बुधवार, 19 मई 2021

पीएम ने 'तूफान' से हुए नुकसान का जायजा लिया

इकबाल अंसारी             

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात और निकटवर्ती केंद्रशासित क्षेत्र दीव में चक्रवाती तूफ़ान ‘ताऊ ते’ के कारण हुए नुक़सान का जायज़ा लेने के लिए आज कई प्रभावित इलाक़ों का हवाई निरीक्षण किया। मोदी वायु सेना के विमान से भावनगर पहुंचे और वहां से हेलिकॉप्टर में बैठ कर हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वाधिक प्रभावित जिलों अमरेली और गिर सोमनाथ और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई दौरा किया।

इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और राज्य के वरिष्ठ सचिवों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की। ज्ञातव्य है कि 17 मई की रात दीव के निकट गुजरात तट से टकराने के बाद कल देर रात तक राज्य में सक्रिय रहे इस तूफ़ान के असर से कम से कम 13 लोगों की मौत भी हुई है। इससे फ़सलों, मकानों, सड़कों, बिजली के खंभों आदि को भी व्यापक नुक़सान पहुंचा है।

दिल्ली सीएम के ट्वीट पर आपत्ति व्यक्त की: सिंगापुर

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। कोरोना विषाणु के सिंगापुर वैरिएंट संबंधी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ट्वीट से नाराज सिंगापुर को भारत ने आज स्पष्ट किया है कि कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप में कहने में केजरीवाल सक्षम नहीं हैं।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यहां ट्वीटर पर जानकारी दी कि सिंगापुर सरकार ने वहां भारत के उच्चायुक्त पी. कुमारन को तलब करके दिल्ली के मुख्यमंत्री के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। जिसमें उन्होंने कोरोना विषाणु के सिंगापुर स्ट्रेन के आने की बात कही है। बागची ने कहा कि उच्चायुक्त ने सिंगापुर सरकार को बताया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कोविड के वैरिएंट तथा नागर विमानन नीति के बारे में आधिकारिक रूप से कुछ कहने में सक्षम नहीं है।

पी350 पर मौजूद 273 लोगों में से 184 को बचाया

कविता गर्ग                 
मुंबई। बजरे पी305 पर मौजूद लोगों में से 89 लोग अब भी लापता हैं। उल्लेखनीय है कि यह बजरा चक्रवात ‘ताऊ ते’ के कारण मुंबई के तट से कुछ दूरी पर सागर में फंस गया था और डूब गया था। नौसेना की ओर से बुधवार को बताया गया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए उसके जवानों ने बजरा पी305 पर मौजूद 273 लोगों में से अब तक 184 को बचा लिया है। 14 शव भी बरामद हुए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान अभी जारी है और लोगों को सुरक्षित तट तक लाने की उम्मीद हमने अब तक नहीं छोड़ी है।
नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि दो अन्य बजरों तथा एक ऑयल रिग पर मौजूद सभी लोग सुरक्षित हैं। उल्लेखनीय है कि ये बजरे चक्रवात ‘ताऊ’ ते के गुजरात तट से टकराने से कुछ घंटे पहले मुंबई के पास अरब सागर में फंस गए थे। इस बीच नौसेना का युद्धपोत आईएनएस कोच्चि पी305 से बचाए गए 184 लोगों में से 125 को लेकर बुधवार सुबह मुंबई पहुंचा। नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘बुधवार सुबह तक, पी305 पर मौजूद 184 कर्मियों को बचा लिया गया है।
आईएनएस तेग, आईएनएस बेतवा, आईएनएस ब्यास, पी81 विमान और हेलीकॉप्टरों की मदद से तलाश एवं बचाव अभियान जारी है।’’ नौसेना और तटरक्षक बल ने बजरे ‘जीएएल कन्स्ट्रक्टर’ में मौजूद 137 लोगों को मंगलवार तक बचा लिया था। अधिकारियों ने बताया कि बजरे एसएस-3 पर मौजूद 196 लोग और ऑयल रिग सागर भूषण पर मौजूद 101 लोग सुरक्षित हैं। ओएनजीसी तथा एससीआई के पोतों के जरिए इन्हें तट तक सुरक्षित लाया जा रहा है।
बचाव एवं राहत कार्यों में मदद के लिए क्षेत्र में आईएनएस तलवार भी तैनात है। नौसेना के एक अधिकारी ने बताया कि 707 कर्मियों के साथ तीन बजरे और एक ऑयल रिग सोमवार को समुद्र में फंस गए थे। इनमें 273 लोगों के साथ ‘पी305’ बजरा, 137 कर्मियों के साथ ‘जीएएल कंस्ट्रक्टर’ और एसएस-3 बजरा शामिल है, जिसमें 196 कर्मी मौजूद थे। साथ ही ‘सागर भूषण’ ऑयल रिग भी समुद्र में फंस गया था, जिसमें 101 कर्मी मौजूद थे। नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल मुरलीधर सदाशिव पवार ने कहा कि यह बीते चार दशक में सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण तलाश एवं बचाव अभियान है।
पी305 से बचाए गए लोगों में से 125 को लेकर मुंबई लौटा आईएनएस कोच्चि...
आईएनएस कोच्चि के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन सचिन सेक्विरा ने बताया, ‘‘हमारा पोत पी305 से अब तक बचाए गए 184 लोगों में से 125 को लेकर लौटा है। ’’उन्होंने बताया ‘‘ समुद्र उफान पर है और हवा 90-100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है। समुद्र में नौ से दस मीटर ऊंची लहरें उठी रही हैं। ऐसे में तलाश एवं बचाव अभियान के लिहाज से परिस्थितियां कठिन हैं। बजरे पर मौजूद लोगों को बचाने के लिए आईएनएस कोच्चि मुंबई से सोमवार को रवाना हुआ था।

