मंगलवार, 23 जुलाई 2019

30 साल बाद,फेसबुक ने मिलाया

फेसबुक ने मिलाया बाल दोस्तों को


प्रयागराज। दिल में जब एक दूजे से मिलने की आरजू हो तो अब निराश होने की जरूरत नहीं। पहले जो असम्भव था, आज की सोसल मीडिया ने उसे सम्भव कर दिखाया है। 
कहा जाता है कि बचपन की दोस्ती बहुत साफ पाक एवं अनमोल होती है। दो वर्षों से साथ पढ़ रहे हाई स्कूल के दो सहपाठी अवधेश और नीति 1989 में अलग अलग कालेजों में चले गए थे और फिर एक दूसरे के बारे में कोई जानकारी नहीं रही। एक प्रयाग तो दूजा मेघालय में ।उन्होंने सोचा भी नहीं था कि एक दिन फिर वो एक दूसरे से जुड़ पाएँगे। फेसबुक पर घूमते हुए तीस साल बाद अवधेश ने नीति को देखा और झट से पहचान लिया। फिर मैसेज और सम्पर्क सूत्र ढूढ़ने की कवायद शुरु हुई। आज अन्तत: एक दूजे से आनलाइन मुलाकात हुई और तीस साल पहले ही तमाम खट्टी मीठी यादों के चलचित्र साझा हुए। दोनों ने सोसल मीडिया का आत्मीय आभार व्यक्त किया।


दिन शुभ ,मन-प्रसन्न रहेगा : मीन

राशिफल 


मेष :----आज का दिन शुभ नहीं है। मन में तनाव बना रहेगा तथा निर्णय लेने में अस्थिरता बनी रहेगी। परिवार के लोगों का झुकाव आपके अन्य भाइयों की तरफ रहेगा। जिसके कारण आपका मन दुखी रहेगा। माता का आप पर स्नेह बना रहेगा एवं माता के आशीर्वाद से आप के कार्य सिद्ध होंगे। संतान के आगे के भविष्य की सफलता को लेकर आप चिंता में मग्न रहेंगे। त्वचा संबंधी रोग हो सकता है।


वृष :------आज का दिन शुभ है। मन में प्रसन्नता बनी रहेगी तथा मन तनाव मुक्त रहेगा। दिमाग सक्रिय रहेगा एवं शरीर में स्फूर्ति बनी रहेगी। परिवार के लोगों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा एवं समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। माता को हृदय संबंधी रोग हो सकता है। संतान के कार्य सिद्ध होंगे। संतान की सफलता से मन प्रसन्न रहेगा। आपके शरीर में पौरुष शक्ति की कमी आ सकती है।


मिथुन:---- आज का दिन शुभ नहीं है। मन में अस्थिरता रहेगी। कार्य करने में रुचि उत्पन्न नहीं होगी। मन में चिंता रहने से किसी कार्य में मन एकाग्र नहीं हो पाएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। अधिक क्रोध में किसी का अपमान ना करें, नहीं तो विवाद हो सकता है। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। पुत्र संतान पक्ष से जुड़ा हुआ कोई कार्य संपन्न होगा। आपको पाचन तंत्र से संबंधित कोई रोग हो सकता है।


कर्क :-----आज का दिन शुभ है। आपका भाग्य पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा। परिवार में सभी से पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा। भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। माता के आशीर्वाद से कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। संतान के लिए शुभ समय है। संतान को पूर्ण सफलता प्राप्त होगी। जिससे आपका मन प्रसन्न रहेगा। आपको किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए संतान के द्वारा उचित सलाह प्रदान की जाएगी।


सिंह :------आज का दिन शुभ नहीं है। वाहन सावधानी से चलाएं, दुर्घटना हो सकती है। अधिक क्रोध से बचकर रहें नहीं तो ब्लड प्रेशर अधिक बढ़ने से नुकसान हो सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें नहीं तो परिवार में विवाद हो सकता है। माता का वर्तमान में क्रोध अधिक रहेगा। अतः विवाद ना करें। संतान के द्वारा किसी बात को लेकर जिद की जा सकती है। जिसको पूरा करने से आपके मन में चिंता रहेगी!


