बुधवार, 20 जनवरी 2021

पीपल में ब्रह्मा का वास, अग्रभाग में शिव का वास

पीपल के मूल में ब्रह्मा, मध्य में विष्णु और अग्रभाग में शिव का होता है वास

नई दिल्ली। भारतीय संस्कृति में कुछ वृक्षों को दिव्य वृक्षों की श्रेणी में रखा गया है। पीपल उनमें से एक है। पीपल का पेड़ औषधि विज्ञान की दृष्टि से जितना हितकारी है। धार्मिक व आध्यात्मिक दृष्टिकोण से उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है। भागवत गीता में भगवान कहते हैं।वृक्षों में सर्वोत्तम मैं पीपल हूं। ऋग्वेद में इसे देव वृक्ष कहा गया है। जो संसार को सब कुछ देता है। दिन-रात प्राणवायु देने वाले पीपल की सकारात्मक ऊर्जा के सहारे, महात्मा बुद्ध से लेकर अनेक मुनि-ऋषियों ने इसके नीचे ज्ञानार्जन किया है। 
औषधीय गुणों के कारण, पीपल के वृक्ष को ‘कल्पवृक्ष’ भी कहा गया है। यजुर्वेद में, पीपल को हर यज्ञ की जरूरत बताया है। अथर्ववेद, इसे देवताओं का निवास स्थान बताता है। स्कंदपुराण में वर्णित है, -पीपल की जड़ में विष्णु, तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्तों में हरि और फलों में सभी देवताओं का वास है। 
पीपल का पेड़ भगवान के विश्व रूप का ही आध्यात्मिक दर्शन करता है। क्योंकि शास्त्रों में, ब्रह्मांड को उल्टा, वृक्ष सदृश बताया है। इस सृष्टि रूपी उल्टे पेड़ के ऊर्ध्व में इसकी विज, दिव्य ज्योतिबिंदु स्वरूप शिव परमात्मा है। श्रीमद्भागवत में उल्लेख मिलता है, -द्वापर युग में परमधाम जाने से पूर्व, तपस्वी के रूप में श्रीकृष्ण, दिव्य पीपल वृक्ष के नीचे बैठकर परमात्मा के ध्यान में लीन हुए। शास्त्रों में कहा गया है। कि कल्पान्त के प्रलयकाल में, जब सृष्टि जलमय हुई, तब पीपल के पत्ते पर अंगूठा चूसते हुए नवजात श्रीकृष्ण का आविर्भाव हुआ। इसके आध्यात्मिक अर्थ हैं कि पीपल के पत्ते की आकृति गर्भाशय जैसी है। उस पर लेटे हुए बालकृष्ण का आगमन, सतयुगी सृष्टि के शुभारंभ का सूचक है। 
पीपल की श्रेष्ठता के बारे में ग्रंथ कहते हैं- ‘मूलत: ब्रह्म रूपाय, मध्यतो विष्णु रुपिण:, अग्रत: शिव रुपाय अश्वत्थाय नमो नम:।’ अर्थात, इसके मूल में ब्रह्मा मध्य में विष्णु तथा अग्रभाग में शिव का वास है। शास्त्रों के मुताबिक, यदि कोई व्यक्ति पीपल के नीचे शिवलिंग स्थापित कर पूजा करता है। तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है।

दम घुटने से पति-पत्नी सहित मासूम की मौत

फरीदाबाद। फरीदाबाद में बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोना जानलेवा साबित हो गया है। कमरे में दम घुटने से तीन लोगों की मौत हो गई है। परिवार के तीनों लोगों की मौत की वजह दम घुटना बताया गया है। फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। जानकारी के अनुसार, फरीदाबाद के थाना सेक्टर-58 क्षेत्र के ओम एंक्लेव की राजीव कॉलोनी में मंगलवार रात सर्दी से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सो रहे एक ही परिवार के तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। मृतकों में पति-पत्नी और 2 साल का मासूम बच्चा शामिल हैं। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची सेक्टर-58 थाना पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बीके अस्पताल भेज दिया है। घटना सेक्टर-58 थाने की राजीव कॉलोनी की है। मृतकों की पहचान अमन(24) पत्नी प्रिया(21) और छह साल के बेटे मानव के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार बिहार के लक्खीसराय का अमन यहां सुकेश कुमार के घर में परिवार के साथ किराये पर रहता था। वह सेक्टर-24 स्थित एक निजी कंपनी में नौकरी करता था। घटना और मृतकों के बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस घटनास्थल की गहनता से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी।

