बुधवार, 15 सितंबर 2021

सिद्धार्थ ने फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी की

कविता गर्ग         

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा ने फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी कर ली है। सिद्धार्थ मल्होत्रा ने आरएसवीपी और गिल्टी बाय एसोसिएशन मीडिया की आने वाली जासूसी थ्रिलर फिल्म मिशन मजनू की शूटिंग पूरी कर ली है। सिद्धार्थ मल्होत्रा इस फिल्म में ​​​एक रॉ एजेंट की भूमिका निभाएंगे, जो पाकिस्तानी धरती पर भारत के गुप्त ऑपरेशन का नेतृत्व करते हैं।

फिल्म निर्माता अमर बुटाला ने कहा, "इस चुनौतीपूर्ण समय में शूटिंग करने के बावजूद, हमें बेहद खुशी है कि हमने सिद्धार्थ के हिस्से की शूटिंग अपने निर्धारित समय में पूरी की है। सिड के साथ काम करके बेहद खुशी हुई है और उन्होंने इस फिल्म को अपने तरीके से बेहद खास बना दिया है।"

गौरतलब है कि रॉनी स्क्रूवाला, अमर बुटाला और गरिमा मेहता (गिल्टी बाय एसोसिएशन मीडिया) द्वारा निर्मित फिल्म मिशन मजनू को, परवेज़ शेख, असीम अरोरा, और सुमित बठेजा ने लिखा है। शांतनु बागची निर्देशित इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और रश्मिका मंदाना ,शारिब हाशमी और कुमुद मिश्रा नजर आएंगे।

यूके: पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की

पंकज कपूर     
देहरादून। मौसम विभाग ने 15 सितंबर को कुमाऊं मंडल के अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की है। जिसमें नैनीताल, बागेश्वर व पिथौरागढ़ ,बागेश्वर जनपदों में कहीं कहीं तीव्र बौछार व भारी बारिश हो सकती है। 16 को पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तीव्र बौछार, भारी बारिश हो सकती है। 17 सितंबर को कुमाऊं एवं गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। जिनमें पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं तीव्र बौछार व भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा।

गांव सादी खुर्द का नाम बदलकर शाचीपुरम को मंजूरी

हरिओम उपाध्याय       
लखनऊ। केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में वाराणसी के पास जौनपुर जिले में गांव सादी खुर्द का नाम बदलकर शाचीपुरम करने को मंजूरी दे दी है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि उन्नाव के पास सादा परगना हसनगंज का नाम दामोदर नगर और मुरादाबाद के पास ग्राम सरकड़ा खास का नाम बदलकर सारका बिश्नोई करने के यूपी सरकार के दो और प्रस्ताव विचाराधीन हैं।

नाम बदलने का इस साल मार्च-अप्रैल में प्रस्ताव दिया गया था। 2022 के चुनावों से पहले, योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार और अधिक नाम बदलने का अनुरोध केंद्र से कर सकती है। यूपी सरकार के विचाराधीन प्रस्तावों में फिरोजाबाद जिले का नाम चंद्र नगर, संभल का नाम पृथ्वीराज नगर या कल्कि नगर, देवबंद का नाम देववरंद और सुल्तानपुर का नाम कुशभवनपुर रखना है। यूपी सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि प्रस्ताव को पहले राज्य सरकार द्वारा जांचा जाएगा और फिर अंतिम मंजूरी के लिए केंद्र को सिफारिश की जाएगी।

यूपी के अलावा, गृह मंत्रालय ने सतारा में न्हवी बीके का नाम बदलकर जयपुर करने के महाराष्ट्र सरकार के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा है। "इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी), भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण (जीएसआई), डाक विभाग और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की फील्ड इकाइयों से रिपोर्ट मांगने के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी किया गया था।"

मंत्रालय ने पहले ब्रिटिश युग के रेलवे स्टेशन रॉबर्ट्सगैंग का नाम सोनभद्र, मथुरा के पास फराह टाउन रेलवे स्टेशन, इलाहाबाद शहर को प्रयागराज और प्रतिष्ठित मुगलसराय जंक्शन का नाम भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) के नाम पर रखने को मंजूरी दी थी।

राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया

पंकज कपूर      
देहरादून। उत्तराखंड के नवनियुक्त राज्यपाल के शपथ ग्रहण को लेकर बुधवार को राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। जहाँ लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) गुरमीत सिंह ने राज्यपाल पद की शपथ ली। उच्च न्यायालय नैनीताल के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान ने नवनियुक्त राज्यपाल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कई कैबिनेट मंत्री समेत शासन के आला अधिकारी और सेना से जुड़े तमाम अधिकारी भी मौजूद रहे।
आपको बता दें कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के इस्तीफे के बाद लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया है। उन्हें चीन मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है और करीब चार दशकों तक सैन्य सेवा के बाद फरवरी 2016 में सेवा निर्मित हुए गुरमीत सिंह ने बुधवार को राज्यपाल पद की शपथ ली। राज्य गठन के बाद बतौर 8वे राज्यपाल के रूप में गुरमीत सिंह ने शपथ ली।

बढ़ती हुई धार्मिक कट्टरता के प्रति चिंता जाहिर की

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने समाज में बढ़ती हुई धार्मिक कट्टरता के प्रति जो चिंता जाहिर की है।  वो एक तरह से तमाम राजनीतिक दलों के लिए ये संदेश है कि वे देश की राजनीति को किस तरफ ले जा रहे हैं। लिहाज़ा ये नसीहत देने के लिए उन्हें स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक व सबसे चर्चित भाषण का सहारा लेना पड़ा।
आमतौर पर न्यायाधीश अपने कोर्टरूम से बाहर सार्वजनिक रूप से अपने विचार व्यक्त करने से बचते हैं लेकिन चीफ जस्टिस रमन्ना की तारीफ इसलिये की जानी चाहिए कि उन्होंने समाज के ऐसे ज्वलंत मुद्दे पर मुखरता से अपनी बात कही है जो सांप्रदायिकता एक सभ्य समाज के लिए आज नासूर बनती जा रही है।
दरअसल,रमन्ना ने रविवार को हैदराबाद के विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन एक्सीलेंस के 22वें स्थापना दिवस समारोह को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए ये चिंता जाहिर की है। महान दार्शनिक स्वामी विवेकानंद के 128 साल पहले शिकागो की धर्म-संसद में दिए गए ऐतिहासिक भाषण को याद करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब आज धार्मिक कट्टरवाद उफान पर है। स्वामी विवेकानंद के पुनरुत्थानशील भारत के सपने को सामान्य भलाई और सहिष्णुता के सिद्धांतों तथा धर्म को अंधविश्वासों व कट्टरता से ऊपर रखकर ही प्राप्त किया जा सकता है।
दर्शन का विज्ञान कहता है कि एक महान दार्शनिक भले ही एक अच्छा भविष्यवक्ता न हो लेकिन वह आने वाले समय में होने वाली बड़ी घटनाओं का अहसास पहले ही कर लेता है।  विवेकानंद की गिनती भी संसार के ऐसे महान दार्शनिकों में होती है जिन्हें 54 वर्ष पहले यानी 1893 में ही ये आभास हो गया था कि एक दिन धर्म व साम्प्रदायिकता के आधार पर भारत का भी विभाजन हो सकता है। साथ ही उनके विदा होने के बाद 1947 में वही हुआ भी। शायद इसीलिये धर्म संसद में दिए गए अपने भाषण में उन्होंने भविष्य के ऐसे खतरों का उल्लेख किया था।
प्रधान न्यायाधीश ने अपने भाषण में कहा कि “उस समय विवेकानंद ने अपने संबोधन में समाज में निरर्थक सांप्रदायिक मतभेदों से देश व सभ्यता को होने वाले खतरे का विश्लेषण किया था। साथ ही भारत के समतावादी संविधान के निर्माण का कारण बने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुए सांप्रदायिक संघर्ष से बहुत पहले ही उन्होंने धर्मनिरपेक्षता की ऐसी वकालत की थी मानो उन्हें आने वाले समय का पूर्वाभास हो चुका था। विवेकानंद द्वारा की गई धर्म की व्याख्या का जिक्र करते हुए रमन्ना ने कहा- विवेकानंद का दृढ़ विश्वास था कि धर्म का असली सार भलाई और सहिष्णुता में है। धर्म को अंधविश्वास और कट्टरता से ऊपर होना चाहिए। सामान्य भलाई और सहिष्णुता के सिद्धांतों के माध्यम से दोबारा उठ खड़े होने वाले भारत के निर्माण का सपना पूरा करना है तो हमें आज के युवाओं के अंदर स्वामी जी के आदर्शों को स्थापित करने का काम करना चाहिए।
अमेरिका के शिकागो में दिए गए विवेकानंद के उस भाषण ने ही सम्पूर्ण विश्व को भारत के वेद दर्शन को समझने की लालसा पैदा की थी और उस एक भाषण ने ही दुनिया के धार्मिक नक्शे पर भारत की अमित छाप छोड़ी। वेदांत के संबंध में विवेकानंद के अद्भुत ज्ञान-भंडार का उल्लेख करते हुए रमन्ना ने कहा, “स्वामी विवेकानंद के संबोधन ने पूरे विश्व का ध्यान पुरातन भारत के वेदों के दर्शन की तरफ आकर्षित किया था।
उन्होंने व्यावहारिक वेदांत को लोकप्रिय बनाया, क्योंकि यह सभी के लिए प्रेम, करुणा और समान सम्मान का उपदेश देता है। रमन्ना ने ये भी कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं और सिद्धांत आने वाले सभी काल के लिए बेहद प्रासंगिक हैं। लेकिन बड़ा सवाल है कि धार्मिक कट्टरता को बढ़ाने वाली ताकतें क्या चीफ जस्टिस की बातों से ले पायेंगी कोई नसीहत।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-396 (साल-02)
2. ब्रहस्पतिवार, सितंबर 16, 2021
3. शक-1984,सावन, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दसमीं, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:44, सूर्यास्त 07:10।
5. न्‍यूनतम तापमान -24 डी.सै., अधिकतम-35+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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मंगलवार, 14 सितंबर 2021

