शुक्रवार, 5 मार्च 2021

कांग्रेस को भूपेश पर भरोसा, बदल रही चुनावी हवा

दिसपुर/ रायपुर। असम में पार्टी को जीत दिलाने का जिम्मा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपा गया है। और जब से बघेल ने असम के दौरे शुरू किए हैं। चुनावी हवा बदलती दिख रही है। 
कांग्रेस का जोर इन दिनों पांच राज्यों के चुनाव पर है। पुडुचेरी में सरकार गिरने और जि 23 गुट के नेताओं की बग़ावत के बाद भी पार्टी चुनाव में पूरा जोर लगा रही है। असम में पार्टी को जीत दिलाने का जिम्मा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपा गया है। और जब से बघेल ने असम के दौरे शुरू किए हैं। चुनावी हवा बदलती दिख रही है। 
बीते कुछ सालों में असम में कई नेता कांग्रेस छोड़कर गए हैं। लेकिन इसके बाद भी पार्टी असम चुनाव में जीत का ख़्वाब देख रही है। तो इसके पीछे प्रमुख कारण बघेल और उनकी टीम ही है। बघेल ने अपने तीन अहम सलाहकारों विनोद वर्मा, रूचिर गर्ग और राजेश तिवारी के साथ असम में डेरा डाला हुआ है। राहुल गांधी के क़रीबी और असम के प्रभारी जितेंद्र सिंह भी लगातार असम के दौरे कर रहे हैं। 
126 सीटों वाले असम में तीन चरणों- 47 सीटों पर 27 मार्च को, 39 सीटों पर 1 अप्रैल को और 40 सीटों पर 6 अप्रैल को मतदान होगा। 
बीजेपी को विदा किया था
भूपेश बघेल वह शख़्स हैं। जिनके प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए 15 साल से छत्तीसगढ़ की सत्ता में बैठी बीजेपी की विदाई हुई थी। जबकि वहां रमन सिंह का हारना बेहद मुश्किल लग रहा था। मुख्यमंत्री पद के चार दावेदारों के बीच कांग्रेस आलाकमान ने बघेल को ही चुना था। और उसके बाद से ही बघेल ने आलाकमान की नज़रों में अपना सियासी क़द बढ़ाया है। 
छत्तीसगढ़ मॉडल’ पर काम 
कांग्रेस असम का चुनाव जीतने के लिए ‘छत्तीसगढ़ मॉडल’ पर काम कर रही है। छत्तीसगढ़ मॉडल कांग्रेस का चुनावी बूथ मैनेजमेंट है। और इसी के दम पर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में जीती थी। बघेल के द्वारा चुने हुए कांग्रेस नेताओं की एक टीम है। जो असम में चुनावी तैयारियों को संभाल रही है। 
असम चुनाव पर देखिए चर्चा- 
संकल्प शिविरों का आयोजन 
ये टीम यहां पर माइक्रो लेवल बूथ मैनेजमेंट पर काम कर रही है और कांग्रेस के प्रशिक्षण सत्रों और संकल्प शिविरों का आयोजन भी कर रही है। टीम के कामकाज पर बघेल ख़ुद भी पूरी निगाह रखते हैं। संकल्प शिविरों के जरिये पार्टी नेताओं को बूथ स्तर पर चुनाव में जुटने के लिए तैयार किया जा रहा है। 
