शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

बाढ़ की यात्रा पर चले (समसामयिक)

बाढ की यात्रा पर चले और नेताजी हवाई 



जब बाढ़ आती है, तो फिर मजबूरन हमारे नेता को हवाई सर्वेक्षण करना पड़ता है। जब कोई नेता ऐसा करता है, तो मुझे बहुत बेबस जान पड़ता है।


आप कहेंगे कि वाह साहब वाह! आपको डूबी हुई जनता नहीं नेता बेबस नजर आ रहा। फिर मैं आप से कहूंगा कि जी हाँ, मुझे नेता बेबस नजर आ रहा है। और जनता कब नहीं डूबी थी, जो आज कुछ नया है! संसद में बढ़ते दागी प्रतिनिधियों के बारे में आपका क्या खयाल है! सूखा पड़ा तो सूखी थी, बाढ़ आई तो डूबी है। अब आप से इल्तजा है कि अब आप जरा हवाई जहाज में बैठे उस नेता के बारे में सोचें। जितनी देर उसे बैठना है, मुंह लटकाए रखना है। किसी नेता-नगरी के लिए मुद्दा लटकाना आसान है, ठीक उसी तरह जैसे किसी अधिकारी के लिए फाइल लटकाना, मगर मुंह लटकाने में मेहनत लगती है। अनुभव, कौशल सब लगता है। आप जरा वह दृश्य सोचें, जब फोटो खींचने वाला फोटो खींचने से पहले आप से मुस्कराने के लिए कहता है, सोचिए सांस रोके, पेट अंदर खींचे 10-15 सेकेंड में ही क्या हालत हो जाती है! मैं अपनी कहता हूं! बचपन में ऐसी परिस्थिति में कई बार तो मैं रोने लगा हूं और कुछेक बार हंसने। पिटाई हुई अलग से। अब फिर जरा उस नेता पर आते हैं, जो हवा में उड़ रहा! अगर वह अकेले होता या ऐसा करते वक्त उसकी फोटो-वीडियो न बनती तो उसके लिए आसान होता। वह हंस-मुस्कुरा सकता था। थकावट होने के फलस्वरूप अंगड़ाई ले सकता था। एक जैसा दृश्य निहारते-निहारते जंभाई ले सकता था। अरे कुछ नहीं अपनी बोरियत दूर करने हेतु अपनी उंगलियां चटका सकता था। जरा सोचिए! कितने सारे विकल्प मौजूद थे, मगर वह कुछ नहीं कर सकता सिवाय मुंह लटकाने के, जो ठीक इस वक्त वह बखूबी कर रहा। वह जानता है कि बगल में उसके फोटोग्राफर बैठा है, जो उसकी फोटो उतार रहा है, सो उसे अपना मुंह लटका कर रखना है। कहीं जरा सी भी कुछ ऊंच-नीच हुई तो अपोजिशन को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल जाएगा! जोकि उसकी पोजिशन के लिए बिल्कुल भी ठीक न होगा! ऐसे ही मुझे याद पड़ता है कि एक श्रद्धाजंलि समारोह में कुछ नेता हंस पड़े थे, फिर अगले दिन जनता ने उनको बहुत श्रद्धा से याद किया। जिसने जोक सुनाया था, वह नहीं हंसा था। वह संवेनशील माना गया। ऐसे मौकों पर एक संवेनशील नेता (अनुभवी पढ़ें) तनिक भी रिस्क नहीं लेता। सो, नेता को मुंह लटकाना है, और ऐसे लटकाना है कि कम से कम इतना तो हो कि कल जब अखबार में लोग उसे देखें (बाढ़ पीड़ित नहीं) तो बाढ़ की विकरालता से ज्यादा त्रासद उनका चेहरा दिखे! लोगों को पता चलना चाहिए कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र को देखने के बाद नेताजी बहुत प्रभावित हुए।अब सोचिए, जब तक वह जलमग्न क्षेत्रों को देखेगा, तब तक उसे देखते हुए स्वयं को चिंतामग्न होते दिखाना भी है। यह काम कम चुनौतियों से भरा नहीं है! आप इसे ऐसे समझें, किसी स्विमिंग पूल में नहाने वाले को जलमग्न क्षेत्र को देखकर फिलिंग लानी है! कल को अखबार में वह अपनी छपी फोटो देखें और खुद को दाद भी न दे पाएं, फिर इतने वर्षों की राजनीति करने का क्या फायदा!
सर्वेक्षण तो भारत की जनता के साथ जुड़ा हुआ है। रोजमर्रा के अनुभव से उसने जाना है कि अधिकतर सर्वेक्षण हवा हवाई होते हैं। और यहां नेता जमीनी हकीकत जानने के हवाई सर्वेक्षण कर रहा है। चाहत तो टाल सकता था, मगर हवाखोरी का अवसर कौन जाने देता है। वह हवाई जहाज की किनारे वाली सीट पर बैठ कर मन ही मन उनको जरूर नमन करता होगा, जिसने इस गरीब देश मे हवाई दौरा करने की रस्म रखी। जब वह हवाई सर्वेक्षण कर रहा होता है तब वह जानता है कि ऐसा करने से बाढ़ प्रभावित जनता कोई फायदा नहीं होगा। होगा वही जो होता आ रहा है। पिछले साल भी बाढ़ आई थी। परसाल भी वही हुआ था, जो इस साल अभी हो रहा है। उसे संतोष है कि जो भी होगा वह आपदा कोष से होगा। आपदा कोष का खयाल आते ही वो मन ही मन मुस्कुराता है। वह एकदम से दार्शनिक हो जाता है। देखा जाए तो बाढ़ क्या है! इफरात पानी। जरूरत से बहुत ज्यादा एकमुश्त पानी। पानी था तो आपदा हुई। पैसा होता तो बरकत कहते।