24 सितंबर को वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे बाइडेन

नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी। पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 24 सितंबर को वाशिंगटन में मुलाकात करेंगे। जनवरी 2021 में जो बाइडेन के सत्ता संभालने के बाद यह पहला मौका होगा। जब भारत के प्रधानमंत्री और अमेरिका के राष्ट्रपति आमने-सामने मुलाकात होगी।पीएम मोदी 22 सितंबर की रात अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन पहुंचेंगे। इसको लेकर व्हाइट हाउस ने बयान जारी किया है। राष्ट्रपति बाइडेन के हवाले से जारी बयान में पीएम मोदी की मेजबानी को लेकर खुशी का इजहार किया गया है।

अमेरिका में क्वाड देशों की बैठक भी होनी है। जिसमें भारत अमेरिका के अलावा, ऑस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे। पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर तालिबान, चीन और कोरोना पर चर्चा होने की उम्मीद है। 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करेंगे।

फसें दो ग्रामीणों को रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला

गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिला मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर दूर मजरकटा से चिखली मार्ग में आज बाढ़ में फंसे दो ग्रामीणों को आपदा प्रबंधन के तहत रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला है। पिछले 6 घंटे से पेड़ के सहारे फंसे ग्रामीण धनुराम निषाद और कामताराम निषाद को आखिरकार रेस्क्यू कर लिया गया है। बाढ़ की आपदा का सामना कर दोपहर एक बजे बाहर निकले हैं। यहां की पैरी नदी सहित नाले उफान पर है। मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है। जिसके चलते अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जनजीवन भी अस्त व्यस्त हो गया है।

गत 10 वर्षों बाद ऐसी बाढ़ की स्थिति गरियाबंद क्षेत्र में देखने को मिली है। मूसलाधार बारिश ने अपना असर दिखाया। ग्राम मजरकट्टा के दो ग्रामीण फंसे थे। निकालने के बाद राहत की सांस ली है। ग्रामीण बड़ी संख्या में मौजूद थे। बताया जाता है कि धनुराम निषाद और कामता राम निषाद आज सुबह ही खेत देखने गए थे। इसी दौरान बाढ़ के चपेट में आ गए। दोनों लोग बाढ़ के पानी के कारण गांव तक नहीं आ पा रहे थे।

