बुधवार, 23 सितंबर 2020

सीएम के ओएसडी का निधन, जताया शोक

कोरोना से मुख्यमंत्री के ओएसडी का निधन सीएम ने जताया शोक।


देहरादून। सीएम के ओएसडी गोपाल सिंह रावत का आज निधन हो गया वह कोरोनावायरस से संक्रमित थे। और पिछले कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे। आज उन्होंने अंतिम सांस ली वही गोपाल सिंह रावत के निधन पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विशेष कार्याधिकारी गोपाल रावत के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि गोपाल रावत जी का निधन मेरे लिए बड़ी व्यक्तिगत क्षति है। वे एक कुशल और योग्य अधिकारी थे। परमपिता परमेश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करें। श्री गोपाल रावत जी के परिजनों के साथ मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।                 


उत्तराखंड आने वालों के लिए नियम बनाएं

आज से फिर बदले बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वालों के लिए नियम। जानिए अब क्या है।


देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को लेकर अनलॉक चार के नियम हर दिन बदल रहे हैं। दो दिन पूर्व उत्तराखंड में सैलानियों के लिए दो दिन की होटल व होम स्टे बुकिंग का नियम लगाया गया था। अब इसे वापस ले लिया गया है। सैलानियों को इस नियम से छूट दे दी गई है। वह बिना बुकिंग के भी उत्तराखंड आ सकते हैं। मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं। यह नई व्यवस्था 23 सितंबर से लागू होगी।
सबसे बड़ा फैसला कोवि़ड रिपोर्ट के संबंध में हैं। पर्यटक अब बिना कोरोना रिपोर्ट के भी होटल व होम स्टे में एंट्री पा सकते हैं। हालांकि होटल प्रबंधक को थर्मल स्क्रिनिंग सेनेटाइजिंग और सुरक्षा हेतु बनाए गए सभी प्रोटोकॉल को फॉलो करना होगा। इसके अलावा होटल प्रबंधक सुरक्षा हेतु बनाए गए खुद के नियम भी लागू कर सकता है। होटल्स निजी लैब संचालकों के साथ मिलकर अपने होटल्स में Covid-19 टेस्टिंग की व्यवस्था कर सकते हैं।               


यूपी के सबसे पहले ब्लैक बेल्ट बने रावत

योगमुडो (कोरियन मार्शल आर्ट) में पुष्पेंद्र सिंह रावत बने यूपी के सबसे पहले ब्लैक बेल्ट।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। गाजियाबाद के निवासी पुष्पेंद्र सिंह रावत ने इंटरनेशनल योंगमुडो फेडरेशन एवं इंडियन योंगमुडो फेडरेशन द्वारा आयोजित ऑनलाइन योंगमुडो ब्लैक बेल्ट एग्जाम में यूपी के सर्वप्रथम ब्लैक बेल्ट बने हैं।  इंटरनेशनल योंगमुड़ो फेडरेशन कोरिया के चीफ मास्टर एवं एग्जामिनर मिंचुल कैंग तथा इंडियन योंगमुड़ो फेडरेशन के अध्यक्ष मास्टर रोहित नारकर एवं महासचिव मास्टर राणा अजय सिंह ने संपूर्ण भारत से 130 मार्शल आर्ट खिलाड़ियों का बेल्ट एग्जाम लिया जिसमें पुष्पेंद्र सिंह रावत को टॉप-4 ब्लैक बेल्ट में चयनित किया गया तथा उत्तर प्रदेश में सबसे पहले योंगमुडो ब्लैक बेल्ट की उपाधि दी गई।
इसके साथ साथ पुष्पेंद्र सिंह रावत को मार्शल आर्ट में अच्छे खिलाड़ी चयनित कर उनको राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई जिसे मार्शल आर्ट का विस्तार भी होगा।  इस अवसर पर योंगमुडो नॉर्थ इंडिया डायरेक्टर बृजेश भाऊ, योंगमुडो एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनिल कौशिक और महासचिव राजकुमार चौहान तथा एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों ने पुष्पेंद्र सिंह रावत को बहुत-बहुत बधाई दी।               


पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर कितना सफल होगा

गाजियाबाद ।बढ़ते अपराधों के बीच 235 पुलिसकर्मियों के ट्रान्सफर कितना सफल होगा यह प्रयोग ।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिले में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था में सुधार लाने के नाम पर गाजियाबाद एसएसपी कलानिधि नैथानी ने 235 पुलिसकर्मियों का ट्रांसफर किया। जबकि 8 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। ट्रान्सफर किए गए 235 में से 204 पुलिसकर्मी पिछले 3 सालों से एक ही थाने पर तैनात थे। इन सभी को संबंधित थानों हटाकर दूसरे थानों पर पोस्टिंग दी गई है। इसके अलावा पुलिस लाइन में तैनात दूसरे जिलों से आए।25 पुलिसकर्मियों को भी थानों में पोस्टिंग दी गई है। हाल ही में इन सभी पुलिसकर्मियों की लिस्ट तैयार की गई थी।सभी पुलिसकर्मियों की तैनाती शहरी इलाकों में ही की गई है।


सप्ताह में दूसरी बार हुए ट्रान्सफर
गाजियाबाद एसएसपी ने 1 हफ्ते में दूसरी बार इतने बड़े स्तर पर पुलिस कर्मियों के ट्रांसफर किए हैं। बताया जा रहा है।कि तीसरी ट्रांसफर लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। जल्द बाकी के पुलिसकर्मियों पर भी एसएसपी का एक्शन देखने को मिलेगा। क्योंकि गाजियाबाद जिले में बढ़ता हुआ अपराध पुलिस कर्मियों की लापरवाही उजागर कर रहा है।                              


जानकारी छुपाने में व्यस्त गाजियाबाद पुलिस

अवतिका में व्यापारी के घर से लाखों की लूट मीडिया से जानकारी छुपाने में व्यस्त रही गाज़ियाबाद पुलिस।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। एसएसपी गाज़ियाबाद कलानिधि नैथानी द्वारा अपराधों पर काबू पाने के दावों के बीच कविनगर थाना क्षेत्र के अवंतिका इलाके से सामने आया है। यहां पर किराना कारोबारी के घर में घुसकर बदमाशों ने हजारों की नगदी और लाखों के जेवरात लूट लिए हैं। बदमाश घर में खिड़की की ग्रिल काटकर दाखिल हुए थे। आश्चर्य की बात यह है। कि घटना की जानकारी देने के स्थान पर पुलिस मामले में मीडिया से जानकारी छुपने में व्यस्त रही। स्थानीय मीडिया द्वारा जब मौके पर पहुंचे सीओ से जब जानकारी मांगी गई तो वो मीडिया से आंखें चुराते हुए नजर आए और बिना कुछ बोले गाड़ी में बैठ कर चले गए।
परिवार को बंधक बनाकर हुई लुट
बताया जा रहा है। कि बदमाश रेलवे लाइन के किनारे से आए थे ।और घर की ग्रिल काटकर दाखिल होते ही उन्होंने पूरे परिवार को बंधक बना लिया। बदमाशों की संख्या 4 से 6 के बीच हो सकती है। हालांकि पुलिस इस संख्या के बारे में अभी कुल कर कुछ नहीं कह रही है। वारदात की जानकारी मिलने के 4 घंटे बाद भी पुलिस की पूछताछ परिवार से पूरी नहीं हो पाई। परिवार भी काफी ज्यादा सहमा हुआ है। पुलिस ने परिवार को मीडिया से बात करने से मना कर दिया है। अपनी नाकामी छुपाने के लिए पुलिस अब पीड़ितों पर भी दबाव बनाने की कोशिश पर आमादा है।                    


शिलान्यास करने पहुंचे तो जनता ने लगाए नारे

काम बोलता है । सड़क निर्माण का शिलान्यास करने पहुंचे अरविंद चौधरी तो जनता ने लगाए नारे


वसुंधरा। गाज़ियाबाद के वार्ड 36 में सेक्टर 10-12 की मुख्य सड़क का कार्य 2 सालों से लंबित था, जिसको लेकर स्थानीय निवासियों में काफी रोष था। लेकिन स्थानीय पार्षद अरविंद चौधरी के प्रयास के बाद नगर निगम ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है । 2 वर्ष पूर्व पार्षद ने इस सड़क निर्माण का अथक प्रयासों से पास करा लिया था।लेकिन सड़क पानी की पाइप लाइन की लीकेज होने के कारण निर्माण विभाग कार्य को शुरू नहीं कर पा रहा था।
विभागीय खींचा-तानी में लटके सड़क का निर्माण को लेकर पार्षद अरविन्द चौधरी ने नगर आयुक्त से में मुलाकात कर कार्य को शुरू कराने की मांग की। नगर आयुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पत्र जारी कर निर्माण विभाग को कार्य शुरू करने के आदेश जारी किया लंबे इंतज़ार के बाद आखिर इस सड़क के निर्माण का कार्य शुरू हो ।गया।
पार्षद अरविन्द चौधरी चिन्टू ने  कहा कि इस कार्य में काफी ज्यादा देरी हो गयी है। लेकिन हमें खुशी है।कि आखिर ये कार्य शुरू हो गया । यह सड़क इन दो सेक्टरों की प्रमुख सड़क थी । जो हमारे वार्ड के विभिन्न सेक्टरों को जोड़ती थी । इस कार्य के लिए मैं नगर आयुक्त व उनकी टीम का धन्यवाद देना चाहूंगा , जिन्होंने तत्काल प्रभाव से इस पर कार्यवाही के आदेश दिए । इस कार्यक्रम में वसुंधरा जोनल प्रभारी सुनील राय , जुम्मन सिंह ,  मयूर , बिक्रम सिंह , गणेश लाल , नितिन त्यागी ,  अमर सिंह , राजेंद्र सिंह, उपस्थित रहे ।               


