शुक्रवार, 8 अप्रैल 2022
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युद्ध: रूस ने अपने भारी सैन्य नुकसान को स्वीकारा
युद्ध: रूस ने अपने भारी सैन्य नुकसान को स्वीकारा
सुनील श्रीवास्तव
मास्को। रूस-यूक्रेन युद्ध को अब 40 दिनों से अधिक का समय हो गया है। ऐसे में रूस ने पहली बार इस युद्ध में हुए अपने भारी सैन्य नुकसान को स्वीकारा है। रूसी सेना के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने एक मीडिया ब्रीफिंग में स्वीकार किया है कि इस युद्ध में रूस को काफी मात्रा में सैनिकों की जान गंवानी पड़ी है। हालांकि इस दौरान दिमित्री ने हताहत हुए सैनिकों की संख्या नहीं बताई हैै। इस दौरान दिमित्री ने यूक्रेन के बूचा में नरसंहार की घटना से इनकार किया है। ब्रिटेन के स्काई न्यूज को दिए गये इंटरव्यू में दिमित्री ने कहा कि मारे गये सैनिकों की संख्या हमारे लिए दुख का विषय है। हालांकि उन्होंने अपने मारे गये सैनिकों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। वहीं इससे पहले रूस ने मार्च में अपने 1,351 सैनिकों के मारे जाने की पुष्टी की थी और कुल 3,825 सैनिकों के घायल होने की पुष्टी की थी।
दिमित्री ने स्काई न्यूज से कहा कि हम इस बात से इनकार करते हैं कि रूसी सेना ने बूचा में ऐसा कोई काम किया है। उन्होंने आगे कहा कि मारे गए यूक्रेनी नागरिकों की तस्वीर रूस को बदनाम करने की एक पूर्व नियोजित साजिश हैं। हम इन तस्वीरों की वैधता से इनकार करते हैं।वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व की शीर्ष मानवाधिकार संस्था से रूस को गुरुवार को निलंबित कर दिया। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से रूस को निलंबित करने के लिए अमेरिका ने प्रस्ताव पेश किया था। 193 सदस्यीय महासभा (UNGA) में प्रस्ताव के पक्ष में 93 मत पड़े, जबकि भारत सहित 58 देश अनुपस्थित रहेे। ‘मानवाधिकार परिषद में रूसी संघ की सदस्यता के निलंबन अधिकार’ शीर्षक वाले प्रस्ताव के खिलाफ 24 मत पड़े थेे। ऐसे में प्रस्ताव पारित हो गया।बता दें कि रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन के बूचा शहर में की गई नागरिकों की हत्याओं की तस्वीरें एवं वीडियो सामने आने के बाद अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने 47 सदस्यीय मानवाधिकार परिषद से रूस को निलंबित करने का अभियान शुरू किया था। अब रूस को यूएनएचआरसी से बाहर कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि रूस दूसरा देश है, जिसकी यूएनएचआरसी सदस्यता छीन ली गई है। महासभा ने 2011 में लीबिया को परिषद से निलंबित कर दिया था।
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यूके पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा निकाली भर्ती
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पंकज कपूर
देहरादून। उत्तराखंड में नई सरकार के गठन के बाद कई विभागों में भर्तियां निकाली जा रही है। इसी क्रम में उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा लॉ ऑफिसर व एकाउंट्स ऑफिसर के अलावा विभिन्न पदों पर भर्ती निकाली है। अधिसूचना के अनुसार इस भर्ती के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट upcl.org पर जाकर 16 अप्रैल 2022 तक आवेदन कर सकते हैं।
अधिसूचना के अनुसार इस भर्ती के तहत इन पदों के लिए आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों की आयु 42 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। इस भर्ती के पदों में सीनियर इंडस्ट्रियल इंजीनियर के पद को छोड़कर अन्य पदों के लिए उम्मीदवार का चयन लिखित परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा और सीनियर इंडस्ट्रियल इंजीनियर के पद के लिए उम्मीदवार का चयन केवल इंटरव्यू के आधार पर होगा।मुंबई: एक्ट्रेस कपूर ने अपनी हॉट तस्वीरें शेयर की
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श्रीलंका के बाद भारत में सच सामने आएगा: गांधी
श्रीलंका के बाद भारत में सच सामने आएगा: गांधी
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को राजद नेता शरद यादव से मिलने दिल्ली स्थित उनके निवास पर पहुंचे। हाल ही में शरद यादव लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हुए हैं। इस मौके पर शरद यादव ने कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए, तभी कुछ बड़ा हो सकेगा। राहुल गांधी ने कहा कि बीते दो-तीन सालों से सच छिपाया जा रहा है, लेकिन धीरे-धीरे सच सामने आएगा। ऐसा ही श्रीलंका में हुआ, वहां सच सामने आया। भारत में भी सच सामने आएगा।