बाढ़ में नेता का हवाई दौरा देख कर मेरा एक मित्र कहता है कि इनको बोट से जायजा लेने जाना चाहिए था, तब अच्छे से जानते और महसूस करते। मुझे महसूस शब्द सुनकर हंसी आई। मैंने उससे कहा', इतना सोचना भी ठीक नहीं मित्र! समानुभूति छोड़ो सहानभूति ही मिल जाए, कृपा समझो! और रही बात बोट से जाने की, अगर चुनाव होते और वोट लेना होता, तो बोट से नेता जरूर जाता' मेरा वह मित्र फिर बोलता है', बरसात के मौसम में फिर चुनाव होने चाहिए!'
मैं इसके जवाब में शायर जमाली का यह शेर उसकी तरफ बढ़ा देता हूं,


'तुम आसमाँ की बुलंदी से जल्द लौट आना 
हमें ज़मीं के मसाइल पे बात करनी है'


संजय शर्मा


आतंकी संगठनों ने दी 'जिहाद' की धमकी

पीओके में एकजुट हो रहे आतंकी संगठन, कश्मीर में 'जिहाद' की दे रहे धमकी


नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान के आंतकी संगठन कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की हर मुमकिन कोशिश में लगे हुए हैं। इसी बीच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वहां के लोग भारत के खिलाफ प्रदर्शन करते दिख रहे हैं।वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि भारत के खिलाफ 'जिहाद' शुरू करने के उद्देश्य से आतंकी संगठनों को फिर से एक करने की कोशिशें तेज कर दी गई हैं। हिजबुल मुजाहिद्दीन का मुखिया सैयद सलाहुद्दीन की अध्यक्षता में पाकिस्तानी अधिकारी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन और यूनाइटेड जिहाद काउंसिल (यूजेसी) को भारत के खिलाफ जिहाद शुरू करने के लिए उत्साहित कर रहे हैं।


जम्मू-कश्मीर के आर्टिकल 370 और 35A हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान के साथ ही आतंकी संगठनों में भी बौखलाहट देखी जा रही है। हिजबुल मुजाहिदीन के खालिद सैफुल्ला और नायब अमीर के साथ मुजाहिदीन के पूर्व आतंकियों ने गुरुवार को मुजफ्फराबाद में प्रेस क्लब के बाहर भारत विरोधी प्रदर्शन किया। सैफुल्ला ने भारत के खिलाफ अपने नफरत भरे भाषण में कहा, 'कोई भी कार्रवाई शब्दों से ज्यादा काम करती है। मेरे दोस्त, हम सब जिहाद के लिए तैयार हैं।'दूसरी तरफ खबर है कि मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद अब नए सिरे से आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में है। पिछले दिनों हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा को पाकिस्तान में बैन कर दिया था। ऐसे में अब वो दूसरे संगठनों से हाथ मिला रहा है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक हाफिज सईद दूसरे आतंकी संगठनों को मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए पैसा पहुंचा रहा है। सईद को इसी साल जुलाई में गिरफ्तार किया गया था।


राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को बांधी राखी

लखनऊ। रक्षाबंधन का त्योहार हर भाई-बहन के लिए बेहद खास होता है। इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं। यह एक ऐसा त्योहार है जो भाई- बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बना देता है। इस दिन हर भाई अपने बहन की जिदंगी भर रक्षा करने का प्रण लेता है। यह दिन हर भाई-बहन के लिए बेहद अहमीयत रखता है। इस बार रक्षाबंधन 15 अगस्त यानी की स्वतंत्रता दिवस के दिन मनाया जा रहा है।रक्षाबंधन के इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना भाई मानते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राखी बांधी और मिठाई खिलाई। इतना ही नहीं सीएम योगी ने भी उन्हें उपहार दिया और रस्म को पूरा किया।बता दें आनंदीबेन पटेल ने कुछ ही समय पहले यूपी की राज्यपाल के रुप में कार्यभार संभाला है। इससे पहले वह गुजरात की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। वहीं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन को लेकर एक ट्वीट किया और कहा कि मेरी ओर से सभी देशवासियों को 'रक्षाबंधन' के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। मैं सभी माताओं-बहनों एवं बेटियों के स्वस्थ, सुरक्षित और सुखद जीवन की मंगल कामना करता हूं।


राष्ट्रपति का आदेश असंवैधानिक:एमएल शर्मा

नई दिल्ली। अनुच्छेद 370 का मसला एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट के सामने है। सुप्रीम कोर्ट आज दो याचिकाओं पर सुनवाई करेगा। पहली याचिका में अनुच्छेद 370 हटाए जाने का विरोध किया गया है। वहीं दूसरी याचिका में कश्मीर में पत्रकारों से सरकार का नियंत्रण हटाने की मांग की गई है। पहली याचिका एमएल शर्मा ने डाली है, जिसमें कहा गया है कि सरकार ने आर्टिकल 370 हटाकर मनमानी की है, उसने संसदीय रास्ता नहीं अपनाया, राष्ट्रपति का आदेश असंवैधानिक है।


दूसरी याचिका कश्मीर टाइम्स की संपादक अनुराधा भसीन ने दायर की है. इस याचिका में कहा गया है कि अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद पत्रकारों पर लगाए गए नियंत्रण खत्म किए जाएं। इससे पहले दाखिल एक याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर का मामला संवेदनशील है, इस पर केंद्र सरकार को थोड़ा वक्त देना होगा।


सबसे ज्यादा हाईटेक होगी पुलिस:भोपाल

कामेश पाठक


भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस को देश की सर्वाधिक प्रौद्योगिकी सम्पन्न और तकनीकी रूप से दक्ष पुलिस बनाने के लिये सभी जरूरी प्रयास किये जायेंगे। इसके लिये बजट की कमी नहीं होने दी जावेगी।


स्वतंत्रता दिवस पर राजधानी में अपने शासकीय निवास पर उत्कृष्ट सेवाओं के लिये सम्मानित मैडल विजेता पुलिस अधिकारियों और उनके परिजनों को संबोधित करते हुए ऐसा एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के सामने चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं। अब अपराध भी नये स्वरूपों में सामने आते हैं। आतंकवाद भी नये रंग रूप धरता है। एक राज्य से दूसरे राज्य और एक जिले से दूसरे जिले में अपराधों का स्वरूप बदल जाता है। इसी लिये पुलिस को भी लगातार सतर्कता और दक्षता की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पुलिस सरकार का चेहरा होती है। इसलिये समाज में रक्षा और सुरक्षा का काम करते हुए मूल्यों की भी रक्षा का काम करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत मूल्यों, संस्कृति और सभ्यता का देश है। अनेकता में एकता यहां की सांस्कृतिक पहचान है। पुलिस बल या अन्य कोई भी सैन्य बल हों, वे विविधता के प्रतीक हैं । एक ही उद्देश्य के लिये विभिन्न समाजों, धर्मों, सम्प्रदायों के जवान एकसूत्र में बंधकर अपना कर्तव्य निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस के सामने चुनौती है कि वह निरंतर बदलती टेक्नालॉजी को कैसे अपनाये। जब चुनौतियाँ बदलते रहती हैं, तो उनका मुकाबला करने के लिये नवीनतम टेक्नालॉजी का उपयोग भी जरूरी है। फेशियल रिकगनीशन जैसी टेक्नालॉजी को स्थापित करना भी अब जरूरी हो गया है। पुलिस महानिदेशक वी.के. सिंह ने उपलब्धियों की चर्चा करते हुए कहा कि वीरतापूर्ण कार्य के लिये 18 पुलिस कर्मियों को क्रम से पहले पदोन्नति दी गई है। डायल 100 सेवा के माध्यम से 70 लाख लोगों को मदद मिली है। नक्सल समस्या पर नियंत्रण कर लिया गया है। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं मैडल विजेता पुलिस अधिकारी और उनके परिजन भी उपस्थित थे।


रेलवे को लाखों रुपए की क्षति से बचाया

सीनियर डीईई टीडी ने फर्जी टीए बिलो को प्रतिबन्धित कर रेलवे को लाखो रुपयो की आर्थिक क्षति होने से बचाया


