शनिवार, 31 अगस्त 2019

बच्चों पर जानलेवा हमला,खुद लगाई आग

रायपुर। राजधानी के धरसीवां थाना इलाके में एक पिता ने अपने दो बच्चों पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद आरोपी ने खुद को आग लगाकर जलाने का प्रयास किया। बताया जा रहा है कि पत्नी के मायके जाने से नाराज आरोपी ने देर रात इस घटना को अंजाम दिया। आरोपी लगभग 70 प्रतिशत जल चुका है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। धरसीवां थाना प्रभारी नरेन्द्र बंछोर ने बताया कि घटना सड्डू इलाके की है। आरोपी शंकर निषाद की पत्नी तीजा मनाने मायके चली गई थी। शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात आरोपी घर पहुंचा। बच्चे खाना खाने के बाद सोने की तैयारी कर रहे थे कि आरोपी ने बच्चों पर जान से मारने की नीयत से चाकू से हमला कर दिया। छोटे बच्चे के गले में काफी ज्यादा चोटें आई हैं। वहीं दूसरा बच्चा भी घायल है। जान बचाकर बड़ा बेटा मदद के लिए पड़ोसियों को गुहार लगाई। पड़ोसी जब मदद के लिए घर के अंदर दाखिल हुए तब तक आरोपी खुद पर मिट्टीतेल डालकर आग लगा चुका था। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी शंकर निषाद का शरीर लगभग 70 प्रतिशत जल चुका था, जिसे इलाज के लिए डीकेएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्चों का भी इलाज जारी है। बड़े बेटे की शिकायत पर पुलिस ने मामले में धारा 307, 309 के तहत अपराध कायम किया है।


आईफा अवॉर्डस का 20 वां संस्करण

मुम्बई। यह आईफा अवार्ड्स का 20 वां संस्करण हैं जो आइफा के रिकॉर्ड में पहली बार भारत की मायानगरी बालीवुड मुंबई में होस्ट किया जाएगा। इस धमाकेदार इवेंट का आयोजन इस साल सितम्बर में महाराष्ट्र मुंबई में होगा। यहाँ पर बॉलीवुड का टेलेंट, ग्लैमर, डांस, नए कलाकारों की प्रतिभा, दुनिया भर की मीडिया, फेन्स के सामने बॉलीवुड के सितारों को सम्मानित किया जाएगा। आइफा मुंबई से इस बार दुनिया को हिलाने के लिए तैयार हैं। तारों-सितारों से सजा यह वार्षिक उत्सव एक बहुत बड़े सेलिब्रेशन का गवाह बनने को तैयार हैं।


पिछले 5 सालों की ही तरह इस बार भी NEXA अपनी कंसिस्टेंसी दिखाते हुए आइफा अवार्ड्स का टाइटल प्रायोजक बना हुआ हैं। वहीं Woosh डिटर्जेंट लगातार तीसरे वर्ष भी कॉज पार्टनर के रूप में लैंगिक समानता के एजेंडे को लिए हुए आइफा के साथ बना हुआ हैं। साथ ही टाटा टी गोल्ड इस इवेंट में ब्रांड पार्टनर हैं।


आइफा द्वारा दिए जाने वाले स्पेशल अवार्ड्स
• IIFA अवार्ड्स 2019 में कुछ नए 5 विशेष पुरस्कारों के साथ और भी बड़ा और बेहतर बनकर आने वाला हैं।
आइफा ने इस अवार्ड को और भी शानदार बनाने के लिए कुछ नए अवार्ड्स की घोषणा की हैं भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म अकादमी ने अपने पिछले 19 वर्षों के विजेताओं के बीच आइफा बिग 20 सम्मान की घोषणा की हैं इसमें वह इन विजेताओं में से किन्ही चुनिंदा विजेताओं को स्पेशल तरीके से सम्मानित करेगा। यह सब आपको देखने को मिलेगा 2019 सितम्बर मायानगरी मुंबई में।


आइफा बिग 20 में विनर्स इस आधार पर चुने जाएंगे।
• बेस्ट परफॉरमेंस फीमेल इन लीडिंग रोल
• बेस्ट परफॉरमेंस मेल इन लीडिंग रोल
• बेस्ट डायरेक्टर
• बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर
• बेस्ट पिक्चर


वहीं आइफा के 11 लोकप्रिय नॉमिनेशन इस प्रकार हैं.
इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकादमी (IIFA) ने 20 वें संस्करण के लिए अपनी पॉपुलर 11 कैटेगरी का एलान कर दिया हैं। बेस्ट पिक्चर से लेकर डायरेक्शन और स्टोरी तक, 11 पॉपुलर कैटेगरी के लिए आपके सुपरस्टार नॉमिनेट हुए हैं. जो कि इस प्रकार हैं।
• सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म
• सर्वश्रेष्ठ निर्देशक
• सर्वश्रेष्ठ अभिनेता
• सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री
• सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता
• सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री
• सर्वश्रेष्ठ कहानी 
• सर्वश्रेष्ठ गीतकार
• सर्वश्रेष्ठ संगीतकार
• सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक
• सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका


युवा दिलों पर राज करने का हुनर

मुंबई।  जाने ये कौन मेरी रूह को छूकर ग़ुज़रा, एक क़यामत हुई बेदार…ख़ुदा ख़ैर करे! आई ज़ंजीर की झनकार ख़ुदा ख़ैर करे.!! फिल्म रजिया सुल्तान में कब्बन मिर्ज़ा की बेमिसाल आवाज में इस गाने के हर एक बोल, दिल में किसी तीर की तरह आर पार हो जाते हैं। खूबसूरती और उस पर चढ़ता जवानी का नशा, किस कदर किसी को अपना दिवाना बनाता है, इस गाने के के जरिए मिर्जा साहब ने इसे बड़ी ही मासूमियत से फरमाने की कोशिश की है। हालांकि उस दौर में खुदा खैर करे तो को अपनी तरह की एकलौती अभिनेत्री हेमा मालिनी पर फिल्माया गया था। लेकिन आज के दौर में इस तरह के जहन की गहराई में उतर जाने वाले गाने को, फिल्माए जाने के लिए किसी ऐसे चेहरे की जरुरत महसूस होती है। जो मासूमियत की ऊंचाईयां को पार करता हुआ हॉटनेस की नयी परिभाषा को जन्म देने की काबिलियत रखता हो।


“मिलावट है तेरे हुस्न में “इत्र” और “शराब” की, तभी मैं थोड़ा महका हूं, थोड़ा सा बहका हूं…” यूँ तो भारतीय फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में ऐसे कई चेहरे हैं जो एक नजर में दिल को भा जाते हैं लेकिन कुछ ही चेहरे ऐसे है जिनकी तस्वीर आँखों में समा जाती है और लाख मुद्दतों बाद में उसकी रौनक धूमिल नहीं पड़ती। कौशिकी राठौर एक ऐसा ही चमकता दमकता सितारा है। जिसने अपनी अदायिकी से तो सबको दिवाना बनाया ही है साथ ही ट्रेडिशनल और मॉडर्न युग की सुंदरता का बेमिसाल उदाहरण पेश किया है।कौशिकी मुंबई की बारिश में आग लगाने से लेकर स्टार प्लस के मशहूर शो, कृष्ण चली लन्दन, तक का एक बेहतरीन सफर पूरा करने के साथ अपनी अदायिकी और हॉटनेस से तमाम युवा दिलों पर राज करने का का हुनर कमाया है। कहते हैं तस्वीरें बोलती हैं, और इसमें कोई आश्चर्य नहीं हैं कि कौशिकी की हर अदा किसी जंजीर की झंकार से कम नहीं है और यही वजह है कि लेख की पहली लाइन में कब्बन मिर्ज़ा के गीत को लिखना एक मजबूरी महसूस होने लगती है।


