गुरुवार, 17 नवंबर 2022

नसबंदी करने वाले डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द, मांग

नसबंदी करने वाले डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द, मांग

अकांशु उपाध्याय/अविनाश श्रीवास्तव 

नई दिल्ली/पटना। राष्ट्रीय महिला आयोग ने बिहार के एक अस्पताल में कथित रूप से एनेस्थीसिया दिए बगैर महिलाओं की नसबंदी करने वाले डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द करने की मांग की है। मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, बिहार में खगड़िया जिले के दो सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर करीब 24 महिलाओं को एनेस्थीसिया दिए बगैर (बेहोश किए बिना) स्थायी नसबंदी के लिए उनकी सर्जरी की गई।

इस पर संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने बिहार के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर इसमें शामिल एनजीओ, डॉक्टरों और अन्य लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। महिला आयोग ने ट्वीट किया है, ‘‘राष्ट्रीय महिला आयोग ने मेडिकल लापरवाही और तय प्रक्रिया का पालन नहीं करने को लेकर डॉक्टरों का लाइसेंस रद्द करने को कहा है।’’

पोषक तत्वों से भरपूर दालचीनी, जानिए फायदे

पोषक तत्वों से भरपूर दालचीनी, जानिए फायदे

सरस्वती उपाध्याय
दालचीनी एंटीऑक्सिडेंट जैसे कई यौगिकों में भरपूर होती है। इसमें जिंक, विटामिंस, मैग्नीशियम, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन और फास्फोरस जैसे कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो आपकी बॉडी को मजबूती देने में काफी हद तक मददगार होते हैं। वहीं दालचीनी महिलाओं के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं होती है। क्योंकि, उनकी कई परेशानियों में दालचीनी राहत देने का काम करती है। कुछ शोध बताते हैं कि यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है और हृदय रोग में फायदेमंद होता है, साथ ही यह मसल्स सूजन को भी कम कर सकता है। 

मौजूद पोषक तत्वों की मौजूदगी मुहांसों की समस्या और अनियमित पीरियड्स की प्रॉबलम्स को दूर रख सकते हैं। शरीर पर आ रहे अधिक बालों के लिए भी दालचीनी कारगर मानी जाती है। मेनोपोज के दिनों में असहनीय दर्द, मूड स्विंग, ब्लोटिंग, चिड़चिड़ापन जैसी दिक्कतों को दूर करने के लिए आजमाएं दालचीनी और शहद। दालचीनी में यूजेनॉल मौजूद होता है, जो पीरियड्स के दौरान हो रही समस्याओं को बढ़ाने वाले हार्मोन का संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकती है।

पीरियड्स क्रैम्प्स के लिए दालचीनी पानी
इन दिनों में आमतौर पर पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना, उल्टी आना, चक्कर, लूज मोशन, जी मचलाना और कमजोरी जैसी कई परेशानियों महसूस होती हैं। ऐसे में आपके लिए दालचीनी पानी बेहतर उपाय हो सकता है। 

दूध और दालचीनी
इस तरह की समस्याओं के लिए दालचीनी नेचुरल तरीके से आपकी सहायता कर सकती है। इसे उपयोग में लाने का सबसे कारगर उपाय दालचीनी पाउडर को गुनगुने दूध में डालकर पीना है। आप चाहें तो इसकी चाय भी बनाकर पी सकती हैं। इससे आपको कई फायदें मिल सकते हैं

दर्द से राहत 
पीरियड्स का दर्द कभी-कभी असहनीय बन जाता है। ऐसे हालात में आप दालचीनी की हर्बल चाय बनाकर पी सकती हैं या दालचीनी ऑयल से पेट की मालिश करने से भी सूजन और तेज दर्द में राहत मिलती है। 

हैवी ब्लीडिंग की समस्या 
कई लड़कियों को पीरियड के समय बहुत ब्लीडिंग होने लगती है, जो अहसज स्थिति बन सकती है और इसकी वजह से  दर्द कमजोरी, चिड़चिड़ापन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें दालचीनी  के सेवन से ब्लड फ्लो का डायरेक्शन बदल जाता है और यही कारण है कि ब्लीडिंग कम होने लगती है। 

