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गुरुवार, 6 जनवरी 2022

'बीसीसीआई' ने राज्य इकाईयों को आश्वस्त किया

'बीसीसीआई' ने राज्य इकाईयों को आश्वस्त किया

कविता गर्ग       मुंबई। बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने राज्य इकाईयों को आश्वस्त किया कि बोर्ड ”कोविड-19 के बढ़ने से उत्पन्न हुई परिस्थितियों के नियंत्रण में आने के बाद घरेलू सत्र को दोबारा शुरू करने के लिये सबकुछ करेगा। ” देश भर में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण बीसीसीआई को मंगलवार को रणजी ट्राफी सहित कुछ बड़े टूर्नामेंट को स्थगित करने के लिये बाध्य होना पड़ा।

रणजी ट्राफी इस महीने के अंत में शुरू होनी थी। गांगुली ने राज्य संघों को लिखे एक पत्र में कहा, ”आप इस बात से वाकिफ ही हो कि हमें कोविड-19 हालात के खराब होने के कारण मौजूदा घरेलू सत्र को रोकना पड़ा। ” रणजी ट्राफी और सीके नायुडू ट्राफी इस महीने शुरू होनी थी जबकि सीनियर महिला टी20 लीग फरवरी में आयोजित होती।

मतदाताओं की संख्या में 4,31,441 की वृद्धि हुईं

भुवनेश्वर। ओडिशा में जारी अंतिम मतदाता सूची के अनुसार राज्य में इस साल मतदाताओं की संख्या में 4,31,441 की वृद्धि हुई। जिससे कुल मतदाताओं की संख्या 3,29,83,643 हो गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) द्वारा बुधवार को जारी अंतिम मतदाता सूची में कुल मतदाताओं में 1,67,96,603 पुरुष और 1,61,83,835 महिलाएं हैं। सीईओ एस के लोहानी ने एक बयान में कहा कि ‘थर्ड जेंडर’ श्रेणी के 3,025 मतदाता हैं। लोहानी ने कहा कि 2021 की अंतिम मतदाता सूची में कुल मतदाताओं की संख्या 3,25,52,202 थी। उन्होंने कहा कि इस साल अंतिम सूची में 18-19 साल के आयु वर्ग के 5,23,774 मतदाता हैं।

लोहानी ने बताया कि 9,50,789 नए मतदाताओं के नाम जुड़े हैं, जबकि 3,82,601 नाम हटा दिए गए और 3,82,601 के नाम में सुधार किया गया। मतदाता सूची में गुणात्मक सुधार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बिना फोटो वाले मतदाताओं की संख्या पहले 3,38,458 थी, जो अब घटकर 84,694 हो गई है। इसके अलावा मतदाता सूची में लिंगानुपात 958 से बढ़कर 964 हो गया है। उन्होंने कहा कि इस साल ऑनलाइन आवेदनों में भी बढ़ोतरी हुई है। यह सात प्रतिशत से बढ़कर 66.44 प्रतिशत हो गया है। लोहानी ने कहा कि इस साल निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता अनुकूल पहल के तहत विशेष रूप से डिजाइन किए गए लिफाफे में स्पीड पोस्ट के माध्यम से मतदाता पहचान पत्रों को निशुल्क भेजने की शुरुआत की गई।

अधिकारी ने कहा कि नए पंजीकृत मतदाताओं के लिए वेबसाइट पर लॉग इन करके ई-पहचान पत्र डाउनलोड करने की सुविधा भी है। लोहानी ने कहा कि मतदाता साल भर मतदाता सूची में अपना नाम जोड़ने, हटाने या सुधार के लिए आवेदन कर सकता है।

पीएम की सुरक्षा चूक, समिति का गठन किया

अमित शर्मा          चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्य के दौरे के दौरान हुई सुरक्षा चूक की जांच के लिए बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ”गंभीर चूक” की घटना हुई जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था। प्रधानमंत्री इस व्यवधान के कारण एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे। इसके बाद प्रधानमंत्री रैली सहित किसी भी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना पंजाब से दिल्ली लौट गए। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार को तत्काल रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश देते हुए कहा कि उसने सुरक्षाकर्मियों की आवश्यक तैनाती सुनिश्चित नहीं की।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और जवाबदेही तय की जाएगी। हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इस बात से इनकार किया कि कोई सुरक्षा चूक हुई या इसके पीछे कोई राजनीतिक मकसद था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जांच के लिए तैयार है।

प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई सेंध न हो: एससी

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय शुक्रवार को उस याचिका पर सुनवाई करेगा। जिसमें यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया है कि भविष्य में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में कोई सेंध न हो। प्रधान न्यायाधीश एनवी रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने बृहस्पतिवार को वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह के उस प्रतिवेदन पर गौर किया।

जिसमें कहा गया है कि पंजाब में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में गंभीर चूक हुई। इसके बाद प्रधानमंत्री को पंजाब में एक रैली में शामिल हुए बगैर ही वापस दिल्ली लौटना पड़ा था। पीठ ने कहा, ” हम कल सबसे पहले इस पर सुनवाई करेंगे। 

पहली से 8वीं तक की कक्षाएं बंद, निर्णय किया

कविता गर्ग       औरंगाबाद। महाराष्ट्र के औरंगाबाद नगर निगम ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए विद्यालयों में पहली से आठवीं तक की कक्षाओं (ऑफलाइन क्लासेज) को बंद करने का निर्णय लिया है। निकाय ने एक विज्ञप्ति में बुधवार को बताया कि नौ से 12वीं तक के छात्रों के लिए कक्षाएं चलाने की अनुमति होगी। जिला प्रशासन ने ग्रामीण इलाकों में रिजॉर्ट और फार्म हाउस भी बंद करने का निर्णय लिया है। औरंगाबाद के जिलाधिकारी सुनील चव्हाण ने एक विज्ञप्ति में बताया कि ऐसे मामलों में जहां संक्रमित व्यक्ति घर में पृथक-वास में रहना चाहेंगे, वहां परिवार के सदस्यों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका होना अनिवार्य होगा।

बुधवार को जिले में कोविड-19 के 120 नए मामले सामने आए थे और दो लोगों की मौत हो गई थी। इसके साथ ही कुल संक्रमितों और मृतकों की संख्या बढ़कर क्रमश: 1,50,159 और 3,658 हो गई। यहां 272 मरीजों का उपचार चल रहा है।

रेली का दौर: प्रियंका का चुनावी दौरा रद्द किया

पंकज कपूर         देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव नजदीक होने के चलते राज्य में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव रैली का दौर चरम पर है। वही, वैश्विक महामारी कोविड-19 के मामले भी तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। यूपी के बाद अब उत्तराखंड में भी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी का चुनावी दौरा रद्द कर दिया गया है। उत्तराखंड कांग्रेस की ओर से इस बात की पुष्टि की गई है।बता दें कि प्रियंका गांधी आगामी 9 जनवरी को गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में एक-एक जनसभा को संबोधित करने उत्तराखंड आने वाली थीं। 

प्रियंका के दौरे को लेकर कांग्रेस काफी उत्साहित थी और रैली को लेकर तैयारियां भी जोरों पर थी, लेकिन इसी बीच प्रियंका की ओर से ये जानकारी साझा की गई कि उनके अपने परिवार के एक सदस्य और उनके एक कर्मचारी को कोरोना हो गया है। हालांकि प्रियंका की रिपोर्ट नेगेटिव थी इसके बाद भी उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया था। कोविड प्रोटोकॉल और बढ़ते मामलों के बीच कांग्रेस ने फिलहाल रैली स्थगित करने का फैसला किया है।

स्कूलों में शीतकालीन छुट्टियों का ऐलान किया: विभाग
अमित शर्मा        
चंडीगढ़। हरियाणा में शिक्षा विभाग की तऱफ से स्कूलों में होने वाली शीतकालीन छुट्टियों का ऐलान कर दिया गया है। प्रदेश में 12 जनवरी तक स्कूलों की शीतकालीन छुट्टियां कर दी गई है। ये आदेश राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों के लिए जारी किये गए हैं। हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि 15 से 18 साल तक के सभी किशोरों को कोरोना का टीका अब स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा स्कूलों में जाकर लगाया जाएगा। सरकार का प्रयास है कि आगामी 10 जनवरी से पहले ही सभी किशोरों को टीका लगाने का लक्ष्य हासिल किया जाए। 

श्री विज बृहस्पतिवार को यहां मीडिया कर्मियों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किशोरों औऱ अभिभावकों में वैक्सिनेशन को लेकर काफ़ी उत्साह हैं और इस श्रेणी में वैक्सिनेशन के पहले दिन यानी 3 जनवरी को करीब 55 हज़ार किशोरों को वैक्सीन लगाई गई और 96 हज़ार किशोरों को आज वैक्सीनेशन अब तक लग चुकी है। उन्होंने कहा कि आज देर शाम तक ये आंकड़ा और बढ़ेगा।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा में पहली डोज़ 98 प्रतिशत, जबकि दूसरी डोज़ 72 प्रतिशत को लग चुकी है। उन्होंने कहा कि कोविड- ओमीक्रोन को लेकर जो नए नियम हैं वह प्रदेश में पूरी तरह लागू किए हुए हैं तथा कोविड-ओमीक्रोन को लेकर सरकार की सभी प्रकार की तैयारियां पूरी है।


पीएम की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही करार दिया: गृहमंत्री
अमित शर्मा         फिरोजपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को फिरोजपुर में एक रैली करने वाले थे। लेकिन, सुरक्षा कारणों के चलते यह रैली रद्द कर दी गई है। प्रधानमंत्री का काफिला जब हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो वहां कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दिया। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक फिरोजपुर जि‍ले में हुसैनीवाला के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर ही फंसा रहा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही करार दिया।

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक पीएम मोदी बुधवार को सुबह बठिंडा पहुंचे थे जहां से उन्हें हेलिकाप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था लेकिन बारिश और खराब विजिबिलिटी के चलते प्रधानमंत्री ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया। मौसम की स्थिति में कोई सुधार नहीं होने पर काफि‍ले ने सड़क मार्ग से स्मारक जाने का निर्णय लिया। रिपोर्ट के मुताबिक डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था की पुष्टि किए जाने के बाद पीएम मोदी का काफि‍ला सड़क मार्ग से आगे बढ़ा था इसी दौरान यह घटना हुई।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आगे कहा कि हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किमी दूर जब पीएम मोदी का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को जाम कर दिया। पीएम 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह एक बड़ी चूक थी। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा के बारे में पंजाब सरकार को बहुत पहले ही बता दिया गया था। पंजाब सरकार से सड़क मार्ग से किसी भी तरह की आवाजाही को सुरक्षित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने को कहा गया था जो स्पष्ट रूप से तैनात नहीं थे।

