शुक्रवार, 11 जून 2021

दुनिया को टीके की 10 करोड़ खुराकें दान करेंगा ब्रिटेन

लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कॉर्नवाल में जी7 शिखर सम्मेलन की शुरुआत में घोषणा की, उनका देश अगले साल तक दुनिया को कोविड टीके की 10 करोड़ खुराकें दान करेगा। शिखर सम्मेलन के औपचारिक सत्रों के शुरू होने से पहले मेजबान के तौर पर जॉनसन ने कोरोना वायरस महामारी पर काबू के लिए एक बड़ा कदम उठाने का संकल्प लिया। इस समूह के सदस्य देशों में ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान शामिल हैं।इन देशों के नेताओं के साथ ही यूरोपीय संघ और अतिथि देशों के रूप में भारत, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया तथा दक्षिण कोरिया के नेता भी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक को डिजिटल तरीके से संबोधित करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि शिखर सम्मेलन में दुनिया को कोविड टीकों की कम से कम एक अरब खुराकें देने की घोषणा की जाएगी।
जॉनसन ने कहा कि इस महामारी की शुरुआत से ही ब्रिटेन ने इस घातक बीमारी से मानवता की रक्षा करने के प्रयासों का नेतृत्व किया है। एक साल पहले हमने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका टीका के विकास के लिए वित्तपोषण इस आधार पर किया कि इसे दुनिया में कीमत के आधार पर वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभूतपूर्व मॉडल में लोगों को लाभ से ऊपर रखा गया है और इसका मतलब है कि अब तक 160 देशों में आधा अरब से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के टीका कार्यक्रम की सफलता के फलस्वरूप अब हम अपनी कुछ अतिरिक्त खुराकें उन लोगों के साथ साझा करने की स्थिति में हैं जिन्हें इसकी आवश्यकता है।
जॉनसन ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि जी-7 शिखर सम्मेलन में मेरे सहयोगी नेता भी इसी तरह का संकल्प लेंगे ताकि हम अगले साल के अंत तक दुनिया का टीकाकरण कर सकें और कोरोना वायरस से बेहतर तरीके से मुकाबला कर सकें।” ब्रिटेन सितंबर के अंत तक 50 लाख खुराकें दान करेगा और इसकी शुरुआत आने वाले हफ्तों में होगी और यह मुख्य रूप से दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए होगी।

