शनिवार, 14 अगस्त 2021

चुनाव से पहले मानदेय बढ़ा सकती है यूपी सरकार


हरिओम उपाध्याय               
लखनऊ। अब यूपी सरकार मानदेय पर काम करने वाले सरकारी कर्मचारियों का चुनाव से पहले मानदेय बढ़ा सकती है। अनुपूरक अनुदानों में इसके लिए बजट बढ़ाने का प्रस्ताव किया जा सकता है। किस संवर्ग के लिए कितनी-कितनी धनराशि की वृद्धि हो इस पर विचार-विमर्श चल रहा है। अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री व कैबिनेट के स्तर से होना बाकी है।
प्रदेश में ग्राम प्रहरी आंगनबाड़ी, रोजगार सेवक, प्रांतीय रक्षक दल आशा कार्यकर्ता, व रसोइयां आदि विभिन्न संवर्गों करीब 7.5 लाख कार्मिक मानदेय पर कार्य कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर संवर्गों के कार्मिक बढ़ती महंगाई व लंबे समय से मानदेय में वृद्धि न किए जाने का हवाला देकर मानदेयजानकार बताते हैं कि मानदेय पर काम करने वाले ज्यादातर कार्मिक ग्रामीण क्षेत्रों में काम करते हैं। स्थानीय स्तर पर इनकी हर घर तक पहुंच होती है। चुनावों में बीएलओ से लेकर चुनाव कराने तक में इनकी सक्रिय भूमिका रहती है। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले मानदेय पर कार्य करने वाले इन कार्मिकों का मानदेय बढ़ाने का सबसे मुफीद समय है।राजधानी लखनऊ में बन रहे अंबेडकर स्मारक स्थल एवं संग्रहालय, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल, कोविड से अनाथ हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, अन्य बीमारियों की वजह से अनाथ हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना-सामान्य तथा निराश्रित विधवाओं के लिए प्रस्तावित योजनाओं के साथ मिशन शक्ति से जुड़ी योजनाओं के लिए अनुपूरक बजट में धनराशि की व्यवस्था की तैयारी है। सरकार के लिए गौ आश्रय स्थल अभी भी चुनौती का सबब बने हुए हैं। इनके लिए भी अनुपूरक में व्यवस्था हो सकती है।
प्रदेश में ग्राम प्रहरी आंगनबाड़ी, रोजगार सेवक, प्रांतीय रक्षक दल आशा कार्यकर्ता, व रसोइयां आदि विभिन्न संवर्गों करीब 7.5 लाख कार्मिक मानदेय पर कार्य कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर संवर्गों के कार्मिक बढ़ती महंगाई व लंबे समय से मानदेय में वृद्धि न किए जाने का हवाला देकर मानदेय बढ़ाने की मांग करते रहे हैं। इनके मानदेय पर करीब 7,000 करोड़ रुपये प्रति वर्ष खर्च आ रहा है।जानकार बताते हैं कि मानदेय पर काम करने वाले ज्यादातर कार्मिक ग्रामीण क्षेत्रों में काम करते हैं। स्थानीय स्तर पर इनकी हर घर तक पहुंच होती है। चुनावों में बीएलओ से लेकर चुनाव कराने तक में इनकी सक्रिय भूमिका रहती है। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले मानदेय पर कार्य करने वाले इन कार्मिकों का मानदेय बढ़ाने का सबसे मुफीद समय है।
सूत्रों ने बताया कि वर्तमान में मानदेय पर कार्यरत कार्मिकों उन पर आ रहे व्यय भार के साथ किस संवर्ग के मानदेय में कितनीकितनी वृद्धि करने पर कितना-कितना खर्च आएगा, इसका अलग-अलग स्लैब के हिसाब से प्रस्ताव तैयार हो रहा है। प्रशासकीय विभागों व वित्त विभाग के बीच प्रस्तावों पर चर्चा अंतिम चरण में है। प्रस्ताव को अंतिम रूप देकर निर्णय किया जाना बाकी है।
राजधानी लखनऊ में बन रहे अंबेडकर स्मारक स्थल एवं संग्रहालय, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर राष्ट्र प्रेरणा स्थल, कोविड से अनाथ हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, अन्य बीमारियों की वजह से अनाथ हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना-सामान्य तथा निराश्रित विधवाओं के लिए प्रस्तावित योजनाओं के साथ मिशन शक्ति से जुड़ी योजनाओं के लिए अनुपूरक बजट में धनराशि की व्यवस्था की तैयारी है। सरकार के लिए गौ आश्रय स्थल अभी भी चुनौती का सबब बने हुए हैं। इनके लिए भी अनुपूरक में व्यवस्था हो सकती है।
राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र 17 अगस्त से आहूत किया गया है। 20 अगस्त को वित्त वर्ष 2021-22 के पहले अनुपूरक अनुदानों के प्रस्तुतीकरण व 24 को चर्चा कर पारित कराने का कार्यक्रम तय किया गया है। मगर 20 अगस्त को मोहर्रम पड़ने की वजह से अनुपूरक बजट पेश करने की तिथि में संशोधन की संभावना बढ़ गई है। हालांकि अभी यह निर्णय होना बाकी है कि 20 अगस्त को यदि मोहर्रम की वजह से सदन की बैठक टाली जाएगी तो फिर 19 को सदन की बैठक की जाए या नहीं। पहले 19 को मोहर्रम की वजह से बैठक नहीं थी। यदि 19 को सदन की बैठक तय की जाए तो 18, 19 या 23 अगस्त में से किसी भी दिन अनुपूरक बजट प्रस्ताव लाने का विकल्प बना रहेगा। पर, इस पर निर्णय कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में 16 अगस्त को होने की उम्मीद है। हालांकि, वित्त विभाग 18 अगस्त को अनुपूरक अनुदान पेश किए जाने का अनुमान लगाते हुए अपनी तैयारी में जुटा है।

