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गुरुवार, 20 मई 2021

राज्य व केंद्रीय कर्मियों का टीकाकरण, केंद्र से मांग

मीनाक्षी लोधी   

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य में तैनात सभी राज्य एवं केंद्रीय कर्मियों के टीकाकरण के लिए कोविड-19 टीके की कम से 20 लाख खुराक मुहैया कराने की मांग की है। बनर्जी ने पत्र में यह भी कहा कि वायरस के संपर्क में आने का सबसे अधिक खतरे का सामना कर रहे लोगों जैसे बैंककर्मी, रेलवे एवं हवाई अड्डा कर्मी, रक्षा एवं कोयला क्षेत्र में काम करने वाले को केंद्र की नीति में शामिल करने की गुजाइश नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ”बंगाल में हमने अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत और चुनावी प्रक्रिया में शामिल कर्मियों के बड़े हिस्से के टीकाकरण के लिए कदम उठाया है। हमें अब भी सभी कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए 20 लाख खुराक की जरूरत है।” उन्होंने मोदी से अनुरोध किया कि वह बिना देरी ‘प्राथमिकता वाले क्षेत्रों’ में कार्यरत लोगों के टीकाकरण के लिए उचित संख्या में खुराक उपलब्ध कराएं।

मंगलवार, 18 मई 2021

टीएमसी के दो नेताओं की जेल में तबीयत बिगड़ी

मीनाक्षी लोधी   कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के विधायक मदन मित्रा और पार्टी के पूर्व नेता शोभन चटर्जी की जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मंगलवार तड़के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक अधिकारी ने बताया कि दोनों नेताओं को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल ले जाया गया क्योंकि उन्होंने सांस लेने में दिक्कतों की शिकायत की थी।केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने मामले में पश्चिम बंगाल के मंत्री फरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी को भी गिरफ्तार किया था और चारों को सोमवार रात कोलकाता में प्रेसिडेंसी जेल ले जाया गया। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘चटर्जी और मित्रा ने तड़के तीन बजे सांस लेने में परेशानी की शिकायत की जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया। दोनों को एसएसकेएम अस्पताल के वुडबर्न वार्ड में रखा गया है। उनकी हालत अब स्थिर है।’अधिकारी ने बताया कि जेल में अस्वस्थ महसूस करने वाले मुखर्जी को भी मंगलवार तड़के स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल लाया गया। जांच के बाद मंत्री को जेल ले जाया गया क्योंकि वह अस्पताल में भर्ती नहीं होना चाहते थे। मुखर्जी को कुछ जांच के लिए फिर से मंगलवार सुबह एसएसकेएम अस्पताल लाया गया। हकीम की हालत ठीक बतायी जा रही है।

गिरफ्तार किए गए दोनों नेताओं के अस्पताल में भर्ती होने के मद्देनजर कोलकाता पुलिस के कर्मियों की भी वहां तैनाती की गयी थी। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने नारद स्टिंग मामले में तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्रियों, एक विधायक और पार्टी के एक पूर्व नेता को जमानत देने के सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले पर रोक लगा दी।

उच्च न्यायालय की पीठ ने इस मामले में सुनवाई के दौरान कहा कि विशेष अदालत के आदेश पर रोक लगाना ही सही होगा। पीठ ने अगले आदेश तक सभी अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजने का भी आदेश दिया। नारद टीवी न्यूज चैनल के मैथ्यू सैमुअल ने 2014 में कथित स्टिंग ऑपरेशन किया था जिसमें तृणमूल कांगेस के मंत्री, सांसद और विधायक लाभ के बदले में कंपनी के प्रतिनिधियों से कथित तौर पर धन लेते नजर आए।

यह टेप पश्चिम बंगाल में 2016 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले सार्वजनिक हुआ था। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने स्टिंग ऑपरेशन के संबंध में मार्च 2017 को सीबीआई जांच का आदेश दिया था।