भरवारी प्रांगण में हिंदी दिवस का कार्यक्रम मनाया

कौशाम्बी। भवंस मेहता महाविद्यालय भरवारी प्रांगण में हिंदी दिवस का कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया है। इस मौके पर वक्ताओं ने हिंदी दिवस के महत्व को बताते हुए हिंदी का प्रयोग करने पर जोर दिया है। वक्ताओं ने कहा कि हिंदी भाषा हमारे राष्ट्र के अस्मिता से जुड़ी है।
दिनांक 14 सितंबर राजभाषा हिंदी दिवस के अवसर पर भवंस मेहता स्नातकोत्तर महाविद्यालय भरवारी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ महाविद्यालय के प्रबंधक और मुख्य अतिथि संदीप सक्सेना और महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. रूबी चौधरी द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी माता सरस्वती के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पण कर हिंदी दिवस पर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कार्यक्रम के संयोजक महाविद्यालय के हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. सी. पी. श्रीवास्तव ने कार्यक्रम प्रारंभ करते हुए अपने व्यक्तव्य में  कहा की राष्ट्रभाषा राष्ट्र की अस्मिता से जुड़ी होती है। उन्होंने छात्र छात्राओं को राजभाषा हिंदी प्रयोग और महत्व के विविध पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए अपने व्यावहारिक जीवन में राजभाषा हिंदी के अधिकाधिक प्रयोग की बात कही।
तत्पश्चात महाविद्यालय छात्र छात्राओं ने अपनी कविताओं का पाठ किया। महाविद्यालय की प्राध्यापिका डॉ. नीति मिश्रा और डॉ. आदिल ने भी राजभाषा हिंदी के बारे में अपने उद्गार प्रकट किए।इस अवसर पर महाविद्यालय के डॉ. श्वेता यादव, डॉ. सतीश तिवारी, डॉ. योगेश मिश्र ,डॉ. विमलेश सिंह यादव, डॉ. राहुल राय, डॉ. महेंद्र उपाध्याय, डॉ. दीपक कुमार आदि लोग उपस्थित थे।कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या डा. रूबी चौधरी ने मुख्य अतिथि , शिक्षक शिक्षिकाओं और छात्र छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापन किया।
राजू सक्सेना 

हरियाणा कांग्रेस कमेटी की संगठन सूची घोषित की

राणा ओबरॉय           
चंडीगढ़। हरियाणा में कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है। जिसका अभी तक संगठन तैयार नहीं हुआ है। 2014 में जब कांग्रेस के अशोक तंवर ने संगठन की जिम्मेदारी संभाली थी। तब से लेकर आज तक हरियाणा कांग्रेस का संगठन तैयार नहीं हुआ है। आज से लगभग 2 वर्ष पहले कुमारी शैलजा ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बागडोर संभाली थी तब शैलजा ने दावा किया था कि संगठन बहुत शीघ्र तैयार हो जाएगा। परंतु उनका यह दावा भी पूरी तरह फेल साबित हुआ। अभी कुछ समय पहले हरियाणा कांग्रेस प्रभारी ने भी मीडिया के समक्ष कहा था कि बहुत शीघ्र हरियाणा कांग्रेस कमेटी की संगठन सूची घोषित कर दी जाएगी। परंतु यह दावा भी बेकार ही गया। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है। पूर्व सीएम हुड्डा और अध्यक्षा शैलजा की आपसी खींचतान के कारण ही प्रदेश संगठन की सूची लटकी हुई है। यदि इसी तरह गुटबाजी कांग्रेस में बनी रही तो ऐलनाबाद उपचुनाव व होने वाले पंचायत चुनाव में हरियाणा कांग्रेस को बुरी तरह हार का मुंह देखना पड़ेगा।

सपा सरकार को बनाने के लिए जनसमर्थन किया

भानु प्रताप उपाध्याय           
शामली। समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ द्वारा समाजवादी जन सन्देश बूथ यात्रा के सातवे दिन मालेंड़ी,बधेव कुन्नु खेडा,मुडेट,कसेरवा खुर्द, टिटौली, टपराणा,पीरखेडा,दरगाहपुर,आदी गावो मे जनसमर्थन सपा सरकार को बनाने के लिये किया गया। सपा नेता अब्दुल गफ्फार मलक ने वीरेंद्र जाट के निवास पर कहा कि जाट ओर मुस्लिम एक साथ मिलकर गठबंधन प्रत्यासि को जिताकर हिन्दू मुस्लिम आस्था के प्रतिक चौ,चरण सिंह को समर्पित करेंगे। जोगी समाज के युवाओ ने रविन्द्र प्रधान जोगी का जोरदार स्वागत किया' यात्रा मे जन सन्देश सपा नेता जबरदीन मलिक,मधू देशवाल,इस्लाम धोबी मुडेट,दीपक जोगी,रवि जोगी,साहिल जोगी,सुभाष कश्यप,कृष्णपाल जोगी,नदीम,राकिब जोगी,वादिल जोगी,जफर अली जोगी,राहत खान,सपा नेता नासीर खान(पूर्व प्रधान)प्रवेश कोरी,कपिल जाट,रियासत दर्जी,अख्तर शेख,सरफराज शेख आदी से किया गया। यात्रा का रात्रि पड़ाव सपा नेता समरयाब काशमी के निवास हथछोया पर रहा।

