शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

एसबीआई का अलर्ट, एलपीजी सब्सिडी हो जाएगी बंद

एसबीआईने जारी किया अलर्ट, एलपीजी सब्सिडी हो जाएगी बंद फटाफट करना है। ये काम
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। यदि आप स्टेट बैंक ऑफ (एसबीआईने) के खाताधारक हैं। और अभी तक आपने अपने आधार कार्ड को अपने बैंक खाते से लिंक नहीं किया है। तो समय आ गया है। कि आप इस कार्य को बहुत गंभीरता से लें। ऐसा नहीं करने पर आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा और आप बैंक से कुछ खास तरह की राशि नहीं निकाल पाएंगे। भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने अपने ट्विटर हैंडल पर अपने ग्राहकों को इस संबंध में अलर्ट जारी किया है। इसका सीधा संबंध प्रत्यक्ष नकद लाभ हस्तांतरण (डायरेक्ट कैश बेनीफिट ट्रांसफर) या सरकार से मिलने वाली सब्सिडी से है। जाहिर है। एसबीआई ग्राहक इनका लाभ नहीं उठा सकते हैं। यदि उन्होंने अपना आधार अकाउंट से लिंक नहीं किया है। अपने ग्राहकों को इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में बताने के लिए भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक ने ट्वीट किया हम अपने ग्राहकों को सूचित करना चाहेंगे कि भारत सरकार से किसी भी प्रकार का नकद प्रत्यक्ष लाभ या सब्सिडी प्राप्त करने के इच्छुक लोगों के लिए आधार कार्ड को खाते से लिंक करवाना अनिवार्य है। ग्राहक आधार कार्ड के साथ अपने खाते को लिंक करवाने के लिए अपनी निकटतम एसबीआई शाखा से संपर्क कर सकते हैं। तरीकों से कर सकते हैं। लिंक एसबीआई ग्राहकों को पता होना चाहिए कि चार तरीकों से एसबीआई खाते के साथ आधार को लिंक किया जा सकता है। जो लोग अपना खाता लिंक करना चाहते हैं। वे एसबीआई ऐप, इंटरनेट बैंकिंग, एटीएम के माध्यम से और अपनी निकटतम एसबीआई बैंक शाखा में जाकर ऐसा कर सकते हैं। यदि आपको अपने खाते को आधार के साथ लिंक करना मुश्किल लगता है। तो आप अपने आधार कार्ड की एक तस्वीर अपने बैंक में ले जा सकते हैं। बैंक द्वारा दिए गए फॉर्म भर सकते हैं। और इसे अपनी फोटो पहचान, आधार कार्ड के प्रिंटआउट के साथ जमा कर सकते हैं। एसबीआई ग्राहकों को बैंक द्वारा एक एसएमएस के माध्यम से आधार अपडेट के बारे में सूचित किया जाएगा।

मुंबई: शर्लिन के ऊपर लटकी गिरफ्तारी की तलवार

एक्टर्स शर्लिन चोपड़ा के ऊपर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, जानिये क्या है वजह
 मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई। पिछले दिनों एक्ट्रेस गहना वशिष्ठ को पोर्न फिल्म रैकेट के मामले में गिफ्तार किया गया था और जब से गहना वशिष्ठ की गिरफ्तारी हुई है। तब से इस मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब तक इस केस में गहना वशिष्ठ के साथ 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं अब इस केस में एक और एक्ट्रेस का नाम जुड़ा है।
ये एक्ट्रेस कोई और नहीं बल्कि शर्लिन चोपड़ा है। बता दें एक्ट्रेस ने मुम्बई हाईकोर्ट में एंटी सेपेट्री बेल याचिका दाखिल की है। सोमवार को इस मामले में सुनवाई होगी। इस बारे में मुम्बई पुलिस ने कोर्ट को कहा हम सोमवार तक एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा की गिरफ्तार नहीं करेंगे। मुम्बई पुलिस पोर्नोग्राफी केस की जांच कर रही हैं। इस केस में पहले ही मुम्बई पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है इस मामले में एक्ट्रेस गहना वासिष्ठ को भी गिरफ्तार किया गया हैं इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय लिंक भी सामने आए थे।
बता दें कि इस मामले में शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा की कंपनी के एमडी पर इसमें शामिल होने का आरोप भी लगा था। हालांकि कुंद्रा की टीम ने कहा है। कि इसमें कुंद्रा शामिल नहीं है। कंपनी के एमडी को इसके लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। दूसरी ओर सागरिका शोना सुमन नाम की मॉडल ने राज कुंद्रा पर सनसनीखेज आरोप लगाए थे। और उन पर कार्रवाई की मांग की थी। सागरिका का कहा था। कि राज कुंद्रा इस रैकेट का हिस्सा हैं। और उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
आपकी जानकारी के लिए बता दे वशिष्ठ के कोरोना पॉजिटिव होने पर उन्हें क्वारंटीन में रखा गया है। और 14 दिन का समय बीत जाने के बाद इस मामले में पूछताछ आगे बढ़ेगी। वहीं गहना की टीम ने इन आरोपों से इनकार किया है। गहना की टीम ने बयान में कहा कि उन्हें (गहना) एक साल में चार बार दिल का दौरा पड़ा है। उन्हें अस्थमा की बीमारी है। और उनका स्वास्थ्य काफी नाजुक है। मुंबई पुलिस को मानवीय आधार पर उनके साथ पेश आना चाहिए। वह अपराधी नहीं है। उनका इन पोर्न वेबसाइट्स से कोई लेना देना नहीं है।

