मंगलवार, 26 अप्रैल 2022

दुजाना हत्या के मामलें में अदालत में पेश हुआ

दुजाना हत्या के मामलें में अदालत में पेश हुआ
भानुप्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। वेस्ट यूपी का कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना हत्या के मांमले में मुजफ्फरनगर की एक अदालत में पेश हुआ। हत्या के मामले में आरोपी कुख्यात अनिल दुजाना के पेशी पर नहीं आने के कारण कोर्ट द्वारा उसकी संपत्ति कुर्क किए जाने के आदेश दिए गए थे।
मुजफ्फरनगर जनपद में छपार के खाद व्यापारी राजीव त्यागी की हत्या के मामले में आरोपी कुख्यात अनिल दुजाना के पेशी पर नहीं आने के कारण उसकी संपत्ति कुर्क किए जाने के आदेश दिए गए थे।
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-13 शक्ति सिंह ने ये आदेश जारी किए थे।
खाद विक्रेता की 2013 में सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने दुजाना और उसके साथियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया। प्रकरण की सुनवाई एडीजे-13 कर रहे हैं। आज अनिल दुजाना को कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में पेशी के बाद अनिल दुजाना को दिल्ली पुलिस कडी सुरक्षा में अपने साथ ले गई।

धर्म-संसद पर यूके सरकार को सुप्रीम फटकार

धर्म-संसद पर यूके सरकार को सुप्रीम फटकार
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। धर्म संसद के आयोजन को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार को फटकार लगाई है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड के चीफ सेक्रेटरी को हलफनामा दाखिल करने को कहा है। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि राज्य सरकार ये सुनिश्चित करे कि कोई भड़काऊ भाषण न दिए जाएं। साथ ही कोर्ट ने कहा कि और अगर ऐसा हुआ तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। 
बता दें कि अगली धर्म संसद उत्तराखंड के रुड़की में बुधवार को होनी है।धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। इससे पहले कई राज्यों में ऐसा हो चुका है। हिमाचल प्रदेश के ऊना, यूपी के हरिद्वार और दिल्ली में धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने का आरोप है।
राज्य दिशानिर्देशों का पालन करें
न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि ऐसी स्थितियों में क्या करने की जरूरत है, इस पर पहले से ही अदालती फैसले हैं और राज्य को केवल इसे लागू करने की जरूरत है। बेंच ने कहा, ‘आपको केवल पहले से मौजूद दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। क्या आप इसका पालन कर रहे हैं या नहीं, यही आपको हमें जवाब देना है। पीठ में न्यायमूर्ति अभय एस ओका और न्यायमूर्ति सीटी रविकुमार भी शामिल हैं।
‘इन गतिविधियों को रोकना होगा’
राज्य सरकार ने कहा कि उसने इसे रोकने के लिए कदम उठाए थे। और पहले भी इसी तरह की घटनाएं होने पर जांच की थी। जस्टिस खानविलकर ने वकील से कहा, ‘नहीं, जांच ही नहीं। आपको इन गतिविधियों को रोकना होगा। पीठ ने टिप्पणी की कि अगर कुछ होता है तो वह मुख्य सचिव को मौजूद रहने के लिए कहेगी। अदालत ने हिमाचल प्रदेश में आयोजित एक धर्म संसद के खिलाफ एक याचिका पर भी चर्चा की और राज्य के वकील से एक हलफनामे में यह बताने को कहा कि इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए है।
हिमाचल प्रदेश के वकील ने कहा कि राज्य ने यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस अधिनियम की धारा 64 के तहत एक नोटिस जारी किया है। जस्टिस खानविलकर ने कहा, “ये घटनाएं अचानक रातों रात नहीं होती हैं। इनकी घोषणा काफी पहले कर दी जाती है। स्थानीय पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि ये सुनिश्चित हो सके कि कोई अप्रिय घटना न हो। और क्या वे कदम उठाए गए हैं, आप उसे समझाएं।

