बुधवार, 19 मई 2021

मोदी की लोकप्रियता में 22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज

सौमित्र रॉय 
नई दिल्ली। अमेरिकी कंपनी मॉर्निंग कंसल्ट दुनिया भर के नेताओं की इमेज पर नज़र रखती है। कंपनी का कहना है कि मोदी की लोकप्रियता इस समय सबसे नीचे है। अप्रैल में मोदी की लोकप्रियता में 22% की गिरावट आई थी।
मोदी की इमेज सबसे ज़्यादा विदेशों में खराब हुई है। यहां तक कि मोदी नेपाल भी जाने लायक नहीं रहे, क्योंकि वहां कोविड की दूसरी लहर भारत की ही देन है।सरकार ने अमेरिका में चेहरा चमकाने वाले लड़कों की तलाश शुरू कर दी है।
'मोदी है तो मुमकिन है की जगह मोदी है तो मुश्किल है' जैसे नारे घर पर ही लगने लगे हैं। विदेशों में तो माइक पकड़कर मीडिया खड़ी है सवाल पूछने के लिए।
जाएं तो कहां ? वो तो भला हो ताऊ ते का, जो मोदी को कल बड़े दिनों बाद प्लेन में चढ़कर गुजरात जाने का मौका मिला। जो व्यवस्थापक अपने परिवार, समाज अथवा देश की रक्षा नहीं कर सकता है। या उसमें चूक कर देता है तो स्वयं नैतिकता के आधार पर ऐसे गरिमामयी पद के अधिकार से मुक्त हो जाना सामान्य प्रक्रिया है।

सप्तमी को गंगा स्वर्ग से शिव की जटाओं में पहुँची

गंगा सप्तमी वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को कहा जाता है। पौराणिक धर्म ग्रंथों और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार वैशाख मास की इस तिथि को ही माँ गंगा स्वर्ग लोक से भगवान शिव की जटाओं में पहुँची थीं। इसलिए इस दिन को 'गंगा सप्तमी' के रूप में मनाया जाता है। कहीं-कहीं पर इस तिथि को 'गंगा जन्मोत्सव' के नाम से भी पुकारा जाता है। गंगा को हिन्दू मान्यताओं में बहुत ही सम्मानित स्थान दिया गया है। पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार जब कपिल मुनि के श्राप से सूर्यवंशी राजा सगर के 60 हज़ार पुत्र जल कर भस्म हो गए, तब उनके उद्धार के लिए राजा सगर के वंशज भगीरथ ने घोर तपस्या की। वे अपनी कठिन तपस्त्या से माँ गंगा को प्रसन्न करने में सफल रहे और उन्हें धरती पर लेकर आए। गंगा के स्पर्श से ही सगर के 60 हज़ार पुत्रों का उद्धार हो सका। गंगा को 'मोक्षदायिनी' भी कहा जाता है। विभिन्न अवसरों पर गंगा नदी के तट पर मेले और गंगा स्नान आदि के आयोजन होते हैं। इनमें 'कुंभ पर्व', 'गंगा दशहरा', 'पूर्णिमा', 'व्यास पूर्णिमा', 'कार्तिक पूर्णिमा', 'माघी पूर्णिमा', 'मकर संक्रांति' व 'गंगा सप्तमी' आदि प्रमुख हैं।

9 माह की बच्ची से लेकर 66 वर्षीय दादा संक्रमित

राहुल चौबे   

कवर्धा/रायपुर। मन के हारे हार है मन के जीते जीत' सन्त कबीर की इन पंक्तियों की अहमियत कोरोना काल में अत्यधिक बढ़ गई है। बहुत से लोग हैं, जो होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना की जद से बाहर आ रहे हैं। कवर्धा के वार्ड नम्बर 8 में एक इसी तरह का परिवार है, जहां कोरोना के कारण 9 सदस्यीय परिवार के 9 माह की बच्ची से लेकर 66 वर्षीय दादा भगवान सिंह तक पूरे परिवार को होम आइसोलेशन में रहना पड़ा। दरअसल इनके परिवार ने हाल ही में कोरोना से जंग जीत लिया है। 17 दिनों तक होम आइसोलेशन शासकीय दवा और कंट्रोल रूम से आने वाले कॉल के माध्यम से गाइड लाइन को फॉलो करने वाले इस परिवार ने बताया कि यदि मनोबल ऊँचा रखा जाए तो हर मुश्किल से पार निकला जा सकता है। परिवार के 66 वर्षीय भगवान सिंह ठाकुर, 62 वर्षीय शारदा देवी ठाकुर, 33 वर्षीय दीपक ठाकुर, हेमन्त ठाकुर, कुसुम ठाकुर समेत 4 वर्षीय काव्यराज, 3 वर्षीय तिथि ठाकुर, 9 माह की अधिश्री का जांच के बाद कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया था। 

