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सोमवार, 22 फ़रवरी 2021

ऑटो-ट्रक में हुई आमने-सामने टक्कर, 5 की मौत

5 लोगों की दर्दनाक मौत। ऑटो और ट्रक में हुई आमने-सामने टक्कर, मची चीख-पुकार
अविनाश श्रीवास्तव 
 कटिहार। बड़ा हादसा बिहार के कटिहार जिले में सोमवार को हुए भीषण सड़क हादसे में 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। हादसा ऑटो और ट्रक में हुई टक्कर के दौरान हुआ जिसमें पांच लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि कई अन्य लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए। कटिहार में यह सड़क दुर्घटना पोठिया थाना क्षेत्र के समेली खैरा बहियार के समीप हुई। दुर्घटना के बारे में बताया जा रहा है। कि अनियंत्रित ऑटो और ट्रक में आमने-सामने भीषण टक्कर हो गई जिसमें पूर्णिया से बैंड पार्टी बाजा कर लौट रहे पांच लोगों की मौत हो गई जबकि पांच लोग घायल है। मामले की जानकारी मिलते ही पोठिया थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। पोठिया थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंची जिसके बाद सभी मृतकों की पहचान हुई। मृतक सभी लोग कुर्सेला थाना क्षेत्र के बसुहार मजदिया गांव के रहने वाले थे। और शादी विवाह में बैंड पार्टी का काम करते थे। मृतकों में अर्जुन मोची 50 वर्ष, किशोर पासवान 45 वर्ष, धर्मेंद्र कुमार मंडल 50 वर्ष, सुशील कुमार मोची 30 वर्ष और छोटेलाल राम 42 वर्ष हैं। जबकि घायलों में सभी लोग फलका भंगहा के रहने वाले हैं। घायलों में संतोष कुमार 25 वर्ष, मिट्ठू कुमार 17 वर्ष, चिंटू कुमार 16 वर्ष, श्री मोची 60 वर्ष और सियाराम मंडल 32 वर्ष हैं। घटना के बाद इलाके में कोहराम मचा हुआ है। इस हादसे के बाद पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है। लेकिन ट्रक का ड्राइवर फरार है। घटना के प्रत्यक्षदर्शी बिट्टू कुमार और संतोष कुमार ने बताया कि अचानक ट्रक लाइट जला कर रुक गया जिस कारण ऑटो से उसकी टक्कर हो गई, जबकि पीछे से भी आ रही एक कार ने ऑटो में ठोकर मार दी जिस कारण इतना बड़ा हादसा हुआ।

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

बिहार: चिराग को झटका, 208 नेता जेडीयू में शामिल

बिहार: चिराग पासवान को बड़ा झटका, लोजपा के 208 नेता जेडीयू में हुए शामिल
अविनाश श्रीवास्तव
पटना। पटना में चिराग पासवान की पार्टी को बड़ा झटका लगा है। यहाँ जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर सी पी सिंह ने चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के 208 नेताओं के जदयू में शामिल होने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी समाजवादी विचारधारा पर चलने वाली देश की एकमात्र पार्टी है। जिसमें परिवारवाद और वंशवाद की कोई जगह नहीं। सिंह ने जदयू के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान लोजपा के प्रदेश महासचिव केशव सिंह सहित पासवान की पार्टी के 208 नेताओं के जदयू में शामिल होने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि अगर आपमें प्रतिभा है। आप दल के प्रति निष्ठावान हैं। और मेहनत से अपना काम करते हैं। तो जदयू में किसी भी पद को पा सकते हैं। सिंह ने कहा हमारे नेता नीतीश कुमार ने अपने कार्यों से बिहार को नई पहचान दी है। सेवा ही उनका धर्म और बिहार ही उनका परिवार है। हमें उनके आदर्शों पर चलकर बिहार का गौरव बढ़ाना है। इस बीच, लोजपा के सासंद चंदन सिंह ने यहां अपने पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से कहा कि लोजपा पूरी तरह से अटूट और एकजुट है। और कुछ तथाकथित नेता लोजपा से निकाले जाने के बाद अब जदयू के गोद में चले गए हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा ने सत्ता का मोह त्याग कर बिहार पहले बिहारी पहले की बात की और अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया जिसके बाद ये कमजोर और गद्दार नेता भाग खड़े हुए। पिछले साल संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश के नेतृत्व को अस्वीकार्य करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आस्था व्यक्त करने वाले चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के सांसद चंदन ने कहा कि इन तथाकथित नेताओं ने बिहार पहले बिहारी पहले से गद्दारी कर बीते चुनाव में जदयू के प्रत्याशियों का साथ दिया लेकिन जनता ने जदयू को सबक सिखाया जिसके बाद पार्टी ने इन गद्दार नेताओं को लोजपा से बाहर निकाल दिया। उन्होंने कहा कि ये वो लोग हैं। जो आजतक वार्ड स्तर का भी चुनाव नहीं जीत सके हैं।

