शनिवार, 2 अप्रैल 2022

अफ्रीका: कोरोना मृतकों की संख्या-1 लाख के पार

अफ्रीका: कोरोना मृतकों की संख्या-1 लाख के पार   

अखिलेश पांडेय                      
प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों की संख्या एक लाख को पार कर गयी है। लेकिन, वैज्ञानिकों द्वारा आगामी सर्दियों के मौसम में महामारी की पांचवीं लहर आने की चेतावनी दिए जाने के बावजूद सरकार लॉकडाउन संबंधी पांबदियों को जल्द समाप्त करने की तैयारी कर रही है।
दक्षिण अफ्रीका में संक्रामक रोगों के राष्ट्रीय संस्थान ने शुक्रवार को बताया कि महामारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर अब 1,00,020 हो गयी है।
उप राष्ट्रपति डेविड माबुजा ने दक्षिण अफ्रीकी संसद को बताया कि सरकार कोविड से जुड़ी तमाम पाबंदियां जल्द ही समाप्त करने की योजना बना रही है और देश में अनिवार्य रूप से कोविड-19 टीकाकरण नीति पेश करने की कोई योजना नहीं है।

दूसरी खुराक में कोवैक्सीन दिए जाने पर अच्छे नतीजे

दूसरी खुराक में कोवैक्सीन दिए जाने पर अच्छे नतीजे  

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के मामले में कोविशील्ड, कोवैक्सीन और दोनों के मिश्रण की खुराक ले चुके लोगों में एंटीबॉडी का स्तर छह महीने के बाद घटने लगता है। राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी), पुणे के एक अध्ययन से यह संकेत मिला है।
वैज्ञानिक डॉ. प्रज्ञा यादव ने कहा कि डेल्टा और अन्य चिंताजनक स्वरूप के मामले में पहली खुराक में कोविशील्ड और दूसरी खुराक में कोवैक्सीन दिए जाने पर अच्छे नतीजे मिले। अध्ययन के निष्कर्ष जर्नल ऑफ ट्रैवल मेडिसिन में प्रकाशित किए गए हैं।
अध्ययन के तहत तीन श्रेणियों में टीके के प्रभाव का आकलन किया गया और परीक्षण के तहत सभी लोगों की करीबी तौर पर निगरानी की गई।
अध्ययन से पता चला कि ओमीक्रोन के मामले में टीकाकरण उपरांत बनी प्रतिरोधी क्षमता छह महीने बाद कमजोर होने लगी। इससे टीकाकरण रणनीति में बदलाव करने की जरूरत पड़ सकती है।

डिप्टी सीएम ने अभिभावकों के साथ चर्चा की

डिप्टी सीएम ने अभिभावकों के साथ चर्चा की     

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। देशभर में ऐसे तो दिल्ली सरकार के एजुकेशन मॉडल की चर्चा होती रही है। सरकार और छात्र-छात्रों के अभिभावकों के बीच इसी मॉडल के तहत मेगा संवाद का कार्यक्रम रखा गया। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कार्यक्रम में अभिभावकों के साथ चर्चा की। वहीं दिल्ली के सभी स्कूलों में भी छात्रों और स्कूल प्रबंधन के बीच मेगा पैरेंट्स टीचर्स मीटिंग आयोजित की जा रही है।
कोरोना संकट के करीब दो साल के बाद दिल्ली में स्कूल एक बार फिर पूरी तरह से खुल रहे हैं। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार की मेगा पैरेंट्स मीटिंग का आयोजन किया। मीटिंग के दौरान डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने सरकार की शिक्षा नीति को लेकर अभिभावकों से संवाद किया। बता दें कि कोरोना के चलते तकरीबन 2 साल बाद स्कूल पूरी तरह से खुले हैं। जिसके बाद पेरेंट्स-टीचर मीटिंग आयोजित की गई।
इस दौरान शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूल में हर क्लास रूम का राउंड लगाया और वहां मौजूद बच्चों और उनके माता-पिता से बातचीत की। पेरेंट्स-टीचर मीटिंग के बारे में मनीष सिसोदिया ने कहा की ‘यह बहुत ज़रूरी था। उन्होंने कहा बच्चों के बीच जो लर्निंग गेप आया है उसको पैरेंट्स और टीचर्स दोनों को मिलकर भरना है।
सिसोदिया ने कहा कि ऑनलाइन का मॉडल बंद हो गया है। अब से ऑफलाइन ही पढ़ाई हो रही है। बच्चों के अंदर चाहे किसी भी लेवल का हो एक अवसाद आया है उस पर भी काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बच्चों को मेडिटेशन और माइंडफूलनेस सिखाएंगे और लर्निंग गैप पर काम किया जाएगा।
दिल्ली के एंड्रयूजगंज में स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय में ये मेगा इवेंट आयोजित किया गया। यहां छात्रों के पैरेंट्स के साथ डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने शिक्षा व्यवस्था को लेकर दिल्ली सरकार की तरफ से तैयार की गई नीतियों को लेकर जानकारी दी। साथ ही अभिभावकों से फीडबैक भी लिया ताकि सिस्टम को और बेहतर बनाया जा सके। वहीं यह कार्यकर्म शाम के शिफ्ट में लगने वाले स्कूलों में शाम 6 बजे होनी है।