देश में प्रकार के स्थलों की संख्या बढ़कर 46 हुईं

राणा ओबराय                              
चडींगढ। हरियाणा के दो एवं गुजरात के दो यानी कुल चार और भारतीय स्थलों को ‘रामसर संधि’ के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमियों के तौर पर मान्यता दी गई है और देश में अब इस प्रकार के स्थलों की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। मंत्रालय के अनुसार, ऐसा पहली बार हुआ है कि हरियाणा की दो आर्द्रभूमियों-गुरुग्राम के सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान और झज्जर स्थित भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य- को रामसर सूची में शामिल किया गया है।
रामसर सूची का उद्देश्य ”आर्द्रभूमि के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को विकसित करना और बनाए रखना है जो वैश्विक जैविक विविधता के संरक्षण और उनके पारिस्थितिक तंत्र घटकों एवं प्रक्रियाओं के रखरखाव एवं लाभों के माध्यम से मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं”। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की पर्यावरण के प्रति चिंता के कारण भारत में आर्द्रभूमियों की देखभाल के तरीके में समग्र सुधार हुआ है।
हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि चार और भारतीय आर्द्रभूमियों को अंतरराष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमियों के रूप में रामसर की मान्यता मिली है। उन्होंने कहा कि गुजरात के थोल एवं वाधवाना और हरियाणा के सुल्तानपुर एवं भिंडावास को रामसर ने मान्यता दी है। भारत में रामसर स्थलों की संख्या अब 46 है। हरियाणा का भिंडावास वन्यजीव अभयारण्य मानव निर्मित ताजाजल आर्द्रभूमि है। यह हरियाणा में सबसे बड़ी आर्द्रभूमि है। वर्षभर पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियां इस अभयारण्य का उपयोग विश्राम स्थल के रूप में करती हैं।
यह स्थल मिस्र के गिद्ध, स्टेपी ईगल, पलास की फिश ईगल और ब्लैक-बेलिड टर्न सहित विश्व स्तर पर 10 से अधिक विलुप्तप्राय प्रजातियों के उपयुक्त है। हरियाणा स्थित सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान उसके मूल पक्षियों, शीतकालीन प्रवासियों और स्थानीय प्रवासी जलपक्षियों की 220 से अधिक प्रजातियों के लिए उनके जीवन चक्र के महत्वपूर्ण चरणों में अनुकूल है। इनमें से 10 से अधिक अधिक प्रजातियां वैश्विक स्तर पर विलुप्तप्राय श्रेणी में आती है।