सोमवार, 17 मई 2021

नारदा केस में 1 बार फिर सीबीआई ने जांच तेज की

मीनाक्षी लोदी              
कोलकाता। बंगाल के नारदा केस में एक बार फिर सीबीआई ने जांच तेज कर दी है। जांच एजेंसी ने सोमवार को कई जगह छापे मारे। इसके बाद ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हाकिम, सुब्रत मुखर्जी, विधायक मदन मित्रा और पूर्व मेयर शोवन चटर्जी से पूछताछ शुरू की। पूछताछ के बाद सभी को अरेस्ट कर लिया गया। अब इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआई कोर्ट से इन चारों नेताओं की कस्टडी मांगेगी। इस कार्रवाई के दौरान एक बार फिर केंद्रीय मंत्री और बंगाल सरकार के बीच तनातनी दिखी। अपने मंत्रियों से पूछताछ के दौरान ही बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीबीआई के दफ्तर पहुंचीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने एजेंसी से कहा कि आप मुझे भी गिरफ्तार करिए। सिर्फ टीएमसी नेताओं पर ही कार्रवाई क्यों हो रही है? भाजपा में गए मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी पर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा? उनके वकील ने भी कहा कि बिना नोटिस के मंत्रियों और विधायक को अरेस्ट नहीं किया जा सकता है।

शनिवार, 15 मई 2021

संक्रमण से सीएम ममता के छोटे भाई का निधन

मीनाक्षी लोधी   

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के छोटे भाई असीम बनर्जी का आज (शनिवार को) निधन हो गया। उनकी मौत की वजह कोरोना बताई जा रही है। शनिवार सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। जानकारी के अनुसार वह मेडिका हाॅस्पिटल में भर्ती थे। मुख्यमंत्री के परिवार में शोक है।

बता दें कि कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कोरोना के नए 3,26,098 मामले देशभर में सामने आए, जबकि 3,890 लोगों की वायरस की वजह से मौत हो गई। हालांकि 3,53,299 मरीज कोरोना से रिकवर भी हुए।

सोमवार, 10 मई 2021

बंगाल: सुवेंदु को भाजपा विधायक दल का नेता चुना

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में नंदीग्राम विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक सुवेंदु अधिकारी को सोमवार को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। वह राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता बनेंगे। विधानसभा चुनाव में उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हराया था। केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने आज यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि नंदीग्राम सीट से विधायक चुने गये सुवेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता होंगे क्योंकि पार्टी विधायकों ने उन्हें अपना नेता चुना है। प्रसाद ने कहा कि पार्टी विधायक मुकुल रॉय ने विपक्ष के नेता के रूप में श्री अधिकारी के नाम पर प्रस्ताव रखा और पार्टी के 22 विधायकों ने प्रस्ताव का समर्थन किया। उन्होंने पार्टी विधायकों से यह भी पूछा कि क्या उनके पास इस पद के लिए कोई दूसरा नाम है, लेकिन किसी ने भी दूसरे का नाम नहीं सुझाया।

रविवार, 9 मई 2021

स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने हेतु मदद मांगी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ जंग के लिए राज्य में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने हेतु मदद मांगी। ममता बनर्जी ने मोदी से ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, सिलेंडर तथा कोविड-19 से संबंधित दवाओं पर लगने वाले वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), सीमा शुल्क माफ करने की मांग की है।
ममता ने लिखा, “देश में और सामान्य तौर पर पश्चिम बंगाल में कोविड के ​​मामलों आयी अचानक वृद्धि के कारण मैं आपको बुनियादी ढांचे, उपकरण, चिकित्सा और ऑक्सीजन सहित एक चिकित्सा प्रणाली को बढ़ाने की सुविधा पर एक महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में लिख रही हूँ। उन्होंने पत्र में कहा, “हम नई चुनौतियों का सामना करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और विभिन्न स्रोतों से संसाधनों को दिशा देने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। जिसमें कोविड उपचार के लिए जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करना भी शामिल है।

