गुरुवार, 17 अक्तूबर 2019

इडली बनाने की आसान विधि

इडली (IPA:ɪdliː), एक दक्षिण भारतीय व्यंजन है। यह श्वेत रंग की मुलायम और गुदगुदी, २-३ इंच के व्यास की होती है। यह चावल और उड़द की धुली दाल भिगो कर पीसे हुए, खमीर उठा कर बने हुए घोल से भाप में तैयार की जाती है। खमीर उठने के कारण बड़े स्टार्च अणु छोटे अणुओं में टूट जाते हैं, व पाचन क्रिया को सरल बनाते हैं।


प्रायः उपाहार में परोसी जाने वाली इडली को जोड़े में नारियल की चटनी और सांभर के संग परोसा जाता है। इडली को विश्व के सर्वोच्च दस स्वास्थय वर्धक व्यंजनों में माना गया है।


पाक विधि:-इडली के घोल को किण्वन के उपरांत सांचों में बने गड्ढों में डाल कर उच्च दबाव या भाप में पकाया जाता है।दाल चावल की इडली बनाने के लिये, दाल चावल को भिगो कर पीस कर मिश्रण तैयार करना होगा और उस मिश्रण को फरमैन्ट भी करना होगा, इडली अच्छी तरह से स्पंजी तभी बनेगी जब मिश्रण अच्छी तरह से फरमैन्ट हुआ होगा, इसलिये सबसे पहले मिश्रण तैयार करना होगा। अगर रविवार को इडली बनाना चाहते हैं, तब गरम प्रदेश में रहने वालों को शनिवार की सुवह ही दाल भिगो देनी चाहिये होगी, लेकिन ठंडे प्रदेश में रहने वालों को शुक्रवार की सुवह ही दाल भिगो देनी पड़ेगी, क्यों कि ठंड में फरमैन्टेशन देर से होता है।


आवश्यक सामग्री
चावल - 3 कप
उरद की धुली दाल - 1 कप
बेकिंग सोडा - 1/2 छोटी चम्मच
नमक - स्वादानुसार
तेल - इडली स्टैन्ड को चिकना करने के लिये
विधि:-उरद की दाल और चावल को साफ कीजिये, धोइये और अलग अलग 4 घंटे या रात भर के लिये पानी में भिगो दीजिये। उरद दाल से अतिरिक्त पानी निकाल दीजिये और कम पानी का प्रयोग करते हुये एक दम बारीक पीस लीजिये, चावल से भी अतिरिक्त पानी निकाल दीजिये और कम पानी का प्रयोग करते हुये थोड़ा सा मोटा पीसिये, दोनौं को मिलाइये तथा इतना गाढ़ा घोल तैयार कीजिये कि चमचे से गिराने पर एक दम धार के रूप में नही गिरना चाहिये।


मिश्रण को किण्वित (फरमैन्ट) करने के लिये स्वादानुसार नमक ओर बेकिंग सोडा डालकर, ढककर गरम जगह पर 12-14 घंटे के लिये रख दीजिये, फरमेन्ट किया हुआ मिश्रण पहले की अपेक्षा दोगुना हो जाता है। इडली बनाने के लिये मिश्रण तैयार है।


इडली बनाइये:-मिश्रण को चमचे से चलाइये, यदि बहुत अधिक गाढ़ा लग रहा है तो थोड़ा पानी मिला लीजिये। यदि आपके पास इडली बनाने का परम्परिक बर्तन है तो बहुत ही अच्छा है। नहीं तो आप इडली मेकर और प्रेशर कुकर मैं भी इडली बना सकते हैं। मैं भी इडली प्रेशर कुकर में ही बनाती हूं।


प्रेशर कुकर में 2 छोटे गिलास पानी (500 ग्राम पानी) डालकर गरम करने के लिये गैस पर रखिये। इडली स्टैन्ड निकालिये साफ कीजिये, इडली के खानों में तेल लगाकर चिकना कीजिये। चमचे से इडली स्टैन्ड के खानों में बराबर बराबर मिश्रण भरिये, सारे खाने भर कर इन्हैं इडली स्टैन्ड में लगा लीजिये। इडली पकने के लिये स्टैन्ड को कुकर में रखिये। कुकर का ढक्कन बन्द कर दीजिये, ढक्कन के ऊपर सीटी मत लगाइये।