महराजगंज: फलमंडी में यज्ञ पूजन का आयोजन किया

संदीप मिश्र                     
महराजगंज। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल इकाई सिसवा बाजार के तत्वावधान में वैश्विक महामारी कोरोना के भयावहता को देखते हुए सनातन परम्परा के अनुरूप वातावरण शुद्धि हेतु मंगलवार को दिन में 10 बजे से कस्बे में स्थित फलमंडी में यज्ञ पूजन का आयोजन किया गया। इस यज्ञ के आयोजन में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष विजय जायसवाल, उपाध्यक्ष संतोष जायसवाल, नगर अध्यक्ष शिवकुमार रौनियार, घुघली के नगर अध्यक्ष परमेश्वर गुप्त, नगर संरक्षक मनीष शर्मा, नगर उपाध्यक्ष संदीप सोनी, महामंत्री सुनील अग्रवाल, विजय अग्रवाल,अंशुमान विश्वास, माधुरी रौनियार सहित अनेक व्यापारी व नगरवासी उपस्थित रहे ।पुरोहित के रूप मे यज्ञ का समापन मुरलीधर शुक्ल ने कराया। यज्ञ के माध्यम से ईश्वर से प्रार्थना की गई कि सम्पूर्ण विश्व को इस महामारी से मुक्ति दिलाए। वहीं मुख्य जजमान के रूप में  शैलेश सुल्तानिया, पिंकी सुल्तानिया, मनोज ससुल्तानिया, मनोज सुल्तानिया, रेखा सुल्तानिया आदि रहे।

किसानों के गेंहू की खरीद पिछले 1 सप्ताह से रुकी

हरिओम उपाध्याय           
हरदोई। नवीन गल्ला मंडी परिसर में सरकारी एजेंसियों सहित अन्य कई सेंटर चल रहे हैं। हजारों कुंतल गेंहू मंडी में डम्प पड़ा हुआ है और किसानों के गेंहू की खरीद पिछले एक सप्ताह से नही हो रही है। मंडी में सौ रुपये प्रति कुंतल कमीशन पर तौल हो रही है। बतातें चलें कि क्षेत्र के सैकड़ों किसानों का गेहूं पिछले गुरुवार से नहीं तौला जा रहा है। जबकि सत्ता केंद्रित लोंगों और व्यापारियों का गेहूं चोरी छुपे कमीशन लेकर तौल लिया जा रहा है। दलालों और व्यापारियों की जकड़ में फंस चुकी गेंहू की सरकारी खरीद आम किसानों के लिये अभिशाप बन गयी है। स्थिति यह है कि मंडी में आखिर इतना गेंहू किसान का तो नही है। किसानों का कहना है कि व्यापारी और दलाल हावी हैं। जिसके चलते किसान अपने हक और अधिकारों से वंचित हो गया है। इसलिए किसान अपना गेंहू किसान मंडी में बेचने को विवश है।अधिकृत तौर पर गुरुवार से यहां कोई तोल नहीं हुई है और अगले गुरुवार को तौल करने की बात जिम्मेदारों द्वारा बताई जा रही है। यहाँ ट्रांसपोर्ट व्यवस्था भी सुचारू रूप से नही चल रही है। जिसके चलते किसानों के गेंहू खरीद में बाधा पैदा हुई है। बताया गया है कि व्यापारियों से खरीदा गया हजारों कुंतल गेंहू खुले आसमान में पड़ा हुआ है। उसी का बहाना बनाकर तौल नही की जा रही।मंडी परिसर में खरीद एजेंसियों के अधिकृत प्राइवेट लोग किसानों से एक हफ्ते बाद गेंहू लाने की बात कह कर उनका शोषण करते हैं। मंडी में बैठे लोंगो का कहना था जब तक गेंहू नही उठ जाता तब तौल नही होगी।केंद्र प्रभारियों का कहना है कि उनसे पूछकर गेंहू लाना तभी तौल हो सकती है। वरना एक सप्ताह तक फंसे रहोगे।