अधिक दालचीनी के सेवन का दुष्प्रभाव
शोध में पाया गया है कि बहुत अधिक दालचीनी का सेवन आपके लीवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अधिक मात्रा में लेने की वजह से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।

डार्क सर्कल्स को दूर करने में मदद, जानिए उपाय

डार्क सर्कल्स को दूर करने में मदद, जानिए उपाय

सरस्वती उपाध्याय 

दूध और गुलाब जल डार्क सर्कल्स को दूर करने में काफी मदद करता है। इसके लिए गुलाब जल और दूध को बराबर मात्रा लेकर कॉटन की मदद से डार्क सर्कल्स पर लगाकर 20 मिनट तक के लिए छोड़ दें। उसके बाद कॉटन पैड हटा लें और फिर फेस को पानी से धो लें।

यूं तो लोग डार्क सर्कल्स छिपाने के लिए कई नुस्खे अपनाते हैं। कंसीलर से लेकर मेकअप तक, भले ही ये चीजें आपकी आंखों के नीचे काले घेरे को छिपाने में मदद करे, लेकिन यह इसका परमानेंट इलाज नहीं है। इसलिए बेहतर होगा कि आप कुछ ऐसे उपायों को अपनाएं जो इन काले घेरों की हमेशा-हमेशा के लिए छुट्टी कर दें और फिर कभी इन्हें आपको छिपाने की जरूरत ही ना पड़े। ऐसे में आइए जानते हैं उन घरेलू उपायों के बारे में जिन्हें अपनाने के बाद ये आपके काले घेरों की हमेशा के लिए छुट्टी कर दें। 

डार्क सर्कल्स होने के प्रमुख कारण

पर्याप्त नींद ना लेना।

गलत खानपान और अनियमित दिनचर्या

देर रात तक स्क्रीन देखना

थकान, तनाव

आंखों में सूखापन या आंखों की एलर्जी

डिहाइड्रेशन

शरीर में पानी की कमी

धूप और प्रदूषण में ज्यादा देर रहना आदि।


डार्क सर्कल कम करने के घरेलू उपाय 

दूध और गुलाब जल 

दूध और गुलाब जल डार्क सर्कल्स को दूर करने में काफी मदद करता है। इसके लिए गुलाब जल और दूध को बराबर मात्रा लेकर कॉटन की मदद से डार्क सर्कल्स पर लगाकर 20 मिनट तक के लिए छोड़ दें। उसके बाद कॉटन पैड हटा लें और फिर फेस को पानी से धो लें।

आलू का रस

डार्क सर्कल्स हटाने के लिए आलू का रस भी आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए पहले आलू को कद्दूकस कर लें। उसके बाद उसका रस लेकर रुई की मदद आंखों के आसपास लगाएं और फिर इसे कुछ देर लगा रहने दें। इसके बाद आंख को साफ पानी से धो लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से आपको बहुत फायदा मिलेगा।

टमाटर 

टमाटर सेहत के साथ-साथ स्किन के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। ऐसे में आंखों के नीचे काले घेरे को हटाने के लिए सबसे पहले  2 चम्मच टमाटर के रस में कुछ बूंदे नींबू के रस को मिलाकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को 10 मिनट के लिए आंखों के नीचे लगाएं। उसके बाद साफ पानी से धो लें। ऐसा करने से डार्क सर्कल की समस्या दूर होगी।

खीरा 

इसके लिए पहले खीरे को स्लाइस में काट लें। उसके बाद इसे 10 मिनट तक के लिए अपने आंखों पर रखें। इससे डार्क सर्कल्स की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। 

शहद, दूध और नींबू

आंखों के नीचे काले घेरे को हटाने के लिए शहद, दूध और नींबू बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए एक चम्मच दूध में आधा चम्मच शहद और नींबू का रस मिलाकर आंखों के आसपास मसाज करें। ऐसा करने से डार्क सर्कल्स दूर हो सकते हैं।

किसी भी कीमत पर कपट और छल से धर्मांतरण नहीं 

किसी भी कीमत पर कपट और छल से धर्मांतरण नहीं 

मनोज सिंह ठाकुर 

केसला। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज आदिवासियों के बीच कहा कि वे प्रदेश की धरती पर किसी भी कीमत पर कपट और छल से धर्मांतरण नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदापुरम के केसला में आयोजित 'पेसा जागरूकता सम्मेलन' को संबोधित कर रहे थे।