बुधवार, 10 फ़रवरी 2021

डीलर एसोसिएशन ने दी चेतावनी, मांगों पर अड़े

रामलीला मंच किला मैदान स्थित डीलर एसोसिएशन बक्सर ने नीतीश सरकार को चेतावनी देते हुए अपनी 6 मांगों पर अड़े। 
अविनाश श्रीवास्तव
डीलर एसोसिएशन, 6 मांगे की...
बिहार सरकार के पास लंबित 8 सूत्री मांग को पूरा करें। एक बराबर आवंटन करो। राज्य खाद्य निगम द्वारा कम आ माप तोल को समाप्त करो।
 जांच उद्योग बंद करो... पोस मशीन में चावल गेहूं चना एवं खाद सामग्री को शून्य करो।
पटना। प्रधानमंत्री खदान योजना की कमीशन राशि का भुगतान करो। पत्रकारों से बात करते हुए फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन के जिला मीडिया प्रभारी वीरेंद्र लाल श्रीवास्तव ने पत्रकारों को बताया कि बिहार सरकार अपनी मनमानी कर रही है। बार-बार सरकार की तरफ से कोई ना कोई जांच आती रहती है और ना तो डीलरों की कोई मांग पूरी की जाती है। डीलर का कहना है कि ना तो हमें वेतन मिलता है कमीशन और थोड़ी कमीशन से क्या होने वाला है। वही माना जाए तो एक मजदूर भी अगर कार्य करता है तो उसको उचित मजदूरी दी जाती है। यहां तो डीलर को केवल कमीशन के भरोसे ही रहना पड़ता है और इसमें जांच  का भी सामना करना पड़ता है। जिससे कि डीलरों में एक भय बना रहता है। डीलर एसोसिएशन ने सरकार के खिलाफ कितने प्रदर्शन किए कितने धरने दिए यह उनका 1981 से ही धरना चल रहा है। सरकारे आती रही, जाति रहे। किसी सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेगति ना तो कमीशन बढ़ता है और ना ही वेतन मिलता है। सरकार मानदेय देने के लिए तैयार थी लेकिन वह भी नहीं हो पाया बस सरकार की तरफ से आश्वासन दिया जाता है कि आपकी मांगे मान ली जाएंगी और फिर भूल जाती है। इसी को लेकर 21वां बक्सर अंतर राज्य पूर्वांचल वार्षिक सम्मेलन हो रहा है। जिसमें कि विपक्ष के भी कई बड़े चेहरे हैं। कांग्रेसी विधायक बक्सर सदर संजय तिवारी और राजपुर विधानसभा विधायक विश्वनाथ राम भी शामिल है और तथा अन्य बड़े नेताओं की आने  की आशंका है। इस सम्मेलन को बड़ा बनाने में शायद, इसी बहाने सरकार इनकी मांगे मान लें।

मंगलवार, 9 फ़रवरी 2021

बिहार कैबिनेट में विस्तार, 17 मंत्रियों ने शपथ ली

अविनाश श्रीवास्तव  

बिहार। नीतीश कैबिनेट का आज विस्तार हो गया है, भारतीय जनता पार्टी के शाहनवाज हुसैन के साथ कुल 17 नेताओं ने मंगलवार को मंत्री पद की शपथ ली।

बिहार में सरकार बनने के बाद लंबे वक्त से कैबिनेट विस्तार का इंतजार था. भारतीय जनता पार्टी के नेता शाहनवाज हुसैन ने सबसे पहले मंत्री पद की शपथ ली, शाहनवाज ने उर्दू में मंत्री पद की शपथ ली। शाहनवाज हुसैन के बाद श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली. श्रवण कुमार को नीतीश कुमार का करीबी माना जाता है।

सोमवार, 8 फ़रवरी 2021

मुजफ्फरपुर: होटल में मिली पति-पत्नी की लाश

मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर से इस वक्त की बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। जहां होटल सेंट्रल पार्क में एक दंपति की लाश मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। दोनों के सिर में गोली लगी है और मौके से एक पिस्टल भी बरामद किया गया है।घटना की सूचना मिलने के बाद तत्काल टाउन डीएसपी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर जांच में जुट गए हैं। घटना काजी मोहम्मदपुर थाना इलाके के अघोरिया बाजार चौक स्थित सेंट्रल पार्क होटल की है। मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि होटल सेंट्रल पार्क के 301 रूम नंबर में एक दंपत्ति रविवार की शाम 7 बजे के करीब पहुंचे थे।सोमवार को 12 बजने के बाद भी जब कमरे से कोई बाहर नहीं आया तो होटल का स्टाफ वहां पहुंचा। जिसके बाद कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। काफी आवाज देने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला को होटल के कर्मचारी ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब दरवाजा खोला तो देखा कि दोनों दंपत्ति कमरे में मृत पड़े थे।दोनों के सिर में गोली लगी थी।वहीं मौके से पुलिस ने एक पिस्टल भी बरामद की है। मामला सामने आने के बाद एफएसएल को टीम मौके पर पहुंच छानबीन में जुट गयी है। वहीं दंपत्ति की पहचान करने में पुलिस जुटी है, लेकिन खबर मिलने तक कुछ पता नहीं चल सका है।होटल मैनेजर ने बताया जा रहा है कि दंपत्ति जब रविवार को वहां पहुंचे थे तो समान्य थे और  सोमवार की दोपहर 12 बजे रुम खाली करने की बात कही थी।