तेज गैस फ्लेम पर 9-10 मिनिट तक इडली पकने दीजिये. गैस बन्द कर दीजिये इडलियां पक गयीं हैं। प्रेशर कुकर खोलिये, इडली स्टैन्ड निकालिये, खांचे अलग कीजिये, ठंडा कीजिये और चाकू की सहायता से इडली निकाल कर प्लेट में लगाइये। लीजिये इडलियां तैयार हैं,गरमा गरम इडली गरमा गरम सांबर और नारियल की चटनी और मूंगफली की चटनी के साथ परोसिये।


उल्टा लटकने वाला स्तनधारी पक्षी

चमगादड़ आकाश में उड़ने वाला एक स्तनधारी प्राणी है, जो अपनी १००० से भी अधिक प्रजातियों के साथ स्तनधारियों के दूसरे सबसे बडे़ कुल का निर्माण करता है। ये पूर्ण रूप से निशाचर होते हैं और पेड़ों की डाली अथवा अँधेरी गुफाओं के अन्दर उल्टा लटके रहते हैं। इनको दो समूहों मे विभाजित किया जाता है, पहला समूह फलभक्षी बडे़ चमगादड़ का होता है, जो देख कर और सूंघ कर अपना भोजन ढूंढते हैं जबकि दूसरा समूह् कीटभक्षी छोटे चमगादड़ का होता है, जो प्रतिध्वनि द्वारा स्थिति निर्धारण विधि के द्वारा अपना भोजन तलाशते हैं। यह एकमात्र ऐसा स्तनधारी है जो उड़ सकता है तथा रात में भी उड़ सकता है। इसके अग्रबाहु पंख मे परिवर्तित हो गये हैं जो देखने में झिल्ली (पेटाजियम) के समान लगते हैं। त्वचा की यह झिल्ली गरदन से लेकर हाथ की अँगुलियों तथा शरीर के पार्श्वभाग से होती हुई पूँछ तक चली जाती है एवं पंख का निर्माण करती है। पिछली टाँगें पतली, छोटी और नखयुक्त होती हैं। इसके शरीर पर बाल कम ही होते हैं। सिर के दोनों ओर बड़े-बड़े कर्णपल्लव पाये जाते हैं। चमगादड़ के पंखो का आकार २.९ सेण्टीमीटर से लेकर १५०० सेण्टीमीटर तक तथा इनका वजन २ ग्राम से १२०० ग्राम तक होता है।


चमगादड़ उलटे लटकते हैं क्यों कि उल्टे लटके रहने से वे बड़ी आसानी से उड़ान भर सकते हैं। पक्षियों की तरह वे ज़मीन से उड़ान नहीं भर पाते, क्योंकि उनके पंख भरपूर उठान नहीं देते और उनके पिछले पैर इतने छोटे और अविकसित होते हैं कि वो दौड़ कर गति नहीं पकड़ पाते। चमगादड़ आमतौर पर अंधेरी गुफाओं में दिनभर आराम करते हैं, सोते हैं और रात को ही निकलते हैं। ये सोते हुए गिर क्यों नहीं जाते इसका कारण ये है कि चमगादड़ के पैरों की नसें इस तरह व्यवस्थित हैं, कि उनका वज़न ही उनके पंजों को मज़बूती के साथ पकड़ने में मदद करता है।


गुड़हल में है कहीं औषधीय गुण

गुड़हल की पत्तियाँ प्रत्यावर्ती, सरल, अंडाकार या भालाकार होती हैं और अक्सर इनके किनारे दंतीय होते हैं। फूल आकार में बड़े, आकर्षक, तुरही के आकार के होते हैं। प्रत्येक पुष्प में पाँच या इससे अधिक पंखुड़ियाँ होती हैं। इन पंखुडियों का रंग सफेद से लेकर गुलाबी, लाल, पीला या बैंगनी भी हो सकता है और इनकी चौडाई ४-५ सेमी तक होती है। इसका फल सूखा और पंचकोणीय होता है जिसकी हर फाँक में बीज होते हैं। फल के परिपक्व होने पर यह अपने आप फूटता है और बीज बाहर आ जाते हैं।


