रविवार, 30 अक्तूबर 2022

आदिवासी नृत्य महोत्सव व राज्योत्सव, तैयारियां

आदिवासी नृत्य महोत्सव व राज्योत्सव, तैयारियां


राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव की तैयारियां जोरों पर, जाने क्या-क्या है, आयोजन में

राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में मुख्य मंच, विभिन्न विभागों के मंडप, स्टालों, प्रवेश द्वारों का निर्माण अंतिम चरण में

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए देश-विदेश में मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू

दुष्यंत टीकम 

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में 01 से 03 नवंबर तक आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव के लिए तैयारियां जोरों से चल रही हैं। साइंस कॉलेज मैदान में मुख्य मंच, विभिन्न विभागों के मंडप, स्टालों, प्रवेश द्वारों का निर्माण अंतिम चरण में है। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए देश-विदेश के मेहमानों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में भारत के सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों समेत नौ देशों मोजांबिक, मंगोलिया, टोंगो, रशिया, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूजीलैंड और इजिप्ट के 1500 जनजातीय कलाकार शामिल होंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 30 अक्टूबर को रशिया,सर्बिया और अफ्रीकी देश टोंगो के जनजातीय कलाकारों के दल पहुंच रहे हैं।

साइंस कॉलेज मैदान पर राज्योत्सव के दौरान विकास प्रदर्शनी में राज्य शासन के 21 विभागों के स्टॉल, शिल्पग्राम में 40 स्टाल, फूड जोन में 24 स्टाल, थीम हैंगर में विभिन्न उद्योगों और सार्वजनिक उपक्रमों के स्टॉल, 40 व्यावसायिक स्टाल बनाए जा रहे हैं। इस आयोजन में आने वाले दर्शकों के किए अनेक आकर्षण होंगे। छत्तीसगढ़ सहित देश-विदेश की विभिन्न जनजातियों की विविधता पूर्ण संस्कृति, परंपरा और लोककला देखने को मिलेगी। छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विभागों की लोककल्याणकारी योजनाओं पर आधारित विकास प्रदर्शनी के माध्यम से पिछले पौने चार वर्षों में छत्तीसगढ़ की विकास गाथा की झांकी दिखेगी। शिल्पग्राम और फूड जोन भी उनके आकर्षण का केंद्र होंगे।

मुजफ्फरनगर: प्रदूषण का स्तर 181 एक्यूआई दर्ज 

मुजफ्फरनगर: प्रदूषण का स्तर 181 एक्यूआई दर्ज 

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। लगातार बढ़ रहें वायु प्रदूषण में दो दिन बाद एक बार फिर भारी गिरावट आने से लोगों ने राहत की सांस ली। जिसके चलते धीरे-धीरे शहर की आबो हवा साफ हो रही है। प्रदूषण विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद भी इसमें कोई सुधार नहीं हो रहा है। रविवार को वायु में प्रदूषण की मात्रा सुबह के समय 216 रही। वही, शाम के समय हवा काफी हद तक शुद्ध हो गई। शाम 5:30 बजे जनपद में प्रदूषण का स्तर घटकर 181 एक्यूआई दर्ज किया गया। हालांकि एक दिन पहले जनपद में वायु प्रदूषण 248 एक्यूआई पर है। जो शुक्रवार के मुकाबले 10 पॉइंट कम रहा।

शुक्रवार को यहा 258 एक्यूआई था। इसे प्रतित हो रहा है कि दिन प्रतिदिन वायु प्रदूषण का ग्राफ कम होता जा रहा है। लगातार घट रहें वायु प्रदूषण के चलते सुबह के समय स्माग के स्थान पर हल्का कोहरा रहा। इसके साथ ही लोगों को सुबह के समय ठंड भी सताने लगी है। हालांकि अभी भी लोगों को प्रदूषित हवा से सांस लेने में दिक्कत हो रही है। जिसकी वजह से आंखों में जलन व गले में खरास महसूस होने से दिक्कतें बढ़ गई है।