सरकार स्थाई संस्था, स्वयं वार्तालाप करें: एससी

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। किसानों की ट्रैक्टर रैली पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सरकार से कहा, “आपको अर्जी वापस लेनी चाहिए। इस मामले में आप अथॉरिटी हैं, आप ही डील कीजिए। यह ऐसा मामला नहीं कि कोर्ट आदेश जारी करे।” कोर्ट के इस कमेंट के बाद सरकार ने अर्जी वापस ले ली। कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जनवरी को ये किसान दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकालने वाले हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के विरोध में दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।चीफ जस्टिस ने कहा कि क्या ये वही संगठन है जिसने कल कमेटी के संविधान को खारिज कर दिया था। हमने कमेटी को अधिकार दिया है कि किसानों की बात सुने और हमें रिपोर्ट सौंपे। इसमें भेदभाव की क्या बात है? कोर्ट को बदनाम न करें। (कमेटी पर भेदभाव के आरोपों पर) कमेटी के सदस्यों को फैसला लेने का अधिकार नहीं दिया है। अगर आपको कमेटी के सामने नहीं जाना तो मत जाइए लेकिन, इस तरह किसी को बदनाम न करें।

आंदोलन: हरियाणा-पंजाब के 2 किसानों की मौत

राणा ओबराय 

चंडीगढ़। तीन कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे दो किसानों की आज मौत हो गई है। हरियाणा के रोहतक के पाकस्मा निवासी किसान जयभगवान की देर रात मौत हो गई जबकि पंजाब का एक किसान सुबह मृत मिला है। आशंका जताई जा रही है कि पंजाब के किसान की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। जानकारी के मुताबिक रोहतक के पाकस्मा निवासी किसान जयभगवान राणा की मौत देर रात करीब ढाई बजे दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल में हुई है। मंगलवार की शाम सुसाइड नोट लिखकर जहर खाने वाले पाकस्मा के किसान जयभगवान ने दम तोड़ दिया। इसकी सूचना हरियाणा किसान संयुक्त मोर्चा के संयोजक विकास सीसर ने इंटरनेट मीडिया पर किसानों को दी। बुधवार सुबह एचएल सिटी पुलिस चौकी के एरिया में पंजाब के पटियाला जिले के तोंगा का रहने वाला 65 वर्षीय किसान धन्ना सिंह पुत्र छज्जू सिंह मृत मिला। वह रात को अच्छी तरह खाना खाकर सोया था, लेकिन सुबह जगाया तो वह दम तोड़ चुका था। पता लगते ही आस पास के किसान वहां जुट गए। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके से शव सिविल अस्पताल भेजा।

आंदोलन: 78 साल के बुजुर्ग पति से मिली रामरति

चंडीगढ़। बालकां के बाबू तू ठीक सै...। देख यहां दाढ़ी कितनी बढ़ा ली। इसने तो कटवा लेंदा। कुछ इसी तरह की प्यार भरी बातें हुई जब 54 दिन बाद अपने 78 साल के बुजुर्ग पति से मिली रामरति। दरअसल बरोदा गांव के चतर सिंह की उम्र 78 साल है। चतर सिंह भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर 27 नवंबर से कुंडली बॉर्डर पर धरने पर हैं। चतर सिंह अब तक घर नहीं गया है। पति के घर न आने पर उनसे मिलने मंगलवार को किसान आंदेलन में पहुंच गई चतर सिंह की पत्नी रामरति देवी। जैसे ही पति आंखों के सामने आए तो उनका चेहरा देखकर वह भावुक हो गईं। रामरति की आंखों में आंसू छलक पड़े।

