मंगलवार, 31 मई 2022
पहला ट्रांजेक्शन करने पर कैशबैक मिलेगा: व्हाट्सएप
सोमवार, 30 मई 2022
सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ भी बनें, मस्क
दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के मलबे से 14 शव बरामद
31 मई को मनाया जाएगा ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’
प्रभावित देशों से लौटकर आए लोगों की स्क्रीनिंग होगी
रविवार, 29 मई 2022
दक्षिण एशियाई देशों के लिए समस्या बना, वायु प्रदूषण
'भारत के कब्जे वाली भूमि' वापस लेने के लिए प्रतिबद्ध
लिपुलेख-लिंपियाधुरा व कालापानी का मुद्दा उठाया
भारतीय सीमा में घुसा पाकिस्तानी ड्रोन, मार गिराया
शनिवार, 28 मई 2022
अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है, ईरान
अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है, ईरान
अखिलेश पांडेय
तेहरान/वाशिंगटन डीसी। ईरान और पश्चिमी देशों के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। अमेरिका ने प्रतिबंधों के कथित उल्लंघन के आरोप में ग्रीस के सहयोग से ईरान के तेल टैंकर जब्त किए, तो पलटवार करते हुए ईरान ने भी ग्रीस के 2 टैंकर जब्त कर लियें। साथ ही चेतावनी जारी की कि अगर उसे छेड़ा गया, तो वह जवाब देने से नहीं चूकेगा। ईरान ने रिवोल्यूशनरी गार्ड ने घोषणा की कि उसने फारस की खाड़ी से गुजर रहे ग्रीस के 2 तेल टैंकर जब्त कर लिए हैं। इन दोनों टैंकरों पर ग्रीस के झंडे लगे हुए थे। इससे पहले अमेरिका ने ग्रीस की सहायता से भूमध्य सागर को जब्त कर लिया। अमेरिका ने आरोप लगाया कि ईरान उस पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है, जिसे जवाब में यह कार्रवाई की गई।
ईरान के एलीट माने जाने रिवोल्यूशनरी गार्ड ने यह घोषणा ऐसे वक्त में की है, जब ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर वार्ता में गतिरोध को लेकर ईरान और पश्चिमी देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। गार्ड ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान जारी करते हुए अज्ञात टैंकरों पर ईरान के नियमों के उल्लंघनों का आरोप लगाया लेकिन इनके बारे में जानकारी नहीं दी। उधर, ग्रीस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि फारस की खाड़ी में उसके 2 जहाज ईरान ने हिंसक रूप से अपने कब्जे में ले लिए हैं। इस पर एथेंस में तैनात ईरान के राजदूत के सामने कड़ी आपत्ति जताई गई है। साथ ही तेल टैंकर न छोड़ने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच का यह टकराव आगे और भी गंभीर रूप ले सकता है। जिसमें पश्चिम के कई दूसरे देशों की एंट्री हो सकती है।
शुक्रवार, 27 मई 2022
सोलर एवं पवन ऊर्जा में सबसे आगे 'चीन'
गुरुवार, 26 मई 2022
‘कोवैक्सीन’ को मान्यता देने का फैसला: डबल्यूएचओ
‘कोवैक्सीन’ को मान्यता देने का फैसला: डबल्यूएचओ
अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली/बर्लिन/थिंपू। भारत और भूटान में जर्मनी के राजदूत वाल्टर जे लिंडनर ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनका देश भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके को यात्रा के उद्देश्य से एक जून से मान्यता देगा। लिंडनर ने एक ट्वीट में कहा, “बहुत खुश हूं कि जर्मन सरकार ने एक जून से जर्मनी की यात्रा के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सूचीबद्ध ‘कोवैक्सीन’ को मान्यता देने का फैसला किया है।
दूतावास इस तरह के निर्णयों पर सक्रिय रूप से जोर दे रहा है। (कोविड के कारण वीजा विभागों में सामान्य से अधिक प्रतीक्षा समय होता है। कृपया धैर्य रखें)।” पिछले साल नवंबर में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोवैक्सीन के आपात इस्तेमाल की सिफारिश की थी। ऑस्ट्रेलिया, जापान और कनाडा सहित कई देश कोवैक्सीन लगवा चुके यात्रियों को अपने यहां आने की अनुमति देते हैं।
मंगलवार, 24 मई 2022
हत्या के मामलें में भेड़ को 3 साल जेल की सजा
यौन संबंधों के कारण फैल रहा मंकीपॉक्स: डब्लयूएचओ
यौन संबंधों के कारण फैल रहा मंकीपॉक्स: डब्लयूएचओ
अखिलेश पांडेय
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। डब्लयूएचओ के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन, यूके और यूएस के बाद अब भारत में भी मंकीपॉक्स के केस समाने आने लगे हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि मंकीपॉक्स के मामलें और बढ़ सकते हैं। मंकीपॉक्स को लेकर एक नया दावा यह है कि ये रोग यौन संबंधों के कारण भी फैल रहा है।
यौन संबंध से फैलता है ये वायरस ?