उमेश शर्मा


झाँसी। रेल प्रबंधक मण्डल अन्तर्गर्त विधुत कर्षण वितरण विभाग में सन 2018-19 से मेघा ब्लॉक शुरू किये गये थे ।जबकि विभाग में सभी मेंटिनेंस वर्क समाप्त हो गया। लेकिन टीआरडी विभाग मेघा ब्लॉक की आड़ में टीआरडी विभाग द्वारा  प्रत्येक माह लाखो रुपयो का भृष्ठाचार कर रेलवे को आर्थिक क्षति पहुंचाने का कार्य किया जा रहा था। सीनियर डीईई रजत सिंह द्वारा जांच किये जाने पर मेघा ब्लाक व ब्रेकडाउन के एवज में सुपरवाइजर लाइनमेन हेल्पर फर्जी टीए क्लेम करते थे। इसपर सीनियर डीईई टीडी एव डीईई आरके बघेला ने सुपरवाइजर लाइनमेन हेल्पर पर नकेल कसते हुये अगस्त माह 2019 में ब्रेक डाउन जो फर्जी टीए बिल भरे गये थे।और फर्जी पेमेन्ट पिछले कई महीनों से किया जा रहा था। सीनियर डीईई के आदेशानुसार अगस्त माह2019 के सभी टीए बिलो को कटवा दिये गये है।इससे रेलवे को प्रतिमाह हो रही लाखो रुपयो की आर्थिक क्षति होने से बचाया। जबकि इंजीनियरिंग विभाग एव एसएनटी विभाग मेघा ब्लॉक का ब्रेक डाउन क्लेम नही लिया जाता है।।मात्र टीआरडी विभाग द्वारा मेघा ब्लॉक ब्रेक डाउन के नाम पर प्रतिमाह लाखो रुपयो की आर्थिक क्षति पहुचाई जा रही थी।जिसको  पूर्णरूप से फर्जी टीए बिलो को प्रतिबंधित कर कटाव दिया।जिससे विभाग के कर्मचारियों में हड़कम्प मच गया। सूत्रों के अनुसार पूर्व माह में लिया गया फर्जी मेघा ब्लाक टीए पेमेन्ट की विभाग द्वारा रिकवरी का प्रॉवधान सुनिश्चित कर रेलवे की आर्थिक क्षति को पूरा किया जाये।