प्रोफेशनल फ्रंट पर बात करें तो स्टार प्लस के मशहूर शो कृष्णा चली लन्दन में गुड्डन का किरदार निभाने वाली कौशिकी को जल्द ही एक वेब सीरीज में देखा जायेगा। एक्टिंग के साथ-साथ मॉडलिंग और फोटोग्राफी का शौक रखने वाली कौशिकी, हाल में हुए एक फोटोशूट में अपने तड़कते भटकते बोल्ड अंदाज में भी दिखी थी। गुस्से से दूर खुशमिजाजी को अपने पास रखने में यकीन करने वाली कौशिकी शो कृष्णा चली लन्दन में गुड्डन के किरदार में देखा गया था, जहां उन्हें उनकी एक्टिंग के लिए दर्शकों की काफी सराहना मिली थी। गुड्डन ने भाभी के किरदार में थोड़ी पागल और चुलबुल भाभी की भूमिका निभाते हुए सबका दिलजीत लिया था।


कौशिकी असल में भी काफी चुलबुली स्वभाव की है। दूरदर्शन के लिए काम कर चुकी कौशिकी जल्द ही एक वेब सीरीज में भी दिखने वाली है। हाल ही में दिए अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उन्हें गुस्सा बहुत कम आता है और बचपन से ही सिगिंग और डांसिंग का शौक रखती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कौशिकी ने मेरा इंतकाम गाने से पहले एक बोल्ड फोटो शूट भी कराया था जिसकी सोशल मीडिया पर लम्बे समय तक चर्चा रही थी।


6 सालों में सबसे बुरे दौर मे जीडीपी

नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था बुरे दौर में है, इसके संकेत मिलने लगे हैं। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जिस तरह से गोता लगा रहे है, वह अर्थव्यवस्था की सुस्ती की ओर साफ इशारा कर रहे हैं। विनिर्माण और कृषि क्षेत्र में आई सुस्ती से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 5.8 से घट कर 5 प्रतिशत रह गई। यह पिछले छह साल से अधिक समय में सबसे कम वृद्धि रही है।


शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पहली तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र में सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) वृद्धि 0.6 प्रतिशत रही जो एक साल पहले की इसी अवधि में 12.1 प्रतिशत थी। इसी तरह कृषि क्षेत्र में जीवीए वृद्धि कमजोर पडक़र दो प्रतिशत रही जो 2018-19 की अप्रैल-जून अवधि में 5.1 प्रतिशत पर थी। निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर भी घटकर 5.7  प्रतिशत पर आ गयी है जो एक साल पहले की पहली तिमाही में 9.6 प्रतिशत थी। हालांकि, खनन क्षेत्र की वृद्धि में इजाफा हुआ है। आलोच्य अवधि में यह 2.7 प्रतिशत रही है जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 0.4 प्रतिशत थी।


इससे पहले वित्त वर्ष 2012-13 की चौथी तिमाही (जनवरी- मार्च में) देश की आॢथक वृद्धि दर 4.3 प्रतिशत के निचले स्तर पर रही थी जबकि एक साल पहले 2018-19 की पहली तिमाही में आॢथक वृद्धि दर 8 प्रतिशत के उच्च स्तर पर रही थी। पिछली तिमाही यानी जनवरी से मार्च 2019 में आर्थिक वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2018- 19 की वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रही।


राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2011-12 के स्थिर मूल्यों के आधार पर वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का आकार 35.85 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है जबकि वित्त वर्ष 2018-19 की अप्रैल-जून तिमाही में यह  34.14 लाख करोड़ रुपये रहा था। इस प्रकार यह जीडीपी में पांच प्रतिशत वृद्धि दर को दर्शाता है। वहीं 2011-12 के स्थिर मूल्य के आधार पर समीक्षावधि में सकल स्थायी पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) इस अवधि में 11.66 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है।


वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में यह 11.21 लाख करोड़ रुपये था। जीएफसीएफ को निवेश का मानक माना जाता है। समीक्षाधीन अवधि में वर्तमान और स्थिर कीमतों पर जीडीपी के समक्ष जीएफसीएफ क्रमश:  29.7  प्रतिशत और 32.5  प्रतिशत रहने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह क्रमश: 30  और 32.8 प्रतिशत रहा था। भारतीय रिजर्व बैंक ने जून की मौद्रिक समीक्षा में चालू वित्त वर्ष की आॢथक वृद्धि दर का अनुमान सात प्रतिशत से घटाकर 6.9  प्रतिशत कर दिया था। वर्ष 2019 की अप्रैल-जून अवधि में चीन की आर्थिक वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत रही है जो उसके पिछले 27 साल में सबसे कम रही।


सीएम पोर्टल से उठ रहा लोगों का विश्वास

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए सीएम पोर्टल की शुरुआत की थी। इससे त्वरित न्याय के साथ सरकार की छवि बेहतर होने की उम्मीद थी, लेकिन जनपद में अधिकांश अधिकारियों की लापरवाही सीएम के इस सपने पर पानी फेर रही है। इसका खुलासा कई मामलो में निस्तारण बिना छानबीन के ही झूठी रिपोर्ट लगाने का सामने आया हे । मामला ये है की गांव सुहावली अकराबाद निवासी गजराज सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने सहयोगी रवेंद्र पुत्र नेत्रपाल निवासी गांव सुहावली के माध्यम से जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी कि एनआरएलएम के तहत गांव में स्वयं सहायता समूहों का गठन नहीं हुआ है।इनका गठन कराया जाए।


जवाब में खंड विकास अधिकारी अकराबाद एवं ग्राम पंचायत अधिकारी सुहावली तथा सहायक विकास अधिकारी पंचायत अकराबाद ने गांव सुहावली में अंबेडकर स्वयं सहायता समूह नाम से समूह बनाने और खाता खोले जाने की प्रक्रिया पूर्ण होने की जानकारी दी।रिपोर्ट पर ग्राम प्रधान सोनू कुमारी व उनके जेठ प्रेम कुमार पुत्र तोताराम तथा राशन डीलर विनोद पुत्र जानकी प्रसाद निवासी गांव सुहावली को गवाह बनाया जाना दर्शाया।सूचना के हश्र को देख कर तो ऐसा ही लगता है।अफसरों ने यहां स्वयं सहायता समूह का गठन दिखा दिया।इसके बाद उन्होंने आरटीआई से जानकारी मांगी तो कार्यालय खंड विकास अधिकारी अकराबाद से जानकारी मिली कि उक्त योजना में आज तक कोई समूह गठित नहीं हुआ है।उन्होंने डीएम से मामले की जांच कराने एवं पोर्टल पर गलत निस्तारण दर्ज कराने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।


इसी तरह तमाम लोगों ने सैकड़ों जन शिकायतें सीएम हेल्प लाइन और संबंधित अधिकारियों से कीं, लेकिन जिले के संबंधित अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के आदेश को ठेंगा दिखाकर उनको ठंडे बस्ते में डाल दिया। आइजीआरएस पोर्टल पर बहुत से मामलों में केवल औपचारिकता स्वरूप शिकायत को केवल विभाग में ट्रांसफर कर निस्तारित बता दिया गया।


एनआरसी की लिस्ट में 1906657 लोग बाहर

नई दिल्ली। असम एनआरसी की फाइनल लिस्ट जारी कर दी गई है। गृह मंत्रालय ने फाइनल लिस्ट की सूची जारी की है। सुरक्षा-व्यवस्था के लिए 51 कंपनियां तैनात की गई हैं, एनआरसी के स्टेट कॉर्डिनेटर प्रतीक हजेला ने बताया कि 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार लोगों को एनआरसी की फाइनल लिस्ट में जगह मिली और 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया, जो लोग इससे संतुष्ट नहीं है, वे फॉरनर्स ट्रिब्यूनल के आगे अपील दाखिल कर सकते हैं।