राष्ट्रीय लोक दल ने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया

सीतापुर। राष्ट्रीय लोक दल पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह की मृत्यु 6 अप्रैल 2021 को हो गई थी। उनकी आत्मा की शांति के लिए राष्ट्रीय लोक दल ने संपूर्ण प्रदेश में हवन व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। उसी क्रम में जिला अध्यक्ष प्रबीन कुमार सिंह ने अपने आवास पर कार्यक्रम किया गया और विकास खंड गोदलामाऊ की ग्राम पंचायत नटवर ग्रन्ट में कार्यकर्ता और ब्लाक अध्यक्ष सर्बेश कुमार यादव और कार्यकर्ता परमेश यादव नन्हेलाल हरिपाल मदन यादव दिलीप कुमार धनीराम आदि कार्यकर्ताओ ने पुष्पांजलि कर  उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की गई। कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करते हुए यह कार्यक्रम किया गया। साथ ही जिला अध्यक्ष प्रबीन कुमार सिंह  अपने आवास पर कार्यक्रम का आयोजन किया और श्रद्धाजलि दी। अपने नेता चौधरी अजित सिंह को किसानों का सच्चा हमदर्द बताया कहा कि जीवन भर वह किसानों गरीबों के लिए कार्य करते रहे सहकारिता क्षेत्र को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराया और चौधरी चौधरी अजीत सिंह ने मंत्रिमंडल में रहते हुए भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों का भरपूर विरोध किया और उनके बात ना मानी गई तो उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था पार्टी कार्यकर्ता दिलीप तिवारी, राजकुमार मिश्रा, राम-लखन आदि ने अपने अपने आवास पर कार्यक्रम का आयोजन कर स्व. चौधरी अजित सिंह की आत्मा की शांति के लिए हवन किया तथा श्रद्धांजलि अर्पित की।