पीएम की सुरक्षा सुनिश्चित, विशेष प्रावधान किए

नरेश राघानी       जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक होने को एक गंभीर मामला बतातेे हुए कहा है कि राजनीति करने की बजाय एसपीजी, आईबी तथा अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। श्री गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर कांग्रेस एवं पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ की जा रही टिप्पणियां एवं मुद्दे की गंभीरता को कम करती है, इसकी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक होना एक गंभीर मामला है। पूर्व में देश के दो प्रधानमंत्रियों इन्दिरा गांधी एवं राजीव गांधी की हत्या हो चुकी है। जिसके बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी एसपीजी को दी गई। पीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसपीजी एक्ट में विशेष प्रावधान किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि पीएम के दौरे पर सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी एव आईबी की होती है तथा राज्य पुलिस एसपीजी के निर्देशों एवं सलाह का पालन करती है। एसपीजी की अनुमति के बिना पीएम का काफिला आगे नहीं बढ़ सकता है। एसपीजी को बताना चाहिए कि बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री को दो घंटे से अधिक समय की सड़क यात्रा क्यों करवाई गई। पंजाब के सीएम ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूर्व में जानकारी दे दी गई थी, तब भी प्रदर्शन वाले रास्ते में पीएम के काफिले को जाने की अनुमति एसपीजी ने क्यों दी।


बुधवार, 5 जनवरी 2022

सीजी में नाइट कर्फ्यू, व्यापारी संगठनों की बैठक

सीजी में नाइट कर्फ्यू, व्यापारी संगठनों की बैठक
दुष्यंत टीकम     
रायपुर। राजधानी रायपुर में एक बार फिर कोरोना बेकाबू हो गया है। हर दिन रिकॉड मरीज मिल रहे हैं। जिसके बाद 4 प्रतिशत से अधिक जिलों में नाइट कर्फ्यू का आदेश जारी किया है। आज रायपुर जिला कलेक्टर ने चैंबर, कैट समेत सभी व्यापारी संगठनों की बैठक बुलाई। 
जिला प्रशासन की महत्वपूर्ण बैठक में आज बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। संभावना जताई जा रही है कि पहले की तरह ही दुकानों के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव किया जा सकता हैं। कलेक्टर सौरभ कुमार ने दोपहर 12 बजे चैंबर, कैट समेत सभी व्यापारी संगठनों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे। बैठक के बाद प्रशासन कोरोना गाइडलाइन जारी करेगा।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने का फैसला लिया है। बता दें कि राजधानी में संक्रमण दर 4 ​फीसदी से ज्यादा है। बता दें कि मंगलवार देर रात जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार रायपुर में 343 नए मरीज मिले। ​रायपुर में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 847 हो गई है।

तीसरी लहर के लिए प्रोटोकॉल जारी, अनुरोध 

दुष्यंत टीकम       रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना की तीसरी लहर के लिए भारत सरकार से प्रोटोकॉल जारी करने का अनुरोध किया है। मुख्यमंत्री ने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए परीक्षा कराने और सेंटरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों पर किसी तरह की रोक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर से डरने की नहीं, सतर्क रहने की जरूरत है।राजनांदगांव में 24 घंटे के दौरान 14 डॉक्टरों सहित 42 नए संक्रमित मिले हैं। दो दिन में ही एक्टिव केस की संख्या 73 तक पहुंच गई है। एक दिन पहले ही पेंड्री मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से इंटर्नशिप कर रहे दो डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसलिए इनके संपर्क में आए डॉक्टरों के सैंपल ली गई। मंगलवार को एंटीजन सैंपलिंग में जेआर और इंटर्नशिप वाले कुल 14 डॉक्टर संक्रमित पाए गए। कोरोना की तीसरी लहर ने छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बल के शिविरों में तगड़ी सेंध लगाई है। मंगलवार को नवा रायपुर में सीमा सुरक्षा बल 17वीं बटालियन के 6 जवानों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं बीजापुर के बोदली कैंप में रह रहे छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के 14 जवान भी कोरोना संक्रमण की वजह से बीमार हो गए हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अब दूसरे राज्यों से आने वालों के लिए निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है।

सोमवार को कांकेर जिले के कन्हारगांव कैंप में रह रहे सशस्त्र सीमा बल के पांच जवानों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। वहीं सुकमा जिले के तिमेलवाड़ा कैंप में कोबरा 202 यूनिट के 38 जवान पॉजिटिव पाए गए थे। बताया जा रहा है, पॉजिटिव पाए गए अधिकतर जवान छुट्‌टी से वापस लौटे थे। संक्रमण की पुष्टि होने के बाद जवानों को उनके कैंप में ही आइसोलेट किया गया है। उनके संपर्क में आए जवानों की भी जांच की जा रही है। आशंका जताई जा रही है कि रायपुर से लेकर बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में यह कोरोना विस्फोट सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है। कोरोना के इलाज के प्रिस्क्रिप्शन में इस बार अमेरिकी दवा मोलुनुपीरावीर टैबलेट शामिल की जा रही है। इस टैबलेट को ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया ने आपात स्थिति को देखते हुए मंजूरी दे दी है। दिसंबर में लांच हुई इस दवा के 10 हजार से ज्यादा डोज प्रदेश के दवा कारोबारियों को सप्लाई हुए हैं। एक मरीज के लिए 40 टैबलेट की डोज तय है। कंपनियों के हिसाब से इस पूरे डोज का रेट दो से ढाई हजार रुपए होगा। भारत में एक साथ 15 कंपनियां प्रोडक्शन कर रही हैं, इसलिए स्टॉक कम नहीं होगा। अभी भी सामान्य लक्षण वाले मरीजों को पैरासिटामॉल और कफ सिरप से ही इलाज किया जाएगा। मंगलवार को छत्तीसगढ़ में 35 हजार 705 नमूनों की जांच हुई। इस बीच 1059 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सबसे ज्यादा 343 केस रायपुर जिले में ही सामने आए हैं। बिलासपुर में 159, रायगढ़ में 141, दुर्ग में 89 मरीज मिले हैं। कोरिया जिले में 60 लोग पॉजिटिव आए हैं। इनमें से दो स्कूलों के 55 बच्चे और 3 शिक्षक भी हैं।

मंगलवार को छत्तीसगढ़ में कोरोना के 3 मरीजों की मौत हो गई। इनमें से 2 मौतें तो बिलासपुर में ही हुई है। एक मौत रायगढ़ में हुई है। इसमें दो मौतों की एकमात्र वजह कोरोना संक्रमण ही था। मरने वालों में से केवल एक मरीज को कोरोना के अलावा दूसरी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी थीं। इन तीन मौतों को मिलाकर प्रदेश भर में अब तक 13 हजार 604 लोगों की जान इस महामारी की वजह से जा चुकी है।महामारी की इस लहर की चपेट में बड़ी संख्या में डॉक्टर भी हो रहे हैं। रायपुर मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल से कई डॉक्टर इसकी चपेट में आए हैं। गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज के एक डॉक्टर भी मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के 14 डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। रायपुर एम्स में दूसरी बीमारियों के इलाज के लिए आए कई मरीज पॉजिटिव भी मिले हैं।

कोरोना ने रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित ऑफिसर्स कॉलोनी में भी दस्तक दी है। राज्य प्रशासनिक सेवा के एक अधिकारी पॉजिटिव आए हैं। अफसरों की कॉलोनी सूर्या अपार्टमेंट में भी कई लोग पॉजिटिव मिले हैं। राजकुमार कॉलेज परिसर में भी एक रहवासी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मंगलवार को मिले 1059 कोरोना मरीजों की वजह से प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 2977 हो गई है। एक दिन पहले ही प्रदेश में केवल 1942 सक्रिय मरीज थे। यह संख्या लगभग दुगुनी है। इस समय से अधिक 847 एक्टिव केस रायपुर में ही हैं। बिलासपुर में 519 और रायगढ़ में 494 मरीजों का इलाज चल रहा है। इस समय केवल कोण्डागांव और नारायणपुर जिले ही संक्रमण के प्रभाव से अछूते बच गए हैं। बेमतरा में भी मंगलवार को कोई नया मरीज नहीं मिला।

छत्तीसगढ़ में बदलेगा मौसम का मिजाज, ठंड बढ़ीं

दुष्यंत टीकम          रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलेगा। 9 से 13 जनवरी तक प्रदेश में बारिश के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग की माने तो आज मौसम साफ रहेगा। लेकिन गुरुवार से बादल छा सकते हैं। बारिश के बाद एक बार फिर ठंड बढ़ सकती है। 

छत्तीसगढ़ में कोरोना ब्लास्ट - छग स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में कल 1059 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की पहचान की गई थी. और वहीं 21 मरीज़ स्वस्थ होने के उपरांत डिस्चार्ज/रिकवर्ड हुए। जिसमें सबसे ज्यादा मरीज रायपुर, रायगढ़, दुर्ग , कोरबा, जांजगीर-चाम्पा और बिलासपुर से है।

फिरोजपुर में होने वाली रैली रद्द, विरोध किया

अमित शर्मा        फिरोजपुर। पीएम मोदी की बुधवार को पंजाब के फिरोजपुर में होने वाली रैली रद्द हो गई है। किसानों ने हाईवे का जाम कर विरोध किया। जिसके कारण प्रधानममं‍त्री की रैली रद हो गई। पीएम अब दिल्ली वापस लौट रहे हैं। वहीं, केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने इस पूरे मामले पर पंजाब सरकार से रिपोर्ट मांगी है। किसानों ने गुरदासपुर नेशनल हाईवे को जाम कर विरोध किया। 

वहीं, मौजूद किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा। तब तक भाजपा की रैलियों का विरोध होता रहेगा। बता दें कि कृषि कानून रद्द होने के बाद पीएम मोदी का यह पंजाब का पहला दौरा था, जहां पीएम मोदी को राज्य को कुछ सौगात भी देनी थीं। लेकिन किसानों का गुस्सा शांत होता नजर नहीं आ रहा है।


