शनिवार, 29 अप्रैल 2023

रक्षाबंधन, 40 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन मिलेंगे 

रक्षाबंधन, 40 लाख महिलाओं को स्मार्टफोन मिलेंगे 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो आने वाले रक्षाबंधन के पर्व के मौके पर 40,00000 महिलाओं को मुफ्त में स्मार्टफोन दिए जाएंगे। स्मार्टफोन देने के साथ-साथ सरकार उन्हें 3 साल का इंटरनेट पैक भी मुफ्त में देगी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आने वाले रक्षाबंधन के पर्व पर राज्य की 4000000 महिलाओं को मुफ्त में स्मार्टफोन देने का ऐलान किया है। सरकार की दरियादिली देखिए कि महिलाओं को स्मार्टफोन के साथ साथ 3 साल का इंटरनेट पैक भी मुफ्त में दिया जाएगा, जिससे वह आसानी के साथ किसी भी समय अपनों के साथ कॉलिंग करने के अलावा ऑनलाइन भी संपर्क में रह सकेंगी। 

महिलाओं को मुफ्त के स्मार्टफोन में फ्री के इंटरनेट पैक के माध्यम से देश दुनिया की समूची जानकारियां मिलती रहेंगी। मुफ्त के स्मार्टफोन के साथ फ्री का इंटरनेट होने की वजह से महिलाओं को बोरियत का भी सामना नहीं करना पड़ेगा और वह समाचार आदि के अलावा मनोरंजन आदि के कार्यक्रम भी इंटरनेट के माध्यम से अपने मुफ्त के स्मार्टफोन में देख सकेंगी।

सीता-राम नवमी पर भव्य मेले का आयोजन 

सीता-राम नवमी पर भव्य मेले का आयोजन 

संदीप मिश्र 

सुकरौली/कुशीनगर। तहसील क्षेत्र हाटा के रामपुर सोहरौना में स्थित मंझरिया देवी शक्ति पीठ पर वैशाख शुक्ल पक्ष के नवमी पर आयोजित सीता-राम नवमी पर भव्य मेले का आयोजन किया गया। बताते चले कि प्रत्येक वर्ष शुक्ल पक्ष के नवमी पर मेले का आयोजन किया जाता है। मेले में आसपास के अलावा दूर दराज के क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओ ने विभिन्न प्रकार की सजी दुकानों का लुफ्त उठाया।

साथ ही कुछ दिन पूर्व यहां शुरु हुईं नौकायान की सुविधा का लाभ मेले मे आए हुए लोगो ने उठाया। मेले में स्थानीय विधायक मोहन वर्मा ने भी मेले में पहुंचकर माता का दर्शन करते हुए पूजा अर्चना की।

सामग्री निर्माण कार्यशाला का सफल आयोजन 

सामग्री निर्माण कार्यशाला का सफल आयोजन 


श्रेष्ठ पालकत्व हेतु सामग्री निर्माण कार्यशाला का सफल आयोजन

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से ठाकुर प्यारेलाल ग्रामीण पंचायत विकास प्रशिक्षण संस्थान निमोरा में दिनांक 26 अप्रैल 2023 से 28 अप्रैल 2023 तक तीन दिवसीय आखर अंजोर - श्रेष्ठ पालकत्व हेतु तीसरे चरण की सामग्री निर्माण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में विशेष सचिव स्कूल शिक्षा विभाग एवं डायरेक्टर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण श्री राजेश सिंह राणा ने कार्यशाला में उपस्थित होकर तैयार की जा रही सामग्रियों की समीक्षा करते हुए मार्गदर्शन प्रदान किया। इस कार्यशाला में सहभागी स्रोत व्यक्तियों ने अपने अपने विचारों को साझा भी किया।

कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों के विचारों को सुनने के उपरांत श्री राजेश सिंह राणा ने एक अच्छे पालक के आवश्यक गुणों पर प्रकाश डालते हुए, विशेष रूप से संवेदलशील मुद्दों पर जोर दिया। जैसे जब बच्चे भावनात्मकता में या आवेश में कोई बात अपने पालकों से साझा कर रहे हो तो ऐसे समय पालकों को धीरज के साथ उन्हें सुनना चाहिए। ऐसे समय वाद-विवाद नहीं करना चाहिए। जब बच्चा शांत हो जाए तब आराम से उन्हें सही गलत के अंतर को समझाना बेहतर होगा।

इस कार्यशाला में मुख्य रूप से किशोर बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य , नशे की लत, सोशल मीडिया, इंटरनेट , तकनीक के विवेकपूर्ण उपयोग तथा पूर्व में श्रेष्ठ पालकत्व पर तैयार की गई। सामग्रियों की उपयोगिता को लेकर सार्थक चर्चा की गई। इसके साथ ही विविध प्रकार की अन्य प्रेरक - रोचक गतिविधियां तैयार की गई। जिनके माध्यम से पालकों को बेहतर भूमिका निभाने में लाभ प्राप्त होगा। इस कार्यशाला का कुशल संयोजन एवं संचालन श्री दिनेश कुमार टांक,सहायक संचालक, राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा किया गया।

इस कार्यशाला में यूनिसेफ छत्तीसगढ़ शिक्षा विशेषज्ञ श्रीमती छाया कुंवर ने अपना मार्गदर्शन प्रदान किया। यूनिसेफ की ओर से मनीषा वत्स और विकास सिंह भदोरिया ने विशेष सहयोग प्रदान किया। छत्तीसगढ़ राज्य से कई शिक्षाविद एवं इस क्षेत्र में कार्य कर रहे बुद्धिजीवियों ने इस कार्यशाला में सहभागिता निभाई।

किसानों की समस्याओं को लेकर 'भाकियू' का धरना 

किसानों की समस्याओं को लेकर 'भाकियू' का धरना 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली/छपार। भाकियू तोमर कार्यकर्ताओं ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर युवा जिलाध्यक्ष अंकित गुर्जर के नेतृत्व में थाने में धरना दिया गया। सीओ सदर यतेंद्र नागर को ज्ञापन दिया गया। युवा जिलाध्यक्ष ने सीओ सदर को छह मांगों का ज्ञापन दिया। कहा कि गांव खामपुर में भूरा कुरैशी को झूठे मुकदमे में जेल भेज दिया, जबकि गोकशी करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं। निर्दोष लोगों को परेशान किया जा रहा है। छपार निवासी अनीस की पुत्री को मायके में ही ससुराल वालों ने आकर पीटा।

तहरीर देने पर भी कार्रवाई नहीं हुई। थाना प्रभारी मुकेश कुमार किसानों के साथ अभद्र व्यवहार करते है। पीड़ित को ही थाने में बैठा लिया जाता है। सिसौना निवासी शेरदीन पासपोर्ट के लिए कई माह से थाने के चक्कर काट रहा हैं। क्षेत्र में खुलेआम मिट्टी खनन पुलिस की मिलीभगत से चल रहा हैं। सीओ सदर ने ज्ञापन लेकर सभी मामलों की जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान मुकेश गुर्जर, विनीत त्यागी, शहजाद प्रधान, गीता चौधरी, विजय लक्ष्मी, इरशाद, आशू, जितेंद्र बेनी, रजनी शर्मा, जावेद आलम, मास्टर मनीष आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

टेस्ट की शुरुआत के साथ प्रक्रिया में बदलाव: सेना 

टेस्ट की शुरुआत के साथ प्रक्रिया में बदलाव: सेना 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय सेना ने अग्निशामकों, जूनियर कमीशन अधिकारियों और अन्य श्रेणियों की भर्ती के लिए पहले चरण के रूप में कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस टेस्ट की शुरुआत के साथ प्रक्रिया में बदलाव किया है। योग्य पंजीकृत उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन सीईई 17 अप्रैल 2023 से 26 अप्रैल 2023 तक पूरे भारत में 176 स्थानों पर 375 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित किया गया था। सेना के प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि शिक्षा मंत्रालय के अधीन मिनी रतन कंपनी एजुकेशन कंसल्टेंसी सर्विसेज इंडिया लिमिटेड की मदद से ऑनलाइन परीक्षा कराई जा रही है।