दहेज हत्या के मामलें में आजीवन कारावास की सजा

दहेज हत्या के मामलें में आजीवन कारावास की सजा   

संदीप मिश्र             
बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की स्थानीय अदालत ने दहेज हत्या के एक मामलें में मृतक महिला के पति और उसके माता-पिता को आजीवन कारावास की सजा और 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
बुलंदशहर के अपर जिला सत्र न्यायाधीश 'फास्ट ट्रेक कोर्ट' ने अतिरिक्त दहेज न मिलने के कारण पत्नी की हत्या करने के 04 साल पुराने मामले में शुक्रवार को पति और सास ससुर को दहेज हत्या का दोषी करार देते हुए यह सजा सुनायी है। अभियोजन पक्ष की ओर से मामले की जानकारी देते हुए जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि बड़ागांव थाना के अरनिया गांव में 4 साल पहले स्थानीय निवासी सुभाष ने अतिरिक्त दहेज न मिलने के कारण अपने पिता रोहतास और मां सरोज देवी की मदद से अपनी 27 वर्षीय पत्नी शीतल की हत्या कर दी थी। थाने में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने पति उसके पिता और माता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर विवेचना के बाद न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया।
मुकदमे की अंतिम सुनवाई पर अपर जिला सत्र न्यायाधीश ने पुलिस की विवेचना रिपोर्ट को सही करार देते हुए इसे जघन्य अपराध की श्रेणी में चिन्हित कर आरोपियों काे दोषसिद्ध करार दिया। पुलिस की पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर अदालत ने अभियुक्त सुभाष उसके पिता रोहतास और माँ सरोज देवी को शादी के बाद अतिरिक्त दहेज न मिलने के कारण शीतल की हत्या का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनायी।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण     

1. अंक-176, (वर्ष-05)
2. रविवार, अप्रैल 3, 2022
3. शक-1984, चैत्र, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी सवंत-2078। 
4. सूर्योदय प्रातः 07:04, सूर्यास्त: 06:24।
5. न्‍यूनतम तापमान- 23 डी.सै., अधिकतम-38+ डी सै.। उत्तर भारत में बरसात की संभावना।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु, (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102
http://www.universalexpress.page/
www.universalexpress.in
email:universalexpress.editor@gmail.com
संपर्क सूत्र :- +919350302745 
           (सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 1 अप्रैल 2022

