शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

अंतर्देशीय अथवा अंतरराष्ट्रीय विवाह ?

पाकिस्तान में जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों में तेजी। 
ताजा मामला सिक्ख समुदाय से जुड़ा है। 370 के समर्थक अब जवाब दें। 

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर  से हरियाणा के लड़कों के लिए बहु लाने की जो बात मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कही थी उसे भी पाकिस्तान ने यूएन में की गई शिकायत का आधार बनाया है। चूंकि अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू-कश्मीर में अनेक पाबंदियां लगी हुई थी, इसलिए स्थानीय लड़कियों का विवाह दूसरे राज्यों के लड़कों से मुश्किल था। अब पाबंदियां हट गई हैं इसलिए जम्मू-कश्मीर की लड़कियां भी भारतीय कानून के अनुरूप विवाह कर सकती है। इसी संदर्भ में खट्टर ने अपनी बात कही थी, लेकिन पाकिस्तान ने इसे तोड़ मरोड़ कर यूएन में पेश किया है। लेकिन इस बीच पाकिस्तान में हिन्दू लड़कियों के जबरन धर्म परिवर्तन करवाने के मामलों में तेजी आ गई है। 30 अगस्त को ही पाकिस्तान में लाहौर के निकट ननकाना साहिब में एक सिक्ख परिवार की 20 साल की लड़की को जबरन ले जाने और फिर मुसलमान बना कर निकाह करने का मामला प्रकाश में आया है। जबरन धर्म परिवर्तन के वीडियो भी जारी हुए हैं। लड़की के पिता और दोनों भाईयों ने अब आत्मदाह की धमकी दी है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। वहीं अकाली दल नेता सूखबीर सिंह बादल ने कहा कि यह मामला दर्शाता है कि पाकिस्तान में हिन्दुओं और सिक्ख परिवारों पर जुल्म हो रहे हैं। 
370 के समर्थक जवबा दें:
भारत में जो राजनीतिक दल अभी अनुच्छेद 370 के हिमायती बने हुए हैं उन्हें पाकिस्तान में हो रहे जबरन धर्म परिवर्तन पर जवाब देना चाहिए। ऐसे दलों के नेताओं को कश्मीर घाटी में लगी पाबंदियों की तो चिंता है लेकिन पाकिस्तान में हिन्दुओं पर हो रहे जुल्मों पर कोई फ्रिक नहीं है। जबकि पाबंदियों के बाद भी 5 अगस्त के बाद से सुरक्षा बलों ने एक बार भी गोली नहीं चलाई है। उल्टे पाकिस्तान परस्त आतंकी ही कश्मीर के निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं। 30 अगस्त को भी श्रीनगर में एक स्थानीय नगरिक की हत्या का मामला सामने आया है। 28 अगस्त को भी गुर्जर समुदाय के दो मुसलमानों की हत्या की गई। यह सब हत्याएं कश्मीर में दहशत फैलाने के मकसद से हो रही है। 
कश्मीर घाटी में इमरान की अपील बेअसर:
अनुच्छेद 370 को बेअसर किए जाने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार कोई न कोई नया हत्थकंडा अपना रहे हैं। अब इमरान खान ने पाकिस्तान के नागरिकों से अपील की है कि प्रत्येक शुक्रवार को दोपहपर 12:30 बजे अपना काम काज छोड़कर जम्मू-कश्मीर के नागरिकों के प्रति समर्थन जताएं। चूंकि 30 अगस्त को शुक्रवार रहा, इसलिए पाकिस्तान में तो कई जगह 12:30 बजे लोगों ने समर्थन जताया, लेकिन इमरान की अपील का कश्मीर घाटी में कोई असर नहीं हुआ। इमरान को उम्मीद थी कि जम्मू कश्मीर में भी उनकी अपील पर मुसलमान प्रतिक्रिया देंगे। जम्मू कश्मीर से गत पांच अगस्त को 370 को बेअसर किया गया था, इसके बाद 30 अगस्त को चौथा शुक्रवार रहा, जब लोगों ने जुमे की नमाज अदा की। जम्मू और लद्दाख में तो पहले से ही सामान्य हालत हो गए थे, लेकिन अभी भी घाटी के कुछ जिलों में अनेक पाबंदियां लगी हुई है। लेकिन शुक्रवार को जुमे की नमाज पर घाटी में भी शांति रही। लोगों ने सुकून के साथ मस्जिदों में नजाम अदा की। मस्जिदों से अब शांति बनाए रखने की अपीलें की जा रही है। 
एस.पी.मित्तल


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