गुरुवार, 20 मई 2021

राज्य व केंद्रीय कर्मियों का टीकाकरण, केंद्र से मांग

मीनाक्षी लोधी   

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य में तैनात सभी राज्य एवं केंद्रीय कर्मियों के टीकाकरण के लिए कोविड-19 टीके की कम से 20 लाख खुराक मुहैया कराने की मांग की है। बनर्जी ने पत्र में यह भी कहा कि वायरस के संपर्क में आने का सबसे अधिक खतरे का सामना कर रहे लोगों जैसे बैंककर्मी, रेलवे एवं हवाई अड्डा कर्मी, रक्षा एवं कोयला क्षेत्र में काम करने वाले को केंद्र की नीति में शामिल करने की गुजाइश नहीं है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ”बंगाल में हमने अग्रिम मोर्चे पर कार्यरत और चुनावी प्रक्रिया में शामिल कर्मियों के बड़े हिस्से के टीकाकरण के लिए कदम उठाया है। हमें अब भी सभी कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए 20 लाख खुराक की जरूरत है।” उन्होंने मोदी से अनुरोध किया कि वह बिना देरी ‘प्राथमिकता वाले क्षेत्रों’ में कार्यरत लोगों के टीकाकरण के लिए उचित संख्या में खुराक उपलब्ध कराएं।

खून में ऑक्सीजन की कमी, खान-पान से पूरा करें

कोरोना वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। हालात ज्यादा बदतर न हों, इसके लिए ऐसा तरीका तलाशा जाए, जिससे ब्लड में ऑक्सीजन की कमी को पूरा किया जा सके। विशेषज्ञों के मुताबिक, इन परिस्थितियों में ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहतर विकल्प है।

अगर आप अपने खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने के लिए कोई डाइट प्लान बना रहे हैं, तो ध्यान रखें कि आपके भोजन में 80 प्रतिशत अल्कलाइन से भरपूर खाद्य पदार्थ हों। यह आपके रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने में बहुत मदद करेंगे। विशेषज्ञों की मानें, तो इनसे मिलने वाली ऑक्सीजन प्राप्त करने के बाद आप पहले से कहीं ज्यादा तरोताजा और स्वस्थ महसूस कर सकते हैं। ब्लड में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए आपको अपने आहार में कौन से खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए, जानने के लिए पढ़ें हमारा ये आर्टिकल।

​अल्कलाइन युक्त आहार

  • रक्तप्रवाह में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है।
  • लैक्टिक एसिड के निर्माण को रोकता है।
  • यह आपके शरीर में विभिन्न कार्यों को प्रोत्साहित करने में मदद करता है।
  • शरीर के पीएच लेवल को सामान्य रखने में मदद करता है।
  • यह आपके शरीर के अंगों को ठीक से काम करने में मददगार है।

​खूब खाएं नाशपाती, पाइनएप्पल और किशमिश

इन खाद्य पदार्थों के सेवन से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है। इन सभी खाद्य पदार्थों की पीएच वैल्यू 8.5 है। इसके साथ ही ये विटामिन ए , बी और सी के साथ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं। इनकी मदद से खून को नियंत्रित कर बदले में ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है।

​ऑक्सीजन की कमी पूरी करेगा नींबू

नींबू ऑक्सीजन युक्त भोजन में से एक है। आमतौर पर यह अम्लीय होता है, लेकिन इसके सेवन के बाद शरीर में जाकर ये अल्कलाइन में बदल जाते हैं। खांसी, सर्दी, फ्लू , हार्ट बर्न और वायरस से संबंधित बीमारियों में इसका सेवन करने पर बहुत राहत मिलती है। लिवर के लिए ये सबसे अच्छा टॉनिक माना गया है।

​तरबूज का सेवन जरूरी

तरबूज आमतौर पर सभी खाते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग नहीं जानते कि इसे खाने से रक्त में ऑक्सीजन की कमी पूरी होती है। यह फल 9 पीएच वैल्यू के साथ सबसे ज्यादा अल्कलाइन है। इसमें मौजद फाइबर और पानी के कारण यह हल्का मूत्रवर्धक के रूप में काम करता है।

इतना ही नहीं, यह लाइकोपीन, बीटा कैरोटीन और विटामिन-सी का भी बेहतरीन स्त्रोत है। कोलन की सफाई के लिए हर व्यक्ति को इसका सेवन करना चाहिए।

