बुधवार, 17 फ़रवरी 2021

जम्मू: 2 दिवसीय दौरे पर 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल

विदेशी राजनयिकों का 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के 2 दिवसीय दौरे पर

श्रीनगर। विदेशी राजनयिकों का 20 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बुधवार से जम्मू-कश्मीर की अपनी दो दिवसीय यात्रा शुरू कर रहा है। 5 अगस्त, 2019 को आर्टिकल 370 निरस्त किए जाने के बाद से विदेशी राजनयिकों की जम्मू-कश्मीर की यह चौथी यात्रा है।
आर्टिकल 370 निरस्त किए जाने के बाद, विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल ने अक्टूबर 2019, जनवरी 2020 और फरवरी 2020 में जम्मू-कश्मीर का दौरा किया।
राजनयिक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूरोपीय संघ के राजदूत, उगो एस्टुटो द्वारा किया जा रहा है और इसमें यूरोपीय संघ, अफ्रीकी और मध्य पूर्वी देशों के सदस्य शामिल होंगे। प्रतिनिधिमंडल में इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के सदस्य भी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर के लिए राजनयिकों की यात्रा गृह मंत्रालय (एमएचए) के निमंत्रण पर हो रही है।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य जिला विकास परिषदों (डीडीसी) के नवनिर्वाचित सदस्यों, सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ताओं, कुछ समाचार पत्रों के संपादकों, सिविल प्रशासन के अधिकारियों और सेना के जवानों सहित विभिन्न हितधारकों से मुलाकात करेंगे।
सिविल प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी प्रतिनिधिमंडल को जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति के उन्मूलन के बाद की गई विकासात्मक पहलों के बारे में बताएंगे, जबकि सेना और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी उन्हें केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी देंग।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य गुलमर्ग का दौरा करेंगे और श्रीनगर में डल झील पर शिकारा की सवारी का आनंद भी लेंगे। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य 18 फरवरी को शीतकालीन राजधानी जम्मू का दौरा करेंगे, जहां वे अपनी यात्रा के समापन से पहले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात करेंगे।

टेस्ट के बिना विधानसभा में विधायकों की 'नो एंट्री'

बजट सत्र में कोविड टेस्ट के बिना यूपी के विधायकों को 'नो एंट्री'
हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधायक जिन्होंने 14 फरवरी को या उसके बाद अपना कोविड परीक्षण नहीं करवाया है। उन्हें गुरुवार से शुरू होने वाले राज्य विधानसभा के बजट सत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्पीकर हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि विधानसभा के सचिवालय ने सभी विधायकों और एमएलसी के लिए बजट सत्र की शुरुआत से पहले कोरोना टेस्ट कराना अनिवार्य होने संबंधी सर्कुलर जारी किया है।
सभी जिला मजिस्ट्रेटों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (सीएमओ) को अपने-अपने जिलों में विधायकों के लिए कोरोना परीक्षणों की व्यवस्था करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।
असेंबली स्टाफ का भी टेस्ट किया गया है।
यदि कोई विधायक पॉजिटिव निकलता है। तो इस संबंध में राज्य सरकार ने भी विशेष व्यवस्था की है। कोरोना पॉजिटिव सदस्यों के लिए एसजीपीजीआई और केजीएमयू में बेड आरक्षित किए गए हैं। उनके पास डॉक्टरों और विशेषज्ञों की देखरेख में खुद को घर पर क्वांरटीन करने का विकल्प भी होगा।
स्पीकर ने कहा कि यह एक हाइब्रिड सत्र होगा और विधायकों के पास इसे ऑनलाइन या इसमें व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का विकल्प होगा।
बजट सत्र 18 फरवरी से राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के संबोधन के साथ दोनों सदनों के संयुक्त सत्र से शुरू होगा।
लगातार दूसरी बार मीडियाकर्मियों को प्रेस गैलरी तक पहुंचने की अनुमति नहीं होगी। तिलक हॉल में दो एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं। जहां से वे कार्यवाही देख सकते हैं।
चूंकि बजट इस बार पेपरलेस होगा, इसलिए बजट की मुद्रित प्रतियां उपलब्ध नहीं होंगी। सभी विधायकों को अपने आईपैड पर बजट मिलेगा और बजट लिटरेचर केवल वित्त विभाग के ऐप और यूपी विधानसभा की वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध होगा।
इस बीच, बजट सत्र के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

