गुरुवार, 5 सितंबर 2019

असंतुष्ट नेताओ के द्वारा किया गया विद्रोह

राणा ओबराय


सिरसा। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी में बदलाव के बाद जहां नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा के समर्थक जहां मिठाईयां बाटंकर खुशियां मना रहे हैं वहीं निवर्तमान अध्यक्ष अशोक तंवर के समर्थक नाराज नजर आ रहे हैं। गुस्साए अशेाक तंवर समर्थक एक महिला व कुछ युवकों ने आज सुबह जिला कांग्रेस कार्यालय सचिव संगीत कुमार की सरे-राह धुनाई कर दीl वहीं पार्टी कार्यालय में घुसने के लिए मुख्य द्वार पर पथराव किया। पुलिस कार्यालय सचिव के बयान लेने के बाद मामले की तहकीकात कर रही है। सूचना पाकर आज नवनिर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा ने कार्यालय सचिव संगीत कुमार से दूरभाष पर बात कर घटना बारे जानकारी ली। सिरसा में जिला कांग्रेस कार्यालय पर पथराव के बाद बिखरे ईंट-पत्थर। जिला कांग्रेस कार्यालय के स्थाई सचिव संगीत कुमार ने मीडिया को बताया कि आज सुबह वह घर से आकर कार्यालय में पूजा पाठ करने के बाद मुख्य द्वार बंद कर बाहर ही निकला था कि एक औरत व कुछ युवक आए और मुख्य द्वार पर पथराव कर दिया। इस दौरान उन्होंने ताला तोड़कर अंदर घुसने का भी प्रयास किया। इसी दौरान संगीत कुमार मौके पर पहुंचा तो कार्यालय में जबरन घुसने का प्रयास कर रही महिला व युवकों ने गाली-गलौच करते हुए अशोक तंवर का फोटो कार्यालय से हटाने पर विरोध दर्ज करवाते हुए पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी,प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा,पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को लेकर अपशब्द प्रयोग करते हुए यकायक उसकी पिटाई करनी आरम्भ कर दी। मुख्य सड़क पर कांग्रेस पार्टी कार्यालय सचिव की सरे राह पिटाई होते देख वहां लोगों का हुजुम उमड गया।


अवैध वसूली करते दो को किया गिरफ्तार

अकरम सैफी


सरकारी योजनाओं के नाम पर अवैध वसूली करते दो युवकों को पुलिस ने धर दबोचा


गाजियाबाद। लोनी थाना ट्रॉनिका सिटी क्षेत्र के अंतर्गत राधे श्याम पार्क आजाद एनक्लेव पूजा कॉलोनी पुलिस ने दो सरकारी योजनाओं के नाम पर अवैध वसूली करते पब्लिक ने दबोचा पुलिस को 100 नंबर सूचना देकर की शिकायत मौके पर पहुंची,पीआरबी4783सवार महिपाल सिंह पायलट एवं मनोज राठी सिपाही द्वारा दोनों शातिर युवकों को थाना ट्रॉनिका सिटी में छोड़ा गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई के दौरान स्कूल के फार्म भरवा कर बच्चों के परिजनों से ₹50से ₹300अवैध वसूली कर रहे थे ।जिसकी सूचना आज क्षेत्रवासियों ने पुलिस से की महिलाओं को जब इन पर शक हुआ जब उन्होंने इन दोनों के आईडेंटिकार्ड मांगे और इनके पास कोई भी आइडेंटी प्रूफ महिलाओं को नहीं मिला। इसी बात को लेकर महिलाओं में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में देवेंद्र नामक युवक ने100नंबर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्काल प्रभाव से दोनों अभियुक्तों को धर दबोचा वहीं थाना ट्रॉनिका सिटी प्रभारी सुभाष सिंह ने बताया कि दोनों के पास से कुछ रजिस्टर जिसमें महिलाओं सहित युवकों के और मासूम बच्चों के फोटो लगे हुए हैं। जिनके आगे नाम व एड्रेस एवं मोबाइल नंबर लिखकर उनसे पैसे लेकर अवैध वसूली कर रहे थे। पुलिस ने दस्तावेजों को जप्त कर जांच कर रही है।


त्याग क्यों नहीं करती,धौलपुर की महारानी

सीएम गहलोत के रहमो-करम पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे रह सकेंगी सरकारी बंगले में। हाईकोर्ट के आदेश के बाद आखिर नैतिकता के आधार पर सरकारी सुविधा और बंगले का त्याग क्यों नहीं करती धौलपुर घराने की महारानी। गहलोत के बयान पर अब घनश्याम तिवारी क्या कहेंगे?