खूली कलाई: मामूली बारिश के बाद सड़क बनीं तलैया

राजकुमार गुप्ता            
वाराणसी। पीएम मोदी के गांव जयापुर जाने वाले रोड का हालत देखकर आप भी चौक जाएंगे। थोड़ी सी बरसात हुई नहीं, कि मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हो जाता है। राजातालाब-जयापुर वाया रानी बाजार पंचक्रोशी मार्ग की जलनिकासी व्यवस्था की स्थिति कितनी दयनीय है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मामूली बारिश के बाद भी सड़क मंगलवार को तलैया में तब्दील हो गई है। कहने को यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांसद आदर्श गांव जयापुर जाने वाला मार्ग है। बताने को कहा जाता है कि पीएम द्वारा इस गांव को गोद लेने के बाद यहां विकास की गंगा बहाई गई है। लेकिन हाल यह है कि इस गांव तक पहुंचना ही दूभर है। हल्की बारिश हुई नहीं कि सड़क पर लबालब पानी जमा हो जाता है। वह भी मलजल से युक्त गंदा पानी। पीडब्ल्यूडी द्वारा विगत दो साल पूर्व मानक के विपरीत यहां एक नाला बनाया है लेकिन वह भी खराब और अधूरा है। अब एक दिन पहले सोमवार रात से भोर में हुई बारिश के बाद इस सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। ग्रामीण इसे दुरुस्त कराने के लिए कई बार जिला प्रशासन, क्षेत्रीय प्रशासन को लिख चुके हैं। लेकिन उनका आरोप है कि कोई सुनवाई नहीं हुई। जहां कुछ ही समय पहले कार्य कराया गया था। सड़कों की बारिश से दशा खराब हो जाने से वाहन चालकों और पैदल सफर करने वाले राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लोग सरकारी राशि के दुरूपयोग को लेकर भी सवाल उठाने लगे हैं। बतादें कि अनियमितताओं के चलते उक्त सड़क समय से पहले ही दम तोड़ चुकी हैं और इस संबंध में विभाग के आला अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। गुणवत्ता हीन काम का ही परिणाम है कि यहाँ की अधिकांश सड़के समय से पहले ही दम तोड़ जाती हैं। अब सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं। लोगों ने थोड़ी बारिश में सड़कों के उखड़ने से हो रही परेशानी पर नाराजगी जाहिर की है और सरकारी धन का दुरूपयोग और बर्बादी को लेकर लोगों में रोष व्याप्त है। यहाँ सोमवार की रात और मंगलवार भोर में थोड़ी सी बारिश क्या हुई बाजार के कई मोहल्लों, गलियों सहित प्रमुख मार्ग राजातालाब पुरानी पुलिस चौकी नेशनल हाइवे से लेकर रानीबाजार रेलवे लाईन तक लगभग पाँच सौ मीटर जलजमाव हो गया। इस दौरान इस जर्जर खस्ता हाल पंचक्रोशी मार्ग राजातालाब पर आवागमन दूभर हो गया। जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मुख्य मार्ग से राजातालाब होते हुए रानीबाजार जाने वाले मार्ग पर लोगों को सर्वाधिक फजीहत का सामना करना पड़ रहा हैं। उक्त सड़क मानक के विपरीत बनाने से सड़क जर्जर खस्ता हाल होने के कारण मामूली बारिश ने भी मुसीबत खड़ी कर दी। लोगों को कहना है कि समय रहते जलनिकासी व्यवस्था पर अभी से काम शुरु नहीं किया गया तो आने वाले समय में लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता ने बताया कि सड़क को बनवाने से लेकर सीवर व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कई बार लोगों ने जनप्रतिनिधियों से लेकर आलाधिकारियों तक गुहार लगाई लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। यहां से कुछ ही किलोमीटर दूर प्रधानमंत्री मोदी का द्वितीय चरण में गोद लिया आदर्श गांव जयापुर है। यह रोड जयापुर जाती है इसके बावजूद भी जर्जर हालत मे है। स्थानीय निवासी आयुष कुमार राय, अरविंद पटेल, आकाश जायसवाल, नंदलाल कनौजिया, कृष्णा प्रसाद जायसवाल, संदीप जायसवाल, आशीष, सहित अन्य युवाओं ने कहा कि अगर यह सड़क  के गड्ढो का भराव और नाली का निर्माण नहीं होता है तो जानलेवा गड्डे में तब्दील सड़क पर जल जमाव से दुर्घटना हो सकती है। इन ग्रामीणों में इस कदर गुस्सा है कि ये कभी भी समस्या के समाधान के लिए आंदोलन भी कर सकते हैं।

कमजोरी: उत्तराखंड में ब्लैक फंगस से दूसरी मौत हुईं

पंकज कपूर               

ऋषिकेश। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस का कहर भी धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। राज्य में ब्लैक फंगस से आज दूसरी मौत हुई है।
एम्स ऋषिकेश में अब तक ब्लैक फंगस के कुल 30 मरीज भर्ती हो चुके हैं। जिनमें 2 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। एक स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुका है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज देर शाम ऋषिकेश एम्स में भर्ती अलीगढ़ यूपी निवासी एक 72 वर्षीय महिला की मौत हो गई। इससे पहले देहरादून निवासी 36 युवक की मौत भी ब्लैक फंगस के चलते हो चुकी है।आज मंगलवार देर शाम तक एम्स ऋषिकेश में म्युक्रोमैसिस (ब्लैक फंगस) से ग्रसित कुल 30 मरीज भर्ती हो चुके हैं। जिनमें से अलीगढ़ यूपी निवासी एक 72 वर्षीया महिला की आज मृत्यु हो गई। जबकि एम्स में भर्ती ऋषिकेश निवासी एक अन्य 81 वर्षीया महिला को इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। शेष 27 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें से कुल 11 मरीजों की सर्जरी होनी बाकी हैं।