कन्या :-----आज का दिन शुभ है। मन में प्रसन्नता बनी रहेगी। भविष्य की सफलता के लिए योजनाएं बनाने में लग जाएंगे एवं योजनाओं को क्रियान्वयन करने के लिए प्रयास करना शुरू कर देंगे। भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा। माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा एवं माता के आशीर्वाद से कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी। संतान के अंदर वर्तमान में तार्किक शक्ति अधिक होने से विवाद की बात कर सकते हैं।
तुला :-----आज का दिन सामान्य है। मन में अस्थिरता बनी रहेगी। तनाव बना रहेगा। निर्णय लेने में असमंजस पैदा होगा। परिवार में कोई धार्मिक कार्य हो सकता है। माता को हड्डी या जोड़ों से संबंधित भी तकलीफ हो सकती है। संतान के द्वारा किसी बात पर तर्क-कुतर्क करने से आपको तनाव हो सकता है। संतान के विचारों को सुनें, समझे एवं व्यावहारिक तौर पर सही सलाह दें।


वृश्चिक:------ आज का दिन शुभ है। मन में प्रसन्नता बनी रहेगी। कार्य करने में अधिक ऊर्जा की अनुभूति करेंगे। दिमाग सक्रिय रहेगा एवं शरीर में स्फूर्ति बनी रहेगी। मन में धार्मिक विचार उत्पन्न होंगे। भगवान की भक्ति करने से मन को शांति मिलेगी। परिवार में आनंदपूर्ण वातावरण बना रहेगा। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। माता के स्वास्थ्य में लाभ मिलेगा। माता के आशीर्वाद से आपको सफलता मिलेगी।


धनु :-----आज का दिन शुभ नहीं है। मन में अस्थिरता बनी रहेगी एवं तनाव पैदा होगा। मन में अनजाना सा भय बना रहेगा। परिवार में भाइयों से किसी बात को लेकर विवाद हो सकता है। माता के प्रति लगाव बना रहेगा। माता के आशीर्वाद से आपको कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी। आपको शीत प्रकृति से संबंधित रोग हो सकता है। संतान से किसी बात को लेकर मतभेद हो सकता है। जीवनसाथी से सामंजस्य बना रहेगा।


मकर:---- आज का दिन शुभ है। मन में प्रसन्नता रहेगी। आत्मविश्वास बना रहेगा। दिमाग सक्रिय रहेगा एवं कार्य करने में स्फूर्ति बनी रहेगी। भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा एवं समाज में प्रतिष्ठा प्राप्त होगी। भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। संतान के शिक्षा संबंधित कार्य पूर्ण होंगे। शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर पाएंगे। जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी।


कुंभ :------आज का दिन सामान्य है। कार्य करने में ऊर्जा की कमी महसूस करेंगे। मन में असमंजस रहेगा। आत्मविश्वास की कमी महसूस करेंगे। परिवार में किसी सदस्य के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बनी रहेगी। माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। संतान पक्ष की तार्किक बुद्धि के कारण विवाद की स्थिति बन सकती है। संतान को अधिक व्यावहारिक तौर पर समझाएं।


मीन :-----आज का दिन शुभ रहेगा। मन में प्रसन्नता रहेगी। आत्मविश्वास बना रहेगा। भविष्य की सफलता को लेकर विशेष योजना बनाएंगे एवं उनके क्रियान्वयन के लिए प्रयास करेंगे। दिमाग सक्रिय रहेगा एवं कार्य करने में स्फूर्ति का अनुभव करेंगे। परिवार का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। समाज में कोई विशेष पद मिल सकता है। दूसरे के विवादों को अपनी बुद्धिमत्ता से हल कर सकेंगे। माता का आशीर्वाद आपको प्राप्त है।


पर्वत जलवायु को प्रभावित करते हैं

जलवायु विभाजक पर्वत मौसम संबंधी अनेक प्रकार की घटनाओं को प्रभावित कर सकते हैं। वे तड़ित झंझा, विक्षोभ और पर्वत तरंग उत्पन्न कर सकते हैं, जेट प्रवाह को विभाजित अथवा त्वरित कर सकते हैं, बर्फ के संचयन में मदद दे सकते हैं और वायु के बहने के पैटर्न को 'विकृत' कर सकते हैं।


जलवायु की दृष्टि से किसी क्षेत्र में पर्वतों की स्थिति बहुत महत्त्वपूर्ण होती है। उस क्षेत्र का पर्वत पर स्थित होना (सागर तल से ऊंचाई पर स्थित होना) तो मौसम को प्रभावित करता ही है साथ ही यह भी महत्त्वपूर्ण है कि यह पर्वत के किस ढाल-पवनाभिमुख (विंडवर्ड) ढाल अथवा प्रतिपवन (लीवर्ड) ढाल-पर स्थित है।


