गुरुवार, 9 सितंबर 2021

सीजी: बालोद में 655.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की

दुष्यंत टीकम              
रायपुर। राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक 1 जून 2021 से अब तक राज्य में 874.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 9 सितम्बर तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सुकमा जिले में सर्वाधिक 1261.6 मिमी और बालोद जिले में सबसे कम 655.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 774.1 मिमी, सूरजपुर में 1069.1 मिमी, बलरामपुर में 862.3 मिमी, जशपुर में 891.9 मिमी, कोरिया में 862.9 मिमी, रायपुर में 722.0 मिमी, बलौदाबाजार में 811.3 मिमी, गरियाबंद में 786.0 मिमी, महासमुंद में 657.4 मिमी, धमतरी में 781.1 मिमी, बिलासपुर में 854.5 मिमी, मुंगेली में 806.4 मिमी, रायगढ़ में 741.9 मिमी, जांजगीर चांपा में 882.1 मिमी, कोरबा में 1227.7. मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 1062.1 दुर्ग में 815.0 मिमी, कबीरधाम में 692.7 मिमी, राजनांदगांव में 677.7 मिमी, बेमेतरा में 953.6 मिमी, बस्तर में 934.9 मिमी, कोण्डागांव में 890.8 मिमी, कांकेर में 797.9 मिमी, नारायणपुर में 1028.4 मिमी, दंतेवाड़ा में 993.8 मिमी और बीजापुर में 998.5 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।

तूफान की चपेट में मरने वालों की संख्या-82 हुईं

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में इडा तूफान की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या बढ़कर 82 हो गयी है।
सीबीएस न्यूज ब्रॉडकास्टर ने प्रांतीय अधिकारियों से प्राप्त आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि लुइसियाना समेत दक्षिणपूर्वी राज्यों में 30 लोगों की मौत हुई है जबकि पूर्वोत्तर क्षेत्रों में 52 लोग कालकवलित हुए हैं।
करीब 10 दिन पहले तूफान इडा ने खाड़ी तट, पेंसिल्वेनिया, न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी के क्षेत्रों में व्यापक नुकसान पहुंचाया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने हाल ही में कई तूफानप्रभावित इलाकों का दौरा किया है।


बीएचयू हिन्‍दी में इंजीनियरिंग पढ़ायेगा विश्वविद्यालय

हरिओम उपाध्याय              
वाराणसी। बनारस हिन्‍दू विश्‍वविद्यालय बीएचयू हिन्‍दी में भी इंजीनियरिंग पढ़ायेगा। नए सत्र से विश्‍वविद्यालय इंजीनियरिंग छात्रों को हिन्‍दी में पढ़ाई का विकल्‍प उपलब्‍ध कराने जा रहा है। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शुरुआती दौर में इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष के छात्रों को हिन्‍दी में पढ़ाई का विकल्‍प चुनने की सुविधा होगी। बाद में आगे के वर्षों में इसे विस्‍तार दिया जाएगा । बीएचयू हिन्‍दी में इंजीनियरिंग का विकल्‍प देने वाला देश का पहला संस्‍थान होगा।
आईआईटी बीएचयू के निदेशक और राजभाषा समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर प्रमोद कुमार जैन ने हिन्‍दी में इंजीनियरिंग शुरू किए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में शिक्षा का माध्यम मातृभाषा में किए जाने का प्रावधान है। इसके तहत बीएचयू इंजिनीयरिंग प्रथम वर्ष की पढ़ाई हिन्दी माध्यम से शुरू करने जा रहा है। प्रोफेसर जैन ने कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं के सम्‍मान और प्रयोग से इंजीनियरिंग को विस्‍तार मिलेगा।
संस्‍थान ने इसके लिए तैयारी लगभग पूरी कर ली है। हिन्‍दी में इंजीनियरिंग पढ़ाने वाले विशेषज्ञों की सूची तैयार की गई है। आवश्‍यकता के मुताबिक बाहर से भी हिन्‍दी में पढ़ाने के लिए विशेषज्ञों को बुलाने का विकल्‍प है। हिन्‍दी पाठ्रयक्रम के लिए बीएचयू किताबों की व्‍यवस्‍था भी कर रहा है।
हिन्‍दी में इंजीनियरिंग अनिवार्य नहीं वैकल्पिक होगी। जो छात्र हिन्‍दी में इंजीनियरिंग करना चाहेंगे उन्‍हें ही हिन्‍दी में पढ़ाया जाएगा। प्रथम वर्ष के छात्र अब अंग्रेजी के साथ हिंदी भाषा के चयन भी कर सकेंगे।
गौरतलब है कि नई शिक्षा नीति के तहत केंद्र सरकार ने पिछले साल आईआईटी की पढ़ाई हिन्‍दी में शुरू करने का विकल्‍प रखा था । बीएचयू ने तभी से इस योजना को अमली जामा पहनाने के प्रयास शुरू कर दिए थे, लेकिन कोरोना के कारण इस पर अमल नहीं हो पाया था। अब संस्थान ने योजना को लागू करने का फैसला कर लिया है। हिन्‍दी में आईआईटी बीएचयू में जल्‍द ही हिंदी में एक नया बी-टेक कोर्स शुरू किया जाएगा।

