शनिवार, 12 अक्तूबर 2019

नक्सलियों ने किया तीन का अपहरण

रायपुर। माओवादियों ने कल दोपहर दंतेवाड़ा में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के एक इंजिनियर, मनरेगा के एक टेक्नीकल असिस्टेंट समेत तीन लोगों का अपहरण कर लिया। पुलिस हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। मगर ये जरूर मान रही है कि तीनों कल से गायब हैं। उधर, ग्रामीणों का कहना है कि बर्दीधारी नक्सली कल गांव में आए थे। इंजीनियर और टेक्नीकल असिस्टेंट रोड का इंस्पेक्शन करने आए थे। इस दौरान उन्हें अपने साथ ले गए।
ग्रामीणों ने पुलिस को इनपुट्स दिए हैं कि नक्सलियों ने अरनपुर के जंगलों में रखा है। वहीं, अपहरण की खबर के बाद पूरे दंतेवाड़ा क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है। बताया जा रहा हैं कि शुक्रवार दोपहर इन तीनों का अपहरण किया गया था। इनमें एक कंस्ट्रक्शन कंपनी का कर्मचारी बताया जा रहा है। दंतेवाड़ा के मुलेर से कका़ड़ी तक सड़क बननी थी। इलाके में इसी के लिए कल तीनों गये हुये थे। तभी नक्सलियों ने अपहरण कर लिया।


पीएम की भतीजी का पर्स छीना

दिल्ली में बदमाश कितने बेखौफ हैं, इसका एक ताजा मामला सामने आया है। इसमें स्नैचर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रिश्तेदार को ही अपना निशाना बना लिया।


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी के साथ स्नेचिंग का मामला सामने आया है। दिल्ली में बदमाश पीएम मोदी की भतीजी का पर्स छीनकर भाग गए। पर्स में कैश के साथ-साथ कई अहम दस्तावेज भी मौजूद थे। दिल्ली के पॉश इलाकों में से एक सिविल लाइन्स इलाके में बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई की बेटी दमयंती बेन मोदी शनिवार सुबह अमृतसर से दिल्ली लौटीं। उनका कमरा सिविल लाइन्स इलाके के गुजराती समाज भवन में बुक था, लिहाज़ा पुरानी दिल्ली से ऑटो से वो अपने परिवार के साथ गुजराती समाज भवन पहुंचीं। गेट पर पहुंचकर वो ऑटो से उतर ही रही थीं कि तभी स्कूटी सवार दो बदमाश उनका पर्स छीनकर फरार हो गए। दमयंती बेन के मुताबिक पर्स में करीब 56 हज़ार रुपये, दो मोबाइल और तमाम अहम दस्तावेज थे। उन्होंने बताया कि उन्हें शाम को अहमदाबाद की फ्लाइट पकड़नी है, लेकिन उनके दस्तावेज गायब हो गए है। उन्होंने पुलिस से मामले की शिकायत कर दी है।


फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन सिविल लाइन्स इलाके की बात की जाए तो दिल्ली के वीवीआईपी इलाकों में से एक है। जिस जगह इस वारदात को अंजाम दिया गया वहां से चंद कदमों की दूरी पर दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर का घर है। दिल्ली के मुख्यमंत्री का आवास भी महज थोड़ी दूरी पर ही है। ऐसे में दिन के उजाले में इस तरह की वारदात कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।


जम्मू-कश्मीर में मोबाइल सेवा बहाल

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं, इसी के मद्देनजर प्रशासन ने पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल करने का फैसला किया है। सोमवार दोपहर 12 बजे के बाद से 16 अगस्त से जारी मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी हटा ली जाएगी। इस बात की जानकारी मुख्य सचिव रोहित कंसल ने दी है। रोहित कंसल ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित संगठन घाटी में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रतिबंध घाटी में लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर लगाया गया था।


सिमी सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ा

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से फरार सिमी सदस्य अजहरुद्दीन उर्फ अजहर की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी। अब जाकर वह 6 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा है। रायपुर पुलिस को उसे हैदराबाद से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। पुलिस उसे गिरफ्तार कर बीती रात को रायपुर लेकर आ गई है। पुलिस इस पूरे मामले का आज दोपहर को खुलासा करेगी।