​आहार में शामिल करें आम-पपीता

इस ग्रुप के खाद्य पदार्थों की पीएच वैल्यू 8.5 होती है। ये दोनों ही फल किडनी की सफाई करने के लिए कारगर साबित हुए हैं। पपीता कोलन (आंत) को साफ और मल त्याग को नियंत्रित करता है। खासतौर से जब इसे कच्चा खाया जाए, तो यह आंतों से हानिकारक पदार्थों को नष्ट करने का काम करता है।

​फ्रूट जूस और कीवी खाएं

कीवी और फ्रूट जूस का सेवन तो आमतौर पर आप करते ही होंगे, लेकिन ब्लड स्ट्रीम में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के लिए इन्हें अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। पबमेड PubMed में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, ये सभी फ्लेवेनॉइड से भरपूर हैं।

इनमें नेचुरल शुगर होती है, जो भोजन के पचने पर अम्लीय यौगिक नहीं बनाती है। इन फलों में ऐसे गुण हैं, जो अल्कलाइन के निर्माण को बढ़ावा देते हुए शरीर को ऊर्जा से भर देते हैं।

​खुबानी का सेवन फायदेमंद

खुबानी में फाइबर भरपूर मात्रा में है, जिसकी पीएच वैल्यू 8 होती है। अच्छी बात ये है कि इसे पचाना आसान है। इनमें ऐसे बहुत से एंजाइम हैं, जिससे शरीर में हार्मोनल संतुलन बना रहता है। यदि आप रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाना चाहते हैं कि निश्चित रूप से खुबानी का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

​गाजर और खजूर का सेवन करें

ब्लड में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए गाजर, खजूर, किशमिश , जामुन, पके केले, गाजर, लहसुन , अजवाइन खाना चाहिए। दरअसल, इन सभी खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इनकी पीएच वैल्यू 8 होती है। बता दें कि खजूर, लहसुन और जामुन इन तीनों में ऐसे गुण हैं, जिससे आप अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल तक कर सकते हैं।

​आहार में शिमला मिर्च करें शामिल

इसकी पीएच वैल्यू 8.5 है। विटामिन ए से भरपूर शिमला मिर्च बीमारियों और तनाव पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ने में हमारी मदद करती है। इतना ही नहीं, एंटीबैक्टीरियल गुण होने की वजह से यह एंडोक्राइन सिस्टम के लिए बहुत अच्छी है।

यहां बताए गए ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार का हिस्सा बनाना चाहिए। ये आपके ब्लड में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मदद करेंगे।

बिहार: ग्राम पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाने की मांग

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। बिहार में कोरोना महामारी के बीच पंचायत चुनाव कराना संभव नहीं दिख रहा है। अगले महीने 15 जून को पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे में नीतीश सरकार 15 जून के बाद पंचायतों के संचालन की जिम्मेदारी अफसरों को देने की तैयारी कर रही है। लेकिन बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसका विरोध किया है। तेजस्वी ने 15 जून के बाद भी पंचायतों के संचालन की जिम्मेदारी मौजूदा निर्वाचित प्रतिनिधियों को देने की वकालत की है। तेजस्वी ने कहा है कि अगर निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की जगह प्रशासनिक अधिकारी पंचायतों का जिम्मा सम्भालेंगे तो भ्रष्टाचार और तानाशाही बढ़ेगी। 
गुरूवार को बिहार के नेता प्रतिवाक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा कि "सरकार से माँग है कि कोरोना महामारी के आलोक में पंचायत चुनाव स्थगित होने के कारण आगामी चुनाव तक त्रिस्तरीय पंचायती प्रतिनिधियों का वैकल्पिक तौर पर कार्यकाल विस्तारित किया जाए, जिससे की पंचायत स्तर पर कोरोना प्रबंधन के साथ-साथ विकास कार्यों का बेहतर समन्वय के साथ क्रियान्वयन हो सके।" उन्होंने आगे लिखा कि "पंचायत लोकतंत्र की बुनियादी इकाई है। अगर निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों की जगह प्रशासनिक अधिकारी पंचायतों का जिम्मा सम्भालेंगे तो यह भ्रष्टाचार व तानाशाही बढ़ाएगा। अब गॉंव स्तर पर भी सरकारी अफ़सर फाइल देखने लगेंगे तो गरीब की सुनवाई नहीं होगी। लोकतंत्र के लिए चुने हुए लोग जरुरी हैं। "नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए तेजस्वी ने कहा की "बिहार पहले से ही नीतीश सरकार की तानशाही और लोकतंत्र की हत्या से परेशान है। अब कम से कम पंचायत और वार्ड स्तर पर तो इस अलोकतांत्रिक रवैये, तानाशाही और संगठित भ्रष्टाचार को फैलाने से परहेज़ किजीए।" गौरतलब हो कि मौजूदा जन प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाने को लेकर बिहार के राजनीतिक दलों का अलग-अलग मत है। भाजपा, जेडीयू और हम के बीच भी इस मुद्दे पर आपसी मतभेद है।