इंसान का जीवन बचाने के लिए तैयार है सेवक संघ

संदीप मिश्र             
बरेली। कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी। इसको लेकर पहले से ही अलर्ट जारी है। दूसरी लहर से ज्यादा घातक होगी या कम, इस बारे में कोई रिपोर्ट सामने नहीं आयी है। लेकिन इस बार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ हर इंसान का जीवन बचाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। संघ ने बड़े पैमाने पर तीसरी लहर से लोगों को बचाने के इंतजाम किए हैं।
प्रांत, विभाग, महानगर और नगरों में संघ के 15-15 कार्यकर्ताओं की टीमें तैयार की गयी हैं। इसे ‘कोविड रिस्पांस टीम’ नाम दिया है। इनमें विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ डाक्टर्स, फार्मासिस्ट समेत अन्य चिकित्सा से जुड़े लोग शामिल किए गए हैं। नगरों की टीमें छोड़कर अन्य सभी टीमों के सदस्यों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। नगरों की कोविड रिस्पांस टीमों का प्रशिक्षण जल्द शुरू होगा। बरेली विभाग और महानगर के साथ नगरों में भी टीमें तैयार हो चुकी हैं।
दो दिवसीय प्रवास पर बरेली आए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल ने तीसरी लहर की तैयारियों के संबंध में चर्चा करने के लिए बुधवार को केशव कृपा भवन में संघ की विचाराधारा वाले शहर के करीब 150 डाक्टरों को बुलाया। डाक्टरों संग तीसरी लहर से निपटने के इंतजामों पर चर्चा की गयी। रामलाल ने डाक्टरों के साथ चर्चा की कि तीसरी लहर में किस तरह से लोगों की जान बचाने के प्रयास किए जाने चाहिए। किन-किन दवाओं से लेकर सुरक्षा उपकरणों की भी जरूरत ज्यादा रहेगी।
संघ की कोविड रिस्पांस टीमों में सहयोग करने के बिंदु पर भी बात की। डा. विमल भारद्वाज, डा. विनोद पागरानी, डा. विवेक मिश्रा, डा. अतुल शर्मा, डा. विजय गंगवार, डा. वीरेंद्र प्रताप समेत तमाम शहर के हर रोग के विशेषज्ञों से बात की। बैठक समाप्त होने के बाद वरिष्ठ डाक्टरों ने बाहर आकर भी रामलाल से कई बिंदुओं पर बातें कीं। दरअसल, कोविड की दूसरी लहर में संघ ने लोगों की जिंदगी बचाने के प्रबंध किए लेकिन इंतजाम करने में देरी हुई थी, इसलिए इस बार संघ ने पहले ही कोविड से लोगों को बचाने के लिए बड़े इंतजाम किए हैं।
अब गांव-गांव भी लगेंगी आरएसएस की शाखाएं
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना हुए सितंबर, 2025 में सौ वर्ष पूरे हो जाएंगे। इसके उपलक्ष्य में संघ ने जल, जंगल, जमीन, जन, जानवर पर कार्य करने वाले लोगों को जोड़ने के लिए फोकस शुरू किया है। संघ की विचाराधारा वाले लोगों को ही ग्राम प्रचारक बनाने की तैयारी की है। ग्राम प्रचारक ही गांव-गांव शाखाएं भी लगवाएंगे। अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल ने बरेली से ग्राम प्रचारक योजना का आरंभ किया है। इसमें खंड योजना और आदर्श मंडल आयोजन भी शुरू किए जाएंगे। आमजन तक विचाराधारा पहुंचाने के लिए संघ की गांव स्तर पर शाखाएं लगेंगी।
इसी संदर्भ में केशव कृपा भवन में बुधवार को अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल के सानिध्य में वरिष्ठ कार्यकर्ता मिलन हुआ। इसमें 70 से अधिक उम्र या जो 40 वर्ष से अधिक संघ के साथ चल रहे हैं, उन स्वयं सेवकों को बुलाया गया। जिसमें 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में समाज के साथ समाज के लिए काम करने पर जोर दिया गया। रामलाल ने कहा कि स्वयंसेवक से ऐसे कार्यकर्ता तैयार करने हैं जो आगे चलकर राष्ट्रहित में अपना योगदान दें और समाज में सुधार की दिशा में भी कार्य करें।
संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि अभी तक विभाग, महानगर प्रचारक होते हैं अब संघ का विस्तार किया जा रहा है। इसलिए ग्राम प्रचारक नियुक्त किए जाएंगे। संघ की बैठकों में जल्द ग्राम प्रचारकों के नाम तय किए जाएंगे। वरिष्ठ कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम में रामलाल का स्वागत किया। रामलाल के साथ केसी गुप्ता विभाग संघचालक और डा. सत्यपाल सिंह महानगर संघचालक भी मंच पर बैठे। करीब 100 से अधिक स्वयंसेवकों ने कार्यकर्ता मिलन में प्रतिभाग किया।