पूर्वांचल के लोगों ने गंगा घाट पर छठ मैया की पूजा की

पूर्वांचल के लोगों ने गंगा घाट पर छठ मैया की पूजा की

भानु प्रताप उपाध्याय 

मुजफ्फरनगर। तीर्थनगरी शुकतीर्थ में छठ पूजा पर दूरदराज क्षेत्रों से आए पूर्वांचल के लोगों ने छठ पूजा के पर्व पर छठ मैया की पूजा गंगा घाट पर विधि-विधान के साथ की। महिलाओं ने गंगा में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्ध्य दिया। सोमवार सुबह महिलाएं उगते सूर्य के साथ सूर्य व्रत पूरा करेंगी। गंगा घाट पर सुरक्षा को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात रहा। प्राचीन तीर्थनगरी शुकतीर्थ में रविवार को गंगा घाट पर छठ पूजा का पर्व धार्मिक आस्था व श्रृद्धा के साथ मनाया गया।

पूर्वांचल से आकर मुजफ्फरनगर में निवास कर रहे परिवारों ने गंगा घाट पर पहुंचकर गन्ने की फसल को खडा किया व सभी प्रकार के फल, मिष्ठान, नारियल, वस्त्र आदि सहित छठ मैया की पूजा कर परिवार में सुख समृद्धि की कामना की तथा महिलाओं ने श्रृंगार कर गंगा मैया में खडे होकर विशेष पूजा की। छठ पर्व पर सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए क्षेत्राधिकारी भोपा राम आशीष यादव, थाना प्रभारी निरीक्षक सुशील सैनी, शुक्रताल चौकी प्रभारी ललित कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर तैनात रहे। पर रविवार शाम को जिला मुख्यालय, शुगर मिल, खतौँली आदि दूरदराज क्षेत्रों से सैकड़ों महिलाए नंगे पैर गंगा घाट पर पहुंची।

सूर्य उपासना, निर्जला व्रत रखकर 'छठ' पर्व मनाया 

सूर्य उपासना, निर्जला व्रत रखकर 'छठ' पर्व मनाया

हरिशंकर त्रिपाठी 

देवरिया। रविवार को रूद्रपुर के एकौना समेत ग्रामीण अंचलों में भी छठ पर्व धूमधाम से मनाया गया। निर्जला व्रत रखकर माताओं ने अस्ताचलगामी सूर्य की उपासना कर पुत्रों के दीर्घायु की कामना की। घाटों पर मेले जैसा माहौल रहा। छठ पर्व की तैयारी कई दिनों से चल रही थी। रविवार को दिन भर महिलाएं व्रत रही और शाम को दउरा में नारियल, चावल, अनार, नाशपाती, संतरा, केला, ठेकुआ, पूड़ी रख कर सज-धजकर नजदीक के पोखरे व नदी घाटों पर पहुंचने लगी। महिलाएं छठ घाट पर पहुंची और छठ वेदी पर दीप जलाकर पूजा किया। अंत में अस्त होते भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य देकर पुत्र के दीर्घायु की कामना की। जिन महिलाओं को संतान नहीं है, वह महिलाएं घंटों पानी में खड़ा रह भगवान भाष्कर से पुत्र की कामना करतीं रहीं।

एकौना घाट पर हजारों की भीड़ रही और मेले जैसा माहौल रहा। यहां ग्रामीणों द्वारा पथ-प्रकाश की भी व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा क्षेत्र के एकौना बकरूआ भेड़ी सराव खूर्द व बूजूर्ग बसडिला धर्मपुर बैदा नगवां नरायनपुर भेलउर बहोरा पाण्डेय माझा सहित विभिन्न गांवों के तालाबों और नदियों पर भी महिलाओं ने छठ पूजा की और यहां भी मेले जैसा माहौल रहा। इस बार छठ पूजा में भी लोग देश भक्ति के रंग में रंगे दिखे। छठ वेदी को भी तिरंगे के रंग में रंगा गया था।

सुरक्षा के लिये घाटो पर एकौना पुलिस द्वारा रखी जा रहा थी नजर

रूद्रपुर क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर छठ पूजा के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है। इसलिए यहां भारी संख्या में पुलिस तैनात थे।पुलिसकर्मी असलहा लिए घाटों पर नजर जमाये चौकन्ने थे और वहीं से लोगों पर अपनी नजर रख रहे थे।


लोनी: छठ पूजा पर घाट सजा, श्रद्धालुओं की भीड

अविनाश श्रीवास्तव

लोनी/गाजियाबाद। छठ पूजा श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। जिसमें भगवान सूर्य देव को उदय होते हुए तथा डूबते हुए सूर्य देव को जल दिया जाता है। छठ पूजा का त्यौहार बिहार का गौरवशाली त्यौहार है, जिसे स्त्रियां अपने संतान की लंबी उम्र के लिए भगवान सूर्य देव की पूजा करती हैं। छठ पूजा आस्था का सबसे बड़ा त्यौहार है।