63 विभूतियों को किया गया सम्मानित:भोपाल


भोपाल । मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वतंत्रता दिवस पर भोपाल स्थित मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित राज्य-स्तरीय समारोह में पुलिस,  जेल और होमगार्ड के अधिकारियों- कर्मचारियों को राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त पदक प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह और विशेष पुलिस महानिदेशक एसएएफ श्री विजय यादव उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री ने 63 विभूतियों को पदक प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने सात पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को राष्ट्रपति के विशिष्ट सेवा पदक और 36 अधिकारियों को सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया। जेल विभाग के लिए राष्ट्रपति द्वारा प्रदत्त एक विशिष्ट सेवा पदक और आठ सराहनीय सेवा पदक तथा होमगार्ड के अधिकारियों-कर्मचारियों को दो विशिष्ट सेवा पदक तथा सराहनीय सेवा के लिए पाँच नागरिक सुरक्षा पदक भी प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री ने एक उत्तम जीवन रक्षा पदक और तीन जीवन रक्षक पदक भी प्रदान किए। समारोह के अंत में स्पेशल ट्रास्क फोर्स और एन.सी.सी. एयर विंग को परेड़ में प्रथम आने पर सम्मानित किया गया।
इन्हें मिले राष्ट्रपति पदक
      राष्ट्रपति के विशिष्ट सेवा पदक (पुलिस)- अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस.पी.ई. लोकायुक्त भोपाल श्री सुशोभन बनर्जी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक म.प्र.मानव अधिकार आयोग भोपाल श्रीमती सुषमा सिंह, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक शिकायत पु.मु. भोपाल श्री विपिन कुमार माहेश्वरी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कल्याण पु.मु. भोपाल श्री विजय कटारिया, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ईओडब्ल्यू भोपाल श्री सैयद मोहम्मद अफजल, सहायक सेनानी प्रथम वाहिनी इंदौर श्री राजेन्द्र सिंह भदौरिया व निरीक्षक (अनु सचिवीय) विशेष शाखा पु.मु.भोपाल श्री विवेक परांजपे।
राष्ट्रपति का सराहनीय सेवा पदक (पुलिस)-  सेनानी 17 वी वाहिनी विसबल भिंड श्री जगतसिंह राजपूत,पुलिस अधीक्षक मुख्यालय इंदौर श्री अवधेश कुमार गोस्वामी, सेनानी 24 वी वाहिनी विसबल जावरा श्री महेश चंद्र जैन,पुलिस अधीक्षक म.प्र.पुलिस अकादमी भौंरी भोपाल श्री संजय कुमार सिंह, सहायक पुलिस महानिरीक्षक अ.अ.वि.पु.मु.भोपाल श्रीमती श्रद्धा तिवारी, सहायक पुलिस महानिरीक्षक रेल भोपाल श्री धर्मवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त ग्वालियर श्री संजीव कुमार सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीटीएस तिघरा ग्वालियर श्री अताउल्ला सिद्धकी, उप पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल श्री गोपाल सिंह, सहायक सेनानी 9 वी वाहिनी विसबल रीवा श्री राजेश गुरू, निरीक्षक विसबल 23वीं वाहिनी भोपाल श्री प्रदीप कुमार बुधौलिया, निरीक्षक रेडियो पीआरटीएस इंदौर श्री वीर विक्रम सेंगर, निरीक्षक विशेष शाखा इंदौर श्री शिवकुमार पटेल, निरीक्षक (अनु सचिवीय) महिला अपराध शाखा पु.मु. भोपाल श्री रमेश कुमार हेमनानी, सूबेदार (अनु सचिवीय) नारकोटिक्स इंदौर श्री अरशद अली खान, उप निरीक्षक लोकायुक्त भोपाल श्री अनिल कुमार भदौरिया, उप निरीक्षक विशेष शाखा भोपाल श्री नारायण अंबेडकर, उप निरीक्षक (अनु सचिवीय) विसबल पु्.मु. भोपाल श्री सतीश कुमार गुप्ता, उप निरीक्षक (अनु सचिवीय) अजाक पु.मु.भोपाल श्रीमती सुमनलता शुक्ला, सहायक उप निरीक्षक रीवा श्री प्रमोद पाण्डे, सहायक उप निरीक्षक विसबल 24 वी वाहिनी जावरा श्री हेत सिंह भदौरिया, सहायक उप निरीक्षक रीडर टू पुलिस अधीक्षक भिंड श्री अशोक कुमार सविता, सहायक उप निरीक्षक (अनु सचिवीय) विसबल पु.मु.भोपाल श्रीमती मधु चौधरी, प्रधान आरक्षक यातायात इंदौर श्री कृष्णमुरारी दुबे, प्रधान आरक्षक यातायात इंदौर श्री महेश कुमार पाण्डे, प्रधान आरक्षक छतरपुर श्री जमुना प्रसाद श्रीवास, प्रधान आरक्षक आरएपीटीसी इंदौर श्री सत्यनारायण सिंह यादव, प्रधान आरक्षक कंट्रोल रूम भोपाल श्री रईस उल्लाह, प्रधान आरक्षक अ.अ.वि.पु.मु.भोपाल श्री चिमन अलीवल, प्रधान आरक्षक 5 वी वाहिनी मुरैना श्री अब्दुल रज्जाक खान, प्रधान आरक्षक ईओडब्ल्यू भोपाल श्री कमलेश्वर प्रसाद, प्रधान आरक्षक दतिया श्री अशोक कुमार यादव, आरक्षक रेडियो भोपाल श्री शिवनाथ सिंह, आरक्षक वि.पु.स्था. लोकायुक्त इंदौर श्री दिगम्बर पाल, आरक्षक पीएस इंदरगढ़ ग्वालियर श्री राजकुमार राठौर व आरक्षक डी.आर.पी.लाईन झाबुआ श्री जव सिंह राठौर।
विशिष्ट सेवा पदक (जेल)-  प्रहरी केन्द्रीय जेल सागर श्री कमला प्रसाद पटेल।
सराहनीय सेवा पदक (जेल)- सहायक जेल अधीक्षक सब जेल गंजबासोदा श्रीमती ज्योति तिवारी, मुख्य प्रहरी केन्द्रीय जेल ग्वालियर श्री रामस्वरूप सिंह कुशवाह, मुख्य प्रहरी सब जेल बड़वाह श्री करण सिंह रघुवंशी, मुख्य प्रहरी जिला जेल छिंदवाड़ा श्री प्रकाश नारायण दीक्षित, मुख्य प्रहरी जिला जेल बालाघाट श्री रविन्द्र जामकर, प्रहरी केन्द्रीय जेल सागर श्री इंद्रपाल सिंह, प्रहरी केन्द्रीय जेल उज्जैन श्री बाबूलाल सांखला एवं प्रहरी केन्द्रीय जेल ग्वालियर श्री वाचाराम।
विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का होमगार्ड तथा नागरिक सुरक्षा पदक- स्वयंसेवी प्लाटून कमांडर होमगार्ड भोपाल श्री रमाकांत रजक एवं डिवीजनल वार्डन सिविल डिफेन्स जबलपुर श्री क्रिस्टोफर ई आरलैण्ड।
सराहनीय सेवा के लिये राष्ट्रपति का होमगार्ड तथा नागरिक सुरक्षा पदक- डिवीजनल कमाण्डेंट एस.डी.ई.आर.एफ.भोपाल श्री कमलेन्द्र सिंह परिहार, जूनियर स्टाफ ऑफीसर होमगार्ड मुख्यालय जबलपुर श्री राजेन्द्र सिंह बघेल, सहायक उप निरीक्षक (अनु सचिवीय) डिवीजनल कार्यालय होमगार्ड ग्वालियर श्री भानूप्रताप सिंह परमार, स्वयंसेवी कंपनी कमांडर होमगार्ड भोपाल श्री देवनारायण सिंह व स्वयंसेवी महिला सैनिक होमगार्ड भोपाल सुश्री वर्षा गोगावाले।उत्तम जीवन रक्षा पदक-श्री साजिद खान, संजय वार्ड जिला सिवनी।जीवन रक्षा पदक-आरक्षक होशंगाबाद श्री अंकित धनगर, आरक्षक होशंगाबाद श्री महेन्द्र टेकाम व मास्टर सर्मपण मालवीय।


