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बुधवार, 22 सितंबर 2021

छेड़खानी के आरोपी को अनोखी शर्त पर जमानत दी

अविनाश श्रीवास्तव        

पटना। बिहार के मधुबनी जिले के झंझारपुर की एक निचली अदालत ने छेड़खानी के आरोपी को अनोखी शर्त पर जमानत दी है। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आरोपी को गांव के सभी महिलाओं के कपड़े धोने कहा। वह अगले छह महीने तक ये काम करेगा। शर्त स्वीकार करने के बाद कोर्ट ने उसे जमानत दी है।

बता दें कि 20 वर्षीय आरोपी ललन कुमार पर छेड़खानी और दुष्कर्म का प्रयास करने के तहत केस दर्ज हुआ था। कोर्ट में यह आरोप साबित भी हो गया है। एडीजे अविनाश कुमार (प्रथम) ने मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी को जमकर फटकार लगाई। और महिलाओं का सम्मान करने की बात कही।

वहीं उसके पेशे के आधार पर कोर्ट ने उसे गांव की महिलाओं के कपड़े धोने और प्रेस करने की सजा दी है। ताकि इसके मन में महिलाओं के प्रति सम्मान पनप सके। बता दें कि गांव में करीब 2000 महिलाओं की आबादी है। यानी आरोपी को अगले छह महीने तक फ्री में 2000 महिलाओं के कपड़े धुलने होंगे और उसे आयरन भी करना होगा। साथ ही घर-घर जाकर उसे लौटाएगा। वहीं इसकी निगरानी गांव के मुखिया या सरपंच या किसी भी सम्मानित सरकारी कर्मचारी करेंगे।

शुक्रवार, 17 सितंबर 2021

हत्या के लिए नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराया

अविनाश श्रीवास्तव        

हाजीपुर। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा-चिराग गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के जमुई से पार्टी के सांसद चिराग पासवान ने वैशाली जिले के महनार थाना क्षेत्र में दो दिन पूर्व एक नाबालिग लड़की की बलात्कार के बाद हुई हत्या के लिए नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि सरकार का अब प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है।

चिराग पासवान ने शुक्रवार को यहां पीड़िता के परिजनों से मुलाकात के बाद इस घटना को लेकर दुख जताते हुए कहा कि इतनी बड़ी वारदात हो गई लेकिन न तो सरकार और न ही स्थानीय प्रशासन को ही इसकी चिंता है। नीतीश सरकार का अब प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है और इसी का नतीजा है कि लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद से पीड़ित परिवार के लोग दहशत में हैं लेकिन प्रशासन अपनी जवाबदेही को ईमानदारी से निर्वहन नहीं कर रहा है।

सांसद ने कहा कि प्रशासन के सही भूमिका में नहीं होने के कारण इस तरह की घटनाएं राज्य में आए दिन घटित हो रही है। पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने के साथ ही उन्होंने घटना में शामिल आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीड़ित के गांव आकर मामले का जायजा लेना चाहिए, इससे प्रशासन के अधिकारियों पर दबाव बनेगा और आरोपियों की गिरफ्तारी शीघ्र हो सकेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ऐसी मंशा नहीं है कि बिहार में अपराध का दर्द कम हो। इसी कारण से राज्य में अपराधिक घटनाएं लगातार हो रही है। 

गुरुवार, 16 सितंबर 2021

बिहार में लगातार बढ़ रहें हैं वायरल फीवर के केस

अविनाश श्रीवास्तव       

पटना। बिहार में लगातार वायरल फीवर के केस बढ़ रहें है। दिक्कत इस बात की है कि इसमें सबसे ज्यादा बच्चे बीमार हो रहे हैं। बिहार और पड़ोसी राज्य यूपी में अस्पतालों में जगह नहीं है। बिहार के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार भागलपुर,मुजफ्फरनगर, वैशाली, गोपालगंज, सीवान, छपरा सहित कई जिलों में इलाज के लिए मेडिकल टीमें चौकस हैं।

पटना के एनएमसीएच में बड़ी संख्या में बच्चे भर्ती हो रहे हैं। ज्यादातर बच्चे वायरल फ्लू और निमोनिया से पीड़ित हैं। शिशु रोग विभाग में 75 बच्चे भर्ती हैं जिनमें से 23 बच्चे निमोनिया से पीड़ित हैं। बताया जा रहा है कि अस्पताल में दवा की घोर किल्लत है। हालांकि अधीक्षक दवा कि किल्लत को सिरे से खारिज कर रहे हैं।