'ताऊ ते’ कमजोर पड़ा, गहरे दबाव के क्षेत्र में तब्दील

अकांशु उपाध्याय   
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया कि चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ कमजोर पड़कर ”गहरे दबाव के क्षेत्र” में तब्दील गया है और अभी दक्षिणी राजस्थान तथा निकटवर्ती गुजरात क्षेत्र में मौजूद है। आईएमडी ने बताया कि गुजरात में भीषण बारिश का कारण बनने के बाद चक्रवात के पश्चिमी विक्षोभ के साथ सम्पर्क में आने की वजह से राजस्थान, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली सहित कई राज्यों में बारिश होने का अनुमान है। वहीं, कई राज्यों में भोर से ही हल्की से तेज बारिश शुरू हो गई।
आईएमडी ने बुधवार को सुबह अपने बुलेटिन में बताया कि चक्रवात का ”दबाव क्षेत्र” राजस्थान में उदयपुर से 60 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में और गुजरात में डीसा से 110 किलोमीटर दूर बना है। उसने बताया कि अगले दो दिनों में इसके उत्तर पूर्व में राजस्थान से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर आगे बढ़ने का अनुमान है। आईएमडी ने कहा कि इस दबाव क्षेत्र से बुधवार को पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है और कुछ दूर-दराज के इलाकों में भीषण बारिश का भी अनुमान है। उसने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के सम्पर्क में आने के कारण उत्तराखंड में बारिश होने का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा पश्चिमी राजस्थान में अगले 24 घंटे में भारी से बेहद भारी बारिश हो सकती है। उसने कहा कि पूर्वी राजस्थान और निकटवर्ती गुजरात क्षेत्र में अगले 12 घंटे में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाएं 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवात ‘ताऊ ते’ सोमवार की मध्यरात्रि में सौराष्ट्र क्षेत्र के दीव और उना के बीच गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया था। गुजरात में चक्रवाती तूफान के कारण तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ, बिजली के खंभे तथा पेड़ उखड़ गए तथा कई घरों व सड़कों को भी नुकसान पहुंचा। इस दौरान हुई घटनाओं में करीब 13 लोगों की मौत भी हुई है। चक्रवाती तूफान के कारण 200 से अधिक तालुका में बारिश हुई। एहतियाती तौर पर राज्य सरकार ने पहले ही दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार की शाम पत्रकारों से कहा था कि चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान को अगले कुछ दिनों में दूर कर लिया जाएगा।

देश में कुल 32,03,01,177 की कोविड-19 जांच

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 से 4,529 और लोगों की मौत के बाद देश में संक्रमण से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 2,83,248 हो गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार की सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में कोविड-19 के 2,67,334 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,54,96,330 हो गई।
आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी आई है और अभी देश में 32,26,719 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 12.66 प्रतिशत है। अभी तक कुल 2,19,86,363 लोग संक्रमण मुक्त भी हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 86.23 प्रतिशत है। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.11 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।
वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख के पार गए। वहीं, 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार और चार मई को दो करोड़ के पार चले गए। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में अभी तक कुल 32,03,01,177 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है। इनमें से 20,08,296 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई।

बच्चों पर परीक्षण के लिए अनुमति रद्द करें: याचिका

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने ‘भारत बायोटेक’ को कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवैक्सीन’ के दो से 18 वर्ष के बच्चों पर परीक्षण के लिए दी गई अनुमति रद्द करने के अनुरोध वाली याचिका पर बुधवार को केन्द्र को अपना रुख स्पष्ट करने को कहा। मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह ने केन्द्र और ‘भारत बायोटेक’ को नोटिस जारी 15 जुलाई तक याचिका पर उन्हें उनका रुख स्पष्ट करने को कहा। उक्त याचिका संजीव कुमार की ओर से दायर की गई है।
अदालत ने हालांकि कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवैक्सीन’ के दो से 18 वर्ष के बच्चों पर ‘क्लीनिकल ट्रायल’ के लिए 12 मई को दी गई अनुमति पर कोई भी अंतरिम आदेश पारित करने से इंकार कर दिया। ‘क्लीनिकल ट्रायल’ 525 स्वस्थ स्वयंसेवकों पर किया जाएगा। इन्हें भी टीके 28 दिन के अंतर में दो खुराक में लगाए जाएंगे। ‘कोवैक्सीन’ का विकास हैदराबाद आधारित भारत बायोटेक और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने किया है। यह उन दो टीकों में शामिल है, जिन्हें भारत में अभी व्यस्कों को लगाया जा रहा है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...