आरक्षण,नए जिलों के साथ कई घोषणाएं:भूपेश

रायपुर । स्वतंत्रता दिवस पर सूबे के मुखिया भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को कई बड़ी सौगातें दी है। जिनमें आरक्षण में बढ़ोतरी, नए जिले बनाने और एलिफेंट रिजर्व बनाने जैसी घोषणा शामिल है। 


सीएम बघेल ने घोषणा करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में हाथियों की आवा-जाही से कई बार जान-माल की हानि होती है। इसकी एक बड़ी वजह है। हाथियों को उनकी पसंदीदा जगह पर रहने की सुविधा नहीं मिल पाना भी है। इस दिशा में भी हमने गंभीरता से विचार किया है और आज मैं 'लेमरू एलीफेंट रिजर्व' की घोषणा करता हूं। यह दुनिया में अपनी तरह का पहला 'एलीफेंट रिजर्व' होगा, जहां हाथियों का स्थाई ठिकाना बन जाने से उनकी अन्य स्थानों पर आवा-जाही तथा इससे होने वाले नुकसान पर भी अंकुश लगेगा और जैव विविधता तथा वन्य प्राणी की दिशा में प्रदेश का योगदान दर्ज होगा। इसके साथ ही बहु-प्रतीक्षित मांग पूरी करते हुए एक नए जिले के निर्माण की घोषणा भी सीएम ने की। यह जिला 'गौरेला- पेण्ड्रा-मरवाही' के नाम से जाना जाएगा। इस तरह अब छत्तीसगढ़ 28 जिलों का राज्य बन जाएगा। इसके अलावा 25 नई तहसीलें भी बनाई जाएंगी।


बघेल ने कहा-मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी है कि हमारे प्रदेश का अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग तबका काफी शांतिप्रिय ढंग से अपने अधिकारों की बात करता रहा है। उनके संविधान सम्मत अधिकारों की रक्षा करना हमारा कर्त्तव्य है। इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए आज मैं यह घोषणा करता हूं कि अब प्रदेश निवासी अनुसूचित जनजाति को 32 प्रतिषत, अनुसूचित जाति को 13 प्रतिशत तथा अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया जाएगा।


मुठभेड़ में बदमाश-आरक्षी घायल:मुजफ्फरनगर

शाहपुर पुलिस ने मुठभेड़ में किया शातिर बदमाश को गिरफ्तार,तो वही एक सिपाही भी हुआ मुठभेड़ के दौरान घायल


मुठभेड़ में गिरफ्तार शातिर बदमाश शोएब उर्फ़ आबिद के ख़िलाफ़ गैंगेस्टर,लूट आदि के लगभग दो दर्जन मुक़दमे हैं दर्ज


