शनिवार, 21 अक्तूबर 2023

माता महागौरी को समर्पित 'नवरात्रि' का आठवां दिन

माता महागौरी को समर्पित 'नवरात्रि' का आठवां दिन

सरस्वती उपाध्याय 
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आदिशक्ति श्रीदुर्गा का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं। मां महागौरी का रंग अत्यंत गौर वर्ण है इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है। मान्यता के अनुसार अपनी कठिन तपस्या से मां ने गौर वर्ण प्राप्त किया था। तभी से इन्हें उज्जवला स्वरूपा महागौरी, धन ऐश्वर्य प्रदायिनी, चैतन्यमयी त्रैलोक्य पूज्य मंगला, शारीरिक मानसिक और सांसारिक ताप का हरण करने वाली माता महागौरी का नाम दिया गया।

मां महागौरी का स्वरूप
श्वेत वृषे समारूढ़ा श्वेताम्बरधरा शुचि:। महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा॥

अर्थ - मां दुर्गा का आठवां स्वरूप है महागौरी का। देवी महागौरी का अत्यंत गौर वर्ण हैं। इनके वस्त्र और आभूषण आदि भी सफेद ही हैं। इनकी चार भुजाएं हैं। महागौरी का वाहन बैल है। देवी के दाहिने ओर के ऊपर वाले हाथ में अभय मुद्रा और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाले हाथ में वर मुद्रा है। इनका स्वभाव अति शांत है। इनकी आयु आठ वर्ष की मानी हुई है।

पूजन का महत्व
आदि शक्ति देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप की पूजा करने से सभी ग्रहदोष दूर हो जाते हैं। मां महागौरी का ध्यान-स्मरण, पूजन-आराधना से दांपत्य सुख, व्यापार, धन और सुख-समृद्धि बढ़ती है। मनुष्य को सदैव इनका ध्यान करना चाहिए,इनकी कृपा से आलौकिक सिद्धियों की प्राप्ति होती है। ये भक्तों के कष्ट जल्दी ही दूर कर देती हैं एवं इनकी उपासना से असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। ये मनुष्य की वृतियों को सत्य की ओर प्रेरित करके असत्य का विनाश करती हैं। भक्तों के लिए यह देवी अन्नपूर्णा का स्वरूप हैं इसलिए अष्टमी के दिन कन्याओं के पूजन का विधान है। ये धन, वैभव, अन्न-धन और सुख-शांति की अधिष्ठात्री देवी हैं।

पूजन विधि
अष्टमी तिथि के दिन प्रात:काल स्नान-ध्यान के पश्चात महागौरी की पूजा में श्वेत, लाल या गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें एवं सर्वप्रथम कलश पूजन के पश्चात मां की विधि-विधान से पूजा करें। देवी महागौरी को चंदन, रोली, मौली, कुमकुम, अक्षत, मोगरे का फूल अर्पित करें व देवी के सिद्ध मंत्र श्री क्लीं ह्रीं वरदायै नम: का जाप करें। माता के प्रिय भोग हलवा-पूरी,चना एवं नारियल का प्रसाद चढ़ाएं। फिर 9 कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन कराएं। माता रानी को चुनरी अर्पित करें।  सुख-समृद्धि के लिए घर की छत पर लाल रंग की ध्वजा लगाएं।

मां महागौरी का प्रिय पुष्प
मां महागौरी को पूजा के दौरान सफेद, मोरपंखी या पीले रंग का पुष्प अर्पित करना चाहिए। ऐसे में मां दुर्गा को चमेली व केसर का फूल अर्पित किया जा सकता है।