कोविड कंट्रोल रूम के कॉल से मिली हिम्मत

भोरमदेव थाना में पदस्थ आरक्षक हेमन्त ठाकुर की पत्नी डिम्पल व दीपक की पत्नी कुसुम सिंह जो स्वयं व्याख्याता हैं, लेकिन कोविड काल में मनोबल मजबूत नहीं थी। परिवार छोटे बच्चों और घर के बुजुर्गों की सेहत के लिए भयभीत था। परिवार के सदस्य बताते हैं कि उनके पास कोविड कंट्रोल रूम से रोज काउंसलिंग के लिए कॉल आता था, जिससे उन्हें अपनी शंकाओं का हल मिलने लगा और उनका मनोबल मजबूत होता गया। पूरे परिवार ने मनोबल बढाकर कोरोना के खिलाफ जंग में समझदारी दिखाते हुए गाइड लाइन का पालन किया और परिणाम स्वरूप अब पूरा परिवार कोरोना मुक्त है।

संक्रमण से 1955 रेलवे कर्मचारियों की जान गई

समाचार एजेंसी के मुताबिक रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने कहा कि रेलवे किसी अन्य राज्य या क्षेत्र से अलग नहीं है। हम भी कोविड संक्रमण की मार झेल रहे हैं। इस समय हम लोगों की मदद कर रहे हैं लेकिन हमारी हालात भी अच्छी नहीं है। रोजाना करीब 1000 (कोविड) मामले सामने आए। उन्होंने कहा कि हम अपने स्टॉफ का पूरा ख्याल रख रहे हैं। उन्हें आवश्यक मेडिकल सुविधा भी उपलब्ध करा रहे हैं। रेलवे के अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई है, रेल अस्पातलों में ऑक्सीजन संयंत्र बनाए हैं। फिलहाल 4000 रेलवे कर्मी या उनके परिवार के सदस्य इन अस्पतालों में भर्ती हैं। हमारा प्रयास है कि वो जल्दी ठीक हो जाएं। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि पिछले साल मार्च से अब तक 1952 रेलकर्मियों की कोविड-19 महामारी की चपेट में आकर जान जा चुकी है।

झील के नीचे बसा है 160 घरों वाला भूतिया गांव

रोम। इटली में झील के नीचे से 160 घरों वाला गांव निकला है। झील का पानी कम होने पर ये गांव नजर आया। स्थानीय लोगों के मुताबिक ये गांव कभी-कभी नजर आता है, जिसके चलते इसे भूतिया गांव कहा जाता है।cbsnews.com की रिपोर्ट के मुताबिक इटली की झील से दशकों बाद बाहर निकले इस गांव का नाम कुरोन है।1950 में इस गांव में बिजली संयत्र की स्थापना की गई थी, उसी समय इस गांव में बाढ़ आ गई थी, जिसमें ये गांव पूरी तरह तबाह हो गया था। ऑस्ट्रिया और स्विटजरलैंड के साथ इटली की सीमा के पास बसी झील को अब एक जलाशय की मरम्मत के लिए अस्थायी रूप से निकाला जा रहा है। जैसे-जैसे जल स्तर घट रहा है, 160 घरों वाला गांव उभर रहा है।आमतौर पर 14वीं सदी की चर्च की मीनार पानी से बाहर निकल आई हैं।
 लेकिन जैसे-जैसे पानी कम हो रहा है, तो  झील के नीचे से इस गांव की गुफाएं और दीवारें दिखाई दे रही हैं। इटली की झील के डूबे इस गांव को लेकर “क्यूरॉन” नाम से एक वेब सीरीज भी बनी है, इसके अलावा इस गांव पर एक किताब लिखी गई है, जिसमें गांव की पूरी कहानी को बताया गया है।यहां की रहने वाली एक महिला ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि पुराने घरों के मलबे पर चना एक “अजीब एहसास” था. उसने बताया कि ये क्षेत्र हाइकर्स के लिए काफी लोकप्रिय है, जिनके द्वारा गांव की भयानक तस्वीरों को शोसल मीडिया पर वायरल किया गया है। वहीं एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा है कि वह "कुरोन नाम के गांव के अवशेष हैं, जो दशकों से डूबे हुए थे, इटली में LakeResia की निकासी करते हुए मिले हैं।