 

रामदेव ने रिसर्च के आधार पर कोरोना की दवा बनाई

रिसर्च के आधार पर कोरोना की दवा बनाई बाबा रामदेव
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। बाबा रामदेव ने शुक्रवार को कोरोनावायरस की आयुर्वेदिक दवा का ऐलान किया और दवा के रिसर्च पेपर की बुक लॉन्च की। ऐलान के वक्त केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन तथा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उनके साथ मौजूद थे। बाबा रामदेव ने छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती को ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि आयुर्वेद के बारे में रिसर्च को लेकर लोगों में शंकाएं बनी रहती हैं। लेकिन हमने शंका के सभी बादलों को छांटकर रिसर्च और एविडेंस के आधार पर ही दवा तैयार की है। रामदेव ने कोरोना की दवाई के रिसर्च पेपर पेश किए, जानें बड़ी बातें... आज ऐतिहासिक दिन है। छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती है।
एविडेंस और रिसर्च के आधार पर हमने कोरोना की दवाई बनाई है। मॉडर्न मेडिकल साइंस के नियम फॉलो किए हैं। रिसर्च पेपर पब्लिश भी हो चुके हैं। और कुछ पाइपलाइन में भी हैं। 
जब हमने पहले लॉन्च किया था। तो सवाल उठाए गए थे। अब शक के बादल हमने छांट दिए हैं। और रिसर्च के साथ सामने आए हैं।
दरअसल, आयुर्वेद के बारे में लोगों को रिसर्च को लेकर शंका बनी रहती है।
बाबा रामदेव, नितिन गडकरी और डॉ हर्ष वर्धन ने कोरोना के लिए बनी दवाई के रिसर्च पेपर की बुक लांच की। नितिन गडकरी ने कहा कि मुझे खुशी है, कि योग आयुर्वेद में रिसर्च के लिए बाबाजी और आचार्य ने बहुत बड़े अनुसंधान संस्थान की स्थापना की है। योग और आयुर्वेद पूरे विश्व को दिशा दे सकता है। हिंदुस्तान में रहकर ये बात शायद न समझे। लेकिन जर्मनी में जाएंगे तो समझेंगे रिसर्च बहुत आवश्यक होती है। बाबाजी को हम योग और आयुर्वेद के ब्रांड एम्बैसडर के रूप में देखते हैं। चमत्कार के बिना कोई नमस्कार नहीं करता, लोगों को अनुभव हुआ तो उन्होंने स्वीकार किया। अभी तक विश्वास के आधार आयुर्वेद में दवा देते थे। लेकिन अब रिसर्च और एविडेंस के ज़रिए इसकी प्रमाणिकता बढ़ती है। इस अनुसंधान और वैज्ञानिक रूप सर काम करने के लिए बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण को बधाई दोबारा रिसर्च के साथ सामने आने पर लोगों का भरोसा इस पर बढ़ेगा।