मुजफ्फरपुर के केजरीवाल अस्पताल में ब्रोकोलाइटिस्ट वायरल से पहली मौत हुई है। अस्पताल के केयर टेकर ने इसकी पुष्टि की है। दो साल का सुदर्शन सीतामढ़ी का रहने वाला था। उसे 12 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि बीते पांच सितंबर से अब तक केजरीवाल अस्पताल में वायरल फीवर और ब्रोकोलाइटिस्ट से पीड़ित 247 बच्चे भर्ती हुए हैं। जिसमें से 170 बच्चे ठीक होकर घर जा चुके हैं। वहीं 64 बच्चे अभी भी भर्ती हैं।

गोपालगंज जिले में वायरल फीवर और एईएस के मरीज मिले हैं। बताया जा रहा है कि जिले में एईएस से एक बच्ची की मौत हुई है। संक्रमण के बढ़ते दायरे को देखते हुए गोपालगंज सदर अस्पताल में बच्चों के इलाज के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पीके वार्ड में दस बेड लगाए गए हैं। डीएम ने लोगों से अपील की है कि बीमार पड़ने पर बच्चों का विशेषज्ञ डॉक्टर से इलाज कराएं।

पश्चिम चंपारण के सबसे बड़े अस्पताल जीएमसीएच की व्यवस्था में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा हैं. यहां अस्पताल में मरीज बेड के लिए भटक रहें हैं और बेड रहने के बाद भी मरीजों को फर्श पर इलाज किया जा रहा हैं। जब इसकी शिकायत लोगों ने अस्पताल के उपाधीक्षक से की तो उन्होंने बेड मुहैया कराने का निर्देश दिया। सुपौल सदर अस्पताल में बच्चों के लिए आईसीयू यानि पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट(पीआईसीयू) बनाने की तैयारी जोङो पर है। सदर अस्पताल में पीआईसीयू का निर्माण करवाने का निर्णय कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर लिया गया था।

भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी शिशु वार्ड के सभी बेड फुल हो चुके हैं। हालत यह है कि एक बेड पर तीन-तीन बच्चों का इलाज हो रहा है। जबकि इंडोर में भी सभी बेड भर चुके हैं। अधिकतर बच्चों को सर्दी खांसी बुखार है और उनको सांस लेने में तकलीफ हो रही है, जिससे लोग काफी भयभीत हैं।

बुधवार, 1 सितंबर 2021

घर से शराब मिलने के मामले में दस साल की सजा

अविनाश श्रीवास्तव          

सुपौल। बिहार में सुपौल जिले की एक सत्र अदालत ने घर से शराब मिलने के मामले में बुधवार को दोषी को दस साल की सजा सुनाई है।

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय सह विशेष न्यायाधीश उत्पाद इसरार अहमद की अदालत ने मामले में आरोपित श्याम दास को धारा 30 (ए) बिहार मद्य निषेध अधिनियमन 2016 के तहत दोषी पाए जाने पर उसे दस वर्ष की सजा और एक लाख रुपए का आर्थिक दण्ड लगाया है। अदालत ने अर्थदण्ड की राशि नहीं जमा करने पर छह माह की अतिरिक्त सजा भुगतने का आदेश दिया।

बुधवार, 25 अगस्त 2021

धार्मिक स्थल सामान्य रूप से खोलने की इजाजत दी

अविनाश श्रीवास्तव               
पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार को देखते हुए सरकार ने कल से सभी दुकानें, प्रतिष्ठान, शाॅपिंग माॅल, पार्क, उद्यान एवं धार्मिक स्थल सामान्य रूप से खोलने की इजाजत दे दी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के बाद खुद सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर बताया कि राज्य में अब सभी दुकानें, प्रतिष्ठान, शाॅपिंग माॅल, पार्क, उद्यान एवं धार्मिक स्थल सामान्य रूप से खुलेंगे। इसके साथ ही जिला प्रशासन की अनुमति से सभी प्रकार के सामाजिक, राजनीतिक, मनोरंजन, खेल-कूद, सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन अपेक्षित सावधानियों के साथ आयोजित किए जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी विश्वविद्यालय, कॉलेज, तकनीकी शिक्षण संस्थान तथा विद्यालय (पहली से बारहवीं कक्षा तक) के साथ साथ कोंचिग संस्थान भी सामान्य रूप से खुलेंगे। उन्होंने बताया कि राज्य के विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, विद्यालयों द्वारा परीक्षा भी आयोजित की जा सकेंगी।
नीतीश कुमार ने बताया कि 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सिनेमा हॉल, क्लब, जिम, स्वीमिंग पूल, रेस्त्रां एवं खाने की दुकान (आंगतुकों के साथ) खुल सकेंगे लेकिन तीसरी लहर की संभावना के मद्देनजर सभी बिहारवासियों को कोविड अनुकूल व्यवहार के साथ सावधानी बरतना जरूरी है।