औषधीय उपयोग:-भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के अनुसार सफेद गुड़हल की जड़ों को पीस कर कई दवाएँ बनाई जाती हैं। मेक्सिको में गुड़हल के सूखे फूलों को उबालकर बनाया गया पेय एगुआ डे जमाईका अपने रंग और तीखे स्वाद के लिये काफी लोकप्रिय है। अगर इसमें चीनी मिला दी जाय तो यह क्रैनबेरी के रस की तरह लगता है। डायटिंग करने वाले या गुर्दे की समस्याओं से पीडित व्यक्ति अक्सर इसे बर्फ के साथ पर बिना चीनी मिलाए पीते हैं, क्योंकि इसमें प्राकृतिक मूत्रवर्धक गुण होते हैं। ताइवान के चुंग शान मेडिकल यूनिवर्सिटी के अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि गुड़हल के फूल का अर्क दिल के लिए उतना ही फायदेमंद है जितना रेड वाइन और चाय। इस फूल में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने में मददगार होते हैं। विज्ञानियों के मुताबिक चूहों पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि गुड़हल (हीबीस्कूस्) का अर्क कोलेस्ट्राल को कम करने में सहायक है। इसलिए यह इनसानों पर भी कारगर होगा।


पुष्प:-जवा एक पूर्ण एवं नियमित पुष्प का उदाहरण है। पुष्प के चारो भाग पुटचक्र, दलचक्र, पुमंग तथा जायांग इसमें पाएँ जाते हैं। पुटचक्र संख्या में पाँच तथा युक्तनिदल होते हैं। पुटचक्र के नीचे स्थित निपत्रों के चक्र को अनुबाह्यदल कहते हैं। दलचक्र पाँच एवं पृथकदल होते हैं परन्तु ये आधारतल पर कुछ दूर तक जुड़ा हुए होते हैं।. दलपत्रों की संख्या पाँच होती है। दलपत्रों का व्यास 4 से लेकर 15 सेंटीमीटर तक होता है। विभिन्न प्रजातियों के दलपत्र विभिन्न रंगों के एवं आकर्षक होते हैं। पुमंग अनेक एवं एकसंलाग होते हैं। तंतु संयुक्त होकर एक नली बनाते हैं परंतु परागशय अलग होते हैं। परागशय का आकार वृक्क के समान होता है। जायांग पाँच एवं प्रत्येक अंडप के अंतिम भाग में एक वर्तिकाग्र होते हैं।