दिहाड़ी या ठेके पर काम कर रहे हैं भारत के योग गुरु

अकांशु उपाध्याय                    
नई दिल्ली। योग के नाम पर बाबा रामदेव भले ही करोड़ों के वारे-न्यारे कर रहे हो, मगर भारत के भावी योग गुरुओं की हालत यह है कि वह दिहाड़ी या ठेके पर काम कर रहे हैं। जिसके चलते बड़ी संख्या में उनका विदेशों में पलायन हो रहा है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, सफदरजंग, रोहतक मेडिकल कॉलेज व चौधरी ब्रह्म प्रकाश आयुर्वेद संस्थान जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में योग के डिग्री धारी शिक्षक ठेके पर काम कर रहे हैं। देशभर के केंद्रीय विद्यालयों में भी योग शिक्षकों को ठेके पर रखा जा रहा है और उन्हें 10 माह का वेतन दिया जाता है। उन्हें अवकाश एवं अन्य सुविधाएं भी नहीं दी जा रही हैं। इनमें से ज्यादातर पीएचडी एवं नेट क्वालीफाई कर चुके योग गुरु हैं।
डॉ योगेंद्र सिंह ने योग से पीएचडी किया था जब उन्हें नौकरी नहीं मिली तो वे सिंगापुर चले गए। इसी तरह डॉ गणेश सेमवाल व डॉ मनीष ठाकुर सहित तमाम मास्टर डिग्री व पीएचडी कर चुके लोगों को जब देश के किसी भी संस्थान कॉलेज या अस्पताल में काम नहीं मिला तो वे देश छोड़कर चले गए।अब वह लाखों रुपए कमा रहे हैं। जबकि भारत में केंद्रीय विद्यालयों में काम करने वाले योग गुरुओं को 22, हजार 500 रुपए मिलते हैं। इसमें भी उन्हें 70 दिन का कोई वेतन नहीं मिलता है।योग विज्ञान से एमएससी करने वाले राम नरेश यादव ने बताया कि उन्होंने एक वर्ष तक केंद्रीय विद्यालय में काम किया लेकिन जब उन्हें स्थाई नहीं किया गया तो अब वे यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं और ऑनलाइन योग सिखाते हैं जिसमें वे 25 से 30 हजार रुपए कमा लेते हैं।
आयुष मंत्रालय एवं शिक्षा मंत्रालय की पहल पर कई विश्वविद्यालयों, डिग्री कॉलेजों एम्स जैसे अस्पतालों में योग विभाग खोल तो दिए गए हैं मगर वहां पर स्थाई नौकरियां नहीं है। देशभर के केंद्रीय विद्यालयों में भी योग शिक्षक की नियुक्ति हो रही है।
मगर उन्हें 10-10 माह के ठेके पर रखा जाता है। जिसके चलते बड़ी संख्या में भारत के प्रशिक्षित योग गुरु कनाडा, अमेरिका, वियतनाम, सिंगापुर, चीन, मलेशिया, सऊदी अरब, रूस व कतर सहित कई देशों में जा रहे है।
प्रतिभा पलायन का यह खेल तब से चल रहा है जब से संयुक्त राष्ट्र की पहल पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई और विदेशों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग योग को पसंद करने लगे।

यूके में शुक्रवार को कोरोना के 287 नए मामलें मिलें

पंकज कपूर                        
देहरादून। उत्तराखंड में आज कोरोना के 287 नए मामले सामने आए है और 21 मरीजों की मौत हुई है। जबकि आज 1614 मरीजों ने कोरोना से जंग जीती है। जिन्हें घरों को रवाना कर दिया गया है। राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 5277 रह गयी है। जिनका प्रदेश के अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
हेल्थ बुलेटिन के अनुसार आज देहरादून में 93, हरिद्वार में 44, पिथौरागढ़ में 37, चंपावत में 26, बागेश्वर में 15, टिहरी गढ़वाल में 13, पौड़ी गढ़वाल में 9, चमोली में 11, उत्तरकाशी में 8, नैनीताल में 7, यूएस नगर में 6, रुद्रप्रयाग में 5 नए मामले सामने आए है।