भारत मेें ट्वीटर ने शुरू किया, खास ऑडियो फीजर

भारत मेें ट्वीटर में शुरू हुआ खास फीजर, अब ऑडियो मैसेज भी भेज सकेंगे आप
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। सोशल मीडिया के मामले में सबसे ज्यादा यूज होने वाला ट्वीटर में आज कल हर कोई एक्टीव रहते है। वहीं ट्वीटर के जरिए लोग देश विदेश तक एक दूसरे से जुड़े है। इसी क्रम में माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्वीट ने भारत में अपने एक खास फीचर की शुरुआत की है। इस फीजर के साथ अब ट्वीटर पर आप ऑडियो मैसेज भी भेज सकेंगे। ट्विटर ने बताया कि कंपनी ने भारतीय यूजर्स के लिए डायरेक्ट मैसेज (डीएम) में वॉइस मैसेज का सपोर्ट जारी कर दिया है। फिलहाल इस फीचर की टेस्टिंग की जा रही है। जो धीरे-धीरे यूजर्स तक पहुंचेगा। बता दें कि भारत से पहले ट्विटर ने यह फीचर ब्राजील और जापान में जारी किया था। यानी ट्विटर की इस सुविधा को पाने वाला भारत तीसरा देश है।
क्या है ट्विटर का नया फीचर...
इस फीचर के जरिए यूजर्स टेक्स्ट के साथ अब ऑडियो मैसेज भी भेज सकेंगे। यूजर्स 140 सेकेंड तक का ऑडियो रिकॉर्ड करके भेज सकते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है। कि वॉइस मैसेज सिर्फ मोबाइल एप पर ही उपलब्ध है। यानी आप अगर डेस्कटॉप पर ट्विटर इस्तेमाल करते हैं। तब इस फीचर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। हालांकि मैसेज को सुनने के लिए एप होना जरूरी नहीं है।
मैसेज सुनने के लिए यूजर्स को प्ले/पॉज़ का बटन दिया जाएगा। यूजर्स को ऑडियो मैसेज रिपोर्ट करने का ऑप्शन भी मिलेगा, ताकि फीचर का दुरुपयोग न हो। बता दें कि ट्विटर ने पिछले साल सितंबर में पहली बार वॉइस मैसेज फीचर की घोषणा की थी। ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी ने कहा कि यह खुद को अभिव्यक्त करने का एक नया तरीका है। इसके जरिए किसी की आवाज सुनकर उनकी भावनाओं से जुड़ने में मदद मिलेगी।
भले ही वॉइस मैसेज फीचर ट्विटर पर नया हो लेकिन व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर जैसे एप्स पर यह काफी पहले से आता है। वॉइस डीएम फीचर ट्वीटर की उस मअपने प्लेटफॉर्म पर ऑडियो-आधारित सर्विस देने की कोशिश का हिस्सा है। बता दें कि पिछले साल ट्विटर ने वॉइस ट्वीट का सपोर्ट जारी किया था। इसके जरिए यूजर्स आवाज ट्वीट कर पाते हैं। हालांकि यह फीचर भी सभी के लिए उपलब्ध नहीं है।

सीजी: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का 1 दिवसीय धरना

छत्तीसगढ़: आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय धरना, मानदेय वृद्धि समेत कई मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन

रायपुर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी मांगों के समर्थन में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दे रहे हैं। मानदेय वृद्धि, चिकित्सा मानदेय समेत मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है। कि 2 महीने में मांग पूरी करने का वादा सरकार ने किया था। दो साल में भी पूरी नहीं हुई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जल्द मांग पूरी करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे है।