मां महागौरी का वंदना मंत्र

श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।

सीएम नीतीश ने ही पीठ में छुरा भोंका: मोदी

सीएम नीतीश ने ही पीठ में छुरा भोंका: मोदी 

अविनाश श्रीवास्तव 
पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि भाजपा ने नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही पीठ में छुरा भोंका और जनादेश से विश्वासघात किया इसलिए अब हमें उनकी आवश्यकता नहीं है। PM मोदी ने शुक्रवार काे बयान जारी कर कहा कि वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को 44 और भाजपा को उससे ज्यादा 75 सीटें मिलने के बाद भी चुनाव-पूर्व वादे का पालन करते हुए श्री नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाना क्या ‘पीठ में छुरा भोंकना’ है ? 
उन्होंने कहा कि श्री नीतीश कुमार का जनाधार लगातार घट रहा है। उनके नेतृत्व में जदयू को 2010 में 115 , 2015 में 75 भाजपा सांसद ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जदयू के लिए भी वोट न मांगे होते, तो पार्टी की हालत और खराब होती। इसका आभार मानने के बजाय जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह रोज प्रधानमंत्री और भाजपा को कोस रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग देख रहे हैं कि किसने किसकी पीठ में छुरा भोंका और किसने पलटी मारी। जदयू पं मोदी ने कहा कि क्या नीतीश कुमार इतने कमजोर हो गए हैं कि चिराग पासवान उनकी पार्टी को 44 सीट पर उतार दे। उन्होंने कहा कि किसी पर आरोप लगाने से पहले जदयू को अपनी जमीन देखनी चाहिए। भाजपा सांसद ने कहा कि पिछले साल विधानसभा के तीन में से दो उपचुनाव भाजपा ने जीते और मोकामा में पार्टी 60 हजार वोट पाकर दूसरे स्थान पर रही। श्री नीतीश कुमार अपना वोट ट्रांसफर नहीं करा पाए। उन्होंने कहा कि श्री उपेंद्र कुशवाहा, श्री आरसीपी सिंह और श्री जीतनराम मांझी ने जदयू का साथ छोड़ दिया। उनके दर्जन-भर नेता भाजपा में आए, लेकिन भाजपा छोड़ कर कोई नहीं गया। उन्होंने कहा कि जब श्री नीतीश कुमार की पार्टी विलय या विघटन के कगार पर खड़ी है, तब भाजपा को उनकी कोई आवश्यकता नहीं है।

फिल्म 'स्टारफिश' का फर्स्ट लुक रिलीज

फिल्म 'स्टारफिश' का फर्स्ट लुक रिलीज 

कविता गर्ग 
मुंबई। अभिनेत्री खुशाली कुमार की आने वाली फिल्म 'स्टारफिश' का फर्स्ट लुक रिलीज हो गया है।
फिल्म स्टारफ़िश अखिलेश जयसवाल द्वारा निर्देशित और भूषण कुमार, कृष्ण कुमार और ऑलमाइटी मोशन पिक्चर द्वारा निर्मित है। इस फिल्म में मिलिंद सोमन,एहान भट्ट ,तुषार खन्ना के साथ खुशाली कुमार मुख्य भूमिका में हैं।
खुशाली इस फिल्म में तारा की भूमिका निभा रही हैं। मिलिंद सोमन ने अर्लो का किरदार निभाया है, जो स्पिरिचुअल गुरु हैं।यह फिल्म 24 नवंबर 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

26 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर आएंगे जयंत

26 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर आएंगे जयंत 

भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष तथा राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी 26 अक्टूबर को मुजफ्फरनगर में कईं कार्यक्रमों में शामिल होंगे। रालोद नेताओं ने उनके कार्यक्रम के लिए तैयारियां शुरु कर दी हैं।
रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान और पुरकाजी से विधायक अनिल कुमार ने बताया कि जिले में 26 अक्तूबर को रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। तीन अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम तय है।
उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में जिले के बसेड़ा निवासी अर्जुन देशवाल, काकड़ा निवासी पुनीत और पुरबालियान निवासी किरण बालियान पदक जीतकर लौटे हैं। तीनों खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए जयंत चौधरी जिले में आएंगे।

कांग्रेस ने 33 उम्मीदवारों को पहली सूची जारी की

कांग्रेस ने 33 उम्मीदवारों को पहली सूची जारी की

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली/जयपुर। कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को अपने 33 उम्मीदवारों को पहली सूची जारी कर दी, जिनमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम भी शामिल हैं। पार्टी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, गहलोत को उनके विधानसभा क्षेत्र सरदारपुरा से ही उम्मीदवार बनाया गया है। पायलट टोंक से चुनाव लड़ेंगे जहां से वह वर्तमान विधायक हैं। 
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी को उनके वर्तमान निर्वाचन क्षेत्र नाथद्वार से उम्मीदवार बनाया है। बायतू से पूर्व मंत्री हरीश चौधरी और सवाई माधोपुर से दानिश अबरार को टिकट दिया गया है। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने गत बुधवार को राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर चर्चा की थी। राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीट पर 25 नवंबर को मतदान होगा। मतगणना तीन दिसंबर को होगी।

