सोमवार, 5 अगस्त 2019

विभाग की उदारता का दंश झेल रहे किसान

श्रवण मिश्रा
सिंचाई विभाग की उदासीनता का दंश झेल रहे कृषक
रायबरेली,बछरावां। सिंचाई विभाग की उदासीनता के चलते नहीं हुई कलुई खेड़ा माइनर की सफाई। जिसके चलते आधा दर्जन से अधिक गांव के किसानों के खेतों तक नहर का पानी नही पहुंच पा रहा है। पानी न पहुंचने से धान की फसल पूरी तरह से प्रभावित हो रही है। नहर की सफाई ना होने से किसानों में है जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है।
कृषको ने नहर की शीघ्र सफाई कराए जाने के लिए जिलाधिकारी से मांग की है। विदित हो कि बछरावां क्षेत्र अन्तर्गत कलुईखेड़ा, घनश्याम खेड़ा, ठकुराइन खेड़ा, पट्टी सहित आधा दर्जन से अधिक गांवों में सिंचाई के लिए कलुईखेड़ा माइनर से खेतों तक नही पहुंच पा रहा है। परंतु सिंचाई विभाग की अकर्मण्यता व लूट खसोट के चलते माइनर की सफाई नहीं की गई। जिसके चलते माइनर के हेड से पानी नहीं आ रहा है और नहर सूखी पड़ी हुई है।
 


नगर विकास मंत्री ने लगवाया नल:कब्जा

उदयवीर सिंह
शाहजहांपुर । समर सेविल का बोरिंग करा कर इंडिया मार्का हैंड पंप पर डलवा दी एक ट्राली मिट्टी।रौज़ा क्षेत्र की मठिया कॉलोनी में पेयजल समस्या को देखते हुए नगर विकास मंत्री द्वारा सड़क के किनारे इंडिया मार्का हैंड पंप लगवाया गया था। जिससे क्षेत्र के सैकड़ों लोग पेयजल व्यवस्था का लाभ लेते थे,लेकिन ठाकुर साहब ने सड़क के किनारे नाले की जमीन पर पक्का बनवा कर इंडिया मार्का हैंड पंप को खुदवा कर उससे अपने मकान का समरसेबल का कनेक्शन करा लिया और इतना ही नहीं इंडिया मार्का हैंड पंप पर दो ट्राली मलवा डलवा दिया ताकि स्थानीय लोग पानी न पी सकें इससे स्थानीय नागरिकों में ठाकुर साहब के प्रति आक्रोश पनप रहा है ।लेकिन ठाकुर साहब किसी की बात को सुनने को तैयार नहीं लगभग 50 फीट लंबा चौतरा चबूतरा सड़क बना ले की जमीन पर बनवा लिया है।जिसकी शिकायत कई बार स्थानीय लेखपाल बा ग्राम पंचायत बलिया के ग्राम प्रधान संजय सिंह से भी की गई,लेकिन उनके द्वारा यह कहकर कोई कार्रवाई नहीं की गई की यह इंडिया मार्का हैंड पंप ग्राम पंचायत द्वारा नहीं लगवाया गया है यह नल नगर विधायक व नगर विकास मंत्री द्वारा लगाया गया था जिस पर कब्जा किया गया है।


जम्मू कश्मीर और लद्दाख बने अलग प्रदेश

मोदी सरकार का ऐतिहासिक फैसला: जम्मू-कश्मीर और लद्दाख बने अलग केंद्र शासित प्रदेश


नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर पर केंद्र सरकार ने बड़ी घोषणा कर दी है। नरेंद्र मोदी सरकार ने कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को खत्म करने का प्रस्ताव राज्यसभा में पेश कर दिया।इसके साथ ही जम्मू कश्मीर को भी केन्द्र शासित प्रदेश का दर्जा मिल गया है। इतना ही नहीं लद्दाख को भी जम्‍मू-कश्‍मीर से अलग कर के केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है। हालांकि दोनों की विधानसभा एक ही (जम्‍मू कश्‍मीर विधानसभा) रहेगी। ऐसे में अनुच्छेद 370 में अब सिर्फ खंड एक रहेगा। इस घोषणा के बाद पीडीपी सांसद ने सदन में अपना कुर्ता फाड़ लिया। स्थगन के बाद फिर शुरू हुई राज्यसभा की कार्रवाई। विपक्षी दलों का हंगामा जारी है।