एटीएस और सिविल लाइन पुलिस की टीम गुरुवार को हैदराबाद रवाना हुई थी। एटीएस टीम को दीप माला कश्यप और रायपुर पुलिस की टीम को सिविल लाइन सीएसपी त्रिलोक बंसल लीड कर थे। टीम ने हैदराबाद से उसे गिरफ्तार कर रायपुर ले आई है। प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्य अजहरुद्दीन उर्फ अजहर से पूछताछ कर रही है।


शी जिनपिंग-मोदी की अनौपचारिक मुलाकात

महाबलीपुरम। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दो दिन की भारत यात्रा पर महाबलीपुरम पहुंचे। जहां उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  से अनौपचारिक मुलाकात हुई। तमिलनाडु के तटीय शहर महाबलीपुरम में दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार को करीब 5 घंटे तक आपसी बातचीत हुई। करीब दो घंटे तक चली डिनर, दक्षिण भारतीय व्यंजनों का लुत्फ उठाया।


पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच रात्रि भोज में वार्ता जारी रही. प्रधानमंत्री और जिनपिंग के डिनर में पारंपरिक तमिल खाने के साथ साथ नॉन वेजेटेरियन डिश भी पेश की गईं। दोनों नेताओं को शानदार रात्रिभोज में अन्य व्यंजनों के साथ-साथ दालों से बनाया जाने वाला पारंपरिक दक्षिण भारतीय व्यंजन 'सांभर' भी परोसा गया। पिसी हुई दाल, विशेष मसालों और नारियल से तैयार की जाने वाली 'अराचु विट्टा सांभर' मेन्यू में आकर्षण का मुख्य केंद्र रही। इसके अलावा टमाटर से बनी थक्‍कली रसम, इमली, कदलाई कुरुमा और मिष्ठान में हलवा और अदा प्रधामन (केरल का मिष्ठान) समेत विभिन्न व्यंजन परोसे गए। चीनी राष्ट्रपति के लिए चुनिंदा मांसाहारी व्यंजन भी तैयार किए गए।


विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर बताया कि पूरा दिन एक शानदार डिनर पर सुखद बातचीत के साथ समाप्त हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस दौरान भारत-चीन की साझेदारी को और गहरा करने के बारे में बातचीत की।


सऊदी में अतिरिक्त सैनिक,उपकरण तैनात

वाशिंगटन। अमेरिका ने तेल सुविधाओं पर ड्रोन हमलों के मद्देनजर सऊदी अरब में 3,000 अतिरिक्त सैनिकों को तैनात करने की घोषणा की है। अमेरिका ने तेल भंडारण पर हुए हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। इस संबंध में अमेरिकी विदेशमंत्री माइक पोम्पियो ने ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि उनका देश 'अपनी रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाने और ईरानी आक्रामकता के खिलाफ निरोध को बहाल करने में मदद करने के लिए' सऊदी अरब में अतिरिक्त बल और सैन्य उपकरण तैनात कर रहा है।


एक अन्य ट्वीट में पोम्पियो ने ईरान को सामान्य देश की तरह व्यवहार करने करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि ईरानी शासन को अपना व्यवहार बदलना चाहिए अन्यथा उन्हें अपनी अर्थव्यवस्था को ढहते देखना होगा। अमेरिका ने इस प्रकार का कड़ा कदम तब उठाया है जब इसी माह तेल सुविधाओं पर ड्रोन हमला हुआ। अमेरिका ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। इसके बाद तेल भंडारणों एवं सुविधाओं की सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सैनिकों और उपकरणों को सऊदी अरब भेजा जा रहा है।


सिक्योरिटी प्रमुख मैक्लेनन ने पद छोड़ा

वाशिंगटन। अमेरिका के कार्यवाहक होमलैंड सिक्योरिटी (मातृभूमि सुरक्षा) के प्रमुख केविन मैकलेनन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अमेरिकी राष्ट्रति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार देर रात अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी। हाल के दिनों में ट्रंप प्रशासन छोड़ने के लिए शीर्ष अधिकारियों की लंबी सूची में मैकलेन का नाम भी शमिल हो गया है।