वायरस से 300 से अधिक पत्रकारों की मौत हुईं

हरिओम उपाध्याय  नई दिल्ली। भारत में कोरोना के चलते लाखों की संख्या में लोगों ने अपने परिजनों को खोया हैं। इसमें वो पत्रकार भी शामिल थे, जिन्होंने दिन-रात कोविड की रिपोर्टिंग की और बिना अपनी जान की परवाह किए लोगों तक पल-पल की ख़बरे पहुंचाई। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में ग्राउंड पर जाकर रिपोर्टिंग कर रहे रिपोर्टरों और लगातार ऑफिस जा रहे पत्रकारों को न तो फ्रंट लाइन वर्कर माना गया और न ही उनको वैक्सीन में प्राथमिकता मिली. परिणाम ये हुआ कि कई नामी गिरामी पत्रकारों सहित अलग-अलग राज्यों में 300 से ज्यादा मीडियाकर्मी कोरोना की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं. इसे त्रासदी ही कहेंगे कि अप्रैल के महीने में हर रोज औसतन तीन पत्रकारों ने कोरोना के चलते दम तोड़ा। मई में यह औसत बढ़कर हर रोज चार का हो गया। जिसके अनुसार भारत में अब तक कुल 300 पत्रकारों की मौत हुई है। इंस्टीट्यूट ऑफ परसेप्शन स्टडीज के रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2020 से लेकर 16 मई 2021 तक कोरोना की वजह से कुल 238 पत्रकारों की मौत हो गई। यह आकंड़े भयावह हैं। इंस्टीट्यूट ऑफ परसेप्शन स्टडीज की रिपोर्ट में उन सभी पत्रकारों को शामिल किया गया है। जो फील्ड या दफ्तरों में कार्यरत थे। इनमें रिपोर्टर से लेकर स्ट्रिंगर, फ्रीलांसर, फोटो जर्नलिस्ट और सिटिजन जर्नलिस्ट तक सभी शामिल हैं।

रिपोर्ट बताती हैं कि कोरोना की पहली लहर अप्रैल से लेकर दिसंबर तक थी। इस दौरान 56 पत्रकारों ने अपनी जान गंवाई। पहली लहर के मुकाबले दुसरी लहर काफ़ी भयावह साबित हुई। 1 अप्रैल से लेकर 16 मई तक 171 पत्रकारों ने दम तोड़ दिया। शेष पत्रकारों का निधन जनवरी-अप्रैल की बीच में हुआ। मीडिया रिपोर्टस की माने तो यह आंकड़े अलग- अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, खबरों, पेपर से एकत्र किए गए हैं।

  • उत्तर प्रदेश- 37
  • तेलंगाना- 39
  • दिल्ली-30
  • महाराष्ट्र- 24
  • ओडिशा- 26
  • मध्यप्रदेश – 19

किस उम्र में ज्यादा मौतें हुई
रिपोर्ट के अनुसार कोरोना का आसान शिकार 41 से 50 उम्र के लोग हुए। इनमें मौतों का आंकड़ा 31 फीसदी है।
•    वहीं, 31 से 40 वर्ष के बीच में 15 फीसदी
•    51 से 60 के बीच में 19 फीसदी
•    61 से 70 के बीच में 24 फीसदी
•    71 साल से ऊपर आयु वालो में 9 फीसदी