किसी स्थान की जलवायु को निर्धारित करने वाले कारकों की चर्चा करते समय मौसमवैज्ञानिक और भूगोलवेत्ता अक्सर ही क्विटो शहर का उदाहरण देते हैं। क्विटो दक्षिण अमेरिका के इक्वेडोर देश की राजधानी है और भूमध्यरेखा पर स्थित है। इसलिए उसकी जलवायु को सामान्यतः वर्ष भर गर्म और आर्द्र रहना चाहिए और वहां सर्दी की ऋतु होनी ही नहीं चाहिए। परंतु क्विटो एंडीज पर्वत की एक चोटी पर स्थित है जिसकी सागर तल से ऊंचाई काफी अधिक है। इसलिए सर्दी की ऋतु में वहां वायुमंडल का ताप इतना गिर जाता है कि पानी जमने लगता है।


इसी प्रकार हिमालय के अक्षांशों में ही स्थित मैदानी इलाकों में सर्दियों में ताप इतने नीचे नहीं गिरता कि पानी जम जाए। आप जानते ही हैं कि हिमालय की अधिकांश चोटियां सदैव बर्फ से ढंकी रहती हैं। इसका कारण हिमालय की ऊंचाई ही है।


ऊंचे पर्वत पर स्थित होने के फलस्वरूप किसी स्थान की जलवायु के अपेक्षाकृत अधिक ठंडी हो जाने का एक मुख्य कारण है धरती की सतह से परावर्तित होने वाली सौर ऊर्जा की काफी मात्रा का उस स्थान तक न पहुंच पाना। बादल और धूलकण जो वायुमंडल में अपेक्षाकृत कम ऊंचाई पर उपस्थित होते हैं, अंतरिक्ष की ओर परावर्तित होने वाली ऊर्जा की काफी मात्रा को पुनः धरती की ओर परावर्तित कर देते हैं। इसलिए ऊंचे क्षेत्र मैदानी क्षेत्र की अपेक्षा अधिक ठंडे रहते हैं। सर्दियों में अनेक ऊंचे क्षेत्रों में जलाशय जम कर बर्फ में परावर्तित हो जाते हैं। यह बर्फ उस क्षेत्र के ताप को और कम कर देती है क्योंकि बर्फ का ऐल्बिडो काफी अधिक, 70-90 प्रतिशत तक, होता है, अर्थात् बर्फ उस पर पड़ने वाली सौर ऊर्जा के 70-90 प्रतिशत भाग को परावर्तित कर देती है। इससे ऊंचे पर्वतों पर धरती की सतह बहुत कम गर्म हो पाती है। धरती की सतह के बहुत कम ऊष्मा प्राप्त करने के कारण उसके द्वारा परावर्तित की जाने वाली ऊर्जा की मात्रा भी कम होती है। फलस्वरूप धरती की सतह से परावर्तित होने वाली दीर्घ तरंगों से ऊंचे पर्वतों का वायुमंडल भी अपेक्षाकृत कम गर्म हो पाता है। ऊंचे पर्वतों पर वायुमंडल का दाब भी अपेक्षाकृत कम होता है।


किसी क्षेत्र की जलवायु पर उसके निकटवर्ती पर्वत की दिशा का भी अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। हमारे देश की उत्तरी सीमा बनाने वाला पर्वतराज, हिमालय, पूर्व-पश्चिम दिशा में स्थित है। अपनी स्थिति के फलस्वरूप ही वह गर्मी की मानसून पवन को तिब्बत में नहीं जाने देता तथा उनके संपूर्ण जलवाष्प भंडार को अपनी तलहटी में ही रिक्त करा देता है। इसी वर्षा के फलस्वरूप गंगा-यमुना के कछार में पर्याप्त वर्षा होती है और उत्तर की नदियों को पानी मिलता है। साथ ही उस बर्फ के लिए भी पानी मिलता है जो हिमालय की चोटियों पर सदा जमी रहती है। इस वर्षा की वजह से ही हिमनदियां बनती हैं। हिमालय की पूर्व-पश्चिम दिशा में स्थिति यदि मानसून पवन को भारत से बाहर नहीं जाने देती तो वह साइबेरिया और मध्य एशिया की बर्फीली पवन को भारत में आने भी नहीं देती। हिमालय की विशेष स्थिति के फलस्वरूप ही भारत की जलवायु इतनी सुखद है और तिब्बत की इतनी विषम। मौसम- वैज्ञानिकों के अनुसार दक्षिण-पूर्वी एशिया में गर्मी में मानसून की प्रबलता का श्रेय मुख्य रूप से हिमालय की विशेष स्थिति को ही है।