मुजफ्फरनगर। एसएसपी अभिषेक यादव के कुशल एवं प्रभावी निर्देशन में व पुलिस अधीक्षक देहात आलोक शर्मा के नेतृत्व में एक बार फिर थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह ने अपनी बेहतरीन कार्यप्रणाली का जलवा दिखाते हुए, एक बदमाश को मुठभेड़ के दौरान जान की परवाह किये बगैर गिरफ्तार किया। वही अदम्य साहस व वीरता का परिचय देते हुए बदमाश को सिखस्त देते हुए सिपाही प्रेमपाल भी इस मुठभेड़ में गोली लगने से हुआ घायल।थाना शाहपुर क्षेत्र में दौराने गश्त खतौला मोड पर थाना शाहपुर पुलिस एवं बदमाशों के बीच मुठभेड हुई। पुलिस मुठभेड के दौरान एक शातिर लुटेरा बदमाश शोएब उर्फ आबिद पुत्र मौसम निवासी ग्राम माण्डी थाना तितावी मुजफ्फरनगर घायल हो गया। इस दौरान थाना शाहपुर पर नियुक्त आरक्षी 192 प्रेमपाल भी गोली लगने के कारण घायल हो गये। दोनों घायलों को सरकारी अस्पताल शाहपुर में उपचार हेतु भेजा गया। एक बदमाश सोनू उर्फ मामा पुत्र इकबाल निवासी ग्राम तावली थाना शाहपुर मुजफ्फरनगर मौके का फायदा उठाकर हुआ फरार। फरार हुए आरोपी की तलाश जारी है। गिरफ्तार अभियुक्त शोएब उपरोक्त के कब्जे से 01 मोटर साइकिल स्पलेण्डर रंग लाल बिना नम्बर एवं 01 तमंचा मय 01 खोखा कारतूस व 02 जिन्दा कारतूस 315 बोर बरामद किया गया। अभियुक्त पर थाना शाहपुर व तितावी में लूट,चोरी, छिनैती एवं गैंगेस्टर आदि के लगभग 02 दर्जन अभियोग पंजीकृत है। तस्लीम बेनकाब


एम्स में भर्ती अरुण जेटली की हालत स्थिर

एम्स में भर्ती अरुण जेटली की हालत गंभीर

नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली सात दिनों से एम्स के आइसीयू में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि एम्स ने उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। अरुण जेटली लंबे समय से बीमार हैं। 9 अगस्त को सांस लेने में परेशानी के बाद उन्हें एम्स के आइसीयू में भर्ती किया गया था। उस दिन एम्स ने बयान जारी कर उनकी हालत स्थिर बताया था। एक दिन पहले उनका वेंटिलेटर हटाकर एक प्रोसिजर किया गया था लेकिन गुरुवार को उनकी तबीयत दोबारा बिगड़ गई। डॉक्टर इसका कारण फेफड़े में बार-बार पानी जमा होना बता रहे हैं। डॉक्टर कहते हैं कि उन्हें सॉफ्ट टिश्यू सारकोमा है। इस वजह से दिक्कत हो रही है।
पिछले शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन एम्स पहुंचे थे और अरुण जेटली का हाल जाना। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चैबे भी जेटली को देखने के लिए एम्स पहुंचे थे। बाद में उन्हें देखने वालों का तांता लगा रहा। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पिछली मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय के साथ-साथ कुछ समय के लिए रक्षा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाली थी। अटल बिहारी सरकार में भी वे केंद्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं। बीमारी की वजह से इस बार वह मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए। बीमारी के बावजूद वह मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रमों पर करीबी नजर रखते रहे हैं। अक्सर वह प्रमुख मुद्दों पर ब्लॉग लिखकर या फिर ट्वीट कर अपनी राय जाहिर करते हैं।
ज्ञात हो कि अरुण जेटली लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। बीमारी की वजह से वे 2019 में लोकसभा चुनाव के बाद मोदी कैबिनेट में शामिल नहीं हुए। अरुण जेटली का 14 मई 2018 में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में किडनी ट्रांसप्लांट का सफल ऑपरेशन किया गया। इसके बाद उन्होंने अप्रैल 2018 की शुरुआत से ही मंत्रालय आना बंद कर दिया। इस दौरान पीयूष गोयल वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालते रहे। स्वास्थ्य लाभ के बाद 23 अगस्त 2018 को उन्होंने वापस वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले अरुण जेटली का सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन हो चुका है। लंबे समय से मधुमेह के कारण वजन बढ़ने की समस्या के निदान के लिए यह ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन पहले मैक्स हॉस्पीटल में हुआ, लेकिन बाद में कुछ दिक्कतें आने के कारण उन्हें ।प्प्डै स्थानांतरित किया गया था। कुछ साल पहले उनके हृदय का भी ऑपरेशन हो चुका है।