अमेरिकी राष्ट्रपति ने मैकलेनन के उत्कृष्ट कार्यों का उल्लेख करते हुए लिखा कि “केविन मैकलेनन ने होमलैंड सिक्योरिटी के कार्यवाहक सचिव के रूप में उत्कृष्ट काम किया है। हमने बॉर्डर क्रॉसिंग के साथ मिलकर अच्छा काम किया है।”


ट्रम्प ने लिखा कि सरकार में कई वर्ष काम करने के बाद केविन अब अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहते हैं। इसी लिए वह निजी क्षेत्र का रुख कर रहे हैं। उनके कार्यकाल में अच्छा काम करने के लिए राष्ट्रपति ने उन्हें बधाई दी।होमलैंड सिक्योरिटी के प्रमुख कर्स्टजेन नीलसन की जगह मैकलेनन को कार्यवाहक प्रमुख बनाया गया था। मैकलेनन सिर्फ छह महीने तक इस पद पर कार्यरत रहे। मैकलेनन के कम समय के कार्यकाल ने दौरान ट्रम्प प्रशासन ने होंडुरस, ग्वाटेमाला और अल सल्वाडोर के प्रवासियों के पलायन को रोकने के राष्ट्रपति की कठोर नीतियों की देखरेख की।मैकलेनन ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि 'मैं होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के साथियों के साथ सेवा करने के अवसर के लिए राष्ट्रपति को धन्यवाद देना चाहता हूं। उनके साथ मिलकर पिछले छह महीने में हमने सीमा सुरक्षा और मानवीय संकट को करने में जबरदस्त प्रगति की है।हालांकि राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि अगले एक सप्ताह में नए होमलैंड सिक्योरिटी प्रमुख का ऐलान कर दिया जाएगा। फिलहाल अभी किसी नाम की घोषणा नहीं की है।


बड़ी धन हानि की आशंका है:मीन

राशिफल


मेष:-प्रयास सफल रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नौकरी में नई जिम्मेदारी मिल सकती है। सामाजिक काम करने की इच्छा प्रबल होगी। मान-सम्मान मिलेगा। वाणी में संयम रखें। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। कारोबार में वृद्धि होगी।


वृष:--घर में अतिथियों का आगमन होगा। किसी मांगलिक कार्य में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। दूर से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। आत्मविश्वास बढ़ेगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। ईर्ष्यालु व्यक्तियों से सावधान रहें। धन प्राप्ति सु्गम होगी।


मिथुन:--भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ के योग बनते हैं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। किसी बड़ी समस्या का हल मिल सकता है। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। धनार्जन होगा।


कर्क:-किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। आय में कमी होगी। अप्रत्याशित खर्च सामने आ सकते हैं। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आशा व निराशा के भाव रहेंगे। खर्च से हाथ तंग रहेगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे। जोखिम बिलकुल न उठाएं।


सिंह:-बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। थकान व कमजोरी रह सकती है।



कन्या:-शत्रु सक्रिय रहेंगे। चुगलखोरों से सावधान रहें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। नई आर्थिक योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। काफी समय से रुके काम पूर्ण हो सकते हैं। मान-सम्मान मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। प्रमाद न करें।


तुला:--घर-परिवार की चिंता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट संभव है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालय के काम मनोनुकूल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से बचें!