हमारे देश के ही दो अन्य पर्वतों, पश्चिमी घाट और अरावली की स्थितियां भी अपने निकटवर्ती क्षेत्रों की जलवायु की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं। पश्चिमी तट के एकदम निकट, उत्तर-दक्षिण दिशा में, लगभग 1000 किमी. तक फैले पश्चिमी घाट की ऊंचाई 1 से 1.5 किमी. तक है परंतु वह दक्षिण-पश्चिम से आने वाली गर्मी की मानसून के मार्ग में “बाधा” उत्पन्न कर देता है। उसे पार करने के लिए इस पवन को ऊपर उठना पड़ता है और इस कोशिश में वह अपने जलवाष्प भंडार के बड़े भाग को वर्षा के रूप में त्याग कर लगभग “सूखी” हो जाती हैं। पश्चिमी तट पर स्थित मुंबई को वर्ष भर में लगभग 190 सेमी. वर्षा मिलती है, खंडाला जो 540 मीटर ऊंचाई पर स्थित है, 460 सेमी. और मुंबई से केवल 130 किमी. दूर परंतु पश्चिमी घाट के दूसरी ओर (प्रतिपवन ढाल पर) स्थित पुणे को मात्र 50 सेमी.।


यद्यपि अरब सागर से आने वाली गर्मी की मानसून राजस्थान के ऊपर से गुजरती हैं पर नमी के विशाल भंडार को संजोए रखने के बावजूद वह वहां बहुत कम वर्षा करती है। इस अल्प वर्षा के लिए बहुत हद तक अरावली पर्वत की स्थिति उत्तरदायी है। वह उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित है और मानसून के मार्ग में बहुत कम “बाधा” डालता है। फिर भी अरावली का दक्षिणी भाग कुछ हद तक मानसून पवन को वर्षा करने के लिए मजबूर कर देता है। इसीलिए माउंट आबू पर वर्ष भर में 170 सेमी. वर्षा हो जाती है जबकि उसके आसपास के मैदानी इलाकों में वर्ष भर में केवल 60 से 80 सेमी. ही है।


नाग मंदिरो की स्‍थापना (आस्‍था)

नागराज एक संस्कृत शब्द है जो कि नाग तथा राज (राजा) से मिलकर बना है अर्थात नागों का राजा। यह मुख्य रूप से तीन देवताओं हेतु प्रयुक्त होता है - अनन्त (शेषनाग), तक्षक तथा वासुकि। अनन्त, तक्षक तथा वासुकि तीनों भाई महर्षि कश्यप, तथा उनकी पत्नी कद्रु के पुत्र थे जो कि सभी साँपों के जनक माने जाते हैं। मान्यता के अनुसार नाग का वास पाताललोक में है।


सबसे बड़े भाई अनन्त भगवान विष्णु के भक्त हैं एवं साँपों का मित्रतापूर्ण पहलू प्रस्तुत करते हैं क्योंकि वे चूहे आदि जीवों से खाद्यान्न की रक्षा करते हैं। भगवान विष्णु जब क्षीरसागर में योगनिद्रा में होते हैं तो अनन्त उनका आसन बनते हैं तथा उनकी यह मुद्रा अनन्तशयनम् कहलाती है। अनन्त ने अपने सिर पर पृथ्वी को धारण किया हुआ है। उन्होंने भगवान विष्णु के साथ रामायण काल में राम के छोटे भाई लक्ष्मण तथा महाभारत काल में कृष्ण के बड़े भाई बलराम के रूप में अवतार लिया। इसके अतिरिक्त रामानुज तथा नित्यानन्द भी उनके अवतार कहे जाते हैं।


छोटे भाई वासुकि भगवान शिव के भक्त हैं, भगवान शिव हमेशा उन्हें गर्दन में पहने रहते हैं। तक्षक साँपों के खतरनाक पहलू को प्रस्तुत करते हैं, क्योंकि उनके जहर के कारण सभी उनसे डरते हैं।


गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले के थानगढ़ तहसील में नाग देवता वासुकि का एक प्राचीन मंदिर है। इस क्षेत्र में नाग वासुकि की पूजा ग्राम्य देवता के तौर पर की जाती है। यह भूमि सर्प भूमि भी कहलाती है। थानगढ़ के आस पास और भी अन्य नाग देवता के मंदिर मौजूद है।