छोटे कस्बों में ज्यादा मौतें
इंस्टीट्यूट ऑफ परसेप्शन स्टडीज की निर्देशक डॉ कोटा नीलिमा ने मीडिया को बताया कि 35 फीसदी पत्रकार मेट्रो शहर से है, जबकि 64 फीसदी नॉन- मेट्रो शहरों से आते हैं जैसे कि कस्बे, गांव, छोटे शहर।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-277 (साल-02)
2. बृहस्पतिवार, मई 20, 2021
3. शक-1984, बैसाख, शुक्ल-पक्ष, तिथि- नवमी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:00, सूर्यास्त 07:07।
5. न्‍यूनतम तापमान -10 डी.सै., अधिकतम-28+ डी.सै.। तेज हवाओं के साथ बरसात की संभावना बनी रहेगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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मंगलवार, 18 मई 2021

यूएसए ने इजरायल को हथियार बेचने की मंजूरी दी

वाशिंगटन डीसी। इजरायल-फिलिस्तीन के मौजूदा टकराव के बीच अमेरिका के बाइडन प्रशासन ने इजरायल को 73.5 करोड़ डॉलर यानी करीब 5.4 हजार करोड़ रुपये के हथियार बेचने को मंजूरी दी है। बाइडन के इस फैसले को लेकर डेमोक्रेट्स सांसदों ने सवाल खड़े किए हैं। हालांकि पहले कहा जा रहा था, कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी हिंसा के बावजूद सांसदों की तरफ से इस समझौते पर आपत्ति किए जाने की कोई संभावना नहीं है। रक्षा सौदों पर आपत्ति जताने वाले ये वे सांसद हैं। जिन्होंने इजरायल का समर्थन करने को लेकर अमेरिकी नेतृत्व पर भी बेहिचक सवाल खड़े किए हैं। बाइडन प्रशासन इजरायल का लगातार बचाव कर रहा है। अमेरिका ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इजरायल-फिलिस्तीन के संघर्ष पर तीसरी बार बयान जारी होने से रोका।
तीन सांसदों के सहयोगियों ने बताया कि हथियारों की बिक्री के बड़े समझौते से पहले इसके बारे में संसद को आधिकारिक रूप से 5 मई को अधिसूचित किया गया था। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, बिक्री की योजना के बारे में संसद को अप्रैल में ही सूचित कर दिया गया था। लेकिन अब कुछ सांसदों ने रक्षा सौदों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

दिल्ली में संक्रमण के 4,482 मामलें सामने आएं

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। दिल्ली में मंगलवार को पांच अप्रैल के बाद पहली बार कोरोना वायरस संक्रमण के सबसे कम 4,482 मामले सामने आए और 265 रोगियों की मौत हो गई। जबकि संक्रमण दर 6.89 प्रतिशत है। स्वास्थ्य बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। दिल्ली में सोमवार को संक्रमण के 4,524 मामले सामने आए और 340 रोगियों की मौत हुई थी। संक्रमण की दर 8.42 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय राजधानी में कुछ दिन से कोविड-19 हालात में सुधार हो रहा है और संक्रमण के मामलों तथा इसकी दर में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में मंगलवार को पांच अप्रैल के बाद से संक्रमण के सबसे कम मामले सामने आए हैं।

उस दिन 3,548 लोग वायरस से संक्रमित पाए गए थे। बुलेटिन के अनुसार अस्पतालों में 24,305 बिस्तरों में से 9,906 खाली हैं। आंकड़ों के अनुसार राजधानी में उपचाराधीन रोगियों की संख्या 50,863 है। इनमें से 31,197 घरों में पृथकवास में हैं। दिल्ली में संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 14,02,873 हो गई है। जबकि 22,111 रोगियों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार 13.29 लाख संक्रमण से उबर चुके हैं या दिल्ली से बाहर चले गए हैं। हालांकि सोमवार को तुलनात्मक रूप से काफी कम 65,004 जांचें की गईं।लिहाजा संक्रमण के मामले भी कम सामने आए।


बड़ौत: नगर पालिका द्वारा करायीं गईं नालें की सफाई

गोपीचंद             
बागपत। आज मंगलवार को बड़ौत नगर के वार्ड नं. 3 आजाद नगर में निकासी नालें की सफाई नगर पालिका द्वारा करायी गईं। जिससे आम जन इतने खुश हैं, कि घर से बाहर निकलने और बाहर से घर के अंदर जाने व आवश्यक कार्य के लिये सड़क पर चलने के लिये असमंजस की स्थिति में है। सड़क पर मलबा फैलाकर उठाने और कुछ सड़क पर ही छोड़ देने से ही स्वछ भारत मिशन को गति मिलेगी या आम जन को परेशानी।
ऐसी स्थिति के लिये सफाई कर्मचारी और ठेकेदार बधाई के पात्र है। 

