सोमवार, 13 सितंबर 2021

सीएम उम्मीदवार के लिए अंतिम फैसला नहीं लिया

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। मीडिया से बातचीत में सलमान खुर्शीद ने कहा है कि कांग्रेस आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (यूपी चुनाव 2022) प्रियंका गांधी के नेतृत्व में लड़ेगी, हालांकि सीएम उम्मीदवार के लिए अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।
काग्रेंस पार्टी किसी के साथ गठजोड़ नहीं करेगी
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हम पूरे विश्वास के साथ चुनाव लड़ेंगे।
सलमान खुर्शीद ने यह भी बताया कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए क्या करने जा रही है। उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता स्थानीय लोगों की समस्या जानने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे। घोषणापत्र में आम लोगों की आवाज को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही खुर्शीद ने बताया कि कांग्रेस यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
आपको बता दें कि सलमान खुर्शीद कांग्रेस की चुनाव घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष हैं। रविवार को खुर्शीद आगरा के तोरा गांव पहुंचे और लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं। उनके साथ कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत भी थीं।
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी लगातार यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश कर रही हैं। प्रियंका गांधी इन दिनों यूपी दौरे पर हैं। रविवार को वह रायबरेली में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने पहुंची थीं। लखनऊ के दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने संगठन के पदाधिकारियों और सचिवों से कांग्रेस छोड़ चुके पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं के बारे में सवाल किया।

प्रियंका का नेतृत्व, यूपी में चुनाव लड़ेगी 'कांग्रेस'

हरिओम उपाध्याय            
लखनऊ। यूपी चुनाव की जंग छिड़ चूका है। बीजेपी, समाजवादी पार्टी समेत तमाम पार्टियों ने इस महासंग्राम को जीतने की तैयारी में लग गए है। यूपी में अपना जनाधार खो चुकी कांग्रेस  को फिर से हासिल करने की रणनीति बना रही है। सवाल यह है कि कांग्रेस किसके नेतृत्व में चुनावी मैदान में उतरेगी। यूपी में सीएम पद का चेहरा कौन होगा? इस सवाल का जवाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने दिया है। सलमान खुर्शीद ने बताया कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस यूपी में चुनाव लड़ेगी। मीडिया से बातचीत में सलमान खुर्शीद ने कहा है कि कांग्रेस आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (यूपी चुनाव 2022) प्रियंका गांधी के नेतृत्व में लड़ेगी, हालांकि सीएम उम्मीदवार के लिए अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। कांग्रेस पार्टी किसी के साथ गठजोड़ नहीं करेगी
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हम पूरे विश्वास के साथ चुनाव लड़ेंगे।
पार्टी कार्यकर्ता विधानसभा क्षेत्र में जाकर लोगों की समस्याएं जानेंगे
सलमान खुर्शीद ने यह भी बताया कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए क्या करने जा रही है। उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता स्थानीय लोगों की समस्या जानने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे। घोषणापत्र में आम लोगों की आवाज को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही खुर्शीद ने बताया कि कांग्रेस यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
आपको बता दें कि सलमान खुर्शीद कांग्रेस की चुनाव घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष हैं। रविवार को खुर्शीद आगरा के तोरा गांव पहुंचे और लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं। उनके साथ कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत भी थीं।
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी लगातार यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश कर रही हैं। प्रियंका गांधी इन दिनों यूपी दौरे पर हैं। रविवार को वह रायबरेली में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने पहुंची थीं। लखनऊ के दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने संगठन के पदाधिकारियों और सचिवों से कांग्रेस छोड़ चुके पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं के बारे में सवाल किया।