देवभूमि उत्तराखण्ड में नाग के छोटे-बड़े अनेक मन्दिर हैं। वहाँ नागराज को आमतौर पर नाग देवता कहा जाता है और नागराज शब्द का प्रयोग यहां के लोगों द्वारा नहीं किया जाता है। उत्तराखण्ड में सिर्फ नागराजा शब्द का प्रयोग होता है और सेम मुखेम नागराजा उत्तराखण्ड का सबसे प्रसिद्ध तीर्थ है जहां कृष्ण भगवान नागराजा के रूप में पूजे जाते हैं और यह उत्तराकाशी जिले में है तथा श्रद्धालुओं में सेम नागराजा के नाम से प्रसिद्ध है। एक अन्य प्रसिद्ध मन्दिर डाण्डा नागराज पौड़ी जिले में है। उत्तरकाशी में दो नाग कालिया और वासुकि नाग को नागराज के स्वरूप में पूजा जाता है। कालिया नाग को डोडीताल क्षेत्र में पूजा जाता है और वासुकि नाग को बदगद्दी में तथा टेक्नॉर में पूजा जाता है। मान्यता है कि वासुकि नाग का मुँह गनेशपुर में और पूँछ मानपुर में स्तिथ है ।


तमिलनाडु के जिले के नागरकोइल में नागराज को समर्पित एक मन्दिर है। इसके अतिरिक्त एक अन्य प्रसिद्ध मन्दिर मान्नारशाला मन्दिर केरल के अलीप्पी जिले में है। इस मन्दिर में अनन्त तथा वासुकि दोनों के सम्मिलित रूप में देवता हैं।


केरल के तिरुअनन्तपुरम् जिले के पूजाप्पुरा में एक नागराज को समर्पित एक मन्दिर है। यह पूजाप्पुरा नगरुकावु मन्दिर के नाम से जाना जाता है। इस मन्दिर की अद्वितीयता यह है कि इसमें यहाँ नागराज का परिवार जिनमें नागरम्मा, नागों की रानी तथा नागकन्या, नाग राजशाही की राजकुमारी शामिल है, एक ही मन्दिर में रखे गये हैं।


सोमवार, 22 जुलाई 2019

बारिश की संभावना: मौसम विभाग

 नई दिल्ली ! 23 जुलाई का मौसम पूर्वानुमान ! मॉनसून जल्द पकड़ेगा ज़ोर, देश के अधिकांश इलाकों में बारिश बढ़ने की संभावना ! मॉनसून पूरे देश में सक्रिय होता दिखाई दे रहा है। जल्द ही देश के ज़्यादातर भागों को अच्छी बारिश भिगोने वाली है।
लेकिन 23 जुलाई को मॉनसून का सबसे व्यापक प्रदर्शन पिछले दिनों की तरह पश्चिमी तटों पर दिखेगा। अनुमान है कि केरल और तटीय कर्नाटक में मूसलाधार बारिश होगी। दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भी अच्छी मॉनसूनी बौछारें गिर सकती हैं।
तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना पर भी मॉनसून सक्रिय रहेगा और हल्की से मध्यम बारिश रुक-रुक कर होती रहेगी।
मध्य भारत पर भी कई मौसमी सिस्टम बन गए हैं। इससे मॉनसून सक्रिय हो जाएगा।
यहाँ रत्नागिरी से नीचे दक्षिणी कोंकण गोवा क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी। जबकि मुंबई, ठाणे समेत उत्तरी कोंकण, गुजरात के पूर्वी भागों, दक्षिण-पूर्वी राजस्थान, इससे सटे दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र तथा पूर्वी मध्य प्रदेश के भागों में फिलहाल हल्की बारिश होगी। लेकिन 24 जुलाई से इन भागों में भी बारिश के तेज़ होने के आसार हैं।
पूर्वी भारत पर भी मॉनसून की हलचल बढ़ने की संभावना है। एक सर्कुलेशन बन गया है। उम्मीद है कि बिहार के उत्तरी हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के तराई वाले इलाकों में मध्यम से भारी मॉनसूनी बौछारें गिर सकती हैं।
सिल्लीगुडी, जलपाईगुड़ी, दार्जिलिंग, कलिमपोंग सहित असम के कुछ जिलों में अच्छी मॉनसून वर्षा पहले की तरह जारी रह सकती है।
पूर्वोत्तर भारत के शेष भागों और झारखंड में कुछ स्थानों पर बारिश का अनुमान है जबकि ओड़ीशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में मौसम लगभग सभी जगहों पर शुष्क रहेगा। कोलकाता और भुवनेश्वर सहित इन राज्यों में एक-दो स्थानों पर बारिश हो सकती है।
उत्तर भारत में पहाड़ों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। जबकि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में 23 जुलाई को एक-दो जगहों पर बादलों की गर्जना के साथ हल्की वर्षा हो सकती है।
अच्छी खबर यह है कि राजधानी दिल्ली सहित इन भागों 24 से 26 जुलाई के बीच भारी मॉनसूनी वर्षा हो सकती है।