12 तक देश के कई राज्यों में हो सकती हैं बारिश

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। देश में मौसम में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। किसी दिन तेज धूप तो कुछ देर में हल्की बारिश माैसम को बदल कर रख देती है। सितम्बर की शुरूआत में भी मौसम कुछ गर्म ही बना हुआ है। लेकिन मौसम विभाग ने राहत भरी खबर देते हुए अनुमान जताया है कि बारिश का मौसम के जाते-जाते ठंड का एहसास करा सकता है। 12 सितंबर तक देश के कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने के अनुसार दस राज्यों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। जिनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, कर्नाटक, गोवा, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं। वहीं 11 सितंबर से ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में ज्यादा बारिश हो सकती है 12 सितंबर से छत्तीसगढ़, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल में बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।
आईएमडी के अनुसार देश में 8 से ही बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा। जानकारी के मुताबिक 8-12 सितंबर के दौरान मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्र में ज्यादा बारिश हो सकती है और कोंकण, गोवा, गुजरात राज्य और तटीय कर्नाटक में तेज बारिश होने की जानकारी पहुंचा दी गई है। 9-11 सितंबर के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों और उससे सटे पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में बारिश होने के अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली में 10 से 12 सितंबर के बीच मध्यम बारिश होने हो सकती है।

संयुक्त राष्ट्र के साथ भारत के जुड़ाव का एक पहलू

एल्बनि/ नई दिल्ली। विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की निर्णय लेने वाली संरचनाएं आज की दुनिया को प्रतिबिंबित नहीं करती हैं और वैश्विक संगठन की आवाज कमजोर कर रही हैं। उन्होंने खेद जताया है कि चुनिंदा देश सुधार प्रक्रिया को विफल कर रहे हैं और सुधार के लिए केवल जुमलेबाजी करते हैं।
आधिकारिक यात्रा पर आईं लेखी ने कहा कि सुरक्षा परिषद के सुधार संयुक्त राष्ट्र के साथ भारत के जुड़ाव का एक प्रमुख पहलू है। उन्होंने कहा कि जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल महासभा को बताया था “संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रियाओं में, प्रक्रियाओं में और किरदार में सुधार का समय आ गया है। उन्होंने बताया कि साधारण तथ्य यह है कि संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75 वर्ष हो चुके हैं। लेकिन इसके निर्णय लेने वाली संरचनाएं, विशेष रूप से सुरक्षा परिषद, अब भी 1945 के काल में अटकी हैं और आज की दुनिया को प्रतिबिंबित नहीं करती हैं।

लेखी ने जोर देकर कहा कि सुरक्षा परिषद को अधिक विश्वसनीय बनने के लिए आज की वास्तविकताओं को प्रतिबिंबित करना होगा। उन्होंने किसी देश का नाम लिए बिना कहा कि अफसोस की बात है कि सुधार प्रक्रिया को कुछ मुट्ठी भर देश विफल कर रहे हैं जो सुधार के लिए केवल जुमलेबाजी करते हैं।
सुरक्षा परिषद के सुधारों का विरोध करके, वे वास्तव में बहुपक्षवाद को नुकसान पहुंचा रहे हैं।” 
“चूंकि सदस्य राष्ट्रों के बीच सुधारों के लिए भारी समर्थन है, इसलिए हम उनके साथ काम करेंगे ताकि यह देखा जा सके कि सुधारों को कैसे आगे बढ़ाया जाए।
मैंने इसे अपनी बैठक में उप महासचिव के साथ भी उठाया था।” वर्तमान में सुरक्षा परिषद में दो साल के लिए एक अस्थायी सदस्य के रूप में भारत का कार्यकाल इस साल जनवरी में शुरू हुआ था। वह पिछले महीने 15-राष्ट्रों की परिषद का अध्यक्ष था।

रक्षामंत्री ने आयोजित समारोह को संबोधित किया

इकबाल अंशारी             
जालोर। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक भारत सशक्त भारत का नारा देते हुए कहा है कि रक्षा और विकास एक दूसरे के पूरक हैं। जालोर जिले में भारत पाक सीमा से 40 किलोमीटर पहले हाइवे पर यूद्धक विमानों के आपातकालीन उतरने के लिए बनी हवाई पट्टी का उद्घाटन करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने आज कहा कि जिस तरह से हाइवे का उपयोग रक्षा कामों के लिए हो रहा है। उससे विकास और रक्षा एक दूसरे के पूरक बन चुके हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले यह माना जाता था कि रक्षा पर खर्च करने से विकास रुक जाता है लेकिन हाइवे पर आपात लैंडिंग के नये प्रयोग ने यह साबित कर दिया है कि रक्षा खर्च पर खर्च से विकास नहीं रुकता है। उन्होंने कहा कि सेना हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है तथा हाइवे पर लेंडिंग की सुविधा से सेना और मजबूत हुई है।
प्रगति के मानक बन गये है। उससे प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से काफी लोगो को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने सड़क सीमा संगठन की सराहना करते हुए कहा कि इस संगठन द्वारा लद्दाख में 19 हजार तीन सौ फीट ऊंचाई पर सड़क बनाने का अद्भूत कार्य किया है। हथियार एवं अन्य युद्धक सामग्री के आयात पर चर्चा करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि इस मामले में भारत अब दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया के आयोजन से रक्षा मामले में भी आत्मनिर्भरता बनेगी।