सोमवार, 23 अगस्त 2021

जमुई में कॉलेज निर्माण को लेकर एचसी का फैसला

अविनाश श्रीवास्तव                      
जमुई। जमुई में मेडिकलकॉलेज निर्माण को लेकर हाईकोर्ट ने यह फैसला दिया कि खैरा के बेला में ही मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा। हाईकोर्ट ने सरकार के पक्ष में फैसला सुनाते हुए विभाग को निर्माण कार्य शुरू करने का निर्देश दिया है। न्यायाधीश संजय केरोल और जस्टिस डॉक्टर अनिल कुमार उपाध्याय ने इस मामले की सुनवाई के उपरांत यह फैसला दिया है। कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करते हुए कहा था कि जिस स्थल पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण होना है वह इलाका सुरक्षा के दृष्टिकोण से ठीक नहीं है। इस मामले में हाईकोर्ट ने सरकार को अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया था। सरकार ने कोर्ट को यह जानकारी दिया कि जहाँ पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जाना है वह जगह सुरक्षा की दृष्टिकोण से बेहतर है। वहाँ सुरक्षा के पुख्ते इंतजाम हैं। निर्माण स्थल के पास एसएसबी का कैम्प है। सरकार के द्वारा दिये गए जवाब के बाद हाईकोर्ट ने यह फैसला सुनाया। बताते चलें कि जमुई में मेडिकल कॉलेज के निर्माण से यहाँ के लोगों में काफी खुशी है।जमुई जिला के जनप्रिय नेता दिवंगत विधायक अभयसिंह जी का अपने जिला में मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का सपना साकार होने जा रहा है। जिले में मेडिकल कॉलेज निर्माण राह में रोड़ा अटकाने वालों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। अपने क्षुद्र राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि के लिए कुछ लोग इसके निर्माण में बाधक बने हुए थे। लेकिन बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रधोगिकी मंत्री सुमितकुमारसिंह लगातार इन बाधाओं को दूर करने के लिए प्रयासरत थे। सरकार के तरफ से कोर्ट में मजबूती से पक्ष रखा जाए, उन्होंने यह सुनिश्चित किया। जिसका परिणाम यह हुआ कि हाईकोर्ट में बिहार सरकार की दलील के सामने रोड़ा अटकाने वालों के तर्क धराशायी हो गए। अब हाईकोर्ट के फैसले के बाद सभी अड़चने दूर हो गई है। 
जल्द ही मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का कार्यारंभ होने जा रहा है।जमुई मेडिकल शिक्षा एवं सेवा के मामले में पटना और देवघर पर निर्भर था। यहां से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल की दूरी 170 किमी से अधिक है। लिहाज़ा किसी भी आपात स्थिति में बहुत मुश्किल होती है। दूसरा यहां मेडिकल एजुकेशन से लोगों का इसके प्रति रुझान बढ़ेगा। मेडिकल कॉलेज शुरू होने से इसके साथ-साथ सरकारी स्तर पर नर्सिंग एजुकेशन, पारा मेडिकल ट्रेनिंग, लैब तकनीशियन, ओटी असिस्टेन्ट, रेडियोलॉजी असिस्टेन्ट आदि की पढ़ाई यहां शुरू हो सकेगी। जिससे बड़े पैमाने पर स्थानीय युवाओं को तकनीकी कौशल आधारित रोजगार मिलेगा।मेडिकल कॉलेज अस्पताल शुरू होने पर स्वाभाविक रूप से इन सभी विधाओं का सहज रूप से शिक्षण-प्रशिक्षण शुरू होता है। वहीं मेडिकल कॉलेज के कारण बहुत सारे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर विकसित होंगे। लोगों में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ेगी, सेहतमंद होंगे। वहीं छोटी बीमारियों में भी पटना और बड़े शहर जाकर इलाज़ कराने को विवश नहीं होंगे। इससे आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानी से बहुत निजात मिलेगी।।