पुलिस से मारपीट,रिवाल्वर छीनी,वर्दी फाड़ी

अलीगढ़ में पुलिसवाले से मारपीट, रिवॉल्वर छीनी और वर्दी फाड़ी


अलीगढ़ ! उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के थाना छर्रा क्षेत्र में एक पुलिसवाले से मारपीट और सर्विस रिवॉल्वर छीने जाने का मामला सामने आया है। मारपीट संबंधी एक महिला की शिकायत की जांच सिपाही को ही भारी पड़ गई। मारपीट के आरोपियों ने पुलिसकर्मी के साथ हाथापाई की और वर्दी फाड़ दी। मौके पर मौजूद लोगों ने घटना का वीडियो बनाया जो वायरल हो रहा है।


दरअसल, एक महिला ने दो युवकों पर मारपीट, छेड़छाड़ और गाली-गलौज का केस दर्ज कराया था। अलीगढ़ के लोधी नगर इलाके में सिपाही मोहन सिंह दो अन्य पुलिसवालों के साथ शुक्रवार की रात इस केस की जांच के सिलसिले में पहुंचा था। तभी वहां भीड़ ने पुलिसवालों को घेरकर हमला बोल दिया। कुछ आरोपियों ने मोहन सिंह के साथ हाथापाई और कॉलर पकड़कर धक्का मुक्की की।


मोहन सिंह हमलावरों से लड़ता रहा, लेकिन तभी एक आरोपी ने उसकी रिवॉल्वर छीन ली और भागने लगा। किसी तरह सिपाही ने उसका पीछा किया और अपनी सर्विस रिवॉल्वर वापस छीनी। पुलिसवाले के साथ हुई मारपीट और सर्विस रिवॉल्वर छीनने की वारदात के मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।


आसमान से बरसी आग ,35 खत्म

लखनऊ ! उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर भारी बारिश के दौरान बिजली गिरने से 35 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, राज्यभर में रविवार देर शाम तक बिजली गिरने से 13 अन्य लोग घायल भी हो गए। एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर और फतेहपुर में सात-सात, झांसी में पांच, जालौन में चार, हमीरपुर में तीन, गाजीपुर में दो और जौनपुर में एक तथा प्रतापगढ़, कानपुर देहात और चित्रकूट में एक-एक व्यक्ति मारे गए।


वहीं देवरिया, अंबेडकरनगर और कुशीनगर में सर्पदंश से तीन लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में जन हानि पर दुख व्यक्त किया है और संबंधित जिला मजिस्ट्रेटों को प्रत्येक पीड़ित के परिवार को 4-4 लाख रुपए का मुआवजा देने के आदेश जारी किए हैं।उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि घायल व्यक्तियों को पर्याप्त उपचार मिले और राहत कार्यों में कोई लापरवाही न हो।


सदस्यता-अभियान को आगे बढ़ाया

 गाजियाबाद,लोनी! भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान को आगे बढ़ाते हुये बूथ संख्या 201 व 200 पर प्राइमरी स्कूल बहेटा हाजीपुर मे मौलाना आजाद कालोनी की मुस्लिम बस्तियों मे जाकर भाजपा परिवार मे 100 सदस्य बनाये ।
इस अवसर पर सभी को संबोधित करते हुये मनोज धामा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के दुारा पुन:एक बार विश्व


का  सबसे बडे संगठन बनने की तरफ कदम बढा रही है! जिसके लिये सभी पदाधिकारीयों को जिम्मेदारी दी गयी है! तथा बूथों को A, B, C श्रेणी मे बाँटा गया है! उसी के तहत आज हम लोग C श्रेणी के बूथों पर कार्यकर्ता जोडने के लिये आये हैं! आज अाप सभी को मुझे भाजपा परिवार का सदस्य बनाते हुये बेहद हर्ष का अनुभव हो रहा है ।