इस दौरान उन्होंने जनजातीय नायक बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, शंकर शाह और रघुनाथ शाह को प्रणाम कर संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि वे प्रदेश की धरती पर किसी भी कीमत पर कपट और छल से धर्मांतरण नहीं होने देंगे। साथ ही चौहान ने कहा कि जहां-जहां पेसा कानून लागू हो रहा है वहां हर साल पटवारी और बीट गार्ड को ग्राम सभा में नक्शा, खसरा की नकल रखनी पड़ेगी, ताकि कोई किसी की जमीन हथिया न पाए।

कोई भी रेत, गिट्टी या पत्थर की खदान है अगर इसका सर्वे शासन को भी करना है तो ये बिना ग्राम सभा की सहमति के नहीं होगा। अनुसूचित क्षेत्र में खदानों में पहला हक होगा जनजातीय सोसाइटी का, दूसरा हक जनजातीय बहनों का और तीसरा हक कोई पुरुष अप्लाई करता है तो उसका होगा। चौहान ने कहा कि जितनी वनोपज होगी, अब जनजातीय लोगों का अधिकार है, वे इसको उठाएं, बीनें और उसके बाद ग्राम सभा ही प्रशासन से साथ मिलकर इसके रेट तय करेगी। उन्होंने कहा कि गांव से किसी मजदूर को काम करवाने बाहर ले जाना हो तो उसे गांव में अपना परिचय लिखवाने के बाद ही ले जाने की अनुमति मिलेगी, ताकि किसी श्रमिक को कोई परेशान न कर सके।

बिना गांव में नाम लिखाए अगर कोई ले गया तो कानून उसको कड़ी से कड़ी सजा देगा। मध्यप्रदेश में दो दिन पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की उपस्थिति में पेसा (अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायतों का विस्तार संबंधी अधिनियम) लागू हुआ है। श्री चौहान आज इसी अधिनियम के बारे में जागरुकता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


1. अंक-37, (वर्ष-06)

2. शुक्रवार, नवंबर 18, 2022

3. शक-1944, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-दसमीं, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:43, सूर्यास्त: 05:26। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम-32+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

http://www.universalexpress.page/ www.universalexpress.in 

email:universalexpress.editor@gmail.com 

संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

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बुधवार, 16 नवंबर 2022

राष्ट्रपति ने 'भारत' को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी

राष्ट्रपति ने 'भारत' को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय

नई दिल्ली/बाली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने भारत को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी। भारत 1 दिसंबर से आधिकारिक तौर पर जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा।

बाली में G-20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र में पीएम मोदी ने कहा, 'भारत G-20 का जिम्मा ऐसे समय ले रहा है जब विश्व जियो पॉलिटिकल तनावोंआर्थिक मंदी और ऊर्जा की बढ़ी हुई कीमतों और महामारी के दुष्प्रभावों से एक साथ जूझ रहा है। ऐसे समय विश्व G-20 के तरफ आशा की नज़र से देख रहा है।'

वैश्विक विकास में महिलाओं की भागीदारी जरूरी: पीएम

उन्होंने कहा, 'मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि भारत की G-20 अध्यक्षता समावेशीमहत्वाकांक्षीनिर्णायक और क्रिया-उन्मुख होगी। हमारा प्रयत्न रहेगा की G-20 नए विचारों की परिकल्पना और सामूहिक एक्शन को गति देने के लिए एक ग्लोबल प्राइम मूवर की तरह काम करेगा।'' पीएम ने कहा, ''वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है। हमें अपने G-20 एजेंडा में महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्राथमिकता देनी होगी।'

हर भारतीय के लिए गर्व की बात: मोदी

मोदी ने कहा, 'G-20 की अध्यक्षता हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। हम अपने विभिन्न शहरों और राज्यों में बैठकें आयोजित करेंगे। हमारे अतिथियों को भारत की अद्भुदताविविधतासमावेशी परंपराओं और सांस्कृतिक समृद्धि का पूरा अनुभव मिलेगा।'

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...