शनिवार, 8 मई 2021

6 महीनों में कोईं काम न करने का नतीजा: ममता

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा कि देश में कोविड-19 संकट केंद्र के पिछले छह महीनों में कोई काम न करने का नतीजा है। क्योंकि केंद्रीय मंत्री और नेता बंगाल पर कब्जा करने के लिए रोज राज्य में आ रहे थे। बनर्जी विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के विधायक बिमान बंदोपाध्याय के तीसरी बार अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचित होने के बाद बोल रही थीं। सांप्रदायिक उकसावे वाली गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा चुनाव जीतने में नाकाम रहने के बाद हिंसा भड़का रही थी। बनर्जी ने निर्वाचन आयोग में सुधार की जरूरत पर जोर देते हुए कहा, ‘‘मैं चुनौती दे सकती हूं कि अगर निर्वाचन आयोग ने सीधे-सीधे उनकी मदद न की होती तो वे (भाजपा) 30 सीटें भी नहीं जीत पाते। 
उन्होंने दावा किया, ‘‘अब वे (भाजपा) जनादेश को स्वीकार नहीं कर सकते और फर्जी वीडियो पोस्ट करके हिंसा भड़का रहे हैं।’’ उन्होंने प्रशासन को हिंसा और साम्प्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बनर्जी ने कहा कि केंद्रीय बलों के कर्मी आरटी-पीसीआर कोविड-19 जांच कराए बिना चुनावों के दौरान राज्य में तैनात थे जिससे यह संक्रमण फैला।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि केंद्र ने पिछले छह महीनों में काम नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल में दोहरे-इंजन वाली सरकार बनाने के लिए उन्होंने भारत को बर्बादी की कगार पर धकेल दिया। पिछले छह महीनों में केंद्र सरकार ने कोई काम नहीं किया और वे बंगाल पर कब्जा जमाने के लिए रोज यहां आते थे। गौरतलब है कि कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के अलावा पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार कर रहा था। बनर्जी ने टीकाकरण किए जाने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता नयी संसद इमारत, प्रधानमंत्री आवास और प्रतिमाओं पर 50,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बजाय टीकाकरण करने की होनी चाहिए। वहीं, विपक्षी भाजपा विधायकों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।

बंगाल में 10 भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया

प्रशांत कुमार  

कोलकाता। बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से जारी राजनीतिक हिंसा के खिलाफ शुक्रवार को कोलकाता में गांधी मूर्ति के समक्ष प्रदर्शन कर रहीं भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन समेत 10 नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। श्रीनिवासन के अलावा जिन नेताओं को गिरफ्तार किया गया उनमें राज्यसभा सदस्य रूपा गांगुली, प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष व आसनसोल दक्षिण विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक अग्निमित्रा पाल एवं विधायक चंदना बाउरी व अन्य शामिल हैं। हालांकि, पुलिस ने शाम में इन सभी महिला नेताओं को छोड़ दिया।

शुक्रवार, 7 मई 2021

बंगाल: सेंट्रल फोर्स के जवानों के प्रवेश पर लगाईं रोक

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर में सेंट्रल फोर्स के जवानों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। गुरुवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा के सचिव ने इस बाबत से आदेश जारी किया है। 
ज्ञातव्य है कि भाजपा के नवनिर्वाचित कई विधायकों को केंद्रीय सुरक्षा बलों की सुरक्षा प्राप्त हैं। अब उन विधायकों के साथ विधानसभा परिसर में केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान प्रवेश नहीं कर पाएंगे। गुरुवार को नंदीग्राम से नवनिर्वाचित भाजपा के विधायक और पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी विधानसभा में विधायक पद की शपथ लेने पहुंचे थे। उस समय उनकी सुरक्षा में तैनात सेंट्रल फोर्स के जवानों का पत्रकारों और फोटोग्राफों के साथ धक्का-मुक्की हुई थी। उसके मद्देनजर ही विधानसभा सचिवालय ने शुक्रवार को आदेश जारी कर केंद्रीय सुरक्षा बलों के विधानसभा परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस बावत विधानसभा के गेट पर नोटिस‌ चस्पा किया गया है।