अफगानिस्तान को लेकर देश-दुनिया की चर्चाएं बढ़ीं

नई दिल्ली/ काबूल। अफगानिस्तान की सरकार को लेकर देश-दुनिया की चर्चाएं बढ़ गई हैं। क्योंकि अब अफगानिस्तान की जमीन पर तालिबान कोई भी ऐसी हरकत कर सकता है। जो सारे देशों के लिए खतरनाक हाे सकता है। सभी देश चाह रहे हैं कि अब वहां का इस्तेमान आतंकवाद के लिए ना हो।
दिल्ली में रूसी सुरक्षा परिषद के प्रमुख निकोलाई पेत्रूशेव और भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बीच हुई बैठक में भारत और रूस का मानना है कि अफगानिस्तान में सक्रिय विदेशी आतंकवादी समूह मध्य एशिया और भारत के लिए खतरा हैं। भारत सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि भारत और रूस दोनों अफगानिस्तान के घटनाक्रम से बहुत चिंतित हैं।
वादों पर कायम रहे तालिबान दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि तालिबान को अपने वादों पर कायम रहना चाहिए, जिसमें महिलाओं के लिए बुनियादी मानवाधिकारों का सम्मान और आतंकवादी समूहों द्वारा अपने क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करने देना शामिल है।

याचिका पर पीठ सुनवाई करे या खंडपीठ: एचसी

कविता गर्ग             
मुंबई। बंबई उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह 13 सितंबर को इस पर फैसला करेगा कि धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को जारी सम्मन के खिलाफ उनकी याचिका पर एकल पीठ सुनवाई करे या खंडपीठ।
देशमुख ने ईडी द्वारा जारी पांच सम्मन को रद्द कने का अनुरोध करते हुए पिछले हफ्ते याचिका दायर की थी। जब याचिका सुनवाई के लिए न्यायमूर्ति एस के शिंदे की एकल पीठ के समक्ष आयी तो ईडी की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषाार मेहता ने कहा कि इस याचिका पर दो न्यायाधीशों वाली खंडपीठ को सुनवाई करनी चाहिए।
उन्होंने इसके लिए उच्च न्यायालय के पंजी विभाग द्वारा जारी एक पत्र का भी उल्लेख किया। मेहता ने कहा, ”अगर पंजी ने आपत्ति जतायी है तो पहले यह स्पष्ट होना चाहिए कि एकल पीठ शायद याचिका में कुछ मुद्दों और चुनौतियों पर फैसला लेने के लिए सक्षम नहीं है। देशमुख की ओर से पेश वरिष्ठ वकील विक्रम चौधरी और अनिकेत निकम ने इसका विरोध किया और कहा कि एकल पीठ को याचिका पर सुनवाई का अधिकार है।
न्यायमूर्ति शिंदे ने कहा कि वह इस मामले पर विचार करेंगे और 13 सितंबर को आदेश देंगे। ईडी ने देशमुख और उनके सहायकों के खिलाफ जांच शुरू की थी। सीबीआई के भ्रष्टाचार और आधिकारिक पद के दुरुपयोग के आरोपों पर 21 अप्रैल को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ईडी ने यह जांच शुरू की। अपनी याचिका में देशमुख ने कहा कि ईडी की कार्रवाई ”राजनीतिक प्रतिशोध” का नतीजा है।

एलिजिबिलिटी टेस्ट की फाइनल आंसर-की जारी

बेंगलुरु। कर्नाटक टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट 2021 की फाइनल आंसर-की जारी कर दी गई है। इस वीक के अंत तक परिणाम घोषित होने की उम्मीद है। लिखित परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आंसर-की चेक कर सकते हैं और डाउनलोड कर सकते हैं। प्रोविजनल आंसर-की 24 अगस्त को जारी की गई थी, और उम्मीदवारों को 31 अगस्त तक ऑब्जेक्शन दर्ज करने के लिए कहा गया था। विभाग ने ऑनलाइन जमा की गई आपत्तियों के अलावा किसी अन्य मोड द्वारा दर्ज किए गए ऑब्जेक्शन पर विचार नहीं किया। बता दे कि कर्नाटक टीईटी 2021 फाइनल आंसर-की म्मीदवारों द्वारा उठाए गए ऑब्जेक्शन का विश्लेषण करने के बाद तैयार की गई है।