यात्री बस में लगी आग, 25 झुलसे

मुजफ्फरपुर । मुजफ्फरपुर से सिलीगुड़ी जा रही बस में पूर्णिया में आग लगने से करीब दो दर्जन लोग झुलस गए। घायलों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार, पूर्णिया बस स्टैंड के पास डिवाइडर से टकराने के कारण बस में आग लग गई। दुर्घटना के वक्‍त बस में 45 लोग सवार थे। इनमें से सात लोगों की झुलसने से मौत हो गई। इसके अलावा 20 से 25 यात्री घायल हैं। घायलों का सदर अस्पताल (पूर्णिया) में इलाज चल रहा है।घटना सहायक खजांची थाना के बस स्टैंड के पास की है। जानकारी के मुताबिक डिवाइडर से टकराने के कारण हुए हादसे में बस पूरी तरह जलकर राख हो गई। न्याय ट्रैवल्स की बस मुजफ्फरपुर से सिलीगुड़ी जा रही थी दुर्घटना में बस जलकर राख हो गई। मौके पर पहुंचे डीएम और एसपी मामले की जानकारी मिलते ही एसपी विशाल शर्मा मौके पर पहुंच कर दुर्घटना के कारणों की जांच में जुट गए।इससे पहले डीएम और एसपी ने एक व्यक्ति के मरने और अन्‍य कई लोगों के झुलसने की बात कही थी। बस में करीब 40 से 50 लोग सवार थे। बताया जाता है कि दुर्घटना के बाद कई लोग शीशा तोड़कर बस से बाहर निकले। एसपी विशाल शर्मा ने कहा कि अब तक एक महिला का शव मिला है।


कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म:प्रस्ताव

तारिक खान


नई दिल्ली । राज्यसभा में भारी हंगामे के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अनुच्छेद 370 के तहत संविधान में कश्मीर को मिला विशेष दर्जा ख़त्म करने का प्रस्ताव पेश किया है।समाचार लिखे जाने तक ससद में हंगामा चल रहा है। विपक्ष पूरी तरह से सरकार पर हमलावर है।


आपको बता दें कि इससे पहले सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ  सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और सुरक्षा से जुड़े अधिकारी शामिल थे।इसके बाद कैबिनेट की बैठक हुई। लेकिन कैबिनेट में क्या हुआ, इस बात की जानकारी देने के लिए होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया।राज्यसभा में हंगामे के बीच गृहमंत्री  अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की सिफारिश की है।  इसके बाद राज्यसभा में जमकर हंगामा शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के कई खंड लागू नहीं होंगे। सिर्फ खंड एक बचा रहेगा। अब इस मुद्दे पर राज्यसभा में वोटिंग हो सकती है। आपको बता दें कि इससे पहले सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ  सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और सुरक्षा से जुड़े अधिकारी शामिल थे।इसके बाद कैबिनेट की बैठक हुई। लेकिन कैबिनेट में क्या हुआ, इस बात की जानकारी देने के लिए होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाल दिया गया।