इस तरह का सकारात्मक माहौल पार्टी की "सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास "की नीति से बन रहा है । केन्द्र पर प्रदेश सरकार की जो कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के सभी वर्गों को मिल रहा है वो बिना भेदभाव की नीति के कारण हो रहा है ।
इस अवसर पर संगम विहार मंडल के सेक्टर 2 के सेक्टर संयोजक कपिल शर्मा, मुनव्वर, हाजी शाहिद, इमरान, हाजी एजाज, नौशाद अली, सादिक मौ°,खलील, इरफान, शादिक, सलीम, अकबर, सहित सैकड़ों की संख्या मे कालोनी के लोग उपस्थित रहे।


खाकी का निजी प्रयोग बढ़ रहा है

लगता है उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का विभूतिखंड थाना सुप्रीम कोर्ट से भी ऊपर हो गया है!!! 


 संजय आजाद की कलम से 


जहां का उप निरीक्षक अपने पद का खुलेआम दुरूपयोग करने लगे उसके खिलाफ कौन सी धारा में मुकदमा दर्ज होगा डीजीपी साहब??? 


दलाल आतंकी सरीखे करोड़ों-अरबों के सरकारी घोटालों और घोटालेबाजों की पैरवी करने वाले को बचाने के चक्कर में खाकी को बदनाम करने पर आमादा होता बेलगाम उपनिरीक्षक!!! 


जी हां, इस थाने में तैनात उपनिरीक्षक शिवेंद्र कुमार द्वारा दलाल सरीखों से मिलकर जमीनी समाजसेवियों पत्रकारों ,आरटीआई कार्यकर्ताओं को फर्जी मुकदमोंं में फंसाने की साजिश रची जा रही है।


वहीं दूसरी तरफ जान से मार डालने और शरीर के 75 टुकड़े करके गर्दन काट लेने की धमकी देने वाले आतंकी सरीखे व्यक्ति की पैरोकारी में उक्त उपनिरीक्षक जी-जान से जुटा!!! 


बताते चलें कि उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग में फैले भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों की पोल बराबर खोली जा रही है जिससे उक्त लोगों की कारगुजारियों का राजफाश होना लगभग तय है और इसी के चलते इन देशद्रोही सरीखे लोगों को संजय आजाद जैसे पत्रकारों सहित आरटीआई कार्यकर्ताओं समाजसेवियों की कलम व कैमरे का फोकस इनके आंड़े हाथों आता दिखाई पड़ रहा है। 


विदित कराना है कि पीड़ितों की पीड़ा को उजागर करने में उपनिरीक्षक शिवेंद्र कुमार बाधक बन रहे हैं और सूचना मांगने वालों को खाकी के बल पर फर्जी के मुकदमों में जेल में ठूसने के वास्ते तैयारी में जुटे हुए हैं। ये महाशय दिन-प्रतिदिन पद का बेजा इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं। हालात देखकर ऐसा लगता है कि नगर निगम ,बिजली जैसे मलाईदार विभागों इत्यादि की विधि-विरूद्ध पैरवी करने वाले एक दलाल आतंकी सरीखे का गठजोड़ उपनिरीक्षक से हो चुका है जिसके हमराही की भूमिका में शिवेंद्र कुमार जैसे वर्दीधारी कभी भी देखे जा सकते हैं। जानकारी में आया है कि करोड़ों-अरबों के घोटालों और उनके घोटालेबाजों को बचाने के लिए महज सरकार का ध्यान भटकाने के नजरिये से फर्जी की मनगढंत रिपोर्ट नाटकीय ढंग से भ्रष्टाचारियों को बचाते हुए अपने उच्चाधिकारियों की सेवा में उपनिरीक्षक शिवेंद्र कुमार आये दिन प्रेषित करने में लगे हुए हैं। 


सूत्रों के हवाले से पता चला है कि शिवेंद्र कुमार की सत्ता के गलियारे में अच्छी पकड़ है, जिसके चलते इस शख्स की पुलिस - प्रशासन में तूती बोलती है यानि " सईयां भय कोतवाल तो डर काहे का " वाली कहावत चरितार्थ करते नजर आ रहे हैं। 