महर्षि वशिष्ठ का राष्ट्रवाद उपदेश

गतांक से...
 मेरे प्यारे मुझे स्मरण आता रहता है जब भी आप पृथ्वी मंडल पर महात्मा कपिल और भी नाना प्रकार के ऐसे विद्यालय थे। जहां परमाणु विद्या पर अन्वेषण होता रहता था और मुनिवरो देखो मंगल मंडल में मृचिक नामक एक वैज्ञानिक था जो अपने में धनुर्विद्या में परायण थे। महात्मा कपिल मुनि आश्रम से जय और विजय दोनों ब्रह्मचारी को लेकर मंगल मंडल में अपने यंत्रों के द्वारा पहुंचे। क्योंकि यंत्रों में विद्यमान होकर लोको में गमन किया जा सकता है। मंगल मंडल में जाकर 6 माह तक उन्होंने वहां की शस्त्र विद्या का अध्ययन किया। कपिल प्रभु हमने इस विद्या को जान लिया है वैसे यंत्रों का निर्माण करना जानते थे। जिन्हें वायुमंडल में त्यागने से ही सर्वत्र वायुमंडल शून्यगति को प्राप्त हो जाता था और प्राणी मात्र भी शून्यता को प्राप्त हो जाता था। बेटा मुझे उस विज्ञान में नहीं जाना है। विज्ञान तो अपनी स्थली में बड़ा अनूठा बन कर रहा है। परंतु मैं केवल इतना उच्चारण कर रहा हूं कि संभवे ब्राह्मणा: वर्तम: देवात्मम्' महात्मा कपिल और ब्रहमचारियों की इस प्रकार की वार्ता आरंभ होती है। वह भी लोक लोकातंरो में भ्रमण करते रहते थे मेरे प्यारे जय और विजय ने उन्हें प्राप्त कर दिया और यह कहा है व्रहे वर्तम् राजन, हे राजन अब तुम क्या करना चाहते हो। राजा ने कहा मैं अश्वमेघ यज्ञ करना चाहता हूं। महात्मा कपिल ने आज्ञा दी। उन्होंने अपने सब ब्रह्मचारी जनों के साथ आकर अयोध्या में अश्वमेघ यज्ञ किया। कहते हैं राजा को अश्व और प्रजा को मेघ कहते हैं। प्रजा को इसलिए अश्वमेघ यज्ञ बनता है। क्योंकि यज्ञ का अभिप्राय है अपने आंतरिक जगत की त्रुटियों को त्यागना और सूता को ग्रहण करना। जिससे मानव का जीवन पवित्र बन जाए। मेरे प्यारे, मै विज्ञान के युग में नहीं ले जा रहा हूं विचार केवल यह प्रकट करना है कि हम अपने में अपनेपन को जानने का प्रयास करें। महर्षि वशिष्ठ मुनि महाराज ने भगवान राम को उनके पूर्वजों की कथा का वर्णन किया । उन्हें भी यह प्रश्न बना रहा कि प्रभु यह इसका प्रतिशोध नहीं है कि राजा सगर ने यह शिक्षा दी। कपिल ने यह किया और वह हो गया। हे प्रभु मेरा तो बना हुआ है राष्ट्रवाद क्या है वशिष्ठ वशिष्ठ कहलाते थे अपने में उन्होंने वरिष्ठता का ज्ञान था। उन्होंने कहा हे राम, राष्ट्रवाद उसे कहते हैं जहां धर्म और मानवता की रक्षा होती है। वह राष्ट्र कहलाता है जंहा मेरी पुत्रियों को पूजनीय दृष्टि से दृष्टिपात किया जाता है और राष्ट्र के एक छोर से दूसरे छोर में मेरी पुत्री चली जाए। कोई भी उसको कूदृष्टिपान करने वाला राष्ट्र में नहीं होना चाहिए। वशिष्ठ ने जब यह कहा तो राम बड़े प्रसन्न हुए। आप मुझे बाल्यकाल में भी है शिक्षा देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा तो शिक्षा है चाहे बाल अवस्था में प्राप्त हो या युवावस्था में प्राप्त हो। परंतु शिक्षा अपनी स्थली में शिक्षा बनी रहती है। महात्मा वशिष्ठ ने कहा तुम यदि अपने राष्ट्र को ऐसा बनाना चाहते हो तो प्रियतम ऊंचा बनता है। जब प्रत्येक मानव के अव्यव पवित्र बन जाते हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


हिंदी दैनिक


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


October 18, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-75 (साल-01)
2. शुक्रवार,18 अक्टूबर 2019
3. शक-1941,अश्‍विन,कृष्णपक्ष,तिथि- पंचमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:18,सूर्यास्त 06:00
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै.,अधिकतम-31+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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बुधवार, 16 अक्तूबर 2019

बारह वर्षीय मासूम के साथ कुकर्म

लोनी पुलिस ने नहीं की कोई कार्यवाही 12वर्षीय मासूम के साथ कुकर्म कर सलून संचालक फरार
अपराध संवाददाता रवि चौहान
गाजियाबाद,लोनी। पुलिस ने नहीं की कोई कार्यवाही 12वर्षीय मासूम के साथ कुकर्म कर सलून संचालक फरार पीड़ित एसएसपी से लगाएगा गुहार।


लोनी स्थित प्रेम नगर से एक दर्दनाक मामला प्रकाश में  आया। मासूम के साथ दुकान संचालक ने किया कुकर्म। दुकान छोड़कर हुआ फरार। पुलिस प्रशासन मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करने का कष्ट करें।