कार्यक्रम के अंतर्गत बाल वाटिका का उद्घाटन

कार्यक्रम के अंतर्गत बाल वाटिका का उद्घाटन 

संदीप मिश्र 
बस्ती। मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय अमहरी गवर्नमेंट खंड शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत ओझा द्वारा शासन के निर्देश पर संचालित स्कूल रेडिनस कार्यक्रम के अंतर्गत बाल वाटिका का उद्घाटन किया गया। प्रधान अध्यापिका पूजा त्रिपाठी द्वारा मुख्य अतिथि इंद्रजीत ओझा को बुके देकर स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन का माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर एसआरजी आशीष श्रीवास्तव ए आर पी अनिल पांडे अविनाश शुक्ला उपस्थित रहे और आयोजित शिक्षक संकुल बैठक में पूनम सिंह, नेहा पांडे, अर्चना यादव, विशाल शुक्ला, अशोक ओझा, अतुल पांडे, पूनम मिश्रा, रेखा प्रजापति, विद्यावती देवी, मोहन, निशात फातमा उपस्थित रहे। अपने संबोधन में खंड शिक्षा अधिकारी ने कहा इस कार्यक्रम में 12 सप्ताह का गतिविधि कैलेंडर समस्त प्रधानाध्यापक को के लिए जानकारी प्रदान करा दी गई है। जिसका सफल संचालन नोडल शिक्षक के देखरेख में किया जाना है और इसकी मानिटरिंग एसआरजी ए आर पी जिला समन्वयक और उच्च अधिकारियों द्वारा की जाएगी।

डीएम ने कई विभागों का निरीक्षण किया

डीएम ने कई विभागों का निरीक्षण किया

संदीप मिश्र

बस्ती। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय का प्रातः 10.30 बजे आकस्मिक निरीक्षण किया, जिसमें 03 कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये। बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश शुक्ला अवकाश पर होने के कारण उपस्थित नही थे। उन्होने पूरे परिसर का निरीक्षण किया तथा साफ-सफाई पर संतोष व्यक्त किया।
निरीक्षण के दौरान ई.एम.आई.एस. के प्रभारी संजय कुमार श्रीवास्तव, सामुदायिक सहभागिता के जिला समन्वयक अभिनव त्रिपाठी तथा वरिष्ठ सहायक विमल कुमार त्रिपाठी अनुपस्थित पाये गये। उनका वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण प्राप्त करने के लिए जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है। निरीक्षण के समय जिला समन्वयक अमित कुुमार मिश्रा, सुनील कुमार, अभिषेक शुक्ला, संतोष कुमार, आशा त्रिपाठी एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित पाये गये।

मखाने का रायता बनाने की रेसिपी, जानिए

मखाने का रायता बनाने की रेसिपी, जानिए  

मो. रियाज 

मखाने का रायता सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होता बल्कि ये सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। गर्मियों का सीजन शुरू होते ही हर कोई दही को किसी न किसी रुप में अपनी डेली डाइट में शामिल कर लेता है। समर सीजन में दही शरीर को हेल्दी रखने में काफी मददगार होता है, वहीं मखाने के फायदों को कौन नहीं जानता है. अगर मखाने और दही का कॉम्बिनेशन एक ही रेसिपी में मिल जाए तो क्या कहना ? आज हम आपको ऐसे ही एक कॉम्बिनेशन मखाने के रायते को बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं। इस रेसिपी को बनाना काफी आसान है और ये डाइजेशन को भी दुरुस्त रखने में मदददगार होती है।

मखाने का रायता बनाने के लिए सामग्री...
दही – 1 कप
मखाने – 2 कप
रायता मसाला – 1 टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर – स्वादानुसार
चाट मसाला – 1/2 टी स्पून
गरम मसाला – 1/4 टी स्पून
देसी घी – 1 टी स्पून
हरा धनिया कटा – 1 टेबलस्पून
नमक – स्वादानुसार

मखाने का रायता बनाने की विधि...
मखाने का रायता बनाने के लिए सबसे पहले एक कड़ाही में घी डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। जब घी पिघल जाए तो उसमें मखाने डालकर भून लें। जब मखानों का रंग हल्का सुनहरा हो जाए तो गैस बंद कर दें और मखानों को एक प्लेट में निकालकर अलग रख दें। जब मखाने ठंडे हो जाएं तो उन्हें मिक्सर में डालकर दरदरा पीस लें‌। अब एक बर्तन लें और उसमें दही डालकर अच्छी तरह से फेंट लें।

जब दही को फेंट लें उसके बाद उसमें रायता मसाला, चाट मसाला, गरम मसाला, लाल मिर्च पाउडर और स्वादानुसार नमक (सेंधा नमक भी इस्तेमाल किया जा सकता है)। डालकर दही में चम्मच की मदद से मिक्स कर दें। अब दही के मिश्रण में दरदरे पिसे मखाने डाल दें और मिला दें। अगर बनने के बाद रायता गाढ़ा लग रहा है तो अपनी आवश्यकता के अनुसार उसमें पानी डाल दें। आपका स्वादिष्ट मखाने का रायता बनकर तैयार हो गया है। इसे हरा धनिया पत्ती डालकर गार्निश करें।