डॉक्टरों ने पीड़ित कामिनी को मृतक घोषित किया

गोपीचंद                
बागपत। थाना मवाना जिला मेरठ के मोहल्ला हीरा लाल निवासी तेजवीर ने अपने पुत्र राहुल का विवाह 6 वर्ष पूर्व ग्राम बालपुर जिला सहारनपुर निवासी नरेश सैनी की पुत्री कामिनी के साथ हिन्दू रीतिरिवाज के साथ की थी और प्रार्थी का पुत्र राहुल अपनी पत्नी कामिनी के साथ खेकड़ा जिला बागपत में खुशी-खुशी रह रहा था और राहुल ने अपनी पत्नी के उत्तम भविष्य को ध्यान में रखते हुये उसे जीएनएम का कोर्स भी कराया था। 
कामिनी काफी दिनों से ह्रदय की समस्या से पीड़ित थी। जिसका इलाज खेकड़ा के एक प्राइवेट अस्पताल में चल रहा था और दिनांक 31/05/2021 को उसकी हालत अचानक बिगड़ने पर उसको मेरठ शुभ भारती मैडिकल के लिये रैफर कर दिया गया। शुभ भारती मैडिकल पहुचने के कुछ समय बाद डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। कामिनी की मृत्यु की सूचना उसके पिता के घर दी और प्रार्थीगण मृतका कामिनी को अपने घर मवाना ले आये और कामिनी के माता पिता भी मौके पर पहुच गये और प्रार्थीगणों ने अन्य अन्य प्रकार की शंकाओं को ध्यान में रखते हुये मृतका कामिनी का पोस्टमॉस्टम करने की सहमति भी दी, परन्तु उन्होंने उसके लिये मन कर दिया। और उनकी सहमति से ही हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार कामिनी का अंतिम संस्कार किया गया। 
परन्तु दिनांक 06/06/2021 को तेरहवी के दिन कामिनी के माता पिता और भाईयों में अचानक बदलाव के कारण वह कहने लगे कि तुमने हमारी लड़की को लापरवाही कर जानबूझकर मारा है और अब जब हमारी लड़की ही नहीं रही तो हम उसका समान व उसका लड़का अपने साथ ले कर जायेंगे। जिसपर हमने समान पर अपनी सहमति दे दी। परन्तु लगके के लिये हमने मना कर दिया तो वह इसी बात को लेकर हमारे साथ गाली गलौच करते हुये हमारे घर में जबरन घुस कर समान इकट्ठा करने लगे और कामिनी से प्राप्त 10 महा के लड़के को जबरन उठाकर ले जाने लगे तो हम लोगो ने विरोध किया तो वह लाठी डंडे व सरिये उठाकर हमे मारने लगे और हमारे घर की कच्ची दीवार से ईंट उखाड़ कर हम पर बरसाने लगे। जिससे प्रार्थी गणों और अन्य रिस्तेदारों व आस-पास के लोगों को गहरी चोट आ गयी और प्रार्थी के पुत्र राहुल को जान से मारने की नीयत से मार-मार कर खून से लतपत कर दिया और उसका गला दबाकर जान से मारने का प्रयास करने लगे तो कुछ अन्य रिस्तेदारों ने गम्भीर और अधमरी हालत में मृतका के पति राहुल को बड़ी मुश्किलों से बचाया। 
जिसकारण बीच बचाव करने वाले भी गम्भीर रूप से घायल हो गये। पुलिस हेल्फ़ लाईन 112 पर घटना की सूचना दर्ज कराई। जिस पर कुछ समय बाद प्रार्थी गणों को थाने से बेक कॉल आई और प्रार्थीगणों को थाने में आकर ही बात करने के लिये कहा, जिस पर प्रार्थीगणों की और से मोहित सैनी थाने में बात करने गया तो थाना पुलिस ने उसे वही बंधक बना लिया। इस बात का पता लगते ही जब हम लोग लिखित तहरीर लेकर थाना पहुचें तो प्रार्थी के पुत्र राहुल की बिगति हालत को देख कर उसको तो मैडिकल के लिये भेज दिया और हमने अन्य घायल हुये व्यक्तियों का मैडिकल करने को कहा तो हमें थाना पुलिस ने थाने से भगा दिया और हमारी कोई बात नहीं सुनी। प्रार्थीगणों के परिवार के जान माल की बड़ी भारी हानि होने के बाद भी प्रार्थी अपनी दुखद स्थिति में बेबश व निसहाय और अकेले है। 
मवाना थाना की ओर से प्रार्थीगणों के साथ इस प्रकार का व्यवहार अमानवीय है। प्रार्थी पक्ष का राहुल जो कि मृतका का पति है। गम्भीर हालत में प्यारेलाल अस्पताल मेरठ में भर्ती है और मवाना थाना की और से विवाद की एक पक्षीय कार्यवाही प्रार्थीगणों के लिये लाचारी व बेबसी का कारण बनी हुई हैं और विपक्षी गणों की और से उनकी शर्तों को मान कर फैसला करने का दबाव अन्य प्रभावशील व्यक्तियों द्वारा बनाया जा रहा है। 

