बुधवार, 9 मार्च 2022

'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के नाम 1 और उपलब्धि

'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के नाम 1 और उपलब्धि  

कविता गर्ग     
मुंबई। टीवी का सबसे पॉपुलर कॉमेडी और पारिवारिक शो 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' पिछले 13 सालों से भी ज्यादा समय से दर्शकों की सभी टेंशन को दूर कर उन्हें केवल हंसा रहा है और जल्द ही ये अपने 14 साल पूरे कर लेगा। वहीं अब शो के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। जिससे मेकर्स और शो के कलाकार फूले नहीं समा रहे। तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो ने अपने 3400 एपिसोड पूरे कर लिए हैं। यानि शो ने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। ये चाहने वालों का प्यार ही है जो लगातार इस शो को मिलता जा रहा है और यही कारण है कि पिछले 13 सालों से ये न केवल चल रहा है बल्कि टीआरपी में भी बना है। इसके किरदार और कलाकार घर घर में फेमस हो चुके हैं। और इन किरदारों ने बना ली है लोगों के दिलों में खास जगह।
पिछले 13 सालों में शो को कई कलाकार अलविदा कह चुके हैं। कुछ का निधन हो गया तो कुछ ने किन्ही और कारणों से शो को छोड़ने का फैसला किया। नेहा मेहता (अंजलि भाभी), भव्य गांधी (टप्पू), झील मेहता (सोनू), गुरचरण सिंह (सोढी), निधि भानुशाली (सोनू), मोनिका भदौरिया (बावरी) इस शो को छोड़ चुकी हैं तो वहीं डॉ. हाथी का किरदार निभाने वाले कवी कुमार आजाद और नट्टू काका यानि घनश्याम नायक का निधन हो चुका है।
4 साल से दयाबेन की वापसी का भी है इंतजार
पिछले 4 सालों से दयाबेन भी शो में नजर नहीं आ रही हैं| वो बेटी के पैदा होने से पहले ही लीव ले चुकी थीं लेकिन आज तक वो शो में वापस नहीं आई हैं| उनकी वापसी का इंतजार आज भी फैंस बेसब्री से कर रहे हैं।

एक्ट्रेस उर्फी ने अपना सेंसेशनल वीडियो शेयर किया

एक्ट्रेस उर्फी ने अपना सेंसेशनल वीडियो शेयर किया    

कविता गर्ग       
मुंंबई। बॉलीवुड बेबाक अंदाज और बोल्ड लुक्स से कहर बरपाने वाली उर्फी जावेद एक बार फिर अपने किलर एटीट्यूड से जलवे बिखेर रही हैं। फैंस उर्फी के नए लुक का इंतजार ही कर रहे थे और एक्ट्रेस ने अपना सेंसेशनल वीडियो शेयर करके उन्हें खुश कर दिया है। खास बात यह है कि नए वीडियो में उर्फी के लुक्स के साथ उनके सॉन्ग सेलेक्शन की भी खूब चर्चा हो रही है।उर्फी ने अपनी अदाओं से बिखेरा जलवा
फैशन डीवा उर्फी जावेद अपने नए वीडियो में बिना कुछ कहे और बिना कुछ डांस स्टेप्स किए ही अपनी अदाओं से जलवे बिखेर रही हैं। उर्फी ने अपना नया वीडियो ;अवारा हूं। ' गाने पर बनाया है। इस गाने पर उर्फी इस तरह से एक्सप्रेशंस दे रही हैं, जैसे वो किसी से कुछ कहना चाहती हैं और साथ ही नाराजगी भी जाहिर कर रही हैं। अब उर्फी इस वीडियो के जरिए किसे क्या मैसेज देना चाहती हैं ये तो वही बेहतर बता सकती हैं। लेकिन एक्ट्रेस का अंदाज देखकर हम तो यही कहेंगे कि उर्फी आप सच में छा गईं।
उर्फी ने इस बार अपने लुक के साथ ज्यादा एक्सपेरिमेंट तो नहीं किया है, लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी बोल्डनेस का जलवा बखूबी बिखेरा है।  वीडियो में उर्फी ब्रा स्टाइल ब्लैक कलर की रिवीलिंग क्रॉप टॉप में नजर आ रही हैं, जिसे उन्होंने ब्लैक शॉर्ट्स के साथ टीम अप किया है। एक्ट्रेस ने ब्लैक रिवीलिंग आउटफिट के साथ न्यूड मेकअप किया है। हाफ टाई ओपन हेयर लुक में उर्फी की खूबसूरती की जितनी तारीफ करें वो कम ही लगेगी।
फैंस उर्फी के इस वीडियो पर उनके लुक्स के साथ उनके सॉन्ग सेलेक्शन की भी खूब तारीफें कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- क्या सॉन्ग सेलेक्शन है यार। वहीं, उर्फी के लुक्स की भी फैंस तारीफें कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- गॉर्जियस, एक दूसरे यूजर ने लिखा-उफ्फ बेबी, वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा- हाय...। ब्लैक में तो और भी जहर लग रही हो।
वीडियो देखकर हम तो बस यही कहेंगे कि उर्फी जावेद आप जो भी करती है हमेशा छा जाती है।