नई दिल्‍ली। सुपीम कोर्ट के बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने भी आदेश दिया है कि पूर्व मुख्यमंत्री सरकारी सुविधा और बंगले का अधिकारी नहीं  है। ऐसी व्यवस्था समाज में असमानता का भाव पैदा करती है। हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद राजस्थान की पूर्व सीएम और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती वसुंधरा राजे को जयपुर में सिविल लाइंस स्थित सरकारी बंगला संख्या 13 खाली करना पड़ेगा। लेकिन  कांग्रेस सरकार के मौजूदा सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि यह जरूरी नहीं कि वसुंधरा राजे से बंगला खाली करवाया जाए। राजे इस समय विधायक हैं और उनकी वरिष्ठता को देखते हुए बंगला संख्या 13 ही आवंटित किया जा सकता है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद गहलोत ने जिस तरह की प्रतिक्रिया दी है उससे प्रतीत होता है कि राजे अपने पसंदीदा बंगले में ही रहेंगी। असल में वसुंधरा राजे ने भी मुख्यमंत्री रहते हुए अशोक गहलोत को पूर्व मुख्यमंत्री के नाते सिविल लाइन के बंगले में ही टिकाए रखा था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी राजे ने गहलोत से बंगला खाली नहीं करवाया। जबकि गहलोत ने नैतिकता दिखाते हुए तब की भाजपा सरकार को बंगला खाली करने के संबंध में पत्र भी लिखा था। जब वसुंधरा राजे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गहलोत को बंगला दें सकती है तो हाईकोर्ट के आदेश के बाद अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे को ऑबलाइज क्यों नहीं कर सकते? आखिर राजनीति में रिश्ते भी तो मायने रखते हैं। असल में असमंजस की स्थिति तो अब पूर्व मंत्री घनश्याम तिवाड़ी के सामने होगी। मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए जब राजे बंगला संख्या 13 पर अवैध कब्जा किया था, तब भाजपा विधायक होते हुए भी तिवाड़ी ने विधानसभा में राजे की कड़ी आलोचना की थी। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर तिवाड़ी कांग्रेस में शामिल हो गए। अब जब सीएम गहलोत ही वसुंधरा को उसी बंगले में बनाए रखना चाहते हैं तो फिर तिवाड़ी क्या कहेंगे? 
नैतिकता के आधार पर बंगला खाली क्यों नहीं?:
सब जानते हैं कि वसुंधरा राजे कोई साधारण और गरीब राजनीतिज्ञ नहीं है। अशोक गहलोत को तो पूर्व मुख्यमंत्री के नाते जयपुर में मुफ्त में बंगले की जरूरत थी, लेकिन वसुंधरा राजे तो खानदानी रईस हैं। धौलपुर राज घराने की धौलपुर से लेकर दिल्ली तक की अरबों रुपए की सम्पत्तियों की वसुंधरा राजे और उनके एक मात्र सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह ही मालिक हैं। यानि वसुंधरा राजे को अशोक गहलोत की तरह मुफ्त का बंगला और सरकारी सुविधाओं की दरकार नहीं है। राजे आर्थिक दृष्टि से इतनी मजबूत हैं कि जयपुर में रहने के लिए बंगले का इंतजाम कर सकती हैं। सवाल अशोक गहलोत के रहमो करम का नहीं है, सवाल वसुंधरा की नैतिकता का भी है। जब हाईकोर्ट ने वसुंधरा सरकार के विधेयक के कई प्रस्तावों को रद्द कर पूर्व मुख्यमंत्रियों की सुविधाओं पर रोक लगा दी है तो वसुंधरा राजे नैतिकता के आधार पर सरकारी सुविधाओं और बंगले का त्याग क्यों नहीं करती हैं?
एस.पी.मित्तल


कांग्रेस की क्षमताएं (संपादकीय)

फैसला हरियाणा पर, खलबली राजस्थान कांग्रेस में। 
सोनिया गांधी ने वफादारों पर ही भरोसा जताया। 
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी भी उठा चुके हैं एक व्यक्ति एक पद का मुद्दा। 
वैभव गहलोत की धन्यवाद यात्रा शुरू।
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने बोल्ड फैसला तो हरियाणा कांग्रेस पर लिया है, लेकिन खलबली राजस्थान कांग्रेस में मच गई है। गांधी परिवार के वफादार भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को हरियाणा में न केवल कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया, बल्कि हुड्डा के विरोधी माने जाने वाले अशोक तंवर को प्रदेशाध्यक्ष पद से हटा दिया। सोनिया ने गांधी परिवार की वफादार कुमारी शैलजा को नया प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया। चूंकि अशोक तंवर को राहुल गांधी का संरक्षण रहा, इसलिए तंवर को हटाया जाना बोल्ड कदम है। राजस्थान में भी लम्बे अर्से से कांग्रेस में खींचतान चल रही है। हालांकि प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट कांग्रेस सरकार में डिप्टी सीएम भी हैं, लेकिन कई मौकों पर पायलट सरकार के काम काज पर अंगुली उठा चुके हैं। इस बीच राजस्थान में भी एक व्यक्ति एक पद की मांग उठने लगी है। राजस्व मंत्री हरीश चौधरी कह चुके हैं कि मंत्री बनने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव से इस्तीफे का प्रस्ताव कर दिया है। इसी प्रकार प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने भी कहा है कि स्थायी प्रदेशाध्यक्ष को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से बात हुई है। माना जा रहा है कि जनवरी में होने वाले पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव से पहले स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति हो जाए। चूंकि सोनिया ने हरियाणा में बोल्ड फैसला किया है, इसलिए अब राजस्थान में कोई हिचक नहीं होगी। कांग्रेस के विधायकों ने भी आठ माह के शासन में देख लिया है कि कौनसा नेता सबको साथ लेकर चल सकता है। इसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की राजनीतिक कुशलता ही कहा जाएगा कि सभी 12 निर्दलीय विधायक और बसपा के 6 विधायक सरकार को समर्थन दे रहे हैं। हालांकि कांग्रेस के पास सौ विधायकों का पूर्ण बहुमत है, लेकिन निर्दलीय और बसपा विधायकों के समर्थन से सरकार की मजबूती नजर आती है। हालांकि सचिन पायलट के समर्थक एक व्यक्ति एक पद की मांग पर सहमत नहीं है। समर्थकों को लगता है कि पायलट की वजह से ही कांग्रेस की सरकार बनी है। इसलिए पायलट को प्रदेशाध्यक्ष के साथ-साथ डिप्टी सीएम भी बना रहना चाहिए। लेकिन सोनिया गांधी ने जिस हरियाणा में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को महत्व दिया है उससे प्रतीत होता है कि अब राजस्थान में भी मुख्यमंत्री गहलोत की राय को महत्व दिया जाएगा। सोनिया गांधी के दोबारा से कांग्रेस अध्यक्ष बनने से गहलोत की स्थिति अपने आप मजबूत हो गई है। 
वैभव की धन्यवाद यात्रा:
सीएम अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने पांच सितम्बर से जोधपुर संसदीय क्षेत्र में ब्लॉक स्तर पर धन्यवाद यात्रा शुरू की है। वैभव ने गत लोकसभा का चुनाव जोधपुर से लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।  पांच सितम्बर को धन्यवाद यात्रा की शुरुआत में वैभव ने कहा कि भले ही मैं चुनाव हार गया हंू, लेकिन मैं जोधपुर की जनता से हमेशा जुड़ा रहुंगा। मैं ब्लॉक स्तर पर जाकर उन कार्यकर्ताओं और लोगों का आभार जताउंगा, जिन्होंने चुनाव में मुझे सहयोग किया। वैभव की धन्यवाद यात्रा को राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 
एस.पी.मित्तल


चिदंबरम को तिहाड़ जेल जाना होगा

6 दिन की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा-चिदंबरम को नहीं दी जा सकती जमानत। अब तिहाड़ जेल जाना ही पड़ेगा। 

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिंदबरम के अग्रिम जमानत के प्रार्थना पत्र को खारिज कर दिया। चिदंबरम ने यह प्रार्थना पत्र ईडी की गिरफ्तारी से बचने के लिए दायर किया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रार्थना पत्र पर कोई 6 दिनों तक सुनवाई की और ईडी को गिरफ्तारी से रोके रखा। इस बीच कोर्ट ने ईडी के सभी आरोपों का गहनता के साथ अध्ययन किया। चिदंबरम की ओर से कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे दिग्गज वकीलों ने पैरवी की, लेकिन ईडी की ओर से चिदंबरम के खिलाफ भ्रष्टाचार के जो सबूत पेश किए उसका कोई संतोषजनक जवाब कोर्ट में नहीं दिया जा सका। इसलिए 6 दिन की सुनवाई के बाद कोर्ट ने ईडी को चिदंबरम को गिफ्तार करने की छूट दे दी। लेकिन फिलहाल ईडी को कोई जल्दबाजी नहीं है क्योंकि चिदंबरम 21 अगस्त से सीबीआई की रिमांड पर हैं। दिल्ली की सीबीआई अदालत द्वारा दिया गया रिमांड खत्म होगा तो चिदंबरम को न्यायिक हिरासत के लिए तिहाड़ जेल ही भेजा जाएगा। जब तक सीबीआई के मुकदमे में चिदंबरम हाईकोर्ट से जमानत प्राप्त करेंगे, तब तक ईडी चिदंबरम को गिरफ्तार कर लेगी। जानकार सूत्रों के अनुसार सीबीआई के मुकाबले में ईडी के अधिकारियों की पूछताछ ज्यादा कठिन होती है। पूछताछ में मानसिक प्रताडऩा भी बढ़ जाती है। ईडी के अधिकारियों की पूछताछ अलग तरीके से होती है। असल में चिदंबरम के भ्रष्टाचार पर सीबीआई और ईडी ने अलग अलग मामले दर्ज किए हैं। क्योंकि चिदंबरम ने केन्द्रीय वित्त मंत्री रहते हुए अपने अधिकारों से परे जाकर जिन कंपनियों को फायदा पहुंचाया, उन्हीं कंपनियों ने करोड़ों रुपए चिंदबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम की कंपनियों में जमा करवाए। चूंकि कार्ति चिदंबरम की कंपनियों के खाते विदेशों में भी हैं, इसलिए भ्रष्टाचार के इन मामलों में ईडी का दखल भी हो गया है। फिलहाल चिदंबरम को सीबीआई और ईडी की हिरासत से बाहर आना मुश्किल है। 
एयरसेल मैक्सिस केस में पिता-पुत्र को जमानत भी: 
पी चिदंबरम और उनके पुत्र कार्ति चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया के मामलों में सीबीआई और ईडी की पूछताछ का सामना कर रहे हैं। इसी मामले में चिदंबरम सीबीआई की हिरासत में हैं, जबकि ईडी गिरफ्तार करने की तैयारी में हैं। इस बीच चिदंबरम के लिए यह राहत की बात है कि एयरसेल मैक्सिस केस में दिल्ली की विशेष अदालत ने चिदंबरम और उनके पुत्र को अग्रिम जमानत दे दी है। इस मामले में भी आरोप है कि चिदंबरम ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए एयरसेल मैक्सिस डील को मंजूरी दे दी, बाद में इन्हीं कंपनियों ने कार्ति चिदंबरम की कंपनियों में करोड़ों रुपया जमा करा दिया। हालांकि अब एयरसेल मैक्सिस केस में मिली अग्रिम जमानत को खारिज करवाने के लिए सीबीआई और ईडी हाईकोर्ट जाएंगे। मालूम हो कि आईएनएक्स मीडिया के मामले में हाईकोर्ट द्वारा अग्रिम जमानत खारिज किए जाने के बाद ही चिंदबरम को गिरफ्तार किया गया था। चिदंबरम पर ऐसे कई मामले हैं जो केन्द्रीय वित्त मंत्री के पद के दुरुपयोग से जुड़े हुए है। 
एस.पी.मित्तल