लालू प्रसाद के 74वें जन्मदिन को समर्थकों ने मनाया

अविनाश श्रीवास्तव                  

पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के आज 74 वें जन्मदिन को उनके समर्थकों ने सामाजिक न्याय सद्भावना दिवस के रूप में मनाया और रक्तदान शिविर का आयोजन किया। राजद के यहां बीर चंद पटेल पथ स्थित प्रदेश कार्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन राजद अध्यक्ष के बड़े पुत्र एवं विधायक तेज प्रताप यादव ने किया। इसके बाद बड़ी संख्या में युवा राजद के कार्यकर्ताओं ने कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए रक्तदान किया।

राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बताया कि लालू प्रसाद यादव के जन्मदिन को पार्टी सामाजिक न्याय सद्भावना दिवस के रूप में मना रही है। गरीबों की मुखर आवाज के रूप में लालू प्रसाद यादव की पहचान रही है। इसलिए उनके जन्मदिन पर राज्य के सभी जिलों, प्रखंडों, पंचायतों एवं गांव में गरीबों को भोजन कराया गया। उन्होंने कहा कि लालू रसोई के माध्यम से भी बड़ी संख्या में लोगों को भोजन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कई स्थानों पर डिब्बाबंद भोजन की व्यवस्था की गई।

चितरंजन गगन ने बताया कि इसी तरह गरीब बच्चों के बीच कपड़ा, पठन-पाठन की सामग्री के साथ ही बिस्किट और दूध का भी वितरण किया गया। कई जगहों पर गरीब बच्चों के बीच उपहार भी बांटे गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्यसभा सांसद मीसा भारती के दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी एवं परिवार के अन्य सदस्यों की मौजूदगी में लालू प्रसाद यादव यादव ने केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया। उल्लेखनीय है कि चारा घोटाले के मामले में दिसंबर 2017 में जेल जाने के बाद लगभग सवा 3 वर्ष पर पिछले माह लालू प्रसाद यादव यादव को जमानत मिली है और तभी से वह अपनी बड़ी पुत्री एवं राज्यसभा सांसद मीसा भारती के दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।

भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसी

विनोद मिश्रा   
लखनऊ। एक तरफ पिछले लंबे समय से कोरोना का प्रकोप चल रहा है और वहीं उत्तर प्रदेश में अब जल्द ही विधानसभा चुनाव आने को हैं। विधानसभा चुनावों में करीब नौ महीने का समय बचा है। और कोरोना के प्रकोप के चलते बीजेपी के लिए भी मुश्किल समय चल रहा था। इसके चलते अभी तक पार्टी जमीनी स्तर पर उतरने में नाकाम थी और काफी परेशानियां भी थीं। लेकिन अब बीजेपी ने अपनी कमर कस ली है। कोरोना काल को ही एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने की योजना बनाते हुए अब पार्टी ने जमीनी स्तर पर उतरने की तैयारी कर ली है। पार्टी संगठन ने अब सेवा संगठन कार्यक्रम के माध्यम से पांच प्रोग्राम तय किए हैं। पांचों कार्यक्रमों की जिम्मेदारी पार्टी महामंत्रियों को दी गई हैं। खास बात ये है कि इन महामंत्रियों के साथ एक प्रदेश मंत्री भी लगाए गए हैं।

इसके तहत पहला कार्यक्रम प्राथमिक स्वास्‍थ्य केंद्र को गोद लेने का है। इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी महामंत्री प्रियंका रावत को दी गई है। प्रदेश के मंत्री त्रयंबक नाथ त्रिपाठी भी उनके साथ इस कार्यक्रम में सहयोगी की भूमिका में रहेंगे। पीएचसी कार्यक्रम में सभी लोकसभा, राज्यसभा सांसद अपने संसदीय क्षेत्र की विधानसभा में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को गोद लेंगे। सभी विधायक और एमएलसी भी अपने क्षेत्र का एक-एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोद लेंगे। इतना ही नहीं सभी निगम बोर्ड आयोग के चेयरमैन समेत प्रमुख पदों पर मनोनीत लोगों को भी एक-एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोद लेना है। पार्टी का उद्देश्य है कि उत्कृष्ट सक्षम स्वास्थ्य केंद्र बने।