प्रतिनिधिमंडल के साथ पीएम मोदी से मुलाकात की

अविनाश श्रीवास्तव                    
पटना। जातीय जनगणना की मांग को लेकर सोमवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने 10 अलग-अलग दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद सीएम नीतीश और तेजस्‍वी यादव ने मीडिया से एक सुर में बात की। दोनों नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बड़े गौर से उनकी बात सुनी है। 
अब उन्‍हें इस सम्‍बन्‍ध में निर्णय का इंतजार है। सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों को प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात का ब्‍योरा देते हुए कहा कि प्रतिनिधिमंडलने जातीय जनगणना के सभी पहलुओं को लेकर पीएम के सामने विस्‍तार से अपना पक्ष रखा। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने सबकी बातों को बड़े गौर से सुना। उन्‍होंने जातीय जनगणना की मांग से इनकार नहीं किया है। हमें उम्‍मीद है कि वह इस बारे में विचार करके उचित निर्णय लेंगे। उन्‍होंने कहा कि नेताओं ने प्रधानमंत्री को जातिगत जनगणना के बारे में अब तक बिहार में हुई कोशिशों की पूरी जानकारी दी। उन्‍हें बताया कि कैसे 2019 और 2020 में प्रस्‍ताव पास किया गया।
बीच में केंद्र के एक मंत्री के यह कहने से कि जातिगत जनगणना नहीं हो पाएगी, पूरे राज्‍य में बेचैनी फैल गई। उन्‍होंने कहा कि इसी स्थिति के चलते पीएम से आज मुलाकात की गई। उन्‍हें ओबीसी, माइनारिटी समेत सभी के बारे में जानकारी दी गई। सीएम नीतीश ने कहा कि जातिगत जनगणना बेहद जरूरी है। यह एक बार हो जाएगा सब की स्थिति स्‍पष्‍ट हो जाएगी। जिन वर्गों को सरकारी योजनाओं का उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है उनके बारे में  भी ठीक ढंग से योजनाएं बन पाएंगी। विकास के लिए ठीक से काम होगा। 

गुरुवार, 19 अगस्त 2021

‘प्रवासी सलाहकार’ शब्द का इस्तेमाल किया: प्रताप

अविनाश श्रीवास्तव    

पटना। लालू परिवार में महाभारत तय लग रहा है। तेजप्रताप ने ट्वीट कर ‘प्रवासी सलाहकार’ शब्द का इस्तेमाल किया है। हालांकि उन्होंने साफ-साफ नाम लिखने से परहेज किया है। माना जा रहा है कि उन्होंने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को टारगेट किया है। राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं से लड़ते-झगड़ते तेजप्रताप, अब लग रहा है कि अपने भाई तेजस्वी से भी भिड़ने के मूड में आ गए हैं। दरअसल उन्होंने एक ट्वीट किया है, जिसमें ‘प्रवासी सलाहकार’ संबोधन का इस्तेमाल किया है। आमतौर पर मीडिया में ये खबरें रहती हैं कि बिहार में जब भी कोई बड़ा मुद्द होता है तो तेजस्वी यादव पटना से बाहर रहते हैं। प्रदेश के विपक्षी नेता तेजस्वी के लिए ‘प्रवासी’ शब्द का इस्तेमाल करते हैं, मगर अब तेजप्रताप ने इसे अपने ट्वीट में प्रयोग किया है।

लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘प्रवासी सलाहकार से सलाह लेने में अध्यक्ष जी ये भूल गए की पार्टी संविधान से चलता है और राजद का संविधान कहता है की बिना नोटिस दिए आप पार्टी के किसी पदाधिकारी को पदमुक्त नहीं कर सकते। आज जो हुआ वो राजद के संविधान के खिलाफ हुआ।’ दरअसल 8 अगस्त को छात्र राजद की बैठक में तेजप्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर तंज कसते हुए उन्हें हिटलर कहा था। इसके बाद जगदानन्द सिंह नाराज होकर दस दिनों से कार्यालय नहीं आए। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भी पार्टी दफ्तर नहीं पहुंचे। राबड़ी आवास में मान-मनौव्वल चला। फिर वो मान गए, मगर आते के साथ ही सबसे पहले छात्र आरजेडी से आकाश यादव की छुट्टी की। गगन कुमार को नया अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। आकाश यादव तेजप्रताप यादव के नजदीकी थे। इसके बाद से ही तेजप्रताप यादव नाराज हैं।

शुक्रवार, 13 अगस्त 2021

पीएम ने जवाब ना देकर सीएम का अपमान किया

अविनाश श्रीवास्तव            

पटना। बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज कहा कि जातीय जनगणना को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 10 दिन पूर्व ही प्रधानमंत्री से मिलने के लिए पत्र भेजकर समय मांगा था। लेकिन अभी तक जवाब न देकर उन्हें अपमानित किया जा रहा है। तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को यहां राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जातीय जनगणना कराए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन्होंने पिछले दिनों मुलाकात की थी।