सड़क हादसे में पति-पत्नी बच्ची की मौत

अफसर अली


अमरोहा । उत्तर प्रदेश के अमरोहा जनपद के गजरौला थाना इलाके में नैशनल हाईवे 24 पर उत्तराखंड के रुद्रपुर डिपो की रोडवेज बस मोटरसाईकल सवारों को बचाने के चक्कर में डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई और हादसे में मोटरसाईकिल सवार पति-पत्नी व बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई और हादसे के दौरान मोटरसाईकिल की टंकी फटने से मोटरसाइकिल व बस में आग लग गई घटना की सूचना पर पहुँची थाना पुलिस ने बस के नीचे दवे शव को निकलवाया , मोके पर पहुँची दमकल विभाग दो गाड़ियों से आग पर काबू पाया। हादसे की वजह से नैशनल हाईवे पर जाम भी लग गया था।दरसल पूरी घटना अमरोहा जनपद के थाना गजरौला क्षेत्र के नेशनल हाईवे 24 पर मोहम्दाबाद की हैं जहाँ दिल्ली दिशा से आ रही रुद्रपुर डिपो की बस ने मोटर साईकिल मैं टक्कर मार दी जिस दौरान मोटर साईकिल सवार दंपत्ति की दर्दनाक मौत हो गयी, वही घटना के दौरान मोके पर पहुची पुलिस ने मिर्तक दम्पप्ति के शब को कब्जे मैं लेकर पोस्मार्टम हाऊस भेजकर वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी थी। हादसा उस वक्त हुआ जब उत्तराखंड के रुद्रपुर डिपो की रोडवेज बस मोटरसाईकल सवारों को बचाने के चक्कर में डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई।और हादसे में मोटरसाईकिल सवार पति पत्नी व बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई और हादसे के दौरान मोटरसाईकिल की टंकी फटने से मोटरसाइकिल व बस में आग लग गई घटना की सूचना पर पहुँची थाना पुलिस ने बस के नीचे दवे शव को निकलवाया , मोके पर पहुँची दमकल विभाग दो गाड़ियों से आग पर काबू पाया । हादसे की वजह से नैशनल हाईवे पर जाम भी लग गया था ,और गाड़ी में आग लगने की वजह से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था। लेकिन प्रशासन और स्थानीय लोगों की मदद से दमकल विभाग में बस में लगी आग पर काबू पा लिया और सभी मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दे गया इस हादसे में 2 लोग घायल हुए थे। उन्हें उपचार के लिए अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है जानकारी है।


कैबिनेट-बैठक:लिया जाएगा बड़ा फैसला

नई दिल्ली । कैबिनेट मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए गृहमंत्री अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर पहुंच गए हैं। पीएम मोदी के आवास पर पहले ही से ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद हैं। कैबिनेट मीटिंग से पहले अमित शाह, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, गृह सचिव राजीब गाबा समेत गृह मंत्रालय के अधिकारियों के बीच अहम बैठक हुई। कैबिनेट की बैठक सुबह 9.30 बजे होगी, इससे पहले गृहमंत्री समेत सभी वरिष्ठ अधिकारियों के पीएम आवास पहुंचने के पीछे किसी बड़े फैसले को लेकर होने वाली मंत्रणा बताई जा रही है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि सरकार ने जम्मू कश्मीर पर कोई फैसला लेने से पहले सरकार ने कानून मंत्रालय की राय ली है।


प्रेमी युगल को प्रेमिका के घर वालों ने पीटा

प्रेमी युगल को प्रेमिका के घरवालों ने घेरकर पीटा


औरैया,दिबियापुर । परिजन जब शादी को राजी नहीं हुए तो प्रेमी प्रेमिका घर से भाग निकले। लड़की के परिजनों को जैसे ही भनक लगी तो उन्होंने दोनों को एक रास्ते में घेर लिया। इसके बाद प्रेमी की जमकर पिटाई की। लोगों की भीड़ लग गई।
दिबियापुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक को पड़ोस के ही गांव की युवती से प्रेम हो गया। दोनों में प्रेम परवान चढ़ा तो एक जाति के न होने के कारण लड़की के परिजनों ने विरोध किया। इस पर दोनों ने घर से भागने की योजना बनाई। दोनों ने प्लान बनाया और प्रेमी बाइक लेकर आ गया और प्रेमिका को बाइक पर बिठाकर भाग निकला। कुछ लोगों ने देखा तो प्रेमिका के परिजनों को सूचना दे दी तो वह लोग वाहन लेकर निकल पड़े और असेनी के पास दोनों को घेर लिया।प्रेमिका के परिजनों ने प्रेमी की जमकर धुनाई की। प्रत्यक्षदर्शी बताते है कि प्रेमिका ने बचाने की कोशिश की तो वह लोग उसे पीटते हुए अपने साथ ले गए। घायल प्रेमी का सीएचसी में उपचार हुआ। थाना पुलिस ने घटना की जानकारी होने से इन्कार किया।