बिहार: मां ने मासूमों को जहर दिया, खुद भी निगला

अविनाश श्रीवास्तव     

पटना। बिहार के बांका जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जिसमें अपने पति और प्रेमी से तंग आकर महिला ने पहले अपने चार बच्चों को जहर दे दिया, उसके बाद उसने खुद भी जहर निगल लिया। घटना अमरपुर थाना क्षेत्र के कामदेवपुर गांव की बताई जा रही है। जहर खाने के बाद महिला की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। जिसे बेहतर इलाज के लिए रेफरल अस्पताल भेज दिया गया है। हालांकि चारों बच्चों कि हालत खतरे से बाहर है। जानकारी के अनुसार महिला का नाम ललिता देवी बताया जा रहा है। ललिता की शादी गांव के ही कल्लू दास नाम के व्यक्ति से हुई थी लेकिन बीते कुछ सालों से वह गांव के ही दूसरे युवक के साथ बच्चों के साथ रहने लगी। ग्रामीणों ने बताया कि अब वह युवक पर शादी करने का दबाव बना रही थी।इसी बात को लेकर उन लोगों में विवाद चल रहा था। संभावना व्यक्त की जा रही है कि इसी आक्रोश में उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस छानबीन में जुट गई है। फिलहाल महिला को बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया है।

रविवार, 7 फ़रवरी 2021

बिहार: हादसे में 2 महिलाओं की मौत, 11 घायल

बिहार: दर्दनाक सड़क हादसे में दो महिलाओं की मौत, 11 गम्भीर रूप से घायल
 अविनाश श्रीवास्तव
पटना। नवादा जिले के राजौली से सटे कोडरमा घाटी से सड़क हादसे की बड़ी खबर सामने आ रही है। इस सड़क हादसे में दो महिलाओं की मौत होने की जानकारी सामने आई है। वहीँ 11 लोगों के घायल होने की जानकारी भी मिली है। बताया जा रहा है। कि यह हादसा रविवार सुबह हुआ है। जहाँ तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर पलट गई।
खबर के मुताबिक पटना-रांची राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-31पर नवादा जिले के राजौली से सटे कोडरमा घाटी में रविवार की सुबह काराखूंट के समीप तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें घटनास्थल पर दो महिला यात्रियों की मौत हो गई। जबकि कई यात्री जख्मी हो गए।
वहीँ घटना की जानकारी मिलते ही रजौली थाना की पुलिस वहां पहुंच कर राहत कार्य में जुट गई। बस शिव शक्ति ट्रेवल्स (जेएच ए-3451) जमशेदपुर (झारखंड) से बिहार शरीफ जा रही थी।
मृतकों की पहचान नालंदा जिले के नूरसराय के रहने वाले वीरेंद्र शर्मा की पत्नी कुसुम देवी और बिहारशरीफ के मुगलकुआं के मो. खुर्शीद की पत्नी रुकसाना खातून के रूप में की गई है।
घायलों ने बताया कि बस शनिवार की रात तकरीबन 9:15 बजे खुली थी। रविवार की सुबह 7:30 में बिहार पहुंचने का समय था। बस पर 20 से 25 लोग सवार थे। ड्राइवर काफी तेज गति में बस चला रहा था। घाटी में तीखी मोड़ पर भी बस की स्पीड कम नहीं हो रही थी। अंततः बस अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई। जबकि 16 यात्री जख्मी हो गए।
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी एडिशनल एसएचओ मनीष कुमार, विधि व्यवस्था प्रभारी कमलेश कुमार दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को काफी मशक्कत के बाद बस से निकाला और सभी को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉ. श्याम नंदन कुमार, डॉ. रघुवेदर भारती ने घायलों का इलाज किया।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा जा रहा। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा जा रहा है। गम्भीर रूप से घायल 11 लोगों को नवादा सदर अस्पताल भेज गया। जिसमें (1)महेश प्रसाद पिता छोटन महतो बिहार शरीफ (2) रामेश्वर महतो पिता दुखी महतो, बिहार शरीफ (3) आयुष कुमार पिता महेश प्रसाद, जमशेदपुर (4) उर्मिला देवी पति शिशु महतो, पटना (5 )मनीष कुमार पिता इंद्रदेव शर्मा, बींद नालंदा (6)मोहम्मद हजरत उद्दीन पिता मोहम्मद फरीद, जमशेदपुर (7) संतोष कुमार पांडे पिता विजयकांत पांडे रसलपुर (8)गुड्डी कुमारी पिता अब्दुल हाफिज, बिहारशरीफ (9) मो. शूजा, जमशेदपुर, (10) अमु सुफियान, जमशेदपुर (11) सबकतूल हक, जमशेदपुर शामिल हैं।

शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2021

दरिंदे भाई ने 8 साल की बहन का रेप कर हत्या की

अविनाश श्रीवास्तव  
भोजपुर। आज की बड़ी खबर भोजपुर जिले के आरा से सामने आ रही है जहां दरिंदे ने 8 वर्षीय मासूम की रेप के बाद हत्या कर दी। बिहियां के एक गांव के पास मृतका का शव मिला है। जानकारी के अनुसार आरोपी मृतका का रिश्ते में भाई लगता है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने पहले मृतका को बहला फुसलाकर अपने पास बुलाया फिर उसके साथ रेप किया। बाद में उसने गला रेतकर निर्मम तरीके से उसकी हत्या कर दी और शव को खेत में फेंककर मौके से फरार हो गया। सुबह जब ग्रामीणों ने शव पड़ा हुआ देखा तो इलाके में सनसनी मच गई।
 लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने एक शख्स के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोपी रिश्ते में पीड़िता का भाई लगता है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

बढ़ते अपराध को लेकर नेता प्रतिपक्ष का हमला

अविनाश श्रीवास्तव
पटना। बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार बिहार सरकार पर हमलावार हैं। तेजस्वी यादव यह लगातार कह रहे हैं कि बिहार में विधि व्यवस्था नाम की चीज खत्म हो गई। शुक्रवार की सुबह  ट्वीट कर नेता तेजस्वी ने लिखा कि 'बिहार में बहुत ही डरावने हालात है। कौन, कब, किसे, कैसे और क्यों मार दे कोई नहीं जानता ? सुपौल,मुजफ्फरपुर,भागलपुर,नालंदा,सासाराम,पटना,समस्तीपुर जहां देखिए लूट, खून,बलात्कार, गोलीबारी, मर्डर, हत्या, हत्या और हत्या ही हत्या। बिहार में सरकार और विधि व्यवस्था नाम की चीज है ही नहीं? इसके बाद तेजस्वी यादव ने दूसरे ट्वीट में लिखा कि 'सरकार से क़ानून व्यवस्था पर सवाल पूछिए तो वो हड़प्पा काल की बात करते है। धरना-प्रदर्शन किजीए तो नए फ़रमान जारी करते है। दबाव डालिए तो लीपापोती के लिए किसी को भी बलि का बकरा बना देते है। थके और कमजोर मुख्यमंत्री की कोई नहीं सुन रहा। अपराधी और माफिया राज कर रहे है। 

एक और ट्वीट कर तेजस्वी ने लिखा कि गांधीवाद की दिखावटी बात करने वाले जेपी आंदोलन से निकले कथित नेता की तानाशाही के चर्चे और पर्चे अब विदेशों में छप रहे है। सोशल मीडिया पर लिखने से जेल,धरना-प्रदर्शन करने पर नौकरी से वंचित करने के तुगलकी फरमान सुनाए जा रहे है। लोकतंत्र की जननी बिहार को NDA सरकार अपमानित कर रही है।

बुधवार, 3 फ़रवरी 2021

सरकार के खिलाफ प्रदर्शन, नहीं मिलेगी नौकरियां

सरकार का नया फरमान- अगर किया सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तो नहीं मिलेगी सरकारी नौकरी

अविनाश श्रीवास्तव    
पटना। ठंड के मौसम में सियासत गरमाई हुई है। एक तरफ किसान आंदोलन और बजट को लेकर आरोप - प्रत्यारोप का दौर जारी है। तो वहीं अब हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। 
बताया जा रहा है। कि अगर आप किसी भी मांग को लेकर प्रदर्शन करते है। तो आपको सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। दरअसल बिहार में अगर आपने अपने किसी भी मांग को लेकर प्रदर्शन किया तो फिर आपके लिए मुसीबत हो सकती है।
नीतीश कुमार सरकार ने मंगलवार को एक नया फरमान जारी किया, जिसमें कहा गया है। कि अगर राज्य में कोई प्रदर्शन करता है। तो फिर पुलिस के द्वारा उसका आचरण प्रमाण पत्र खराब किया जा सकता है। 
बिहार पुलिस के नए फरमान के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति किसी विधि व्यवस्था की स्थिति, विरोध प्रदर्शन, सड़क जाम इत्यादि मामले में संलिप्त होकर किसी आपराधिक कृत्य में शामिल होता है। और उसे इस कार्य के लिए पुलिस द्वारा आरोप पत्र जारी किया जाता है। तो उनके संबंध में चरित्र सत्यापन प्रतिवेदन में विशिष्ट एवं स्पष्ट रूप से प्रविष्टि की जाए।
ऐसे व्यक्तियों को गंभीर परिणामों के लिए तैयार रहना होगा। तो वहीं दूसरी तरफ नीतीश सरकार के इस ताजा फरमान को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन पर हमला बोला है। और कहा है। कि नीतीश कुमार अपने फैसलों के जरिए मुसोलिनी और हिटलर को भी चुनौती दे रहे हैं। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करके लिखा, 'मुसोलिनी और हिटलर को चुनौती दे रहे नीतीश कुमार कहते हैं। कि अगर किसी ने सत्ता व्यवस्था के विरुद्ध धरना प्रदर्शन कर अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया तो आपको नौकरी नहीं मिलेगी।
मतलब नौकरी भी नहीं देंगे और विरोध प्रकट भी नहीं करने देंगे। बेचारे 40 सीट के मुख्यमंत्री कितने डरे हैं। बताना लाजमी है। कि पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसके सिंघल की ओर से जारी किए गए इस फरमान में कहा गया है। कि सरकारी ठेका, सरकारी नौकरी, हथियार का लाइसेंस और पासपोर्ट के लिए पुलिस सत्यापन प्रतिवेदन लेना आवश्यक है।
इस पत्र में डीजीपी एसके सिंघल ने कहा है। कि यदि कोई राज्य में प्रदर्शन के दौरान अपराधिक घटना को अंजाम देता है। और ऐसा करने के लिए अगर पुलिस द्वारा उसे चार्जशीट किया जाता है। तो इसके बारे में संबंधित व्यक्ति के चरित्र सत्यापन प्रतिवेदन में इस बात का जिक्र होना चाहिए। 