दूसरा कार्यक्रम पोस्ट कोविड सेंटर को लेकर है। इसके माध्यम से बीजेपी के कार्यकर्ता लोगों की सेवा कर सकेंगे। इसकी जिम्मेदारी महामंत्री अनूप गुप्ता और प्रदेश मंत्री रामचंद्र कन्नौजिया को दी गई है। पार्टी का निर्देश है कि कोरोना से ठीक होने के बाद दुष्प्रभावों से आमजन को बचाने के लिए कार्यकर्ता सामाजिक भूमिका का निर्वहन करें। इसके लिए पोस्ट कोविड सेंटर बनाकर जरुरतमंदों को चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराएं। हर जिले में पोस्ट कोविड सेंटर चिकित्सकों को जोड़कर एक टीम तैयार करेगा जो जरुरतमंदों की मदद कर सकें। तीसरा बड़ा कार्यक्रम वैक्सीनेशन को लेकर जागरुकता लाना है। 

जिसकी जिम्मेदारी गोविंद नारायण शुक्ला को दी गई है। इनके साथ प्रदेश मंत्री संजय राय रहेंगे। वैक्सीनेशन जागरुकता के माध्यम से बीजेपी के आईटी और युवा मोर्चा के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों को जागरुक करेंगे।चौथा कार्यक्रम यूपी स्कीम है जिसकी जिम्मेदारी अमरपाल मौर्य को दी गई है और उनके साथ प्रदेश मंत्री सुभाष यदुवंश रहेंगे। इसके माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ जनता को दिलवाया जाएगा। कोई भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा। पांचवा कार्यक्रम पंचायत चुनाव को लेकर है। इसमें एजेंडा तैयार किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी महामंत्री जे पी एस राठौर को दी गई है। इनके साथ प्रदेश मंत्री शंकर लोधी को रखा गया है।

बीजेपी के चुनावी तैयारियों के बारे में महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला कहते हैं कि यह केवल चुनावी तैयारी नहीं है बल्कि सेवा ही संगठन के भाव को लेकर अपने अपने क्षेत्र में पार्टी के कार्यकर्ता कोरोना के संकट काल में जनता की सेवा में लगे रहें।कार्यकर्ताओं की प्राथमिकता रहेगी कि सभी अपने क्षेत्र में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित अलग अलग योजनाओं का लाभ जरुरतमंद लोगों तक पहुचाएं। बीजेपी ने सेवा को हथियार बनाकर जमीन पर अपने कार्यकर्ताओं को उतारने का प्लान तैयार कर लिया है ताकि लोगों के बीच में पैठ बनाई जा सके।

अस्पताल में पेट्रोल डालकर युवक को जिंदा जलाया

दुष्यंत सिंह टीकम   

सागर। मध्यप्रदेश सागर जिला अस्पताल पहुंचकर एक सिरफिरे युवक ने मारपीट पीड़ित पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी, घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी तेजी से फरार हो गया। सीसीटीवी में साफ देखा जा सकता है कि पीड़ित जलते हुए आरोपी को पकड़ने युवक की ओर दौड़ता है, लेकिन युवक अस्पताल से फरार होने में कामयाब हो जाता है।

गोपालगंज थाना पुलिस जांच में जुट गई है। आग से जले व्यक्ति का बीएमसी में इलाज जारी है, आरोपी का नाम मिलन रजक बताया जा रहा है। पीड़ित का नाम दामोदर कोरी है,पीड़ित इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती था।