2 अप्रैल को 2 दिवसीय काशी यात्रा पर आएंंगे सीएम

अप्रैल को 2 दिवसीय काशी यात्रा पर आएंंगे सीएम            

संदीप मिश्र               

वाराणसी। लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनें योगी आदित्यनाथ, पहली बार दो दिवसीय काशी यात्रा पर 2 अप्रैल को आएंगे। सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे एवं अगले दिन नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की अगवानी करेंगे। प्रोटोकाल के मुताबिक मुख्यमंत्री शनिवार को शाम लगभग साढ़े पांच बजे के करीब पुलिस लाइन हेलीपैड पर उतरेंगे। इसके बाद कार से सीधे सर्किट हाउस आएंगे। रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन रविवार को सुबह बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचेंगे। नेपाल के पीएम की अगवानी करेंगे। नेपाल के पीएम का आगमन बाबतपुर एयरपोर्ट पर सुबह लगभग नौ बजे के करीब होगा। नई दिल्ली से वह यहां आ रहे हैं।

नेपाल के पीएम के साथ ही मुख्यमंत्री बाबतपुर एयरपोर्ट से वाया कार से सुबह लगभग दस बजे कालभैरव मंदिर पहुंचकर दर्शन पूजन करेंगे। इसके बाद श्रीकाशी विश्वनाथ धाम व नेपाली मंदिर यानी श्री समराजेश्वर पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में मत्था टेकेंगे। दर्शन-पूजन के बाद नेपाल के पीएम के साथ मुख्यमंत्री होटल ताज गंगेज आएंगे और लगभग दो घंटे यानी दोपहर 12 से दो बजे तक रहेंगे। इस दौरान होटल में नेपाल के पीएम के साथ बैठक, लंच निर्धारित है। इसके बाद नेपाल के पीएम व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार से बाबतपुर एयरपोर्ट जाएंगे। नेपाल के पीएम दोपहर तीन बजे नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे तो वहीं मुख्यमंत्री राजकीय हेलीकाप्टर से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय काशी यात्रा पर शनिवार को शाम यहां पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री बड़ी परियोजनाओं की प्रगति की जमीनी पड़ताल भी कर सकते हैं। चर्चा है कि मुख्यमंत्री फुलवरिया फोरलेन के फ्लाईओवर व खिड़किया घाट का निरीक्षण करेंगे। निरीक्षण की उम्मीद शनिवार को देरशाम जताई जा रही है क्योंकि अगले दिन मुख्यमंत्री नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ अधिक समय गुजारेंगे। मुख्यमंत्री की अधिकारियों के साथ बैठक निर्धारित नहीं है लेकिन तैयारी पूरी रखी गई है। इसके साथ ही सभी विभागाध्यक्षों ने अपने पटल के कर्मियों से प्रगति रिपोर्ट तलब किया है। वहीं, सभी को पूरी तरह अपडेट रहने को भी कहा है। जिलाधिकारी की ओर से तीस अप्रैल को ही सभी विभागों को निर्देशित कर दिया था कि आगामी दौरे में मुख्यमंत्री की ओर से कार्यालय की जांच की जा सकती है। इसलिए समय से कार्यालय आएं और साफ-सफाई का मुकम्मल इंतजाम रखें। पब्लिक की समस्याएं प्राथमिकता से सुनें, मौके पर निस्तारण करें।


गाजियाबाद एसएसपी का चार्ज, डीआईजी को सौंपा

गाजियाबाद एसएसपी का चार्ज, डीआईजी को सौंपा     

अश्वनी उपाध्याय               

गाज़ियाबाद। जिलें में बढ़ते अपराधों की स्थायी समस्या का अस्थाई समाधान करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद एसएसपी का चार्ज डीआईजी एलआर कुमार को सौंप दिया हैं। एल आर कुमार फिलहाल डीआईजी सतर्कता (लखनऊ) के पद पर भी कार्यरत हैं। पुलिस महानिरीक्षक, कानून एवं व्यवस्था संजीव गुप्ता ने आदेश जारी करते हुए एल आर कुमार को तत्काल पदभार संभालने का निर्देश दिया है।
डीआईजी सतर्कता लख़नऊ एल आर कुमार को अस्थायी रूप से गाजियाबाद जिले की कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण के लिए नियुक्त किया गया है। गाजियाबाद में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि अभी एलआर कुमार की तैनाती अस्थाई तौर पर हुई है। वहीं, दूसरी ओर आईजी प्रवीण कुमार ने गाजियाबाद का दौरा करेंगे, वे विभिन्‍न थानों पर निरीक्षण करेंगे। योगी सरकार के इस तरह के कदम से सरकार की मंशा साफ हो जाती है कि वो काम में लापरवाही और भ्रष्‍टाचार बिल्‍कुल बर्दाश्‍त नहीं करेगी।

विद्यालय के नए सत्र की शुरुआत, सुंदरकांड का पाठ

विद्यालय के नए सत्र की शुरुआत, सुंदरकांड का पाठ     

बृजेश केसरवानी        
प्रयागराज। रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर, प्रयागराज में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी संवत 2079 भारतीय नव वर्ष की पूर्व संध्या एवं विद्यालय के नए सत्र के प्रारंभ होने के अवसर पर सामूहिक संगीतमय सुंदरकांड का सस्वर पाठ किया गया। पाठ के प्रारंभ में विद्यालय के प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे ने विधिवत पूजन अर्चन किया तथा पूरे सत्र विद्यालय एवं पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं तथा अध्यापक- अध्यापिकाओ के प्रगति की कामना करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की। 
उसके तत्पश्चात विद्यालय के संगीताचार्य मनोज गुप्ता एवं समस्त अध्यापक तथा अध्यापिकाओ एवं छात्र छात्राओं ने मिलकर के संगीतमय सुंदरकांड का पाठ किया। सुंदरकांड की समाप्ति के पश्चात संगीताचार्य मनोज गुप्ता ने कई भजन भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर प्रधानाचार्य बांके बिहारी पांडे ने भारतीय नववर्ष के बारे में छात्र-छात्राओं एवं आए हुए अभिभावकों को इसकी विधिवत जानकारी देते हुए सब से आह्वान किया कि आप सभी भारतीय नववर्ष का स्वागत करें और आसपास में रहने वाले सभी परिवारों को प्रेरित भी करें, कि भारतीय नववर्ष का धूमधाम से स्वागत करें। पाठ का समापन आरती एवं सभी को प्रसाद देकर के किया गया। सुंदरकांड के पाठ का संयोजन आचार्य सत्यप्रकाश पांडे ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त अध्यापक एवं अध्यापिकाए उपस्थित रहे‌।

पार्टी नेता की अगुवाई में सम्पन्न हुईं मासिक बैठक

पार्टी नेता की अगुवाई में सम्पन्न हुईं मासिक बैठक     

सुशील केसरवानी         
कौशाम्बी। समर्थ किसान पार्टी की मासिक बैठक पार्टी के जिला कार्यालय मंझनपुर में पार्टी नेता अजय सोनी की अगुवाई में सम्पन्न हुई। इस दौरान बढ़ती महंगाई और जन समस्यायों को लेकर चर्चा हुई। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं से वार्ता करते हुए अजय सोनी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कुछ बड़े उद्योगपतियों को भारी आर्थिक फायदा पहुंचाने के नियत से आवश्यक वस्तुओं में महंगाई दर बढ़ाई जा रही है। आगे कहा कि डीजल, पेट्रोल और रसोई गैस के दामों में लगातार वृद्धि से महंगाई दर रोज बढ़ रही है और गरीबों का जीना हराम है। लोगों को दो जून के निवाले के लिए भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
जबकि देश के कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को भारी आर्थिक फायदा हो रहा है। इससे देश में अमीरों एवं गरीबों के बीच भारी अंतर पैदा हो रहा है। इसी के साथ अजय सोनी ने कहा कि बढ़ती महंगाई के लिए पूरी तरह से केंद्र सरकार जिम्मेदार है और इसका हिसाब आने वाले लोकसभा चुनाव में देश की जनता करेगी।
इसी के साथ बैठक में मौजूद पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रेमचन्द्र केसरवानी ने बताया कि ग्राम भीटी मजरा पूरब शरीरा में सिंचाई की नाली ध्वस्त हो गई है। जिसके चलते सैकड़ों बीघा जमीन असिंचित पड़ी है। इसी तरह ग्राम घोसरा एवं ग्राम भीटी मजरा पूरब शरीरा में काफी दिनों से बिजली की आपूर्ति ठप्प है और लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। 
आगे कहा कि इन समस्यायों के समाधान के लिए कई कई बार प्रशासन को लिखकर दिया गया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। इससे उक्त गांवों की तमाम जनता नाराज है। मासिक बैठक में तीरथ लाल मौर्य, संजीत सरोज, सुरजीत वर्मा, फूलचंद्र लोधी, परिहार लोधी, राजू कोटार्य आदि मौजूद रहे।

खुशियां, 1 अप्रैल को मनाया जाता है 'फूल्स डे'

खुशियां, 1 अप्रैल को मनाया जाता है 'फूल्स डे'        

सरस्वती उपाध्याय 
दुनिया भर में हर साल 1 अप्रैल को 'अप्रैल फूल्स डे' के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हंसी, चुटकुलों और खुशियों को समर्पित दिन के तौर पर मनाया जाता है। आमतौर पर इस दिन लोग एक-दूसरे की टांग खींचते हैं और शरारतें करते हैं। लोग अपने प्रियजनों या दोस्तों को सर्प्राइज करने के लिए तरह-तरह का आइडिया लगाते हैं और फिर आखिर में बताते हैं कि आप अप्रैल फूल बन चुके हैं, यह पूरा मामला नकली था। लेकिन क्या आप जानते हैं इस दिन की शुरुआत कैसे और क्यों हुई थी, आइए जानते हैं।
अप्रैल फूल डे का इतिहास...
1 अप्रैल को हम अप्रैल फूल के रूप में क्यों मनाते हैं, इसपर कई तरह की कहानियां बताई जाती हैं, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं है। इतिहासकारों के बीच कुछ सबसे प्रचलित कहानियों में से एक जूलियन कैलेंडर है। कुछ इतिहासकार बताते हैं कि अप्रैल फूल का इतिहास आज से करीब 440 साल पुराना है। जब 1582 में फ्रांस ने जूनियन कैलेंडर को छोड़कर ग्रेगोरियन कैलेंडर अपनाया था। जूलियन कैलेंडर में नया साल 1 अप्रैल को शुरू होता था। जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह 1 जनवरी हो गया। कहा जाता है कि कैलेंडर बदलने के बाद भी कई लोग 1 अप्रैल को ही नया साल मना रहे थे। उनका सेलिब्रेशन मार्च के अंतिम सप्ताह से ही शुरू होता और 1 अप्रैल तक चलता था। इसी से वे मजाक का पात्र बन गए और उन्हें अप्रैल फूल कहा जाने लगा।

2 अप्रैल से प्रारंभ होगा 'रमजान' का महीना

2 अप्रैल से प्रारंभ होगा 'रमजान' का महीना     

सरस्वती उपाध्याय                   
मुस्लिम कैलेंडर के नौवें महीने को रमजान कहा जाता है। रमजान का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए सबसे पाक महीना माना जाता है। इस महीने में खुदा की इबादत की जाती है और रोजा रखा जाता है। इस साल रमजान का महीना 2 अप्रैल, 2022 से शुरू होगा और 1 मई तक चलेगा। हालांकि, इस महीने की शुरुआत और समापन चांद की स्थिति पर निर्भर करता है। यदि 2 अप्रैल 2022,  शनिवार को चांद दिख जाता है, तो रविवार यानी 3 अप्रैल को पहला रोजा रखा जाएगा। 

ऐसे शुरू हुई रोजा रखने की परंपरा... 
रोजा का मतलब है उपवास‌। रमजान में रोजेदार (रोजा रखने वाले) सुबह सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक के बीच कुछ भी खाते-पीते नहीं है। इस दौरान उन्‍हें ध्‍यान रखना होता है कि उनके कारण किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। उनका मन शुद्ध रहे और वे ज्‍यादा से ज्‍यादा समय अल्‍लाह की इबादत में लगाएं।
इस्लाम में रोजा रखने की परंपरा दूसरी हिजरी में शुरू हुई है। माना जाता है कि जब मुहम्मद साहब मक्के से हिजरत (प्रवासन) कर मदीना पहुंचे तो उसके एक साल बाद मुसलमानों को रोजा रखने का हुक्म आया था। लिहाजा दूसरी हिजरी से रोजा रखने की परंपरा इस्लाम में शुरू हुई।

इन लोगों को होती है रोजा रखने से छूट...
इस्लाम धर्म के मुताबिक हर वयस्‍क व्‍यक्ति को रोजा रखना चाहिए। रोजा रखने की छूट केवल उन लोगों को है, जो बीमार हैं, किसी यात्रा पर हैं, प्रेग्‍नेंट महिलाएं, बच्‍चे और ऐसी महिलाएं जिनका मासिक धर्म चल रहा है। इन वयस्‍कों के जितने रोजे छूट जाते हैं, उन्‍हें उतने रोजे रमजान खत्‍म होने के बाद रखने होते हैं। वहीं, जो लोग बीमारी की स्थिति में भी रोजे रखते हैं, उन्‍हें जांच के लिए खून देने या फिर इंजेक्शन लगवाने की छूट होती है। हालांकि, रोजे के दौरान दवाई खाने की मनाही की गई है, ऐसे में उन्‍हीं लोगों को रोजा रखना चाहिए, जो सहरी और इफ्तार के समय दवा ले सकते हैं।

इसलिए खजूर खाकर खोलते हैं रोजा...
वहीं, रोजा आमतौर पर खजूर खाकर खोला जाता है। ऐसा माना जाता है कि खजूर पैगंबर हजरत मोहम्मद का पसंदीदा फल था। वे खजूर खाकर रोजा खोलते थे। इसलिए आज भी लोग खजूर खाकर रोजा खोलते हैं। इसके अलावा खजूर तुरंत एनर्जी देने वाला फल है। साथ ही बाद में खाई जाने वाली चीजों को डाइजेस्‍ट करने में भी मदद करता है। इसके साथ-साथ खजूर में ढेर सारा फाइबर और कई न्‍यूट्रिएंट्स होते हैं, जो हमारे शरीर को स्‍वस्‍थ रखने के लिए बहुत जरूरी होते हैं।

26,794 दिव्यांगजनों को पोर्टल पर पंजीकृत किया

26,794 दिव्यांगजनों को पोर्टल पर पंजीकृत किया    

इकबाल अंसारी            
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सभी दिव्यांगजनों को पेंशन से आच्छादित करने की परिकल्पना यथार्थ में बदल रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पूरे राज्य में आयोजित विशेष अभियान का प्रतिफल है कि इस अभियान के जरिए अब तक  26,794 दिव्यांगजनों को चिन्हित कर जांच के बाद उन्हें यूडीआईडी पोर्टल पर पंजीकृत किया गया। इसमें सर्वाधिक रांची के 5069, पाकुड़ के 5117 और हजारीबाग के 2635  दिव्यांगजन को विशेष अभियान के तहत शिविर में लाभांवित हुए। 
इस विशेष अभियान के दौरान अब तक दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने हेतु सबसे अधिक दिव्यांगजनों की जांच 5140  पाकुड़ में किए  गए। इसके बाद गुमला में 4563 और हजारीबाग में 3012  दिव्यांगजनों की जांच किया गया। 
साथ ही, शिविर के माध्यम से यूडीआईडी पोर्टल पर लम्बित आवेदनों के सत्यापन की संख्या 13807 एवं विभागीय मार्ग निर्देशिका के तहत जिला स्तर पर दिव्यांगता प्रमाण पत्र रखने वाले दिव्यांगजनों से  ऑफलाइन माध्यम से एकत्र आवेदनों की संख्या 95278 थी। 
राज्य सरकार द्वारा आयोजित आपके अधिकार - आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के जरिए 18699 दिव्यांग पेंशन के आवेदन निष्पादित किए गए। सबसे अधिक 2295 पलामू, देवघर के 2192 एवं गिरिडीह के 1486 आवेदन निष्पादित हुए। सर्वजन पेंशन योजना  लागू होने के बाद   स्वामी विवेकानंद निःशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना अंतर्गत  24162 दिव्यांग पेंशन स्वीकृत किया जा चुका है।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...