पंजाब दौरे के दौरान पीएम की सुरक्षा में चूक: मंत्रालय
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है। मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि आज सुबह पीएम मोदी बठिंडा पहुंचे, जहां से उन्हें हेलिकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था। लेकिन बारिश और खराब विजिबिलिटी के चलते पीएम ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया। इसने बताया कि जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह तय किया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे, जिसमें 2 घंटे से अधिक समय लगना था।  एयरपोर्ट पर लौटने के बाद पीएम मोदी ने वहां (पंजाब) के अधिकारियों से कहा, "अपने सीएम को धन्यवाद कहना कि मैं भटिंडा एयरपोर्ट तक जिंदा लौट पाया। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने दी है। 
गृह मंत्रालय ने कहा, डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि की गई। इसके बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए आगे बढ़े। हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, तो पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को ब्लॉक किया हुआ था। इसने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहना पड़ा। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक थी। 2022 बयान के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा की योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था। प्रक्रिया के अनुसार उन्हें रसद, सुरक्षा के साथ-साथ आकस्मिक योजना तैयार रखने के लिए आवश्यक व्यवस्था करनी थी। इसने कहा कि साथ ही आकस्मिक योजना के मद्देनजर पंजाब सरकार को सड़क मार्ग से किसी भी मूवमेंट को सुरक्षित करने और बंद करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करनी थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि किसी भी तरह की तैनाती नहीं की गई थी। पर वापस जाने का निर्णय लिया गया। गृह मंत्रालय ने सुरक्षा में इस गंभीर चूक का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को भी इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है। गौरतलब है कि तेज बारिश की वजह से पीएम मोदी की फिरोजपुर रैली रद्द हो गई है। 
पीएम मोदी के तय कार्यक्रम के मुताबिक वो यहां रैली स्थल से 42,750 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करने वाले थे। वहीं, फिरोजपुर रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंच से घोषणा की कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ कारणों से रैली को संबोधित करने के लिए पंजाब के फिरोजपुर की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर दी है।

चुनाव: हाइब्रिड प्रचार की तैयारी कर रहीं 'भाजपा'
अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के बढ़ते संक्रमण के बीच पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा हाइब्रिड प्रचार की तैयारी कर रही है। इसके तहत वर्चुअल और परंपरागत दोनों तरह से प्रचार किए जाएंगे। चुनाव तिथियों की घोषणा के बाद पार्टी विधिवत रूप से अपना प्रचार कार्यक्रम तैयार करेगी। वर्चुअल रैलियों को पार्टी ‘मन की बात’ की तरह जगह-जगह लोगों को इकट्ठा कर अपने प्रमुख नेताओं के भाषणों के ऑडियो-वीडियो को चलाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री समेत भाजपा के बड़े नेताओं ने चुनाव तिथियों की घोषणा के पहले ही विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी कार्यक्रमों के जरिये चुनाव वाले सभी पांचों राज्यों में व्यापक कार्यक्रम किए हैं। इनमें सभाएं एवं अन्य सम्मेलन शामिल रहे हैं। इससे पार्टी के प्रचार अभियान का एक दौर पूरा हो गया है। अब मुख्य चुनाव प्रचार अभियान की तैयारी शुरू हो गई है। पार्टी का यह अभियान भी मेगास्टार पर होगा, जिसमें उसके सभी बड़े नेताओं के साथ राज्यों के प्रमुख नेता भी उतरेंगे। भाजपा इसके पहले के चुनाव में भी पार्टी वर्चुअल माध्यम से रैलियां कर चुकी है।
हर विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में ‘मन की बात’ की तरह कार्यक्रम किए जाएंगे। इसके अलावा मोबाइल पर भी लिंक के जरिये यह भाषण उपलब्ध रहेंगे। व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक और ट्विटर के जरिये भी इन भाषणों को लोगों तक पहुंचाया जाएगा। हालांकि, पार्टी की पारंपरिक रैलियों की भी पूरी तैयारी हो चुकी है, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति क्या रहती है।
इस लिहाज से अगले दस दिन काफी महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं। इन दिनों में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार का अध्ययन किया जा रहा है। उसके खतरे को भी देखा जा रहा है। पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा है कि इस मामले में वह चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। जैसे भी दिशा-निर्देश आएंगे उसी के अनुसार भावी कार्यक्रम तय किए जाएंगे।
श्रीलंका ने भारत के साथ तेल टैंक का समझौता किया

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। चीन के कर्जजाल से कंगाल श्रीलंका ने ड्रैगन को बड़ा झटका देते हुए भारत के साथ त्रिंकोमाली तेल टैंक का समझौता किया है। भारत और श्रीलंका संयुक्‍त रूप से त्रिकोमाली तेल टैंक परिसर का निर्माण करेंगे। रणनीतिक ल‍िहाज से बेहद अहम इस समझौते के तहत त्रिंको पेट्रोलियम टर्मिनल लिमिटेड सीलोन पेट्रोलियम कार्पोरेशन और इंडियन ऑयल कार्पोरेशन के साथ मिलकर 61 तेल टैंक विकसित करेंगे। भारत के तमिलनाडु राज्‍य से बेहद करीब बन रहे इन तेल टैंक का सबसे पहले सपना पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देखा था।

श्रीलंका की गोटाबाया राजपक्षे सरकार की कैबिनेट ने त्रिंकोमाली तेल टैंक प्रॉजेक्‍ट को भारत के साथ मिलकर बनाने को मंजूरी दे दी है। इस डील के बारे में सबसे पहले 29 अक्‍टूबर 1987 को हुए भारत-श्रीलंका समझौते में जिक्र किया गया था। इसमें कहा गया था कि इस टैंक को संयुक्‍त रूप से दोनों देश विकसित करेंगे लेकिन 35 साल बीत जाने के बाद भी यह समझौता लटका हुआ था। उस समय राजीव गांधी और श्रीलंका के तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति जे आर जयवर्द्धने के बीच पत्रों का आदान प्रदान भी हुआ था। श्रीलंका में चल रहे गृहयुद्ध की वजह से यह समझौता करीब 15 साल तक ठंडे बस्‍ते में पड़ा रहा। इसके बाद 2002 में नार्वे की मध्‍यस्‍थता में गृहयुद्ध समाप्‍त हुआ। फिर ऐसी खबरें आईं कि अमेरिका श्रीलंका के त्रिंकोमाली बंदरगाह को नौसैनिक अड्डा बनाना चाहता है ताकि अफगानिस्‍तान में रसद को आसानी से पहुंचाई जा सके। इसके बाद भारतीय उच्‍चायुक्‍त ने त्रिंकोमाली का दौरा किया था। यह तेल टैंक द्वितीय विश्‍वयुद्ध के समय के पहले का है जहां 10 लाख टन तेल रखा जा सकता है।

इस तेल टैंक स्‍टोरेज के पास ही त्रिंकोमाली बंदरगाह है। त्रिंकोमाली चेन्‍नई का सबसे करीबी बंदरगाह है। चीन श्रीलंका के इस इलाके पर लंबे समय से नजरे गड़ाए हुए था। श्रीलंका ने यह समझौता ऐसे समय पर किया है जब श्रीलंका में वित्तीय और मानवीय संकट गहरा गया है। चीन के कर्जजाल की वजह से महंगाई रेकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई है, खाद्य पदार्थों की कीमत में बेतहाशा तेजी आई है और सरकारी खजाना तेजी से खाली हो रहा है। इससे आशंका जताई जा रही है कि श्रीलंका इस साल दिवालिया हो सकता है। श्रीलंका की यह हालत कैसे हुई? इसके कई कारण हैं। कोरोना संकट के कारण देश का टूरिज्म सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ। साथ ही सरकारी खर्च में बढ़ोतरी और टैक्स में कटौती ने हालात को और बदतर बना दिया। ऊपर से चीन के कर्ज को चुकाते-चुकाते श्रीलंका की कमर टूट गई। देश में विदेशी मुद्रा भंडार एक दशक के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया। सरकार को घरेलू लोन और विदेशी बॉन्ड्स का भुगतान करने के लिए पैसा छापना पड़ रहा है।


उम्मीदवारों की मांग, परीक्षा स्थगित की जाए
अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। जनवरी, 2022 से शुरू होने वाली है। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए यूपीएससी परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों ने सरकार से मांग की है कि परीक्षा को स्थगित कर दिया जाए। क्योंकि ऐसी स्थति में परीक्षा केंद्र जाना और परीक्षा देना दोनों ही संभव नहीं है। सोशल मीडिया पर लगातार मांग के बाद उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। दिल्ली हाईकोर्ट में इस मामले में याचिका दायर की गई है और परीक्षा को स्थगित   करने की मांग की गई है। इस मामले पर दिल्ली हाईकोर्ट की सुनवाई 6 जनवरी यानी कल होगी।
कोरोना के कारण परीक्षा को लेकर उम्मीदवारों की मांग है कि सुरक्षा के नजरिए इस परीक्षा को स्थगित कर देना चाहिए। सोशल मीडिया पर स्टूडेंट्स लगातार मांग कर रहे हैं। उम्मीदवार अपनी-अपनी परेशानी बता रहे हैं। परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों का कहना है कि एग्जाम के लिए दूसरे शहरों में परीक्षा केंद्रों की यात्रा करनी पड़ती है। ऐसे में किसी परिवहन सुविधा न मिलने के कारण परीक्षा में कई तरह की दिक्कत आ सकती है। UPSC सिविल सेवा मेन्स 2021 स्थगित है या नहीं, यह कल सुनवाई के बाद ही पता चलेगा।
7 जनवरी से परीक्षा शुरू।
याचिकाकर्ताओं का कहना है कि यूपीएससी मेन्स 2022 परीक्षा के अधिकांश केंद्र मेट्रो शहरों में स्थित हैं जो घनी आबादी वाले हैं। इससे उनके संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है और कई उम्मीदवारों के लिए यह परीक्षा आखिरी प्रयास भी होता है। इसलिए, वे ओमिक्रोन के कारण इसे खोना नहीं चाहते हैं और इसे स्थगित करने की मांग कर रहे हैं। यूपीएससी सीएसई मेन 7, 8, 9, 15 और 16 जनवरी को आयोजित किया जाएगा। यूपीएससी मेन्स में कुल नौ पेपर होंगे, जिनमें से दो क्वालिफाइंग (ए और बी) के लिए हैं और सात अन्य योग्यता के लिए हैं।
संघ लोक सेवा आयोग, ने सिविल सेवा मेन्स परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिया था। हालांकि आयोग की तरफ से किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन उम्मीदवार लगातार ये मांग कर रहे हैं।

मंगलवार, 4 जनवरी 2022

गुजरात एचसी के परिसर में लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित

गुजरात एचसी के परिसर में लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित 
नरेश राघानी        अहमदाबाद। गुजरात उच्च न्यायालय ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के मद्देनजर अपने परिसर में लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया है और वादियों के प्रवेश पर रोक लगा दी। जबकि जिनका व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना जरूरी है। उनके लिये कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया।
उच्च न्यायालय के महापंजीयक की ओर से मंगलवार को जारी परिपत्र के अनुसार ये पाबंदियां बुधवार से प्रभावी होंगी। परिपत्र के मुताबिक, मुख्य न्यायाधीश ने बुधवार से अदालत परिसर में स्थित सभी कैंटीनों को बंद करने का भी आदेश दिया है। उसमें कहा गया कि अदालत परिसर में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के लिए जांच अनिवार्य कर दी गई है, जिसमें सामाजिक दूरी के मानदंडों का कड़ाई से पालन किया जाना और चिकित्सा जांच दल के साथ सहयोग को अनिवार्य किया गया है।
प्रत्यक्षीकरण याचिकाओं के मामले में, न्यायिक पुलिस प्राधिकारियों द्वारा बंदी को न्यायिक जिला अदालत के समक्ष इस तरह पेश किया जाएगा ताकि पीठ की अध्यक्षता करने वाले न्यायाधीश ऐसे व्यक्तियों के साथ डिजिटल तरीके से बातचीत कर सकें।”
उच्च न्यायालय ने अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष को यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा है कि बार पुस्तकालय, संदर्भ पुस्तकालय और सभी बार कक्ष हर दिन दोपहर एक बजे तक बंद हो जाएं, और अधिवक्ताओं से अनुरोध किया कि वे किसी भी अदालत परिसर में बड़ी संख्या में न बैठें। परिपत्र में कहा गया है कि समय-समय पर जारी सरकारी सलाह का पालन करने के अलावा, आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने और हाथ मिलाने से बचने जैसे अन्य एहतियाती उपाय भी किए जाने चाहिए। गुजरात में, सोमवार को सात महीनों में सबसे अधिक कोविड-19 के 1,259 नये मामले सामने आए थे।

संक्रमण: पंजाब में नाइट कर्फ्यू का दौर प्रारंभ हुआ
अमित शर्मा
चंडीगढ़। देशभर में कोरोना का कहर एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। कोरोना के मामले बढ़ने को लेकर कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू का दौर शुरू हो गया है। इसी बीच पंजाब सरकार ने भी बड़ा फैसला लिया है। पंजाब सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक राज्य में कड़ी पाबंदियां लगाने का फैसला किया गया है।
आपको बता दें कि जारी आदेश के मुताबिक राज्य में 15 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। इसके साथ ही स्कूल, कॉलेज, और सभी शैक्षणिक संस्थान भी बंद कर दिए गए हैं। साथ ही पंजाब में अब बस, सिनेमाहाल, जिम, रेस्टोरेंट सिर्फ 50 फीसदी क्षमता के साथ ही चल सकते हैं।

ट्रेन यात्रा पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं
कविता गर्ग 
मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच मुंबई एक वरिष्ठ नगर निकाय अधिकारी ने बताया कि मुंबई में उपनगरीय ट्रेन यात्रा पर किसी प्रकार का प्रतिबंध लगाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है। अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि शहर में कोविड-19 के दैनिक मामलों की संख्या और लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर बढ़ रही है और बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) इससे निपटने के लिए कदम उठा रही है तथा हर प्रकार के संकट से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि उपनगरीय ट्रेन यात्रा पर किसी प्रकार के प्रतिबंध लगाए जाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है, लेकिन यदि जरूरत पड़ती है तो महाराष्ट्र सरकार कोविड-19 संबंधी राज्य कार्य बल के परामर्श से इस मामले पर निर्णय लेगी क्योंकि यह पूरे मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) से संबंधित मामला है।
काकानी ने कहा कि इस समय कोरोना वायरस के 90 प्रतिशत मरीजों में बीमारी के लक्षण नहीं है और केवल चार से पांच प्रतिशत मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है और गंभीर संक्रमण के मामलों की संख्या नगण्य है।
उन्होंने कहा, ”मुंबई के अस्पतालों में 30,500 बिस्तरों में से केवल 3,500 बिस्तरों पर मरीज हैं। इसके अलावा, ऑक्सीजन की आपूर्ति, दवाएं, वेंटिलेटर, आईसीयू सुविधाएं और अस्पताल के बिस्तर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।” मुंबई में सोमवार को कोविड-19 के 8,082 नए मामले सामने आए जो 18 अप्रैल, 2021 के बाद से सर्वाधिक दैनिक संख्या है। इसके अलावा शहर में सोमवार को संक्रमण के कारण दो लोगों की मौत हुई।

सीएम अरविंद के बाद भाजपा सांसद संक्रमित मिलें
अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। देश के सभी राज्यों के भीतर कोरोना का संक्रमण तेजी के साथ अपने पांव पसार रहा है। इसके चलते राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी के साथ आगे बढ़ते हुए चले जा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को संक्रमित करने के बाद अब कोरोना ने उत्तर-पूर्व दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी को भी अपनी चपेट में ले लिया है।
मंगलवार को ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए उत्तर पूर्व दिल्ली से भाजपा के सांसद एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा है कि परसों यानी 2 जनवरी की रात से ही वह खुद को अस्वस्थ महसूस कर रहे थे। हल्का बुखार और जुकाम होने की वजह से सांसद मनोज तिवारी सोमवार को उत्तराखंड के रुद्रपुर में पार्टी के प्रचार के लिए भी नहीं जा पाए थे। उन्होंने जब अपनी कोरोना जांच कराई तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सतर्कता बरतते हुए भाजपा सांसद ने सोमवार को ही खुद को आइसोलेट कर लिया था। उन्होंने आम जनमानस से कहा है कि कृपया वह अपना और अपने परिवार का ध्यान रखें। उल्लेखनीय है कि भाजपा सांसद मनोज तिवारी से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी खुद ही दी है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि मेरी कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि लक्षण हल्के हैं, फिर भी उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है।
दिल्ली: शनिवार और रविवार को रहेगा वीकेंड कर्फ्यू
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना की बेकाबू रफ्तार के चलते अब नाइट कर्फ्यू के बाद वीकेंड कर्फ्यू लगा दिया गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ये ऐलान किया है। सिसोदिया ने लोगों से अपील की है कि अगर बहुत जरूरी काम हो, तभी घर से बाहर निकले। मनीष सिसोदिया ने कहा, डीडीएमए की बैठक में सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली में शनिवार और ​रविवार को वीकेंड कर्फ्यू रहेगा। 
सभी सरकारी दफ़्तरों में जरूरी सेवाओं को छोड़कर सबको दफ़्तर आने से मना किया जाएगा और ऑनलाइन या वर्क फ्रॉम होम कराया जाएगा। प्राइवेट दफ़्तर 50% क्षमता के साथ काम करेंगे। डबल डेकर बस को खींचा, दुनिया ने देखा ये वीडियो समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, डीडीएमए के अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देजनर वीकेंड पर कर्फ्यू रहेगा। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि दिल्ली में आवश्यक सेवाओं के अलावा, सभी सरकारी अधिकारी घर से काम करेंगे।इसके अलावा, निजी संस्थानों में 50 फीसदी वर्क फ्रॉम होम करने के लिए भी कहा गया है।

2,000 से अधिक यात्रियों के साथ पोत को मुंबई भेजा
पणजी। गोवा आये कॉर्डेलिया क्रूज पोत को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए 66 लोगों समेत सभी 2,000 से अधिक यात्रियों के साथ मुंबई वापस भेज दिया गया है। संक्रमित पाए गए कुछ यात्रियों ने गोवा के अस्पतालों में भर्ती होने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद पोत को वापस भेजा गया। एक जहाजरानी एजेंसी के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
संक्रमित लोगों को पोत पर पृथक रखा जाएगा। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने सोमवार को बताया था कि क्रूज पोत पर सवार 2,000 से अधिक लोगों में से 66 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। इसी पोत पर स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने पिछले साल अक्टूबर में एक रेव पार्टी का भंडाफोड़ कर कुछ नामचीन लोगों के जुड़े होने का दावा किया था।
मुंबई से गोवा के लिए एक पोत पर नये साल की छुट्टी में निकले लोग सवार थे। एक अधिकारी ने बताया कि पोत के चालक दल का एक सदस्य रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित मिला था, जिसके बाद इस पर सवार सभी लोगों की जांच जरूरी हो गयी थी। ‘जेएम बक्सी एंड कंपनी’ के संचालन प्रबंधक गोविंद पेर्नुलकर ने  बताया कि संक्रमित पाए गए 27 यात्रियों ने पोत से उतरने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पोत को सोमवार रात साढ़े 11 बजे वापस भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि संक्रमित पाए गए कुछ यात्रियों ने गोवा में कोविड-19 केंद्रों में भर्ती होने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पोत को वापस भेजा गया। संक्रमित पाए गए 66 लोगों में से चालक दल के केवल छह सदस्य गोवा में पोत से उतरे। पेर्नुलकर ने कहा कि स्थिति पर विचार करने के बाद, दक्षिण गोवा जिला प्रशासन ने आदेश दिया कि सभी यात्रियों के साथ पोत को वापस मुंबई भेज दिया जाए।
उन्होंने कहा कि पृथक-वास केंद्र में भेजे गए यात्रियों को पोत वापस लाया गया, जिसके बाद पोत मुंबई के लिए रवाना हुआ। कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए मरीजों को पोत पर पृथक रखा जाएगा। पेर्नुलकर ने बताया कि संक्रमित पाए गए कुछ लोग अपने परिवारों के साथ आए थे और उनके परिवारों के कुछ सदस्य संक्रमित नहीं पाए गए थे। उन्होंने बताया कि पोत के मंगलवार दोपहर तक मुंबई पहुंच जाने की संभावना है।

प्रियंका की रिपोर्ट निगेटिव, आइसोलेट रहने की सलाह
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। प्रियंका की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद डॉक्टर ने उन्हें आइसोलेट रहने की सलाह दी है। प्रियंका गांधी ने इस बात की जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दी।
प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर लिखा, ‘मेरे परिवार के एक सदस्य और मेरे एक स्टाफ कल कोरोना संक्रमित पाए गए थे, मेरी रिपोर्ट नेगेटिव आई है, डॉक्टर की सलाह पर मैं आइसोलेट हूं और कुछ दिनों के बाद फिर से टेस्ट कराऊंगी।’
उल्लेखनीय है कि, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि जीनोम सीक्वेंसिंग के भेजे गए 84 प्रतिशत  नमूनों में ओमीक्रोन वेरियंट की पुष्टि हुई है।
देश की राजधानी दिल्ली में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 4,099 नए मामले सामने आए,वहीं एक मरीज की मौत हो गई है।
बता दें कि राजधानी का संक्रमण दर बढ़कर 6.46 फीसदी रही है, वहीं, आज 1509 मरीजों को छुट्टी दी गई।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पिछले एक दिन में 63,477 सैंपल की जांच हुई है। इनमें 6.46 फीसदी सैंपल कोरोना संक्रमित मिले हैं। मंगलवार को मिले नए मामलों के बाद कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 14,58,220 तक पहुंच गई है, जिनमें 14,22,124 मरीज ठीक हुए हैं।
वहीँ संक्रमण के चलते आज तक 25100 लोगों की मौत हुई है। बता दें कि, राजधानी में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 10 हजार पार हुई है।
तीसरी लहर की आशंका को लेकर सतर्क सरकार