उन्होंने बताया कि देश में युवाओं की तकनीकी दहलीज में काफी सुधार हुआ है और बढ़ी हुई नेटवर्क कनेक्टिविटी और स्मार्टफोन के प्रसार के साथ, युवा अब शारीरिक परीक्षा देने के लिए लंबी दूरी तय करने के बजाय ऑनलाइन परीक्षा देने के लिए सशक्त हैं। बदली हुई कार्यप्रणाली चयन के दौरान संज्ञानात्मक पहलू पर अधिक ध्यान सुनिश्चित करेगी और कुत्सित परिवर्तनों को रोकेगी। इसकी पूरे देश में व्यापक पहुंच होगी और भर्ती रैलियों के दौरान देखी जाने वाली भारी भीड़ को भी कम किया जाएगा, ताकि उन्हें अधिक प्रबंधनीय और संचालन में आसान बनाया जा सके।

नई भर्ती प्रक्रिया तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में, सभी उम्मीदवार जिन्होंने ऑनलाइन पंजीकरण और आवेदन किया है, वे ऑनलाइन कॉमन एंट्रेंस टेस्ट से गुजरेंगे। दूसरे चरण में, शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों को संबंधित सेना भर्ती अधिकारी द्वारा निर्दिष्ट स्थानों पर जून 2023 से भर्ती रैलियों के लिए बुलाया जाएगा, जहां वे शारीरिक दक्षता परीक्षण और शारीरिक माप परीक्षण से गुजरेंगे।

अंत में तीसरे चरण में चयनित उम्मीदवारों का मेडिकल टेस्ट होगा। इसके बाद सफल उम्मीदवारों की फाइनल मेरिट लिस्ट घोषित की जाएगी। संशोधित भर्ती प्रणाली भर्ती प्रक्रिया को अधिक सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाएगी और इसे देश में उपलब्ध नवीनतम आईटी अवसंरचना का बेहतर दोहन करने के लिए डिजाइन किया गया है।

एसडीएम ने बालाजी हॉस्पिटल पर छापा मारा

एसडीएम ने बालाजी हॉस्पिटल पर छापा मारा

अनिल शुक्ला

बस्ती। बस्ती जिले में जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध संचालित हॉस्पिटल ताबड़तोड़ छापेमारी दहशत में अस्पताल अस्पताल संचालकों की नींद हराम हो गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी गुलाबचंद हरैया ने मय दल-बल सहित अदनान कस्बे में अवैध रूप से संचालित बालाजी हॉस्पिटल पर छापा मारा। छापे से अस्पताल कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। वहीं, अस्पताल संचालक फरार हो गया। जिला अधिकारी के निर्देशन में छावनी शर्मा हॉस्पिटल में बच्चे की मौत का मामला जिला अधिकारी संज्ञान में लेते हुए जिले में अवैध अस्पतालों पर प्रशासन का डंडा चला दिया, जिससे अस्पताल संचालकों में खलबली मच गई वही तेजतर्रार एसडीएम हरैया गुलाबचंद लगातार 2 दिनों से कई हॉस्पिटल चीज की है।

जिनके यहां कोई सुविधा ना होने के कारण या मजबूती के आधार कागजात ना होने के कारण उनको सीज कर दिया गया है। वही, आज सुबह बभनान कस्बे में संचालित बालाजी नर्सिंग होम पर एसडीएम गुलाबचंद की निगाह पड़ी तुरंत मय फोर्स सहित अस्पताल में घुसे एसडीएम के अस्पताल पहुंचते ही कर्मचारियों में भगदड़ मच गई वही संचालक मौके से फरार हो गया। जिसके कारण उप जिलाधिकारी गुलाबचंद कर्मचारियों को बाहर निकाल कर अस्पताल को सील कर दिया और उस पर भारी जुर्माना लगाया।