24 घंटे में 289 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आईं

अश्वनी उपाध्याय            

गाज़ियाबाद। पिछले 24 घंटों की अवधि में 289 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉज़िटिव मिली है। इस अवधि में 628 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया और 2 संक्रमितों की मृत्यु दर्ज की गई। अब जिले में सक्रिय संक्रमितों की संख्या घटकर 3,274 हो गई है। मेरठ जिले में 453 रिपोर्ट्स पॉज़िटिव आईं जबकि 1662 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 20 मरीजों की मौत के बाद 9,256 सक्रिय कोरोना संक्रमित हैं। गौतम बुद्ध नगर में 345 व्यक्तियों की रिपोर्ट पॉज़िटिव आई और 907 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। यहाँ 5 मरीजों की मौत भी दर्ज की गई। गौतम बुद्ध नगर में अब 5,444 सक्रिय संक्रमित रह गए हैं।

बैठक में महामारी से बचाव के तरीकों पर चर्चा हुईं

कौशाम्बी। कोविड-19 महामारी से बचाव और उस पर नियंत्रण को लेकर नगर पंचायत अझुवा स्थित संत कबीर आश्रम में एक बैठक मंगलवार को संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता कृष्ण कुमार बाजपेई सभासद ने की। कोविड-19 से बचाव वा होम आइसोलेशन में उपचार व्यवस्था से संबंधित निगरानी समिति की बैठक में कोविड-19 महामारी से बचाव के तौर-तरीकों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में अधिशासी अधिकारी सूर्य प्रकाश गुप्ता ने समिति के सदस्यों से कर्तब्य निर्वाहन का सुझाव दिया। इस मौके पर अधिशासी अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी से खुद बचने व समाज में इस महामारी से आम जन को बचाने का भरसक प्रयास किया जाना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है। कोविड-19 महामारी न फैलने पाए। इसके लिए प्रत्येक व्यक्ति पूर्व से सचेत रहे 2 गज की दूरी के नियमों का पालन करें। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें भीड़-भाड़ की जगह जाने से बचे। अत्यधिक आवश्यक होने पर सड़क पर निकलने पर मास्क का प्रयोग जरूर करें। जिससे कोविड-19 महामारी से बचा जा सके।
इस बैठक में उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए कृष्ण कुमार बाजपेई सभासद ने कहा कि इमानदारी से अपना अपना कार्य करने पर कोविड-19 महामारी से निजात पाई जा सकती है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है, कि वह महामारी से बचाव के लिए पूर्ण ईमानदारी से कार्य करें इस मौके पर करन सिंह ने महामारी से बचाव हेतु मास्क व 2 गज की दूरी व सैनिटाइजर के उपयोग पर जोर दिया व आने वाली महामारी की तीसरी लहर के लिए पहले से बचाव हेतु सभी लोगों को सचेत रहने के लिए प्रेरित किया। बैठक में समिति के सदस्य आंगनबाड़ी कार्यकत्री श्रीमती मुन्नी देवी एनम, श्रीमती आरती देवी कोटेदार, रमेश नायब मुहर्रिर, शिव मोहन, अमृत लाल यादव, हैप्पी केसरवानी सहित नगर के संभ्रांत व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
सन्तलाल मौर्य 

नगर मंत्री द्वारा कर्मचारियों को वितरित किएं मास्क

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी          
हापुड़। जनपद में आज मंगलवार को अमित त्यागी नगर मंत्री भाजपा (हापुड नगर उत्तरी) द्वारा भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश राणा के साथ नगर के विभिन्न चौराहों व नगर कोतवाली में पुलिस कर्मचारियों को मास्क वितरित किए। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष उमेश राणा ने कहा कि पुलिस कर्मचारी रात दिन मेहनत कर हम लोगों कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक कर रहे हैं और अपने दायित्व को भली प्रकार निभा रहे हैं। वह निरंतर कोरोना के साए में रहते हैं ऐसे में मास्क, सैनिटाइजर की अत्यंत आवश्यकता होती है साथ में जिला महामंत्री पुनीत गोयल, विनीत दीवान, प्रवीण सिंघल, अनिरुद्ध राघव, हर्षदीप त्यागी मौजूद रहे।