दुष्यंत टीकम          रायपुर। राज्य में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ने के साथ ही अब तीसरी लहर की आशंका को लेकर राज्य सरकार सर्तक हो गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को अपने निवास कार्यालय में आपात बैठक की। सीएम ने बैठक के बाद कहा कि हम निश्चित रूप से तीसरी लहर की ओर बढ़ रहे हैं। कोरोना के मामले तेजी से बढ़ेंगे। इसकी जल्द पहचान और तत्काल इलाज शुरू कर स्थिति नियंत्रित की जा सकती है। बड़े आयोजनों और सभाओं को हतोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है। सीएम ने लॉकडाउन के सवालों को लेकर कहा कि लॉकडाउन सबसे अंतिम विकल्प होगा। इससे पहले भीड़ और बड़े आयोजनों को रोकने पर फोकस होगा।

छत्तीसगढ़ में एक बार फिर कोरोना का संकट तीसरी लहर के रूप में आने के आसार साफ दिखाई दे रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना पर इमरजेंसी मीटिंग ली है। उन्होंने कहा है कि हम निश्चित रूप से तीसरी लहर की ओर बढ़ रहे हैं। कोरोना के मामले तेजी से बढ़ेंगे। प्रदेश में लॉकडाउन अंतिम विकल्प होगा। इस बीच स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि राज्य में कोरोना सुनामी की तरह आएगा और उतनी ही तेजी से चला जाएगा। उन्होंने ये भी कहा है कि अगले एक दो दिनों में बड़े फैसले करने होंगे।” श्री सिंहदेव ने कहा कि हमें डरने की जरूरत नहीं है। राज्य में स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने कहा कि लोगों का अन्य राज्यों से जाना लगा हुआ है। उन्होंने खुद को कारोना पॉजिटिव पाए जाने को लेकर कहा कि दिल्ली और अन्य राज्यों का दौरा मैंने अपने राजनीतिक कारणों से किया। अभी जो लक्षण है, उससे लग रहा है कि कोरोना के नया वैरिएंट आ चुका है। वह ओमिक्रॉन भी हो सकता है।

टीएमसी के नेता व गायक बाबुल की रिपोर्ट पॉजिटिव

मिनाक्षी लोढी       कोलकाता। भाजपा से पूर्व विधायक व राज्य मंत्री रहे वर्तमान में टीएमसी के नेता व गायक बाबुल सुप्रियो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उनके साथ साथ उनके पिता, पत्नि और स्टाफ के कई लोगों में भी कोरोना संक्रमण की जानकारी उनके द्वारा ट्वीट करके दी गई है। बता दें की वर्ष 2021 में भी वे 2 बार कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और अप्रैल में उनकी पत्नी भी कोरोना संक्रमित हुईं थीं। देश भर में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ने लगे है और इस बार संक्रमण के शिकार लोगों में कई राजनेता भी शामित हैं। रविवार शाम प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव कोरोनो संक्रमित हुए। 

मंगलवार सुबह ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी दी इसके बाद सांसद मनोज तिवारी के कोरोना संक्रमित होने की खबर सामने आई था और अब बाबुल सुप्रियो ने भी अपने कोरोना संक्रमित होने की जानकारी साझा की। बता दें की कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री में प्रियंका गांधी में भी कोरोना के लक्षण दिखे थे और उनके संपर्क में कई लोग संक्रमित पाए भी गए थे जिसके कारण वे भी आइसोलेशन में हैं।

सोमवार, 3 जनवरी 2022

कांग्रेस में शामिल विधायक, भाजपा से नाता तोड़ा

कांग्रेस में शामिल विधायक, भाजपा से नाता तोड़ा
अमित शर्मा        चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के महज छह दिन बाद पंजाब के विधायक बलविंदर सिंह लड्डी पार्टी से नाता तोड़ कर फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। लड्डी ने सोमवार को कहा कि वह रविवार की रात यहां कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की मौजूदगी में, कांग्रेस में वापस लौट आए।

हरगोबिंदपुर से विधायक बलविंदर सिंह लड्डी, कादियान से विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा के साथ 28 दिसंबर को नयी दिल्ली में भाजपा में शामिल हुए थे। दोनों विधायक भाजपा के पंजाब मामलों के प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए थे।

आप: 5 और उम्मीदवारों की घोषणा, सूची जारी की

अमित शर्मा      चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए अपने पांच और उम्मीदवारों की सोमवार को घोषणा की। पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की यह सातवीं सूची जारी की गई है, जिसके अनुसार मजीठा विधानसभा सीट से लाली मजीठिया को टिकट दिया गया है। मजीठिया कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद एक जनवरी को ‘आप’ में शामिल हो गए थे।

वर्तमान में, मजीठा सीट से अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया विधायक हैं। पार्टी ने बताया कि अजय गुप्ता को अमृतसर सेंट्रल सीट से, कश्मीर सिंह सोहल को तरनतारन से, सुरिंदर सिंह सोढ़ी को जालंधर कैंट से और बलजीत कौर को मलोट सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। पंजाब की 117 विधानसभा सीट में से ‘आप’ ने अभी तक 101 पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

संक्रमण के प्रसार की रोकथाम पर विचार: कर्नाटक

बेंगलुरु। कर्नाटक सरकार कोविड-19 के नए खतरे के मद्देनजर संक्रमण के प्रसार की रोकथाम के लिए और नियंत्रण उपाय अपनाने पर विचार कर रही है। राज्य मंत्रिमंडल विशेषज्ञों से सलाह-मशविरे के बाद इस हफ्ते फैसला कर सकता है। सरकार ने वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए 28 दिसंबर से रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक “रात का कर्फ्यू” जैसे रोकथाम के उपाय पहले ही लागू कर दिए हैं जो सात जनवरी की सुबह तक अमल में रहेंगे।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि हम कोविड और ओमीक्रोन दोनों स्थितियों की निगरानी कर रहे हैं। यह देश में, राज्य में और पड़ोसी राज्यों में बहुत तेज गति से फैल रहा है। इसलिए हमें विशेषज्ञों से चर्चा करने की जरूरत है। इस संबंध में कल शाम मैं विशेषज्ञों से चर्चा करूंगा। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि कैबिनेट की बृहस्पतिवार को होने वाली बैठक के दौरान राज्य की स्थिति और लागू किए जाने वाले उपायों पर चर्चा की जाएगी और कुछ दीर्घकालिक उपायों पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें पहले की दो लहरों के प्रबंधन का अनुभव है। हमने विशेषज्ञों से रोकथाम के उपायों की सिफारिश करने के लिए कहा है, जिनका दैनिक जीवन पर सीमित प्रभाव हो।” मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों से कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया।

कर्नाटक में पिछले पांच दिनों से कोविड मामलों में इजाफा देखा जा रहा है। दैनिक मामले एक हजार से अधिक आ रहे हैं। कर्नाटक में रविवार को कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के 10 और मामले मिले जिसके बाद इसके कुल मामले 76 हो गए। बोम्मई ने कहा कि राज्य भर में आज से 15-18 साल के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की योजना इसे व्यापक अभियान बनाने की है क्योंकि इसका उद्देश्य युवाओं को “कोरोना सुरक्षा घेरे” में लाना है। उन्होंने कहा कि यह अभियान उन स्कूलों में चलाया जा रहा है, जहां इन आयु वर्ग के बच्चे होते हैं और उन्हें उनके पहचान पत्र और आधार कार्ड के आधार पर टीका लगाया जा रहा है। कोविड प्रतिबंधों के बीच कांग्रेस द्वारा नौ जनवरी से मेकेदातु पदयात्रा निकालने को लेकर किए गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि वे क्या कर रहे हैं। कल की बैठक में हम उस सामान्य व्यवहार पर चर्चा करेंगे जिसका पालन करने की जरूरत है, और यह केवल उन पर ही नहीं, बल्कि सब पर लागू होगा।

कोविड-19 रोधी 'टीकाकरण' अभियान आरंभ किया

हैदराबाद। तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री टी हरीश राव ने सोमवार को शहर के एक स्वास्थ्य केन्द्र में 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान आरंभ किया। उन्होंने कहा कि 15 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए राज्य में वयस्कों के टीकाकरण केन्द्र के अतिरिक्त 1,014 टीकाकरण केन्द्र स्थापित किए गए हैं। राज्य में इस श्रेणी में टीकाकरण कराने वाले किशोरों की अनुमानित संख्या 18.70 लाख है। राव ने माता-पिता से पात्र किशोरों का टीकाकरण कराने का आह्वान किया। देश में बढ़ते, कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के मद्देनजर उन्होंने सभी नगारिकों से टीका लगवाने और कोविड-19 संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की।

राव ने कहा कि राज्य में वयस्क आबादी को पहली खुराक देने की दर 101 प्रतिशत है और दूसरी खुराक देने की दर भी राष्ट्रीय औसत से अधिक है। हालांकि, करीब 20 लाख लोगों की दूसरी खुराक लंबित है और उन्हें भी दूसरा टीका लगवा लेना चाहिए। हरीश राव ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी की तीसरी लहर के डर के बीच राज्य सरकार ने 21 लाख ‘होम आइसोलेशन किट’ तैयार रखी है, ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित किए हैं और आवश्यक दवाएं खरीदी गई हैं। सूर्यापेट शहर में मेडिकल के एक छात्र के साथ ‘रैगिंग’ होने की खबरों पर, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के चिकित्सा शिक्षा निदेशक को यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि ‘रैगिंग’ हुई थी या नहीं। अगर ऐसा कुछ हुआ है, तो ‘रैंगिंग’ करने वाले छात्रों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहीं बीजेपी: बसपा

संदीप मिश्र      लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा से पहले सभी राजनीतिक दल ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे है। जबकि चार बार यूपी की मुख्यमंत्री रहीं बसपा प्रमुख मायावती चुनावी समर में नहीं उतरीं है। सोमवार को बसपा के राष्‍ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने बताया कि आचार संहिता लागू होने के तुरंत बाद बहन के दौरे पूरे प्रदेश में होने वाले है। उन्होंने कहा कि वो हर जिले में जायेंगी। हम बीजेपी की तरह नहीं है कि सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर एक पत्थर लगाये और वोट मांगे।

वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनाव लड़ने के सवाल पर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा है कि हम भी यही चाहते है कि सीएम चुनाव लड़े और खुद देखे कि जनता के बीच में उनके लेकर क्या फीडबैक है। सतीश चन्‍द्र मिश्रा ने दावा करते हुए कहा कि बीएसपी भी सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारेगी और सीएम को चुनाव में हराएगा भी। पिछले दिनों यूपी के ब्राह्मण नेताओं के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात को लेकर भी बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि इनके नेता खुद ये जानते है कि पूरे प्रदेश के ब्राहण इनसे नाराज है। और यूपी के नेता ये बात समझ चुके है इसलिए पहले ही जाकर अपनी तरफ से हाथ खड़े कर रहे है। ताकि बाद में इनसे कोई कुछ ना कहे। उन्होंने कहा कि ब्राहणों को ये समझ में आ गया है कि बीएसपी ने ही उनको पूरा सम्मान दिया है। इसलिए 2007 की तरह 2022 के चुनाव में ब्राहण एकजुट होकर बहन जी को मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी कर रहे है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चल रही इत्र कारोबारियों पर छापेमारी को लेकर भी सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा है कि इसके लिए इंतज़ार करना होगा कि अंत में इनकम टैक्स की तरफ से क्या तथ्य सार्वजनिक किया जाता है। 

दरअसल बड़ी चुनावी रैलियों के लिए पहचानी जाने वाली मायावती ने 9 अक्टूबर को काशीराम स्मारक स्थल पर परिनिर्वाण दिवस मनाया था। इसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। हालांकि, इसको चुनावी रैली नहीं माना जा सकता है। वहीं ब्राह्मणों से जोड़ने के लिए मायावती ने पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को जिम्मेदारी दी हुई है। सतीश की पत्नी कल्पना मिश्र का भी ब्राह्मण समाज की महिलाओं साधने की जिम्मेदारी निभा रही हैं। बता दें कि 22% एससी आबादी बसपा का कोर वोट है।


'भाजपा' विधायक का निलंबन रद्द, प्रस्ताव पेश किया

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक जितेंद्र महाजन का निलंबन रद्द कर दिया। जिन्हें पिछले महीने सदन से निलंबित कर दिया गया था। विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर बिधूड़ी द्वारा इस संबंध में पेश किया गया प्रस्ताव ध्वनि मत से पारित होने के बाद महाजन के निलंबन को निरस्त किया गया।

विधूड़ी ने विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल से निलंबन समाप्त करने का अनुरोध किया था। दिल्ली विधानसभा ने सदन की कार्यवाही में कथित रूप से बाधा डालने के आरोप में महाजन को पिछले साल दिसंबर में अपने एक दिवसीय विशेष सत्र के दौरान निलंबित कर दिया था।


पीएम की किसान विरोधी सोच को ढ़क नहीं सकतें 
आदर्श श्रीवास्तव      लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी मामले की चार्जशीट के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्विटर किया है कि पीएम मोदी के सरंक्षण के चलते मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर जांच की आंच तक नहीं आई और वे अपने पद पर बने हुए हैं। 

उन्होंने लिखा कि झूठी माफी और कानून वापस लेने जैसे चुनावी कदम भी पीएम मोदी की किसान विरोधी सोच को ढक नहीं सकते। वे रक्षक के पद पर हैं, लेकिन भक्षक के साथ खड़े हैं।

डब्ल्यूटीओ की आपात बैठक बुलाने की मांग: भारत

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। भारत ने दुनिया के विभिन्न देशें में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के प्रस्तावित पैकेज पर विचार के लिए इसी महीने जिनेवा में डब्ल्यूटीओ की आम परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है। इस पैकेज में पेटेंट से छूट का प्रस्ताव भी शामिल है। डब्ल्यूटीओ की आम परिषद संगठन का निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय है। संगठन के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने को लेकर इसकी बैठक नियमित तौर पर होती रहती है। इसमें सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि (राजदूत या उसके समकक्ष) होते हैं और इसके पास दो साल पर होने वाले मंत्री स्तरीय सम्मेलन की तरफ से काम करने का अधिकार है।

भारत ने महामारी से निपटने में मदद के लिये बौद्धिक संपदा अधिकार से संबंधित व्यापार पहलुओं (ट्रिप्स) पर कोई प्रगति नहीं होने को लेकर नाखुशी जताते हुए इस प्रस्ताव को डब्ल्यूटीओ के प्रस्तावित पैकेज में शामिल करने का आह्वान किया है। भारत और दक्षिण अफ्रीका ने अक्टूबर, 2020 में पहला प्रस्ताव देते हुए कहा था कि कोविड-19 महामारी की रोकथाम और इलाज में मदद को लेकर सभी डब्ल्यूटीओ सदस्यों को ट्रिप्स समझौते के कुछ प्रावधानों के क्रियान्वयन से छूट मिलनी चाहिए।

इस साल मई में संशोधित प्रस्ताव दिया गया। बौद्धिक संपदा अधिकार के व्यापार पहलुओं पर करार जनवरी, 1995 में लागू हुआ था। यह बौद्धिक संपदा अधिकार कॉपीराइट, औद्योगिक डिजाइन, पेटेंट और अघोषित सूचना या व्यापार से संबंधित गोपनीय सूचना के संरक्षण से संबंधित बहुपक्षीय समझौता है।

रविवार, 2 जनवरी 2022

स्वामी रामानुजाचार्य का स्टैच्यू हैदराबाद में स्थापित

स्वामी रामानुजाचार्य का स्टैच्यू हैदराबाद में स्थापित      मोहम्मद रियाज

हैदराबाद। दुनिया का सबसे बड़ा सिटिंग स्टैच्यू (बैठा हुआ) 302 फीट हाइट का ग्रेट बुद्धा का है, जो थाइलैंड में है। और दूसरे नंबर पर अब भारत में 216 फीट ऊंचा स्वामी रामानुजाचार्य का स्टैच्यू हैदराबाद में स्थापित हो चुका है। हालांकि राजस्थान के नाथद्वारा में 351 फीट ऊंची शिव मूर्ति भी तैयार हो चुकी है। लेकिन इसका इनॉगरेशन मार्च में है, इसके पहले फरवरी में रामानुजाचार्य के स्टैच्यू का इनॉगरेशन पीएम मोदी करने जा रहे हैं।

इस स्टैच्यू के साथ 108 मंदिर भी बनाए गए हैं। जिन पर कारीगरी ऐसी है कि कुछ मिनट को पलकें ठहर सी जाती हैं। साथ ही 120 किलो सोने का इस्तेमाल करते हुए आचार्य की एक छोटी मूर्ति भी तैयार की गई है। इस जगह को स्टैच्यू ऑफ इक्वालिटी नाम दिया गया है। वैष्णव संप्रदाय के संत चिन्ना जीयर स्वामी की देखरेख में पूरे हुए इस प्रोजेक्ट पर अब तक 1400 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। नए साल से यह दर्शकों के लिए खुलने जा रहा है। 

'कोरोना' के बढ़ते मामलों को लेकर सरकार अलर्ट

अमित शर्मा       चंडीगढ़। हरियाणा में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को लेकर प्रदेश सरकार अलर्ट हो गई है। तमाम स्कूल-कालेज, पालिटेक्निक, आइटीआइ, कोचिंग इंस्टीट्यूट, लाइब्रेरी, प्रशिक्षण संस्थान, आंगनबाड़ी केंद्र और क्रेच 12 जनवरी तक बंद कर दिए गए हैं। अंतिम संस्कार में 50 और शादियों में 100 से अधिक लोग इकट्ठे नहीं हो सकेंगे। रात्रि कर्फ्यू रात 11:00 से सुबह 5:00 बजे तक जारी रहेगा। धार्मिक स्थलों में एक समय में केवल 50 लोग इकट्ठे हो सकते हैं।

कोविड के प्रकोप के चलते हरियाणा राज्य में 3 से 12 जनवरी तक सभी राजकीय व प्राइवेट स्कूल, कोलेज, पॉलीटैक्निक, आईटीआई, कोचिंग इंस्टिट्यूट, लायब्रेरी तथा ट्रेनिंग इन्स्टिटूट और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे। हरियाणा राज्य आपदा प्रबंधन अथॉरिटी के चेयरमैन तथा हरियाणा के मुख्य सचिव ने जारी किए महामारी अलर्ट - सुरक्षित हरियाणा आदेश। दाह संस्कार और विवाह समारोह में क्रमश 50 और 100 लोगों से ज़्यादा भाग नहीं ले सकते हैं, उन्हें भी कोविड अनुकूल व्यवहार तथा सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करना होगा। एन जी ओ तथा शहरी स्थानीय निकायों को पब्लिक में मास्क वितरण की सलाह दी गई है।

प्रतिदिन पॉज़िटिव केसों के आधार पर, ग्रुप ए ज़िलों नामत- गुरुग्राम फ़रीदाबाद अंबाला, पंचकूला और सोनीपत में कुछ और प्रतिबंध भी लगाए गए हैं। जिनमें सभी सिनेमाहॉल, थियेटर,मल्टीप्लैक्स बंद रखने, सभी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स , स्टेडियम, स्विमिंग पूल बंद रखे जाएंगे केवल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को इस नियम में छूट होगी, किसी बाहरी व्यक्ति अथवा दर्शक को स्टेडीयम में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। गुरुग्राम सहित इन पाँच ज़िलों में मॉल और मार्केट शाम पाँच बजे तक ही खुले रखे जा सकते हैं। इन ज़िलों में बार और रेस्टोरेंट 50% सीटिंग क्षमता के साथ ही संचालित होंगी।

कृषि ऋण को बढ़ाकर 18 लाख करोड़ करेंगीं सरकार  

अकांशु उपाध्याय            नई दिल्ली। सूत्रों के अनुसार, कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार 1 फरवरी को पेश होने वाले 2022-23 के बजट में कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर लगभग 18 लाख करोड़ रुपये कर सकती है। चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार का कृषि ऋण लक्ष्य 16.5 लाख करोड़ रुपये का है। सूत्रों ने कहा कि सरकार हर साल कृषि क्षेत्र के लिए ऋण लक्ष्य बढ़ा रही है और इस बार भी 2022-23 के लिए लक्ष्य को बढ़ाकर 18-18.5 लाख करोड़ रुपये कर सकती है। सूत्रों ने कहा कि महीने के आखिरी सप्ताह में बजट को अंतिम रूप देते समय इस संख्या को फाइनल किया जाएगा।