बेजोस फिर बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति

बेजोस फिर बने दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। टरेला के शेयरों में गिरावट के बाद एलन मस्क के सिर से दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति का होने का ताज छीन गिया है। और एक बार फिर एमेजॉन के संस्थापक जेफ बेजोस दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए हैं। टेस्ला के शेयरों में मंगलवार को 2.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और मस्क को 4.6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, जिससे वह दुनिया के 500 सबसे अमीर लोगों की रैंकिंग में ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स पर दूसरे स्थान पर खिसक गए।
बेजोस 191.2 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ फिर से दुनिया के सबसे अमीर आदमी बन गए।
पिछले महीने मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति थे, क्योंकि टेस्ला के शेयर की कीमत बढ़ने के बाद उनकी संपत्ति 185 अरब डॉलर के पार पहुंच गई थी।
उन्होंने बेजोस की जगह ली थी। जो 2017 से सबसे अमीर व्यक्ति बने थे।

देश में कोरोना के 11,610 नए मामले सामने आएं

देश में कोविड-19 के 11,610 नए मामले और 100 मौतें दर्ज
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोनावायरस संक्रमण के 11,610 नए मामले दर्ज किए गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि इसके बाद देश में अब तक दर्ज हुए कुल मामलों की संख्या 1,09,37,320 हो गई है। वहीं 100 नई मौतों के बाद मरने वालों की कुल संख्या 1,55,913 हो गई है। यह राहत की बात है। कि पिछले एक महीने से देश में दैनिक मामलों की संख्या 15 हजार से कम दर्ज हो रही है। साथ ही करीब डेढ़ महीने से दैनिक मौतों का आंकड़ा भी 200 से कम रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि पिछले 15 दिनों से तो दैनिक मामलों का आंकड़ा घटकर 9,000 से 12,000 के बीच आ गया है। और मौतों की संख्या भी घटकर 78 से 120 के बीच दर्ज हो रही है।
इस साल के अब तक के सबसे कम दैनिक मामले 9 फरवरी को दर्ज हुए थे। जो कि 9,110 थे। वहीं पिछले साल के सबसे कम दैनिक मामल 3 जून को 9,633 दर्ज हुए थे।
बिते 24 घंटों में 11,833 लोगों के डिस्चार्ज होने के बाद अब तक ठीक हुए रोगियों की कुल संख्या बढ़कर 1,06,44,858 हो गई है। वहीं अब देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,36,549 है। देश में रिकवरी दर 97.33 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.43 प्रतिशत हो गई है।
वहीं मंगलवार को 6,44,931 नमूनों का परीक्षण किए जाने के बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा अब तक किए गए किए गए परीक्षणों की संख्या 20,79,77,229 हो गई है।
16 जनवरी से शुरू हुए टीकाकरण अभियान के तहत 89,99,230 कोरोना वैक्सीन डोज अब तक दिए जा चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मानें तो दुनिया में सबसे तेजी से टीकाकरण अभियान भारत में चलाया जा रहा है। जबकि कई देशों ने हमसे बहुत पहले ही टीकाकरण शुरू कर दिया था।

बंधनो में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं होगी

बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती । पीएम मोदी
अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नास्कॉम टेक्नॉलॉजी एंड लीडरशिप फोरम (एनटीएलएफ) को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ये भलीभांति जानती है, कि बंधनों में भविष्य की लीडरशिप विकसित नहीं हो सकती। इसलिए सरकार द्वारा टेक इंडस्ट्री को अनावश्यक रेगुलेशंस से बंधनों से, बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा जब दुनिया भारत की तरफ नई उम्मीद और भरोसे के साथ देख रही है। सरकार को देश के नागरिकों पर, स्टाट्र्अप पर, इनोवेटर्स पर पूरा भरोसा है। इसी भरोसे के साथ सेल्फ सर्टिफिकेशन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बीते 6 वर्षों में आईटी इंटस्ट्री ने जो समाधान तैयार किए हैं। उन्हें हमने गवर्नेंस का अहम हिस्सा बनाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारे यहां कहा गया है। न दैन्यं न पलायनम। यानी चुनौती कैसी भी हो, हमें खुद को कमजोर नहीं समझना चाहिए और न चुनौती से पलायन करना चाहिए। कोरोना के दौरान भारत के ज्ञान, विज्ञान ने न सिर्फ खुद को साबित किया है। बल्कि खुद को इवोल्व किया है। नया भारत, हर भारतवासी, प्रगति के लिए अधीर है। हमारी सरकार नए भारत के युवाओं की इस भावना को समझती है। 130 करोड़ से अधिक भारतवासियों की आकांक्षाएं हमें तेजी से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं।
बता दें कि नास्कॉम टेक्नॉलॉजी एंड लीडरशिप फोरम के 29वें सम्मेलन का आयोजन 17 से 19 फरवरी तक किया जा रहा है। यह सम्मेलन नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विस कंपनीज (नास्कॉम) का अग्रणी आयोजन है। इस वर्ष के आयोजन का विषय है। शेपिंग द फ्यूचर टूवर्डस ए बेटर नॉर्मल'। इसमें 30 से अधिक देशों के 1600 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। और तीन दिन के आयोजन के दौरान 30 उत्पाद दिखाए जाएंगे।