गुरुवार, 6 मई 2021

केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन के काफिले पर हमला

मीनाक्षी लोधी   
कोलकाता। इस वक्त एक बड़ी खबर पश्चिम बंगाल से सामने आ रही है। पश्चिम बंगाल में केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला हुआ है। इस जानलेवा हमले में मंत्री वी मुरलीधरन की गाड़ी के शीशे चकनाचूर हो गए हैं। सुरक्षाकर्मियों पर भी हमले की बात सामने आ रही है। मंत्री ने खुद ट्वीट कर टीएमसी के ऊपर हमले का आरोप लगाया है।
घटना पश्चिम बंगाल के मेदिनापुर की है, जहां केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन के काफिले पर हमला किया गया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसे खुद केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट किया है। वीडियो में कुछ लोग मंत्री वी मुरलीधरन की गाड़ी पर बांस-बल्ले से हमला करते दिख रहे हैं। पत्थर बरसाए जा रहे हैं। मुरलीधरन ने हमले का आरोप तृणमूल कार्यकर्ताओं पर लगाया है। बवाल बढ़ने और तोड़फोड़ होने पर मंत्री वहां से अपना काफिला लेकर वापस लौट आए। मुरलीधरन ने कहा कि जैसे ही वह इलाके में पहुंचे। लोगों के एक समूह ने उनके काफिले पर लाठियों और पत्थरों से हमला कर दिया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस वाहन में वह यात्रा कर रहे थे उसकी खिड़कियां तोड़ दी गईं। उनके साथ आई पुलिस की गाड़ी में तोड़-फोड़ की गई और चालक घायल हो गया।

बुधवार, 5 मई 2021

सीएम बनते ही लोकल ट्रेनों का संचालन बंद किया

 मीनाक्षी लोधी   

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी मर्तबा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद ही ममता बनर्जी ने कोरोना संक्रमण की रफ्तार को थामने के लिए राज्य में मिनी लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाने का ऐलान कर दिया है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए मामलों को रोकने के लिए सरकार की ओर से लोकल ट्रेनों की आवाजाही पर भी रोक लगाई गई है। दुकानें भी कुछ घंटों के लिए ही खोली जा सकेंगे। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच बंगाल में हुई चुनावी रैलियों को लेकर राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। 

बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में कोरोना संक्रमण की वजह से पाबंदियां लगाने का ऐलान करते हुए कहा कि कोविड-19 के हालातों को देखते हुए हमें कुछ कड़े कदम उठाने होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में मास्क पहनना अनिवार्य है। राज्य सरकार के दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारी ही अपने काम पर मौजूद रहेंगे। निजी क्षेत्र को भी ूवर्क फ्रोम होम करने को कहा गया है। निजी दफ्तरों में 50 प्रतिशत कर्मचारी ही काम पर रह सकते हैं। राज्य के भीतर तमाम शॉपिंग कांप्लेक्स, जिम, सिनेमा हॉल्स और ब्यूटी पार्लर बंद रहेंगे। सामाजिक और राजनीतिक तौर पर भी लोगों की भीड़ नहीं जुटाई जा सकेगी। सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि ज्वेलरी की दुकानें दोपहर 12.00 बजे से लेकर 3.00 बजे तक की खुलेंगी। मिनी लॉकडाउन के तहत होम डिलीवरी को प्रोत्साहित किया जाएगा। राज्यभर में बैंक सवेरे 10.00 बजे से लेकर अपरान्ह 2.00 बजे तक ही खुलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी बाजार व खुदरा दुकानें सवेरे 7.00 बजे से लेकर 10.00 बजे तक और फिर शाम को 5.00 बजे से 7.00 बजे तक खुलेगी। राज्य में 6 मई से लोकल ट्रेनों की आवाजाही बंद रहेगी। मेट्रो रेल गाड़ियों में क्षमता से 50 फीसदी लोग ही यात्रा कर सकेंगे। 7 मई से राज्य के एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले यात्रियों को पिछले 72 घंटे की आरटीपीसीआर जी जांच रिपोर्ट लाना अनिवार्य होगा। जो लोग जांच के बाद पॉजिटिव पाए जाएंग,े उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाईन किया जाएगा। बस अड्डों पर यात्रियोेेें की रैंडम जांच की जाएगी। यही नियम ट्रेन यात्रियों पर भी लागू रहेगा।