सरकार बैंकिंग क्षेत्र के लिए फसल ऋण लक्ष्य सहित वार्षिक कृषि ऋण निर्धारित करती है। पिछले कुछ वर्षों में कृषि ऋण प्रवाह में लगातार वृद्धि हुई है, जो प्रत्येक वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्य से अधिक होती है। 2017-18 में किसानों को 11.68 लाख करोड़ रुपये का ऋण दिया गया, जो उस वर्ष के लिए निर्धारित 10 लाख करोड़ रुपये के लक्ष्य से बहुत अधिक है। इसी तरह, वित्तीय वर्ष 2016-17 में 10.66 लाख करोड़ रुपये के फसल ऋण वितरित किए गए, जो 9 लाख करोड़ रुपये के ऋण लक्ष्य से अधिक है।

उच्च कृषि उत्पाद हासिल करने के लिए ऋण एक महत्वपूर्ण निवेश है। सूत्रों ने कहा कि संस्थागत ऋण किसानों को गैर-संस्थागत स्रोतों से अलग करने में भी मदद करेगा, जहां वह ज्यादा ब्याज की दरों पर उधार लेने के लिए मजबूर होता हैं।आम तौर पर, कृषि ऋण पर नौ प्रतिशत की ब्याज दर लगती है। हालांकि, सरकार सस्ती दर पर अल्पकालिक फसल ऋण उपलब्ध कराने और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए ब्याज सबवेंशन प्रदान करती है। सरकार किसानों को तीन लाख रुपये तक के अल्पकालिक कृषि ऋण को सात प्रतिशत प्रति वर्ष की प्रभावी दर से सुनिश्चित करने के लिए दो प्रतिशत ब्याज सब्सिडी प्रदान करती हैदेय तिथि के भीतर ऋणों की शीघ्र अदायगी के लिए किसानों को तीन प्रतिशत का अतिरिक्त प्रोत्साहन दिया जाता है, जिससे प्रभावी ब्याज दर चार प्रतिशत हो जाती है। ऐसे अगर सरकार कृषि ऋण लक्ष्य को और बढ़ाती है तो इससे किसानों को फायदा होगा। ज्यादा किसान लोन ले पाएंगे।


एनसीबी ने बंबई 'हाईकोर्ट' का रुख किया: नवाब   
कविता गर्ग          मुंबई। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने रविवार को स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) पर फिर से हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि एक एनसीबी अधिकारी ने एक मामले में पूर्व की तारीख के पंचनामा कागजातों पर हस्ताक्षर कराने के लिए एक ‘पंच’ को बुलाया था। मलिक की यह टिप्पणी तब आई है। जब एनसीबी ने मादक पदार्थ के एक मामले में उनके दामाद को दी गई जमानत को रद्द करने के लिए बंबई उच्च न्यायालय का रुख किया है। 

संपर्क करने पर, एनसीबी के एक अधिकारी ने मलिक के आरोपों का खंडन किया और उन्हें “झूठा और निराधार” करार दिया। मलिक ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए दो ऑडियो क्लिप भी जारी किए। एक ऑडियो एनसीबी अधिकारी द्वारा एक मामले से संबंधित पुराने कागजात पर हस्ताक्षर करने के लिए एक पंच (गवाह) ‘मैडी’ को बुलाए जाने के बीच की कथित बातचीत से जुड़ा था।

'कोरोना' के मामले बढ़ें, घबराने की जरूरत नहीं  

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि शहर में कोविड-19 के मामले भले ही बढ़ रहे हों। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। क्योंकि ये मामले कम गंभीर हैं और इनमें लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है। उन्होंने यह दिखाने के लिए आंकड़े प्रस्तुत किए कि मामलों में वृद्धि के बावजूद, अस्पतालों में बिस्तर की जरूरत एक प्रतिशत से भी कम है और पिछले साल अप्रैल में आई कोरोना वायरस की घातक दूसरी लहर की तुलना में बहुत कम है।

केजरीवाल ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उपचाराधीन मामलों की संख्या 29 दिसंबर, 2021 को करीब 2,000 रहने के बाद एक जनवरी को करीब 6,000 हो गई, लेकिन अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या इस दौरान घटी। 29 दिसंबर, 2021 को 262 बिस्तरों पर लोग भर्ती थे लेकिन एक जनवरी को यह संख्या महज 247 थी।


5वीं तक की कक्षाओं को खोलने का फैसला रद्द   

भुवनेश्वर। कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच ओडिशा सरकार ने रविवार को कहा कि वह सोमवार से विद्यालयों में पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं को फिर से खोलने का अपना फैसला वापस ले रही है। विद्यालय और जन शिक्षा मंत्री एस आर दास ने एक बयान में कहा कि अधिकारियों ने राज्य के विभिन्न प्राथमिक विद्यालयों का निरीक्षण किया और हितधारकों से बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मामलों में दैनिक वृद्धि और राज्य में अभिभावकों से मिली प्रतिक्रिया के आधार पर हमने तीन जनवरी से विद्यालयों में पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं फिर से नहीं खोलने का निर्णय लिया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि विद्यालयों में छठी से 10वीं तक की कक्षाओं की पढ़ाई होगी। ओडिशा में रविवार को कोविड-19 के 424 नए मामले सामने आए हैं।

शनिवार, 1 जनवरी 2022

मंदिर भगदौड़, पीएम ने संवेदना प्रकट की: मंत्री

मंदिर भगदौड़, पीएम ने संवेदना प्रकट की: मंत्री
अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह माता वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में मची भगदड़ के बाद उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए जम्मू-कश्मीर के कटरा के लिए रवाना हो गए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री सिंह जम्मू-कश्मीर के उधमपुर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं। सिंह ने शनिवार को ट्वीट किया कि मैं माता वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में हुई दुर्घटना के कारण पैदा हुए हालात का जायजा लेने के लिए तत्काल कटरा रवाना हो रहा हूं।
मैं प्रशासन के साथ विस्तार से चर्चा करूंगा और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसकी जानकारी दूंगा। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री भगदड़ के कारण पैदा हुए हालात पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहे हैं। मंत्री ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने शोकसंतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है और घायलों को हर प्रकार की चिकित्कीय मदद मुहैया कराने के निर्देश जारी किए हैं।
जम्मू-कश्मीर स्थित प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है और 20 अन्य घायल हुए हैं। भगदड़ मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास हुई। माता वैष्णो देवी मंदिर जम्मू से करीब 50 किलोमीटर दूर त्रिकुटा पर्वत पर स्थित है।

पीएम-किसान योजना: 20,900 करोड़ की किस्त 

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को 10.09 करोड़ किसानों को पीएम-किसान योजना के तहत 20,900 करोड़ रुपये की 10वीं किस्त जारी की। प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित कार्यक्रम में लाभार्थियों को यह राशि जारी की। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना के तहत पात्र किसानों को एक साल में 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाती है।किसानों को यह राशि 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में उनके बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है। वर्चुअल कार्यक्रम में मोदी ने 351 कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को 14 करोड़ रुपये से अधिक का इक्विटी अनुदान भी जारी किया। इससे 1.24 लाख किसानों को फायदा होगा। इस कार्यक्रम में नौ राज्यों के मुख्यमंत्री, विभिन्न राज्यों के मंत्री और कृषि संस्थानों के प्रतिनिधि भी वर्चुअल तरीके से शामिल हुए।

इस मौके पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि नए साल 2022 के पहले दिन 10.09 करोड़ लाभार्थियों के खातों में 20,900 करोड़ रुपये की राशि स्थानांतरित की गई है। उन्होंने कहा कि पीएम-किसान कार्यक्रम सरकार के किसानों की आमदनी को दोगुना करने के प्रयासों में मदद करने के लिए शुरू किया गया है। इससे पहले पीएम-किसान की नौवीं किस्त अगस्त, 2021 में जारी की गई थी। आज जारी राशि के बाद अबतक इस योजना के तहत किसानों को 1.8 लाख करोड़ रुपये उपलब्ध कराए जा चुके हैं। पीएम-किसान योजना की घोषणा फरवरी, 2019 के बजट में की गई थी। इसके तहत पहली किस्त दिसंबर, 2018 से मार्च, 2019 की अवधि के लिए जारी की गई थी।

देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने का संकल्प

मिनाक्षी लोढी     कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को शनिवार को बधाई दी और देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने का संकल्प लिया। बनर्जी ने कांग्रेस छोड़कर एक जनवरी, 1998 को तृणमूल कांग्रेस का गठन किया था। उन्होंने ट्वीट किया कि तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस पर मैं हमारे सभी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और मां-माटी-मानुष परिवार के सदस्यों को शुभकामनाएं देती हूं। हमारी यात्रा एक जनवरी, 1998 को आरंभ हुई थी और हम तभी से लोगों की सेवा करने एवं उनका कल्याण सुनिश्चित के अपने प्रयासों के प्रति प्रतिबद्ध रहे हैं।

बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल ने 2021 विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की थी और वह लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं। उन्होंने ट्वीट किया कि हम नव वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, तो आइए, ऐसे में हर प्रकार के अन्याय के खिलाफ एकजुट होने का संकल्प लें। एक दूसरे के साथ दयालुता और सम्मान के साथ व्यवहार करें। मैं आपके आशीर्वाद के लिए आपको धन्यवाद देती हूं। तृणमूल ने 2001 और 2006 में दो बार विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह सफल नहीं हुई। इसके बाद उसने 2011 में शक्तिशाली वाम मोर्चा को हराकर जीत हासिल की।

महाराष्ट्र में 20 विधायक कोरोना संक्रमित, प्रतिबंध 

कविता गर्ग       पुणे। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पंवार ने शनिवार को कहा कि राज्य में अब तक 10 से अधिक मंत्री और कम से कम 20 विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा चुके हैं और यदि कोविड-19 के नए मामले बढ़ते रहे तो कड़े प्रतिबंध लागू किए जा सकते हैं। राज्य में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 8,067 नए मामले सामने आने के एक दिन बाद पवार ने यह बयान दिया है। शुक्रवार को सामने आए नए मामले बृहस्पतिवार को सामने आए नए मामलों से 50 प्रतिशत अधिक रहे। उन्होंने कोरेगांव-भीमा युद्ध की 204वीं वर्षगांठ के अवसर पर पेरने गांव में जयस्तंभ स्मारक का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ”हमने विधानसभा सत्र को हाल में छोटा कर दिया। अभी तक 10 मंत्री और 20 से अधिक विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।