छेड़खानी का विरोध करने पर पिता-पुत्री को पीटा


औरैया । शहर निवासी एक किशोरी ने दो युवकों पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। विरोध करने पर मारपीट कर धमकी दिए जाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि जब उसके पिता आरोपित के घर शिकायत करने गए तो उन लोगों ने लाठी-डंडों से उनकी पिटाई की। किशोरी ने कोतवाली में दिए शिकायती पत्र में बताया कि शनिवार की शाम वह अपने निजी काम से बाजार जा रही थी। जब वह बाजार करके वापस आ रही थी, तभी रास्ते में दो युवकों ने उसे घेर लिया और अश्लील हरकतें करने लगे। विरोध करने पर गाली-गलौज व मारपीट करने लगे। पीड़ित ने बताया जब उसने अपने घर जाकर परिजनों को बताया तो उसके पिता आरोपितों के घर उहालना देने गए। जिस पर आरोपितों ने गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडों से मारपीट की। आसपास के लोगों के आ जाने से मामला शांत हो सका। पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। शरद यादव


इच्छा एप करेगा निरीक्षण,हाईटेक शिक्षा

मोबाइल एप से बेसिक शिक्षा को किया जाएगा हाईटेक


शरद यादव. औरैया। परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने एवं निगरानी रखने के लिए शासन की ओर से मोबाइल एप लॉन्च किए गए हैं। इनके जरिए बेसिक शिक्षा विभाग को हाईटेक बनाने की तैयारी कर रहा है। पिछले दिनों लॉन्च किए गए दीक्षा एप का प्रयोग पढ़ाई कराने के लिए किया जाएगा। इच्छा एप का प्रयोग एबीआरसी व खंड शिक्षाधिकारी विद्यालयों का अनुश्रवण करने के लिए करेंगे। परिषदीय विद्यालयों की निश्शुल्क वितरित होने वाली पाठ्य पुस्तकों के प्रत्येक पाठ के शुरुआत में क्यूआर कोड दिया गया है। दीक्षा एप के माध्यम से क्यूआर कोड को स्कैन कर वीडियो चलाया जा सकता है। इससे न सिर्फ बच्चों को अध्ययन करने में सुविधा होगी, बल्कि शैक्षिक स्तर भी बढ़ेगा। बेसिक शिक्षा अधिकारी एसपी सिंह की ओर से प्रत्येक माह यह समीक्षा की जाएगी कि जनपद में कुल कितने शिक्षकों ने यह एप डाउनलोड किया है। एप के प्रयोग के लिए ब्लॉक संसाधन केंद्रों में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। दीक्षा एप कक्षा एक से आठ तक के सभी कक्षाओं में सभी विषयों में प्रयोग किया जा सकता है। वहीं इच्छा एप को विद्यालयों की निगरानी एवं कक्षा शिक्षण को आनलाइन करने के उद्देश्य से लांच किया गया है। जनपद के कुल 1516 परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में एक लाख छह हजार बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। वहीं इच्छा एप के माध्यम से निरीक्षण को आनलाइन भी किया जाएगा। आने वाले समय समय में कोई भी एबीआरसी बिना इस एप का इस्तेमाल किए निरीक्षण नहीं कर सकेगा।


महासंघ,चुनाव पर किया विचार-विमर्श

गाजियाबाद । महासंघ के मूल उद्देश्य के विस्तार को ध्यान में रखते हुए सर्व समाज महासंघ कार्यकारिणी के द्वारा  एक सभा का आयोजन कुलदीप त्यागी के गाजियाबाद स्थित निवास पर किया गया। जिसमें महासंघ के मूल उद्देयो के विस्तार और प्रसार को लेकर  विचार-विमर्श किया गया । महासंघ का उद्देश्य सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध  कार्य करना, दलित-पिछड़ों को मुख्यधारा में लाना,शिक्षा को बढ़ाना एवं युवा वर्ग को आत्मनिर्भर एवं स्वभावलबीं आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस अवसर पर कुलदीप त्यागी जिला अध्यक्ष, रिटायर डिप्टी एसपी सुनील त्यागी, एमएलसी स्नातक के प्रत्याशी मौजूद रहे। चुनाव के बारे में आगे की रणनीति तय की गई, बैठक में मौजूद रामकिशोर त्यागी सिहानी, छात्र नेता मनीषा त्यागी, छात्र नेता उत्तम त्यागी, अनिल सैन, बबली त्यागी निवाड़ी, एक्साइज से डीएसपी देवेंद्र त्यागी, जितेंद्र कुमार, सुनील कुमार एडवोकेट, महिपाल सिंह मावी, बिजनौर से नगर पालिका वाइस चेयरमैन कृष्ण गोपाल आर्य मौजूद रहे।