लाभार्थी करवा सकेंगे निजी अस्पतालों में इलाज

ईएसआइसी लाभार्थी करवा सकेंगे निजी अस्पतालों में इलाज
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने ईएसआइसी यानी के लाभार्थियों को बड़ी सौगात दी है। अब ईएसआइसी स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थियों को घर के नजदीक के किसी भी निजी अस्पताल में इलाज कराने की सुविधा भी मिल गई है। श्रम मंत्रालय ने इस संबंध में सूचना जारी की कर दी है। बयान में कहा गया है। कि जिन ईएसआइसी लाभार्थियों के आवास के 10 किलोमीटर दायरे में ईएसआइसी अस्पताल नहीं हैं। वे ईएसआइसी के पैनल में शामिल निकटवर्ती निजी अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं। नए क्षेत्रों में भी ईएसआइसी योजना का विस्तार करने के से इसके लाभार्थियों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है। ऐसे में अब सदस्यों को उनके आवास के नजदीक चिकित्सा सुविधा मुहैया करने के उद्देश्य से बुनियादी ढांचे का लगातार विस्तार किया जा रहा है। पढ़िए श्रम मंत्रालय का पूरा बयान
विभिन्न नए क्षेत्रों में भी ईएसआई योजना का विस्तार करने के परिणामस्वरूप ईएसआई लाभार्थियों की संख्या में बड़े पैमाने पर वृद्धि हुई है। अब ईएसआई सदस्यों को उनके अपने आवास क्षेत्र के आसपास ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बुनियादी ढांचे के विस्तार और उसे सशक्त करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
इस समय कुछ क्षेत्रों में ईएसआई के स्वास्थ्य देखभाल केन्द्रों जैसे अस्पताल या औषधालय या इन्श्युर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर (आईएमपी) के 10 किलोमीटर के दायरे में न होने के चलते ईएसआई लाभार्थियों को चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने में कठिनाई आ रही है। ऐसे क्षेत्रों में ईएसआई लाभार्थियों को अब समग्र भारत में ईएसआईसी के नामित अस्पतालों में स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा प्राप्त करने का विकल्प उपलब्ध कराया गया है। इसके लिए लाभार्थी को किसी ईएसआईसी अस्पताल या औषधालय से अनुमोदन की आवश्यकता नहीं होगी।
ऐसे क्षेत्रों में ईएसआई लाभार्थियों को ईएसआई के नामित अस्पताल में ओपीडी सेवाओं को मुफ्त और सीधे प्राप्त करने के लिए नामित अस्पताल जाना होगा और अपना ईएसआई ई-पहचान पत्र/स्वास्थ्य पासबुक के साथ आधार कार्ड/सरकार द्वारा जारी पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा। ऐसे लाभार्थी ओपीडी में चिकित्सक द्वारा लिखी गई दवाओं के लिए किए गए भुगतान को वापस लेने की सुविधा होगी। यह सुविधा पाने के लिए लाभार्थी को औषधालय एवं शाखा कार्यालय या ईएसआईसी के क्षेत्रीय कार्यालय जाना होगा।
यदि लाभार्थी को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है। तब नामित अस्पताल को 24 घंटों के भीतर ऑनलाइन माध्यम से ईएसआई के प्राधिकृत अधिकारी से अनुमति प्राप्त करनी होगी ताकि लाभार्थी को नकद रहित स्वास्थ्य देखभाल की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। इस संबंध में ईएसआईसी मुख्यालय द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) की वेबसाइट पर www.esic.nic.in पर उपलब्ध है।

 

मंगल पर नासा का रोवर पहुँचानें में दिया योगदान

भारतीय मूल की डॉ. स्वाति मोहन ने मंगल पर नासा का रोवर पहुँचानें में दिया बड़ा योगदान जानिए इनके बारे में

वाशिंगटन डीसी। मंगल ग्रह पर इन दिनों कई शोध होते हुए दिख रहे हैं। वहीं अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का परसेवरेंस रोवर सात महीने बाद शुक्रवार को मंगल ग्रह पर लैंड हो गया है। इस खबर से नासा के सभी वैज्ञानिक बेहद खुश हैं। आपको बता दें कि परसेवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर भारतीय समय के अनुसार 2 बजकर 25 मिनट पर सफलतापूर्वक लैंड हुआ है।
सात महीने बाद परसेवरेंस रोवर मंगल ग्रह पर हुआ लैंड
नासा का परसेवरेंस रोवर धरती से टेकऑफ करने के सात महीने बाद शुक्रवार को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह पर लैंड हो गया है।
इस लैंडिंग पर भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन का सबसे बड़ा योगदान माना जा रहा है। आपको बता दें कि इनके बदौलत ही नासा को इतना बड़ा इतिहास रचने का मौका मिला है।
वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन... भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन ने परसेवरेंस रोवर को मंगल ग्रह पर सफतापूर्वक लैंडिंग के दौरान कहा कि मंगल ग्रह पर अब टचडाउन की पुष्टि हो चुकी है। अब मंगल ग्रह पर जीवन के संकेतों की तलाश करने को तैयार है। आपको बता दें कि जब सारी दुनिया सात महीने से परसेवरेंस रोवर को मंगल ग्रह पर लैंडिंग का इंतजार कर रही थी। उस वक्त यह वैज्ञानिक प्रोजेक्ट टीम के साथ कॉर्डिनेट कर रही थी।
डॉ स्वाति मोहन नासा के विभिन्न मिशनों का हिस्सा रही
भारतीय मूल की वैज्ञानिक डॉ स्वाति मोहन ब्रह्मांड में नए और सुंदर स्थान ढूंढना चाहती थी। इन्होंने एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की थी इसके साथ इन्होंने अपनी पीएचडी पूरी की। आपको बता दें की स्वाति मोहन जेट प्रोप्लशन प्रयोगशाला में शुरू से ही मार्स रोवर मिशन की सदस्य रही है। यह अमेरिका की नासा के विभिन्न मिशनों का हिस्सा रही है।
 

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...