बघेल ने छत्तीसगढ़ में प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए ऐसे ही संकल्प शिविर लगाए थे। इन संकल्प शिविरों में बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को वोटर्स लिस्ट को बांटने वोटर्स को पहचानने, उनसे फीडबैक लेने मुद्दों को उठाने सहित अन्य अहम बातें बताई जाती हैं। इन संकल्प शिविरों का ज़मीन पर भी असर दिख रहा है। असम की अधिकतर विधानसभा सीटों में बघेल टीम के लोग सक्रिय हैं। और वे प्रचार पर पूरी नज़र रख रहे हैं। 
असम में कांग्रेस का आधार काफी मजबूत रहा है। तरूण गोगोई की क़यादत में वहां वह लगातार 15 साल तक सरकार चला चुकी है। लेकिन 2016 के विधानसभा चुनाव में उसकी करारी हार हुई थी।
महागठबंधन दिलाएगा जीत
कांग्रेस ने इस बार असम में मजबूत गठबंधन बनाया है। उसके साथ बदरूद्दीन अजमल की ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ़) सहित वाम दलों सीपीआई, सीपीआई (एम), सीपीआई (एमएल), बीपीएफ़ और आंचलिक गण मोर्चा का भी साथ है। इस गठबंधन को अंतिम रूप देने में भी बघेल की भूमिका होने की बात कही जाती है। पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और एआईयूडीएफ़ के साथ लड़ने के कारण बीजेपी को फायदा हुआ था। लेकिन इस बार इन दोनों ने ऐसी भूल नहीं की है। 
कांग्रेस असम के बड़े नेताओं को बस यात्रा में भेज रही है। तरूण गोगोई, देबब्रत सैकिया, सुष्मिता देव और प्रद्युत बोरदोलोई इन यात्राओं में शामिल रहे हैं। 
कांग्रेस को उम्मीद है। कि सीएए के ख़िलाफ़ हुए आंदोलनों, चाय बागानों के वर्कर्स की नाराज़गी, बेरोज़गारी, महंगाई के मुद्दों के कारण उसे असम में मदद मिलेगी। इसके अलावा एआईयूडीएफ़ और बीपीएफ़ जैसे अहम दलों के साथ आने के कारण भी कांग्रेस सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है।
कांग्रेस आलाकमान को भी उम्मीद है। कि बघेल की अगुवाई में कांग्रेस राज्य में वापस आ सकती है। इसलिए प्रियंका और राहुल असम में रैलियां कर चुके हैं। और आने वाले दिनों में कुछ और रैलियां करेंगे। 
ओबीसी नेता के रूप में उभरे बघेल
भूपेश बघेल पिछड़े वर्ग (ओबीसी) से आते हैं। और कांग्रेस को एक ऐसे बड़े ओबीसी नेता की ज़रूरत है। जो उसके लिए दूसरे राज्यों में भी चुनावी ज़मीन तैयार कर सके। कांग्रेस उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी बघेल को उतार चुकी है। और वह उन्हें प्रमुख ओबीसी चेहरा बनाना चाहती है। देश में पिछड़ों की आबादी 55 फ़ीसदी से ज़्यादा बताई जाती है। अगर बघेल असम में कांग्रेस को जीत दिलाने में कामयाब रहते हैं। तो निश्चित रूप से 10, जनपथ की नज़रों में तो उनका क़द बढ़ेगा ही कांग्रेस में एक बड़े ओबीसी नेता की कमी भी पूरी होगी। 