पपीते के पत्तों का रस पीने के फायदे, जानिए

पपीते के पत्तों का रस पीने के फायदे, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय 
पपीता पोषक तत्वों से भरा होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पपीता की पत्तियों के फायदे भी हमारे स्वास्थ्य के लिए चमत्कार कर सकते हैं। क्या आप पपीते के पत्ते के रस के फायदों के बारे में जानना चाहेंगे ? 
आपको बता दें पपीते के पत्तों का जूस कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है। पपीता की पत्तियों में विटामिन ए, सी, ई, के, और बी की हाई मात्रा है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है। यहां पपीता के पत्तों का जूस पीने के शानदार फायदों के बारे में बताया गया है।

हेल्दी पाचन
ये जू, पाचन संबंधी लक्षणों जैसे गैस, सूजन और हार्ट बर्न को कम करने के लिए जाना जाता है। पपीते के पत्ते में फाइबर होता है, जो पाचन स्वास्थ्य का सपोर्ट करता है। यह प्रोटीन और अमीनो एसिड को पचाने के लिए बड़े प्रोटीन को छोटे टुकड़ों में तोड़ सकता है।

एंटी इंफ्लेमेटरी गुण
इस जूस का उपयोग मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों के दर्द सहित आंतरिक और बाहरी स्थितियों की एक सीरीज के इलाज के लिए किया जाता है। एक अध्ययन में पाया गया कि पपीते का पत्ता अर्क गठिया के साथ पैरों की सूजन को काफी कम कर सकता है।
पपीते के पत्ते का जूस पीने से बालों की ग्रोथ को बढ़ावा मिल सकता है, लेकिन यह साबित करने वाले साक्ष्य बहुत सीमित हैं। इस एंटीऑक्सिडेंट से भरे जूस से ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने और बालों के विकास में सुधार की संभावना बढ़ जाती है।

डेंगू में फायदेमंद
पपीते के पत्तों के रस का सबसे अधिक उपयोग डेंगू के बुखार, थकान, सिरदर्द, मतली, त्वचा पर चकत्ते और उल्टी से राहत पाने के लिए किया जाता है। कुछ गंभीर मामलों में यह प्लेटलेट लेवल को ठीक कर सकता है।

डायबिटीज
डायबिटीज रगियों के लिए पपीते का जूस काफी लाभकारी माना जाता है। यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए किसी प्राकृतिक दवा के रूप में उपयोग किया जा सकता है।

उत्तर प्रदेश का सबसे ठंडा जिला बना 'मेरठ'

उत्तर प्रदेश का सबसे ठंडा जिला बना 'मेरठ'

संदीप मिश्र 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में सर्दी ने जोरदार दस्तक दी है। इस दौरान तापमान तेजी से गिरा है। सभी जिलों का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से लेकर 31 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच गया है। जबकि न्यूनतम तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है।
वहीं, मेरठ पिछले एक हफ्ते से पूरे उत्तर प्रदेश का सबसे ठंडा जिला बना हुआ है। पिछले 24 घंटे के दौरान मेरठ में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो कि इस साल का अब तक का सबसे कम तापमान है।
इसके अलावा कानपुर, मुरादाबाद और मुजफ्फरनगर में भी न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। वहीं, अलीगढ़, झांसी, वाराणसी और प्रयागराज में भी न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
लखनऊ मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान सर्दी ने पूरे प्रदेश में जोरदार दस्तक दी है। ठंडी हवाएं चलने की वजह से भी तापमान गिरा है। फिलहाल अधिकतम और न्यूनतम तापमान में रविवार तक ऐसी ही स्थिरता रहेगी। सोमवार से फिर से मौसम बदलने के आसार नजर आ रहे हैं. यानी तापमान एक से दो डिग्री सेल्सियस और गिर सकता है।फिलहाल मौसम की मॉनिटरिंग की जा रही है।

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा

'संविधान' का रक्षक इंडिया समूह, भक्षक भाजपा  संदीप मिश्र  शाहजहांपुर। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि मौजूदा...