मेरठ: युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला मिला

अतुल त्यागी
मेरठ। जिले में लापता युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया। किठौर से लगभग 6 माह पूर्व लापता हुए युवक की हत्या उसके दोस्त ने ही कर शव को ठिकाने लगाकर उसकी प्रेमिका से शादी रचाई थी। लेकिन मामले में उस वक्त नया मोड़ आ गया। जब आरोपी की प्रेमिका ने पूरी घटना का राजफाश कर दिया। 
जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में आरोपी दोस्त और उसकी प्रेमिका को भी गिरफ्तार किया गया। एक आरोपी फरार बताया गया है। बता दें कि किठौर के मवाना रोड निवासी नसीम 22 वर्ष पुत्र इजाहरुल हक बीती 16 मार्च को लापता हो गया था। इस मामले में परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराते हुए उसके दोस्त और प्रेमिका पर शक जताया था। लेकिन पुलिस की जांच में नतीजा सिफर निकला। उधर परिजन भी दर-दर की ठोकर खाने के बाद बेटे के मिलने की आस छोड़ दी। लेकिन उधर मामले में जब नया मोड़ आ गया जब दो दिन पूर्व गढ़मुक्तेश्वर निवासी महिला नसीम के घर पहुंची।और परिजनों को बताया कि नसीम की हत्या की बात कही।महिला ने विस्तारपूर्वक बताया कि नसीम की हत्या उसके किठौर निवासी दोस्त दानिश ने करके उसके शव को ठिकाने लगा दिया था। इसके बाद परिजन किठौर थाने पहुंचे और तहरीर देते हुए दानिश नामक युवक पर हत्या कर शव गायब करने का आरोप लगाया। जिसके बाद पुलिस ने दानिश और उसकी प्रेमिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में दानिश पुत्र जहीर ने पुलिस को बताया कि उसने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर नसीम की 16 मार्च को हत्या करके शव को अमरोहा जिले के धनोरा मंडी थाना क्षेत्र में नहर में फेंक दिया था। किठौर थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि नसीम की हत्या करने के लिए हिना ने दानिश को मजबूर किया था। जिसके बाद दानिश ने अपने किठौर निवासी दोस्त मुजीब के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने दानिश और हिना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है तथा अन्य आरोपी मुजीब को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

आतंकियों द्वारा किये हमले में 4 नागरिक घायल हुए

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर आतंकवादियों द्वारा किये गए एक ग्रेनेड हमले में कम से कम चार नागरिक घायल हो गए। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। आतंकवादियों ने आज दोपहर में पुलवामा चौक पर सुरक्षा बलों के एक वाहन की ओर ग्रेनेड फेंका, लेकिन ग्रेनेड सड़क किनारे फट गया। 
अधिकारियों ने बताया कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया है, जबकि सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकियों के ग्रेनेड हमले बढ़ गए हैं। पिछले सप्ताह शहर के चनापोरा इलाके में एक ग्रेनेड हमले में दो महिलाओं सहित तीन लोग घायल हो गए थे। सुरक्षा बलों ने सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के व्यस्त परिम्पिरा-पंथाचौक मार्ग पर आतंकवादियों द्वारा लगाए गए छह ग्रेनेड का पता लगाया था और उन्हें निष्क्रिय किया था।

दिक्कतों से संबंधित शिकायतों का संज्ञान लिया

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने किसान आंदोलन के कारण लोगों, औद्योगिक इकाइयों और कंपनियों को हो रही दिक्कतों से संबंधित शिकायतों का संज्ञान लेते हुए दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि उसे इस संबंध में अनेक शिकायतें मिली हैं जिनमें आरोप लगाया गया है कि आंदोलन के कारण रास्तों के बंद होने से छोटी बड़ी 900 से अधिक औद्योगिक इकाइयों पर प्रभाव पड़ा है। 
आंदोलन के कारण सड़क मार्ग भी प्रभावित हुआ है जिससे आम लोगों, रोगियों और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों तथा वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से परेशानी हो रही है। आयोग को यह भी रिपोर्ट मिली है कि आंदोलनों स्थलों के पास बैरिकेड लगे होने के कारण लोगों को बहुत लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। शिकायतों का संज्ञान लेते हुए आयोग ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के मुख्य सचिवों तथा पुलिस महानिदेशकों को इस संबंध में की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने को कहा है।
आयोग को मिली शिकायतों में यह भी आरोप लगाया गया है कि आंदोलन स्थलों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है साथ ही आसपास रहने वाले लोगों को रास्ते बंद होने के कारण अपने घरों में ही कैद होना पड़ रहा है। आयोग का मानना है कि विरोध प्रदर्शन मानव अधिकार का मुद्दा है लेकिन साथ ही इसके कारण अन्य लोगों के मानवाधिकार प्रभावित होने पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
आयोग ने इन राज्यों से किसान आंदोलन के कारण औद्योगिक और व्यवसायिक कामकाज पर हुए प्रतिकूल प्रभाव का आकलन करने और यातायात सेवाओं के बाधित होने के कारण आम लोगों पर पड़े बोझ तथा खर्च पर 10 अक्टूबर तक रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से भी आंदोलन स्थलों पर कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के बारे में रिपोर्ट मांगी है। उसने आंदोलन स्थल पर एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के साथ सामूहिक दुष्कर्म से संबंधित मामले में मुआवजे के बारे में भी जानकारी देने को कहा है।
इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क से भी आंदोलन के कारण लोगों की आजीविका और उनके जीवन पर हुए असर के बारे में सर्वेक्षण करवाने को भी कहा गया है।

