधानी बनने की घोषणा के बाद जब 12 दिसंबर 1911 को दिल्ली दरबार हुआ जिसमें हजारों लोगों की भीड़ थी। तब ब्रिटेन के किंग जॉर्ज पंचम ने घोषणा की थी कि-हमें भारत की जनता को यह बताते हुए बेहद हर्ष हो रहा है कि सरकार और उसके मंत्रियों की सलाह पर देश को बेहतर ढंग से प्रशासित करने के लिए ब्रितानिया सरकार भारत की राजधानी को कलकत्ता (कोलकाता) से दिल्ली स्थानांतरित करती है। इस घोषणा के साथ ही दिल्ली इतिहास के एक अन्य अध्याय की तरफ अग्रसर हो गई। हालांकि इस फैसले की आलोचना भी हुई थी।


द इंग्लिशमैन अखबार ने लगभग चेताते हुए लिखा कि जो दिल्ली जा रहे हैं वो दलदल, गर्मी, मच्छर, फोड़े, फुंसी, सांप, कीड़े से परेशान हो जाएंगे। आजादी से पहले लोग किस तरह मच्छरों से बचते थे। इसकी एक बानगी हर्बर्ट चाल्र्स फांसवे की किताब 'दिल्ली: पास्ट एंड प्रजेंट' में मिलती है। जिसमें वो आजादी के पहले दिल्लीवालों के रहन सहन को बड़ी संजीदगी से बयां करते हैं। वो लिखते हैं कि लोग पिकनिक मनाना पसंद करते थे। महरौली के आम के बागान पिकनिक के लिए मुफीद थे। वहां रात भी गुजारते थे लोग। वह ²श्य बड़ा अद्भुत था। करीब एक साथ 20 बेड लगते थे। सभी बेड पर मच्छरदानी लगती थी।


आर्किटेक्ट एके जैन कहते हैं कि कोलकाता से देश की राजधानी दिल्ली को बनाने के एलान के चार दिन बाद यानी 15 दिसंबर,1911 को जॉर्ज पंचम ने नई दिल्ली की नींव का पत्थर किंग्सवे कैंप, कोरेनेशन पार्क के पास में रखा। पहले भावी नई दिल्ली में वाइसराय आवास (अब राष्ट्रपति भवन) संसद भवन, साऊथ ब्लॉक, नार्थ ब्लॉक, कमांडर-इन चीफ आवास (तीन मूर्ति भवन) वगैरह का डिजाइन तैयार करने के लिए हेनरी वॉगन लैंकस्टर का नाम भी चल रहा था एडविन लुटियन के साथ, पर अंत में लुटियन को नई दिल्ली का मुख्य आर्किटेक्ट का पद सौंपा गया। एक कमेटी का गठन हुआ सन 1913 में। इसका नाम था 'दिल्ली टाउन प्लेनिंग कमेटी'। इसके प्रभारी एडविन लुटियन थे। लुटियन ने कोरेनेशन पार्क को भव्य राजधानी के लिहाज से खारिज कर दिया। उसने कहा कि यहां जगह कम है। मच्छर भी ज्यादा हैं। हालांकि यहां सचिवालय वगैरह बना दिए गए थे। इन्हीं भवन में वर्तमान दिल्ली विधानसभा है। बाद में लुटियन को रायसीना हिल्स पसंद आई। आजादी के बाद भी मच्छरों से बचने के लिए जागरूकता की अलख जगाई जाती रही!


एयर होस्टेज के अंडरवियर मे सोना

मुंबई! मुंबई एयरपोर्ट पर एक एयर होस्टेस को सोने की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया है। आरोपी एयर होस्टेस दुबई से यहां पहुंची थी। उसके बैग से करीब 4 किलोग्राम सोना बरामद हुआ है। बाजार में इसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये है। एयर होस्टेस ने सोने को बैग के अंदर अंडरगार्मेंट्स के बीच छिपा रखा था।


अधिकारियों ने बताया कि दुबई से एक निजी विमान शनिवार को मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचा था। एयर होस्टेस अवैध रूप से सोने को बैग में छिपाकर निकालने की कोशिश कर रही थी। हालांकि शक होने पर अधिकारियों ने उसे पकड़कर पूछताछ शुरू की।


60 हजार रुपये देने का था वादा
अधिकारियों के मुताबिक बैग की तलाशी के दौरान अंडरगार्मेंट्स के अंदर सोना छिपा हुआ मिला। इसके बाद अधिकारियों ने एयर होस्टेस को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे इस काम के लिए दुबई में एक व्यक्ति ने 60 हजार रुपये देने का वादा किया था।


30 किलो सोना जब्त
उधर, मुंबई एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल से डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने करीब 30 किलो सोना और 60 किलो चांदी जब्त की है। DRI अधिकारी के अनुसार, सोना और चांदी को एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल में स्थित एक कंपनी के कार्यालय से बरामद किया गया है। मामले की जांच की जा रही है कि सोने की तस्करी में कंपनी का कोई अधिकारी तो लिप्त नहीं है। हालांकि, अब तक किसी अधिकारी के तस्करी में लिप्त होने का कोई सुराग नहीं मिला है।


11 मस्जिदें हिंदुओं को सौंप देनी चाहिए

लखनऊ! उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने कहा है कि सिर्फ अयोध्या की विवादित जमीन ही नहीं बल्कि मथुरा, काशी सहित देश की वह 11 मस्जिदें मुसलमानों को हिन्दुओं को सौंप देनी चाहिए जो कि मुगल बादशाहों ने मंदिर तोड़कर बनवाई थीं। इनमें दिल्ली की कुतुबमीनार मस्जिद परिसर स्थित मस्जिद के अलावा गुजरात व कुछ अन्य राज्यों की विवादित मस्जिदें भी शामिल हैं।


बताते चलें कि उत्तर प्रदेश सुन्नी वक्फ बोर्ड ने शीर्ष न्यायलय में मध्यस्थता के लिए हुई पहल के तहत अयोध्या की विवादित जमीन पर से अपना दावा जिन चार शर्तों पर छोड़ने के लिए प्रस्ताव दिया है, उसमें से एक शर्त यह भी है कि शीर्ष न्यायालय इस बात की गारंटी दे कि अयोध्या विवाद का आपसी सुलह से समाधान होने के बाद भविष्य में मथुरा, काशी या किसी अन्य विवादित मस्जिद का मुद्दा नहीं उठाया जाएगा।


शनिवार को अपने एक बयान में  रिजवी ने कहा कि जहां तक अयोध्या की विवादित जमीन का सवाल है तो वह जमीन सुन्नी वक्फ सम्पत्ति नहीं है, बल्कि शिया वक्फ संपत्ति है। क्योंकि बाबर का सेनापति जिसने वहां बाबरी मस्जिद बनवायी थी, वह शिया मुसलमान था। इसीलिए यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने उस जमीन पर अपना दावा किया था। जिसे बाद में भगवान राम का मंदिर बनवाए जाने के पक्ष में बोर्ड ने अपना दावा वापस ले लिया।


रिजवी ने कहा कि इस बाबत यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड की तरफ से सारे कागजात शीर्ष न्यायालय को सौंपे जा चुके हैं। अब मोल्डिंग आफ हियरिंग में भी शिया वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में जो प्रार्थना पत्र दिया है, उसमें साफ कहा गया है कि हाईकोर्ट ने 30 सितंबा 2010 को अयोध्या की विवादित जमीन का तीन हिस्सों में बंटवारा करते हुए जो एक हिस्सा मुसलमानों को दिया था, वह शिया वक्फ बोर्ड को नहीं चाहिए। वह हिस्सा हिन्दुओं को भगवान राम का मंदिर बनाने के लिए दे दिया जाए।


कमलेश की मां को जरूर सुने: सपा

लखनऊ! कमलेश तिवारी हत्याकांड पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर हमला बोला! अखिलेश ने कहा कि लखनऊ में एक हिंदू महासभा के नेता की हत्या कर दी गई, ऐसी और कितनी घटनाएं बतानी पड़ेंगी!


उन्होंने बताया, 'मृतक की मां कह रही है हमें समाजवादी सरकार में सुरक्षा मिली थी, आजम खान के जमाने में हमें गनर मिले थे लेकिन इस योगी सरकार ने हमें सुरक्षा नहीं दी और उसी का परिणाम है कि हमारे बेटे की हत्या हो गई!


उन्होंने कहा कि सरकार बीजेपी की है, पुलिस बीजेपी की है फिर भी हत्याएं नहीं रुक रहीं! अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'वो कहते हैं व्यवस्था करना चाहते हो तो ठोक दो, लेकिन किसी को नहीं पता कि किसे ठोकना है!


'कमलेश की मां की बात जरूर सुनना'


अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग खुद दुखी हैं. उनके लोग मारे जा रहे हैं, परेशान हैं! साथ ही उन्होंने कहा कि लखनऊ में मृतक की मां का स्टेटमेंट जरूर देखना, फिर आपको पता चल जाएगा कि हत्या का दोषी कौन है!


उन्होंने कहा, 'ये लोग (योगी सरकार) हत्या की कहानी को भी दूसरी कहानी की तरफ लेकर जा रहे हैं और कह रहे हैं कि 2015 में धमकी दी गई थी! अगर 2015 में धमकी दी गई थी तो बताओ ढाई साल से सरकार क्या कर रही थी! ढाई साल से सरकार ने कार्रवाई क्यों नहीं की! यह केवल कहानी बना रहे हैं और जिन्होंने घटना की वह भी नहीं पकड़े गए हैं! पकड़े वो गए हैं जो 2015 में साजिश कर रहे थे!


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...