बिना मंत्रिमंडल के अकेले ही सीएम की शपथ ली

मोनिका लोधी   
कोलकाता। विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद आज ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद की तीसरी बार शपथ ली। यानी एक बार फिर बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस की सरकार बन गई है। कोरोना संकट काल और उसकी गाइडलाइन्स की वजह से शपथ ग्रहण समारोह छोटा ही रखा गया है। ममता बनर्जी ने अकेले ही शपथ ली है। उनके साथ किसी भी मंत्री ने शपथ नहीं ली है। इस दौरान मंच पर ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ही नजर आए।
ममता बनर्जी ने बुधवार सुबह 10:50 बजे तीसरी बार बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण में चौंकाने वाली बात रही, राज्यपाल की हिदायत और उस पर बंगाल की सीएम का रिएक्शन। शपथग्रहण के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता को समझाते हुए कहा कि राज्य में जारी हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए। इसके बाद ममता ने कहा कि अभी राज्य की व्यवस्था चुनाव आयोग के पास थी, अब मैं नई व्यवस्था शुरू करूंगी।
बंगाल में जारी हिंसा का मुद्दे पर सीएम और राज्यपाल, दोनों बोले
ममता ने शपथ ग्रहण के बाद कहा कि अभी प्राथमिकता कोविड के खिलाफ लड़ाई को जीतना है। उन्होंने बंगाल में चल रही हिंसा को लेकर कहा कि बंगाली जनता हिंसा पसंद नहीं करती है। हिंसा फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। आज के बाद हिंसा की घटना नहीं होनी चाहिए। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी कहा- उम्मीद है ममता बनर्जी संविधान का पालन करेंगी। हम चाहते हैं कि राज्य में कानून-व्यवस्था का राज हो और ये हिंसा तुरंत बंद होनी चाहिए।

मंगलवार, 4 मई 2021

नड्डा ने क्रूरता के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित किया

कोलकाता। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने मंगलवार को कहा गया कि पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई व्यापक हिंसा ने उन अत्याचारों की याद दिला दी है। जिसका सामना लोगों को देश के विभाजन के दौरान करना पड़ा था। नड्डा ने राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं को क्रूरता के विरूद्ध लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने के लिए प्रेरित किया। पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे नड्डा ने कहा कि पूरे भारत में भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य के उन कार्यकर्ताओं के साथ एकजुटता व्यक्त की है। जो हिंसक हमलों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, ”हम इस वैचारिक लड़ाई और तृणमूल कांग्रेस की गतिविधियों से लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो असहिष्णुता से भरी हुई है।


सोमवार, 3 मई 2021

तीसरी बार बंगाल की 'सीएम' ममता लेंगीं शपथ

कोलकाता। ममता बनर्जी 5 मई को तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि नव-निर्वाचित विधायकों ने यहां हुई बैठक में बनर्जी को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। तृणमूल विधायकों ने मौजूदा विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी को नयी विधानसभा का कार्यवाहक अध्यक्ष चुना है। चटर्जी ने विधायकों की बैठक के बाद यहां पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से कहा, ”नव-निर्वाचित सदस्य छह मई को विधानसभा में शपथ लेंगे।”

सिमी ने नये अंदाज में ममता को जीत की बधाईं दी

कोलकाता। पश्च‍िम बंगाल में ममता बनर्जी ने बंगाल की जनता पर अपने भरोसे का ट‍िकट एक बार फिर जीत लिया है। इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए ममता ने बहुत मेहनत की उन्होंने चुनावी रैलियां की और इस बीच उनके पैर में चोट भी लगी। फिर भी उन्होंने अपने कोशिशें जारी रखीं। वहीं दूसरी ओर अमेर‍िका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी चुनावों के दौरान पैर में चोट लगी थी। चोट के बावजूद वे आगे बढ़ते रहे और जीत हास‍िल की। ये मजेदार इत्तेफाक ही है, जब चुनावी दांव खेल रहे दो राजनीत‍िक शख्स‍ियत की चोट भी एक जैसी और जीत भी एक समान रही। इसी पर सिमी ग्रेवाल ने अपने अंदाज में ममता बनर्जी को जीत की बधाई दी है।
सिमी ग्रेवाल ने लिखा- ‘उन्होंने कैंपेन के दौरान अपना एंकल (टखना) फ्रैक्चर कर लिया था. जो बाइडेन को भी कैंपेन के समय टखने में चोट लगी थी- दोनों जीत गए! सोचें इसपर… ‘लाठी और पत्थर मेरी हड्डी तोड़ सकती है पर मेरी लड़ाई जारी रहेगी…और मैं जीतूंगा..’ सिमी ने एक ट्वीट की फोटो भी साथ में शेयर की है। इस फोटो में फुटबॉल के ऊपर प्लास्टर लगे पैर की फोटो है, जो कि प्रतीकात्मक तौर पर ममता बनर्जी के लिए है।