मंकीपॉक्स को लेकर अब तक यही तथ्य सामने था कि ये जानवरों से फैलता है, लेकिन अब डब्ल्यूएचओ का दावा है कि ये यौन संबंधों के जरिये भी फैल सकता है। जब कोई स्वस्थ व्यक्ति, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है इस रोग के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। वायरस त्वचा, रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट या आंख, नाक और मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकता है। मानव-से-मानव में ये आमतौर पर रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स के जरिए ही फैलता है।
डब्लयूएचओ का दावा है कि यूरोप में हाल में हुईं दो रेव पार्टी में सेक्सुअल एक्टीविटीज के कारण मंकीपॉक्स तेजी से फैला है।डब्लयूएचओ के इमरजेंसी डिमार्टमेंट के हेड रहे डॉ. डेविड हेमन ने कहा कि यौन संबंधों की वजह से इस बीमारी का फैलाव हुआ है। डब्ल्यूएचओ एक्सपर्ट का कहना है कि स्पेन और बेल्जियम में आयोजित दो रेव पार्टी में समलैंगिकों और अन्य लोगों के बीच सेक्सुअल एक्टीविटीज की वजह से बीमारी का प्रसार हुआ है। मंकीपॉक्स तब फैल सकता है, जब संक्रमित के करीबी संपर्क में कोई आता है और यौन संबंधों की वजह से इस बीमारी का प्रसार और बढ़ जाता है। जर्मनी में भी मंकीपॉक्स के बढ़ने का कारण पार्टी को माना जा रहा है, जहां, सेक्सुअल एक्टीविटीज हुई थी।
'क्वाड लीडर्स समिट' की बैठक आयोजित: वार्ता
सोमवार, 23 मई 2022
डिजिलॉकर सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे: व्हाट्सएप
जापान पहुंचें पीएम, जय श्रीराम के नारे लगाएं
इस दौरान वह 23 बैठकों में हिस्सा लेंगे। यानी 40 घंटे में 1 राष्ट्रपति, 2 PM और 35 सीईओ से मिलेंगे।
रविवार, 22 मई 2022
प्रगति की समीक्षा करने का मौका मिलेगा: पीएम
प्रगति की समीक्षा करने का मौका मिलेगा: पीएम
अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली/टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि जापान में क्वाड नेताओं की आमने-सामने की दूसरी शिखर वार्ता से चारों देशों के नेताओं को समूह द्वारा उठाए गए कदमों में हुई प्रगति की समीक्षा करने का मौका मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस वार्ता से हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रमों के साथ ही आपसी हितों से जुड़े वैश्विक मुद्दों पर विचार साझा करने का अवसर भी प्राप्त होगा।
जापान के दो दिवसीय (23-24 मई) दौरे पर रवाना होने से पहले मोदी ने एक बयान जारी कर कहा कि इस यात्रा के दौरान वह अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे, जिसमें दोनों नेता बहु-आयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने के उपायों पर चर्चा करेंगे। मोदी ने कहा, हम क्षेत्रीय घटनाक्रमों और समसामयिक वैश्विक मुद्दों पर भी संवाद जारी रखेंगे।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वह जापान के अपने समकक्ष फुमियो किशिदा के निमंत्रण पर टोक्यो जाएंगे।
शनिवार, 21 मई 2022
यूक्रेनी सैनिकों के आखिर दल ने सरेंडर किया
यूक्रेनी सैनिकों के आखिर दल ने सरेंडर किया
डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत
मास्को/कीव। यूक्रेन जंग में रूस को एक बड़ी सफलता मिली है। मारियूपोल का अजोवस्तल स्टील प्लांट अब पूरी तरह से रूसी सेना के कब्जे में आ गया है। प्लांट में छिपे 2439 अजोव लड़ाकों और यूक्रेनी सैनिकों ने रूस की सेना के सामने सरेंडर कर दिया है। मारियूपोल में अजोवस्तल स्टील प्लांट ही ऐसी जगह थी, जो रुस समर्थित दोनेत्सक मिलिशेया के कब्जे से बाहर थी। उसके कब्जे से अब पूरी तरह से मारियूपोल और उसके आस-पास का इलाका रूसी सेना के अधिकार-क्षेत्र में आ गया है। रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, अजोवस्तल स्टील प्लांट में छिपे अजोव-नाजी लड़ाकों और यूक्रेनी सैनिकों के आखिर दल ने शनिवार को रूसी सेना के सामने सरेंडर कर दिया। इस आखिरी दल को मिलाकर अबतक अजोवस्तल प्लांट से 2439 लड़ाके सरेंडर कर चुके हैं। रूस रक्षा मंत्रालय ने इस सरेंडर का एक वीडियो भी जारी किया। इस वीडियो में अजोव लड़ाकों के शरीर पर नाजी टैटू और निशान साफ दिखाई पड़ रहे हैं। रूसी सैनिक और दोनेत्सक मिलिशेया के लड़ाके यूक्रेन के लिए लड़ रहे और अजोव सैनिकों के सामान की तलाशी करते हुए भी देखे जा सकते हैं।
अजोवस्तल स्टील प्लांट पर था यूक्रेन का कब्जा...
आपको बता दें कि अजोव-समंदर पर बसे डॉनबास के अहम पोर्ट-सिटी, मारियूपोल पर तो रूस और दोनेत्सक मिलिशेया ने अप्रैल महीने के मध्य में ही पूरी तरह कब्जा कर लिया था, लेकिन शहर के बाहर अजोवस्तल स्टील प्लांट पर यूक्रेन के सैनिकों और उन्हें समर्थन कर रहे अजोव लड़ाकों ने कब्जा कर रखा था और पिछले एक डेढ़ महीने से रूस सेना को जबरदस्त टक्कर दे रहे थे।
यूक्रेन को अजोव सागर से काट दिया...
मारियूपोल शहर और अजोव स्टील प्लांट पर कब्जे के साथ ही रूस ने अब यूक्रेन को अजोव-सागर से पूरी तरह काट दिया है। मारियूपोल शहर यूक्रेन के दोनेत्सक प्रांत का हिस्सा है। जिसे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही एक स्वतंत्र देश घोषित कर चुके हैं। दोनेत्सक के एक बड़े हिस्से पर अब रूस समर्थित दोनेत्सक मिलिशेया का कब्जा हो चुका है। मारियूपोल शहर पर पूरी तरह कब्जे की खबर खुद रूस के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगु ने पुतिन को दी है। इसके बाद सर्जेई शोईगु ने रुसी सैन्य कमांडर सहित दोनेत्सक और लुहांंस्क के कमांडर्स के साथ एक अहम मीटिंग की।
लुहांस्क आजाद देश घोषित...
शनिवार को ही रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस बात का ऐलान भी किया कि जल्द ही डॉनबास प्रांत के लुहांस्क पर भी रुस समर्थित मिलिशेया का पूरा कब्जा होने वाला है। दोनेत्सक की तरह ही यूक्रेन के लुहांस्क को भी रूस के राष्ट्रपति, पुतिन आजाद देश घोषित कर चुके हैं। दोनेत्सक और लुहांस्क यूक्रेन के डॉनबास प्रांत का हिस्सा थे, लेकिन 21 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन (आक्रमण) शुरु करने के साथ ही पुतिन ने दोनेत्सक और लुहांस्क को यूक्रेन से अलग दो आजाद देश घोषित कर दिए थे। पिछले कई सालों से रुस के समर्थन से यहां मिलिशिया यानि विद्रोही गुटों ने यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ रखी थी।
दोनेत्सक और लुहांस्क पर रूस का कब्जा...