जाखड़ का समिति को जवाब नहीं देने का फैसला

जाखड़ का समिति को जवाब नहीं देने का फैसला 
अमित शर्मा  
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने अपने खिलाफ कार्रवाई पर फैसला करने के लिए कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक से पहले मंगलवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि जिनके पास अभी भी जमीर है, उन्हें दंडित किया जाएगा। कांग्रेस अनुशासन समिति ने 11 अप्रैल को जाखड़ को कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था और एक सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा था। हालांकि, जाखड़ ने समिति को जवाब नहीं देने का फैसला किया।जाखड़ ने एक ट्वीट में कहा, “आज, सर कलम होंगे उनके, जिनमें अभी जमीर बाकी है। (आज जमीर वालों का सिर कलम किया जाएगा)। (जावेद अख्तर साहब से माफी मांगता हूं)।” कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक मंगलवार को होने की संभावना है। जाखड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की थी और पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) से कांग्रेस की हार के बाद उन्हें पार्टी के लिए एक बोझ करार दिया था।
पूर्वी मंत्री राजकुमार वरका सहित कुछ पार्टी नेताओं ने जाखड़ पर एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में चन्नी और अनुसूचित जाति समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए उन पर कार्रवाई करने की मांग की थी। हालांकि, जाखड़ ने इन आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया था और उसका गलत मतलब निकाला गया था।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा था कि अगर कोई उनके बयान से आहत हुआ है तो वह इस पर खेद जताते हैं। जाखड़ ने इससे पहले तब खलबली मचा दी थी, जब उन्होंने पिछले साल अमरिंदर सिंह के अचानक हटने के बाद दावा किया था कि पंजाब के 42 विधायक उन्हें मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और केवल दो चन्नी के समर्थन में हैं। अमरिंदर के हटने के बाद जाखड़ मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे थे। हालांकि, उनके मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं तब कम हो गई थीं, जब पार्टी नेता अंबिका सोनी ने कहा था कि कांग्रेस को किसी सिख चेहरे के साथ जाना चाहिए।

केदारघाटी में श्रमिकों का हालचाल पूछा: सीएम

केदारघाटी में श्रमिकों का हालचाल पूछा: सीएम
पंकज कपूर
देहरादून। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ धाम में पूर्ण हो चुके सरस्वती आस्था पथ का निरीक्षण किया। निर्माणाधीन मंदाकिनी आस्था पथ को अति शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। केदारनाथ परिसर के आस-पास हो रहे पहाड़ी शैली में भवनों के निर्माण कार्यों की जानकारी ली।
मंदिर परिसर का भ्रमण करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदार घाटी के निर्माण में अहम योगदान दे रहे श्रमिकों का हालचाल जाना एवं उनकी हर समस्या को दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रमिकों से वार्ता कर निर्माण कार्यों में आ रही समस्याओं को जाना। एवं उनके अहम योगदान के लिये धन्यवाद किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंदिर परिसर के आसपास मुख्य मार्ग में अस्त-व्यस्त पड़े मलबे, निर्माणाधीन सामग्री को हटाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने बर्फ पिघलने के साथ ही निर्माण कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाने के निर्देश दिए।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा अनुसार प्रवेश द्वार बनाया जाएगा। साथ ही बरसात के दौरान यात्रियों की सुविधा अनुसार ड्रेनेज सिस्टम को विकसित किया जाएगा। श्री जावलकर ने बताया कि वर्तमान में केदारनाथ धाम के निर्माण हेतु करीब 700 श्रमिक कार्यरत हैं। उन्होंने बताया केदारघाटी में ब्रह्म कमल वाटर पार्क का निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ ट्रैक की जानकारी लेते हुए यात्रियों की सुविधा अनुसार विभिन्न जगहों पर ठहरने, पानी एवं बरसात के दौरान रैन सेटर के निर्माण कार्यों में गति लाने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री धामी ने मंदाकिनी एवं सरस्वती नदी के किनारे सुरक्षा दीवार के साथ रेलिंग के निर्माण कराए जाने की बात कही। साथ ही उन्होंने वासुकी ताल ट्रैक को विकसित किए जाने से संबंधित जानकारी लेते हुए इसमें शीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदार घाटी का निर्माण प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सपनों अनुसार किए जाने की बात कही।
इस दौरान विधायक शैला रानी रावत, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, उपजिलाधिकारी योगेंद्र सिंह, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...