एप्पल ने आईफोन में सुरक्षा खामी को ठीक किया

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल ने आईफोन में उस सुरक्षा खामी को ठीक कर लिया है। जिससे हैकर्स उपयोगकर्ता के इस्तेमाल के बगैर ही आईफोन तथा एप्पल के अन्य उपकरणों को सीधे हैक कर सकते थे। टोरंटो विश्वविद्यालय की सिटीजन लैब के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि सऊदी अरब के एक कार्यकर्ता के आईफोन की जासूसी के लिए इस सुरक्षा चूक का फायदा उठाया गया।
उन्होंने बताया कि उन्हें पूरा भरोसा है कि दुनिया की सबसे कुख्यात हैकर कंपनी इजराइल का एनएसओ समूह इस हमले के पीछे है। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि यह सुरक्षा खामी एप्पल के सभी प्रमुख उपकरणों आईफोन, मैक्स और एप्पल वॉच में थी। एनएसओ समूह ने एक पंक्ति का बयान जारी कर कहा कि वह ”आतंक और अपराध” से लड़ने के लिए उपकरण मुहैया कराता रहेगी।
अनुसंधानकर्ताओं ने सात सितंबर को एक संदिग्ध कोड पाया और तुरंत एप्पल को सूचना दी। यह पहली बार था जब तथाकथित ”जीरो-क्लिक” के दुरुपयोग के बारे में पता चला जिसमें उपयोगकर्ता को संदिग्ध लिंक या हैक फाइलों को खोलने के लिए उस पर क्लिक करने की आवश्यकता नहीं होती।
सिटीजन लैब ने पहले जीरो क्लिक का दुरुपयोग अल-जजीरा के पत्रकारों और अन्य लोगों के फोनों को हैक करने के किए जाने के सबूत पाए थे। एक ब्लॉग पोस्ट में एप्पल ने कहा कि वह आईफोन और आईपैड के लिए सुरक्षा अपडेट जारी कर रहा है क्योंकि एक संदिग्ध पीडीएफ फाइल से उनका फोन हैक हो सकता था।

स्थानों पर जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी की सरकार को उस प्रतिवेदन पर फैसला लेने का निर्देश दिया। जिसमें श्रद्धालुओं को कोविड-19 संबंधी नियमों का सख्ती से पालन करते हुए धार्मिक स्थानों पर जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया है।
मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने गैर सरकारी संगठन ‘डिस्ट्रेस मैनेजमेंट कलेक्टिव’ की याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया, ”हम संबंधित प्रतिवादी प्राधिकारियों को मामले में लागू कानून, नियमों, नियमनों और सरकारी नीति के अनुसार 25 जुलाई 2021 के प्रतिवेदन पर फैसला करने का निर्देश देते हैं।
याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में ”अच्छी-खासी कमी” को देखते हुए प्राधिकारियों ने मॉल, जिम और स्पा समेत कई स्थानों को खोलने की अनुमति दे दी लेकिन दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 30 अगस्त के ताजा आदेश में भी धार्मिक स्थानों को नहीं खोला गया।
उन्होंने कहा, ”धार्मिक स्थान खुल सकते हैं लेकिन आम जनता को आने की अनुमति नहीं है…मैंने श्रद्धालुओं को आने की अनुमति देने का प्रतिवेदन 40 दिन पहले भेजा था।” दलीलों पर सुनवाई के बाद अदालत ने कहा, ”हम उन्हें इस मुद्दे पर फैसला करने का निर्देश दे रहे हैं।”
वकील रॉबिन राजू के जरिए दायर की याचिका में याचिकाकर्ता ने कहा कि ”ऑनलाइन पूजा करने की सेवा देने से वैसा अनुभव नहीं मिल सकता जो” जो शारीरिक रूप से जाकर दर्शन करने में मिलता है और श्रद्धालुओं पर जारी पाबंदी से ”ऐसा लगता है कि प्राधिकारी धार्मिक स्थलों को केवल पूजा स्थलों के तौर पर देखते हैं न कि जरूरत के तौर पर।” साथ ही याचिका में कहा गया है कि धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के आने पर पाबंदी लगाना गैर कानूनी और मनमाना है तथा यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है।