गृहमंत्री शाह के आवास पर सीएम मनोहर का बयान

राणा ओबराय               
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अमित शाह के आवास पर मीटिंग के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि काफी लंबे समय से दोनों शीर्ष नेताओं से भेंट नहीं हुई थी। जिसके बाद आज दोनों नेताओं से कई विषयों पर मुलाकात हुई है।
उन्होंने बताया कि दोनों बड़े नेताओं के साथ कोरोना के विषय और आने वाले समय में तैयारियों को लेकर चर्चा हुई है। वहीं किसान आंदोलन चल रहा है। उसके बारे में भी अवगत करवाया गया है। उन्होंने कहा कि इस विषय में विचार-विमर्श के बाद जिस तरह से आगे बढ़ना है। वह हमें बताया जाएगा हम आगे उसी तरह से बढ़ेंगे।
हिसार विवाद को लेकर मुख्यमंत्री का बयान आया है। उन्होंने कहा कि सारा विषय उनके सामने रख दिया गया है। वह इस बात से सहमत हैं कि इस प्रकार के काम का विरोध करना उचित नहीं है। केंद्रीय नेतृत्व को यह भी जानकारी दी गई कि कल शाम को किस तरह से दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई है और अब वह आगे के लिए उन लोगों ने स्थगित कर दिया है। हरियाणा सरकार की तरफ से किसानों के लिए वैक्सीनेशन के इंतजाम की भी जानकारी केंद्रीय स्तर पर दी गई है। धैर्य रखकर हम आगे बढ़ेंगे और तमाम चीजों का कोई न कोई हल निकलेगा। ब्लैक फंगस को लेकर भी हमको बताया गया है कि सरकार दवाई इंपोर्ट कर रही है और उसके बाद डिस्ट्रीब्यूशन का प्लान बनेगा।

कार ने खड़ी ट्रैक्टर-ट्राली को मारीं टक्कर, 5 घायल

अश्वनी उपाध्याय                      
मुजफ्फरनगर। भोपा में बेलड़ा गंग नहर कांवड पटरी पर कार की सड़क पर खड़ी ट्रैक्टर-ट्राली से टक्कर हो गई। जिससे कार में सवार पांच लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बागपत जिले के गांव बिजोपुरा निवासी अब्दुल रजाक, वसीम, गुलफाम, शाहरुख, महिला नरगिस, खुशनुमा बीते रविवार की रात्रि में किराए की कार से हरिद्वार दवाई लेने जा रहे थे। चालक अनीस कार चला रहा था। जैसे ही कार भोपा थाना क्षेत्र के बेलडा गंगनहर कांवड पटरी पर पहुंची तो रास्ते में खड़ी ट्रैक्टर ट्राली से कार की टक्कर हो गई। जिससे कार बुरी तरह क्षति ग्रस्त हो गई, वहीं, उसमें सवार दो महिला समेत पांच लोग घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सीकरी चौकी प्रभारी संजय कुमार राघव ने बताया कि तहरीर आने पर कार्रवाई की जाएगी।