प्रदर्शनों में शामिल होना युवाओं को पड़ेगा भारी

अविनाश श्रीवास्तव  

पटना। बिहार में सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों,विरोध प्रदर्शन अब राज्य की जनता को खासकर युवाओं को भारी पड़ सकता है। बिहार की नितीश सरकार ने एक फरमान जारी करते हुए कहा कि सूबे में हिंसक प्रदर्शनों में शामिल होने वालों को सरकारी नौकरी नहीं दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक बता दें कि इससे पहले, राज्य की नीतीश सरकार की पुलिस ने सोशल मीडिया पर सोच समझ कर लिखने का आदेश जारी किया था। बिहार पुलिस ने सोशल मीडिया पर किसी जनप्रतिनिधि अथवा सरकारी अधिकारी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया था। वहीं अब नीतीश सरकार की तरफ से जारी किए गए फरमान में कहा गया है कि विरोध-प्रदर्शन, सड़क जाम या ऐसे किसी अन्य मामले में हंगामा हुआ और कानून व्यवस्था में व्यवधान डाला गया, तो प्रदर्शन में शामिल लोगों को न सरकारी नौकरी मिलेगी और न ठेका। सरकार के आदेश में कहा गया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़क जाम करने, हिंसा फैलाने या किसी भी प्रकार विधि व्यवस्था में समस्या पैदा करने जैसे आपराधिक कृत्य में शामिल होता है और यदि उसके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दाखिल कर देती है, तो उनके पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट में इसका स्पष्ट जिक्र होगा। ऐसे में इन लोगों को न सरकारी नौकरी मिलेगी और न ही वे सरकारी ठेका ले सकेंगे।

मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

कांग्रेस की बैठक में विधायक व कार्यकर्ता भिडे

अविनाश श्रीवास्तव  
 बक्सर। बिहार कांग्रेस में कलह खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। आज एक बार फिर कांग्रेस विधायक और कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। मामला बक्सर का है जहां संगठन विस्तार को लेकर प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा जिला अतिथि गृह में बैठक कर रहे थे। तभी उनके सामने ही विधायक और कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। हंगामे के बारे में बताया जा रहा है कि जिला अतिथि गृह में कांग्रेस की बैठक हो रही थी। इस दौरान ही कांग्रेस के नेता आपस में भिड़ गए। एक दूसरे पर कई तरह के आरोप लगाने लगे। किसी तरह से बीच बचाव कर हंगामा को शांत कराया।
आपको बता दें कि कल भी आरा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी। वैसे कांग्रेस का आलम ये है कि कांग्रेसी नेता-कार्यकर्ता पार्टी की बैठकों में अपनी ताकत की नुमाइश कर रहे हैं। भक्तचरण दास जब कांग्रेस के प्रभारी बन कर बिहार पहुंचे तो सदाकत आश्रम में हुई पार्टी की पहली बैठक में ही जमकर हंगामा हुआ। रविवार को जब वे गोपालगंज गये तब भी खूब हंगामा हुआ था।

9 ट्रक शराब जब्त, गिनते-गिनते थक गये अधिकारी

शराब से भरे 9 ट्रक जब्त, पेटियां गिनते-गिनते थक गए अफसर 
अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है। लेकिन फिर भी राजधानी पटना में प्रशासन के नाक के नीचे अवैध रूप से शराब की खूब तस्करी हो रही है। यही वजह है। कि उत्पाद विभाग ने पटना में अब तक की सबसे बड़ी शराब की खेप पकड़ी है। उत्पाद विभाग ने पांच हजार शराब की पेटियों को बरामद किया है। जिसकी कीमत 5 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस मामले लापरवाही के आरोप में पटना सिटी बाईपास थाने के प्रभारी और चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है।