भाजपा के मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों को पूूरा पांच साल काम करने का मौका मिला है। उन्होंने अपना काम पूरा कर लिया होगा। अगर कुछ बच गया है तो उसे सरकार अपने स्तर से पूरा कर लेगी। उधर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि हम सबके सामने कोरोना से निबटने की बड़ी चुनौती है। पंचायतों का कार्यकाल 15 जून तक है। समय आने पर राज्य सरकार उचित निर्णय लेगी। जबकि सत्तारूढ़ हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा का रुख थोड़ा अलग है। वह कार्यकाल में विस्तार के पक्ष में है।


पिटाई के बाद मुंडन, काला मुंह कर गांव में घुमाया

अविनाश श्रीवास्तव   
समस्तीपुर। लोगों ने कानून को हाथ में लेकर प्रेमी युगल को सजा दी। ग्रामीणों ने दोनों के पेड़ में बांध दिया फिर शुरू हुआ बेरहम भीड़ इंसाफ। ग्रामीणों ने प्रेमी के चेहरे पर कालिख और चुना लगाने के बाद उसका मुंडन कराया। इस दौरान कई ग्रामीणों ने प्रेमी-युगल की पिटाई भी की।
मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी युवक गांव की एक महिला को लेकर फरार हो गया था जिसकी सूचना पर ग्रामीणों ने उसकी काफी खोजबीन की। तब दोनों को दूसरे गांव से पकड़ा गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने उनकी जमकर पिटाई की। दोनों को पेड़ में बांध दिया गया। प्रेमी के चेहरे पर कालिख और चुना लगाया दिया गया। इससे भी नहीं मन भरा तब प्रेमी का सिर मुंडन करा दिया। इस पूरी घटना के दौरान किसी ने वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना के संबंध में पूछे जाने पर बिथान थाने की पुलिस ने अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। पुलिस ने कहा कि यदि पीड़ित युवक के द्वारा लिखित शिकायत की जाती है तो मामले की जांच की जाएगी और दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

खरी-खरी: अब की बार वोट मांगने पर लट मिलेगा

श्री राम मौर्य  

झबरेड़ा। कोरोना की दूसरी लहर का कहर थोड़ा कम हुआ है और जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में दौरा करने लगे हैं।हालांकि, कई जगह पर उन्हें गुस्से का सामना भी करना पड़ रहा है। एक ऐसा ही मामला उत्तराखंड के झबरेड़ा में सामने आया। यहां से बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल जैसे ही पीएचसी पहुंचे, उन्हें ग्रामीणों ने घेर लिया और खरी खोटी सुनाने लगे। बताया जा रहा है कि बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल झबरेड़ा गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान ग्रामीण इकट्ठा हो गए और गांव की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए विधायक को आने वाले विधानसभा चुनाव में गांव में घुसने नहीं देने तक की बात कहने लगे। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो में बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल से एक ग्रामीण कहता है, ‘विधायक जी आपके सिर्फ पद का सम्मान है, जो आज आपको छोड़ रहे हैं, अगर आप इलेक्शन टाइम वोट मांगने आएंगे तो गैलरी में आपके के लिए लठ तैयार है।’ ग्रामीणों ने बीजेपी विधायक को सीधे धमकी देते हुए गांव से चले जाने के लिए कहा। बताया जा रहा है कि बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल करोना महामारी को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए क्षेत्र में घूम रहे थे और लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहे थे। इसी दौरान उन्हीं की विधानसभा के एक गांव में लोगों ने उन्हें घेर लिया और जमकर विधायक की क्लास लगाई। 