यूपी: चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में संघर्ष हुआ

अश्वनी उपाध्याय                
मुजफ्फरनगर। शाहपुर के बसीकला गांव में चुनावी रंजिश को लेकर दो पक्षों में संघर्ष हो गया। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर पथराव और कई राउंड फायरिग की, जिसमें गोली लगने से एक युवक घायल हो गया, जबकि पथराव में एक सिपाही जख्मी हो गया। स्थिति नियंत्रित करने के लिए एक दारोगा को सरकारी असलाह से गोली भी चलानी पड़ी। पुलिस ने घरों में तलाशी अभियान चलाकर दोनों पक्षों के एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने अपनी तरफ से दोनों पक्षों के 22 लोगों को नामजद करते हुए एक दर्जन अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। गांव में पुलिसबल तैनात कर दिया है। बसीकला गांव में साबू कुरैशी व शहजाद कुरैशी प्रधानी चुनाव लड़े थे, जिसमें साबू कुरैशी ने जीत दर्ज की। सोमवार को दोनों पक्षों के बच्चों में चुनाव को लेकर कहासुनी हो गई थी। बच्चों के विवाद में दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। उनमें जमकर पथराव हुआ और कई राउंड गोलियां चली। गोली लगने से शहजाद पुत्र अनवर कुरैशी घायल हो गया। इससे गांव में अफरातफरी मच गई। थाना प्रभारी गांव पहुंचे और वहां की स्थिति को देखकर आलाधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद रतनपुरी, बुढ़ाना, भौराकलां, तितावी थाने से पहुंची पुलिस ने बल प्रयोग कर स्थिति को कंट्रोल किया। घायल शहजाद को सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। घायल हारे पक्ष का समर्थक है। पथराव में सिपाही नितिन भी घायल हुआ है। पलिस जब गांव पहुंची तो दोनों तरफ से जमकर पथराव व फायरिग हो रही थी। पुलिस ने स्थिति कंट्रोल करने का प्रयास किया तो एक युवक ने मस्कट से गोली चला दी। यह देख शाहपुर थाने में तैनात एक दारोगा ने सरकारी असलाह से गोली चला दी। इसके बाद युवक सड़क पर मस्कट व चार कारतूस फेंक कर भाग गया।पुलिस ने खुद दर्ज किया मुकदमा देर शाम तक जब किसी भी पक्ष ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने में तहरीर नहीं दी तो शाहपुर कस्बा चौकी प्रभारी जयबीर सिंह ने 22 लोगों को नामजद करते हुए एक दर्जन अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज करा दिया। हालांकि देर रात दोनों पक्षों में समझौते की बात भी चल रही थी। इंस्पेक्टर शाहपुर संजीव कुमार ने बताया की दोनों पक्षों के खिलाफ बलवा, महामारी एक्ट और माहौल खराब करना आदी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। 16 लोगों को हिरासत में लिया है। एक मस्कट भी मिली है। फरार आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

विश्व: 33.90 लाख से अधिक लोगों की मौत हुईं

वाशिंगटन डीसी। विश्वभर में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और अब तक 16.36 करोड़ से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं तथा 33.90 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 16 करोड़ 36 लाख 40 हजार 509 हो गयी है, जबकि 33 लाख 90 हजार 281 लोगों की मौत हो चुकी है।
विश्व महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है तथा यहां संक्रमितों की संख्या करीब तीन करोड़ 30 लाख हो गयी है जबकि 5.86 लाख से ज्यादा लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में चार लाख 22 हजार 436 मरीज स्वस्थ हुए हैं, जिससे रिकवरी दर 85.60 फीसदी हो गई है। अब तक दो करोड़ 15 लाख 96 हजार 512 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं।
नहीं थम रही इजराइल और ‘हमास’ के बीच जंग, हवाई हमलों से दहला आसमान, दागी गईं 90 मिसाइलें
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इजराइल के हवाई हमले से फिर थर्रा उठा गाजा शहर, अब तक 188 फिलिस्तीनियों की मौत
24 hours ago
इस दौरान 2,63,533 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 52 लाख 28 हजार 996 हो गया। सक्रिय मामले 1,63,232 कम होकर 33 लाख 53 हजार 765 हो गये हैं। इसी दौरान 4,329 मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,78,719 हो गयी है।
ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.56 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4.36 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 59.42 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि करीब 1.08 लाख मरीजों की मौत हो चुकी है।

नोएडा: टीकाकरण के लिए नई व्यवस्था शुरू की

विजय भाटी             
गौतमबुद्ध नगर। कोरोना टीकाकरण के लिए गौतमबुद्ध नगर में सोमवार से नई व्यवस्था शुरू की गई। अब लोगों को कार में बैठाकर ही कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी।
 गौतमबुद्धनगर में सोमवार को 45 साल से अधिक आयु वाले लोगों के लिए वाहन में ही वैक्सीन लगाने की योजना शुरू की। कोविड-19 के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण ने बताया कि कुछ लोगों को संदेह है कि टीकाकरण के दौरान वह संक्रमित हो सकते हैं, इसलिए यह मुहिम शुरू की जा रही है। इसमें व्यक्ति अपनी गाड़ी में आएंगे और उसी में बैठे रहेंगे। सोमवार को नोएडा के डीएलएफ मॉल और ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से ड्राइव थ्रू टीकाकरण की शुरुआत हुई। पहले दिन दोनों जगह 100-100 लोगों के लिए स्लॉट बुक किए जा सकेंगे। ग्रेटर नोएडा के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में गेट नंबर चार से प्रवेश मिलेगा और गेट नंबर एक से बाहर भेजा जाएगा। इन दोनों केंद्रों पर पहले 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही टीका लगाया जाएगा। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि 45 से अधिक आयु से लेकर सीनियर सिटीजन तक सभी को रजिस्ट्रेशन कराकर स्लॉट भी बुक कराना होगा। इसके बाद ही टीकाकरण का लाभ मिल पाएगा।