हरियाणा: मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन बढ़ा

राणा ओबराय             
चंडीगढ़। करनाल में जिला मुख्यालय में प्रदर्शनरत किसानों का धरना ”अनिश्चितकाल” तक के लिए जारी रहने के बीच हरियाणा सरकार ने बृहस्पतिवार आधी रात तक जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन बढ़ा दिया है। राज्य के गृह विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी एक आदेश में कहा गया है, ”करनाल जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं सुबह सात बजे से रात 12 बजे तक निलंबित रहेंगी।”करनाल में पिछले महीने पुलिस के लाठीचार्ज पर जिला अधिकारियों और प्रदर्शनरत किसानों के बीच बुधवार को एक अन्य दौर की वार्ता विफल रही। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे जिला मुख्यालय पर अपना धरना ”अनिश्चितकाल” तक जारी रखेंगे। 
इससे पहले छह सितंबर को रात साढ़े 12 बजे से सात सितंबर को रात 11 बजकर 59 मिनट तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद की गयी थीं और स्थिति के ”अब भी संवेदनशील” होने के कारण यह निलंबन बुधवार आधी रात तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब ताजा आदेश में कहा गया है कि स्थिति की समीक्षा की गयी और इसे अब भी तनावपूर्ण माना गया है। आदेश में प्रदर्शनकारियों के ”अनिश्चितकाल” तक धरना करने के आह्वान का जिक्र करते हुए कहा गया है, ”हरियाणा के एडीजीपी (सीआईडी) नौ सितंबर को मेरे संज्ञान में लेकर आए कि स्थिति की समीक्षा की गयी है और हालात अब भी तनावपूर्ण हैं और कभी भी स्थिति बिगड़ सकती है जिससे करनाल जिले में जन सुरक्षा और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।”
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजीव अरोड़ा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि करनाल जिले में वॉयस कॉलिंग के अलावा मोबाइल नेटवर्क पर मुहैया कराए जाने वाली सभी सेवाएं निलंबित रहेगी। इसमें कहा गयाा है कि मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया मंचों जैसे कि व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्वीटर के जरिए गलत सूचनाओं और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के निलंबन का आदेश दिया गया। 
इस बीच, धरने के तीसरे दिन प्रदर्शनकारी करनाल में लघु सचिवालय परिसर के प्रवेश द्वार पर डटे हुए हैं।
किसान संघ के नेताओं ने कहा कि अधिकारियों और आम जनता को प्रवेश करने से नहीं रोका जाएगा। उनकी मुख्य मांग आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा से संबंधित है। सिन्हा को किसानों के 28 अगस्त के प्रदर्शन के दौरान एक टेप में पुलिसकर्मियों को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया कि अगर प्रदर्शनकारी सुरक्षा तोड़ते हैं तो उनका ”सिर फोड़ देना”। भारतीय जनता पार्टी की एक बैठक स्थल की ओर मार्च करने की कोशिश के दौरान पुलिस के साथ झड़प में करीब 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।


युवक के कोरोना संक्रमित मिलने से मचा हड़कंप

हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। राजधानी दिल्ली में अमेरिका से आए विमान से उतरने के बाद सड़क मार्ग से होते हुए राजधानी पहुंचे युवक के कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया है। मरीज के पारिवारिक सदस्यों के नमूने भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से जाचे गए। मगर उनमें से किसी को भी संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने जब विमानन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी तो विमान अधिकारियों में भी हलचल मच गई है।
लखनऊ निवासी एक व्यक्ति इसी माह की 1 सितंबर को अमेरिका से आए विमान से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा था। फिर सड़क मार्ग से होते हुए वह लखनऊ के आलमबाग स्थित अपने आवास पर पहुंचा। इसके बाद अमेरिका से आए व्यक्ति को बुखार एवं सर्दी जुकाम की शिकायत हो गई। कई दिनों तक इलाज कराने के बाद भी जब वह ठीक नहीं हुआ तो अस्पताल ले जाकर उसकी कोरोना जांच कराई गई। जिसमें मरीज को कोरोना का संक्रमण होने की पुष्टि हुई। कोविड-19 कमांड सेंटर को मरीज ने अमेरिका से लौटने की जानकारी दी तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से मरीज के पारिवारिक सदस्यों के नमूने भी एकत्र कर जांचे गए। मगर उनमें से किसी को भी कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उस विमान के अधिकारियों को सूचना दी जिसमें सवार होकर यह मरीज अमेरिका से दिल्ली आया था। यात्री के कोरोना संक्रमित मिलने का पता चलते ही विमान अधिकारियों में भी हलचल मच गई है। 
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एनके सिंह ने बताया है कि 15 दिन बाद मरीज के संपर्क में आए लोगों की दोबारा से जांच की जाएगी। फिलहाल मरीज का नमूना जींस सीक्वेंसिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजा गया है। जिसकी रिपोर्ट आने में अभी कम से कम 15 दिन का समय लगेगा। इसके बाद ही तय हो सकेगा कि मरीज को कोरोना का कौन सा वेरिएंट है। एहतियात के तौर पर मरीज और उसके परिवार के सदस्यों को अगले 2 हफ्ते तक घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

हत्या के केस में सजा काट रहे कैदी ने खुदकुशी की

मनोज सिंह ठाकुर              
ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले के डबरा उप जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे एक विचारधीन कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार डबरा उप जेल में हत्या के मामले में सजा काट रहे विचाराधीन कैदी कमल शाक्य ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव आज सुबह खिड़की से लटका बरामद किया गया। कमल शाक्य ने गत 22 मार्च को पूर्व सरपंच विजय जाट की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, तभी से वह जेल में सजा काट रहा था।

‘इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड’ का उद्घाटन किया: राजनाथ