पुलिस ने शिक्षकों को किया सम्मानित

गाजियाबाद। शिक्षक दिवस(टीचर्स डे) के अवसर पर एसपी ग्रामीण पुलिस मॉडर्न स्कूल(PMS) में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए, जिसमे एसपी ग्रामीण महोदय द्वारा शिक्षकों-अध्यापकों को सम्मानित किया गया एवं अपने वक्तव्यों के माध्यम से स्कूल के छात्रों को अच्छा नागरिक बनकर देश व समाज के विकास हेतु कार्य करने के लिए प्रेरित किया, तथा व्यक्ति व देश-समाज के विकास में शिक्षा व शिक्षक की भूमिका को भी उल्लेखित किया गया। इस कार्यक्रम में स्कूल की छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।


गाजियाबाद में पोषण मेले का आयोजन

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के निर्देशन में जनपद के समस्त आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण मेले का किया गया आयोजन


गाज़ियाबाद। सुपोषण स्वास्थ मेले का आयोजन किया गया, जिसमे विभिन्न विभाग जैसे स्वास्थ, आई सी डी एस एवं पंचयती राज द्वारा अलग अलग स्टाल लगाए गए। यह प्रदेश  सरकार की एक मुहिम है जिसमे कुपोषण को जड़ से मिटने के लिए सभी विभागों द्वारा समन्वय हेतु  ए एन एम् उपकेंद्रों पर एक ही छत के नीचे यह सभी विभाग मिलकर अपनी सेवाएं देते है। सुपोषण स्वास्थ मेले में जहा स्वास्थ विभाग द्वारा लगाए गए स्टाल में ए एन सी, टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं को आईएफए गोलियों का वितरण, परिवार नियोजन के बारे में प्रमार्श, डायरिया एवं वेक्टर जनित बीमारियों से संबंधित सेवाएं एवम् परामर्श  दिया गया, वही आई सी डी एस विभाग द्वारा पुष्टाहार से तैयार विभिन्न व्यंजन के बारे में, बच्चो को टीकाकरण सुनिश्चित करवाने, एवं बच्चो का वजन और लंबाई लेकर कुपोषित बच्चो का चिन्हीकरण कर उनके परिवारों को स्वछता एवं पोषण सम्बंधित जानकारी दी गई। साथ ही, स्थानीय फल सब्जी से बने स्वादिष्ट व्यंजन का भी प्रदर्शन किया गया, ताकि जन जन तक पोषण के सन्देश पहुचाया  जा सके। इसके साथ ही पंचायती राज द्वारा स्वच्छ भारत मिशन, खुले में शौच से मुक्ति, हाथो को धोने की आवश्यकता एवं उसके लाभ के बारे में परामर्श भी दिया गया। मेले को एक जान आंदोलन का रूप देने के लिए, स्वम् सहायता समूह की बैठक के द्वारा भी प्रतिभाग करवाया गया। सुपोषण स्वाथ मेले में एक अलग ही दृश्य देखने को मिला जहां एक तरफ इन सभी सेवाओं का लाभ उठाते गर्भवती, धात्री महिलाये और बच्चे दिखी वही एक तरफ बच्चो को खाना खिला कर बाल सुपोषण उत्सव भी मनाया गया। इसी का अनुश्रवण करने जावली गाँव में डीपीओ शशि वार्ष्णेय, सीडीपीओ शोभा रानी, स्वास्थ भारत प्रेरक ऐश्वर्या चौबे और समस्त  मुख्य सेवकिया पहुंची। उन्होंने  मेले की शुरुवात की तथा बच्चो को खाना भी खिलाया।


राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गाजियाबाद।


मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया

मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्‍ली। देश में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया जारी है। अंतिम चरण के लिए मतदान 1 ज...