हालांकि, इस दौरान विधायक ने चुप्पी साध ली। लीग्रामीणों का आरोप है कि विधायक बनने के बाद देशराज कर्णवाल ने गांव में कोई भी कार्य नहीं किया, कोरोना काल में भी गांव में स्थित स्वास्थ्य केंद्र पर अब तक कोई व्यवस्था नहीं हो पाई, ना तो यहां पर कोई चिकित्सक और ना यहां पर रात को उपचार के लिए कोई व्यवस्था है, और नालों का निर्माण नहीं होने से सड़कों पर गंदा पानी भरा पड़ा है। ग्रामीणों ने कहा कि विधायक के पास जनता के बीच जाकर उनकी समस्या सुनने और उनका निदान करने का समय नहीं है, इसलिए झबरेड़ा विधानसभा की जनता में विधायक के प्रति भारी रोष पनप रहा है। वहीं, बीजेपी विधायक देशराज कर्णवाल गुस्साए ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास करते रहे, लेकिन ग्रामीण उन्हें खरी खोटी सुनाते रहे।


31 मई तक कोरोना संक्रमण खत्म करें: सीएम

विकास चौबे   

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से कम हो रहा है। अधिकांश जिलों में साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर 10% से कम रह गई है तथा नए प्रकरण भी लगातार कम होते जा रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में मरीज स्वस्थ हो रहे हैं। अब कोरोना को समाप्त करने के लिए ‘एरिया स्पेसिफिक’ रणनीति बनाई जाए तथा आगामी 31 मई तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के पूरे प्रयास किए जाएँ, जिससे जन-जीवन को धीरे-धीरे सामान्य बनाया जा सके।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। वी.सी. में मंत्रीगण, प्रभारी अधिकारीगण तथा सभी संबंधित उपस्थित थे।

5065 नए प्रकरण

प्रदेश में कोरोना के 5065 नए प्रकरण आए हैं, पिछले 24 घंटों में 10337 मरीज स्वस्थ हुए हैं तथा एक्टिव प्रकरणों की संख्या 77 हजार 607 है। प्रदेश की कोरोना ग्रोथ रेट 0.9%, सात दिन की पॉजिटिविटी 10% तथा आज की पॉजिटिविटी 7% है।

03 जिलों में 200 से अधिक नए अधिक प्रकरण

प्रदेश के 3 जिलों में 200 से अधिक नए प्रकरण तथा 9 जिलों में 100 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1153, भोपाल में 653, जबलपुर में 324, सागर में 198, रीवा में 175, रतलाम में 160, उज्जैन में 151, सिंगरौली में 115 तथा ग्वालियर जिले में 105 नए प्रकरण आए हैं।32 जिलों में 10% से कम पॉजिटिविटी

प्रदेश के 9 जिलों में 5% से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी है, वहीं 32 जिलों में 10% से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी है। गुना, छिंदवाड़ा, अशोकनगर, बड़वानी, भिंड, बुरहानपुर, झाबुआ, अलीराजपुर, खंडवा में 5% से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी है तथा इन जिलों सहित ग्वालियर, होशंगाबाद, मंदसौर, धार, कटनी, सतना, बालाघाट, रायसेन, शाजापुर, नरसिंहपुर, राजगढ़, देवास, विदिशा, सिवनी, मंडला, आगर-मालवा, छतरपुर, मुरैना, श्योपुर, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, तथा हरदा में 10 प्रतिशत से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी है।

पंचायत अनुसार योजना बनाएं

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सागर जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण रोकने व समाप्त करने के लिए पंचायत अनुसार योजना बनाएँ। मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने बताया कि सागर जिले में कस्बों में कोविड केयर सेंटर प्रारंभ होने के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बुंदेलखण्ड मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएँ चुस्त-दुरूस्त की जाएँ।

21 हजार 495 मरीजों का नि:शुल्क इलाज

प्रदेश में कोविड के 21 हजार 495 मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जा रहा है। इनमें से 13 हजार 785 का शासकीय अस्पतालों में, 2307 का अनुबंधित अस्पतालों में तथा 5403 मरीजों का मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के अंतर्गत सम्बद्ध निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना में मरीजों के इलाज पर शासन द्वारा आज की‍स्थिति में 6 करोड़ 87 लाख 49 हजार 952 रूपए व्यय हुआ।

दिल्ली को ब्लैक फंगस से बचाने की योजना, प्रारंभ

सत्येंद्र ठाकुर   
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली सरकार के तीन अस्पतालों में ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के इलाज के लिए विशेष केंद्र बनाये जाएंगे। केजरीवाल ने यहां एक बैठक में अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों पर विचार-विमर्श करने के बाद यह घोषणा की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ब्लैक फंगस बीमारी की रोकथाम और इलाज के लिए बैठक में कुछ अहम निर्णय लिए। ब्लैक फंगस के इलाज के लिए लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में केंद्र बनाये जाएंगे।’’

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...