50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग को ठुकराया

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। 60 साल से कम आयु में मरने वाले वकीलों के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दी है। कोर्ट ने याचिका दाखिल करने वाले वकील को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि उसने प्रचार के उद्देश्य से ऐसी याचिका दाखिल की है। जजों ने यह भी कहा कि अगर कोई काले कोट में है, इसका मतलब यह नहीं कि उसकी जान दूसरों से ज्यादा कीमती है। कोर्ट ने याचिका को बेकार बताते हुए याचिकाकर्ता पर 10 हज़ार रुपए का हर्जाना भी लगाया।
मामले पर याचिका वकील प्रदीप कुमार यादव ने दाखिल की थी। उनका कहना था कि वकील सिर्फ अपने पास आने वाले मुकदमों से ही आय अर्जित करते हैं। उनकी आमदनी का कोई दूसरा साधन नहीं होता। वकील समाज की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहते हैं लेकिन उन्हें कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती हैं। यहां तक कि अधिकतर मकान-मालिक अपने यहां किसी वकील को किराएदार नहीं रखना चाहते।
याचिकाकर्ता ने यह भी कहा था कि हर साल जिला अदालतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लाखों मुकदमे दाखिल होते हैं।  हर मुकदमे के दाखिल होते समय अधिवक्ता कल्याण कोष के लिए भी लगभग ₹25 का स्टांप लगाया जाता है। पर जब कोई वकील दिक्कत में होता है, तो इस कोष का उसे कोई लाभ नहीं मिल पाता। अलग-अलग बार एसोसिएशन और बार काउंसिल वकील की सहायता के लिए सामने नहीं आते। इसलिए, इस फंड का सही उपयोग यही होगा कि 60 साल से कम उम्र में कोई वकील मरे, तो उसके लिए 50 लाख रुपए मुआवजा मिले। वकील की मौत कोरोना या दूसरे किसी भी कारण से हो, परिवार को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
आज यह मामला जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, विक्रम नाथ और भी बी वी नागरत्ना की बेंच में लगा। जज याचिका से बिल्कुल भी आश्वस्त नजर नहीं आए। बेंच के अध्यक्ष जस्टिस चंद्रचूड़ ने नाराजगी जताते हुए कहा, अब समय आ गया है कि हमें इस तरह के फर्जी पीआईएल को रोकने के लिए कुछ करें। आपकी याचिका में एक भी बात ऐसी नहीं है जिस पर विचार करने की जरूरत है। आप समझते हैं कि आप कहीं से भी कट और पेस्ट कर याचिका दाखिल कर देंगे और जज उसे नहीं पढ़ेंगे, तो ऐसा नहीं होता है। कोर्ट ने आगे कहा कहा कि पिछले दिनों बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। सब के जीवन का समान महत्व है। वकीलों को अपवाद की तरह नहीं देखा जा सकता है।

प्रदेश के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बनीं

दुष्यंत टीकम         
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हो रही लगातार बारिश से प्रदेश के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। सोमवार को रायपुर में 68.2 मिमी बारिश हुई है। ये इस सीजन की अब तक की सबसे अतिभारी बारिश मानी जा रही है। प्रदेश भर के कई नदी-नाले उफान पर हैं। जिसके चलते कई जलप्रपात भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। प्रदेश के कई मंदिरों के गर्भगृह में भी पानी भर गया है। कई इलाकों में घरों और पुलिस थानों में भी जलभराव की स्थिति देखी जा रही है।
वहीं, गरियाबंद जिले के घटारानी जलप्रपात भी इन दिनों पूरे शबाब पर है। पिछले दो दिनों से अंचल सहित क्षेत्र में दिन रात हो रही लगातार बारिश के चलते माँ घटारानी का जलप्रपात लोगों को मंत्र मुग्ध कर आकर्षित कर रहा है। यहां पहाड़ों से होकर गिरने वाली तेज धार की शक्ल झरने में तब्दील हो गया है। जो अब लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। यही वजह है कि अंचल सहित प्रदेश भर के दूर-दराज से लोग धार्मिक स्थल माँ घटारानी के दर्शन के साथ प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठाने यहां पहुँच रहे हैं।