अस्पताल से गायब है स्वाइन फ्लू की वैक्सीन

करोड़ों संक्रमण के बीच जिला अस्पताल से गायब है। स्वाइन फ्लू की वैक्सीन।


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। बदलते मौसम के बीच अब कोरोना संक्रमण के साथ गाज़ियाबाद में स्वाइन फ्लू का भी खतरा मंडराने लगा है। इस सीजन में अब तक स्वाइन फ्लू के तीन मरीज भी मिल चुके हैं जिसके स्वास्थ्य विभाग ने शासन से वैक्सीन भेजने की मांग की थी। अफसोस की बात है। कि शासन स्तर से अभी तक जिले में वैक्सीन नहीं भेजी गई है।
अब तक चिह्नित तीनों मरीज इंदिरापुरम क्षेत्र से हैं। हालांकि फिलहाल तीनों मरीज स्वस्थ हैं। लेकिन शासन से मेडिकल स्टाफ के वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीन भेजने की मांग की गई थी। इस संबंध में स्टेट सर्विलांस अधिकारी को पत्र भेजे हुए एक महीने से ज्यादा समय हो चुका है।लेकिन अब तक जिले में वैक्सीन की सप्लाई नहीं की गई है।
वैक्सीन नहीं आने से स्वास्थ्यकर्मी भी परेशानी में हैं। उन्हें डर है।कि कोरोना संक्रमण के बीच यदि स्वाइन फ्लू के और मरीज निकले तो परेशानी बढ़ सकती है। आपको बता दें कोरोना और स्वाइन फ्लू का संक्रमण लगभग एक जैसे तरीके से ही फैलता है। और दोनों के लक्षण भी लगभग समान ही होते हैं। जिसके चलते दोनों संक्रमण में अंतर करना काफी मुश्किल होता है। सीएमओ ने इस संबंध में स्टेट सर्विलांस अधिकारी को पत्र भेजकर जिले में एंटी स्वाइन फ्लू वैक्सीन के 500 इंजेक्शन भेजने की मांग की है। जिससे मेडिकल स्टाफ का वैक्सीनेशन करवाया जा सके।             


कर्मचारी के संबंध में आया ठहरावः हाईकोर्ट

सस्पेंशन कोई सजा नहीं।सिर्फ नियोक्ता।कर्मचारी के संबंध में आया ठहराव है।तेलंगाना हाईकोर्ट ने कहा।आपराधिक मुकदमे का सामना कर रहे कर्मचारी को नियोक्ता पर थोपा नहीं जा सकता


तेलंगाना। यह देखते हुए कि निलंबन कोई सजा नहीं है।और यह ''सिर्फ नियोक्ता और एक कर्मचारी के बीच संबंध को निलंबित करता है। तेलंगाना हाईकोर्ट ने बुधवार को दोहराया है कि सिविल सेवा नियमों के तहत अगर किसी कर्मचारी के खिलाफ कोई आपराधिक मामला लंबित है या विभागीय जांच चल रही है तो उस कर्मचारी को निलंबित किया जा सकता।
अदालत एक डिप्टी तहसीलदार की तरफ से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी।उसने अपने निलंबन के आदेश को चुनौती दी थी। इस आदेश को चुनौती देने वाले याचिकाकर्ता के खिलाफ 24 जुलाई 2020 को आईपीसी की धारा 420, 468, 471, 506 रिड विद 34 के तहत किए गए अपराध के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। जिसके बाद उसे 31 जुलाई 2020 को उसे निलंबित कर दिया गया था। अपीलकर्ता ने 17 अगस्त 2020 एकल पीठ द्वारा पारित आदेश की वैधता को चुनौती दी थी। एकल पीठ ने याचिकाकर्ता की तरफ से उसके निलंबन के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया था।
क्या दो ट्वीट के मामले में प्रशांत भूषण के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। बीसीडी ने जांच करने के लिए भूषण को नोटिस जारी किया
मुख्य न्यायाधीश राघवेन्द्र सिंह चौहान और जस्टिस टी विनोद कुमार की पीठ ने कहा कि चूंकि याचिकाकर्ता के खिलाफ क्रिमिनल ट्रायल और डिपार्टमेंटल इंक्वायरी,दोनों ही लंबित है।इसलिए नियोक्ता को इस तरह के कर्मचारी के साथ काम करने को मजबूर नहीं किया जा सकता है। या ऐसे कर्मचारी को नियोक्ता पर लादा नहीं जा सकता है। इसलिए याचिकाकर्ता को निलंबन करने का आदेश न्यायोचित है।