रविवार, 2 मई 2021

जश्न मनाएं जाने की घटना पर सख्त रुख अख्तियार

कोलकाता। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे निकलने से पहले ही कुछ पार्टी समर्थकों के गलियों में निकलकर जश्न मनाये जाने की घटना पर कड़ा रुख अख्तियार किया है और कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर कड़े निर्देश जारी किये हैं। आयोग ने पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और केन्द्रशासित प्रदेश पुड्डुचेरी की सरकारों को इस तरह के मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने और संबंधित क्षेत्रों के थाना प्रभारियों को निलंबित किये जाने का निर्देश दिया है।

शनिवार, 1 मई 2021

8 बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू होगीं

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच रविवार सुबह आठ बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू हो जाएगी। राज्य में 292 सीटों के लिए 2116 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था जिनके चुनावी किस्मत का फैसला कल होगा। राज्य की कुल 294 विधानसभा सीटों में से 292 सीटों पर आठ चरणों में मतदान कराये गए थे।
राज्य के शमशेरजंग और जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र के दो उम्मीदवारों के निधन होने के कारण वहां चुनाव स्थगित कर दिए गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस पिछले 10 साल से राज्य में सत्तारूढ़ है। इस बार के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला है। कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों ने भी एड़ी चोटी का जोर लगाया है। चुनाव आयोग ने मतगणना की तैयारी पूरी कर ली है।आयोग के अनुसार मतगणना केंद्र के 100 मीटर के दायरे में किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी। राज्य के सभी मतगणना केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन को लेकर के चुनाव आयोग प्रतिबद्ध है। साथ ही इसके लिए विशेष प्रबंध चुनाव आयोग की ओर से किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिज आफताब ने साफ-साफ कहा है कि कोरोना वायरस की गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा।
मतगणना की पूरी प्रक्रिया संचालित करने के लिए आयोग की ओर से ठोस इंतजाम मतगणना केंद्रों पर किए गए हैं। मतगणना केंद्र के अंदर टेबल की संख्या भी इस बार बढ़ाई जा रही है, ताकि सामाजिक दूरी का पूरा पालन किया जा सके। एक अधिकारी ने बताया कि 108 मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा की त्रि-स्तरीय व्यवस्था की गई है, जहां बने स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीन और वीवीपैट को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि 23 जिलों के मतगणना केंद्रों पर कम से कम 292 पर्यवेक्षकों और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 256 कंपनियों को तैनात किया गया है। इस बार राज्य में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में मतदान कराया गया। इस दौरान हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं भी हुई थी। नंदीग्राम में सुश्री बनर्जी या फिर कभी उनके दाहिने हाथ माने-जाने वाले शुभेन्दु अधिकारी जो अब भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए है इनमें से कौन जीतेंगे, इस पर भी सब की नजर रहेंगी।
चुनाव आयोग ने आज एक बयान में कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए चुनाव रुझान और परिणाम सभी मतगणना केंद्रों से कल सुबह 8.05 बजे के बाद से आने शुरू हो जाएंगे। इस बीच, मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्य भर के उम्मीदवारों और पार्टी के मतगणना एजेंटों को मतगणना प्रक्रिया पूरी होने तक केन्द्रों पर डटे रहने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार दो तिहाई बहुमत से जीतेगी। राज्य विधानसभा की कुल 294 सीटें जिनमें से दो तिहाई बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 148 सीटों पर जीतना जरूरी है।