पुडुचेरी: पद से हटाए जाने के बाद बोलीं किरण बेदी

पुडुचेरी। पुडुचेरी की निवर्तमान उप राज्यपाल किरण बेदी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के कर्तव्य के तहत सभी कार्य किए। राष्ट्रपति द्वारा बेदी को उपराज्यपाल के पद से हटाने के एक दिन बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी ने केन्द्र का पुडुचेरी की सेवा करने का अवसर देने के लिए शुक्रिया अदा किया।उन्होंने उनके साथ काम करने वाले सभी लोगों का भी शुक्रिया अदा किया। बेदी ने कहा कि वह पूरी संतुष्टि के साथ यह कह सकती हैं कि उनके कार्यकाल में राज निवास की टीम ने जन हित के लिए पूरी कर्मठता से काम किया। बेदी का पुडुचेरी सरकार और खासकर मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के साथ अक्सर टकराव होता रहा। उन्होंने कहा कि मैंने संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के कर्तव्य के लिए ही सभी कार्य किए।

उन्होंने कहा कि पुडुचेरी का भविष्य बेहद उज्ज्वल है। उन्होंने कहा कि यह अब लोगों के हाथ में है। बेदी ने एक समृद्ध पुडुचेरी की कामना की। राष्ट्रपति भवन ने मंगलवार को बेदी को पुडुचेरी के उपराज्यपाल के पद से हटाने की घोषणा की थी। करीब एक सप्ताह पहले ही मुख्यमंत्री नारायणसामी ने राष्ट्रपति से उन्हें हटाने की अपील की थी।

कोरोना को लेकर अतिविश्वास में सरकार: राहुल

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोरोना वायरस के दक्षिण अफ्रीकी और ब्राजीलियाई स्वरूप के मामले सामने आने के बाद बुधवार को आरोप लगाया कि कोविड-19 को लेकर सरकार घोर लापरवाही बरत रही है। उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार घोर लापरवाही बरत रही है और कोविड-19 को लेकर अतिविश्वास में है। यह अभी खत्म नहीं हुआ है।’’उल्लेखनीय है कि केंद्र ने मंगलवार को बताया कि देश में पहली बार चार लोगों के सार्स-सीओवी-दो वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप से संक्रमित होने का पता लगा। वहीं, एक व्यक्ति के वायरस के ब्राजीलियाई स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी है।

आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कल कहा था कि भारत में बाहर से लौटे चार लोगों के कोरोना वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप से संक्रमित होने की पुष्टि हुयी। संक्रमितों में से दो लोग दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे जबकि एक-एक व्यक्ति अंगोला और तंजानिया से लौटा था। सभी यात्रियों और उनके संपर्क में आए लोगों की जांच कर उन्हें पृथकवास में रखा गया है।

उत्तराखंड: सड़क हादसे में 3 की मौत, शोक की लहर

पंकज कपूर  
देहरादून। उत्तराखंड में हादसों में हो रही मौतों में जहां मैदानी क्षेत्र में लगातार बढ़ोतरी हो रही है तो वहीं पर्वती क्षेत्र भी हादसों में पीछे नहीं दिख रहा है। लगातार पहाड़ी क्षेत्रों में एक के बाद एक सड़क हादसे हो रहे हैं और इन दुर्घटनाओं में लगातार ना जाने कितनी जिंदगियां मौत के मुंह में समा गई है उत्तराखंड  मे नैनीताल जिले के दूरस्थ क्षेत्र बेतालघाट से कुछ दूरी पर बेतालघाट और रामनगर को जोड़ने वाले मार्ग में एक पिकअप वाहन गहरी खाई में जा गिरा जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई ।हादसे के कारणों का अभी फिलहाल जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और आगे की कार्रवाई की जा रही है जहां क्षेत्र में इस दुखद हादसे के कारण क्षेत्र में गमगीन माहौल है तो वहीं परिवार जनों का रो रो कर बुरा हाल बताया जा रहा है कब उत्तराखंड की सड़कें खून से लाल होने से रुकेगी यह कहना मुश्किल है।
फिलहाल हमारा न्यूज़ अपडेट भारत के सभी दर्शकों और साथियों से निवेदन है कि वाहन चलाते समय यातायात के नियमों का पालन जरूर करें और ओवर स्पीड में वाहन को ना चलाएं।