एनआरसी की फाइनल लिस्ट जारी हो जाने के बाद व्यक्ति की नागरिकता रहेगी या नहीं इसका निर्णय फ़ॉरेन ट्रायब्यूनल ही करेगी।


असम के वित्त मंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा है कि वह राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर सारी उम्मीदें छोड़ चुके हैं, क्योंकि केंद्र और राज्य सरकार विदेशियों को राज्य से बाहर करने के नए तरीकों पर चर्चा कर रही हैं। अंतिम एनआरसी सूची जारी होने से पहले शर्मा ने कहा, ” मैंने एनआरसी को लेकर सभी उम्मीदें खो दी हैं। मैं बस चाहता हूं कि दिन बिना किसी बुरी घटना के शांति से गुजर जाए.” हिमंता बिस्वा ने आगे कहा, “दिल्ली और असम सरकार विदेशियों को राज्य से बाहर निकालने के लिए नए तरीकों पर चर्चा कर रही हैं। मुझे नहीं लगता कि यह अंतिम सूची है, अभी और भी बहुत कुछ सामने आना बाकी है।”


केंद्र ने कहा कि जिन लोगों के नाम फाइनल एनआरसी में नहीं हैं, उनको तब तक विदेशी घोषित नहीं किया जा सकता जब तक सभी कानूनी विकल्प खत्म नहीं हो जाते। एनआरसी से बाहर हुए सभी लोग फॉरनर्स ट्रिब्यूनल में अपील कर सकते हैं और अपील फाइल करने के लिए समय सीमा को 60 दिनों से 120 दिन बढ़ा दिया गया है। बाहर किए गए और शामिल किए गए लोगों की सूची को एनआरसी की वेबसाइट पर देखा जा सकता है। एनआरसी की वेबसाइट  www.nrcassam.nic.in. है। एनआरसी लिस्ट जारी होने के कुछ ही समय बाद इसकी वेबसाइट क्रैश हो गई।


कई बीजेपी नेताओं ने बंगाली हिंदुओं के लिस्ट से बाहर होने पर चिंता जताई। सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने बीते हफ्ते गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग के बाद कहा था, 'केंद्र एक कानून पर विचार कर सकता है। जिससे लिस्ट में शामिल विदेशियों को बाहर किया जा सके और उन लोगों को लिस्ट में शामिल किया जा सके जो सच में भारतीय हैं।असम में 60 हजार पुलिस के जवानों को पोस्ट किया गया है और केंद्र ने 20 हजार की अतिरिक्त पैरामिलिट्री फोर्स को असम भेजा है। किसी भी जगह 4 से ज्यादा लोगों के एक साथ खड़े होने पर प्रतिबंध है। खास तौर पर उन जगहों का ध्यान रखा जा रहा है जो संवेदनशील हैं और जहां पहले भी हिंसा हो चुकी है।


फैक्ट्री में विस्फोट, 20 मौत ,22 घायल

मुंबई। महाराष्ट्र के धुले से एक बड़ी खबर सामने आई है, शिरपुर की एक कैमिकल फैक्‍ट्री में एकाएक बड़ा विस्‍फोट हुआ है। बताया जा रहा है कि इस हादसे में अब तक 20 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 22 से अधिक लोग घायल हुए हैं। बताया जा रहा है कि धमाके के बाद फैक्‍ट्री में लगी आग में अभी 70 लोग और फंसे हुए हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की कई गाडि़यां और राहत बचाव कार्य के लिए प्रशासन की ओर से टीमें भेजी गई हैं। फायर ब्रिगेड की गाडि़यां आग बुझाने में लगी हुई हैं। पुलिस ने बताया कि विस्‍फोट के समय फैक्‍ट्री में 100 लोग काम कर रहे थे। यह फैक्‍ट्री शिरपुर तालुका के वघाडी गांव में स्थित है। बताया जा रहा है कि घटना सुबह 9:45 बजे हुई। एक वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'प्रथमदृष्‍टया ऐसा लग रहा है कि कई सिलिंडरों में विस्‍फोट हुआ है। अब तक 8 लोगों के शव निकाले गए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है। जानकारी के अनुसार, कैमिकल फैक्‍ट्री में हुआ यह धमाका इतना जोरदार था कि कई किलोमीटर तक इसकी आवाज सुनी गई।


'अच्छे दिन' का भोंपू बजा किया,पंचर

नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर चारों तरफ से घिरती जा रही है। एक तरफ जहां उसे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जूझना पड़ रहा है। वहीं सहयोगी और विपक्षी दलों के नेता भी मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल खड़े कर रहे हैं। कांग्रेस के साथ ही बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी सरकार की नीतियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अर्थव्यवस्था को मुद्दा बनाते हुए मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया है। प्रियंका गांधी ने कहा कि GDP विकास दर से साफ है कि अच्छे दिन का भोंपू बजाने वाली बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत पंचर कर दी है। न GDP ग्रोथ है न रुपये की मजबूती, रोजगार गायब हैं। अब तो साफ करो कि अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देने की ये किसकी करतूत है? बता दें कि आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को जबरदस्त झटका लगा है। विकास दर सात साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुकी है। मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी 5 फीसदी पर पहुंच चुकी है जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में यह 5.8 फीसदी पर थी। गिरते विकास दर को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरा है और 5 फीसदी के आंकड़े पर भी सवाल उठाए हैं। असल में देश को आर्थिक मोर्चे पर बड़ा झटका लगा है। आर्थिक वृद्धि दर 2019-20 की पहली तिमाही में घटकर सिर्फ पांच प्रतिशत रह गयी है। मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन और कृषि सेक्टर के आंकड़े काफी परेशान करने वाले हैं। जीडीपी की हालत पिछले सात सालों में सबसे खराब स्थिति में पहुंच गई है।


सड़क हादसे में 15 घायल 2 की मौत

सतीश शर्मा


बलौदाबाजार। जिले से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है जहां रॉयल बस सर्विस और ट्रक के बीच जबरदस्त भिड़ंत हुई है ।मिली जानकारी के अनुसार 15 लोग घायल इस दुर्घटना में बताया जा रहे हैं सभी घायलों को जिला अस्पताल रेफर किया गया है जहां उनका इलाज जारी है ।


आपको बताते चलें कि जिले में लगातार सड़क दुर्घटनाएं बढ़ रही है बावजूद इसके जिला प्रशासन सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कुछ ज्यादा प्रयास नहीं कर रही है। जिससे आने वाले दिनों में लगातार घटनाएं बढ़ रही है अभी कुछ दिन पहले ही जिले के ही ग्राम पंचायत कटगी में दो ट्रकों की जबरदस्त भिड़ंत हुई थी जिसमें दो व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई थी।


धार्मिक यात्रा-भ्रमण कर सकते हैं:तुला

राशिफल


मेष: आज बच्चों पर ध्यान दें और उनके साथ समय बितायें। उग्र स्वभाव पर संयम रखने की जरूरत है। दिन मिलाजुला रहेगा। बचे हुए कार्य पूरे करने में सफल रहेंगे। मानसिक तौर पर थकान का अनुभव करेंगे। 
वृषभ: पारिवारिक कार्यों में आज आप व्यस्त होंगे। पिता की ओर से लाभ मिलेगा। कोई आपका करीबी आपको निराश करेगा। इसलिए बहुत ज्यादा किसी पर भरोसा दिखाने से बचें। पढ़ाई में रुचि होगी। आर्थिक सफलता मिलेगी।
मिथुन: आज किसी खास और नये शख्स से आपकी मुलाकात हो सकती है जो भविष्य़ में आपके जीवन में बड़ी भूमिका निभाने वाला है। दिन अच्छा रहेगा और आप खुश महसूस करेंगे। 
 