चुनाव: महिला आरक्षण पर सरकार को नोटिस

राणा ओबराय 

चंडीगढ़। हरियाणा में महिलाओं को पंचायत चुनाव में 50% आरक्षण दिए जाने के फैसले को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। इस पर हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। जिसके अनुसार पंचायतों में महिलाओं को 50% आरक्षण देने संबंधी संशोधन में कई खामियों को लेकर मुद्दा उठाया गया है। इस याचिका पर हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक नोटिस जारी किया है। रेवाड़ी निवासी कैलाश बाई की तरफ से दायर याचिका में कहा गया है कि यह असंवैधानिक है। इससे गैरकानूनी तरीके से महिलाओं को मात्र 50% तक सीमित किया गया है। दरअसल सरकार ने पंचायती राज एक्ट में संशोधन के जरिए पंचायत चुनावों में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण की व्यवस्था की थी।

शराबबंदी: नेता और अधिकारियों की मिलीभगत

अविनाश श्रीवास्तव  
पटना। बिहार में शराबबंदी के बाद भी शराब का धंधा खुलेआम हो रहा है। शराब के कारोबार में नेता से लेकर सरकारी कर्मी शामिल हैं। इस वजह से नीतीश सरकार की शराबबंदी का मजाक उड़ रहा है। पुलिस मुख्यालय के एसपी मद्य निषेध ने गठजोड़ की पोल खोली है। डीजीपी के आदेश पर एसपी मद्यनिषेध ने पत्र जारी किया।पत्र में कहा गया है कि शराब के कारोबार में स्थानीय नेता भी शामिल हैं।
शराब के धंधे में नेता हैं शामिल 

डीजीपी के आदेश पर एसपी मद्दनिषेध ने सभी पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखा है। एसपी ने उत्पाद विभाग में कार्यरत इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर एवं पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध शराब से अर्जित चल अचल संपत्ति जांचने का आदेश जारी किया है। पत्र सामने आने के बाद बवाल मच गया है। मद्य निषेध के एसपी ने न सिर्फ उत्पाद विभाग के पुलिसकर्मियों पर अवैध शराब के कारोबार में शामिल होने का आरोप लगाया है बल्कि जनप्रतिनिधियों की भी पोल खोली है। पत्र में कहा गया है कि बिहार में शराबबंदी के बाद भी सभी थाना क्षेत्र में चोरी-छिपे उत्पाद विभाग में कार्यरत निरीक्षक, अवर निरीक्षक एवं पुलिसकर्मियों को चढ़ावा देकर लोग शराब खरीद बिक्री का धंधा कर रहे हैं। इस कार्य में स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। इस वजह से शराब खरीद-बिक्री पर कानून का खुलेआम मजाक उड़ा रहा है। 

एसपी मद्यनिषेध का हुआ ट्रांसफर

पुलिस अधीक्षक मद्यनिषेध ने पत्र में कहा है कि डीजीपी कार्यालय से 11 दिसंबर 2020 को मद्यनिषेध कार्यालय में पत्र आया था। इसके बाद यह आदेश जारी किया जा रहा है। मद्यनिषेध एसपी के कार्यालय से यह पत्र 6 जनवरी 2021 को जारी किया गया है। हालांकि जिस समय यह पत्र जारी हुआ उस समय एसपी छुट्टी में थे।जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक के छुट्टी में होने की वजह से प्रभारी एसपी ने यह आदेश जारी किया। अब तो मद्य निषेध के एसपी राकेश कुमार सिन्हा को मंगलवार को स्थानांतरित कर स्पेशळ ब्रांच का एसपी बना दिया गया है। उनके स्थानांतरण के बाद अब यह सवाल उठने लगे हैं कि कहीं इस आदेश का साइड इफेक्ट तो नहीं ?

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...