प्रेम-प्रसंग में सफलता प्राप्त होगी:मेष

राशिफल


मेष – प्रेम-प्रसंग में सफलता प्राप्त होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। भागदौड़ अधिक रहेगी। स्वास्थ्‍य का पाया कमजोर रहेगा। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। कोई दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से बचें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा।


वृष —–भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे। रोजगार प्राप्ति के लिए किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय से संतुष्टि होगी। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। भाग्य का साथ मिलेगा। दूसरों के काम में दखल न दें। शत्रु नतमस्तक होंगे।


मिथुन—- किसी बात के बारे में अनहोनी की आशंका रहेगी। विवाद से क्लेश हो सकता है। शारीरिक कष्ट की आशंका है। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। कारोबार अच्‍छा चलेगा। प्रमाद न करें।


कर्क —–कोई बड़ा व्यय अचानक सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। किसी व्यक्ति से अकारण विवाद हो सकता है। व्यापार ठीक चलेगा। शारीरिक कष्ट का कारण किसी तरह की लापरवाही हो सकती है। समय ठीक नहीं है।


सिंह —-सुख के साधन प्राप्त होंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। किसी लंबी यात्रा की योजना बन सकती है। नए काम मिलेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्‍य अच्‍छा रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। चोट लगने से बचें। प्रमाद न करें।


कन्या —-स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। किसी बड़ी समस्या का निराकरण सहज ही होगा। सुख के साधनों पर व्यय होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें।


तुला ——किसी सही बात का भी विरोध हो सकता है। अच्छी खबर प्राप्त होगी। आर्थिक उन्नति के लिए नई योजना बनेगी। समाजसेवा की प्रेरणा प्राप्त होगी। मान-सम्मान मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। समय की अनुकूलता रहेगी। नए अनुबंध होंगे।


वृश्चिक—– थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। कार्य की प्रशंसा होगी। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। आत्मसंतुष्टि रहेगी। धन प्राप्ति के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। भाग्य का साथ रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा।


धनु ——व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। फालतू खर्च होगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।


मकर —-जीवनसाथी के बारे में चिंता रहेगी। किसी लंबी यात्रा की योजना बनेगी। आर्थिक उन्नति होगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विवेक से कार्य करें। कार्य में सफलता मिलेगी। विवाद से बचें।


कुंभ —-कुसंगति से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी रखें। किसी भी तरह की बहस में हिस्सा न लें। भावना में बहकर महत्वपूर्ण निर्णय न लें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। नौकरी में कार्यभार रहेगा।


मीन —-स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। विद्यार्थी वर्ग अध्ययन आदि में सफलता प्राप्त करेगा। संगीत आदि में रुचि रहेगी। नौकरी में कोई नया कार्य करने से प्रभाव बढ़ेगा। कोई गलत निर्णय ले सकते हैं, सावधान रहें।


भारतीय शिक्षा प्रणाली,शैक्षिक प्रशासन

किसी भी देश का शैक्षिक प्रशासन बहुधा उसके राष्ट्रीय हितों के अनुरूप सुनिर्देशित प्रयोजनों से संबद्ध होता है। ब्रिटिश शासन काल में भारत की शैक्षिक नीति एवं प्रशासन विदेशी सत्ता द्वारा संचालित होने के कारण राष्ट्रीय परंपराओं संस्कृति तथा देशवासियों की आवश्यकताओं के अनुकूल न था।


