शनिवार, 19 फ़रवरी 2022

इंजीनियर ने गूगल में 232 कमियां निकाली, इनाम

इंजीनियर ने गूगल में 232 कमियां निकाली, इनाम   

मनोज सिंह ठाकुर           

इंदौर। इंदौर का रहने वाला एक इंजीनियर लड़का इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है। ऐसा इसलिए क्योंकि, इस इंजीनियर ने गूगल जैसे सर्च इंजन में 232 कमियां निकाली हैं। गूगल ने उसको इस काम के लिए 65 करोड़ रुपये का मोटा इनाम दिया है। अमन पांडे इंदौर के रहने वाले हैं। उन्होंने एनआईटी भोपाल से बीटेक में ग्रेजुएशन की थी। इसी के साथ वे मोबाइल ऐप डेवलपमेंट, जावा और प्रोडक्ट को डेवलप करने में एक्सपर्ट हैं। भारत के इस लड़के ने गूगल के एंड्रॉयड में 232 खामियां निकाली हैं।

ये कोई छोटी-मोटी बात नहीं है, गूगल हमेशा से अपनी सिक्योरिटी और तकनीकी सूविधाओं के लिए जाना जाता है। ऐसे में भारत के इस लड़के ने गूगल में 232 कमियां निकल कर मानों की गूगल को अपनी तरफ से फेल कर दिया है। अमन पांडे साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर और बी बॉक्स में बग्समिरोर के फाउंडर और सीईओ हैं। अमन 2019 से गूगल की कमियों को खोज रहे हैं और गूगल को रिपोर्ट भी कर रहे हैं।बता दें की वह अब तक 280 से ज्यादा गूगल की वैलिड कमियों को ढूंढ चुके हैं। गूगल ने अमन पांडे को पिछले साल यानी 2021 में अपने वल्नेरेबिलिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम में टॉप रिसर्चर घोषित करके 65 करोड़ रुपये का मोटा इनाम दिया है।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 22,270 नए मामलें

वहीं, देश में अब एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 2 लाख 53 हजार 739 हो गई है. वहीं, इस महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5 लाख 11 हजार 230 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक 4 करोड़ 20 लाख 37 हजार 536 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।

गला घोंटकर हत्या, पानी की टंकी में मिला शव

गला घोंटकर हत्या, पानी की टंकी में मिला शव      

दुष्यंत टीकम      

रायपुर। तिल्दा इलाके में एक महिला की गला घोंटकर हत्या के बाद शव को सूने में फेंक दिया। वारदात के बाद हत्यारे मौके से फरार हो गए। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश ले रही है। तिल्दा पुलिस जल्द मामले का खुलासा करेगी। सुबह कुंती बाई साहू उम्र 50 वर्ष का शव पानी टंकी में मिला था। मृतका खपरीकला गांव की रहने वाली थी। महिला राइस मिल में हमाली का काम करती थी। हत्या के बाद गले में ही गमछा छोड़कर हत्यारे निकले हैं।

पुलिस के मुताबिक- 50 से 55 वर्षीय खपरी कला निवासी कुंती बाई साहू नाम की महिला का शव सिनोधा गांव के नर्सरी की पानी टंकी में मिला है। मृतिका सुरेश राइस मिल में काम करती थी। वह अकेले रहती थी। जिस जगह इसका शव मिला है उसी इलाके से वह आना जाना करती थी। मृतिका कुंती का पीएम कराया गया है। उसकी गला दबाकर हत्या की गई है। हत्या का केस दर्ज कर जांच कर रहे हैं। इस मामले में अभी कोई क्लू नहीं मिल पाया है।

'सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट' परियोजना को रोकने की मांग

'सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट' परियोजना को रोकने की मांग   