राजनीति: मदरसों के सर्वे पर मदनी का पहला बयान

राजनीति: मदरसों के सर्वे पर मदनी का पहला बयान

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। मुस्लिम समुदाय के बड़े और जमीयत उलेमा के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने मदरसों के सर्वे पर अपना पहला बयान दिया है। उन्होंने कहा, “सरकार ने उत्तर प्रदेश में मदरसों का सर्वे कराया है, जो उनका अधिकार है वो जब चाहे सर्वे करा सकते है। लेकिन, मदरसा चलाने के लिए हममें किसी भी दान और सहयोग की जरूरत नहीं होती है। अपने बच्चों को हम किसी का भी गुलाम नहीं बनाना चाहते। इसीलिए हमे किसी भी प्रकार से सरकारी मदद नहीं चाहिए। यदि हम सरकारी मदद लेंगे तो हमारे ऊपर सरकार के नियम भी थोपे जाएंगे।”

दरअसल, मदरसों के सर्वे के बाद पहली बार दारुल उलूम देवबंद के रशीदिया मस्जिद में मदरसा संचालकों का एक सम्मेलन हो रहा है। इसमें देशभर से लगभग 4500 मदरसा संचालक पहुंचे हैं।

‘हमने आजादी के बाद से ही खुद को अलग कर लिया’

सम्मेलन में मदनी ने कहा, “मदरसों में पढ़ाई का बोझ हमारी कौम उठा रही है और उठाती ही रहेगी। हम हमेशा हिमालय से ज्यादा मजबूत खड़े रहेंगे। मदरसों और जमीयत का राजनीति से कभी भी रत्तीभर वास्ता नहीं है। हमने देश की आजादी के बाद से ही खुद को अलग कर लिया था। अगर, हम उस समय देश की राजनीति में हिस्सा लेते तो आज हम सत्ता के बड़े हिस्सेदार होते।”

हमे’दुख है कि आज मदरसों के ऊपर ही प्रश्नचिह्न लगाए जा रहे’

मदनी ने कहा, “दुनिया का कोई भी बोर्ड मदरसों की स्थापना के मकसद को ही अच्छे से नहीं समझ सकता। इसलिए हमारा किसी बोर्ड से जुड़ने का कोई मतलब नहीं बनता। मदरसों को किसी भी सरकारी मदद की कोई जरूरत नहीं है। दारुल उलूम देवबंद और उलेमा ने देश की आजादी में एक मुख्य भूमिका निभाई है। मदरसों के स्थापना का मकसद ही देश की आजादी थी। मदरसे के लोगों ने ही देश को आजाद कराया, लेकिन दुख है कि आज मदरसों के ऊपर ही यह प्रश्नचिह्न लगाए जा रहे हैं। मदरसे वालों को आतंकवाद से जोड़ने के भी निंदनीय प्रयास किए जा रहे हैं।

वैसे तो सम्मेलन में मदरसे में किस प्रकार से बच्चों को तालीम दी जाए और आधुनिक शिक्षा पर चर्चा चल रही है। बता दें कि दारुल उलूम देशभर में मदरसों का एक सबसे बड़ा संगठन है। इससे लगभग 4500 मदरसे जुड़े हैं। 2100 मदरसे तो केवल यूपी में हैं।

मजलिस-ए-शूरा की ही बैठक में लिया था निर्णय

12 से 13 सितंबर को दारुल उलूम की सुप्रीम पावर मजलिस-ए-शूरा की तीन दिवसीय बैठक हुई थी। इसमें ‘कुल हिंद राब्ता-ए-मदारिस-ए-इस्लामिया’ का इजलास यानी सम्मेलन भी बुलाए जाने का निर्णय लिया गया। दारुल उलूम ने 27 अक्टूबर को बाकायदा दारुल उलूम से जुड़े सभी मदरसों के लिए लेटर जारी किया था। लेटर में बताया कि दारुल उलूम देवबंद में आगामी 30 अक्टूबर को कुल हिंद राब्ता-ए-मदारिस-ए-इस्लामिया का एक सम्मेलन करेगा। सभी मदरसा संचालकों को वहा जरूर पहुंचना होगा।