भारत सरकार का शैक्षिक प्रशासन, १९१९ के अधिनियम से पूर्व पूर्णत: केंद्रीकृत था। इस अधिनियम से आंशिक प्रादेशिक स्वायता प्रदान की गई और तदुपरांत शिक्षा प्रादेशिक मंत्रालयों के अधीन एक अंतरित विषय बन गई। समुचित समन्वय के अभाव में वित्तीय कठिनाइयों के साथ ही इससे प्रादेशिकता की भावना जाग्रत हुई। महत्वपूर्ण विषयों पर सलाह देने के लिये एक केंद्रीय शिक्षा सलाहकार मंडल की स्थापना १९२१ में की गई, पर दो वर्ष उपरांत इसे भंग कर दिया गया। किंतु १९३५ में इसकी पुन: स्थापना हुई। भारतीय शैक्षिक सेवा में भर्ती १८९६ में प्रारंभ की गई थी किंतु १९२४ में इसे स्थगित कर दिया गया। भारत सरकार के १९३५ के अधिनियम ने राज्यों को अधिक स्वायत्तता प्रदान की और इसके फलस्वरूप भारतीय शिक्षा मंत्री अधिक अधिकार-संपन्न हो गए। १९४५ से भारत सरकार में शिक्षा के लिए पृथक् विभाग की स्थापना की गई और १९४७ में स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत मौलाना अबुल कलाम अजाद के मंत्रित्व में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की स्थापना हुई।


भारतीय संविधान के निर्माण के समय सन् १९४४ से शिक्षा तथा विश्वविद्यालय राज्य सूची के अंतर्गत रखे गए। केंद्र की गतिविधियों का केंद्रीय विश्वविद्यालयों तथा राष्ट्रीय महत्व की वैज्ञानिक और प्राविधिक शिक्षण संस्थाओं के परस्पर समन्वय तथा उच्च शिक्षा अथवा अनुसंधान एवं वैज्ञानिक और प्राविधिक संस्थाओं के मानकों के संकल्प तक सीमित कर दिया गया। व्यावसायिक तथा श्रमिकों को प्राविधिक शिक्षण केंद्र तथा राज्यों की समवर्ती सूची में रखा गया।यह अनुभव किया जाता है कि इस नवीन प्रजातंत्र में शैक्षिक प्रशासन का मुख्य कार्य शिक्षा को मानवीय रूप देना एवं जनता को प्रजातांत्रिक विधियों एवं स्थितियों में प्रशिक्षित करना है। नए शिक्षकों तथा निरीक्षण अधिकारियों को ऐसी विशिष्ट दृष्टि से संपन्न करना है, जिससे कि वे सत्ता की धाक जमाए बिना ही शिक्षार्थियों को प्रेरित कर सकें। स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत देश की परिवर्तित परिस्थतियों के अनुकूल शैक्षिक प्रशासन के सुधार की ओर अपेक्षित ध्यान नहीं दिया जा सका।वर्तमान काल में राज्यों में शिक्षा की व्यवस्था राज्य के शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में की जाती है, जिसके अधीन अनेक उपनिदेशक एवं सहायक होते हैं। राज्य अनेक मंडलों अथवा अंचलों में विभक्त होता है, प्रत्येक मंडल के अंतर्गत अनेक जिले होते हैं। प्रत्येक मंडल एक निरीक्षक के अधीन तथा हर जिला स्कूल निरीक्षक के अधीन होता है।इससे निम्न स्तर पर नागरिक तथा ग्रामीण क्षेत्रों में प्राय: प्राथमिक शिक्षा की व्यवस्था स्थानीय निकायों द्वारा की जाती है। पंचायती राज्य के प्रादुर्भाव तथा प्रजातांत्रिक विकेंद्रीकरण के कारण इन निकायों का विशेष महत्व है।विविध स्तरों पर शिक्षण संस्थाओं के नियंत्रण तथा प्रशासन में प्रवृत स्वैच्छिक अभिकरण भी इस प्रसंग में उल्लेखनीय हैं। सरकारी प्रशासन इन अभिकरणों को मान्यता प्रदान कर अथवा वित्तीय सहायता देकर इन पर नियंत्रण रखता है।केंद्रीय शिक्षामंत्री राज्यों के शैक्षिक प्रशासन पर परोक्ष रूप से नियंत्रण रखता है। वह समन्वय स्थपना तथा स्तरों में सुधार के अतिरिक्त अन्य विषयों से संबंधित निर्देश नहीं देता। किंतु केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड तथा भारतीय प्राविधिक शिक्षा परिषद् तथा अन्य समानांतर निकायों के अध्यक्ष के नाते वह इन निकायों के राज्यप्रतिनिधि शिक्षा मंत्रियों को रष्ट्रीय शिक्षानीति में एकरूपता की स्थापना के लिये अवश्य प्रभावित करता है।


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...