कौशांबी: 1 अभियुक्त अवैध तमंचे के साथ गिरफ्तार

कौशाम्बी। विभिन्न आरोपों में वांछित अभियुक्त को अवैध तमंचा मय कारतूस के साथ टेंवा चौकी इंचार्ज ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अपराध और अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत चौकी इंचार्ज टेंवा हमराहियों के साथ गस्त कर रहे थे। इस दौरान ग्राम जजौली गेट से अभियुक्त अंसार अहमद पुत्र हसमत उल्ला निवासी टेंवा थाना मंझनपुर को एक अवैध तमंचा मय कारतूस गिरफ्तार कर लिया। इस आरोपी पर महिला उत्पीड़न लड़ाई झगड़ा मारपीट सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा भी पंजीकृत था। आरोपी को कस्टडी में लेकर टेंवा चौकी इंचार्ज इन्द्रकांत यादव ने न्यायालय को सुपुर्द कर दिया। इस दौरान कांस्टेबल कन्हैया लाल कांस्टेबल हरपाल आदि मौजूद रहे।
सन्तलाल मौर्य  

बॉर्डर खाली कराने को लेकर निकाली तिरंगा यात्रा

राणा ओबराय 
बहादुरगढ़। हरियाणा के बहादुरगढ़ से सटे दिल्ली के सीमावर्ती गांव झाड़ौदा कलां के ग्रामीणों का सब्र टूट गया है। तीन कृषि सुधार कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन के कारण बंद पड़े बॉर्डर से ग्रामीण और किसान काफी परेशान हो चले हैं। ग्रामीणों ने तीन दिन पहले झाड़ौदा में जाम लगाया था। और वीरवार को तिरंगा यात्रा निकालकर रोष प्रदर्शन किया था। यात्रा के दौरान भारी संख्या में ग्रामीण पैदल व ट्रैक्टरों पर सवार होकर झाड़ौदा से बॉर्डर तक आए। बॉर्डर से पहले ही दिल्ली पुलिस ने टोल बैरियर पर रोक लिया। यहां पर नारेबाजी करते हुए ग्रामीण और किसान वापस चले गए।
झड़ौदा के किसानों का कहना था, कि वह किसी तरह का टकराव नहीं चाहते। शांतिपूर्ण तरीके से अपनी यात्रा निकाल रहे हैं। वे  सिर्फ बॉर्डर बंद के खिलाफ अपना रोष प्रकट करना चाहते हैं। और इन बॉर्डर को खुलवाना चाहते हैं । बॉर्डर बंद होने से उन्हें लाखों का नुकसान हो रहा है। इसीलिए वे बॉर्डर खुलवाने की मांग कर रहे हैं। ग्रामीण किसानों का कहना था कि बॉर्डर बंद होने से उनकी सब्जी की फसल खराब हो गई है। इस दौरान ग्रामीणों ने नारेबाजी की और राकेश टिकैत के खिलाफ जमकर अपना गुस्सा जाहिर किया।
ग्रामीणों ने कहा कि बॉर्डर पर बैठे कुछ लोग सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने के लिए किसान बने हुए हैं। उन्होंने उन किसानों को नकली बताया और चेतावनी दी कि अब असली किसान जाग गया है। और अब वे अपना ज्यादा नुकसान सहन नहीं करेंगे।  ग्रामीणों ने कहा कि अगर बॉर्डर जल्द ही खाली नहीं किए गए तो वे इससे भी बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे और आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
बता दें कि झाड़ौदा बॉर्डर के आस पास कई हजार एकड़ भूमि में गोभी की फसल होती है। पत्‍ता गोभी से तो इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं होता मगर फूल गोभी में मिट्टी इस कदर फंस जाती है। कि कितना भी प्रयास करने के बाद इसे निकाला नहीं जा सकता है। बॉर्डर बंद होने से खेतों के पास से गुजरने वाले वाहनों के कारण मिट्टी उड़ती है। और फसल खराब हो रही है।

बाराबंकी: कांवड़िए ने साथियों पर किया हमला, मौत

मसौली/बाराबंकी। उत्तर प्रदेश में बाराबंकी के मसौली इलाके में भयारा मोड़ के आगे शुक्रवार की सुबह रामनगर में लोधेश्वर महादेव के दर्शन के लिए जा रहे एक कांवड़िए ने मामूली विवाद में अपने साथियों पर चाकू से हमला कर दिया जिसमें एक कांवरिये की मौत हो गई तथा दो घायल हो गये। दोनों घायलों की हालत गंभीर में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक और घायल हरदोई के निवासी हैं।
रामनगर थाना इलाके में महादेवा क्षेत्र में लोधेश्वर महादेव का मेला चल रहा है। दूर दराज से हजारों कांवड़िए गंगाजल लाकर भगवान लोधेश्वर महादेव का जलाभिषेक करते हैं। हरदोई जिले के थाना कासिमपुर के गांव घुसवाहा से भी 20-20 लोगों की दो टोलियां महादेवा जा रही थीं। एक टोली में घुसवाहा गांव के विपिन यादव, राकेश वर्मा, विवेक मिश्र व अमित रावत शामिल थे। टीम में शामिल अमित रावत बार-बार बाराबंकी बहराइच हाईवे पर बीच में चलने लगता। उसे कई बार टीम के लीडर व अन्य साथियों ने ऐसा करने से रोका था। जिससे नाराज होकर चाकू से तीनों पर हमला कर दिया। जिसमें विपिन यादव, राकेश वर्मा व विवेक गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने तीनों घायलों को आनन-फानन जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने विपिन यादव को मृत घोषित कर दिया। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने कहा कि गिरफ्तार युवक से पूछताछ की जा रही है।

हरियाणा: ग्रुप डी के कर्मचारियों को नही मिली पेंशन

राणा ओबराय  
चंडीगढ। हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ के कर्मचारियों ने राष्ट्रीय ख़ोज के सम्पादक राणा ओबराय के द्वारा बताया, कि प्रत्येक माह हमे सेलरी बहुत देर से मिलती है। अबकी बार भी अभी तक सेलरी नही मिली हैं। जिससे हमें बहुत बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले महीने 12 तारीख को तनख्वाह मिली थी। उन्होंने बताया कि हमने बैंक से लोन ले रखा है। बैंक की किश्त समय पर न जाने के कारण बैंक जुर्माना भी वसूल करता है। एक कर्मचारी ने बताया कि बच्चों की फीस देनी है। जो अभी तक नही दी जा सकी। सब अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिलकर एक आवाज में हरियाणा सरकार से मांग करी की हमें समय पर तनख्वाह दे। तांकि, कर्मचारियों और अधिकारियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

