गुरुवार, 22 जुलाई 2021

संतान प्राप्ति के लिए मरणासन्न के वीर्य देने की अनुमति

इकबाल अंंसारी         
अहमदाबाद। गुजरात हाई कोर्ट ने आज एक अनूठे मामले की सुनवाई करते हुए कोरोना के कारण मरणासन्न पड़े एक युवक का वीर्य उसकी पत्नी को आइवीएफ पद्धति से संतान प्राप्ति के लिए देने की अनुमति दे दी।
न्यायमूर्ति ए शास्त्री की अदालत ने मूल रूप से अहमदाबाद की रहने वाली और कनाडा की स्थायी रेज़िडेन्सी प्राप्त इस विवाहिता को कृत्रिम रूप से गर्भाधान के लिए कोरोना से गम्भीर रूप से पीड़ित उसके पति का वीर्य दिए जाने की अनुमति दे दी।इस मार्मिक मामले की याची महिला की शादी पिछले साल अक्टूबर में हुई थी। उसके पति मूल रूप से गुजरात के भरूच के रहने वाले है पर दोनो की मुलाक़ात तीन साल पहले कनाडा में ही हुई थी। दोनो प्रेम विवाह के बाद ख़ुश थे पर अचानक इस साल फरवरी में युवक के पिता हृदय की बीमारी के चलते गम्भीर हो गए। उनके इलाज के लिए युवक को गुजरात आना पड़ा और उसके प्रयास से पिता ऑपरेशन के बाद स्वस्थ हो गए पर अस्पताल आने जाने के क्रम में उसे कोरोना का संक्रमण हो गया।युवक की स्थिति बिगड़ने पर 10 मई को उसे भी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। 
अस्पताल में भी दिनो दिन उसकी स्थिति बिगड़ती गयी। उसका फेफड़ा बुरी तरह संक्रमित हो गया और अब वह मल्टिपल ऑर्गन फ़ेल्यर के कारण मरणासन्न है। उसकी पत्नी ने ऐसी स्थिति में उसके साथ अपने संतान प्राप्ति की इच्छा से अस्पताल के ज़रिए पति का वीर्य हासिल करने के लिए अदालत का दरवाज़ा खटखटाया था।

जम्मू-कश्मीर में कोरोना के 144 नए मामलें मिलें

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में बुधवार को कोरोना वायरस के 144 नए मामले आए। जिससे संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 3,20,256 हो गई। जबकि एक मौत के साथ मृतकों की संख्या 4,372 हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश के नए मामलों में से 32 जम्मू संभाग से और 112 कश्मीर संभाग से आए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,602 रह गई, जबकि 3,14,282 मरीज अब तक संक्रमण से उबर चुके हैं।
इस बीच, केंद्र शासित प्रदेश में म्यूकोर्मिकोसिस (काला कवक) के 35 पुष्ट मामले हैं क्योंकि कोई ताजा मामला सामने नहीं आया है।

बीएसएफ के 1 अधिकारी सहित 5 जवान घायल हुए

श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के शीरी बारामुला में बीएसएफ के जवानाे को ले जा रहा एक वाहन पलटा। इसमें सवार बीएसएफ के एक अधिकारी सहित पांच जवान घायल हो गए हैं। उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है। जहां इनका उपचार जारी है।
जानकारी के अनुसार, बीएसएफ की 194वीं बटालियन के अधिकारियों व जवानों को लेकर वाहन मोहारू से बारामुला की ओर जा रहा था कि अचानक शीरी पुलिस स्टेशन के समीप चालक वाहन से अपना नियंत्रण खो बैठा। 
इस हादसे में वाहन में सवार बीएसएफ के अधिकारी सहित पांच जवान घायल हो गए हैं। इनकी पहचान असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार, हैड कांस्टेबल मुकेश कुमार व तोता राम, कांस्टेबल अमनदीप व कांस्टेबल जाल सिंह के रूप में हुई है।
गौरतलब है कि गत सप्ताह उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिला के अंतर्गत सीमावर्ती उड़ी सेक्टर में एक कार गहरी खाई में गिर गई थी। इसमें सवार एक शख्स की मौत हो गई थी जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच गए थे। उन्होंने तुरंत राहत कार्यों में हाथ बंटाते हुए घायलों को दुर्घटनाग्रस्त वाहन से बाहर निकाला। इस दौरान कार चालक मोहम्मद इस्लाम टास की मौके पर ही मौत हो गई थी। अन्य घायलों को राजकीय मेडिकल कॉलेज बारामुला में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था।

राजस्थान: बीकानेर में भूकंप के झटके महसूस किएं

नरेश राघानी               
जयपुर। बता दें कि बीते 12 फरवरी की सुबह भी बीकानेर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब भी भूकंप के कारण किसी तरह के नुकसान होने की कोई बात सामने नहीं आई थी। इस बार भी नुकसान की बात अब तक सामने नहीं आई है। गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भी बीते साल में भूकंप के कई बार हल्के झटके महसूस किए जा चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में पांच बार भूकंप के झटकों से हिल चुकी थी। बता दें कि पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं। जो लगातार घूमती रहती हैं। 
जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं। वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। फिर इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