इसके बाद नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा लेकिन अभी तक न तो प्रधानमंत्री की ओर से पत्र का जवाब दिया गया है और न ही मुख्यमंत्री को मुलाकात के लिए समय ही दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री अपमानित कर रहे हैं।

बुधवार, 28 जुलाई 2021

भाजपा विधायक ने नियंत्रण कानून लाने की मांग की

अविनाश श्रीवास्तव        

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रुख से अलग रुख अपनाते हुए सत्तारूढ़ भाजपा के एक विधायक ने बुधवार को विधानसभा के पटल पर जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने की मांग की। विधायक विजय कुमार खेमका ने इस आशय का ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव में कहा गया है। “हम सभी जातियों और समुदायों में दो बच्चों के मानदंड को लागू करने की आवश्यकता की ओर सदन का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं।” हालांकि, सरकार ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में कुछ नहीं कहा। प्रस्ताव में करुणाकरण समिति की रिपोर्ट को लागू करने की मांग की गई है, जिसमें दो से अधिक बच्चों वाले लोगों को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित करने जैसे उपाय प्रस्तावित किए गए थे। 

इससे पहले बिहार विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए खेमका ने कहा, ”हम सरकार से जनसंख्या नियंत्रण कानून पर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध करते हैं। यह उतना ही महत्त्वपूर्ण है जितना कि शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून बनाना।” यह पूछे जाने पर कि क्या यह नीतीश कुमार को परेशान करने के लिए भाजपा की रणनीति है।जो अब बिहार में राजग सरकार में मजबूत स्थित में है। जिसपर खेमका ने कहा, “यह पार्टी के बारे में नहीं है।बल्कि यह पूरे समाज के बारे में है।”

शनिवार, 24 जुलाई 2021

नौका के पलट जाने से 5 लोगों की डूबकर मौंत हुईं

समस्तीपुर। बिहार मे समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र में बागमती की उपधारा शांति नदी में एक नौका के पलट जाने से पांच लोगों की डूबकर मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग लापता है।
कल्याणपुर के अंचलाधिकारी अभय पद् दास ने शनिवार को यहां बताया कि जिले के चकमेहसी बाजार के सोरमार घाट से शुक्रवार की देर शाम 10-11 की संख्या मे ग्रामीण नौका से नामापुर गांव जा रहे थे। इसी दौरान आई बारिश एवं तेज हवा के कारण नदी मे अचानक नौका पलट गई। नौका पर सवार चार लोग तैरकर नदी से सुरक्षित बाहर निकल गए, जबकि सात अन्य लोग लापता हो गए। दास ने बताया कि आज सुबह स्थानीय गोताखोरों की मदद से पांच शवों को बरामद कर लिया गया है।मृतकों में एक महिला उसका पति एवं पुत्र समेत दो अन्य शामिल है। घटनास्थल पर राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम पहुंच गई है। अन्य लापता लोगों की तलाश की जा रही है।

शनिवार, 17 जुलाई 2021

बिहार: जहरीली शराब पीने से 16 लोगों की मौंत हुईं

अविनाश श्रीवास्तव              

बेतिया। बिहार के बेतिया जिले में शराब पीने से 16 लोगों की मौत मामले में प्रशासन आंकड़ों में उलझता नजर आ रहा है। ग्रामीणों का दावा है कि सभी की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। जबकि प्रशासन का मानना है कि 4 लोगों की मौत। जहरीली शराब, 2 की बीमारी से हुई है। जबकि 10 अन्य लोगों की मौत के कारण को प्रशासन अभी संदिग्ध मान रहा है और जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट करने की बात कह रहा है। दरअसल जहरीली शराब से संदिग्ध मौत मामले में बेतिया जिला प्रशासन ने प्रेस रिलीज जारी की है। इस प्रेस रिलीज में कुल 16 लोगो के मौत की जिला प्रशासन ने पुष्टी की।

जिला प्रशासन के मुताबिक दो लोगो की बीमारी से मौत हुई। चार की जहरीली शराब से मौत की बात परिजनों ने स्वीकार किया है। 10 लोगो के संदिग्ध मौत हुई है, जिसकी जांच शुरू हो गयी है। कुल 14 लोगो की जहरीली शराब से संदिग्ध हाल में मौत की जिला प्रशासन ने सूची भी जारी की है। ग्रामीणों और परिजनों से बातचीत के हवाले से प्रशासन ने मौत के कारणों की पुष्टि करने का दावा किया है।

