हरिओम उपाध्याय
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर शहर को सेफ सिटी के रुप में विकसित करने की तैयारियां तेज कर दी गयी हैं। प्रथम चरण में इस पर 32 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसका प्रस्ताव बनाकर जिला प्रशासन ने शासन को भेज दिया है। महिलाएं रात के किसी भी वक्त बिना खौफ के कहीं भी आ जा सकें इसके लिए भी फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया हैं।
गोरखपुर को सेफ सिटी बनाने के लिए कवायद तेज हो गयी है. जिससे महिलाएं रात के वक्त भी बिना खौफ के कहीं भी आ जा सकेंं डिऐम के विजयेन्द्र पाण्डियन का कहना है शहर के प्रमुख स्थानों पर 196 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनकी मानीटरिंग के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। प्रमुख बाजार, धार्मिक स्थल सहित ऐसे स्थान जहां महिलाओं का आना-जाना अधिक होता है, वहां कैमरे लगाए जाएंगे शहर में आने वाली महिलाओं के लिए टॉयलेट उपलब्ध नहीं हैं। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए सेफ सिटी के प्रोजेक्ट में शहर के प्रमुख स्थानों पर 55 पिंक टॉयलेट बनवाने का बिन्दु भी शामिल किया गया है। इन स्थानों में शहर के सभी प्रमुख बाजार शामिल हैं आशा ज्योति केंद्र बनाने का भी प्रस्ताव। महिलाओं की समस्या सुनने के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आशा ज्योति केंद्र है इसमें केवल पांच महिलाओं को रखा जा सकता है सेफ सिटी के प्रोजेक्ट में एक नया आशा ज्योति केंद्र बनाने का भी प्रस्ताव है। चार करोड़ 85 लाख रुपये की लागत से रेलेवे स्टेशन के पास में इसका निर्माण होगा यहां 20 महिलाओं को रखा जा सकेगा इससे महिलाओं से जुड़ी समस्याओं का निदान हो सकेगा।। विशेष महिला पेट्रोलिंग की व्यवस्था भी की जाएगी महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष महिला पेट्रोलिंग की व्यवस्था भी की जाएगी इसके लिए 11 चारपहिया वाहन एवं 21 दो पहिया वाहन खरीदे जाएंगे इसके अतिरिक्त छह चारपहिया वाहन आशा ज्योति केंद्र के लिए भी खरीदे जाएंगे महिलाओं की समस्याएं सुनने के लिए पुलिस चौकियों की तर्ज पर 29 पिंक पुलिस बूथ बनाए जाएंगे इन बूथों पर महिला पुलिसकर्मियों की ही तैनाती की जाएगी प्रथम चरण में सीसीटीवी से लेकर अन्य सुविधाएं हो जाने के बाद महिलाएं बिना झिझक के ही बाजारों में घूम सकती हैं और अपना काम निपटा सकती हैं। ये पूरी कवायद सेफ गोरखपुर की तरफ एक मजबूत कदम है।