सड़क किनारे मौजूद सेंटर में डोसा का स्वाद चखा

कविता गर्ग       
मुबंई। साउथ सिनेमा के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन अपनी फिल्मों के अलावा अपने डाउन टू अर्थ स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं। हाल ही में एक्टर फ‍िल्म पुष्पा की शूट‍िंग के लिए आंध्र प्रदेश स्थ‍ित जंगल से होकर जा रहे थे। इस दौरान अल्लू अर्जुन ने सड़क किनारे मौजूद एक छोटे से ट‍िफ‍िन सेंटर में डोसा का स्वाद चखा। उनका यह वीड‍ियो सोशल मीड‍िया पर वायरल हो रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म के डायरेक्टर सुकुमार ने जंगल में एक लंबे शेड्यूल का प्लान बनाया है। हालांकि भारी वर्षा के कारण शूट लोकेशन को बदलकर काक‍िनाडा कर दिया गया। इसी बीच जब अल्लू अर्जुन ट्रैवल कर रहे थे तब उन्होंने सड़क किनारे डोसा का लुत्फ उठाया। डोसा खाने के बाद उन्होंने ट‍िफ‍िन सेंटर के माल‍िक को एक हजार रुपये दिए जिसे ओनर ने लेने से मना कर दिया।
 बातचीत में अल्लू अर्जुन को ट‍िफिन सेंटर के माल‍िक की खराब आर्थ‍िक स्थ‍ित‍ि का पता चला। एक्टर ने बिना किसी देरी के उनके आगे मदद का प्रस्ताव रखा और उन्हें हैदराबाद आने को कहा। इतने बड़े सुपरस्टार का यह सौम्य स्वभाव और उनकी दर‍ियादिली ने सभी का दिल जीत लिया है। फैंस अपने पसंदीदा एक्टर की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।
बता दें सुकुमार के निर्देशन में बन रही फिल्म पुष्पा में अल्लू अर्जुन, रश्म‍िका मंधाना और फहद फास‍िल दो हिस्से में बनाया जाएगा। यह फिल्म क्रिसमस में रिलीज होने को तैयार है। दिलचस्प बात ये है कि क्रिसमस पर आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा भी थ‍िएटर्स में रिलीज होगी। इन दोनों ही सुपरस्टार्स की फिल्मों का यह क्लैश देखने लायक होगा।

फैशन सेन्स की वजह से सुर्खियों में रहती हैं परिणिति

कविता गर्ग         
मुबंई। बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा अक्सर अपने लुक्स और फैशन सेन्स की वजह से सुर्खियों में रहती हैं।हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर कुछ तस्वीरें शेयर की हैं।जिनमें वह अपने जूतों का कलेक्शन दिखा रही हैं। सोशल मीडिया पर उनकी ये तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं।
इस तस्वीर में उनका काफी बड़ा जूतों का कलेक्शन दिख रहा है। इस तस्वीर के साथ परिणीति ने कैप्शन लिखा, " बस पांच मिनट में तैयार। एक्ट्रेस की इन तस्वीरों पर कई सेलेब्स ने अपना रिएक्शन दिया है। 
परिणीति ने एक और तस्वीर शेयर की, जिसमें वह सोफे के नजर आ रही हैं। परिणीति के लुक्स उनके फैंस जमकर अपना रिएक्शन दे रहे हैं। परिणीति को जूतों का कलेक्शन रखना बेहद पसंद है। वह लगभग हर ब्रांड के जूते यूज करती हैं।
परिणीति को अक्सर अलग अलग जूतों में स्पॉट किया जाता है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उन्हें जूतों का कलेक्शन रखना पसंद है। परिणीति समय समय पर फैंस के साथ अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती हैं।
हाल ही में परिणीति फिल्म 'संदीप और पिंकी फरार', 'सायना' और 'द गर्ल ऑन द ट्रेन' में नजर आईं थीं। वह जल्दी ही रणबीर कपूर के साथ फिल्म 'एनिमल' में नजर आएंगी।




दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...