गुरुवार, 28 जनवरी 2021

पुलिस का जबरन रिटायरमेंट, सरकार को चेतावनी

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। राज्य में 50 साल की उम्र सीमा पार कर चुके अक्षम  सरकारी सेवकों को जबरन रिटायरमेंट दिए जाने को लेकर सरकार ने जो कवायद शुरू की है, उसे लेकर विरोध शुरू हो गया है। बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। पुलिस मेंस एसोसिएशन ने सरकार के फैसले का ना केवल विरोध किया है। बल्कि, यह चेतावनी भी दे डाली है कि अगर ऐसा फैसला किया जाता है तो सरकार आंदोलन झेलने को तैयार है। एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज ने कहा है कि पुलिस विभाग में सरकार के इस फैसले को लागू नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस मेंस एसोसिएशन का कहना है कि सरकार इस तरह के फैसले से सामूहिक जनसंघार जैसा कदम उठा रही है। एसोसिएशन का कहना है कि सरकारी सेवकों के ऊपर कई तरह की जिम्मेदारियां होती हैं और रिटायरमेंट की उम्र सीमा से पहले अगर उन्हें जबरन सेवानिवृत्ति दी जाती है तो इसे मृत्युदंड जैसा ही माना जाएगा। एसोसिएशन ने सरकार को चेतावनी दी है कि वह इस फैसले के खिलाफ सड़क पर उतरने को भी तैयार है।
बता दें कि नीतीश सरकार ने इस काम के लिए एक कमिटी का गठन किया है। 3 सदस्यों और 4 सदस्यों की दो अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। अपर मुख्य सचिव और सचिव की अध्यक्षता में दो समितियों का गठन किया गया है। गृह विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस समिति की अनुशंसा पर जून से जबरन रिटायरमेंट का ड्राइव शुरू हो जाएगा। गृह विभाग से शुरुआत के बाद अब अन्य विभागों में भी अगले महीने समिति बनने लगेगी।

बुधवार, 20 जनवरी 2021

शराबबंदी: नेता और अधिकारियों की मिलीभगत

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब का धंधा खुलेआम हो रहा है। शराब के कारोबार में नेता से लेकर सरकारी कर्मी शामिल हैं। इस वजह से नीतीश सरकार की शराबबंदी का मजाक उड़ रहा है। पुलिस मुख्यालय के एसपी मद्य निषेध ने गठजोड़ की पोल खोली है। डीजीपी के आदेश पर एसपी मद्यनिषेध ने पत्र जारी किया।पत्र में कहा गया है कि शराब के कारोबार में स्थानीय नेता भी शामिल हैं।
शराब के धंधे में नेता हैं शामिल 

डीजीपी के आदेश पर एसपी मद्दनिषेध ने सभी पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखा है। एसपी ने उत्पाद विभाग में कार्यरत इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर एवं पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध शराब से अर्जित चल अचल संपत्ति जांचने का आदेश जारी किया है। पत्र सामने आने के बाद बवाल मच गया है। मद्य निषेध के एसपी ने न सिर्फ उत्पाद विभाग के पुलिसकर्मियों पर अवैध शराब के कारोबार में शामिल होने का आरोप लगाया है बल्कि जनप्रतिनिधियों की भी पोल खोली है। पत्र में कहा गया है कि बिहार में शराबबंदी के बाद भी सभी थाना क्षेत्र में चोरी-छिपे उत्पाद विभाग में कार्यरत निरीक्षक, अवर निरीक्षक एवं पुलिसकर्मियों को चढ़ावा देकर लोग शराब खरीद बिक्री का धंधा कर रहे हैं। इस कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। इस वजह से शराब खरीद-बिक्री पर कानून का खुलेआम मजाक उड़ा रहा है। 

एसपी मद्यनिषेध का हुआ ट्रांसफर

पुलिस अधीक्षक मद्यनिषेध ने पत्र में कहा है कि डीजीपी कार्यालय से 11 दिसंबर 2020 को मद्यनिषेध कार्यालय में पत्र आया था। इसके बाद यह आदेश जारी किया जा रहा है। मद्यनिषेध एसपी के कार्यालय से यह पत्र 6 जनवरी 2021 को जारी किया गया है। हालांकि जिस समय यह पत्र जारी हुआ उस समय एसपी छुट्टी में थे।जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक के छुट्टी में होने की वजह से प्रभारी एसपी ने यह आदेश जारी किया। अब तो मद्य निषेध के एसपी राकेश कुमार सिन्हा को मंगलवार को स्थानांतरित कर स्पेशळ ब्रांच का एसपी बना दिया गया है। उनके स्थानांतरण के बाद अब यह सवाल उठने लगे हैं कि कहीं इस आदेश का साइड इफेक्ट तो नहीं ?