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। सनावद नगर का सत्तर फीसदी गंदा पानी गंदे नालों के माध्यम से जीवनदायिनी नर्मदा नदी में मिल रहा है। 6 साल पहले संरक्षित नर्मदा जल के लिए प्रस्तावित सनावद सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट परियोजना का 2018 में शिलान्यास तो हुआ, लेकिन विगत 4 सालों में कागजी प्रक्रिया में रहते उस पर मैदानी काम प्रारंभ नहीं हो सका है। जहां जानकारी में जल्द ही सीवेज के पानी को साफ करने की प्रक्रिया में (वेट वेल एवं प्रायमरी ट्रीटमेंट यूनिट आदि) निर्माण के लिए भूमि पूजन की तैयारी की जा रही है। वही खबर है, इस बार मंडी बोर्ड की भुमि पर बिना सक्षम अनुमति ट्रीटमेंट प्लांट का कार्य भारतीय किसान संघ के विरोध पर है। जो योजना निर्माण की एक बार फिर असमंजसता को लेकर है।

फिलहाल कृषि मंडी बोर्ड एंव नगरपालिका का पक्ष सामने नहीं आया है। दरअसल, भारतीय किसान संघ द्वारा तहसीलदार शिवराम कनाशे एवं नायब तहसीलदार कृष्णा पटेल को एक ज्ञापन दिया गया है। जिसमें कृषि उपज मंडी की भूमि पर सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट कार्य को रोकने की मांग की गई है। ज्ञापन अनुसार कृषि उपज मंडी सनावद के खरगोन रोड स्थित मंडी प्रांगण में नगर पालिका द्वारा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट नल-जल योजना का निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है। जो कृषि उपज मंडी समिति सनावद एवं कृषि विपणन बोर्ड की बिना अनुमति के हो रहा है। सीजन में जगह कम होने होने से अधिक संख्या में वाहन और बैलगाड़ी आने पर किसानों को अपने वाहन लगाने एवं उपज मंडी में लाने में परेशानी होगी। वही पटवारी हल्का नंबर 42 में कई शासकीय भूमि है वहां पर भी ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा सकता है।

इस तरह बिना अनुमति के मंडी प्रांगण में शुरू होने वाले नल जल योजना के काम को रोके जाने की मांग की गई है। ऐसा ना होने पर भारतीय किसान संघ को विरोध मे आंदोलन करना पड़ेगा। संघ के रेवाराम भायड़िया अनुसार जब किसानों के लिए उक्त भूमि दी गई है। तो कृषि विपणन बोर्ड से इस बात की स्वीकृति लेना चाहिए थी। लेकिन, नगर पालिका द्वारा ऐसा नहीं करते हुए भूमि पूजन की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में जिलाधीश से मिलकर भी उन्हें किसानों की समस्या से अवगत कराया जाएगा। इस दौरान केवल राम चौधरी, जबर सिंह पवार, हरनाम सिंह, नाना जी बिरला, जितेंद्र किराड़े सहित किसान भी मौजूद थे।