ब्रिटेन की एक जेल में दिखा 'अदृश्य' शरीर का चेहरा

ब्रिटेन की एक जेल में दिखा 'अदृश्य' शरीर का चेहरा    

अखिलेश पांडेय      

रॉथरहैम। ब्रिटेन के रॉथरहैम स्थित एक जेल में भूतों को पकड़ने वाले और पति-पत्नी लिंजी और ली स्टीयर घूमने गए। दोनों प्रोजेक्ट रिवील घोस्ट ऑफ ब्रिटेन नाम की संस्था चलाती है। जो भूतों को लेकर जागरुकता फैलाते हैं। उन्होंने जेल के अंदर एक तस्वीर ली, जिसमें फोटो लेते समय कुछ नहीं दिख रहा था। लेकिन बाद में फोटो में एक चेहरा दिखाई दे रहा था।

ब्रिटिश अखबार द मिरर में छपी खबर के मुताबिक लिंजी और ली स्टीयर ने बताया कि दशकों से वो लोग भूतों के पीछे भाग रहे हैं, लेकिन आजतक ऐसी तस्वीर नहीं मिली। दोनों के पास 20 साल का एक्सपीरियंस है घोस्ट हंटिंग का। ये दोनों परालौकिक गतिविधियों को देखने, उनका अनुभव करने और उनकी रिकॉर्डिंग करने उन स्थानों पर जाते हैं, जहां आमतौर पर इंसान डर के मारे नहीं जाते।
प्रोजेक्ट रिवील घोस्ट ऑफ ब्रिटेन अपने हर भूतिया मिशन की डिटेल अपनी संस्था के फेसबुक पेज पर डालते हैं। कई बार लाइव शेयर करते हैं। लिंजी ने कहा कि मैं तो नई तस्वीर देखकर हैरान रह गई। यह बेहद स्पष्ट और अलग है। हमलोग प्राचीन स्कॉटिश इन्वेरेरी जेल घोस्ट हंटिंग के लिए गए थे। वहीं पर यह तस्वीर कैमरे में कैद हुई।
लिंजी ने बताया कि हमलोग अक्सर भूतों को देखने जाते हैं। कई बार आमना-सामना होता है, कई बार कुछ पता ही नहीं चलता। इन्वेरेरी जेल से लौटने के बाद जब हमने वहां की तस्वीरें देखनी शुरू की तो हैरान रह गए। जेल और कोर्टरूम की तस्वीरों में हमें कुछ विचित्र आकृतियां देखने को मिलीं। यहां पर एक मोम की मूर्ति के पीछे एक आकृति दिखाई दे रही है।
लिंजी ने बताया कि ली स्टीयर उस समय कैमरे और यंत्र तैनात कर रहे थे। लिंजी वीडियो बना रही थीं। और फोटो ले रही थीं। लेकिन लिंजी जब फोटो या वीडियो बना रही थीं, तब एक भी आकृति उन्हें नहीं दिख रही थी। लेकिन जब बाद में उन्होंने फोटो को अपनी संस्था के फेसबुक प्रोफाइल पर डाला और उसे चेक किया तो उसमें चेहरे जैसी आकृतियां दिख रही हैं। लिंजी और ली स्टीयर ने तस्वीर देखने के बाद दोबारा उस जगह पर जाकर जांच की, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। न ही उस जगह कोई डमी रखी थी। न ही कोई पुरानी मूर्ति। लिंजी ने बताया कि वह इंसान तो कतई नहीं था। लेकिन उसका रंग देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वह क्या था। वह काफी ज्यादा मात्रा में पारदर्शी था।
भूतों और आत्माओं पर अध्ययन करने के लिए 1882 में सोसाइटी फॉर फिजिकल रिसर्च बनाई गई थी। इस सोसाइटी की प्रेसीडेंट और इन्वेस्टिगेटर इलेनॉर सिडविक नाम की महिला थीं। इन्हें असली फीमेल घोस्टबस्टर कहा जाता था। अमेरिका में 1800 के अंत में भूतों पर काफी रिसर्च आर काम किया गया। लेकिन बाद में पता चला कि इसका मुख्य जांचकर्ता हैरी होडिनी एक फ्रॉड है। वैज्ञानिक तौर पर भूतों पर रिसर्च इसलिए मुश्किल हो जाता है क्योंकि हैरतअंगेज तरीके से इन्हें लेकर अजीब-गरीब और अप्रत्याशित घटनाएं होती हैं। जैसे- दरवाजों का खुद खुलना या बंद होना, चाभी का गायब हो जाना, किसी मृत रिश्तेदार का दिखना। सड़क पर परछाइयों का घूमना। आदि। सोशियोलॉजिस्ट डेनिस एंड मिशेल वासकुल ने साल 2016 में एक किताब लिखी. किताब का नाम था। इसमें कई लोगों के द्वारा भूतों के अनुभव पर कहानियां थीं।
इस किताब में यह बात सामने आई कि बहुत से लोग इस बात को लेकर पुख्ता नहीं थे कि उन्होंने सच में भूत ही देखा है। यह पैरानॉर्मल यानी परालौकिक प्रक्रिया हुई भी है या नहीं। क्योंकि जिस तरह की चीजें उन्होंने देखी वो परंपरागत भूत की इमेज से मिलती नहीं है। ज्यादातर लोगों ने कहा कि उन्होंने ऐसी चीजें और घटनाएं महसूस की हैं, जिन्हें परिभाषित करना मुश्किल हैं। ये रहस्यमयी हैं। डरावनी या शॉक देने वाली हैं। लेकिन इनमें भूतों की इमेज नहीं दिखी।
लोग अपने हिसाब से भूतों को नाम देते हैं, जैसे- पोल्टरजिस्ट्स  डरने वाला भूत, रेसीड्यूल हॉटिंग्स अवशिष्ट भूतिया, इंटेलिजेंट स्पिरिट्स बुद्धिमान आत्माएं और शैडो पीपुल यानी परछाइयों की तरह दिखने वाले लोग। इन नामों से ऐसा लगता है कि इंसानों ने भूतों की कई प्रजातियां बना दी हैं। जिनकी कोई तय संख्या नहीं है। ये अलग-अलग इंसान के हिसाब से बनती-बिगड़ती रहती हैं।
विज्ञान की भाषा में जब भूतों के बारे में सोचा जाता है तो सबसे पहले ये बात सामने आती है कि क्या ये वस्तु हैं या नहीं। यानी क्या ये ठोस पदार्थ के बीच में से निकल सकते हैं, बिना उन्हें बिगाड़े। या वो दरवाजों को खुद खोल या बंद कर सकते हैं। या एक कमरे से कोई चीज दूसरी जगह पर फेंक सकते हैं। इन चीजों को लेकर कई विवाद हैं। अगर तार्किक तौर पर फिजिक्स के फॉर्मूले से देखें तो सवाल उठता है कि अगर भूत इंसानी आत्माएं हैं तो वो कपड़ों में क्यों दिखती हैं। उनके हाथों में डंडे, टोपी और कपड़े क्यों रहते हैं।
जिन लोगों की हत्या हो जाती है, कई बार उनकी आत्माएं बदला लेने के लिए किसी को माध्यम बनाकर मामले की जांच करवाती हैं। हत्यारे की पहचान करवाती हैं। लेकिन ये सच है या नहीं। इसपर सवाल बने हुए हैं। क्योंकि भूतों को लेकर कोई तार्किक वजह नहीं है. भूतों को पकड़ने या मारने वाले यानी घोस्ट हंटर्स अलग-अलग तरीके अपनाते हैं। ताकि भूतों, आत्माओं की मौजूदगी का पता कर सके। ज्यादातर तरीके वैज्ञानिक होते हैं। भूतों को देखने और उनकी मौजूदगी जांचने के लिए अत्याधुनिक मशीनों का सहारा लिया जाता है।
इन मशीनों में सबसे ज्यादा प्रचलित हैं गीगर काउंटर्स, इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड डिटेक्टर्स, आयन डिटेक्टर्स, इंफ्रारेड कैमरा और सेंसिटिव माइक्रोफोन्स। लेकिन आजतक इनमें से किसी भी यंत्र में भूतों को सही से पकड़ा या देखा नहीं है।  सदियों से ऐसा माना जा रहा है कि आग की लपट भूतों की मौजूदगी में नीली हो जाती है। लेकिन सच तो ये नहीं है। घर की एलपीजी गैस में ज्यादातर नीली रोशनी निकलती है तो क्या सिलेंडर से भूत निकलते हैं या आपके किचन में भूत रहते हैं।
वर्तमान में वैज्ञानिकों का मानना है कि फिलहाल ऐसी कोई तकनीक है ही नहीं जिससे भूतों की मौजूदगी या उनके आकार, व्यवहार का पता किया जा सके। लेकिन सवाल ये भी उठता है कि अक्सर लोगों के फोटोग्राफ्स या वीडियो में पीछे से भागते, मुस्कुराते, झांकते, डरते भूत दिख जाते हैं। इनकी रिकॉर्डिंग्स हैं लोगों के पास और वैज्ञानिकों के पास भी। इनकी आवाजों की रिकॉर्डिंग्स भी लोगों के पास हैं। अगर भूत होते हैं तो वैज्ञानिकों को इनकी जांच करने के लिए पुख्ता सबूत की जरूरत है, जो फिलहाल नहीं है।

दिल्ली सरकार ने मंत्रालय में बड़ा फेरबदल किया

दिल्ली सरकार ने मंत्रालय में बड़ा फेरबदल किया     

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने मंत्रालय में बड़ा फेरबदल किया है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को महिला एवं बाल विकास विभाग की भी ज़िम्मेदारी दी गई है। इससे पहले पहले मंत्री राजेंद्र पाल गौतम  महिला एवं बाल विकास मंत्रालय संभाल रहे थे। आपको बता दें कि इससे पहले 23 फ़रवरी को पीडब्ल्यूडी विभाग सत्येंद्र जैन से लेकर मनीष सिसोदिया को सौंप दिया गया था। वहीं, दिल्ली होई कोर्ट ने सोमवार को शहर के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की भारतीय जनता पार्टी के नेता विजेंदर गुप्ता को मुकदमे की सुनवाई के दौरान कोई भी आपत्तिजनक ट्वीट करने से रोकने के लिए दाखिल अंतरिम आवेदन को खारिज कर दिया। गुप्ता ने दिल्ली परिवहन निगम द्वारा 1,000 लो फ्लोर बसों की खरीद में कथित अनियमितताओं के बयान दिए थे। न्यायमूर्ति आशा मेनन ने अंतरिम आदेश पारित किया और मुकदमे पर सुनवाई के लिए 12 जुलाई की तारीख तय की।

अदालत ने कहा कि सरकारी लेन-देन व कार्यों को लेकर किसी भी व्यक्ति को अपने विचार प्रस्तुत करने से नहीं रोका जाना चाहिए, जब तक कि ये राष्ट्रीय हितों पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले नहीं हों। न्यायमूर्ति आशा मेनन ने कहा कि इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि गहलोत और गुप्ता दोनों ही लोकप्रिय हस्ती हैं और दोनों ही विधानसभा के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में गुप्ता को रोके जाने का आदेश देना, उन्हें जनहित के मुद्दों को उठाने से रोकने के समान माना जाएगा। गहलोत ने अपनी लंबित दीवानी मानहानि के मुकदमे में अंतरिम आवेदन दाखिल किया था। उन्होंने मानहानि के मुकदमे में लो फ्लोर बसों की खरीद में अनियमितताओं से संबंधित कथित तौर पर सनसनीखेज बयान देने के लिए गुप्ता से पांच करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा है। मंत्री ने अपने खिलाफ सोशल मीडिया पर गुप्ता द्वारा दिए कथित मानहानिजनक बयान और साझा की गयी पोस्ट हटाने पर अंतरिम आदेश देने का अनुरोध किया था। खंडपीठ ने 28 अगस्त 2021 को एकल न्यायाधीश के उस आदेश में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था जिसमें गहलोत के खिलाफ सोशल मीडिया पर गुप्ता के कथित मानहानिजनक बयानों और पोस्ट्स को हटाने पर अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया गया था। 

स्कूली छात्र की चाकू मारकर हत्या, जांच शुरू की

स्कूली छात्र की चाकू मारकर हत्या, जांच शुरू की    

संदीप मिश्र     

प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के कंधई क्षेत्र में बुधवार सुबह एक स्कूली छात्र की चाकू मार कर हत्या कर दी गयी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इंटरमीडिएट के छात्र सागर सिंह की कंधई के कालूराम इंटर कालेज के पास चाकू मार कर हत्या कर दी गयी है। 

मृतक करमाही गांव का निवासी था और आज सवेरे कोचिंग के लिये घर से निकला था। पुलिस के अनुसार मृतक के परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नही दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है और मामले की जांच की जा रही है।

किसानों का हित, आंदोलन से सुरक्षित: टिकैत

 किसानों का हित, आंदोलन से सुरक्षित: टिकैत

संदीप मिश्र      

बुलंदशहर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों का हित, आंदोलन से भी सुरक्षित है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद किसान आंदोलनों की आगे की रणनीति निर्धारित की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के भाकियू अध्यक्ष मांगेराम त्यागी के आवास पर पहुंचने के बाद उनके बीमार भाई मुकेश त्यागी का हालचाल जाना। इस मौके पर आयोजित की गई पत्रकार वार्ता में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर सरकार एमएसपी के आधार पर किसानों के गेहूं की खरीद नहीं करती है तो जिलाधिकारी कार्यालय पर गेहूं की तौल की जाएगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम के दिन वह अपने घरों पर रहे और किसी भी तरह के विवाद में ना पड़े। 

प्रदेशों के भीतर किसी भी पार्टी की भले ही सरकार पर बने, लेकिन उसे किसानों को बिजली, स्वास्थ्य सेवाएं एवं उनके बच्चों को निशुल्क शिक्षा मुहैया कराने के बंदोबस्त करने चाहिए।उन्होंने डीजल एवं पेट्रोल के दामों की बढ़ोतरी को लेकर लगाई जा रही अटकलों के संबंध में कहा है कि अगर पेट्रोल एवं डीजल के दामों में बढ़ोतरी की जाती है तो इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा और उनके आर्थिक हालात बुरी तरह से प्रभावित होंगे। प्रेस वार्ता में डॉक्टर इरफान, मांगेराम त्यागी और सतीश त्यागी के अलावा अनेक लोग मौजूद रहे।

मैसेज फॉरवर्ड को लेकर कई अपडेट जारी: व्हाट्सएप

मैसेज फॉरवर्ड को लेकर कई अपडेट जारी: व्हाट्सएप   

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। व्हाट्सएप यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर करने के लिए लगातार नए-नए फीचर्स जोड़ता रहता है। अगर आप एक व्हाट्सएप यूजर हैं, तो इसके मैसेज फॉरवर्ड फीचर से परिचित होंगे। जल्द ही व्हाट्सएप इस फीचर को सीमित कर सकता है। जिसकी वजह से आप किसी मैसेज को एक ग्रुप से ज्यादा फॉर्वर्ड नहीं कर सकते हैं। फिलहाल, व्हाट्सएप इस फीचर को टेस्ट कर रहा है। अगर ऐप ये अपडेट जारी करता है, तो बहुत से यूजर्स के लिए व्हाट्सएप मैसेज फॉर्वर्ड करना मुश्किल हो सकता है। व्हाट्सएप इस कदम से 'फर्जी न्यूज' या 'गलत जानकारी' को फैलने से रोकने की कोशिश कर रहा है।

व्हाट्सएप ने इससे पहले भी मैसेज फॉरवर्ड को लेकर कई अपडेट जारी किए हैं। जिसके बाद यूजर्स एक वक्त में किसी मैसेज को सिर्फ 5 चैट को भी फॉर्वर्ड कर सकते हैं। साथ ही व्हाट्सएप ने किसी मैसेज के लगातार फॉर्वर्ड होने को भी सीमित कर दिया है। इससे पहले व्हाट्सएप ने फॉर्वर्ड किए गए मैसेज पर लेबल लगाना शुरू कर दिया है। ऐसा लगा रहा है कि व्हाट्सएप इस फीचर को एक्सपैंड करने की कोशिश कर रहा है। वाबीटेनफो के मुताबिक, व्हाट्सएप मैसेज फॉर्वर्ड को सिर्फ एक ग्रुप चैट तक सीमित करने की प्लानिंग कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, जब किसी मैसेज पर फॉर्वर्ड का लेबल लग जाता है, तो उसे एक वक्त में एक से ज्यादा ग्रुप में फॉर्वर्ड नहीं किया जा सकेगा। अगर आप एक ग्रुप से ज्यादा चैट में फॉर्वर्ड करना चाहते हैं, तो आपको मैसेज दोबारा सलेक्ट करना होगा और उसे वापस फॉर्वर्ड करना होगा।
आसान भाषा में समझें तो आप किसी एक मैसेज को एक बार में ही कई ग्रुप या चैट्स को फॉर्वर्ड नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा भी व्हाट्सएप कई नए फीचर जोड़ने वाला है। इन फीचर्स की मदद से यूजर्स का एक्सपीरियंस बेहतर होगा। हाल में आई रिपोर्ट्स की  व्हाट्सएप पर जल्द ही पोल फीचर भी जुड़ने वाला है, जिसकी मदद से यूजर्स वोटिंग कर सकेंगे। हालांकि, यह फीचर कब तक लॉन्च होंगे। इसकी जानकारी फिलहाल नहीं है।

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...