राजद नेता से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं शरद यादव के इस बयान से सहमत हूं कि देश में बुरे हाल हैं।
श्रीलंका की तरह भारत का भी सच जल्द सामने आने का दावा करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आप भारत की आर्थिक स्थिति और नौकरी की स्थिति की कल्पना नहीं कर सकते। आपने अपने जीवन में कभी नहीं देखा होगा। ये क्या हो रहा है। इस देश के रोजगार ढांचे की रीढ़ की हड्डी टूट चुकी है। लघु और मध्यम व्यवसाय, छोटे दुकानदार, अनौपचारिक क्षेत्र हमारी रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो तीन सालों से देश में मीडिया, संस्थान, भाजपा नेता व आरएसएस सच छिपा रहे हैं, लेकिन धीरे-धीरे वह सामने आएगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि अर्थशास्त्री और नौकरशाह दूसरे देशों को देखकर अपनी योजनाएं बनाते हैं। पीएम कहते हैं हमें उनके जैसा बनना है। ऐसा नहीं किया जा सकता। सबसे पहले, हमें यह महसूस करना होगा कि हम कौन हैं और यहां क्या हो रहा है। उन्होंने कमर तोड़ दी है, अगले 3-4 साल में भयानक परिणाम आएंगे।
जब शरद यादव से पूछा गया कि क्या राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए? उन्होंने प्रतिप्रश्न करते हुए कहा कि क्यों नहीं? यदि कोई कांग्रेस को 24 घंटे चला रहा है तो वह राहुल हैं। मैं सोचता हूं कि उन्हें पार्टी अध्यक्ष बनाया जाना चाहिए। उसके बाद ही कुछ बड़ा किया जा सकेगा। अध्यक्ष पद को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि हम इस पर विचार करेंगे।
2018 में नीतीश से नाराज होकर बनाई थी अलग पार्टी
जदयू से अलग होने के बाद शरद यादव ने अपनी अलग पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल बनाई, लेकिन उसे अपेक्षित कामयाबी नहीं मिली। इसे देखते हुए शरद यादव राजद में शामिल हो गए। शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का राष्ट्रीय जनता दल में 20 मार्च को बिना शर्त विलय किया गया था। कुछ दिन पहले ही दिल्ली में तेजस्वी यादव से शरद यादव ने मुलाकात की थी, जिस दौरान उन्होने इस बात के संकेत भी दिए थे। शरद यादव ने कहा था कि तेजस्वी यादव अब राजनीतिक विरासत संभालेंगे। शरद यादव ने 2018 में नीतीश कुमार से नाराज होकर अलग पार्टी बनाने वाले शरद यादव की अब लालू यादव के साथ दोस्ती शुरू हुई। इसके साथ ही उनकी 25 साल पुरानी राजनीतिक दुश्मनी भी खत्म हो गई।
विलय के मौके पर शरद यादव ने कहा था कि हमारी पार्टी का राजद में विलय विपक्षी एकता की दिशा में पहला कदम है। यह जरूरी है कि बीजेपी को हराने के लिए पूरे भारत में पूरा विपक्ष एकजुट हो जाए। अभी एकीकरण हमारी प्राथमिकता है, उसके बाद ही हम सोचेंगे कि एकजुट विपक्ष का नेतृत्व कौन करेगा।
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कोरोना की लहर ने भारत के लोगों की चिंता बढ़ाई
कोरोना की लहर ने भारत के लोगों की चिंता बढ़ाई
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामलों में लगातार भारी गिरावट आ रही है। कोरोना से लड़ाई में भारत डट कर खड़ा है। लेकिन चीन सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना की बढ़ती लहर ने भारत में भी लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच भारत सरकार ने सभी वयस्कों को बूस्टर डोज देने की तैयारी कर ली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को 10 अप्रैल के बाद बूस्टर डोज लगाई जाएगी। फिलहाल बूस्टर डोज केवल स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दिया जा रहा है।
बूस्टर डोज सभी प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटरों पर उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा पहले और दूसरे डोज के लिए सरकारी टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से चल रहे मुफ्त वैक्सीनेशन प्रोग्राम के साथ स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60+ आयु समूह के लिए बूस्टर डोज जारी रहेगा। साथ ही इसमें और तेजी लाई जाएगी। जानकारी के अनुसार 18+ आयु वर्ग के लोग प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स पर जाकर बूस्टर डोज लगवा सकेंगे। 18 साल से अधिक आयु के जिन्होंने दूसरा डोज ले लिया है और 9 महीने पूरे कर चुके हैं, वे बूस्टर डोज लगवा सकेंगे।
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