इकबाल अंशारी           
जयपुर। राजस्थान केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने राजस्थान के बाड़मेर के गंधव भाकासर खंड में राष्ट्रीय राजमार्ग-925 पर भारतीय वायु सेना (आईएएएफ) के विमानों के लिए ‘इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड’ (ईएलएफ) का बृहस्पतिवार को उद्घाटन किया। आईएएएफ के एक हरक्यूलिस सी-130जे विमान ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर ‘मॉक इमरजेंसी लैंडिंग’ की। इस दौरान दोनों मंत्री और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत विमान में सवार थे।
यह एनएच-925ए राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय वायुसेना के विमानों के लिए बना पहला ‘इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड’ है। दोनों मंत्रियों ने ‘एनएच-925’ पर तैयार आपातकालीन लैंडिंग सुविधा पर कई विमानों के संचालन को देखा। सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान और आईएएफ के एएन-32 सैन्य परिवहन विमान और एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर ने भी ईएलएफ पर ‘इमरजेंसी लैंडिंग’ की।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने भारतीय वायु सेना के लिए आपातकालीन स्थिति में विमान उतारने के वास्ते एनएच-925ए के सट्टा-गंधव खंड के तीन किलोमीटर के हिस्से पर ‘ईएलएफ’ का निर्माण किया है। यह सुविधा भारतमाला परियोजना के तहत गगरिया-बखासर और सट्टा-गंधव खंड के नव विकसित ‘टू-लेन पेव्ड शोल्डर’ का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई 196.97 किलोमीटर है और इसकी लागत 765.52 करोड़ रुपये है।
‘पेव्ड शोल्डर’ उस भाग को कहा जाता है, जो राजमार्ग के उस हिस्से के पास हो जहां से वाहन नियमित रूप से गुजरते हैं । बयान में कहा गया कि यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बाड़मेर और जालौर जिलों के गांवों के बीच सम्पर्क में सुधार करेगी। इसके पश्चिमी सीमा क्षेत्र में स्थित होने से भारतीय सेना को निगरानी करने में मदद के साथ-साथ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में भी सहायता मिलेगी।
ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए किया जाएगा। ईएलएफ का निर्माण 19 महीने के अंदर पूरा किया गया है। इसका निर्माण कार्य जुलाई 2019 में शुरू किया गया था और जनवरी 2021 में यह सम्पन्न हो गया। आईएएफ और एनएचएआई की देखरेख में ‘जीएचवी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ ने इसका निर्माण किया है।

केंद्र बदलने की अनुमति देने पर इनकार किया

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रीय प्रवेश एवं पात्रता परीक्षा (नीट) पीजी 2021 के लिए केंद्र बदलने की अनुमति दिये जाने संबंधी याचिका की सुनवाई से गुरुवार को इनकार कर दिया।
याचिकाकर्ता डॉक्टरों ने नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन (एनबीई) द्वारा परीक्षा केंद्र बदलने की अनुमति दिये जाने तक परीक्षा के आयोजन पर रोक संबंधी दिशानिर्देश जारी करने का अनुरोध किया था।
न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित, न्यायमूर्ति एस रवीन्द्र भट और न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी की खंडपीठ ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दी कि देश में कोरोना की स्थिति में सुधार हो रहा है और मामूली यात्रा प्रतिबंध शेष हैं।
न्यायालय ने याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश हो रही वरिष्ठ अधिवक्ता मीनाक्षी अरोड़ा की उन दलीलों को खारिज कर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि केरल और देश के अन्य हिस्सों में कोरोना के मामलों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।

जमीन विवाद को लेकर झगड़े में 1 वृद्ध की मौंत

हरिओम उपाध्याय              
जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर जिले के बदलापुर क्षेत्र में दो पक्षों के बीच जमीन विवाद को लेकर हुए झगड़े में एक वृद्ध की मृत्यु हो गई। जबकि दोनो पक्षों के 17 लोग घायल हो गये।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जिले में बदलापुर खुर्द गांव निवासी लालजी और दूसरे पक्ष के जयनाथ के बीच पट्टे की भूमि को लेकर बुधवार को विवाद हो गया था। विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर लाठी-डंडे व धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस 18 लोग घायल गए। सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बदलापुर पहुंचाया गया। जहां गंभीर रूप से घायल शीतला प्रसाद, लालजी, संजय, विशाल और मुलेमा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि हालत गंभीर देखते हुए 60 वर्षीय शीतला को जिला अस्पताल से वाराणसी रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान गुरुवार सुबह उसकी मृत्यु हो गई। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि दोनों पक्ष की तरफ से तहरीर दी गई है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है

सोनाक्षी के साथ काम करते नजर आयेंगे अक्षय

कविता गर्ग             
मुंबई। बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार फिल्म 2 एक्स.एल में सोनाक्षी सिन्हा के साथ काम करते नजर आयेंगे।
अक्षय कुमार ने फिल्म निर्देशक मुदस्सर अजीज की अगली फिल्म भी साइन कर ली है। फिल्म का नाम 2 एक्स.एल होगा। इस फिल्म में सोनाक्षी सिन्हा भी अहम किरदार निभाती नजर आयेंगी। इस फिल्म का निर्माण अश्विन वर्दे करेंगे।
बताया जा रहा है कि फिलम 2 एक्स. एल. के लिए अक्षय कुमार अपना लुक चेंज करेंगे। यह फिल्म एक मोटे व्यक्ति की कहानी होगी। अक्षय कुमार मेकअप की मदद से मोटे व्यक्ति का रूप धारण करेंगे और फैंस को बड़ा सरप्राइज देंगे।