बांग्लादेश सीमा पर 'बीएसएफ' को अलर्ट पर रखा

दिसपुर। असम स्वतंत्रता दिवस पर पड़ोसी देश के इस्लामी आतंकवादियों और अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे राज्यों में सक्रिय भारतीय उग्रवादियों से सुरक्षा को संभावित खतरे की खुफिया जानकारी के मद्देनजर भारत-बांग्लादेश सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है।
बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। बीएसएफ के उप महानिरीक्षक, क्षेत्रीय मुख्यालय शैलेंद्र कुमार सिन्हा ने शनिवार को कहा किअसम में भारत-बांग्लादेश की पूरी सीमा पर और पश्चिम बंगाल में कूचबिहार जिले में कड़ी चौकसी रखी जा रही है। आदेश दिए गए हैं कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अप्रिय गतिविधि को अंजाम देने के किसी भी प्रयास से सख्ती से निबटा जाए।
सिन्हा ने बताया कि बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ‘ऑपरेशन अलर्ट’ शुरू किया है जो 16 अगस्त तक चलेगा। इसमें अर्द्धसैनिक बल की सभी शाखाओं के सभी अधिकारी और जवान हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि इस अभियान की शुरुआत मुख्य रूप से बांग्लादेश के इस्लामी आतंकवादियों और पड़ोसी देश से सटे राज्यों में सक्रिय भारतीय विद्रोहियों से उत्पन्न सुरक्षा खतरे के मद्देनजर की गई है।
उन्होंने बताया कि बीएसएफ कर्मी सीमा के निकट जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं जिसमें स्थानीय लोगों से कहा जा रहा है कि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि के बारे में वे बल को सूचित करें।

जहरीला मशरूम खाने से पिता-पुत्री की मौंत हुईं

पंकज कपूर                   
देहरादून। उत्तराखंड के टिहरी जिले के प्रताप नगर ब्लाक के गांव खोलगढ़ में जहरीला मशरूम खाने से पिता-पुत्री की मौत हो गई है। इस दुखद खबर से गांव में मातम छाया हुआ है। बताया जा रहा है कि बीते शनिवार को दोनों ने जंगली मशरूम खाया था जिसके बाद वह गंभीर रूप से बीमार हो गए थे। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उपचार कराने के बाद घर लौटी पुत्री की बुधवार को मौत हो गई। जबकि देहरादून अस्पताल में भर्ती पिता ने भी शुक्रवार को दम तोड़ दिया इस घटना की खबर से गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
जानकारी के मुताबिक ओण पट्टी के खोलगढ़ के क्षेत्र पंचायत सदस्य द्वारा जानकारी दी गई कि गांव के चमन सिंह उम्र 47 वर्ष बीते शनिवार को जंगल से जंगली मशहूर तोड़कर घर लाए और शनिवार की शाम ही उन्होंने सब्जी बनाकर खाई। 
रविवार को उनको और उनकी 13 वर्ष की पुत्री आशा को उल्टी दस्त होने लगे। जिसके बाद उन्हें सीएचसी प्रताप नगर इलाज के लिए लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने घर भेज दिया लेकिन सोमवार को फिर से दोनों की तबीयत बिगड़ गई।
दोनों को दोबारा ऋषिकेश लाया गया वहां एक निजी अस्पताल के बाद आशा के स्वास्थ्य में सुधार होने पर डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दी और वह घर लौट गई जबकि पिता इलाज के लिए देहरादून चले गए बुधवार को फिर से आशा की तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई जबकि देहरादून में उपचार के दौरान चमन सिंह ने भी दम तोड़ दिया।

पारी के आधार पर 34 रन की बढ़त हासिल की

जमैका। कप्तान क्रेग ब्रेथवेट तीन रन से शतक से चूक गए लेकिन पूर्व कप्तान जेसन होल्डर के साथ उनकी 96 रन की साझेदारी से वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को यहां पहली पारी के आधार पर 34 रन की बढ़त हासिल कर ली। ब्रेथवेट दो रन लेने के प्रयास में हसन अली के सटीक निशाने का शिकार बनकर रन आउट हुए। उन्होंने 97 रन बनाए और अपने 10वें टेस्ट शतक से चूक गए। सलामी बल्लेबाज ब्रेथवेट ने 221 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके जड़े। वेस्टइंडीज ने दिन का खेल खत्म होने तक पाकिस्तान के पहली पारी में 217 रन के जवाब में आठ विकेट पर 251 रन बना लिए हैं। वेस्टइंडीज की ओर से होल्डर ने भी 58 रन की पारी खेली। दिन को खेल खत्म होने पर जोशुआ डा सिल्वा 20 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि जोमेल वारिकेन एक रन बनाकर उनका साथ निभा रहे हैं। वेस्टइंडीज ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर दो रन से ही।
रोस्टन चेज और जर्मेन ब्लैकवुड ने तीसरे विकेट के लिए 49 रन जोड़कर पारी को संभालने का प्रयास किया। चेज 21 रन बनाने के बाद हसन अली की गेंद पर मोहम्मद रिजवान को कैच दे बैठे। ब्लैकवुड भी 22 रन बनाने के बाद शाहीन शाह अफरीदी की गेंद पर मिड आन पर अब्बास के हाथों लपके गए जबकि अगली गेंद पर काइल मायर्स भी पवेलियन लौट गए जिससे वेस्टइंडीज का स्कोर पांच विकेट पर 100 रन हो गया।
ब्रेथवेट और होल्डर ने इसके बाद पारी को संवारा और टीम का स्कोर 196 रन तक पहुंचाया। होल्डर ने 95 गेंद में नौ चौकों की मदद से अर्धशतक पूरा किया। फहीम अशरफ ने होल्डर को विकेटकीपर रिजवान के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा। ब्रेथवेट छह घंटे से अधिक समय तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन दूसरा रन लेने में चूक करके रन आउट हुए।