चुनाव: अखिलेश को घेरने की कोशिशों में भाजपा

चुनाव: अखिलेश को घेरने की कोशिशों में भाजपा    

संदीप मिश्र      
इटावा। समाजवादी पार्टी के मजबूत किले के तौर पर माने जाने वाले मैनपुरी के करहल में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को घेरने की कोशिशों मेंं भारतीय जनता पार्टी जोर-शोर से लगी है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अपने पिता मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक गुरु नत्थू सिंह यादव की सीट से पहली दफा विधानसभा चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव की मजबूत घेराबंदी भाजपा की सपा के खिलाफ मनोवैज्ञानिक बढ़त लेने की रणनीति का एक अहम हिस्सा हो सकता है। 20 फरवरी को तीसरे चरण के मतदान में इस सीट का फैसला मतदाता करेंगे। यादव लैंड में अखिलेश के चुनावी रण में उतरने के ऐलान के साथ माना जा रहा था कि भाजपा इस सीट पर औपचारिकता निभाने के लिये कमजोर प्रत्याशी उतार कर सपा अध्यक्ष को आसान जीत का मौका दे देगी। 
मगर कयासों के विपरीत भाजपा ने जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुये अपने कद्दावर केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल को टिकट थमा कर आक्रामक रवैये का संकेत दे दिया था। इतना ही नहीं करहल में राजनीति के चाणक्य कहे जाने गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ समेत अन्य नेताओं ने ताबड़तोड़ जनसभा कर सपा मुखिया को करहल में प्रचार करने के लिये लौटने पर विवश किया। जानकारों के मुताबिक इस सीट का मिजाज ऐसा नहीं माना जा है, कि सपा के मुकाबले भाजपा को कामयाबी मिलती दिख रही हो मगर भाजपा की आक्रामक नीति के चलते अखिलेश के लिये वोट मांगने उनके पिता एवं पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव को करहल की धरती पर उतरना पड़ा। यहां दिलचस्प है कि करहल के जरिये देश के प्रतिष्ठित यादव परिवार को अपनी एकता दिखाने का भी अवसर मिला जो भाजपा की पेशानी में बल डालने वाला हो सकता है। राजनीति से विरत रहकर खेती किसानी में मन लगाने वाले अखिलेश के चाचा अभय राम यादव, पीएसपीएल के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव,सपा के प्रमुख राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव के अलावा भाई धर्मेंद्र यादव और तेज प्रताप यादव समेत सैकड़ो प्रमुख लोग अखिलेश के लिए एक मंच पर खड़े नजर आये। परिवार का हर सदस्य चाहता है कि अखिलेश रिकॉर्ड मतों से करहल विधानसभा सीट से जीत करके पहली दफा विधानसभा में पहुंचे लेकिन भाजपा की मजबूत घेराबंदी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चुनाव प्रचार के आख़िरी दिन खुद मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ भाजपा उम्मीदवार एसपी सिंह बघेल के लिए वोट मांगने उतरे और मुलायम परिवार पर गंभीर आरोप लगाकर अखिलेश को घेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल पर हुए कथित हमले के बाद भाजपा के तेवर और तल्ख हुये है। 
मगर सपा के नेता मानते हैं कि एसपी सिंह बघेल ने खुद पर हमला करवा कर सपा को बदनाम करने और जनता से सहानुभूति लेने की कोशिश की है। जब बघेल को केंद्रीय स्तर की सुरक्षा मिली हुई है तो आखिरकार ऐसे में उनके ऊपर हमला कैसे संभव है। करहल में यादव मतदाताओं की बहुतयात होने के बावजूद बघेल को जातीय समीकरण के आधार पर अपनी जीत का पूरा भरोसा है। उनका कहना है कि करहल विधानसभा सीट का जातीय समीकरण ऐसा है। जिसके आधार पर उनकी जीत को कोई नही रोक रहा है। योगी को यकीन है कि करहल से अखिलेश यादव किसी भी सूरत में नहीं जीत सकते हैं।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तो कह दिया कि करहल सीट से हारने के बाद अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी समाप्त पार्टी में तब्दील हो जाएगी। अमित शाह समाजवादियों को अपराधियों का संरक्षक और अपराधियों का मददगार बता कर के अखिलेश यादव को घेरने की बात कह कर के एसपी सिंह बघेल के लिए वोट मांगते हुए दिखाई दिए हैं। इस सीट पर सबसे ज्यादा असर तो अखिलेश यादव के चाचा पीएसपीएल के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव के उनको अपना नेता मान करके उत्तर प्रदेश का एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाने की बात से पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। शिवपाल के समर्थक कभी अखिलेश से नाराज हुआ करते थे, वह आज की तारीख में समाजवादी झंडा उठाकर के अखिलेश की बड़ी जीत के लिए तत्पर हो गए हैं। प्रो.रामगोपाल यादव मतदान से पहले से अखिलेश यादव की जीत को सुनश्चिति करते हुए बताते हैं कि पता नहीं क्या सोच कर के भाजपा के सभी नेता करहल विधानसभा सीट पर राजनीति कर रहे हैं।