वृश्चिक:--पुराना रोग उभर सकता है। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में लापरवाही न करें। शारीरिक हानि हो सकती है। किसी भी तरह के विवाद में भाग न लें। स्वाभिमान को चोट पहुंच सकती है। लेन-देन में सावधानी रखें। कुसंगति से बचें। महत्वपूर्ण निर्णय टालें।


धनु:--कुंआरों को वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। दांपत्य जीवन में आनंद रहेगा। कोर्ट व कचहरी तथा सरकारी कार्यालयों में रुके कार्य मनोनुकूल रहेंगे। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।


मकर:--आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। समय पर नहीं मिलेगी। तनाव रहेगा। घर के वृ‍द्धजनों के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। कोई बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। भय रहेगा। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होकर उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। लाभ होगा।


कुंभ:--किसी मनोरंजक यात्रा का आयोजन हो सकता है। विद्यार्थी वर्ग अपने शिक्षण-अध्ययन संबंधी कार्य में सफलता प्राप्त करेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। जल्दबाजी में कोई कार्य न करें तथा विवाद की स्थिति न आने दें। कोई अरुचिकर घटना संभव है।


मीन:--कोई बड़ी धनहानि की आशंका है। लापरवाही न करें। भावना को वश में रखें। मन की बात किसी को न बतलाएं। नौकरी में अपेक्षाएं बढ़ेंगी। धैर्यशीलता की कमी रहेगी। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। भागदौड़ होगी।


कंप्यूटर का अर्थ अभिकलित्र

कंप्यूटर का अर्थ अभिकलित्र किस आधार से बताया गया है.? इतने कठिन शब्द का उपयोग छात्र और जन मानस कैसे कर पाएंगे? इसका हिंदी भाषी अभियंताओ को क्या लाभ होगा ? जो शब्द जिस भाषा से है उसे उसी भाषा में रखना उचित है। जैसे योग हिंदी शब्द है एयर हिंदुस्तान में इज़ाद हुआ है, अंग्रेजी में भी इसे योग ही कहते हैं और पूरी दुनिया इसे योग के नाम से ही जानती है। इसी में योग शब्द और योग विषय की भलाई है। हमें छात्रों को हिंदी भाषा में विषय को समझाने की जरूरत है न की विषय का ही नाम बदलकर उसे और कठिन बना देने कि ताकि उसे पढ़ने वाले छात्र दुनिया के अन्य छात्रों से पीछे रह जाये।


जैसा कि योग का उदाहरण दिया गया, यह एक मूल शब्द है, न कि यौगिक या व्युत्पन्न शब्द, अर्थात किसी अन्य शब्द या अन्य शब्दों के योग से बना या व्युत्पत्ति किया गया शब्द नहीं है। ऐसे दूसरी भाषा से आये शब्दों को जैसे का तैसा रखना ही उचित लगता है और ऐसी परम्परा या अभ्यास भी रहा है।


कम्प्यूटर एक यौगिक व्युत्पन्न शब्द है जो कम्प्यूट क्रिया से व्युत्पत्ति किया गया है। कम्प्यूट का अर्थ गणना करना है, अतः कई गणनाएं एक साथ करने वाला यंत्र संगणक हो सकता है। ऐसे शब्द को मूल भाषा में रखना आवश्यक नहीं लगता है। अभिकलित्र की योगविच्छेदन करने पर क्या अर्थ निकलता है, यदि कोई बताये तो उस पर भी विचार किया जा सकता है। ये वही है जैसे जनित्र = जनरेटर, शायद कोई योगविछेदन न कर पाये। इनके अलावा इस पर भी विचार किया जाना चाहिये कि 1:1 का अनुपात सर्वथा संभव भी नहीं है और इसे बाध्य भी किया नहीं जाना चाहिये। अंग्रेज़ी में वैल इसका उदाहरण है, जिसके लिये हिन्दी में कुआं एवं अच्छा, दो अर्थ निश्चित हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए सीधे सीधे संगणक और अभिकलित्र में से एक को दूसरे पर पुनर्प्रेषित किया जाना उचित है। अन्य स्थानों में दोनों में से कोई भी शब्द प्रयोग करने कि स्वतंत्रता रखी जाये।
इसके अलावा मूल लेख का क्या नाम हो, उसके लिये हम हिन्दी नाम अभिकलित्र चुन लें, जिसके प्रथम मुखवाक्य में ही बोल्ड में कोष्ठक में अन्य नाम दिये जा सकते हैं, जिनमें से प्रत्येक नाम को उस लेख पर पुनर्निदेशित कर सकते हैं।


गिध्द प्रजाति का 97 फ़ीसदी पतन

गिद्ध शिकारी पक्षियों के अंतर्गत आनेवाले मुर्दाखोर पक्षी हैं, जिन्हें गृद्ध कुल (Family Vulturidae) में एकत्र किया गया है। ये सब पक्षी दो भागों में बाँटे जा सकते हैं। पहले भाग में अमरीका के कॉण्डर (Condor), किंग वल्चर (King Vulture), कैलिफोर्नियन वल्चर (Californian Vulture), टर्की बज़र्ड (Turkey Buzzard) और अमरीकी ब्लैक वल्चर (American Black Vulture) होते हैं और दूसरे भाग में अफ्रीका और एशिया के राजगृद्ध (King Vulture), काला गिद्ध (Black Vulture), चमर गिद्ध (White backed Vulture), बड़ा गिद्ध (Griffon Vulture) और गोबर गिद्ध (Scavenger Vulture) मुख्य हैं।


ये कत्थई और काले रंग के भारी कद के पक्षी हैं, जिनकी दृष्टि बहुत तेज होती है। शिकारी पक्षियों की तरह इनकी चोंच भी टेढ़ी और मजबूत होती है, लेकिन इनके पंजे और नाखून उनके जैसे तेज और मजबूत नहीं होते। ये झुंडों में रहने वाले मुर्दाखेर पक्षी हैं जिनसे कोई भी गंदी और घिनौनी चीज खाने से नहीं बचती। ये पक्षियों के मेहतर हैं जो सफाई जैसा आवश्यक काम करके बीमारी नहीं फैलने देते।ये किसी ऊँचे पेड़ पर अपना भद्दा सा घोंसला बनाते हैं, जिसमें मादा एक या दो सफेद अंडे देती है।


पतन-यह जाति आज से कुछ साल पहले अपने पूरे क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पायी जाती थी। 1990 के दशक में इस जाति का 97% से 99% पतन हो गया है। इसका मूलतः कारण पशु दवाई डाइक्लोफिनॅक (diclofenac) है जो कि पशुओं के जोड़ों के दर्द को मिटाने में मदद करती है। जब यह दवाई खाया हुआ पशु मर जाता है और उसको मरने से थोड़ा पहले यह दवाई दी गई होती है और उसको भारतीय गिद्ध खाता है तो उसके गुर्दे बंद हो जाते हैं और वह मर जाता है। अब नई दवाई मॅलॉक्सिकॅम आ गई है और यह हमारे गिद्धों के लिये हानिकारक भी नहीं हैं। जब इस दवाई का उत्पादन बढ़ जायेगा तो सारे पशु-पालक इसका इस्तेमाल करेंगे और शायद हमारे गिद्ध बच जायें।


आयुर्वेदिक आहार मूंग दाल

मूंग बीन्स, मटर और दाल के रूप में एक ही पौधे के परिवार से छोटे और हरे रंग का एक प्रकार है जिसमें प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट्स मैंगनीज, पोटेशियम, मैग्नीशियम, तांबे, जस्ता और विटामिन बी का एक उच्च स्रोत पाया जाता है। हालांकि दुनिया के अधिकांश हिस्सों में ये अन्य दालों की तुलना में कम लोकप्रिय है। हजारों सालों से मूंग दाल भारत में पारंपरिक आयुर्वेदिक आहार का एक हिस्सा रही है। प्राचीन भारतीय अभ्यास में मूंग दाल को "सबसे अधिक पोषित खाद्य पदार्थों में से एक माना जाता है" जो लगभग 1,500 बी.सी के बाद से एक पारंपरिक औषधि बन गयी है।


मूंग दाल को हरी दाल भी कहा जाता है। हालांकि, इसे और भी कई नामों से बुलाया जाता है जैसे गोल्डन ग्राम, मूंग बीज। हरी मूंग दाल को एशिया के कई देशो में, यूरोप और अमेरिका में भी विभिन्न उद्देश्यों के रूप में उपयोग किया जाता है। भारत में प्रसिद्ध मुख्य डिश के अलावा हरी मूंग दाल का प्रयोग स्वास्थ्य के लिए भी किया जाता है।


हरी मूंग दाल चेहरे की त्वचा के लिए बहुत लाभकारी है। मूंग दाल खाने से आपके चेहरे पर छुपी झुर्रिया, दाग धब्बे, काले घेरे कम हो जाते हैं। इसके नियमित खानें से आपकी उम्र 30 की बजाये 20 की लगने लगेगी। महिलाओं के लिए एजिंग(बढ़ती उम्र) सबसे बड़ी चिंता का विषय होता है क्यूंकि उन्हें इस उम्र में अपनी त्वचा और बालों का ख़ास ख्याल रखना होता है। अगर आप बढ़ती उम्र में भी जवान दिखना चाहते हैं तो नाश्ते में मूंग दाल खाना शुरू कर दीजिये इससे आपके चेहरे पर चमक बनी रहेगी और आप स्वस्थ भी रहेंगे।


मूंग दाल के लाभ बालों के लिए -मूंग दाल में कौपर पाया जाता है जिससे बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। कौपर हमारे शरीर में लोहा, कैल्शियम और मैग्नीशियम की मात्रा को पूरा करता है। मूंग दाल खाने से कौपर की आवश्यक मात्रा पूरी होती है। मूंग दाल से हमारे दिमाग में ऑक्सीजन बिना किसी रुकावट के सही ढंग से पहुँचता है और बालों की जड़ों को मजबूती प्रदान करता है जिससे आपके बाल घने, लम्बे और चमकदार दिखते हैं। मूंग दाल से आप बालों के लिए घर पर पेस्ट भी तैयार कर सकते हैं।


मूंग की दाल खाने के फायदे बढ़ाए मेटाबॉलिज्म -कई लोग अपने ख़राब मेटाबोलिज्म की वजह से बदहजमी और जलन की शिकायत करते रहते हैं। मूंग दाल में फाइबर पाया जाता है। जिसकी मदद से आपकी पाचन क्रिया अच्छी होती है और मेटाबोलिज्म रेट बढ़ता है। फाइबर आपकी पाचन क्रिया को बदहजमी होने से रोकता है और पेट को सही रखता है।


कछुए पराबैंगनी किरणें देख सकते हैं

कछुए (Turtles) या कर्म टेस्टूडनीज़ नामक सरीसृपों के जीववैज्ञानिक गण के सदस्य होते हैं जो उनके शरीरों के मुख्य भाग को उनकी पसलियों से विकसित हुए ढाल-जैसे कवच से पहचाने जाते हैं। विश्व में स्थलीय कछुओं और जलीय कछुओं दोनों की कई जातियाँ हैं। कछुओं की सबसे पहली जातियाँ आज से 15.7 करोड़ वर्ष पहले उत्पन्न हुई थीं, जो की सर्वप्रथम सर्पों व मगरमच्छों से भी पहले था। इसलिये वैज्ञानिक उन्हें प्राचीनतम सरीसृपों में से एक मानते हैं। कछुओं की कई जातियाँ विलुप्त हो चुकी हैं लेकिन 327 आज भी अस्तित्व में हैं। इनमें से कई जातियाँ ख़तरे में हैं और उनका संरक्षण करना एक चिंता का विषय है। इसकी उम्र 300 साल से अधिक होती है। कछुओं के रेटिना में असामान्य रूप से बड़ी संख्या में कोशिकाओं के होने से ये आसानी से रात के अंधेरे में देख लेते हैं। यह रंगों को देख सकते हैं और पराबैंगनी किरणों से लेकर लाल रंग तक को देख सकते हैं। कुछ भूमि में पाये जाने वाले कछुओं में तेजी की बहुत कमी देखने को मिलती है, इस तरह की कमी ज्यादातर शिकारियों में होती है, जो अचानक तेजी से शिकार को शिकार बना लेते हैं। हालांकि कुछ मांसाहारी कछुए अपने सिर को तेजी से स्थानांतरित करने में सक्षम हैं।


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...