रैली के साथ घरों की छतों पर लगाएंगे काले झंसा

राणा ओबराय  
हिसार। कृषि कानून को लेकर किसानों की नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। बताना लाजमी है। कि अब किसान नए – नए तरीके से सरकार के प्रति अपना गुस्सा जाहिर कर रहे है। इसी कड़ी में अब किसान फिर से रैली निकालेंगे। इतना ही नहीं बल्कि तीन कृषि सुधार कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों की ओर से छह मार्च को विरोध स्वरूप रैली निकाली जाएगी। किसान अपने घरों की छतों पर काले झंडे लगाकर प्रदेश व केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी जताएंगे। हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर निर्णय लिया गया है। कि छह मार्च को दिल्ली के केएमपी रोड को पांच घंटे के लिए जाम किया जाएगा। सिरसा जिले में भी किसान अपने स्तर पर इन कानूनों का विरोध जताएंगे।
भारूखेड़ा ने बताया कि आठ मार्च को शहीद भगत सिंह स्टेडियम में ही महिला दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान जिलेभर से बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंचेंगी और खास बात यह भी कि इस कार्यक्रम में महिलाएं ही मंच का संचालन करेंगी। इस अवसर पर सतपाल सिंह सिरसा, दलजीत सिंह रंगा, हैप्पी रानियां, सुरजीत सिंह बेगू, गुरदीप सिंह बाबा, वैद चामल, अनिल चामल, जग्गा चामल, जिन्दा नानूआणा, किरतार रानियां, लक्खा सिंह अलीकां, राजेश मलिक रानियां आदि मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि जिलेभर में जहां-जहां किसान मोर्चे लगे हुए हैं। वहां किसान छह मार्च को विरोध स्वरूप अपने बाजुओं पर काली पट्टियां बांधेंगे। शहर, कस्बे व गांवों में लोग अपने-अपने घरों की छतों पर काले झंडे लगाकर अनूठा विरोध जताएंगे। इस दिन वाहनों पर भी काली झंडियां लगाई जाएंगी। इस दिन शहीद भगत सिंह स्टेडियम में चले किसानों के पक्के मोर्चे से युवाओं द्वारा बाइक रैली निकाली जाएगी। जो शहरभर में घूमेगी।
बता दें कि सीपीआइएम लोकल कमेटी की मीटिंग डॉक्टर मियां ङ्क्षसह बिठमड़ा की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग को लोकल कमेटी सचिव रोहतास राजली ने संबोधित करते हुए कहा की सीपीआईएम राज्य कमेटी के आह्वान पर सभी जिला मुख्यालयों पर 6 मार्च को धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा की सरकार एक के बाद एक जनता विरोधी फैसले ले रही है। कृषि के तीन कानूनों को जनता पर असंवैधानिक और जबरदस्ती थोप रही है। किसान.मजदूर अपनी जान की बाजी लगाकर आंदोलन कर रहा है। परंतु सरकार टस से मस नहीं हो रही।
उन्होंने कहा कि लेबर कोड को रद्द करने, युवाओं को शिक्षा रोजगार की गारंटी देने, मनरेगा में काम के दौ सौ दिन लागू करने, डीजल रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी को वापस लेने, खाद्य सुरक्षा कानून को पूरी तरह लागू करने के साथ जरूरत की 14 वस्तुओं को सस्ते दामों पर देने की मांग भी उठाई गई। मीङ्क्षटग में सरदानन्द राजली,  ऋषिकेश राजली, राजू बरवाला, रामफल बरवड़, राजेश सिवाच, धर्मवीर बरकी खेड़ी, सुभाष पैंतिया, विजय, सुशीला बहबलपुर व दयानंद ढूकिया आदि उपस्थित रहे।