मौके से फरार संचालक के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने का निर्देश दिया। बस्ती जिले में तमाम फर्जी अस्पताल क्लीनिक खोल करके इलाज के नाम पर जनता को लूट रहे हैं। इसी कारण आए दिन लोग फर्जी अस्पतालों में मौत का मामला बढ़ता जा रहा है। जिससे प्रशासन के शक्ति के कारण सभी अवैध हॉस्पिटल बंद करके भाग रहे हैं। संचालक यहां तक फर्जी लाइव पर भी जांच चल रही है। प्रशासन के सख्त तेवर से फर्जी हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया।

शुक्राणु दान देने वाले 41 वर्षीय व्यक्ति पर रोक: कोर्ट 

शुक्राणु दान देने वाले 41 वर्षीय व्यक्ति पर रोक: कोर्ट 

अखिलेश पांडेय 

एम्सटर्डम। नीदरलैंड कोर्ट ने शुक्राणु दान देने वाले 41 वर्षीय व्यक्ति पर रोक लगा दी है। व्यक्ति के शुक्राणु से अबतक 550-600 बच्चों का जन्म हो चुका है। हेग जिला न्यायालय के अनुसार व्यक्ति ने अपने शुक्राणु से जन्म देने वालों बच्चों की संख्या गलत बताई है।

बच्चे बन रहें विशाल रिस्तेदारी हिस्सा का नेटवर्क...

माता-पिता अब इस तथ्य का सामना कर रहे हैं कि सैकड़ो सौतेले भाई बहनों के साथ उनके बच्चे विशाल रिश्तेदारी नेटवर्क का हिस्सा बन चुके हैं। हालांकि इस नेटवर्क को उन्होंने नहीं चुना है। डच गोपनीयता कानून के अनुसार सरकार व्यक्ति की पहचान सार्वजनिक नहीं कर सकती है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सूत्र ने व्यक्ति की पहचान 41 वर्षीय जोनाथन जैकब मीजर के तौर पर की है। प्रवक्ता गेरिट-जेन क्लेनजान ने लिखा कि डोनर को हर क्लिनिक से समझौता कर लेना चाहिए कि वह अपने शुक्राणु का दान अन्य क्लिनिक में नहीं करेगा। उन्होंने कहा- “जिस व्यक्ति की बात हो रही है उसने भी यह समझौता किया था, लेकिन इसके बावजूद उसने अन्य बैंकों में दान किया जिसके परिणामस्वरूप 102 बच्चे हुए।”

व्यक्ति ने क्लिनिक में बोला झूठ...

अदालत का यह फैसला डच डोनर चाइल्ड फाउंडेशन द्वारा मुकदमा करने के बाद आया। दस्तावेजों के अनुसार व्यक्ति ने अबतक 11 फर्टिलिटी क्लिनिक में शुक्राणु दान दिया है। नीदरलैंड्स के नियमानुसार प्रत्येक क्लिनिक शुक्राणु से 25 बच्चे पैदा करने या अधिकतम 12 माताओं को दान कर सकता है।अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार व्यक्ति ने हमेशा ही क्लिनिक में झूठ बोला है।

शुक्राणु दान के लिए वह जिस भी क्लिनिक में जाता था वहां वह यही कहता था कि इससे पहले उसने कहीं भी शुक्राणु दान नहीं दिया है। 2017 के रिपोर्ट के अनुसार व्यक्ति ने 2007 से 2017 के बीच अपने शुक्राणु से 102 बच्चों को जन्म दिया था। वहीं 2015 से 2018 के बीच उसने डेनमार्क में भी अपने शुक्राणुओं का दान किया है। यही नहीं सोशल मीडिया के लिए वह नीदरलैंड्स और विदेशों में भी अपना शुक्राणु का ऑफर देता था।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

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