638 खतरनाक संदिग्ध अपराधियों को गिरफ्तार किया

ने पी ताव। म्यांमार के अधिकारियों ने हाल ही में आतंकी कृत्यों और अवैध रूप से आग्नेयास्त्र रखने के आरोप में कुल 638 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार संदिग्धों में से 49 लोग आग लगाने के लिए , 61 लोग हत्या के लिए, 256 लोगों को अवैध रूप से हथियार और गोला बारूद रखने के लिए और 272 लोगों को आतंकी और विनाशकारी कृत्यों में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया हैं।
संदिग्धों की गिरफ्तारी के साथ साथ कुल 50 छोटे हथियार, 2,502 राउंड मिश्रित गोला बारूद, 914 घर की बनी बंदूकें, 5,947 होम मेड खदानें, घर में बने बम और संबंधित उपकरण जब्त किए गए।
म्यांमार के क्षेत्रों और राज्यों में पिछले महीने से सार्वजनिक संपत्ति और स्कूलों में विस्फोट और आग लगाने की घटनाएं हुई हैं। म्यांमार ने इस साल 1 फरवरी को आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी थी और राज्य की शक्ति रक्षा सेवा को कमांडर इन चीफ सीनियर जनरल मिन आंग हलिंग को हस्तांतरित कर दिया गया था।

कैबिनेट बैठक में कोरोना कर्फ्यू में किए गए बदलाव

जसवीर सिंह हंस 

शिमला। हिमाचल कैबिनेट की बैठक आज पीटरहॉफ में सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई है। कैबिनेट की बैठक में हिमाचल के अंदर बसें चलाने को लेकर बड़ा निर्णय लिया है। 14 जून को हिमाचल में बसें चलेंगी। अभी बसें पचास फीसदी क्षमता के साथ एसओपी के तहत राज्य के अंदर ही चलेंगी। राज्य के बाहर बसें चलाने को लेकर बाद में फैसला होगा।

इसके अलावा निजी बस ऑपरेटरों को टोकन टैक्स व एसआरटी आदि को लेकर राहत प्रदान करने का भी निर्णय लिया है। साथ ही अब बाजार और दुकानें सुबह 9 बजे से पांच बजे तक खुली रहेंगी। पहले यह समय 9 से दो बजे तक था। कैबिनेट ने कॉलेज की परीक्षाओं को लेकर भी बड़ा फैसला लिया है।कॉलेज की परीक्षाएं करवाने का निर्णय लिया है। पहले जुलाई माह में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं होंगी।

इसके बाद प्रथम व द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं करवाई जाएंगी। अभी स्कूल नहीं खोले जाएंगे। इसके अलावा टूरिस्ट सेक्टर के लिए भी बड़ी राहत प्रदान की है।शिक्षा विभाग की स्कूली बच्चों के परिजनों के साथ हुई चर्चा बाद यह कैबिनेट ने भी यह फैसला लिया है कि राज्य में स्कूल अभी बंद रहेंगे। इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया हैं। वहीं शादी, मंदिरों को लेकर कोई छूट नहीं दी गई हैं। मेडिकल, नर्सिंग, आयुर्वेद कॉलेज खुलेंगे। सरकारी दफ्तरों में भी अब कर्मचारी 50 फीसदी की हाजरी के साथ ऑफिस जा सकेंगे।

पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों के खिलाफ प्रदर्शन किया

श्रीराम मौर्य  

हल्द्वानी। प्रदेश नेतृत्व के अहवान पर महानगर अध्यक्ष राहुल छिम्वाल के नेतृत्व में शहर के अलग-अलग पेट्रोल पंपों में नारेबाजी कर बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। नैनीताल रोड चड्डा पेट्रोल पम्प में प्रदर्शन में मौजूद नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों को गम्भीर समस्या बताते हुए मोदी सरकार को नाकाम करार दिया। उन्होंने कहा की आज जब पूरा देश एक बड़ी महामारी से जूझ रहा है ऐसे समय मी पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से आम जनता पर बोझ पड़ रहा है।