यूपी के 14 शहरों की बदलेगी शक्ल-ओ-सूरत

हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी और रामनगरी अयोध्या की सूरत बदलने में लगी योगी सरकार जल्द ही राज्य के 14 बड़े शहरों का विकास करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन बड़े शहरों में बढ़ती आबादी, बढ़ते मकान, बढ़ती कार-स्कूटर तथा भविष्य की जरूरतों का संज्ञान लेते हुए मास्टर प्लान में परिवर्तन करने की अनुमति दी है। जिसके तहत अब लखनऊ सहित सूबे के 14 बड़े शहरों का नया मास्टर प्लान (सिटी डेवलपमेंट प्लान) बनेगा।
इसके अलावा कुछ शहरों के मास्टर प्लान में संशोधन किया जाएगा। आधिकारिक सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि नए तैयार किए जाने वाले मास्टर प्लान में ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व वाले स्थलों के सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण के कार्य कराने तथा तालाबों, जलाशयों, झीलों आदि को शामिल करने के साथ ही वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, रिजर्व फॉरेस्ट, पर्यावरण एवं वन और अन्य संरक्षित क्षेत्रों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इन बड़े शहरों का सिटी डेवलपमेंट प्लान तैयार कराने के लिए आवास विभाग में कंसल्टेंट का चयन करने की कवायद शुरु हो गई है।उन्होंने बताया कि लखनऊ, कानपुर, चित्रकूट, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, झांसी, आगरा, मथुरा, बरेली, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद और गौतमबुद्धनगर (नोयडा) का भविष्य की जरुरतों के आधार पर कायाकल्प कराना मुख्यमंत्री की बेहद ही महत्वकांक्षी योजना है।
विकास के साथ ही इन शहरों की ऐतिहासिक धरोहरों का सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण कार्य कराए जाने से यह शहर खूबसूरत दिखेंगे जिसके चलते इन शहरों में पर्यटन कारोबार में इजाफा होगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। इस सोच के आधार पर ही मुख्यमंत्री ने उक्त शहरों का सिटी डेवलपमेंट प्लान तैयार कराने के निर्देश दिए।
आवास विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार उक्त शहरों के तैयार किये जाने वाले मास्टर प्लान में नए सिरे से शहरों के तमाम क्षेत्रों का भू उपयोग निर्धारित होगा। इसके लिए जरुरी कार्यवाही शुरु कर दी गई। मास्टर प्लान तैयार करने में शहरों में मौजूदा जरूरतों के हिसाब से भू उपयोग निर्धारित किया जाएगा। नदियों, हवाई अड्डा, बस स्टैंड, सैन्य क्षेत्रों सहित तमाम चीजों को मास्टर प्लान में प्रदर्शित किया जाएगा। नया मास्टर प्लान जीआईएस आधारित होगा।
इस संबंध में सचिव आवास की अध्यक्षता में बनी समिति मास्टर प्लान में जरूरत के हिसाब से नई चीजें जोड़ने के लिए प्रस्ताव तैयार करेगी। नए मास्टर प्लान में क्षेत्रीय विकास की योजनाओं को भी शामिल करने का निर्देश दिया है। ताकि संबंधित शहरों को आने वाले दिनों में किसी तरह की दिक्कत न हो। यहीं नहीं 14 बड़े शहरों के लिए तैयार किये जाने वाले मास्टर प्लान में इन शहरों में सेना की फायरिंग रेंज को खतरनाक क्षेत्र के रूप में घोषित किया जाएगा।
वर्तमान जरूरतों के हिसाब से नए औद्योगिक क्षेत्र बस अड्डे, मास्टर प्लान रोड तथा वाटर वर्क्स व एसटीपी, कूड़ा निस्तारण केंद्र सहित अन्य तमाम चीजें भी मास्टर प्लान में चिंहित होंगी। सूत्रों ने बताया कि शहरों में जिन लोगों ने लैंड यूज के विरुद्ध निर्माण कराएं हैं। उनका समायोजन मास्टर प्लान में शासनादेश के मुताबिक ही हो पाएगा। मास्टर प्लान में नदी तटबंध के निर्माण की दशा में नदी किनारे को तटबंध के रूप में ही प्रस्तावित होंगे।

जम्मू-कश्मीर: सुरक्षा बलों के वाहन पर फेंका हथगोला


श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के सीमांत जिले कुपवाड़ा में शुक्रवार को आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों की त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी) के वाहन को निशाना बनाकर हथगोला फेंका। आधिकारिक सूत्रो ने यह जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने आज कुपवाड़ा में भीड़भाड़ वाले बस स्टैंड के पास क्यूआरटी के एक वाहन की ओर हथगोला फेंका हालांकि इसमें विस्फोट नहीं हुआ। इसके बाद बम निरोधक दस्ते ने हथगोला को निष्क्रिय कर दिया। इस घटना के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है।