29 अक्टूबर को ही हुई वर्किंग कमेटी की बैठक

29 अक्टूबर को ‘कुल हिंद राब्ता-ए-मदारिस-ए-इस्लामिया’ की वर्किंग कमेटी की बैठक दारुल उलूम देवबंद में सम्पन्न हुई। इसमें 30 अक्टूबर को मदरसों के सभी संचालक इकट्‌ठा होंगे। सम्मेलन दारुल उलूम देवबंद की रशीदिया मस्जिद में होगा। सम्मेलन में मदरसों की समस्याओं के पूर्ण समाधान पर चर्चा की जाएगी। साथ ही शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने और अन्य मसलों पर भी चर्चा कर के निर्णय लिए जाएंगे।

बता दें वर्किंग कमेटी में 50 सदस्य

‘कुल हिंद राब्ता-ए-मदारिस-ए-इस्लामिया’ दारुल उलूम देवबंद से देशभर के करीब 4500 मदरसे जुड़े हैं। ‘कुल हिंद राब्ता-ए-मदारिस-ए-इस्लामिया’ की वर्किंग कमेटी में कुल 50 सदस्य हैं।

दारुल उलूम देवबंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बताया कि मदरसों की शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने और मदरसों के निजाम को ठीक रखना, उनकी समस्याओं का समाधान करना दारुल उलूम देवबंद का एक बुनियादी मकसद है। इन्हीं मुद्दों पर चर्चा है।

बता दें UP में मदरसों में सर्वे का काम चल रहा है। 12 प्वाइंट्स पर यह सर्वे हो रहा है। 20 अक्टूबर तक सभी जिलों से रिपोर्ट शासन तक आ गई। राज्य में करीब 7,500 मदरसा गैर- मान्यता प्राप्त मिले हैं। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक सबसे ज्यादा 585 गैर-मान्यता प्राप्त मदरसे मुरादाबाद में मिले हैं।

अभिनेता पर मानसिक उत्पीड़न व गर्भपात का आरोप

अभिनेता पर मानसिक उत्पीड़न व गर्भपात का आरोप 

संदीप मिश्र 

बलिया। भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता पवन सिंह के खिलाफ बलिया की एक अदालत में भरण-पोषण का मुकदमा दायर करने के बाद अब उनकी पत्‍नी ज्योति सिंह ने मानसिक उत्पीड़न व गर्भपात कराने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि पवन सिंह ने उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाया था। ज्योति सिंह ने इस मामले में पुलिस अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को इस तरह की शिकायत मिलने की पुष्टि की।

बलिया शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि ज्योति सिंह का शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले में पवन सिंह से उनके मोबाइल नंबर पर फोन करके उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। भोजपुरी फिल्म अभिनेता पवन सिंह की पत्नी और बलिया शहर कोतवाली क्षेत्र के मिड्ढ़ी मोहल्ले की रहने वाली ज्योति सिंह ने पुलिस अधिकारियों को भेजे गये शिकायती पत्र में कहा है कि उनका विवाह छह मार्च, 2018 को भोजपुरी फिल्म अभिनेता पवन सिंह के साथ जिले के चितबड़ागांव के एक होटल में हुआ था।

विवाह के कुछ दिन बाद ही पवन सिंह के साथ ही उसकी सास प्रतिमा देवी व ननद उसे कम सुंदर होने व बराबरी के स्तर का न होने का ताना मारने लगीं। ज्‍योति ने यह भी आरोप लगाया कि सास ने उसे मायके से मिले लगभग 50 लाख रुपये अपने पास रख लिया और इसके बाद प्रतिदिन उसके साथ गाली गलौज किया जाने लगा। उन्होंने आरोप लगाया कि तरह-तरह से प्रताड़ित करने के साथ ही उन्हें आत्महत्या करने के लिए उकसाया जाने लगा। शिकायती पत्र के मुताबिक जब वह गर्भवती हो गईं तो उसे विटामिन की दवा बताकर गर्भ गिराने वाली दवा खिलाई गई, जिससे उसका गर्भपात हो गया। उन्होंने कहा कि उनके पति शराब पीकर गाली गलौज व मारपीट करने लगे तथा उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाने लगे।