अस्पताल में आग लगने से 14 लोगों की मौंत हुईं

स्कोप्जे। उत्तरी मेसिडोनिया के पश्चिमोत्तर शहर टेटोवो में स्थित एक कोविड-19 अस्पताल में भीषण आग लगने से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गयी।
अल्साट न्यूज चैनल के मुताबिक आग को काबू में करने के लिए 30 दमकलकर्मियों तथा सात वाहनों का इस्तेमाल किया। वहीं स्वास्थ्य मंत्री वेंको फिलिप्स ने बताया कि आग को बुझा दिया गया है तथा इस हादसे में जख्मी हुए लोगों को बेहतर उपचार के देश की राजधानी स्कोप्जे भेजा गया है।

बीमारियों से बचाने में वाइन पीना बेहद फायदेमंद

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। वाइन और दिल के बीच के रिश्ते को नकारा नहीं जा सकता है। वैज्ञानिक शोधों में भी ये बात स्पष्ट की गई है कि लोअर हार्ट की बीमारियों से बचाने में वाइन पीना फायदेमंद साबित होता है। अब ताज़ा रिसर्च के मुताबिक एल्कोहॉल फ्री वाइन पीना भी दिल को उतना ही फायदा देने वाला है, जितना एल्कोहॉल वाली रेड वाइन देती है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक एल्कोहॉल फ्री वाइन भी सेहत को उतना ही फायदा देती हैं, जितनी एल्कोहॉल वाली वाइन। ये बात हैं की ओर से किए गए एक शोध में बताई गई है। इनके शरीर पर सीमित मात्रा में एल्कोहॉल लेने के प्रभाव देखे जा रहे थे।
रिसर्च में 40 से 69 साल की उम्र के 4 लाख 50 हज़ार लोगों को शामिल किया गया था।  शोध में पाया गया कि उन लोगों में दिल की बीमारी का खतरा कम पाया गया, जिन्होंने एक हफ्ते में 11 ग्लास वाइन पी थी। इन लोगों में ड्रिंक नहीं करने वाले और ज्यादा ड्रिंक करने वाले से 40 फीसदी कम कोरोनरी हार्ट डिज़ीज़ का खतरा था। ऐसा ही रिजल्ट उन लोगों में भी देखने को मिला, जो रोज़ाना नॉन एल्कोहॉल वाली वाइन पी रहे थे। ऐसा इसलिए था, क्योंकि वाइन की खूबियां एल्कोहॉल से नहीं, बल्कि अंगूर के ज़रिये आ रही थीं। अंगूर में पाए जाने वाले हाई एंटी ऑक्सीडेंट्स या पॉलीफेनल्स के चलते दिल की इनर लाइनिंग अच्छे से फंक्शन करने लगती है।
शोध में पाया गया कि जिन लोगों ने हफ्ते में 8-11 ग्लास रेस वाइन पी, उनमें दिल की बीमारी का खतरा कम हुआ। ठीक ऐसा ही उन लोगों के साथ भी हुआ, जिन्होंने एल्कोहॉल फ्री वाइन पी. मुख्य रिसर्चर डॉक्टर रुलोल्फ  का कहना है कि अंगूर से बनी हुई एल्कोहॉल और दिल के बीच के अच्छे रिश्ते को नकारा नहीं जा सकता है। ऐसा ही एल्कोहॉल फ्री वाइन के साथ भी है, क्योंकि पॉलीफेनल्स दोनों ही वाइन में पाए जाते हैं। हालांकि रिसर्च में ये बात भी कही गई है कि जो लोग बियर, साइडर और स्पिरिट जैसी चीज़ें पीते हैं, उनमें कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

 