एक तरफ जहां मोदी सरकार अपराध को मिटाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है|वहीं दूसरी ओर रिश्तो को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है|जी हां ऐसा ही एक मामला जिला गाजियाबाद के लोनी प्रेम नगर कॉलोनी का सामने आया है| जिसमें चार्ली ब्यूटी पार्लर के नाम से एक नाई की दुकान चलाई जाती हैं|जिसमें एक12वर्षीय मासूम बच्चा भी काम सीखने के लिए जाता था मां-बाप की आर्थिक स्थिति ठीक ना होकर इस मासूम बच्चे ने जिम्मेदारी को जैसे ही समझना शुरू किया|वही चार्ली के नाम से दुकान चलाने वाले संचालक ने कुछ दिन पहले दुकान का शटर बंद करके मासूम12वर्षीय बच्चे को के साथ कुकर्म किया|वही बच्चे ने रो-रो कर गांव गए हुए अपने माता-पिता से आपबीती फोन पर बताएं और दुकान पर ना जाने की बात की बच्चा कहता रहा वही गांव से वापस आए पिता ने दुकान पर जाकर दुकान मालिक से पूछना चाहा,कि बच्चे के साथ तुमने क्या किया|दुकान संचालक ने बच्चे के पिता को धमका कर कहा जो करना है|कर ले इसके बाद पीड़ित पिता ने लोनी तिराहा चौकी पर पहुंचकर लिखित में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई1सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही ना देखकर पीड़ित पिता ने लोनी थाना प्रभारी से दोबारा लिखित में शिकायत की तो थाना प्रभारी ने तत्काल पीड़ित पिता के साथ पुलिस भेज कर चार्ली ब्यूटी पार्लर के संचालक के पुत्र को लोनी थाना ले आई|


इसके बाद तो और भी दुख की बातें सामने आई,जिसमें कुछ दलाल दबंग मिलकर पीड़ित पिता पर दबाव बनाकर फैसला कराने की बात करने लगे|और इस मामले को रफा दफा कर मामले को शांत करने की बात की गई|अब देखना होगा|कि क्या उस 12वर्षीय मासूम बच्चे व उसके पीड़ित पिता को न्याय मिल पाएगा|


पुलिस प्रशासन ऐसे व्यक्ति को सख्त से सख्त सजा देकर एक मासूम को न्याय दिलाने का कार्य करें|जिससे पुलिस प्रशासन व शासन पर पीड़ितों का भरोसा बना रहे|


 


चौकीदारों का‌ मुख्यमंत्री को ज्ञापन

हरदोई। डॉ०भार्गव की अध्यछता में सैकड़ो चौकीदारों ने धरना प्रदर्शन कर एक 12 सूत्री ज्ञापन उ०प्र० के मुख्यमंत्री को जिला अधिकारी के माध्यम से दिया।संघटन की मुख्य मुख्य मागे है।
बिहार की तरह उ०प्र०में थाना चौकीदारों को चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी घोषित किया जाए।थाना कर्मचारियों को वर्दी ,जूता, टॉर्च, साफ सहित पूरी किथेर वर्ष दी जाय।थानों मे निजी कार्य न कराकर सरकारी कार्य कराया जाए।थानों में सुरक्षा हेतु बंदूक लाइसेंस सरकारी खर्च पर दिया जाए।चौकीदारों के निधन पर उनके आश्रितों को नौकरी पर दी जाए। डयूटी पर मृत्य होने पर 2500000मुआवजा दिया जाय।थाने में चौकीदारों के लिये अलग कैम्पस बनाया जाय।चौकीदारों दी सुचना चौकीदारो के नाम हो।चौकीदारों से 8 घंटे की ड्यूटी ली जाए अधिक डयूटी लेने पर ओवर टाइम दिया जाए।पिछली सरकार में काम कर रहे चौकीदारों को पुनः डयूटी दे कर बकाया वेतन दिया जाए।थानों में चल रही मेस में चौकीदारों को खाना दिया जाए।ग्राम सभाओं मे भी नियुक्ति की जाए।धरने पर बैठे चौकीदारों को कई नेताओं ने संबोधित किया जिनमे राजकमल,काशीराम,अवधेश कुमार,महेंद्र,रामु,कन्हैया लाल,छोटे लालआदि नेता गढ़ मौजूद रहे।