कर्क: आज आपके लिए दिन बहुत फायदे और लाभ वाला नहीं है। वैसे, बहुत नुकसान भी नहीं होने वाला है। दिन मध्यम रहेगा। अगर आपके बच्चे हैं और दूर रह रहे हैं तो आज उनकी कमी आपको खल सकती है। 
सिंह: आज आप आत्मविश्वास से भरे होंगे। बिजनेस में कोई नया और बड़ा प्रस्ताव आपके हाथ आ सकता है। आप तेजी से और सही फैसले लेंगे और इसका फायदा भी कार्यों में आपको मिलेगा। मान-सम्मान बढ़ेगा। 
कन्या: आज अपने वाणी और क्रोध पर संयम रखें। अपने अहम को दूर रखें। इससे बड़े नुकसान की आशंका है। शारीरिक थकान और सुस्ती का अनुभव करेंगे। आकस्मिक धन का खर्च हो सकता है। संतान पक्ष से विवाद की आशंका है। 
तुला: आज आप परिवारजनों और अपने संतान के साथ अच्छा समय व्यतीत करने वाले हैं। कहीं छुट्टी या पिकनिक आदि मनाने जा सकते हैं। धार्मिक स्थलों का भी भ्रमण कर सकते हैं। नौकरीपेशा वालों के लिए भी दिन अच्छा है। वैवाहिक सुख की प्राप्ति होगी। स्त्री से लाभ होगा। 
वृश्चिक: आज का दिन आपके लिए फलदायी है। गृहस्थजीवन में आनंद और उल्लास का वातावरण बना रहेगा। आपके कार्य आराम से बिना किसी अवरोध के संपन्न होंगे। बड़े-बुजुर्गों की कृपा दृष्टि रहेगी। आरोग्य अच्छा रहेगा।
धनु: कला या मीडिया के क्षेत्र से आप जुड़े हैं तो आज का दिन आपके लिए अच्छा रहने वाला है। संपत्ति आदि खरीदने के बारे में विचार कर रहे हैं तो इसे आज के लिए टालना बेहतर होगा। उमंग- उत्साह का अभाव रहेगा। 
मकर: आज आप क्या करें और क्या न करें जैसी उलझन में फंसा हुआ महसूस करेंगे। कोई निर्णय लेने से कतरायेंगे। वैसे ऑफिस एवं व्यवसाय क्षेत्र में आज परिस्थिति अनुकूल होगी। आकस्मिक खर्च के योग हैं। यात्रा के दौरान वाहन चलाते समय विशेष ध्यान रखें। 
कुंभ: आपकी ऑफिस एवं व्यवसाय क्षेत्र में दिन अच्छा गुजरने वाला है। आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी। प्रणय प्रसंग आपके दिन को और खूबसूरत बनाएंगे। नया वाहन खरीद सकते हैं। विवाह के संबंध में अच्छा समाचार मिल सकता है। 
मीन: आज धार्मिक कार्यों में आपकी रूचि रहेगी। किसी धार्मिक स्थल पर जा सकते हैं। स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है। दैनिक कार्य आराम से पूरे होंगे। धनलाभ का योग है। पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है।


लिव-इन-रिलेशनशिप व्यवस्था

लिव-इन सम्बन्ध या लिव-इन रिलेशनशिप एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें दो लोग जिनका विवाह नहीं हुआ है, साथ रहते हैं और एक पति-पत्नी की तरह आपस में शारिरिक सम्बन्ध बनाते हैं। यह सम्बंध स्नेहात्मक होता है और रिश्ता गहरा होता है। सम्बन्ध कई बार लम्बे समय तक चल सकते हैं या फिर स्थाई भी हो सकते हैं।इस प्रकार के सम्बंध विशेष रूप से पश्चिमी देशों में बहुत आम हो चुके हैं। यह रुझान को पिछले कुछ दशकों में काफ़ी बल मिला है, जिसका कारण बदलते सामाजिक विचार हैं, विशेषकर विवाह, लिंग भागीदारी और धर्म के मामलों में।


भारत के सर्वोच्च न्यायाल ने लिव-इन सम्बंधों के समर्थन में एक ऐतिहासिक निर्णय सुनाते हुए कहा है कि यदि दो लोग लंबे समय से एक दूसरे के साथ रह रहे हैं और उनमें संबंध हैं, तो उन्हें शादीशुदा ही माना जाएगा।


सम्बन्ध के लाभ:-साथी को पूर्ण समय मौजूद होने के कारण जानने में आसानी होती है।
दोनो पक्ष आम तौर से आर्थिक रूप से स्वतंत्र और किसी पर निर्भर नहीं होते।
इस रिश्ते में सामाजिक और पारिवारिक नियम लागू नहीं होते।
वैवाहित जीवन की जवाबदारी इस रिश्ते पर लागू नहीं होती।
हर पक्ष दूसरे का सम्मान करता है।
सम्बन्ध के समाप्त होने पर तलाक जैसे झंजट-भरे मुकदमे कम ही देखे गए हैं।
असुविधाएँ:-समाज की अस्वीकृति और तिरस्कार।
सम्बंध का विवाह की तरह टिकाव न होना।
स्त्रियों की समस्याएँ, विशेष रूप से सम्बंध अचानक टूटने की स्थिति में पुरुषों से अधिक होती हैं।
इस सम्बंध से पैदा होने वाले बच्चे पारम्परिक पारिवारिक मर्यादाओं को समझने और अपनाने में असमर्थ होते हैं।
विवाह जैसे सम्बंध के आदर की कमी साफ़ दिखाई देती है।


यमआचार्य नचिकेता वार्ता

गतांक से...