रविवार, 17 जनवरी 2021

टीकाकरण: पहले दिन ही असफल रही सरकार

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में कोरोना वैक्सीनेशन का लक्ष्य पहले ही दिन फेल कर गया। सरकार के दावे हकीकत में नहीं बदल सके।सूबे में पहले ही दिन तीस हजार लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन 18 हजार पहुंचते-पहुंचते दम तोड़ दिया। यानी स्वास्थ्य विभाग के तमाम दावों की हवा निकल गई । कोरोना वैक्सिनेशन से पहले स्वास्थ्य विभाग के मंत्री और अधिकारियों की तरफ से दावे किये गए थे कि तीन सौ केंद्रों पर तीस हजार लोगों को टीका दिया जाएगा। लेकिन पहले ही दिन सारे दावों की हकीकत सामने आ गई।
301 सेंटर पर सिर्फ 18122 को मिला टीका

बिहार के 301 सेंटरों पर सिर्फ 18122 लोगों का वैक्सीन दिया गया। जबकि हर सेंटर से 100 लोगों को टीका देना था। इस तरह से 30 हजार 100 लोगों को टीका देना था। पटना में ही 17 सेंटर बनाए गए थे। इस लिहाज से 1700 लोगों का टीका लगना चाहिए था पर लगे सिर्फ 915।

पहले दिन ही फेल हुई सरकार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 जनवरी को आईजीआईएमएस से कोरोना वैक्सीनेशन का शुभारंभ किया.पहला टीका सफाईकर्मी रामबाबू को और दूसरा एम्बुलेंस चालक अमित को दिया गया। यहां सिर्फ 63 लोगों को ही टीका दिया गया। राज्य स्वास्थ्य समिति की तरफ से जो जानकारी दी गई उसके अनुसार कुल 18122 लोगों को टीका दिया गया। इनमें से 265 लोगों को ही को-वैक्सीन दिया गया  जबकि 17857 को कोविशील्ड वैक्सीन दी गई।

शनिवार, 16 जनवरी 2021

एसटीएफ की ट्रेनिंग में फेल हुए 70 पुलिसकर्मी

अविनाश श्रीवास्तव  
 पटना। बिहार में इन दिनों आपराधिक मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। क्राइम के बढ़ते ग्राफ को लेकर नीतीश सरकार की काफी फजीहत हो रही है। अपराध रोकने में नकारा साबित हो रही बिहार की पुलिस डिपार्टमेंटल परीक्षा में दौड़ भी नहीं पा रही है। आपको ये बात जानकार हैरानी होगी कि एसटीएफ कमांडो की शारीरिक परीक्षा में बिहार पुलिस के 70 सिपाही हो फेल गए। जिसमें ज्यादातर सिपाही 800 मीटर की दौड़ भी नहीं लगा पाएं। एसटीएफ में कमांडो बनने के लिए 28 वर्ष की उम्र सीमा तय की गई है। 28 वर्ष से कम उम्र होने के बावजूद कई जवान एसटीएफ द्वारा तय मापदंड पर खरे नहीं उतर पाएं। रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर और जनवरी महीने में हुई फिजिकल टेस्ट में बिहार पुलिस के लगभग 40 परसेंट सिपाही फेल हो गए। ज्यादातर सिपाही तो दौड़ भी पूरी नहीं कर पाएं।
 आपको बता दें कि एसटीएफ में कमांडो बनने के लिए जो पैमाना तय है उसके मुताबिक सिपाहियों को 800 और 100 मीटर की दौड़ लगानी होती है। 800 मीटर की दौड़ 2 मिनट 40 सेकेंड और 100 मीटर की दौड़ 14 सेकेंड में पूरा करना होता है। एसटीएफ ने शारीरिक परीक्षा का आयोजन बिहार सैन्य पुलिस-5 के परिसर में किया था। इसके लिए जिला और विभिन्न पुलिस इकाइयों से 200 से अधिक सिपाही शामिल हुए. पर 127 ही इस शारीरिक परीक्षा को पास कर पाए। बाकी के जवान एसटीएफ द्वारा तय मापदंड पर खरा नहीं उतर पाए। दौड़ में अधिकतर सिपाही बाहर हो गए। जवानों को बारी-बारी से बगैर रुके 30 सीट-अप और इतने ही पुश-अप करने होते हैं। वहीं 10 चीन-अप भी एकबार में लगाने पड़ते हैं। एसटीएफ ने जो मापदंड रखा है वह 28 वर्ष तक के सिपाहियों के लिए बहुत कठिन नहीं है। बावजूद इसके 200 से अधिक सिपाहियों में मात्र 127 ही इसे पूरा कर पाए।

 आपको बता दें कि एसटीएफ की परीक्षा में जितने भी सिपाही पास हुए हैं, अब उन्हें दो महीने स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद इन्हें एसटीएफ में कमांडो की जगह दी जाएगी। बाद में इन्हें ग्रेहाउंड में भी प्रशिक्षण दिलाया जायेगा।

कचहरी जा रहे वकील की गोली मारकर हत्या

कचहरी जा रहे वकील की गोली मारकर हत्या

हाजीपुर। बिहार में वैशाली जिले के तिसियौता थाना क्षेत्र में अपराधियों ने शनिवार को एक अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि जिले के महुआ थाना क्षेत्र के महथी गांव निवासी अधिवक्ता पप्पू झा (45) कार से हाजीपुर व्यवहार न्यायालय जा रहे थे। तभी चकूमर गांव के निकट अपराधियों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। सूत्रों ने बताया कि हत्या के कारणों का तत्काल पता नहीं चल सका है। घटना की जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिये भेज दिया है। मामले की छानबीन की जा रही है।