निशांत शुक्ला


नेपाल से यूपी के रास्ते टेरर फंडिंग

नई दिल्ली। नेपाल से उत्तर प्रदेश के रास्ते दिल्ली पहुंचाई जा रही थी टेरर फंडिंग की रकम नौली बाडर से आतंकी गतिविधियो को अंजाम देने के लिये सोनौली सबसे आसान रास्ता देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए टेरर फंडिंग की रकम नेपाल से यूपी के रास्ते दिल्ली पहुंचायी जाती थी। यहां से यह रकम अन्य प्रदेशों को भेजी जाती थी। यह खुलासा रिमांड पर लिए गए टेरर फंडिंग के चारों आरोपियों से पूछताछ में हुआ है। एटीएस को आतंकियों को धन मुहैया कराने के इस रैकेट से जुड़े कुछ और लोगों के नाम भी पता चले हैं। शुरुआती पूछताछ में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है वे रकम नेपाल से यूपी लाकर अन्य साथियों को देते थे। यह साथी रकम को दिल्ली पहुंचाते थे, जहां इसे आगे भेजा जाता था। एटीएस ने जब खीरी पुलिस के साथ आरोपियों की गिरफ्तारी की थी तब पूछताछ में यह जानकारी सामने आई थी कि दिल्ली से इस रकम को आतंकी गतिविधियों को संचालन में इस्तेमाल किया जा रहा था। नेपाल से आई रकम को दिल्ली तक पहुंचाने वाले जिन फहीम व सदाकत के नाम सामने आए वे बरेली के इज्जतनगर इलाके के निवासी हैं। एटीएस के साथ ही अन्य एजेंसियां भी इन दोनों की तलाश में जुट गई हैं। इसके अलावा दो और मुमताज व सिराजुद्दीन की तलाश हो रही है। एटीएस सूत्रों के मुताबिक अभी तक की पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने दिल्ली के अलावा कुछ और जगहों पर ऐसी रकम को पहुंचाए जाने की जानकारी दी है। एटीएस इस जानकारी की तस्दीक कर रही है।


विहिप,बजरंग दल का राष्ट्रपति को ज्ञापन

अजय श्रीवास्तव


महराजगंज। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल ने जिलाधिकारी महोदय को ज्ञापन दिया। पश्चिम बंगाल में  10 अक्टूबर 2019 को  मुर्शिदाबाद में प्रकाश पाल और उनकी गर्भवती धर्मपत्नी व 8 वर्षीय बेटे की  जघन्य तरीके से हत्या कर दी गई घटना को संपूर्ण राष्ट्र का हिंदू समाज आहत हुआ है ।बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के अधिक संख्या के कारण उनके वोटों की लालची ममता सरकार भी ना केवल उनके और असंवैधानिककी दुष्कृतियों की अनदेखी कर रहे हैं बल्कि उनको हिंदू समाज पर और अधिक अत्याचार करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है ।बजरंग दल द्वारा देशव्यापी  प्रदर्शन पर महामहिम राष्ट्रपति महोदय से मांग कर रहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाए ।प्रकाश पाल के परिवार के हत्याकांड की  सीबीआई जांच कराकर हत्यारो हत्यारों को मृत्युदंड दिया जाए। और बांग्लादेशी पश्चिम बंगाल में एनआरसी लागू किया जाए बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के वापस बांग्लादेश भेजा जाए। राष्ट्र विरोधी असामाजिक तत्वों की प्पहचान कर उन सब पर कानूनी कार्रवाई की जाए।नागरिकता बिल में संशोधन कर बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर आए हिंदुओं को भारत में नागरिकता दी जाए व उनका संरक्षण का सुरक्षा प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम में उपस्थित विभाग संगठन मंत्री श्रीमानअमरजीत जी  जिला मंत्री अरविंद सिंह ,जिला मीडिया प्रभारी संतोष ,जिला सुरक्षा प्रमुख रिपु मद्धेशिया जी, ज़िला गौरक्षा प्रमुख दशरथ प्रसाद मौर्य जी ,सहसंयोजक अभिमन्यु चौरसिया जी,रवि प्रताप शर्मा जी, प्रदीप जी ,पवन जी, संदीप कश्यप जी ,सूरज गुप्ता जी रामबचन साहनी जी ,राजन जी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