महानगर अध्यक्ष राहुल छिम्वाल, एआईसीसी सदस्य सुमित हृदयेश, हेमन्त बगड़वाल, हरीश मेहता जगमोहन चिल्वाल, हूकम सिंह कुंवर, विजय सिज्वाली, दीपक बलुटिया, ललित जोशी, गोविंद बिष्ट ने केंद्र सरकार को पेट्रोल-डीजल समेत सभी प्रकार की वस्तुओं में बेतहाशा वृद्धि का दोषी ठहराते हुए आम जनता की भावनाओं से खिलवाड़ करने वाली सरकार का तमगा लगाया है।महानगर कोषाध्यक्ष नरेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष सतनम सिंह, महामन्त्री संदीप भेसोरा, प्रदेश सचिव मयंक भट्ट, किसान महामन्त्री वरुण भाकुनी, युवा कांग्रेस गुर्प्रीत प्रिन्स, गोविंद बगड़वाल ने कहा कि महंगाई पर काबू नहीं रख पाने के लिए सरकार को जनता से माफी मांगते हुए अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। महंगाई के कार्यक्रम में गिरीश पांडे, त्रिलोक कठयत, आशिस कुडाई, हिमांशु जोशी, हिमांशु गांधी, रोहित भट्ट, देवेश तिवारी, महानगर महामन्त्री दीप पाठक, केदार पलरिया, प्रदेश सचिव प्रकाश पांडे, केदार पलदिया, महानगर उपाध्यक्ष बहादुर सिंह बिष्ट मौजूद थे।

कोवैक्सीन को अमेरिकी मंजूरी मिलने में वक्त लगेगा

हैदराबाद। भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन को झटका देते हुए अमेरिकी खाद्य एवं दवा नियामक ने इसके अमेरिकी साझेदार ओक्यूजेन इंक को सलाह दी है कि वह भारतीय वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी हासिल करने के लिए अतिरिक्त आंकड़ों के साथ जैविक लाइसेंस आवेदन (बीएलए) मार्ग से अनुरोध करे।ओक्यूजेन ने गुरुवार को एक बयान में कहा था कि वह एफडीए की सलाह के अनुसार कोवैक्सीन के लिए बीएलए दाखिल करेगी। बीएलए, एफडीए की ”पूर्ण अनुमोदन” व्यवस्था है, जिसके तहत दवाओं और टीकों की मंजूरी दी जाती है। ऐसे में कोवैक्सीन को अमेरिकी मंजूरी मिलने में थोड़ा और वक्त लग सकता है।ओक्यूजेन ने कहा, ”कंपनी अब कोवैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति (ईयूए) पाने की कोशिश नहीं करेगी। एफडीए ने मास्टर फाइल के बारे में ओक्यूजेन को प्रतिक्रिया दी है। यह सलाह दी गई है कि ओक्यूजेन को अपनी वैक्सीन के लिए ईयूए आवेदन के बजाय बीएलए अनुरोध दाखिल करना चाहिए।

इसके साथ ही कुछ अतिरिक्त जानकारी और डेटा के लिए अनुरोध भी किया गया है।” ओक्यूजेन ने कहा कि इसके चलते अमेरिका में कोवैक्सीन की पेशकश में देरी हो सकती है। बीएलए अनुरोध के लिए जरूरी अतिरिक्त जानकारी को समझने के लिए ओक्यूजेन एफडीए के साथ चर्चा कर रही है। कंपनी का अनुमान है कि आवेदन की स्वीकृति के लिए एक अतिरिक्त नैदानिक ​​परीक्षण के आंकड़ों की जरूरत होगी। ओक्यूजेन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक शंकर मुसुनुरी ने कहा, ”हालांकि, हम अपने ईयूए आवेदन को अंतिम रूप देने के बेहद करीब थे, लेकिन एफडीए ने हमें बीएलए के जरिए अनुरोध करने की सलाह दी है। इससे ज्यादा वक्त लगेगा, लेकिन हम कोवैक्सीन को अमेरिका में लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