विश्वस्त सूत्रों के हवाले से एक अहम जानकारी दी गई है कि शिवेन्द्र कुमार और एक काले कोटधारी द्वारा हमारी जानमाल को कभी भी क्षति पहुंचाई जा सकती है , ऐसी साजिश शिवेन्द्र कुमार जैसे साजिशकर्ता मिलकर रच रहे हैं।  


वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग में अपीलार्थियों - शिकायतकर्ताओं को खाकी का भय दिखाकर लोगों में आयोग की चौखट पर सोंच समझकर पांव रखने का संदेश भी दिया जा रहा है।आतंक का साम्राज्य स्थापित करवाने में ऐसे संदिग्ध उपनिरीक्षक के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्यवाही किये जाने की मांग यहां के तमाम जागरूक वरिष्ठ समाजसेवियों व आरटीआई कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रहित में उत्तर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल से की है।


लोगों ने आरोप लगाया है कि यहां तैनात उपनिरीक्षक शिवेंद्र कुमार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को बचा रहा है और खाकी का रौब दिखाकर नाजायज परेशान करता रहता है।  वरिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता अशोक कुमार गोयल , हरपाल सिंह, तनवीर अहमद सिद्दीकी, आनन्द प्रसाद, परवेज आलम, वी०एन० यादव इत्यादि का मानना है कि हो न हो करोड़ों-अरबों के घोटालेबाजों को छुपाने के वास्ते ही उपनिरीक्षक शिवेंद्र कुमार की पोस्टिंग एक कालेकोटधारी ने सत्ता में अपनी अच्छी पकड़ के चलते करवाई है। इन लोगों ने इनकी संदिग्ध भूमिका की जांच राष्ट्रहित में किसी उच्च स्तरीय जांच एजेंसी से कराने की मांग को दोहराया है। 


श्री गोयल ने आरोप लगाया है कि देश की सर्वोच्च अदालत द्वारा आईटी एक्ट की धारा 66ए खत्म कर दिए जाने के बावजूद एक दलाल सरीखे वकील से सांठगांठ करके थाना विभूतिखंड ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की जानबूझकर अवहेलना की है। उन्होंने डीजीपी से दोषी जनों के खिलाफ संगीन धाराओं में मामले को दर्ज किये जाने की भी मांग की है!


शताब्दी एक्सप्रेस के पहिए हुए जाम

दौसा में शताब्दी एक्सप्रेस के पहिए हुए जाम, धुंआ निकला तो रेलवे प्रशासन में मचा हड़कंप


दौसा ! रविवार को बांदीकुई स्टेशन पर शताब्दी एक्सप्रेस के पहिए जाम हो जाने से रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया! पहिए जाम होने से टायरों से धुंआ निकलने लगा! बाद में तत्काल तकनीकी कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर उसे ठीक किया और ट्रेन को वहां से रवाना किया! इससे ट्रेन करीब 15 मिनट देरी से रवाना हो पाई!


कोच नंबर C-12 के पहियों के नीचे से उठा धुंआ


जानकारी के अनुसार शताब्दी एक्सप्रेस सोमवार को सुबह दिल्ली से अजमेर जा रही थी! बीच में दौसा के बांदीकुई स्टेशन पर रुकने के बाद करीब 10.50 बजे ट्रेन जैसे ही रवाना होने लगी तो उसके ब्रेक जाम हो गए! ट्रेन के कोच नंबर C-12 के पहियों के नीचे से धुंआ उठने लग गया! यह देखकर रेलवे प्रशासन में एकबारगी हड़कंप मच गया! रेलवे कर्मचारी भागकर कोच के पास पहुंचे!


शामली पुलिस ने किया शिविर का आयोजन

 


शामली पुलिस ने किया कांवड़ शिविर का आयोजन


शामली ! थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के सहारनपुर तिराहे पर आदर्श मंडी के थानाध्यक्ष कर्म वीर सिंह द्वारा कांवड़ शिविर का  का आयोजन किया गया भोले शिव के भक्तों सेवार्थ खीर, पानी,, जूस आदि शिव भक्तों में वितरित की गई! साइबर सेल प्रभारी कर्मवीर सिंह द्वारा कांवरियों की सेवा की गई !जो भी  सेवा भाव को देखता दंग रह जाता ! क्योंकि पुलिस की छवि आज भी लोगों की नजरों में कुछ सही नहीं है! लेकिन ऐसा नहीं है शामली पुलिस हमेशा ही उत्तर प्रदेश में पहला स्थान रखती है!


     


मोहसिन अली,


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