चुनाव: जनता के बीच भ्रम फैलाने का काम किया

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। बिन्दुखत्ता की जनता पिछले चार दशक से अधिक समय से राजस्व गांव की मांग कर रही है। भाजपा ने विधानसभा चुनावों में सरकार बनने पर बिन्दुखत्ता की जनता से राजस्व गाँव बनाने का वायदा किया था। लेकिन साढ़े चार साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी यहां के विधायक और राज्य सरकार ने बिन्दुखत्ता राजस्व गाँव के सवाल पर कोई पहल लेना तो दूर रहा उल्टा राजस्व गाँव के सवाल पर जनता के बीच में भ्रम फैलाने का काम किया है।" बिन्दुखत्ता भूमि आंदोलन के दौर से ही बिन्दुखत्तावासियों के लिए संघर्षरत।
भाकपा (माले) के वरिष्ठ नेता बहादुर सिंह जंगी ने प्रेस बयान के माध्यम से यह बात कही।
उन्होंने कहा कि, "अगर भाजपा सरकार में थोड़ी भी राजनीतिक ईमानदारी होती तो बिन्दुखत्ता व अन्य खत्तों को राजस्व गांव बनाया जा सकता था। लेकिन भाजपा सरकार का खुली वादाखिलाफी  बिन्दुखत्ता और अन्य खत्तावासियों की जनता के साथ कर रही है।"
माले राज्य कमेटी सदस्य जंगी ने कहा कि,"भाजपा सरकार और विधायक बिन्दुखत्ता राजस्व गाँव के सवाल पर शर्मनाक चुप्पी साधे हुए हैं। उत्तराखंड की भाजपा सरकार के इस रवैये को लेकर बिन्दुखत्ता की जनता में काफी आक्रोश है। भाकपा माले इस आक्रोश को अभिव्यक्ति देने के लिए 15 सितंबर को शहीद स्मारक पर धरने के माध्यम से सरकार से बिन्दुखत्ता को राजस्व गाँव घोषित करने की मांग उठायेगी।

खेल: नोवाक जोकोविच का सपना मेदवेदेव ने तोड़ा

एल्बनि। पिछले 52 वर्ष में एक कैलेंडर वर्ष में चारों ग्रैंडस्लैम जीतने वाले पहले पुरूष खिलाड़ी बनने का नोवाक जोकोविच का सपना दानिल मेदवेदेव ने तोड़ दिया। जिन्होंने अमेरिकी ओपन फाइनल में दुनिया के इस नंबर एक खिलाड़ी को हराया। मेदवेदेव ने आश्चर्यजनक रूप से एकतरफा रहे फाइनल में 6 . 4, 6 . 4, 6 . 4 से जीत दर्ज की।
इसके साथ ही जोकोविच को रिकॉर्ड 21वां ग्रैंडस्लैम जीतने के लिये अभी और इंतजार करना होगा । उनके रोजर फेडरर और रफेल नडाल के समान 20 ग्रैंडस्लैम खिताब हैं। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी जोकोविच इस टूर्नामेंट में 2021 में ग्रैंडस्लैम में जीत का 27 . 0 रिकॉर्ड लेकर उतरे थे।
उन्होंने फरवरी में आस्ट्रेलियाई ओपन फाइनल में मेदवेदेव को हराया था जबकि जून में फ्रेंच ओपन और जुलाई में विम्बलडन जीता। अमेरिकी ओपन फाइनल में हालांकि वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं थे। उन्होंने 38 सहज गलियां की और ब्रेक प्वाइंट नहीं भुना सके। उन्होंने गुस्से में अपना रैकेट भी तोड़ दिया। जिससे चेयर अंपायर ने उन्हें चेताया और आर्थर एशे स्टेडियम पर जमा दर्शकों ने हूटिंग भी की।
दूसरी ओर छह फुट छह इंच लंबे मेदवेदेव ने बेहतरीन खेल दिखाया। जोकोविच अपने कैरियर के 31वें ग्रैंडस्लैम फाइनल में फ्लशिंग मीडोस के हार्डकोर्ट पर छह जीत के साथ पहुंचे थे। लेकिन जरूरत के समय लय कायम नहीं रख सके। आखिरी बार एक ही वर्ष में सारे खिताब रॉड लावेर ने जीते थे जिन्होंने 1962 और 1969 में दो बार यह कारनामा किया। महिला वर्ग में एकमात्र स्टेफी ग्राफ यह कमाल कर चुकी हैं जिन्होंने 1988 में चारों खिताब जीते थे।