रसायन: गर्मियों के मौसम में रसीले आम का स्वाद

गर्मियों के मौसम में हर तरफ आम नजर आते हैं। मीठे और रसीले आम खाना हर किसी को पसंद होता है। आम में फाइबर, विटामिन सी, ए और कई सारे मिनरल्स पाए जाते हैं। आम में कई सारे एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं। आम खाने से शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं। लेकिन आजकल बाजार में बिकने वाले कुछ आमों में ऐसे जहरीले केमिकल भी पाए जाते हैं। जो शरीर के लिए बहुत हानिकारक होते हैं। कुछ फलों को नकली तरीके से पकाया जाता है और इन्हें नेचुरल और ताजा बनाकर बेचा जाता है। अगर आप ऐसा आम खा रहे हैं। जिसमें जूस नहीं है तो हो सकता है ये आम भी नकली तरीके से पकाया गया हो। बाजार में आम की कमी और लोगों की ज्यादा मांग को देखते हुए, पूरे भारत में आमों का कृत्रिम रूप से पकाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। आखिर केमिकल्स के इस्तेमाल से आम को कैसे पकाया जाता है। 
एक्सपर्ट के अनुसार, इस प्रक्रिया में प्रमुख रूप से कैल्शियम कार्बाइड रासायनिक पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है। कैल्शियम कार्बाइड के पैकेट को आम के साथ रखा जाता है। जब यह रसायन नमी के संपर्क में आता है, तो एसिटिलीन गैस बनती है। इसका प्रभाव एथिलीन के समान ही होता है, जो स्वाभाविक रूप से फल पकने की प्रक्रिया में इस्तेमाल होता है। सिर्फ आम ही नहीं बल्कि कई अन्य फल भी इसी तरह कृत्रिम रूप से पकाए जाते हैं। कृत्रिम रूप से पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का उपयोग द्वारा प्रतिबंधित है।  कैल्शियम कार्बाइड सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। इसकी वजह से चक्कर आना, नींद न आना, मानसिक भ्रम और यादाश्त कमजोर होने जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं। कैल्शियम कार्बाइड तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है। आर्सेनिक और फास्फोरस हाइड्राइड हार्मोन को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। 
कैल्शियम कार्बाइड के उपयोग से फलों की गुणवत्ता काफी हद तक कम हो जाती है। इसकी वजह से फल बहुत ज्यादा नरम हो जाते हैं। इसकी वजह से फल में प्राकृतिक मिठास खत्म हो जाती है और ये नैचुरल तरीके से पके आमों की तुलना में तेजी से सड़ने लगते हैं। फलों में कैल्शियम कार्बाइड की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है कि वो कितना कच्चा है, इसके हिसाब से इसमें केमिकल की मात्रा बढ़ाई जाती है। इसके अलावा कृत्रिम रूप से पके आम में हरे रंग के धब्बे होने की संभावना होती है।
 ये पैच पीले रंग वाले आम से अलग होते हैं। नकली तरीके से पके आम खाने में मुंह में हल्की जलन, पेट में दर्द और दस्त का अनुभव हो सकता है।
आम के रस के जरिए भी असली-नकली की पहचान की जा सकती है। नेचुरल और अच्छी तरह से पके हुए आम में बहुत सारा रस होता है। जबकि कृत्रिम रूप से पके आम में बहुत कम या बिल्कुल भी रस नहीं होता है। इन कुछ तरीकों से आप असली-नकली फल और सब्जियों की पहचान कर सकते हैं।

ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं, निशाना साधा

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं होने संबंधी बयान को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि ‘सब याद रखा जाएगा।’उन्होंने दूसरी लहर के दौरान हुई ऑक्सीजन की कमी से संबंधित कुछ ब्यौरे का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ”सब याद रखा जाएगा।”गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से ऑक्सीजन के अभाव में किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया था कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से ऑक्सीजन के अभाव में किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है।

फुकुशिमा अजुमा बेसबॉल स्टेडियम पर भालू देखा

फुकुशिमा। ओलंपिक में दर्शकों के प्रवेश की भले ही मनाही हो। लेकिन यहां जापान और आस्ट्रेलिया की टीमों के बीच सॉफ्टबॉल मैच से पहले फुकुशिमा अजुमा बेसबॉल स्टेडियम पर बुधवार को एक भालू देखा गया।फुकुशिमा टोक्यो में मुख्य ओलंपिक आयोजन स्थलों से 150 किलोमीटर उत्तर में है। स्थानीय मीडिया के अनुसार वह एशियाई काला भालू था। शॉर्टस्टॉप अमांडा चिडेस्टेर ने कहा ,” मैने सुबह टैक्स्ट मैसेज देखा जिसमें पूछा गया था कि क्या यह सही है। वहां बड़ा काला भालू था। कहा जा रहा है कि वह मैदान में आ गया था।उन्होंने कहा ,” हमारी टीम की एक लड़की ने भी कहा कि समाचार में आ रहा है कि वहां भालू घुसा था। फिर मैने अपने परिवार को सूचित किया कि उनकी खबर सही थी। वहां सच में भालू था।’ उसके बाद वहां भालू नहीं दिखा। अमेरिकी कोच केन एरिक्सन ने कहा, हम तो ढूंढ रहे थे कि फिर कोई भालू दिख जाये। 

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...