ज्योति ने कहा कि उससे मर्सिडीज कार की मांग की जाने लगी। अभिनेता पवन सिंह ने उसे शांति से रहने की ताकीद की और ऐसा न करने पर उसका हाल भी पूर्व पत्नी नीलम की भांति करने की धमकी दी। उन्होंने पति पवन सिंह पर मानसिक उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया है। ज्योति सिंह ने शिकायती पत्र में उल्लेख किया है कि पवन सिंह की पूर्व पत्नी नीलम ने आत्महत्या नहीं की थी लेकिन मीडिया द्वारा पैसे के प्रभाव में इसे आत्महत्या दिखाया गया। ज्योति सिंह ने रविवार को मीडिया से बातचीत में स्‍वीकार किया कि उसने पुलिस अधिकारियों को शिकायती पत्र प्रेषित किया है और उसके पास शिकायतों के सभी साक्ष्य उपलब्ध हैं। वह उपयुक्त समय पर इसे सार्वजनिक करेगी। उल्लेखनीय है कि ज्योति सिंह ने बलिया के परिवार न्यायालय में पवन सिंह के विरुद्ध दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के अंतर्गत भरण-पोषण के लिए गत 22 अप्रैल 2022 को एक मुकदमा दायर किया है, जिस पर अदालत ने पवन सिंह को पांच नवंबर को तलब करते हुए अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया है।

ज्‍योति सिंह के अधिवक्ता ने शुक्रवार को यह जानकारी दी थी। अधिवक्ता पीयूष सिंह ने बताया कि ज्योति सिंह ने बलिया के परिवार न्यायालय में भोजपुरी फिल्म अभिनेता पवन सिंह के विरुद्ध दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 125 के अंतर्गत भरण-पोषण के लिए 22 अप्रैल 2022 को एक मुकदमा दायर किया है। उन्होंने बताया कि इस मुकदमे में परिवार न्यायालय की न्यायाधीश रागिनी सिंह ने पवन सिंह को पांच नवंबर को अदालत में पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिये नोटिस जारी किया है। उन्होंने बताया कि गत 22 अप्रैल को मुकदमा दाखिल होने के बाद अदालत ने गत दो जून को पवन सिंह को प्रस्तुत होने के लिये नोटिस जारी किया, लेकिन वह निर्धारित तिथि पर अदालत में उपस्थित नहीं हुए।

अधिवक्ता ने बताया कि इसके बाद पवन सिंह को गत सात जुलाई तथा एक अगस्त को नोटिस जारी हुआ, इसके बाद भी वह अदालत में उपस्थित नहीं हुए। उन्होंने बताया कि अब चौथी बार अदालत ने पांच नवंबर की तारीख तय की है। गौरतलब है कि बिहार के आरा जिले के निवासी करीब 36 वर्षीय पवन सिंह भोजपुरी फिल्‍मों के अभिनेता और गायक हैं। वर्ष 2014 में लॉलीपॉप लागेलू भोजपुरी गाने से सिंह को प्रसिद्धि मिली और बाद में उन्हें भोजपुरी सिनेमा में बतौर अभिनेता बहुत ख्याति मिली। उनको कई अवार्ड मिले हैं। वर्ष 2014 में पवन सिंह की पहली शादी नीलम सिंह से हुई थी और मार्च 2015 में नीलम ने अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद वर्ष 2018 में पवन की दूसरी शादी ज्योति सिंह से हुई।

224 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला

224 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरू। आम आदमी पार्टी (आप) ने आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सभी 224 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। पार्टी के एक नेता ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आप पहले से ही आधे  से अधिक उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के प्रक्रिया में है और जनवरी 2023 के पहले सप्ताह तक अपनी पहली सूची जारी करने का इरादा रखती है। इसके बाद आप उम्मीदवारों की अगली सूची की घोषणा की जाएगी।

पार्टी प्रवक्ता और आप की कर्नाटक इकाई के संयोजक पृथ्वी रेड्डी ने से कहा कि हमने सभी 224 सीट पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। हमने राज्य के 170 निर्वाचन क्षेत्रों में ग्राम संपर्क अभियान (गांव पहुंच अभियान) के माध्यम से अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू किया है और हम इन 170 निर्वाचन क्षेत्रों में बूथ स्तर पर लोगों को नियुक्त करने की प्रक्रिया में हैं।

उनके मुताबिक, राज्य में करीब 58,000 बूथ हैं और पार्टी हर बूथ पर कम से कम 10 कार्यकर्ताओं की नियुक्ति कर रही है। रेड्डी ने कहा कि हम बूथ स्तर पर काम करके अपनी पार्टी को मजबूत कर रहे हैं। इस तरह हम धन-बल के खिलाफ लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कर्नाटक में आप को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है क्योंकि लोग प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...