परिवार में चले लाठी-डंडे, आठ घायल

चंदौली के इस क्षेत्र में जमीनी विवाद को लेकर चले ईंट-पत्थर, आठ लोग घायल


चंदौली।जनपद के पड़ाव कोतवाली क्षेत्र के मढ़िया गांव में बुधवार सुबह उस समय अफरातफरी का माहौल बन गया जब भूमि विवाद पर दो पक्ष आपस में भिड़ गए। वहीं वारदात के दौरान दो पट्टीदारों में शुरू हुई कहासुनी धीरे धीरे खूनी संघर्ष में बदल गई। आपसी विवाद इतना बढ़ गया कि एक दूसरे की जान लेने पर बन आयी। कभी एक साथ रहने वाले परिवार के सदस्य आपस में ही ईंट-पत्थर चलाने लगे।


देखते ही देखते एक ही परिवार में आपस में जमकर लाठी डंडे चले और दोनों ही तरफ से लगभग आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पर पहुंची जलीलपुर चैकी पुलिस ने मामला शांत कराते हुए सभी को घायलावस्था में निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। घायलों में पप्पू (45), अनिल (30), रामविलास (32), गुड्डू (34), लालमन (67), केशर (50), रामभरोस (35) तथा रामनिहोर (65) शामिल हैं। वहीं वारदात को लेकर पुलिस दोनों ही पक्षों से तहरीर का इंतजार कर रही है।


बदले के लिए युवती को मारी गोली

भानु प्रताप उपाध्याय


मुजफ्फरनगर। जनपद के मीरापुर क्षेत्र के गांव बलीपुरा में भाई की हत्या का बदला लेने के लिए युवती की गोली मारकर हत्या कर दी। हालांकि पुलिस मामले को संदिग्ध मान रही है। गांव बलीपुर में 7 जून को कुलदीप पुत्र बिल्लू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में गांव के ही मनीष व शिवकुमार पुत्रगण ब्रह्मपाल को कुलदीप की हत्या का दोषी मानते हुए जेल भेज दिया था। पुलिस का कहना था कि कुलदीप के आरोपियों की बहन के साथ अवैध संबंध थे।
बुधवार की सुबह मनीष व शिव कुमार की बहन रीना घर के बाहर झाड़ू लगा रही थी तभी उसे गोली मार दी गई। रीना की उपचार के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। रीना ने मरने से पहले पुलिस को बताया कि कुलदीप के भाई प्रदीप ने उसे गोली मारी है।
इंस्पेक्टर पंकज त्यागी ने बताया की मामला संदिग्ध है। मृतक युवती के भाइयों की जमानत नहीं हो पा रही थी। दबाव बनाने के लिए युवती की हत्या उसके परिजनों भी कर सकते हैं। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। शीघ्र ही राजफाश किया जाएगा।


गाजियाबाद:क्रिकेट मैच पर सट्टा,2 दबोचे

गाजियाबाद,मुरादनगर। पुलिस ने क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने वाले दो युवकों को गिरफ्तार किया हैl पुलिस ने उनके कब्जे से नौ हजार की नगदी वह मोबाइल बरामद किए हैंl दोनों युवक रोजाना लाखों रुपए का सट्टा लगाते थे lथाना प्रभारी ओपी सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि नगर की विजय मंडी में एक मकान के अंदर क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने का कार्य चल रहा है। पुलिस ने पुलिस टीम लेकर मकान पर छापा माराl थाना प्रभारी ने बताया कि छापे के दौरान क्रिकेट मैच पर दो युवक सट्टा लगाते हुए पकड़े गएl जिनके अपना नाम विपिन निवासी मोहल्ला महाजनान व शेखर सिंघल निवासी विजय मंडी मुरादनगर हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि पकड़े गए। युवकों के पास से तलाशी के दौरान नौ हजार की नगदी व मोबाइल बरामद किए गए हैं। दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है थाना प्रभारी ने बताया कि करीब 10 साल से यह दोनों क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे थेl दोनों को पकड़ने वाली टीम में कस्बा चौकी प्रभारी भूपेंद्र सिंह भी शामिल रहेl दोनों सट्टेबाजों के पकड़े जाने से नगर वासियों ने राहत की सांस ली है।


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...