हे ब्रह्मावाह वॉचन्‍नम है' जिस राजा के राष्ट्र में विचारों में भिन्नता आ जाती है। राष्ट्र और प्रजा दोनों में एक दूसरे का मत भिन्न होता रहता है । राष्ट्र को नारकीय  बनाता है। वह समाज नरक है। इसलिए यमआचार्य ने कहा, नचिकेता, हमारे प्यारे आचार्य से संबंधित रहना चाहिए। दोनों का परस्पर विवाद मे परस्पर समन्वय हो। परस्पर एक विचारों में प्रश्न करता उत्तर देने वाला है और वह दर्शनिक दर्शनों से उठा हुआ हो। ज्ञान और विज्ञान में गुथा हुआ हो। इस प्रकार का जो तुम्हारा विद्यालय है यह स्वर्ग कहलाता है ।प्रथम अग्नि का पूजन ग्रह पथ्‍य नाम की अग्नि कहलाती है। जिस अग्नि का हमें पूजन करना है और द्वितीय अग्नि का नाम हमारे यहां आहावह अन्य नाम की अग्नि कहलाती है। जिस अग्नि में ब्रह्मचारी मानव तपस्या करता है। द्वितीय का नाम। मेरे प्यारे देखो वह ग्रहपथ्‍य नाम की अग्नि ग्रहपथ्‍य नाम की अग्नि क्या है? जहां बैठा देखो माता पिता अग्नि में तपाया रहते हैं उस अग्नि का हमें पूजन करना है। आज कोई भी यह चाहता है कि मेरा गृह स्वर्ग बन जाए। मेरे गृह में स्वर्ग का वायुमंडल बन जाए। तो माता-पिता अंतरस्थली पर विराजमान होकर के लक्षणों का विचार-विनिमय करें और प्रातः कालीन अग्निहोत्र। जिसे ग्रहपथ्‍य नाम की अग्नि कहते हैं, का पूजन करें। अग्नि नाम कई रूपों में रहने वाली है। यह वाणी से उद्गार शब्द गीत होता है। इसका नाम भी अग्नि कहलाता है। जब माता-पिता अपने अपने आचरण से विशुद्ध होते हैं। आचरण के होते हैं उनके गृह स्वर्ग बनते हैं और जिनके आचरण की भिन्नता हो जाती है। वहां ग्रह शांत हो जाती है अपने को स्वर्ग बनाना है। तो हमें चरणों को इतना पवित्र बनाना चाहिए। अंतरात्मा के अनुकूल बनाना चाहिए ।पति-पत्नी माता-पिता बालक बालिका अपने श्रवण करेंगे। अपने में अध्ययन करेंगे उनके आचरण से उनके आचरण बन जाते हैं। उनकी प्रतिक्रिया विचित्र बन जाती है। हे मातेश्वरी, हे मित्रों, आज अपने चरणों को पवित्र बनाओ। तुम्हारे ग्रह में नर्क का वास ने बन जाए। तुम नारकीय बनो। तुम देवपुरी में अपना वास करने वाले। ग्रह को स्वर्ग बनाना है तो स्वर्ग उस काल में बनेगा जब ग्रहपथ्‍य नाम की अग्नि का प्रकाश होगा। प्रकाश कैसे होता है। प्रातः कालीन वेद मंत्रों का अध्ययन ध्वनि होती रहे। गृह प्रातः कालीन ध्वनित होता रहे। मुझे स्मरण आता रहता है नाना ऋषि-मुनियों का जीवन वह माता और पिता अपने शिकानकेतू ऋषि हुए हैं उद्दालक गोत्र में। शिकनकेतु ऋषि महाराज और उनकी पत्नी प्रातः कालीन याग करते तो याग क्रम में मानव दर्शनों का अध्ययन करते। विज्ञान की तरंगों में उड़ान उड़ते रहते। बाल बालिकाएं माता-पिता के आश्रमों का अध्ययन करते जब अध्ययन करते तो स्वर्ग बन गया। ग्रह में जीवन बन गया और मैं आज तुम्हें ग्रहपथ्‍य नाम की अग्नि के पूजन के संबंध में कुछ विवेचना करना चाहता हूं । महाराज दिलीप जब अध्ययन करते थे और उनकी पत्नी जब ग्रहपथ्‍य नाम की अग्नि का पूजन करती तो राष्ट्र पवित्र बंधन बन जाता। प्रातः कालीन अपनी क्रियाओं से निवृत्त होकर के वेदों का अध्ययन करना, ज्ञान की चर्चा करना।  प्रातः कालीन अग्निहोत्र करना प्रकाश और सुगंध में अपने जीवन को ले जाना और दर्शनों का अध्ययन करना हमारा मानवीय कर्तव्य है। जब तप कर देता है तो दूसरा प्राणी भी तपायमान हो जाता है। बालक बालिकाओं में परिणित हो जाते हैं। अथवा निश्चित हो जाते हैं। विचार-विनिमय क्या है। देखो, विशाखा वायुमंडल केवल पानी से प्रारंभ होता है। इसलिए वाणी में नम्रता के उद्गार होने चाहिए जिससे बालक कहे कि मेरे माता-पिता बड़े प्रसन्न है, वह कितने उदार हैं।  कितने गीत गाने वाले हैं। मेरे पुत्रों, मदालसा जब वेदों का गाना गाती थी। उसके बालक बालिका प्रातः कालीन वेद गाती रहती तो ब्रह्मचारी बालक उनके समीप विद्वान है। माता के गानों को सुनकर के ग्रह को पवित्र बना रही है। गृह में वायुमंडल पवित्र बन रहा है जगत और मन दोनों ऊंचे बन रहे हैं। तो स्वर्ग की कल्पना करने वाला आचार्य कहता है वेद मंत्र कहता है कि हमारे यहां स्वर्ग होना चाहिए। मुझे, मनु के यहां महाराज अक्षु का जीवन उनके साहित्य में प्रवेश करते हैं, प्रातः कालीन वेद का अध्ययन करते हैं। समुद्रों के तटों पर विद्यमान हो करके उपासना करते हैं। राष्ट्र में प्रजा उनके अनुकूल बरतने लगे, इस प्रकार राष्ट्र बन गया, मानव का आचरण मानव की प्रतिभा ऊंची नहीं बनेगी। मानव कल्पना करें कि मैं स्वर्ग में चला जाऊं यह असंभव है। बालक वर्ग कहलाता है। परमपिता परमात्मा है,माता की प्रतिभा का निर्माण हो रहा है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्रधिकृत प्रकाशन विवरण
september 01, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-29 (साल-01)
2. रविवार,01सितबंर 2019
3.शक-1941,भादप्रद शुक्‍लपक्ष दूज ,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:53,सूर्यास्त 6:54
5.न्‍यूनतम तापमान -27 डी.सै.,अधिकतम-35+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, उमस बनी रहेगी, बरसात की संभावना।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.201102
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.935030275


शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई के छापे

नई दिल्‍ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शुक्रवार को देशभर में अचानक 150 जगहों पर छापेमारी की।
अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई दिल्ली, जयपुर, जोधपुर, गुवाहाटी, श्रीनगर, शिलांग, चंडीगढ़, शिमला, चेन्नई, मदुरै, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु, मुंबई, पुणे, गांधीनगर, गोवा, भोपाल, जबलपुर, नागपुर, पटना, रांची, गाजियाबाद, लखनऊ और देहरादून में की गई। उन्होंने कहा कि विशेष अभियान मुख्य रूप से भ्रष्टाचार के उन बिंदुओं को ध्यान रखकर चलाया गया जिनकी वजह से सरकारी तंत्र में आम आदमी और छोटे कारोबारियों को सबसे ज्यादा चोट पहुंचती है।


वित्त मंत्री ने किया,बैंकों के विलय का ऐलान

नई दिल्ली। सुस्त अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को कई बड़े एलान किए हैं।  इस खबर के बाद सरकारी बैंकों के शेयरों में गिरावट आई। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को दस बैंकों के प्रमुखों को बुलाया था। इनमें यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, इलाहाबाद बैंक, कॉरपोरेशन बैंक, सिंडिकेट बैंक और आंध्रा बैंक शामिल हैं। पंजाब नेशनल बैंक, इंडियन बैंक, यूनियन बैंक और केनरा बैंक में बाकी सरकारी बैंकों का विलय करने की घोषणा कर दी गई है।


भारत सरकार ने कई बैंकों के विलय का एलान कर दिया है। इनमें सरकारी बैंकों के मुनाफे की स्थिति, लोन रिकवरी का स्तर और नीरव मोदी जैसे बड़े घोटाले रोकने पर किए जा रहे कार्यों के बारे में उल्लेख किया है। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक में ओरिएंटल बैंक और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा। अठारह में से छह सरकारी बैंकों का विलय कर दिया गया है। अब विलय के बाद केवल बारह सरकारी बैंक बचेंगे। वहीं देश में पहलेदस बड़े सरकारी बैंक थे, जिनकी शाखाएं विदेशों में भी थी। अब ऐसे बैंकों की संख्या घटकर चार रह जाएगी।


वित्त मंत्री ने कहा कि बैकों ने उपभोक्ताओं के हित में घोषणाएं की हैं। 
पांच ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था पर काम जारी है,तीन लाख फर्जी कंपनियां बंद कर दी गई हैं, बैंकों में कई बड़े सुधार किए गए हैं, बैंक अच्छे प्रबंधन के साथ काम करेंगे, 250 करोड़ से ज्यादा के कर्ज पर निगाह रखेंगे, बड़े कर्ज पर निगरानी के लिए एजेंसी बनेगी, भगोड़ों की संपत्ति पर कार्रवाई जारी रहेगी, कम वक्त में ज्यादा लोन की स्कीम जारी, नीरव मोदी जैसे मामले रोकने के लिए सतर्कता, अभी तक आठ सरकारी बैंकों ने रेपो रेट पर आधारित ब्याज दर की शुरुआत की है, मुश्किल हालात में चार एनबीएफसी को सरकारी बैंकों से मदद मिली है, बैंकों के एनपीए में कमी आई है, एनपीए घटकर 7.90 लाख करोड़ रुपये हुआ है, 18 में से 14 सरकारी बैंकों का मुनाफा बढ़ा है, बैंकों में कर्मचारियों की छंटनी नहीं की गई है, लोन रिकवरी रिकॉर्ड स्तर पर है, रिटेल लोन में हुई बढ़ोतरी, पंजाब नेशनल बैंक में होगा दो बैंकों, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का विलय, केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का होगा विलय , इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का होगा विलय, यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक का होगा विलय, सरकारी बैंकों की संख्या 18 से घटकर 12 हुई।