पशुओं की स्थिति पर हलफनामा दायर, निर्देश दिया

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआई) को बंद हो चुके सर्कसों के पशुओं की स्थिति पर हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति विपिन सांघी और न्यायमूर्ति जसमीत सिंह की पीठ पेटा (पशुओं के साथ नैतिक व्यवहार के हिमायती लोग), भारत द्वारा याचिका पर सुनवाई करते हुए एडब्ल्यूबीआई को हलफनामा दायर करने के लिए तीन हफ्ते का समय दिया।
पेटा के वकील अमन हिंगोरानी ने कहा कि एडब्ल्यूबीआई की ओर से पहले से दाखिल हलफनामे में ऐसे पशुओं की स्थिति पर विशिष्ट रूप से जानकारी नहीं दी गई है। अदालत ने अपने 10 अगस्त के आदेश में कहा कि प्रतिवादी संख्या तीन (एडब्ल्यूबीआई) के लिए पेश हुए वकील राजेश कुमार गोंगना को सुनिश्चित करना होगा कि तीन हफ्तों के भीतर एक और हलफनामा दायर किया जाए। जिसमें ऐसे पशुओं की स्थिति बताई जाए।
पिछले साल, भारतीय पशु संरक्षण संगठन संघ (एफआईएपीओ) द्वारा अदालत को सूचित किया गया था कि एडब्ल्यूबीआई द्वारा दायर एक रिपोर्ट के अनुसार, उसके साथ लगभग सर्कस के 740 जानवर पंजीकृत थे, लेकिन एक सर्वेक्षण में केवल 28 ही पाए गए।
अदालत ने तब एडब्ल्यूबीआई और केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को यह पता लगाने का निर्देश दिया था कि लापता जानवरों का क्या हुआ और उनके साथ पंजीकृत सभी सर्कस जानवरों की स्थिति पर एक हलफनामा दाखिल करने को कहा था। एडब्ल्यूबीआई द्वारा देश भर में सर्कस का निरीक्षण करने पर उसके साथ पंजीकृत जानवरों के मुकाबले जानवरों की संख्या में बहुत बड़ा अंतर मिलने पर अदालत ने इसे “गंभीर” एवं “चौंकाने वाला” करार दिया था।

'हीरामंडी' में साथ काम करती नजर आएंगीं माधुरी

कविता गर्ग                     
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री रेखा और माधुरी दीक्षित फिल्म हीरामंडी में साथ काम करती नजर आ सकती हैं। संजय लीला भंसाली अपनी आने वाली वेब सीरीज ‘हीरा मंडी’ को लेकर काफी चर्चा में हैं। महिलाओं पर केंद्रित इस सीरीज में बॉलीवुड की कई अभिनेत्री काम करती नजर आयेंगी।
हीरा मंडी’ में सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी मुख्य भूमिका निभा रही हैं। इस वेब सीरीज में कुल सात एपिसोड हैं। इसके पहले एपिसोड का निर्देशन खुद भंसाली करेंगे और बाकी एपिसोड के निर्देशन की जिम्मेदारी विभु पुरी को दी गई है। चर्चा है कि ‘हीरामंडी’ में माधुरी दीक्षित और रेखा भी नजर आ सकती हैं।
इन दोनों अभिनेत्रियों को आखिरी बार एक साथ फिल्म ‘लज्जा’ में देखा गया था। अब एक बार फिर दोनों 20 साल बाद ‘हीरामंडी’ में एक साथ नजर आ सकती हैं।

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राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...