इस सीट से अखिलेश की रिकॉर्ड मतों से जीत होगी जो 10 मार्च को नतीजे के तौर पर हर किसी को दिखाई देगी। करहल विधानसभा क्षेत्र मुलायम के राजनीतिक गुरु चौधरी नत्थू सिंह यादव का गृह क्षेत्र है। नत्थू सिंह ने 1967 में जसवंतनगर की विधानसभा सीट मुुलायम सिंह यादव को सौंप दी थी। पहली बार मुलायम सिंह यादव यहीं से विधानसभा पहुंचे। राजनीतिक विश्लेषक उदयभान सिंह यादव ने कहा कि इटावा से मैनपुरी तक समाजवादियों का गढ़ माना जाता है । इलाके में मुलायम सिंह के परिवार की गहरी पैठ दिखती है और बीजेपी का कोई नामलेवा नजर नहीं आता। करहल में कुल तीन लाख 71 हजार वोट है जिनमे यादव एक लाख 44 हज़ार, शाक्य 35 हजार, क्षत्रिय 25 हजार, लोधी 11 हजार, मुस्लिम 14 हजार, ब्राह्मण 14 हजार, जाटव 34 हजार है। करहल सीट सपा के गठन से ही उसका गढ़ रही है। तीन दशक से पार्टी का सीट पर कब्जा है। यहां 38 फीसदी यादव हैं। करहल विधानसभा में साल 2017 में कुल 49.57 फीसदी वोट पड़े थे। सपा के सोबरन सिंह यादव को यहां 1 लाख 4 हजार 221 वोट मिले थे। वहीं बीजेपी की रमा शाक्य को 65 हजार 816 लोगों ने मतदान किया था। तीसरे नंबर पर बीएसपी के दलवीर रहे, जन्हिें 29 हजार 676 वोट मिले।

'पीएम' मोदी ने 100 किसान ड्रोन का उद्घाटन किया

'पीएम' मोदी ने 100 किसान ड्रोन का उद्घाटन किया    

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसानों की मदद करने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान के तहत भारत के विभिन्न शहरों और कस्बों में खेतों में कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए 100 किसान ड्रोन का उद्घाटन किया। उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पहले ड्रोन के नाम से लगता था कि यह सेना से जुड़ी कोई व्यवस्था है या दुश्मनों से मुकाबला करने के उपयोग में काम आने वाली चीजें हैं। 

लेकिन अब यह 21वीं सदी की आधुनिक कृषि व्यवस्था की दिशा में एक नया अध्याय है। मुझे विश्वास है कि यह शुरुआत न केवल ड्रोन सेक्टर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। पीएम ने आगे कहा, ‘मुझे बताया गया है कि गरुड़ एयरोस्पेस ने अगले 2 सालों में 1 लाख मेड इन इंडिया ड्रोन बनाने का लक्ष्य रखा है। इससे युवाओं के लिए नए रोजगार और नए अवसर पैदा होंगे।

रूस: टिक-टॉक ने 'समाचार एजेंसी' को ब्लॉक किया

रूस: टिक-टॉक ने 'समाचार एजेंसी' को ब्लॉक किया   

अखिलेश पांडेय     

मॉस्को। टिक-टॉक एप ने रूस की सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अकाउंट को ब्लॉक कर दिया है। इससे पहले टिक-टॉक ने रूस की डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक डेनिस पुशिलिन पार्टी प्रमुख के वीडियो को डिलीट कर दिया था। सोशल नेटवर्क ने पुशिलिन के उस वीडियो को डिलीट कर दिया, जिसमें डोनबास में तनाव बढ़ने पर रूस के रोस्तोव क्षेत्र से डीपीआर नागरिकों को निकालने की आवश्यकता के बारे में बात कही गयी थी। इस वीडियो को 12 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा था।

इसके तुरंत बाद, आरआईए नोवोस्ती के खाते को नेटवर्किंग साइट के नियमों के उल्लंघन के आरोप में बंद कर दिया गया, हालांकि टिक-टॉक की ओर से यह नहीं बताया गया कि आरआईए ने किन नियमों का उल्लंघन किया है। आरआईए का टिक-टॉक अकाउंट अभी भी उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है, लेकिन समाचार एजेंसी अब वहां वीडियो पोस्ट नहीं कर सकती है। आरआईए नोवोस्ती इस तरह के कदम को अस्वीकार्य मानती है और इसके खिलाफ अपील करेगी।

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...