बुधवार, 28 अप्रैल 2021

बंगाल में महसूस किएं गए भूकंप के झटके, नुकसान

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बुधवार सुबह 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिससे पूर्वोत्तर राज्य में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के झटके पड़ोसी राज्य मेघालय और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों समेत पूरे क्षेत्र में महसूस किए गए। उन्होंने बताया कि भूकंप सुबह सात बजकर 51 मिनट पर सोनितपुर जिले में आया। इसके बाद सात बजकर 58 मिनट और आठ बजकर एक मिनट पर भूकंप के दो और झटके महसूस किए गए। ये भूकंप के झटके क्रमश: 4.3 और 4.4 तीव्रता के दर्ज किए गए।क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए और लोग घबराहट में अपने घरों तथा अन्य स्थानों से बाहर निकल आए। सोनितपुर के जिला मुख्यालय तेजपुर, गुवाहाटी और कई अन्य स्थानों में कई इमारतों में दरारें आ गई। हताहतों के संबंध में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
प्रधानमंत्री ने असम के मुख्यमंत्री से की बात...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की भूंकप से हुए जान और माल के नुकसान का जायजा लिया तथा पूर्वोत्तर के इस राज्य को हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन भी दिया।
मोदी ने ट्वीट कर कहा कि असम के विभिन्न हिस्सों में आए भूकंप के सिलसिले में मुख्यमत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की। हरसंभव केंद्रीय मदद का उन्हें आश्वासन दिया। असम के लोगों के कुशल-क्षेम की कामना करता हूं।

सोमवार, 26 अप्रैल 2021

अगले चरण के मतदान में बलों को हटाने की मांग

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले चरण के मतदान में केंद्रीय बलों को हटाने की मांग की। ताकि राज्य में कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके। इसके साथ ही उन्होंने मद्रास उच्च न्यायालय की उस टिप्पणी का स्वागत किया गया। जिसमें कहा गया था कि संक्रमण के प्रसार के आरोप से निर्वाचन आयोग बच नहीं सकता।उत्तर कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों की बैठक में बनर्जी ने कहा, ” मैं मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करती हूं जिसमें साफ तौर पर कहा गया कि निर्वाचन आयोग अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और निर्वाचन आयोग दोनों ही इस स्थिति (राज्य में संक्रमण के प्रसार) के लिए जिम्मेदार हैं।” इससे पहले सोमवार को मद्रास उच्च न्यायालय ने कोविड-19 महामारी के बीच विधानसभा चुनाव कराने पर निर्वाचन आयोग को फटकार लगाई थी।

शनिवार, 24 अप्रैल 2021

भाजपा 70 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएंगीं: ममता

बोलपुर। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग के तीन विशेष पर्यवेक्षक मतदान के दौरान तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के आदेश पुलिस अधिकारियों को दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस तरह की “साजिशों” के खिलाफ चुनाव के बाद वह उच्चतम न्यायालय जाएंगी।  बीरभूम के बोलपुर स्थित गीतांजलि सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि वह चुप नहीं बैठ सकतीं, भले ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “बहुत हुआ। अगर वे (निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक) स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए काम कर रहे हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन वे तो सिर्फ भाजपा की मदद के लिये काम कर रहे हैं। वे तृणमूल को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ विशेष पर्यवेक्षकों की कथित चैट का विवरण दिखाते हुए कहा, “ये अधिकारी हमारे लोगों को चुनाव से पहले की रात को हिरासत में लेने और उन्हें चुनाव के दिन शाम चार बजे तक कब्जे में रखने के आदेश दे रहे हैं। व्हाट्सऐप पर हुई इस बातचीत का विवरण भाजपा के लोगों ने मुझे दिया है।” बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और चुनाव के बाद ऐसी “साजिश और पक्षपातपूर्ण रुख” के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाएगी।
उन्होंने दावा किया, “हालांकि, ये तीन सेवानिवृत्त लोग चुनावों को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। उनके पक्षपातपूर्ण आचरण से भाजपा को सिर्फ सात-आठ सीटें जीतने में मदद मिलेगी। मैं व्यक्तिगत रूप से मानती हूं कि भाजपा 70 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएगी।” बनर्जी ने राज्य में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को लेकर भी निर्वाचन आयोग को आड़े हाथों लिया और कहा कि इसकी वजह चुनाव संबंधी कार्यों के लिये लाखों लोगों की एक जिले से दूसरे जिले आवाजाही है।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...