बुधवार, 13 जनवरी 2021

डॉक्टर की बड़ी लापरवाही, जच्चा-बच्चा की मौत

अविनाश श्रीवास्तव 
खगड़िया। बिहार के खगड़िया जिला स्थित महेशखुंट थाना क्षेत्र में प्राइवेट क्लिनिक की लापरवाही से जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई। गर्भवती महिला संजू देवी का प्रसव के दौरान ऑपरेशन करना पड़ा। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बच्चे का सिर ही काट दिया, जिससे जहां नवजात की मौत हो गई, वहीं प्रसूता महिला की भी मौत कुछ देर में हो गई। इस घटना के बाद अस्पताल पर कार्रवाई की मांग को लेकर परिजनों ने महेशखुंट में एनएच 107 को जाम कर दिया। घटना के बाद गोगरी एसडीओ सुभाष चन्द्र मंडल और डीएसपी पीके झा समेत कई अधिकारी पहुंचे और जाम कर रहे लोगों को समझा कर प्रदर्शन समाप्त करवाया। गोगरी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का कहना है घटना के बाद पीड़ित के आवेदन पर क्लिनिक को सील कर उसके संचालक समेत आधा दर्जन स्टाफ पर मामला दर्ज किया जा रहा है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि परबत्ता प्रखंड के महद्दीपुर गांव के अमित कुमार ने अपनी पत्नी संजू देवी को डिलिवरी कराने के लिए टाटा इमरजेन्सी हास्पीटल में भर्ती कराया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने ऑपरेशन के दौरान बच्चे का गला ही काट दिया। उसके बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। इसी दौरान महिला की भी तबियत बिगड़ने लगी, जिसके बाद उनकी भी मौत हो गई। जच्चा-बच्चा की मौत की खबर जैसे ही परिवारवालों को मिली सभी लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिवारवालों के हंगामा करते देख अस्पताल संचालक और कर्मचारी क्लीनिक छोड़कर फरार हो गये हैं।

सरकार का यू-टर्न, दागियों को मलाईदार पद

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में भ्रष्टाचारी, अपराधी और ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। दरअसल नीतीश सरकार ने 6 महीना पुराने एक बड़े फैसले पर "यू टर्न" ले लिया है। अब वैसे पुलिसवालों को भी थानेदारी दी जाएगी जो भ्रष्टाचारी, अपराधी और ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने वाले हैं। बिहार गृह विभाग की ओर से जारी नए आदेश के मुताबिक वैसे दारोगा या इंस्पेक्टर जिन्हें 3 या उससे अधिक वृहद सजा मिली हो उन्हें थानाध्यक्ष या सर्किल इंस्पेक्टर बनाया जा सकता है। अगर इन्हें किसी मामले में सजा मिली है और इन्होंने सजा की अवधि पूरी कर ली है तो इन्हें थानाध्यक्ष या अंचल पुलिस निरीक्षक बनाया जा सकता है। आदेश में कहा गया है कि सजा का कुप्रभाव समाप्त होने के बाद उन्हें थानाध्यक्ष अथवा अंचल पुलिस निरीक्षक के पद पर पदस्थापन हेतु योग्य माना जाएगा, बशर्ते इस कंडिका की अन्य अहर्ता उन पर लागू ना हो। जून महीने में नीतीश सरकार ने यह फैसला लिया था कि जिन्हें तीन ब्लैक मार्का मिला हो उन्हें थानाध्यक्ष और सर्किल इंस्पेक्टर नहीं बनाया जाएगा। सरकार के इस बड़े निर्णय से पहले ही पुलिस हेडक्वार्टर ने 300 थानेदारों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया था और उन्‍हें हटा दिया गया था। क्योंकि हटाए गए सभी थानेदार दागदार थे।

बिहार सरकार के उस आदेश का सबसे बड़ा असर 1994 बैच के पुलिस अधिकारी जो इंस्पेक्टर बन गए थे, उन पर हुआ था। 80 परसेंट अफसरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई लंबित है या फिर उनके खिलाफ ब्लैक मार्क लगा था। तब बिहार के तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के सख्त आदेश के बाद जुलाई से ही दागदार छवि वाले इंस्पेक्टरों और थानाध्यक्षों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दिए थे।

उस समय आरा, बक्सर, सासाराम में दागदार छवि वाले थानाध्यक्षों को हटा दिया गया था। सासाराम जिले में 1994 बैच वाले अफसर जो इंस्पेक्टर के रूप में  तैनात थे, वैसे 12 अफसरों को हटा दिया गया था। ये वैसे अफसर थे, जिनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई लंबित है या फिर ब्लैक मार्क लगा था। भोजपुर से भी 1994 बैच वालों का पत्ता साफ हो गया था। बता दें कि बिहार में 1075 थाने और 225 ओपी हैं। अन्‍य जिलों में इसी तरह की कार्रवाई की गई थी।


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