वास्तुशास्त्र के लिए भी पौधे का इस्तेमाल किया

अकांशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। बोन्साई प्लांट एक ऐसा पौधा, जिसको आजकल लोगों का गुडलक माना जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि आप इस पौधे के जरिए अच्छी कमाई कर सकते है। आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे इस पौधे की खेती कर सकते हैं और इसके लिए आपको कितने रुपए खर्च करने होंगे। आपको बता दें आजकल सजावट और गुडलक के अलावा ज्योतिष शास्त्र, वास्तुशास्त्र के लिए भी इस पौधे का इस्तेमाल किया जा सकता है। केंद्र सरकार भी इस खेती के लिए आर्थिक सहायता देती है।
बता दें आप इस बिजनेस को 20 हजार रुपये में भी शुरू कर सकते हैं फिलहाल शुरुआत में आप इसे अपनी जरूरत के हिसाब से छोटे या बड़े लेवल पर शुरु करें। इसके बाद प्रॉफिट और सेल बढ़ने पर आप बिजनेस का आकार बढ़ा सकते हैं। आजकल इसको लकी प्लांट के रुप में काफी इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल घर और ऑफिस में सजावट के लिए भी किया जाता है।  इसकी वजह से आजकल इनकी डिमांड काफी ज्यादा है। आजकल बाजार में इन पौधों की कीमत 200 रुपये से लेकर करीब 2500 रुपये तक हो सकती है। इसके अलावा बोनसाई प्लांट के शौकीन लोग इसकी मुंह मांगी कीमत भी देने के लिए तैयार रहते है।
पहला तरीके में आप बहुत ही कम पूंजी से इस बिजनेस को शुरू कर सकती है।
 लेकिन इसमें आपको थोड़ा समय लगेगा। क्योंकि बोनसाई प्लांट को तैयार होने में कम से कम दो से पांच साल का समय लगता है. इसके अलावा आप नर्सरी से तैयार प्लांट लाकर उन्हें 30 से 50 परसेंट अधिक कीमत पर भी बेच सकती है।
इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको साफ पानी, रेतीली मिट्टी या रेत, गमले व कांच के पॉट, जमीन या छत , 100 से 150 वर्ग फुट, साफ कंकड़ या कांच की गोलियां, पतला तार, पौध पर पानी छिड़कने के लिए स्प्रे बॉटल, शेड बनाने के लिए जाली. बता दें अगर आप ये बिजनेस छोटे पैमाने पर शुरू करेंगे तो करीब 5 हजार रुपये का निवेश होगा। वहीं, थोड़ा स्केल बढ़ाएंगे तो 20 हजार तक का खर्च आएगा। तीन साल में औसतन 240 रुपये प्रति प्लांट की लागत आएगी, जिसमें से 120 रुपये प्रति प्लांट सरकारी सहायता मिलेगी। नार्थ ईस्ट को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में इसकी खेती के लिए 50 फीसदी सरकार और 50 फीसदी किसान लगाएगा। 50 फीसदी सरकारी शेयर में 60 फीसदी केंद्र और 40 फीसदी राज्य की हिस्सेदारी होगी। जबकि नार्थ ईस्ट में 60 फीसदी सरकार और 40 फीसदी किसान लगाएगा। 60 फीसदी सरकारी पैसे में 90 फीसदी केंद्र और 10 फीसदी राज्य सरकार का शेयर होगा। जिले में इसका नोडल अधिकारी आपको पूरी जानकारी दे देगा।
जरूरत और प्रजाति के हिसाब से एक हेक्टेयर में 1500 से 2500 पौधे लगा सकते हैं। अगर आप 3 गुणा 2.5 मीटर पर पौधा लगाते हैं तो एक हेक्टेयर में करीब 1500 प्लांट लगेंगे। साथ में आप दो पौधों के बीच में बची जगह में दूसरी फसल उगा सकते हैं। 4 साल बाद 3 से 3.5 लाख रुपये की कमाई होने लगेगी। 
हर साल रिप्लांटेशन करने की जरूरत नहीं। क्योंकि बांस की पौध करीब 40 साल तक चलती है। दूसरी फसलों के साथ खेत की मेड़ पर 4 गुणा 4 मीटर पर यदि आप बांस लगाते हैं तो एक हेक्टेयर में चौथे साल से करीब 30 हजार रुपए की कमाई होने लगेगी। इसकी खेती किसान का रिस्क फैक्टर कम करती है। क्योंकि किसान बांस के बीच दूसरी खेती भी कर सकता है।

लोगों को सदस्यता दिलाने में जुटी हुई है कांग्रेस

पंकज कपूर                
हल्द्वानी। चुनाव के कुछ ही महीने बचे हैं। ऐसे में अब कांग्रेस अपने कुनबे को मजबूत करने के लिए लोगों को सदस्यता दिलाने में जुटी हुई है। ग्राम हिम्मतपुर चौम्वाल में एक दर्जन लोगों ने भाजपा सरकार द्वारा क्षेत्र की उपेक्षा के कारण नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को समर्थन करने की घोषणा करते हुए सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष व क्षेत्र के पूर्व प्रधान की अध्यक्षता तथा बूथ अध्यक्ष हरीश शर्मा के संचालन तथा क्षेत्र के कई ग्राम वासियों की उपस्थिति पूर्व काबीना मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल के हाथों उनके समर्थन में कांंग्रेस की सदस्यता ग्रहण की।
इस अवसर पर कै.बी.डी.पांडे,अम्बादत्त शर्मा, उमेश चन्द्र दुर्गापाल,लीलाधर शर्मा,त्रिलोचन पांडे, लक्षमण सिंह भंडारी, गोबिन्द बल्लभ जोशी, बहादुर सिंह, ऊर्बादत्त गुणवंत, पद्मादत्त पांडे, हेमवतीनंदन दुर्गापाल,राजेन्द्र सिंह बिष्ट,महेश चन्द्र जोशी, पूजा जोशी, मुन्ना सिंह राठौर, तारादत्त शर्मा, दीपक जोशी, पंकज शर्मा, मोहन सिंह राणा, राकेश जोशी, पूर्व प्रधान इंदरलाल, भाष्कर भट, प्रमोद चंद, कु.रेनू सिंह, दयाकिशन कांडपाल, केशबदत्त,पंकज मिश्रा, उमेश कबड्वाल, संजय राणा, सुरेश जोशी, नवीन चन्द्र जोशी, संजय शर्मा, प्रकाश चन्द्र जोशी, तनुज जोशी, प्रकाश जोशी, खष्टी जोशी, मोहनी देवी, गोकुल कांडपाल, केवलानंद पांडे, जगदीश जोशी सहित भारी संख्या में गांव के लोग उपस्थित रहे।

कांग्रेस ने सिर्फ 'भारत' को डराने का काम किया

कांग्रेस ने सिर्फ 'भारत' को डराने का काम किया  इकबाल अंसारी  कंधमाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस ...