शुक्रवार, 18 अक्तूबर 2019

कब क्या गलत हुआ, याद रखें:निर्मला

वाशिंगटन। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी खास अवधि में कब और क्या गलत हुआ, इसे याद करना बेहद जरूरी है। सीतारमण ने यह टिप्पणी सिंह के उस आरोप के जवाब में की है जिसमें उन्होंने कहा था कि राजग सरकार हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों पर दोष मढ़ने की कोशिश करती है। सिंह ने अपने शासन में कुछ ''कमजोरियां होने'' की बात स्वीकार करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि मोदी सरकार को प्रत्येक आर्थिक संकट के लिए संप्रग सरकार को दोष देना बंद करना चाहिए क्योंकि समाधान निकालने के लिए पांच साल का समय पर्याप्त होता है।


सीतारमण ने बृहस्पतिवार को यहां भारतीय संवाददाताओं से कहा, “मैं आरोप-प्रत्यारोप में नहीं उलझने की बात कहने के लिए डॉ मनमोहन सिंह का सम्मान करती हूं, लेकिन किसी बाद का संदर्भ समझाने के लिए किसी खास अवधि में कब और क्या गलत हुआ, यह याद करना अत्यावश्यक है क्योंकि अब आरोप मुझ पर लग रहे हैं कि अर्थव्यवस्था को लेकर कोई विमर्श है ही नहीं।” सीतारमण, सिंह के उन आरोपों का जवाब दे रहीं थीं जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार समाधान ढूंढने की बजाए हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वियों पर दोष मढ़ने की कोशिश करती है।


मुंबई में हुए संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की यह टिप्पणी सीतारमण के एक बयान के बाद आई थी। सीतारमण ने न्यूयॉर्क के कोलंबिया विश्वविद्यालय में कहा था कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को उनके सबसे “बुरे दौर” में पहुंचाने के लिए मनमोहन सिंह-रघुराम राजन की जोड़ी जिम्मेदार है। सीतरामण ने कहा कि सरकार सुनती है और फिर प्रतिक्रिया देती है। अगर यह बताना है कि किसी क्षेत्र में क्यों परेशानी है, तो आज की सरकार को याद करना होगा कि पहले क्या गलत हुआ है। वित्त मंत्री ने क्या गलत हुआ था, यह याद करते हुए कहा किनिश्चित तौर पर इसका कारण वह दौर है जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे और रघुराम राजन आरबीआई के गवर्नर थे।


इतिहास के पुन॔लेखन की आवश्यकता

वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के भारत अध्ययन केंद्र द्वारा 'गुप्तवंश के वीर : स्कंदगुप्त विक्रमादित्य का ऐतिहासिक पुन: स्मरण एवं भारत राष्ट्र का राजनीतिक भविष्य' विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे।


उन्होने इस अवसर पर कहा कि “कब तक हम वामपंथियों को गाली देंगे और अंग्रेज इतिहासकारों को दोष देंगे? हमें अंग्रेज, वामपंथी और मुगलकालीन इतिहासकारों को दोष देना बंद कर इतिहास लेखन में अपनी मेहनत करने की दिशा को केंद्रित करना होगा। अब जरूरत है कि देश के गौरवशाली उस इतिहास को सत्य के आधार पर लिखें, जिनके साथ अन्याय हुआ, उन्हें न्याय दिलाएं।”


उन्होंने कहा, “इतिहास के पुनर्लेखन की जिम्मेदारी देश के विद्वानों और जनता की है। क्या हमारे देश के इतिहासकार 200 व्यक्तित्व और 25 साम्राज्यों को इतिहास का हिस्सा नहीं बना सकते? हम कब तक दूसरों को कोसते रहेंगे?” शाह ने कहा, “1857 की क्रांति को वीर सावरकर ने पहला स्वतंत्रता संग्राम का नाम न दिया होता, तो आज हम उसे विप्लव के नाम से जानते। सावरकर के कारण ही यह क्रांति इतिहास का हिस्सा बन पाई। नहीं तो हम अंग्रेजों द्वारा लिखे गए इतिहास को ही सत्य मानते।


उन्होंने कहा कि चंद्रगुप्त विक्रमादित्य को इतिहास में बहुत प्रसिद्धि मिली है, लेकिन सम्राट स्कंदगुप्त के साथ इतिहास में अन्याय हुआ है। उनके पराक्रम की जितनी प्रशंसा होनी चाहिए थी, उतनी शायद नहीं हुई है। इसी कालखंड में देश में शाकुंतलम्, पंचतंत्र जैसे अनेक उत्कृष्ट साहित्यों की रचना हुई थी।


संयुक्त राष्ट्र आम सभा में 50 मिनट भाषण

रवांडा। संयुक्त राष्‍ट्र आमसभा (UNGA) की बैठक में सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड लीबिया के तानाशाह कर्नल गद्दाफी के नाम दर्ज है. उन्‍होंने 2009 में 9 घंटे से भी अधिक समय तक संयुक्‍त भाषण में अपना भाषण दिया।


वहीं इस साल सबसे लंबा भाषण देने का दर्जा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को मिला है, जिन्होने 50 मिनट लंबा भाषण दिया। वहीं सबसे छोटा भाषण अफ्रीकी देश रवांडा का रहा। रवांडा के प्रतिनिधि ने केवल 7 मिनट का भाषण दिया। यूएनजीए में कुल 190 देशों के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी।


इस बीच संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से गरीबी खत्म करने के लिए बच्चों को सशक्त बनाने का आग्रह किया है। गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस के अपने संदेश में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि बच्चे वयस्कों की तुलना में गरीबी की दोगुना मार झेल रहे हैं और गरीबी कई बच्चों को आजीवन नुकसान पहुंचाती है।


उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि लड़कियां विशेष रूप से जोखिम में हैं, लेकिन वे भी बदलाव की एक बड़ी वाहक हैं. उन्होंने कहा, “हर अतिरिक्त वर्ष एक लड़की के स्कूल में रहने के साथ उसकी जीवन भर की औसत आय बढ़ जाती है, उसकी शादी जल्दी होने की संभावना कम हो जाती है, और उसके बच्चों के लिए स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य और शिक्षा लाभ होते हैं, जिससे यह गरीबी के चक्र को तोड़ने में महत्वपूर्ण कारक बन जाता है।


भारत ने दक्षिण अफ्रीका को पछाड़ा

रांची। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डू प्लेसिस टेस्ट सीरीज के दोनों मैचों में टॉस हार चुके हैं। उन्होंने हार का ठीकरा टॉस पर तो नहीं फोड़ा, लेकिन इशारों में इसे एक वजह जरूर माना।शायद यही कारण है कि वे शनिवार से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट में टॉस से बचना चाहते हैं। डू प्लेसिस रांची मे होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में टॉस के दौरान खुद मैदान पर नहीं आएंगे। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान फाफ डू प्लेसिस एशिया में अब तक लगातार नौ बार टॉस हार चुके हैं। जब मैच में पिच और मौसम निर्णायक भूमिका निभाते हैं, तब टॉस अहम हो जाता है। लेकिन फाफ डू प्लेसिस यह भरोसा खो चुके हैं कि वे टॉस जीत सकते हैं।


शायद यही वजह है कि वे तीसरे टेस्ट मैच में अपनी जगह किसी और खिलाड़ी को टॉस के लिए भेजेंगे। फाफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वह टॉस के लिए मैदान पर नहीं जाएंगे। फाफ डू प्लेसिस ने कहा कि उनके बल्लेबाजों को पहली पारी का लाभ उठाना होगा। उन्होंने कहा, 'हमें पहली पारी में बड़े रन बनाने होंगे। जब आप पहली पारी में रन बनाते हैं तो वहा से कुछ भी संभव है।


हमारे लिए पहली पारी में रन बहुत महत्वपूर्ण है और दूसरी पारी में कुछ भी हो सकता है।' भारत तीन मैचों की यह सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुका है। मेहमान टीम की नजरें अखिरी मैच को जीतकर अपने खोए हुए सम्मान को पाने पर होगी। भारतीय टीम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले दोनों मैच जीतकर 2-0 से अजेय बढ़त बना चुकी है। उसने पहला मैच 200 रन से अधिक के अंतर से जीता था। फिर दूसरा टेस्ट मैच पारी व 137 रन के अंतर से अपने नाम किया था।


 


ट्रंप का टि्वटर अकाउंट नहीं होगा बंद

वॉशिंगटन। ट्विटर ने कैलीफोर्निया की सीनेटर और डेमोक्रेट पार्टी में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस की अनुरोध को मानने से इनकार कर दिया है। ट्विटर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट बंद नहीं किया जाएगा।


कमला हैरिस के अभियान ने बुधवार को सीएनएन को बताया, 'ट्विटर उनके मंच पर ट्रंप द्वारा लोगों को धमकाने और हिंसक व्यवहार करने के लिए उकसाने का उन्हें जिम्मेदार नहीं मान रहा है।


ट्विटर ने हैरिस को एक पत्र में लिखा, 'हम हां या ना में निर्णय लेने में सक्षम नहीं है, क्योंकि यह इतना आसान नहीं है। हमने उन ट्वीट्स की समीक्षा की जिसका जिक्र आपने पत्र में किया था, वे अपमानजनक व्यवहार, लक्षित उत्पीड़न या हिंसा से संबंधित हमारी नीतियों के खिलाफ नहीं है।


ट्रम्प अक्सर ही अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमला बोलने के ट्विटर का इस्तेमाल करते रहते हैं। ऐसे में विवादास्पद ट्वीट्स पोस्ट करने के चलते ट्विटर पर ट्रम्प के खिलाफ कदम उठाने का दवाब है, लेकिन इस सोशल नेटवर्किं ग साइट ने अब तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है।


मुठभेड़ में लाख के इनामी को लगी गोली

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और स्पेशल ब्रांच ने आज सुबह तड़के दिल्ली के अमर कॉलोनी इलाके में लेडी श्री राम कॉलेज के पीछे जॉइंट ऑपेरशन चलाकर एक लाख के ईनामी बदमाश पकड़ा। इस बदमाश इकबाल के पैर में गोली लगी है।


दरअसल स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर राजेन्द्र पहलवान की टीम को जानकारी मिली थी कि इकबाल एक ब्रीज़ा कार में सवार होकर किसी वारदात को अंजाम देने के लिए आने वाला है। सूचना मिलने के बाद स्पेशल ब्रांच और क्राइम ब्रांच एसटीएफ के एसीपी पंकज सिंह और इंस्पेक्टर जतन सिंह की टीम ने ट्रेप लगाकर जब उसे रोका तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जबाब में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें इकबाल के पैर में गोली लगी, कुल 10 राउंड फायरिंग हुई।


इकबाल मूलरूप से बुलंदशहर का रहने वाला था और उस पर यूपी और दिल्ली में हत्या ,हत्या की कोशिश और लूट जैसे 25 से ज्यादा केस दर्ज हैं,हाल ही में इकबाल और उसके साथियों ने मिलकर ग्रेटर नोएडा में 65 लाख की लूट की थी,जिसमें गौतमबुद्धनगर पुलिस ने उसके एक साथी को पुलिस ने मार गिराया था जबकि एक साथी पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया था।


इकबाल महमूद पांडे और महरून मुल्ला गैंग का शार्पशूटर है,पुलिस ने ब्रीज़ा कार और एक पिस्टल के अलावा कुछ कारतूस मौके से बरामद की है,दिल्ली में बीते एक महीने में ये 11 वां एनकाउंटर है,जिसमें कुल 16 बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो चुके हैं।


हर महीने 10 करोड के नोट हो रहे रिप्लेस

धमतरी। भारतीय मुद्रा की देख-रेख को लेकर नागरिकों में अभी भी जागरूकता नहीं आई है। इसी का नतीजा है कि 50, 100 समेत 500 के कटे-फटे नोट बड़ी तादाद में बैंकोंं में रिप्लेस होने के लिए आ रहे हैं। बैंक सूत्रों की मानें तो शहर के विभिन्न बैंकों में प्रत्येक माह करीब 10 करोड़ का कटा-फटा नोट रिप्लेस के लिए आ रहा है।


एक जानकारी के अनुसार शहर में भारतीय स्टेट बैंक, सेंट्रल बैंक, एचडीएफसी, देना बैंक समेत करीब 15 से अधिक बैंक संचालित हो रही है। इन बैंकों में उपभोक्ताओं की संख्या करीब साढ़े 4 लाख से अधिक हैं। इनके द्वारा ही बैंकों में लेन-देन किया जाता है। देखा गया है कि नोटबंदी के बाद से बैंकों मेंं कटे-फटे नोट रिप्लेस के लिए Óयादा आ रहे हैं। ऐसे मेंं बैंक प्रबंधकों की परेशानी बढ़ गई है।


बैंक के एक अधिकारी का कहना है कि भारतीय मुद्रा का उचित रख-रखाव और इसकी देख-रेख की जिम्मेदारी बैंक के अलावा आम नागरिकों की भी है, लेकिन अधिकांश लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आरबीआई के नियमानुसार बैंक से 50, 100, 200, 500 और 2 हजार रूपए की नई करेंसी में किसी तरह की कोई लिखावट नहीं करना है।
यह है नियम : विशेषज्ञों की मानेंं तो 50 रूपए के नोट की लंबाई 14.7 सेंमी और चौड़ाई 7.6 सेमी होती है। आरबीआई के नियमानुसार नोट कटा-फटा होने की स्थिति में यदि नोट का कुल क्षेत्रफल 107.&1 वर्गसेमी तथा नोट की लंबाइ-चौड़ाई 86 वर्गसेमी होता है, तो संबंधित उपभोक्ता को इस नोट के बदले पूरा पैसा दिया जाता है। इसी तरह 100, 500 और 2 हजार के कटे-फटे नोट के लिए अलग-अलग नियम लागू किया गया है।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...