पिछले महीने एबीपी न्यूज की टीम जब डॉनबास में वॉर-रिपोर्टिंग के लिए मौजूद थी, तो पाया था कि दोनेत्सक और लुहांस्क दोनों ही इलाकों में रुस समर्थित विद्रोही गुट का ही कब्जा है। यहां तक की प्रशासनिक कब्जा भी विद्रोहियों का ही था। पुतिन की मदद से दोनों ही इलाकों में अलग-अलग सरकार और उनके प्रमुखों का ऐलान किया जा चुका है। रूस ने जब जंग का ऐलान किया था तब यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेनस्की ने कहा था कि रूस के कब्जे से डॉनबास को वापस लेना नामुमिकन है। लेकिन जैसे ही अमेरिका और दूसरे पश्चिमी देशों से यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई शुरु हो गई। तब जेलेनस्की के सुर बदल गए थे और उन्होनें साफ तौर से दावा किया था कि रुस से डॉनबास वापस लेने के लिए जंग जारी रहेगी।
मंकीपॉक्स को लेकर 'डबल्यूएचओ' की बैठक
मंकीपॉक्स को लेकर 'डबल्यूएचओ' की बैठक
सुनील श्रीवास्तव
वाशिंगटन डीसी। दुनियाभर में मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। असल खतरे की घंटी तो यूरोप में बजी, जहां पर पहली बार रिकॉर्ड संख्या में मंकीपॉक्स के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। अभी तक यूरोप में 100 के करीब मंकीपॉक्स मरीज मिल चुके हैं। इस ट्रेंड को गंभीरता से लेते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक इमरजेंसी बैठक की है। उस बैठक में कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। बहस इस बात पर भी रही क्या मंकीपॉक्स को महामारी घोषित कर देना चाहिए ? अभी इस समय यूरोप के कुल 9 देशों में मंकीपॉक्स ने जोरदार दस्तक दी है।
वही, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने तेजी से बढ़ते मंकीपॉक्स के मामलों के मद्देनजर चर्चा करने के लिए विशेषज्ञों की एक आपातकालीन बैठक बुलाने का फैसला किया है। रिपोर्ट का हवाला देते हुए शुक्रवार को बताया कि, माना जा रहा है कि बैठक का एजेंडा वायरस के संचरण के तरीके, समलैंगिकों और उभयलिंगी पुरुषों में इसका उच्च प्रसार, साथ ही टीकों की स्थिति है। मई की शुरुआत से, यूनाइटेड किंगडम, स्पेन, बेल्जियम, इटली, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा सहित दुनिया भर के कई देशों में मंकीपॉक्स के मामले देखे गए हैं। ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के अनुसार, हाल ही में नाइजीरिया से यात्रा करने वाले एक मरीज में 7 मई को इंग्लैंड में मंकीपॉक्स के एक मामले की पुष्टि हुई है। 18 मई को यूएस ‘मैसाचुसेट्स डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक हेल्थ ने हाल ही में कनाडा की यात्रा कर लौटे एक वयस्क पुरुष में मंकीपॉक्स वायरस संक्रमण के मामले की पुष्टि की है।
विज्ञप्ति के अनुसार, मामले से लोगों को कोई खतरा नहीं है, और व्यक्ति अस्पताल में भर्ती है और अच्छी स्थिति में है। बय़ान में कहा गया है कि, मंकीपॉक्स एक दुर्लभ लेकिन संभावित रूप से गंभीर वायरल बीमारी है जो आमतौर पर फ्लू जैसी होती है। इस दौरान इसमें लिम्फ नोड्स की सूजन से शुरू होती है। चेहरे और शरीर पर एक दाने के रूप में विकसित होती है। अधिकांश संक्रमण 2 से 4 सप्ताह तक चलते हैं। वायरस लोगों के बीच आसानी से नहीं फैलता है। लेकिन शरीर के तरल पदार्थ, मंकीपॉक्स के घावों, तरल पदार्थ या घावों (कपड़े, बिस्तर, आदि) से दूषित वस्तुओं के संपर्क में आने से या लंबे समय तक आमने-सामने रहने के बाद श्वसन बूंदों के माध्यम से संचरण हो सकता है। इससे पहले, अमेरिका में 2022 में एक भी मंकीपॉक्स के मामलों की पहचान नहीं की गई है, जबकि टेक्सास और मैरीलैंड में, 2021 में नाइजीरिया की हाल की यात्रा करने वाले लोगों में एक मामला सामने आया था।
राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा
राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...
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महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
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55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
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वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें इकबाल अंसारी नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बर...