कोरोना में मददगार डीआरडीओ की दवाई मंगाई जाएं

हरिओम उपाध्याय                  
लखनऊ। डीआरडीओ की एंटी कोविड दवा ’2 डीजी’ सोमवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन सिंह ने लांच कर दिया। यह दवा कल से मिलनी शुरू हो जाएगी। इधर ग्राउंड जीरो पर काम कर रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दवा के लिए टीम-09 को निर्देशित करते हुए कहा है कि कोविड में मददगार डीआरडीओ की दवाई तुरंत मंगाई जाए। 
योगी ने कहा कि कोविड-19 उपचार की दिशा में नित नए अनुसंधान हो रहे हैं। हमें इन पर नजर बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने टीम से कहा कि दवाई के लिए आवश्यक मांग पत्र भारत सरकार को तत्काल भेजकर आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से जुड़ी हर तरह की चुनौती के लिए हमें तैयार रहना होगा। 
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन कमी नहीं होने देंगे। पीएम केयर्स के अंतर्गत लग रहे ऑक्सीजन प्लांट लखनऊ, जौनपुर, फिरोजाबाद, सिद्धार्थ नगर आदि में जल्द ही क्रियाशील हो जाएंगे। सहारनपुर में प्लांट चालू हो चुका है। सीएसआर की मदद और राज्य सरकार द्वारा स्थापित कराए जा रहे प्लांट्स की कार्यवाही तेज की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में वेंटीलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए गए हैं। 

बलरामपुर: 60 वर्षीय बुजुर्ग में ब्लैक फंगस की पुष्टि

अंबिकापुर। सरगुजा में पहला ब्लैक फंगस का मामला सामने आया है। बलरामपुर जिले के रहने वाले 60 वर्षीय बुजुर्ग में इस बीमारी की पुष्टि की गई है। आंख और नाक में परेशानी के बाद जांच में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई थी। जिले में इलाज की सुविधा नहीं होने पर मरीज को रायपुर रेफर किया गया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंसग से 3 मरीजों की मौत हो चुकी है। दुर्ग जिले में ही ब्लैक फंगस से दो मरीज दम तोड़ चुके हैं। मृतिका 61 वर्षीय बी लक्ष्मी चरोदा निवासी थी। मृतिका को 23 अप्रैल को कोरोना संक्रमण हुआ जिसके बाद उसे चरोदा रेलवे हॉस्पिटल रायपुर के निजी अस्पताल के बाद नेहरू नगर स्थित निजी अस्पताल चंदूलाल चन्द्राकर में 6 मई को भर्ती कराया गया। यहां भर्ती के दौरान मृतिका के बेटे ने जैसे तैसे एंटी फंगल इंजेक्शन खरीदकर मृतिका को लगवाया लेकिन 15 मई से लगने वाले डोज के लिए भटकना पड़ा था। अंत तक एन्टी फंगल इंजेक्शन नहीं मिल पाया। मृतिका वेन्टीलेटर पर थी ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा संचालित कचांदुर स्थित चंदूलाल मेडिकल कॉलेज कोविड सेंटर रेफर किया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस मौत से मृतिका के बेटे ने समय पर एंटी फंगल इंजेक्शन नहीं मिलने से मौत होने का आरोप लगाया। इस आरोप के बाद प्रशसन में हड़कंप मचा हुआ है। कलेक्टर ने फोन से इस मौत पर मौखिक जानकारी देते हुए बताया कि महिला को ब्लैक फंगस तो था। लेकिन इसकी वजह से ही मौत हुई ऐसा कहना सही नहीं।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...