25 को पर्दे पर नजर आएगी फास्ट एंड फ्यूरियस 9


लॉस एंजिलिस। फास्ट एंड फ्यूरियस’ सीरिज की नौंवी फिल्म अब 25 जून को बड़े पर्दे पर प्रदर्शित की जाएगी। फिल्म के अभिनेता एवं निर्माता विन डीज़ल ने इंस्टाग्राम पर एक टीज़र जारी कर फिल्म के प्रदर्शन की नई तारीख की जानकारी दी। उन्होंने टीज़र साझा करते हुए लिखा आखिरकार, सौभाग्यशाली और कृतज्ञ।
निर्देशक जस्टिन लिन की इस फिल्म में डब्ल्यूडब्ल्यूई रेस्लर एवं अभिनेता जॉन सीना, अदाकारा मिशेल रोड्रिग्ज़, जोर्डाना ब्रियुस्टर, नताली इमानुएल, हेलेन मिरेन, चार्लीज़ थेरॉन, अभिनेता सुंग कांग, गायक एवं अभिनेता टायरिस गिब्‍सन और रैपर एवं अभिनेता क्रिस ‘लुडाक्रिस’ ब्रिजेस नजर आएंगे। बता दें कि फिल्म फास्ट एंड फ्यूरियस9 पहले मई 2020 में प्रदर्शित होनी थी। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण इसकी रिलीज तारीख पहले दो अप्रैल 2021 और फिर 28 मई 2021 की गई थी।

हापुड़: रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार   
हापुड़। उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ के थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के नेशनल हाईवे 9 पर तेज रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां अज्ञात वाहन ने दो बाइक सवारों को टक्कर मारकर कुचल दिया और मौके से फरार हो गया। आपको बता दें, कि थाना बाबूगढ़ क्षेत्र के नेशनल हाईवे पर तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने दो बाइक सवार युवकों को जोरदार टक्कर मार दी। वही राह चलते व्यक्ति ने पुलिस को सूचना दी। जहां सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों को उठाकर जिला अस्पताल के लिए लेकर जा रहे थे तो दोनों युवकों की रास्ते में ही मौत हो गई बताया जा रहा है कि दोनों युवक चांदपुर, धनोरा गजरौला के रहने वाले बताए जा रहे हैं। जहाँ दोनो युवको के परिजनों को पुलिस ने सूचना दे दी है। वही पुलिस ने दोनों युवक पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं।

सिंगल पियर पर बनेगा 8 लेन फ्लाईओवर, निर्माण

राणा ओबराय
गुरुग्राम। केंद्रीय सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह के साथ गुरूग्राम में द्वारका एक्सपै्रस वे के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों ने बताया कि इस एक्सपै्रस वे के हरियाणा में पड़ने वाले हिस्से का लगभग 50 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।गडकरी आज केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह के अनुरोध पर एक्सपै्रस वे का निरीक्षण करने आए थे। राव के अलावा उनके साथ दिल्ली से सांसद रमेश बिधुड़ी तथा गुड़गांव के विधायक सुधीर सिंगला भी थे। श्री गडकरी ने खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास से द्वारका एक्सपे्रस वे के निर्माण की प्रगति का जायजा लेना शुरू किया। वे राव इंद्रजीत सिंह के साथ मीडिया प्रतिनिधियों की विशेष बस में ही सवार होकर इस पूरे एक्सपै्रस-वे को देखने गए। माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री श्री गडकरी के निरीक्षण से द्वारका एक्सपै्रस वे के निर्माण कार्य को गति मिलेगी।

सरकार की योजना को अस्पताल लगा रहे पलीता

पंकज कपूर   

विकासनगर। सरकार की अटल आयुष्मान योजना बहुत ही कल्याणकारी योजना है। लेकिन कुछ सूचीबद्ध अस्पताल मनमानी के तहत मरीजों को इलाज करने से मना कर देते हैं और ऑपरेशन आदि के नाम पर निर्धारित धनराशि के बावजूद अलग से मोटी रकम की मांग करते हैं। जिस कारण आमजन को पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है। उक्त मामले में शुक्रवार को जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने एक वार्ता के दौरान कहा कि, प्रदेशभर के सूचीबद्ध अस्पतालों को 13 जनवरी 2021 तक लगभग 187.92 करोड रुपए आवंटित किया जा चुका है और आज तक लगभग 250 करोड रुपए अस्पतालों को आवंटित हो चुका है। बड़े दुख की बात यह है कि, कई अस्पताल इलाज के नाम पर मनमानी करते हैं। जो मरीजों पर भारी पड़ती है। मोर्चा सरकार से मांग करता है, कि समय-समय पर अस्पतालों की मानिटरिंग हो और अलग से धनराशि की मांग करने वाले तथा इलाज करने से मना करने वाले सूचीबद्ध अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई हो। इसके लिए मोर्चा शीघ्र ही जरूरतमंदों को न्याय दिलाने को लेकर शासन में दस्तक देगा।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...