बता दें कि बीते 15 जुलाई को बेतिया के लौरिया थाना क्षेत्र के देउरवा गांव में एक के बाद एक लोगों की मौत होने से खलबली मच गई। मामले की जांच में पहुंची टीम को परिजनों ने बताया कि सबने अवैध रूप से सप्लाई की गई जहरीली शराब पी थी। शुरुआती दौर में आठ लोगों की मौत हुई थी। लेकिन धीरे-धीरे आंकड़ा 16 तक पहुंच गया। इनमें से 2 लोगों की मौत बीमारी के कारण होना बताया गया। जबकि ग्रामीणों के मुताबिक 14 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है। लेकिन प्रशासन अभी 4 लोगों की मौत ही जहरीली शराब के कारण होने की बात कह रहा है। अन्य दस की मौत को संदिग्ध मानकर जांच की जा रही है।

गुरुवार, 15 जुलाई 2021

अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल में मारी टक्कर, मौंत

अविनाश श्रीवास्तव        

पटना। बिहार में रोहतास जिले के दावथ थाना क्षेत्र मेंसड़क दुर्घटना में तीन युवकों की मौत हो गयी। पुलिस सूत्रों ने गुरूवार को यहां बताया कि बुधवार की देर रात मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवक जा रहे थे। तभी मलियाबाग चौक के समीप राष्ट्रीय उच्चपथ संख्या 30 पर अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में तीनो युवकों की मौके पर ही मौत हो गयी। सूत्रों ने बताया कि मृतकों की पहचान बक्सर जिले के सिकरौल थाना क्षेत्र बसाव कला मठिया गांव निवासी प्रिंस कुमार, विकास यादव और सोनू गोंद के रूप में की गयी है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया गया है।

गुरुवार, 8 जुलाई 2021

परिवार-पार्टी के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया

अविनाश श्रीवास्तव            

समस्तीपुर। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा-चिराग गुट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर मंत्री बनने की महात्वाकांक्षा में परिवार और पार्टी के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि देश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। आशीर्वाद यात्रा पर निकले चिराग पासवान ने गुरुवार को समस्तीपुर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि क्षणिक लाभ के लिए चाचा ने न केवल पार्टी को तोड़ा बल्कि मेरे पिता एवं लोजपा के संस्थापक स्व.रामविलास पासवान की पीठ मे भी खंजर घोंपा है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता पार्टी के जनाधार को मजबूत करना है और उसी की एक कड़ी आशीर्वाद यात्रा है। पासवान ने दावा किया कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में जल्द ही बड़ी टूट होगी। नीतीश सरकार की उलटी गिनती शुरू हो गई है और बिहार में मध्यावधि चुनाव होना तय है। उन्होंने कहा कि जदयू के कई विधायक उनके संपर्क में हैं।

शुक्रवार, 25 जून 2021

बस और ट्रक की टक्कर लगने से 4 लोगों की मौंत

अविनाश श्रीवास्तव           
मुजफ्फरपुर। मीनापुर थाना के पानापुर ओपी क्षेत्र के नरियार में शुक्रवार को अल सुबह एक बस और ट्रक की भीषण टक्कर हो गई। घटना में चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, करीब 15 लोग घायल हैं। जिसमें से कई लोगों की हालत गंभीर है। मोतिहारी के ढाका से बारात से लौटन के दौरान हादसा हुआ है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह एक बस में कुछ लोग मोतिहारी के ढाका से लौट रहे थे। वहां वे शादी में बाराती बनकर शामिल होने के लिए गए थे।वहां से लौटने के क्रम में शुक्रवार की अल सुबह मीनापुर थाना के पानापुर ओपी के नरियार में बस पंचर हो गई।

मंगलवार, 22 जून 2021

बिहार: निजी दौरे पर दिल्ली जाएंगें सीएम नीतीश

अविनाश श्रीवास्तव            

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निजी दौरे पर मंगलवार को दिल्ली जाएंगे। कुमार के मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एसएलबीसी की बैठक के बाद और दोपहर दो बजे मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद दिल्ली के लिए रवाना होने की संभावना है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से हालांकि उनके दिल्ली जाने को लेकर कार्यक्रम के बारे में कोई सूचना साझा नहीं की गई पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह से सोमवार को इस बाबत पूछे जाने पर कहा था कि मुख्यमंत्री होने के नाते और व्यक्तिगत रूप से भी उनका दिल्ली जाने का कार्यक्रम बनता रहा है।

केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार की अटकलों के बीच नीतीश की दिल्ली की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर आरसीपी सिंह ने कहा था कि जब भी केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो राजग का हिस्सा होने के नाते जदयू की इसमें भागीदारी होगी। वहीं लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता और मुंगेर से सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर दिल्ली की यात्रा के क्रम में नीतीश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की चर्चा को अटकलें बताते हुए सोमवार की शाम को कहा था कि मुख्यमंत्री अपनी आंख के इलाज के लिए दिल्ली जा रहे हैं।



रविवार, 20 जून 2021

बारिश व तेज हवा और बिजली गिरने का अलर्ट जारी

अविनाश श्रीवास्तव              
पटना। बिहार के उत्तर-पश्चिम जिलों में रविवार सुबह से बारिश हो रही है। इसकी वजह से प्रदेश की राजधानी के कई इलाकों में जलजमाव की समस्या हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक पटना, सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, दरभंगा और सहरसा में भारी बारिश, तेज हवा और बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग का कहना है कि इन जिलों में विशेष सतर्कता बरती जानी चाहिए।
मौसम विभाग से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक झारखंड और उसके सटे भागों पर जो कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ था, वह उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे चलकर दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं उसके आस पास के क्षेत्रों पर सतह से 1.5 किलो मीटर उंचाई पर स्थित है। इस मौसमी सिस्टम के अगले दो दिनों तक इसी प्रकार बने रहने की संभावना है। इसका परिणाम यह हाेगा कि पूरे बिहार में मध्यम एवं एक- दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग का कहना है कि समय पूर्व मानसून आने से पहले चरण में अच्छी वर्षा हो रही है। मानसून 12 जून को बिहार में प्रवेश कर गया था। एक जून से 11 जून तक  सामान्य वर्षा  हो रही थी। एक से 11 जून तक 37 मिलीमीटर बारिश हुई थी लेकिन एक जून से लेकर 19 जून तक बारिश सामान्य से 149 प्रतिशत अधिक है। यानी 12 से 19 जून के बीच अब तक 202 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। पटना में शनिवार की शाम तक 9.8 मिलीमीटर बारिश हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को सुबह 8.30 बजे से लेकर शाम 5.30 बजे तक पटना में 9.8 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया गया। पटना के अलावा गया में 19 मिलीमीटर, नवादा में 45.5 मिलीमीटर,जमुई में 21.5 तथा मधुबनी में 6.5 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है।

गुरुवार, 17 जून 2021

बिहार में कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हुएं

अविनाश श्रीवास्तव            
पटना। बिहार में लगातार हो रही बारिश से कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बिहार में आज भी बारिश से राहत नहीं मिलेगी और ज्यादातर इलाकों में लगातार बारिश हो सकती है। वहीं, उत्तर प्रदेश के भी कुछ इलाकों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने दिल्ली में भी बारिश की संभावना व्यक्त की है। हालांकि, दिल्ली को मॉनसून के लिए अभी एक सप्ताह का इंतजार करना पड़ सकता है। दिल्ली-एनसीआर में अगले दो घंटे में बारिश होगी। जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है, तो चलिए जानते हैं मौसम का हाल।

बिहार में जारी है बारिश...
बिहार में बीते कुछ दिनों से लागातर बारिश हो रही है और अब नदियों का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो आज भी बिहार को बारिश से राहत नहीं मिलने वाली है। 18 जून तक राज्य के 11 जिलों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, 13 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और अन्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही लोगों को खुले स्थान मैदान, आम और लीची के बगानों में नहीं रहने की अपील जारी की गई है। यहां पर बिजली गिरने की आशंका है। रेड अलर्ट वाले जिलों में उत्तर पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के अलावा दक्षिण मध्य बिहार के पटना, गया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय और लखीसराय शामिल है। यहां मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ अत्यधिक बारिश की आशंका है। इस वजह से लोगों से घर से कम निकलने की अपील की गई।