अशोक भारद्वाज


मुठभेड़ के बाद बदमाश गिरफ्तार:गाजियाबाद

नीरज


गाजियाबाद। थाना इंद्रापुरम पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश घायल होने के बाद, गिरफ्तार किया है। घटना में प्रयुक्त एक  लूटी गई बाईक , लूट के 02 मोबाईल व अवैध असलहा बरामद किया गया। थाना इंद्रापुरम पुलिस द्वारा दिनाँक 15 अगस्त को समय करीब 08:40 बजे दौराने चैकिंग कनावनी पुस्ता पर बाईक पर सवार 02 संदिग्ध व्यक्ति को रोकने का इशारा किया गया। नही रुके तथा भागते हुए जान से मारने की नियत से पुलिस पार्टी पर फायर किया गया। पुलिस पार्टी की जवाबी फायरिंग में बदमाश शिवराज पुत्र हंसराज निवासी अमरपुर थाना रजपुरा जनपद संभल गोली लगने से घायल हो गया है। जिसको गिरफ्तार कर उपचार हेतु  अस्पताल में भर्ती किया गया है। उक्त अभियुक्त का एक साथी मौके से भागने मे सफल रहा।  जिसकी तलाश जारी है।


गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से घटना में प्रयुक्त शहादरा , दिल्ली से लूटी गई एक केटीएम बाईक, थाना इंदिरापुरम क्षेत्र से  लूटे गये 02 मोबाईल व 01 तमंचा 315 बोर मय 01 खोखा, 01 जिन्दा कारतूस बरामद हुए है। गिरफ्तार अभियुक्त पर करीब 01 दर्जन लूट, चोरी व अन्य आपराधिक मुकदमे दर्ज है अभियुक्त के अन्य अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।


'एयर इंडिया' ने उड़ान भर, रचा इतिहास

73वें स्वंतत्रता दिवस पर एयर इंडिया ने रचा है इतिहास
नॉर्थ पोल से फ्लाइट उड़ाने वाली पहली एयरलाइन बनी
दिल्ली से सैन फ्रैंसिस्को के बीच उड़ान नॉर्थ पोल से गुजरी
पाक के ऊपर से फ्लाइट के लिए तैयार थे कई रास्ते



मुंबई। इस स्वतंत्रता दिवस पर एयर इंडिया का बोईंग 777 एयरक्राफ्ट जब नॉर्थ पोल के ऊपर से उड़ा तो इतिहास रच दिया। ऐसा करके एयर इंडिया पोलर क्षेत्र से कमर्शल फ्लाइट उड़ाने वाली पहली इंडियन एयरलाइन बन गई। दिल्ली से सैन फ्रैंसिस्को जाने वाली फ्लाइट जो आमतौर पर अटलांटिक या प्रशांत महासागर के ऊपर से निकलती है, गुरुवार को नॉर्थ पोल के ऊपर से निकली। जल्द ही प्राइवेट हाथों में जाने वाली एयर इंडिया के लिए यह एक बड़ा मील का पत्थर माना जा रहा है।


पाक से तनाव के बीच तैयार दो प्लान
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच पोलर रूट पर जाने के लिए एयर इंडिया के ऑपरेशन्स विभाग ने दो फ्लाइट प्लान बनाए। एयर इंडिया के एक सूत्र ने बताया है, 'हमें 15 अगस्त को पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होने के लिए तैयार रहने को कहा गया था। अगर भारतीय उड़ानों के लिए एयरस्पेस बंद रखा जाता तो भी हम पोलर क्षेत्र से उड़ान भरते हैं।'
दूसरों ने बताया कि तब दूसरा रास्ता लिया जाता जिसमें एयरक्राफ्ट स्ट्रेट ऑफ हॉरमुज के ऊपर से होकर पोल के उत्तर से ले जाया जाता। दिल्ली-सैन फ्रैंसिस्को की फ्लाइट AI-173 सुबह 4 बजे 243 यात्रियों के साथ पाकिस्तान, अफगानिस्तान, कजाकिस्तान, रूस के ऊपर से उड़कर 12.27 बजे नॉर्थ पोल से निकली।अत्याधिक गुरुत्वाकर्षण होने की वजह से दिशा की सही जानकारी देने वाले कंपास भी काम करना बंद कर देते हैं।
कई होती हैं चुनौतियां
ऐसे वक्त में विमान में लगे अत्याधुनिक तकनीक और जीपीएस की सहायता से पायलट को विमान में लगी स्क्रीन पर डिजिटल डेटा उपलब्ध होता है, जिसकी मदद से पायलट सही मार्ग का चयन करता है। नॉर्थ पोल में तापमान हर समय करीब माइनस 30 के करीब रहता है। तापमान माइनस 65 के करीब पहुंचने पर विमान का ईंधन भी जम सकता है। इस वजह से उड़ान के दौरान ऊंचाई का भी विशेष खयाल रखना होता है।


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