हर कोई नववर्ष, जन्मदिन और अन्य समारोहों में भाग लेना चाहता है। यह बात ध्यान रखिए कि नया स्वरूप (ओमीक्रोन) तेजी से फैलता है और इसलिए, सावधानी बरतने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आग्रह किया है और कुछ राज्यों ने रात्रिकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया है। महाराष्ट्र के मुंबई और पुणे में मामले बढ़ रहे हैं।” पंवार ने और प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना के बारे में सवाल किए जाने पर जवाब दिया कि राज्य सरकार मरीजों की बढ़ती संख्या पर नजर रख रही है। उन्होंने कहा, ”यदि मरीजों की संख्या बढ़ती रही, तो कड़े प्रतिबंध लागू किए जाएंगे। कड़े प्रतिबंधों से बचने के लिए हर व्यक्ति को नियमों का पालन करना चाहिए।” पवार ने कहा कि सरकार ने हाल में कहा था कि कोरेगांव-भीमा युद्ध की वर्षगांठ पर श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल आने वाले लाखों लोगों की सुविधा के लिए स्मारक (जयस्तंभ) के पुनर्विकास के वास्ते भूमि अधिग्रहित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे कदम उठाने के लिए एक समिति का गठन किया गया है।

महाराष्ट्र सरकार द्वारा बैलगाड़ी दौड़ कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार किए जाने और पूर्व सांसद शिवाजी अधलराव पाटिल द्वारा इसका आयोजन किए जाने की घोषणा करने के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, ”(कोविड-19 कार्य बल की) बैठक के बाद, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के मुख्य सचिव को सभी जिलाधिकारियों को यह आदेश जारी करने का निर्देश दिया कि वैश्विक महामारी की एक अन्य लहर को रोकने के लिए जनसभाओं से बचा जाए। इसी के आधार पर व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए अनुमति देने से इनकार किया गया होगा, न केवल शिवाजी अधलराव पाटिल, बल्कि बैलगाड़ी दौड़ आयोजित करने के हर समर्थक को (कोविड-19 की तीसरी लहर के) बढ़ते खतरे को भी ध्यान में रखना चाहिए।”

आरटी-पीसीआर जांच केंद्र का जायजा लिया: मनसुख

नरेश राघानी       अहमदाबाद। कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने गुजरात के अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आरटी-पीसीआर जांच केंद्र का जायजा लिया और यात्रियों और अधिकारियों से बातचीत की। भारत ने ‘जोखिम’ वाले देशों से हवाई अड्डों पर आने वाले यात्रियों के लिए जांच सहित अतिरिक्त उपाय अनिवार्य कर दिए हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों के लिए विभिन्न सुविधाएं भी शुरू की गई हैं। हवाई अड्डे के अधिकारियों के अनुसार, प्रतीक्षा क्षेत्र में 220 यात्रियों के रूकने, 17 पंजीकरण काउंटर, 120 आरटी-पीसीआर मशीन सहित नमूने लेने के लिए आठ बूथ की सुविधा शुरू की गई है।

ट्विटर पर साझा किए गए एक वीडियो क्लिप में मांडविया प्रतीक्षारत यात्रियों और हवाई अड्डे के अधिकारियों के साथ बातचीत करते नजर आए। केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार रात ट्वीट किया, ”गुजरात प्रवास के दौरान मैंने अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आरटी-पीसीआर जांच केंद्र का जायजा लिया व यात्रियों से बातचीत की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ‘जोखिम वाले’ देशों में ब्रिटेन के साथ यूरोप के देश और दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, तंजानिया, हांगकांग, चीन, घाना, मॉरीशस, न्यूजीलैंड और इजराइल शामिल हैं। गुजरात में शुक्रवार तक ओमीक्रोन के मामलों की संख्या 113 थी।

वैष्णो देवी मंदिर में हुईं भगदड़, दुख व्यक्त किया

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर के माता वैष्णो देवी मंदिर में शनिवार को हुई भगदड़ की घटना पर दुख व्यक्त किया। गांधी ने ट्वीट किया कि माता वैष्णो देवी मंदिर में भगदड़ की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।

कांग्रेस नेता ने घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। जम्मू कश्मीर में प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। यह घटना मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास हुई

वर्ष '2022' का स्वागत, एक-दूसरे को बधाईयां दीं

मनोज सिंह ठाकुर    भोपाल। कड़ाके की ठंड और कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच लोगों ने वर्ष 2022 का स्वागत अपने अपने तरीके से करते हुए एक-दूसरे को बधाइयां दीं और अनेक लोगों ने आतिशबाजी भी की। इकतीस दिसंबर और एक जनवरी की दरम्यानी रात्रि में कोरोना संबंधी गाइडलाइन के चलते लोग सड़कों पर नाचते गाते और हुड़दंग मचाते हुए नजर नहीं आए, लेकिन अनेक लोगों ने अपने घरों के बाहर और मोहल्लों में आतिशबाजी कर नए वर्ष का स्वागत इस उम्मीद के साथ किया कि इस बार पिछले वर्ष जैसी तबाही से निजात मिलेगी। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर समेत सभी प्रमुख नगरों में कोरोना के मामले पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे हैं। इसके चलते रात्रिकालीन कर्फ्यू रात्रि 11 बजे से सुबह 05 बजे तक लागू है। कल रात पुलिस प्रशासन ने भी सभी शहरों और नगरों में गश्त तेज की, जिससे लोग कोराेना संबंधी गाइडलाइन को नहीं तोड़ सकें।

इसके अलावा शीतलहर के बीच कड़ाके की ठंड से भी लोगों का आम जीवन प्रभावित चल रहा है। इन स्थितियों के बावजूद नागरिकों ने अपने घर, मोहल्ले या ग्रामीण इलाकों में फार्म हाउस जैसे स्थानों पर एकत्रित होकर नए वर्ष के आगमन के पल को मनाया। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में नए वर्ष के आगमन की बेला पर अनेक लोगों ने पटाखे भी फोड़े। इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से अपने और परिचितों को बधाई आदान प्रदान करने का क्रम प्रारंभ हुआ, जो आज भी चल रहा है। अनेक लोग नए वर्ष के आगमन पर धार्मिक स्थानों पर पहुंचे और अपने अपने इष्ट देव के दर्शन और पूजा इत्यादि की। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और अन्य नेताओं ने नए वर्ष के अवसर पर नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए सभी के सुखी और स्वस्थ जीवन की कामना की है।

3 पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित नेताओं को नजरबंद किया

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ गुपकर घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) द्वारा मार्च निकाले जाने से पहले तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों सहित कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुलला के पुत्र एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सुप्रभात और 2022 का स्वागत। उसी जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ एक नए साल की शुरुआत जो अवैध रूप से लोगों को उनके घरों में बंद कर रही है और प्रशासन सामान्य लोकतांत्रिक गतिविधि से इतना डरा हुआ है। उन्होंने कहा कि गुपकर गठबंधन के शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन को रोकने के लिए ट्रक हमारे गेट के बाहर खड़े हैं। कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि एक अराजक पुलिस राज्य की बात करें, तो पुलिस ने मेरे पिता के घर को मेरी बहन के घर से जोड़ने वाले आंतरिक द्वार को भी बंद कर दिया है। फिर भी हमारे नेताओं के पास दुनिया को यह बताने की हिम्मत है कि भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता एवं गठबंधन के प्रवक्ता एम वाई तारिगामी ने कहा कि यह दुखद है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन “इतना डरा हुआ है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे पा रहा है। उन्होंने कहा कि यही स्थिति तब और भी खराब हो जाती है जब लोगों को जनता के सामने अपनी राय रखने की भी अनुमति नहीं होती है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी नजरबंद किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे घर के बाहर भी एक ट्रक खड़ा है।पीएजीडी ने जम्मू संभाग में विधानसभा की छह और कश्मीर में एक सीट बढ़ाने के परिसीमन आयोग के प्रस्ताव के खिलाफ शनिवार को श्रीनगर में प्रदर्शन करने की बात कही थी। आयोग की सिफारिशों के बाद जम्मू में सीट संख्या 43 और कश्मीर में 47 हो सकती है।

सीएम ने पत्रकारों को दिया नववर्ष '2022' का तोहफा

दुष्यंत टीकम      रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकार साथियों को दिया नववर्ष का तोहफा। रायपुर विकास प्राधिकरण की कालोनी में पत्रकार साथियों को आवास में राज्य सरकार द्वारा 15% की छूट की घोषणा की। 

प्रेस क्लब रायपुर में आयोजित नववर्ष मिलन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने "अग्रदूत" समाचार-पत्र में प्रकाशित होने वाले नियमित व्यंग्य स्तम्भ 'झंगलू-मंगलू के गोठ' के संकलन और किताब के रूप में प्रकाशन के लिए 2 लाख रुपये की घोषणा की।


सीएम ने प्रथम सन्यास दीक्षा समारोह में प्रतिभाग किया

पंकज कपूर      हरिद्वार। शनिवार को पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री ने जगद्गुरू आश्रम कनखल में निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द महाराज के प्रथम सन्यास दीक्षा समारोह में प्रतिभाग किया।इस अवसर पर समारोह को सम्बोधित करते हुये मा0 मुख्यमंत्री ने कहा कि निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानन्द जी महाराज के दीक्षा समारोह की वजह से आज मुझे सभी पूज्य सन्तों का एक साथ आशीर्वाद मिलने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के लिये पूज्य सन्तों का आशीर्वाद बहुत आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि बिनु हरि कृपा मिलहि न सन्ता। सत्संग का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि सत्संग का मनुष्य के जीवन में काफी प्रभाव पड़ता है, जिस तरह का सत्संग होगा, उसी तरह का मनुष्य का आचार-व्यवहार होगा। समारोह को जगद्गुरू शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरिजी महाराज, स्वामी महामण्डलेश्वर कैलाशानन्द जी महाराज, स्वामी हरिचेतनानन्द जी, स्वामी चिदानन्द मुनि, आचार्य बाल कृष्ण, युग पुरूष परमानन्द जी महाराज, महन्त प्रेम गिरिजी महाराज, पूज्य हरिगिरी महाराज, महन्त विज्ञानानन्द जी महाराज, पदम जी, सतपाल ब्रह्मचारी जी महाराज, देवानन्द सरस्वती जी महाराज, तन्मय वशिष्ठ, महामंत्री श्रीगंगा सभा, राजीव शर्मा नगर पालिका अध्यक्ष आदि ने सम्बोधित किया।

मंच का संचालन आखाड़ा परिषद व मंसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष रविन्द्रपुरी जी महाराज ने किया। जगद्गुरू आश्रम कनखल पहुंचने पर मा. मुख्यमंत्री का शाल ओढ़ाकर, विशाल माला, पुष्पगुच्छ तथा प्रतीक चिह्न भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री यतीश्वरानन्द, ललितानन्द जी महाराज, कमलदास महाराज, महेश पुरी महाराज, भाजपा जिला अध्यक्ष डाॅ. जयपाल सिंह चौहान, महामंत्री श्री विकास तिवारी, जिलाधिकारी श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ. योगेन्द्र सिंह रावत, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, सिटी मजिस्ट्रेट श्री अवधेश कुमार सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...