ऑस्ट्रेलिया की अदालत में पेश हुई प्रधानाध्यापिका

मेलबर्न। बाल यौन अपराध में आरोपी स्कूल की एक पूर्व प्रधानाध्यापिका सोमवार को ऑस्ट्रेलिया की एक अदालत में पेश हुई। आरोपी को छह साल तक चली कानूनी लड़ाई के बाद इजराइल से प्रत्यर्पित किया गया था। मालका लीफर (54) पर मुकदमा चलने लायक पर्याप्त साक्ष्य हैं या नहीं इस पर फैसला लेने के लिए ‘मेलबर्न मजिस्ट्रेट्स कोर्ट’ में सुनवाई शुरू हुई।
लीफर पर 2004 से 2008 के बीच मेलबर्न के एडस इजराइल स्कूल की प्रमुख के तौर पर काम करते हुए बच्चियों के बाल यौन अपराध संंबंधित बलात्कार समेत 74 आरोप हैं। सुनवाई अगले सोमवार तक चलने की उम्मीद है और सिस्टर दस्सी एर्लिच, निकोल मेयर और एली सैपर उन 10 चश्मदीदों में से हैं जिन्हें सुनवाई के दौरान गवाही देनी है। लीफर को जनवरी में इजराइल से प्रत्यर्पित किया गया।
उसके प्रत्यर्पण में हो रही देरी पर ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों और यहूदी नेताओं ने सरकार की आलोचना की थी। आरोपी का जन्म इजराइल में हुआ था और 2008 में उसके विरुद्ध आरोप लगने शुरू हुए थे। बाद में उसने स्कूल छोड़ दिया और इजराइल वापस चली गई थी।
दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि है लेकिन लीफर पर आरोप लगाने वालों समेत कई आलोचकों ने कहा था कि इजराइली अधिकारियों ने मामले को लंबा खींचा। वहीं, लीफर का दावा था कि वह मुकदमे का सामना करने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं थी। इजराइली मनोवैज्ञानिकों के एक दल ने पिछले साल यह पाया कि लीफर अपनी मानसिक स्थिति के बारे में झूठ बोल रही है।

दिसंबर में इजराइल की सर्वोच्च अदालत ने उसके प्रत्यर्पण के विरोध में दायर याचिका खारिज कर दी और इजराइल ने न्याय मामलों के मंत्री ने आरोपी को ऑस्ट्रेलिया भेजने का आदेश पर हस्ताक्षर किये।

17वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेगें भूपेंद्र पटेल

इकबाल अंसारी                     
गांधीनगर। गुजरात के नवनियुक्त मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल आज दोपहर बाद दो बज कर 20 मिनट पर राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल आचार्य देवव्रत उन्हें शपथ दिलायेंगे। वह अकेले ही शपथ लेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी इस अवसर पर उपस्थित रहने की सम्भावना है। भूपेन्द्र पटेल ने कल शाम राजभवन जाकर राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया था। सुबह भूपेन्द्र पटेल गुजरात के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता नितिन पटेल से की मुलाकात की।
इस मौके पर केंद्रीय निरीक्षक नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद जोशी (दोनो केंद्रीय मंत्री) तथा पार्टी के केंद्रीय महामंत्री तरुण चुघ , प्रदेश प्रमुख सी आर पाटिल और प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और कई पूर्व मंत्री मौजूद थे, पर पूर्व उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल की अनुपस्थिति से उनकी नाराज़गी की अटकलें भी तेज़ हो गयी हैं। सत्तारूढ़ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल ने बताया कि भूपेन्द्र पटेल अकेले ही शपथ लेंगे।

जनपदों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया

पंकज कपूर         
देहरादून। राज्य भर में लगातार हो रही बरसात इस बार लोगों के लिए मुसीबत बन कर सामने आई है। वही आपको बता दें कि मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में बारिश से फिलहाल राहत के आसार नहीं हैं, मौसम विभाग ने अगले 4 दिन यानी 16 सितंबर तक राज्य के पर्वतीय जनपदों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है तथा साथ ही मैदानी जनपदों में भी हल्की से मध्यम वर्षा की आशंका जताई गई है। इसके अलावा विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का भी अनुमान बताया है।
मौसम विभाग ने 13 सितंबर को कुमाऊं मंडल के अधिकांश पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश की चेतावनी जारी की है जिसमें नैनीताल, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जनपदों में कहीं कहीं तीव्र बौछार व भारी बारिश हो सकती है। 14 को पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तीव्र बौछार, भारी बारिश हो सकती है। 15 सितंबर को कुमाऊं एवं गढ़वाल मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है,जिनमें पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं कहीं तीव्र बौछार व भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा।
जबकि 16 सितंबर को कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं तीव्र बौछार के साथ बारिश की संभावना, तथा गढ़वाल मंडल के भी कुछ क्षेत्रों में गरज चमक के साथ भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...