बुधवार, 16 जून 2021

बिहार में 3 दिनों तक भारी बारिश होने के आसार

अविनाश श्रीवास्तव                  
पटना। बिहार में गंडक नदी के तटवर्ती इलाकों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश होने के आसार हैं। भारी बारिश एवं वज्रपात के मद्देनजर मौसम विज्ञान केंद्र ने पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, सिवान एवं गोपालगंज के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य के शेष जिलों में भी फिलहाल अच्‍छी बारिश के आसार हैं। इन जिलों के लिए आरेंज एवं येलो अलर्ट जारी किया गया है। रेड अलर्ट जारी होने का मतलब काफी अधिक बारिश होना है। इससे बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं। जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी हुआ है, वहां पहले ही काफी बारिश होने से स्थिति बिगड़नी शुरू हो गई है। 
सीमावर्ती जिलों के गांवों में बाढ़ का पानी आने लगा है। वहीं, मंगलवार को भी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी बारिश रिकार्ड की गई।पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में राज्य में मानसून मेहरबान है। प्रदेश के उत्तरी भाग से लेकर बंगाल की खाड़ी तक मानसून के अनुकूल वातावरण बना है। राजधानी में पिछले 36 घंटे में 43 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। वहीं, जून में अब तक राजधानी में 111.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। सामान्यत: अब तक राजधानी में 57.8 मिमी बारिश होनी चाहिए। राज्य में सर्वाधिक बारिश पश्चिमी चंपारण में हुई है। वहां पर जून में 80 मिमी बारिश सामान्यत: होनी चाहिए, लेकिन अब तक 339 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। इसी तरह सिवान, गोपालगंज, सारण में भी सामान्य से बहुत ज्यादा बारिश हुई। 
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी झारखंड होते हुए उत्तर की ओर बढ़ रही है। नमीयुक्त हवा जब चंपारण के इलाके में आगे बढ़ती है तो हिमालय की तराई में रुकावट पैदा होता है, जिससे भारी बारिश होती है।

शनिवार, 12 जून 2021

जेडीयू को भी मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार और उसमें जनता दल यूनाइटेड के शामिल होने की अटकलों के बीच जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने कहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार की चर्चा उन्होंने भी सुनी है। जेडीयू भी गठबंधन में शामिल है और एनडीए गठबंधन में शामिल होने के नाते जेडीयू को भी मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। आपको बता दें कि शुक्रवार से लगातार यह चर्चा तेज हो गई है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है। मोदी कैबिनेट में फेरबदल की खबरों के बीच ही यह खबर भी सामने आई कि जनता दल यूनाइटेड भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाला है। जेडीयू के से दो मंत्रियों को बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में आरसीपी सिंह का यह ताजा बयान बेहद महत्वपूर्ण है।
गौरतलब हो कि सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। इसके लिए पीएम मोदी मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा भी कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ विचार-विमर्श किया। वर्ष 2019 में लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में कोई विस्तार नहीं किया है।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अज्ञातवास पर रहने वाले जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने वापसी की है। आरसीपी सिंह कोरोना संक्रमण के दौरान राजनीतिक तौर पर सक्रिय नहीं थे। कोरोना की दूसरी लहर जब कमजोर पड़ी और संक्रमण के मामले कम हुए तो यह सवाल उठने लगा कि आखिर आरसीपी सिंह क्यों अज्ञातवास पर हैं। बिहार के राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चा भी तेज हो गई। लेकिन अब जेडीयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने वापसी कर ली है। वापसी के साथ उन्होंने पार्टी कार्यालय में बैठकों का सिलसिला भी शुरू कर दिया है। आरसीपी सिंह ने आज जनता दल यूनाइटेड कार्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में पार्टी के अलग-अलग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्षों के साथ बैठक की। इस बैठक में पार्टी के कई पदाधिकारी भी शामिल हुए। इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी मौजूद थे। इसके पहले आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ की बैठक की थी और कोरोना वायरस की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए टीकाकरण अभियान को रफ्तार देने का टास्क के जेडीयू के नेताओं को दिया था।

आरसीपी सिंह ने कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर से केवल वैक्सीन ही बचा सकती है। ऐसे में पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ की तरफ से टास्क फोर्स बनाकर टीकाकरण अभियान को सौ फ़ीसदी कामयाब बनाने की जरूरत है। आपको याद दिला दें कि आरसीपी सिंह जब संक्रमण के दौरान सक्रिय नहीं थे। तब लगातार सोशल मीडिया समेत राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा हो रही थी कि क्या उनके अज्ञातवास से जेडीयू में उपेंद्र कुशवाहा का कद बड़ा होता जा रहा है। हालांकि फर्स्ट बिहार ने आपको उस वक्त भी बताया था कि आरसीपी सिंह के नहीं रहने के बावजूद नीतीश कुमार और उनके बीच जो ट्यूनिंग है उस पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। तमाम चर्चाओं के बावजूद आरसीपी सिंह नीतीश कुमार की पसंद है और उनके सबसे ज्यादा करीबी भी हैं। अब आरसीपी सिंह ने दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद राजनीतिक सक्रियता बढ़ाई है।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...