प्रदर्शन न दिखाने के कारण कोच कार्य मुक्त किया

अखिलेश पाण्डेय  
नई दिल्ली। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने जार्जिया के कुश्ती कोच टेमो कजाराशविली को प्रदर्शन नहीं दिखाने के लिये कार्य मुक्त कर दिया है। क्योंकि कोई भी ग्रीको रोमन पहलवान तोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर सका। भारत ने सोनीपत में राष्ट्रीय शिविर में देश के ग्रीको रोमन पहलवानों को ट्रेनिंग देने के लिये फरवरी 2019 में टेमो को ओलंपिक तक नियुक्त किया था।
चार पुरूष फ्री स्टाइल पहलवानों और इतनी ही महिला पहलवानों ने ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया है लेकिन देश को ग्रीको रोमन वर्ग में एक भी कोटा नहीं मिला। भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने एक बयान में कहा, ”किसी भी भारतीय ग्रीको रोमन पहलवान ने ओलंपिक खेलों के लिये क्वालीफाई नहीं किया है जिससे साइ ने विदेशी कोच टेमो कजाराशविली को उनके अनुबंध से कार्य मुक्त कर दिया है।” उनके अनुसार,”यह फैसला भारतीय कुश्ती महासंघ की सिफारिशों के बाद लिया गया है। उनका साइ से अनुबंध फरवरी 2019 से लेकर ओलंपिक तक था।”
भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा, ”हमने उन्हें विशेषकर ओलंपिक के लिये ही नियुक्त किया था लेकिन कोई नतीजे नहीं मिले। उनका अनुबंध इस साल अगस्त तक था लेकिन तब तक कोई राष्ट्रीय शिविर ही नहीं है तो वह अब क्या करते जब ध्यान तोक्यो ओलंपिक पर लगा हुआ है इसलिये हमने साइ को बताया कि उनकी सेवाओं की जरूरत नहीं है।”

तोमर ने कहा कि वे ओलंपिक के बाद नये विदेशी कोचों को नियुक्त करेंगे। महासंघ ने ईरान के हुसैन करीमी (फ्री स्टाइल) और अमेरिका के एंड्रयू कुक (महिलाओं के) को यह कहते हुए उनके कार्यकाल के बीच में ही बर्खास्त कर दिया कि उनके नखरे उठाना मुश्किल हो गया था।

नमाजियों की हत्या पर बनने वाली फिल्म पर विवाद

वेलिंगटन। न्यूजीलैंड की मस्जिदों पर एक बंदूकधारी के हमले और बड़ी संख्या में नमाजियों की हत्या पर प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न की प्रतिक्रिया पर बनने वाली एक फिल्म पर विवाद पैदा हो गया है और कहा जा रहा है कि इस फिल्म में उनका पक्ष नहीं दिखाया गया जो हमले में मारे गए थे।

हॉलीवुड पर समाचार देने वाली ऑनलाइन पत्रिका ‘डेडलाइन’ की खबर के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई अभिनेत्री रोज बायर्न “दे आर अस” नाम से बनने वाली फिल्म में आर्डर्न का किरदार निभाने वाली हैं। फिल्म में, क्राइस्टचर्च स्थित दो मस्जिदों में 2019 में हुए हमलों के बाद के दिनों की परिस्थिति को दर्शाया जाएगा। डेडलाइन के अनुसार, फिल्म में यह दिखाया जाएगा कि आर्डर्न ने उन हमलों पर किस प्रकार प्रतिक्रिया दी थी और कैसे उनके आह्वान पर लोगों ने सहानुभूति तथा एकता का प्रदर्शन करते हुए रैलियां निकाली थीं। फिल्म में यह भी दिखाया जाएगा कि प्रधानमंत्री ने कैसे ‘सेमी आटोमेटिक’ हथियारों पर प्रतिबंध लगाने में सफलता पाई।

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...