सरकार फेल, संस्था आगे आई

गैस आधारित शवदाह गृह के उपयोग के लिए समाज में जागरुकता जरूरी। अजमेर में बेकार पड़ा है संयंत्र। लावारिस शवों एवं जरूरतमंद परिवारों की मदद के लिए सेठ साहिबराम गोयल धर्मार्थ ट्रस्ट तथा अग्रवंशज संस्थान आगे आए। जैन समाज की सार्थक पहल।

अजमेर। विकास प्राधिकरण ने जनप्रतिनिधियों, सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों की मांग पर अजमेर के पुष्कर रोड स्थित शमशान स्थल पर कोई सवा करोड़ रुपए की लागत से गैस आधारित शवदाह गृह बनाया गया था। इस गृह का निर्माण शिवशंकर हेड़ा के अध्यक्ष पद पर रहते हुए वर्ष 2018 में हुआ। तब यह उम्मीद जताई गई कि इस संयंत्र में शवों का दाह संस्कार होगा, लेकिन समाज में जागरुकता के अभाव में अब इस संयंत्र का उपयोग नहीं हो रहा है। प्राधिकरण के अधिशाषी अभियंता प्रकाश सोलंकी ने बताया कि संयंत्र में शव दाह के मात्र दो हजार रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है, जबकि लकड़ी व अन्य सामग्री से दाह संस्कार पर दस हजार रुपए से भी ज्यादा की राशि खर्च होती है। लेकिन धार्मिक और सामाजिक मान्यताओं के चलते संयंत्र का उपयोग नहीं हो रहा है। जबकि प्राधिकरण प्रतिवर्ष बड़ौदा की फर्म मैसर्स अल्फा इक्विपमेंटस को प्रतिमाह 46 हजार 750 रुपए का भुगतान कर रहा है। यह राशि संयंंत्र के रख-रखाव की एवज में की जाती है। सोलंकी ने बताया कि कोई भी परिवार कभी शव का दाह संस्कार संयंत्र में कर सकता है। श्मशान स्थल पर हर समय संबंधित फर्म के कर्मचारी उपलब्ध रहते हैं। मोबाइल नम्बर 8003217992 व 8003720117 पर फर्म के कर्मचारियों से संवाद किया जा सकता है। शवदाह गृह से परिजन को अस्थियां भी दी जाती हैं। 
जैन समाज के प्रतिनिधियों की अपील:
पुष्कर रोड स्थित श्मशान स्थल पर स्थापित गैस संयंत्र में शवदाह के लिए जैन समाज के प्रतिनिधि और अजमेर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने भी अपील की है। डॉ. जैन ने कहा कि जैन संस्कृति में यह मान्यता है कि लकडिय़ों के जलने पर जीव हत्या होती है, जबकि हमारे यहां किसी प्रकार से जीव हत्या निषेध हैं। यदि अजमेर के जैन समाज के परिवार भी अपने परिजन का अंतिम संस्कार गैस संयंत्र में करते हैं तो उल्लेखनीय कार्य होगा। अन्य समाजों को भी पहल करनी चाहिए, इससे पर्यावरण भी दूषित होने से बचेगा। आज पर्यावरण को बचाने की सख्त जरूरत है। अजमेर के केसरगंज स्थित दिगम्बर जैसवाल जैन मंदिर कमेटी के प्रतिनिधि आर्किटेक्ट प्रवीण जैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश के अधिकांश बड़े शहरों तथा दिल्ली में जैन समाज के लोग अपने परिजन के शवों का दाह संस्कार विद्युत या गैस आधारित संयंत्र में ही करते हैं। जैन समाज के साधु संत भी विद्युत या गैस संयंत्र में शवों के दहन पर जोर देते हैं। डॉ. अनिल जैन और प्रवीण जैन कहा कि अजमेर में गैस संयंत्र के उपयोग के लिए समाज में जागरुकता की जाएगी। 
दो संस्थाएं आगे आईं:
चूंकि लावारिस शवों के दाह संस्कार के लिए पुलिस के पास बड़ा फंड नहीं होता, इसलिए पुलिस को भी मुश्किल होती है। कई गरीब परिवार भी अपने परिजनों के शवों का अंतिम संस्कार करने में आर्थिक परेशानी महसूस करते हैं। ऐसी परेशानियों और गैस संयंत्र के प्रति जागुरकता बढ़ाने के लिए ही अजमेर के सेठ साहिबराम गोयल धमार्थ ट्रस्ट के सीताराम गोयल और अग्रवंशज संस्थान के प्रतिनिधि सतीश बंसल ने घोषणा की है कि जिन शवों का अंतिम संस्कार गैस संयंत्र में होगा, उसकी दो हजार रुपए की राशि उनके  संस्थान प्राधिकरण में जमा कराएंगे। दोनों प्रतिनिधियों ने पुलिस विभाग से भी आग्रह किया है कि लावारिस शवों का अंतिम संस्कार गैस संयंत्र में ही करवाएं। इसके लिए मोबाइल नम्बर 9414003475 पर सीताराम गोयल और 9414002423 पर सतीश बंसल से सम्पर्क किया जा सकताक है। दोनों प्रतिनिधियों का कहना रहा कि शुल्क जमा कराने पर संबंधित परिवार की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी। 
नेत्रदान की तरह संकल्प लें:
गैस संयंत्र में शव का दाह संस्कार कोई एक समाज का मामला नहीं है। इसमें सभी समाजों के परिवारों को पहल करनी चाहिए। जिस प्रकार जागरुक व्यक्ति अपने जीते जी नेत्रदान का संकल्प लेता है, उसी प्रकार गैस संयंत्र में शव दाह का भी संकल्प लें। यदि कोई व्यक्ति जीवत रहते हुए गैस संयंत्र में दाह संस्कार करने का संकल्प लेगा तो मृत्यु पर उसके परिवार को कोई असमंजस भी नहीं होगा। ऐसा संकल्प  करवाने के लिए अजमेर के पर्यावरणविद् और जागरुक लोगों को आगे आना चाहिए। 
आभार:
30 अगस्त को जब मेरा ध्यान अजमेर के गैस आधारित शवदाह गृह की ओर खींचा गया तो मैंने तभी ब्लॉग लिखने का मानस बनाया। प्राधिकरण के कार्य की विस्तृत जानकारी मुझे अधिशाषी अभियंता प्रकाश सोलंकी ने पूरे उत्साह के साथ उपलब्ध करवाई। वहीं मैं समाजसेवी सीताराम गोयल और सतीश बंसल का भी आधार प्रकट कना चाहता हंू कि मेरे एक बार के आग्रह पर दोनों ने गैस संयंत्र का शुल्क वहन करना स्वीकार कर लिया। सीताराम गोयल तो पहले से ही अपने परिवार के सेठ साहिबराम गोयल धमार्थ ट्रस्ट के माध्यम से अजमेर में बैकुंड रथ यात्रा का संचालन कर रहे हैं। परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होने पर गोयल का ट्रस्ट शववाहन को नि:शुल्क उपलब्ध करवाता है। समाज में धन्नासेठ तो बहुत होते हैं, लेकिन वहीं सेठ कहलाने लायक होता है जो समाज सेवा के लिए तत्पर हो। 
एस.पी.मित्तल


अंतर्देशीय अथवा अंतरराष्ट्रीय विवाह ?

पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों में तेजी। 
ताजा मामला सिक्ख समुदाय से जुड़ा है। 370 के समर्थक अब जवाब दें। 

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर  से हरियाणा के लड़कों के लिए बहु लाने की जो बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कही थी उसे भी पाकिस्तान ने यूएन में की गई शिकायत का आधार बनाया है। चूंकि अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर में अनेक पाबंदियां लगी हुई थी, इसलिए स्थानीय लड़कियों का विवाह दूसरे राज्यों के लड़कों से मुश्किल था। अब पाबंदियां हट गई हैं इसलिए जम्मू-कश्मीर की लड़कियां भी भारतीय कानून के अनुरूप विवाह कर सकती है। इसी संदर्भ में खट्टर ने अपनी बात कही थी, लेकिन पाकिस्तान ने इसे तोड़ मरोड़ कर यूएन में पेश किया है। लेकिन इस बीच पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन करवाने के मामलों में तेजी आ गई है। 30 अगस्त को ही पाकिस्तान में लाहौर के निकट ननकाना साहिब में एक सिक्ख परिवार की 20 साल की लड़की को जबरन ले जाने और फिर मुसलमान बना कर निकाह करने का मामला प्रकाश में आया है। जबरन धर्म परिवर्तन के वीडियो भी जारी हुए हैं। लड़की के पिता और दोनों भाईयों ने अब आत्मदाह की धमकी दी है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। वहीं अकाली दल नेता सूखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह मामला दर्शाता है कि पाकिस्तान में हिन्दुओं और सिक्ख परिवारों पर जुल्म हो रहे हैं। 
370 के समर्थक जवबा दें:
भारत में जो राजनीतिक दल अभी अनुच्छेद 370 के हिमायती बने हुए हैं उन्हें पाकिस्तान में हो रहे जबरन धर्म परिवर्तन पर जवाब देना चाहिए। ऐसे दलों के नेताओं को कश्मीर घाटी में लगी पाबंदियों की तो चिंता है लेकिन पाकिस्तान में हिन्दुओं पर हो रहे जुल्मों पर कोई फ्रिक नहीं है। जबकि पाबंदियों के बाद भी 5 अगस्त के बाद से सुरक्षा बलों ने एक बार भी गोली नहीं चलाई है। उल्टे पाकिस्तान परस्त आतंकी ही कश्मीर के निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं। 30 अगस्त को भी श्रीनगर में एक स्थानीय नगरिक की हत्या का मामला सामने आया है। 28 अगस्त को भी गुर्जर समुदाय के दो मुसलमानों की हत्या की गई। यह सब हत्याएं कश्मीर में दहशत फैलाने के मकसद से हो रही है। 
कश्मीर घाटी में इमरान की अपील बेअसर:
अनुच्छेद 370 को बेअसर किए जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार कोई न कोई नया हत्थकंडा अपना रहे हैं। अब इमरान खान ने पाकिस्तान के नागरिकों से अपील की है कि प्रत्येक शुक्रवार को दोपहपर 12:30 बजे अपना काम काज छोड़कर जम्मू-कश्मीर के नागरिकों के प्रति समर्थन जताएं। चूंकि 30 अगस्त को शुक्रवार रहा, इसलिए पाकिस्तान में तो कई जगह 12:30 बजे लोगों ने समर्थन जताया, लेकिन इमरान की अपील का कश्मीर घाटी में कोई असर नहीं हुआ। इमरान को उम्मीद थी कि जम्मू कश्मीर में भी उनकी अपील पर मुसलमान प्रतिक्रिया देंगे। जम्मू कश्मीर से गत पांच अगस्त को 370 को बेअसर किया गया था, इसके बाद 30 अगस्त को चौथा शुक्रवार रहा, जब लोगों ने जुमे की नमाज अदा की। जम्मू और लद्दाख में तो पहले से ही सामान्य हालत हो गए थे, लेकिन अभी भी घाटी के कुछ जिलों में अनेक पाबंदियां लगी हुई है। लेकिन शुक्रवार को जुमे की नमाज पर घाटी में भी शांति रही। लोगों ने सुकून के साथ मस्जिदों में नजाम अदा की। मस्जिदों से अब शांति बनाए रखने की अपीलें की जा रही है। 
एस.पी.मित्तल


कालाबाजारी के लिए जा रहे, राशन पकड़ा

अधिकारीयों को भनक तक नहीं और कालाबाजारी को ले जाया जा रहा राशन से लदा कंटेनर पकड़ा, पुलिस ने सांठगांठ कर मामले को दबाने का किया प्रयास,मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने पकड़ा था राशन का भरा कंटेनर


मौके से पुलिस ने राशन से भरी गाड़ी को जप्त कर पहुंचाया था चौकी संतपुरा


मामले की भनक मीडिया को लगते ही मचा हड़कंप, पूरा वाक्या कैमरे में हुआ कैद


एक पुलिसकर्मी का राशन की गाड़ी पकड़कर चौकी लाने की बात स्वीकार करने का ऑडियो हो रहा है वायरल 



बुलंदशहर। सिकंदराबाद के ग्राम मोहम्मदपुर कला में राशन डीलर कालाबाजारी के लिए ले जा रहा था कंटेनर में राशन।
मुखबिर की सूचना पर संतपुरा पुलिस चौकी ने छापा मारकर गाड़ी सहित 50 बोरियों में भरकर ले जाया जा रहा राशन किया था जब्त।राशन डीलर ने पुलिस से सांठगांठ कर छुड़ाया पीछा।गांव वालों का दावा है कि सुबह 4 बजे के करीब गांव में राशन डीलर के घर से राशन से भरी गाड़ी को पुलिस ने पकड़ा था जिसको पुलिस अपने साथ लेकर चली गयी थी।मामले को लेकर मीडिया कर्मियों द्वारा चौकी इंचार्ज नरेंद्र एसआई से पूछा गया तो उन्होंने मामले को सिरे से नकार दिया।


जिसके बाद बात में पेच नज़र आने लगा क्योंकि घटना के चश्मदीद गवाहों ने कैमरे पर दावा किया कि संतपुरा चौकी की पुलिस आज सुबह राशन डीलर के घर से राशन लेकर जा रही गाड़ी को जप्त कर अपने साथ ले गई है!
जब हमारे संवाददाता ने इस मामले में  चौकी पर ही तैनात एक पुलिसकर्मी से फोन पर बात की तो बातचीत में पुलिसकर्मी भी राशन डीलर के घर से राशन भरी गाड़ी जप्त कर चौकी लाये जाने की बात स्वीकारते सुनाई दे रहा है।
पुलिस कर्मी से बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।जबकि मामले की जांच पड़ताल में चौकी के ही पुलिसकर्मी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि आज सुबह मोहम्मदपुर कला से मुखबिर की सूचना पर राशन की कालाबाजारी पकड़ी गई थी।राशन की कालाबाजारी का माल एक कंटेनर में लदा हुआ था जिसको पकड़कर चौकी लाया गया था लेकिन राशन डीलर द्वारा मोटी रकम देने के बाद मामले की बिना अधिकारीयों को सुचना दिए रफा-दफा कर दिया गया।


मामले की पड़ताल गांव में जाकर की गई तो दर्जनों ग्रामीणों ने कैमरे पर खड़े होकर ग्राम प्रधान पर भी गांव में बनाए गए शौचालय को लेकर घोटाला करने का आरोप लगा वही गांव के कुछ परिवारों ने प्रधान के खिलाफ आवाज उठाई और बताया कि ग्राम प्रधान बार-बार कहने के बावजूद भी उनके यहां शौचालय निर्माण नहीं करा रहा है जबकि गांव में अपात्र लोगों के यहां भी शौचालय बनवा दिए गए हैं।ग्रामीणों ने दावा किया कि राशन डीलर प्रीति कार्ड के हिसाब से नहीं देता राशन।कार्ड में दर्ज यूनिटों में से आधा यूनिट काट कर देता है राशन।


वहीं ग्रामीणों ने राशन डीलर पर अभद्रता और गाली गुफ़्तार करने का भी लगाया आरोप।ग्रामीणों ने राशन डीलर के साथ प्रधान की मिलीभगत होने का भी लगाया आरोप।यह पूरा वाक्य जांच पड़ताल के बाद कैमरे में हुआ कैद।अब कालाबाजारी का इतना बड़ा खेल उजागर होने के बाद देखना होगा कि क्या इसी तरह दलालों और कला बाजारों के जेब की ताकत बनता रहेगा गरीबों का निवाला?क्या इन लोगों पर प्रशासन कस पाएगा नकेल?क्या पुलिस द्वारा साठगांठ कर इसी तरह चलता रहेगा राशन की कलाबाजारी का खेल ?अब देखना होगा कि क्या इन सभी बिंदुओं पर जांच कर गरीबों की रोटी छीनने वाले गद्दारों के खिलाफ हो पाएगी कानूनी कार्यवाही ?क्या अब लग पाएगी राशन की कालाबाजारी पर रोक ?