उछाल: बिटकॉइन की कीमत 50 हजार डॉलर के पार

 वाशिंगटन डीसी। अमेरिका। डिजिटल करेंसी बिटकॉइन की वृद्धि मंगलवार को भी जारी रही और पहली बार इसकी एक इकाई की कीमत 50 हजार डॉलर के पार चली गयी। करीब साल भर पहले बिटकॉइन की एक इकाई की कीमत 10 हजार डॉलर थी। पिछले तीन महीने में ही बिटकॉइन का दाम करीब 200 प्रतिशत चढ़ा है।बिटकॉइन को ऐसे समय में तेजी मिल रही है जब अधिक से अधिक कंपनियां उथल-पुथल वाली डिजिटल मुद्रा को भुगतान के माध्यम के रूप में मान्यता पाने की बात मानते जा रही हैं।

हालांकि अभी तक बिटकॉइन खरीदने वालों ने इसे सोने जैसे जिंस की तरह ही इस्तेमाल किया है, क्योंकि अभी इसे सेवा या सामान के बदले कुछ ही जगहों पर स्वीकार किया जाता है। मंगलवार को सुबह 10 बजे से पहले कम-से-कम छह बार बिटकॉइन 50 हजार डॉलर के पार गया।


बरेली: 165 निवर्तमान प्रधान नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

संदीप मिश्र 
 बरेली। इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 165 निवर्तमान प्रधान किस्मत नहीं अजमा पाएंगे। उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की तैयारी कर ली गई है। ये वे प्रधान हैं जिनके खिलाफ विभिन्न मामलों में जांचें चल रही हैं। ग्राम पंचायतों में कराए गए विकास कार्यों में गड़बड़ी, प्रधानमंत्री आवास, शौचालय निर्माण, नाली-खड़ंजा समेत अन्य कई ऐसे कार्य हैं जिनमें कार्यकाल रहते इन प्रधानों के खिलाफ गड़बड़ी की शिकायतें की गईं। सभी प्रकरणों में जिला पंचायती राज विभाग जांच करा रहा है। जांचें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। डीपीआरओ धर्मेंद्र के अनुसार, 165 निवर्तमान प्रधानों की कुंडली तैयार कर ली गई है। इनके चुनाव लड़ने पर रोक लगाने के लिए उच्चाधिकारियों को फाइल भेजी जाएगी।राज्य निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार इन निवर्तमान प्रधानों को चुनाव लड़ने से रोकने की कार्रवाई कराई जा रही है। इसके अलावा जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत के वे सदस्य भी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे जिनके खिलाफ जांच चल रही है। निवर्तमान प्रधान क्यारा, भोजीपुरा, बिथरी चैनपुर, बहेड़ी, शेरगढ़, दमखोदा, फरीदपुर, भुता, नवाबगंज, भदपुरा, मीरगंज, फतेहगंज पश्चिमी, आलमपुर जाफराबाद, मझगवां, रामनगर ब्लॉक क्षेत्रों के रहने वाले हैं।

भटक रहें माँ बाप, हत्यारों को नहीं पकड़ रहीं पुलिस

मुरादनगर। खुर्रमपुर मुरादनगर निवासी राजू उर्फ राजीव ने मुरादनगर पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनके बेटे का शव लगभग 50 दिन पूर्व खेत में मिला था। जिसे पुलिस एक्सीडेंट बता रही थी। लेकिन अगर एक्सीडेंट होता तो उनके पेटे का शव खेत में क्या कर रहा था। उनका कहना है कि उनके बेटे कि हत्या हुई है और पुलिस इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। राजू उर्फ राजीव ने बताया कि उनका बेटा शिवम 28 दिसंबर 2020 को रात 8 बजे के करीब अपनी मां की दवाई लेने के लिए घर से निकला था। रात 9 बजे के करीब उनके पास फोन आया कि संतवास इंटर के पास उनके बेटे का एक्सीडेंट हो गया है। जब वे वहां पहुंचे तो शिवम का शव खेत में था। वहीं उसकी स्कूटी भी वहीं खड़ी थी। जिसके बाद शिवम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं राजू का कहना है कि उनके बेटे की हत्या हुई है अगर एक्सीडेंट होता तो रोड़ पर होता। इसके लिए वह लगातार उच्च अधिकारियों से मुलाकात कर रहे है, लेकिन पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है।

राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट की अपील, चांदी दान ना करें

अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से एक ओर चंदा इकट्ठा करने का अभियान चल रहा है तो वहीं दूसरी ओर ट्रस्ट के सामने दान में आ रही चांदी की ईंटें एकत्रित करने में बड़ी समस्य़ा आ रही है। अब तक मंदिर के लिए 400 किलो से अधिक चांदी आ चुकी है। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में चांदी आ गई है कि उसे ‘कहां रखा जाए ये सोचना पड़ रहा है।’ ऐसे में ट्रस्ट की ओर से चांदी दान में न देने की अपील की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अनिल मिश्रा ने बताया कि देश के तमाम प्रदेशों से लोग मंदिर निर्माण के लिए चांदी की ईंट (सिल्वर ब्रिक्स) भेज रहे हैं। ये इतनी बड़ी संख्या में इकट्ठा होती जा रही हैं कि इन्हें कहां सुरक्षित रखा जाए ये सोचना पड़ रहा है।’ उन्होंने बताया कि अब ट्रस्ट ने अपील करनी शुरू कर दी है कि चांदी दान न करें। वह आगे कहते हैं,  ‘हम भक्तों की भावनाओं का सम्मान करते हैं लेकिन हमारी गुजारिश है कि वे चांदी की ईंटे न भेजें। हमें इसके रखरखाव पर भी पैसा खर्च करना पड़ेगा। डॉ. मिश्रा के मुताबिक, ‘बैंक के लॉकर फुल हो गए हैं। इस वजह से बीच में चांदी का दान लेना बंद कर दिया गया था लेकिन कोई लेकर आता है तो मना नहीं कर पाते।’ उन्होंने कहा, ‘आगे मंदिर निर्माण के लिये अगर जरूरत पड़ेगी, तब हम इसका आह्वान करेंगे। अब तक 400 किलो से अधिक चांदी आ चुकी है।’ डॉ अनिल मिश्रा ने ये भी बताया कि कहा कि रामलला के परिसर में नींव की खुदाई का काम प्रगति पर है। लगभग 9 मीटर तक खुदाई पूरी हो गई है। 70 दिनों के अंदर नींव की खुदाई का काम पूरा हो जाएगा। इसी महीने के आखिरी में कार्यों की समीक्षा बैठक होगी और इसके बाद नींव की खुदाई का काम पूरा हो जाएगा।मंदिर ट्रस्ट से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों विश्व सिंधी सेवा संगठन, अंबेडकर महासभा ट्रस्ट समेत कई संगठनों के प्रतिनिधि राम मंदिर ट्रस्ट के कार्यालय चांदी की ईंट लाए। इनको ट्रस्ट ने स्वीकार तो कर लिया लेकिन इसके बाद फैसला लिया गया कि चांदी को चंदे के तौर पर दान न लें, उससे बेहतर कैश या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए भक्त डोनेट करें।

ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, अब तक लगभग 1600 करोड़ रुपये राम मंदिर निर्माण के लिए मिल चुके हैं। ट्रस्ट की ओर से जो चंदा इकट्ठा करने अभियान को ‘निधि संकल्प संग्रह’ का नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत पांच लाख से ज्यादा गांवों के 12 करोड़ से ज्यादा परिवारों तक पहुंचने का टारगेट है। 27 फरवरी तक चलने वाले इस चंदा अभियान की हर रोज समीक्षा की जा रही है। चंदे के लिए ट्रस्ट की ओर से गठित टोलियों को चेक या ट्रस्ट के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने का ऑप्शन दिया गया है। पिछले दिनों चंपत राय (महासचिव, राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट) ने बताया था कि 1 लाख 50 हजार टोलियां मंदिर निर्माण के धन संग्रह अभियान में लगी हुई हैं। चंपत राय के मुताबिक, देश के पांच बड़े इंजीनियरिंग संस्थान, भवन निर्माण और भू-गर्भ के अध्ययन से जुड़ी संस्थाओं के वैज्ञानिकों ने मंदिर की नींव और धरती के नीचे का अध्ययन किया है। नींव के लिए कार्य प्रारंभ हो गया है। 39 महीने में मंदिर बन जाएगा।

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...