ब्यूरो रिपोर्ट


बच्चा चोरी के शक में संदिग्धों से पूछताछ

फतेहपुर। असोथर थानाक्षेत्र के विधातीपुर गांव में मेरठ और पंजाब प्रांत के रहने वाले बता रहे संदिग्ध लोगों को स्थानीय पुलिस के द्वारा अपनी कस्टडी में ले लिया गया है। बच्चा चोरी की घटना और अफवाह को मध्य नजर रखते हुए स्थानीय पुलिस पूछताछ कर रहीं हैं।


स्थानीय पुलिस के द्वारा की गई छानबीन में कई तथ्य सामने आए हैं। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण है संदिग्ध में से किसी के पास नहीं मिला कोई आइडेंटी कार्ड। जिसकी वजह से यह सुनिश्चित कर पाना कठिन हो रहा है। यह संदिग्ध क्या करने आए हैं या इनका उद्देश्य क्या है। वहीं गांव के रहने वाले पप्पू पासवान व श्रीकेशन पासवान ने पुलिस को अपना रिश्तेदार  बताया है।
जिले में चल रही बच्चा चोर गैंग की अफवाह के चलते किसी गांव के ही जागरूक युवक ने दी स्थानीय पुलिस को सूचना।
 (यूनिवर्सल एक्सप्रेस संवाददाता)


भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे एडीओ पंचायत

भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे एडीओ पंचायत असमोली


सम्भल! असमोली विकास खंड के एडीओ पंचायत गुरदयाल सिंह एक बार फिर से भ्रष्टाचार के आरोपो को लेकर ज़िले मे चर्चाओं का विषय बने हुए है। आज असमोली विकास खण्ड के कर्मचारियों ने सीडीओ उमेश कुमार त्यागी को एक पत्र दिया, जिसमें एडीओ पंचायत पर अवैध रूप वसूली करने व मानसिक रूप से उत्पीड़न का आरोप लगाया है। अब इस मामले में सीडीओ ने पूरे मामले के जांच के आदेश कर दिए है। वही ग्राम पंचायत अधिकारियों ने बात करते हुए कि एडीओ पंचायत की ओर से वसूली की मांग की जाती है। मांग पूरी न होने पर झूठी शिकायत का आधार बनाकर मानसिक रूप से उत्पीड़न किया जाता है। जिसको लेकर हमने बीडीओ असमोली से भी शिकायत की गई पर एडीओ पंचायत पर कोई कार्यवाही नही गई। हम आपको बता दे कि पूर्व में जब एडीओ पंचायत गुरदयाल सिंह बनियाखेड़ा विकास खण्ड में तैनात थे। तब भी इनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उस समय भी मामला ज़िले पर पहुँच गया था। जिसके बाद एडीओ पंचायत को बनियाखेड़ा से तत्काल हटा दिया गया था। वही कुछ समय बाद एडीओ के राजनैतिक रसूक के चलते एडीओ गुरदयाल सिंह को असमोली विकास खंड का चार्ज कर दिया गया। पर कुछ महीने बाद ही फिर से एडीओ पंचायत पर कर्मचारियों वही आरोप लगाना शुरू कर दिए। जिसको लेकर एडीओ पंचायत को बनियाखेड़ा से हटाया गया था।


रिपोर्टर-रामौतार शर्मा


प्रशासन के खिलाफ धरने पर पालिका अध्यक्ष

लोनी नगरपालिका अध्यक्ष बैठी धरने पर "


गाजियाबाद। भारतीय जनता पार्टी की निष्टावान लोनी नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा अपने सैंकडों समर्थकों व पार्टी के कार्यकताओं के साथ ट्रोनिका सिटी थाना पँहुची ।
 दो दिन पूर्व वार्ड 46 रामपार्क कालोनी मे विकास कार्यों के उद्घाटन के समय नगरपालिका अध्यक्ष के ऊपर हुये पथराव मे कुछ लोगों के खिलाफ नामदर्ज तहरीर देने के पश्चात भी पुलिस -प्रशासन के दुारा मुकदमा नही लिखा गया था। दो दिन के पश्चात भी मुकदमा पंजीकृत नही हुआ। तो आज सुबह नगरपालिका अध्यक्ष अपने सैकडों समर्थकों व भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को लेकर ट्रोनिका सिटी थाने पर पँहुची तथा प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष  बात रखी लेकिन जाँच के नाम पर पुलिस केवल इस आपराधिक घटना को दबाने मे लगी रही। तब श्रीमती रंजीता धामा जी पुलिस की ढीली कार्य प्रणाली को लेकर आक्रोशित हो गयी तथा अपने समर्थकों के साथ थाने मे ही धूप मे धरने पर बैठ गयी ।
काफी देर तक धूप व गर्मी मे धरने पर बैठने से कमला नामक महिला की तबियत खराब हो गयी तथा उन्हे चक्कर आ गये वो बेहोश हो गयी । ये देखकर पुलिस के हाथ -पाँव फूल गये । 
आक्रोशित समर्थकों के दुारा जमकर नारेबाजी की गयी ।
काफी मान-मनोव्वल के उपरांत जब लोनी नगरपालिका अध्यक्ष धरना खत्म करने को राजी नही हुयी तब जाकर प्रशासन के दुारा उक्त चार व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया ।
धरने पर बैठी श्रीमती रंजीता धामा ने सभी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि सूबे मे हमारी सरकार है। केन्द्र मे हमारी पार्टी की सरकार है। ऊपर से लेकर नीचे तक हम लोग जनता का नेतृत्व कर रहे हैं। लेकिन आज का दिन लोनी के इतिहास मे बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण दिन है। क्यूंकि हम लोगों के प्रति जो रवैया आज पुलिस प्रशासन ने दिखाया है वो बेहद ही गलत है निंदनीय है। यदि प्रशासन का ये रवैया हम सत्ताधारी पार्टी के जनप्रतिनिधियों के साथ है तो आम आदमी के साथ किस तरह का होता है। सोचने का विषय है कि आम आदमी को किस तरह से न्याय के लिये दर-दर भटकना पडता है। मै जल्द ही इस विषय को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ से मिलूंगी तथा पूरे प्रकरण से उनको अवगत कराऊंगी । तथा जब तक मुझ पर किये गये हमले के आरोपी जेल नही जायेंगे मै संघर्ष करती रहूगी ।
श्रीमती रंजीता धामा ने आज साथ आये हुये समस्त सभासदों का पार्टी के कार्यकर्ताओं का व अपने समर्थकों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर नगरपालिका के समस्त सभासदगण, व्यापीरगण, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेतागण व पार्टी के कार्यकर्ता सहित सैकड़ों की संख्या मे समर्थक उपस्थित रहे।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...