पीठ ने कहा कि तेलंगाना सिविल सर्विस (क्लासीफिकेशन,कंट्रोल और अपील) रूल्स, 1991 के नियम 8 में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि एक कर्मचारी को निलंबित किया जा सकता है यदि कोई आपराधिक मामला लंबित है, या विभागीय जांच पर विचार किया जा रहा है।बॉम्बे हाईकोर्ट ने दिनभर के लिए कार्यवाही स्थगित की, रिया की ज़मानत याचिका और कंगना रनौत के कार्यालय विध्वंस मामले पर सुनवाई कल पीठ ने यह भी कहा वतमान मामले में याचिकाकर्ता को 31 जुलाई 2020 को उसके आरोप बता दिए गए थे। इस प्रकार, जाहिर तौर पर एक विभागीय जांच शुरू हो गई थी। इसके अलावा निस्संदेह, याचिकाकर्ता के खिलाफ 24 जुलाई 2020 को पुलिस स्टेशन,करीमनगर रूरल में आईपीसी की धारा 420,468,471,506 रिड विद 34 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। ऐसे में नियम 8 के तहत बताई गई दोनों शर्तें इस मामले में पूरी होती हैं।               


5 के खिलाफ गैर जमानती वारंटः तौमर

सीमुद्दीन सिद्दीक़ी समेत पांच के खिलाफ गैर जमानती वारंट
ठाकुर अनुराधा तोमर |


लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लखनऊ की एक विशेष अदालत ने महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के एक मामले में पूर्व मंत्री और कांग्रेसी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी समेत पांच लोगो के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश पवन कुमार राय ने राज्य की योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह और उनके परिवार की महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में बिना जमानत हाजिरी माफ़ी की अर्जी देने पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर, अतर सिंह, मेवालाल गौतम और नौशाद अली के खिलाफ ग़ैरज़मानती वारंट जारी किया है। सभी के खिलाफ 22 जुलाई 2016 को हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गयी थी।


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अदालत ने कहा कि कहा कि पत्रावली को देखने से पता चला कि किसी भी आरोपी ने अभी तक इस मामले में अपनी जमानत नहीं कराई है जबकि आरोपियों की ओर से उनकी हाजिरी माफी की अर्जी दी जाती रही है, जिसे अदालत त्रुटिवश स्वीकार करती रही है।पर मायावती कहिन - संसद में सरकार और विपक्ष का व्यवहार शर्मनाक गौरतलब है। कि श्रीमती स्वाति सिंह की सास तेतरा देवी ने 22 जुलाई 2016 को हज़रतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें कहा गया था। कि 21 जुलाई को नसीमुद्दीन सिद्दीकी।रामअचल राजभर, मेवालाल आदि की अगुवाई में एकत्र भीड़ ने उनके पुत्र को फांसी देने की मांग के साथ ही परिवार की महिलाओं को गालियां दीं और अमर्यादित नारे लगाये थे। इस मामले ने तूल पकड़ा था। जब भाजपा के तत्कालीन उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती को लेकर अमार्यादित टिप्पणी की थी। बसपा के वरिष्ठ नेताओं ने दया शंकर सिंह की गिरफ़्तारी को लेकर हजरतगंज में जमकर प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन में दया शंकर सिंह की पत्नी, बेटी और मां को खुले मंच से अमर्यादित शब्दों के साथ संबोधित किया गया था।             


सरकार-विपक्ष का हुआ शर्मनाक व्यवहार

संसद में सरकार और विपक्ष का व्यवहार शर्मनाक।


नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने संसद में सरकार और विपक्ष की कार्यशैली की आलोचना करते हुए बुधवार को कहा कि यह लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है।सुश्री मायावती ने एक ट्वीट में कहा कि संसद के मौजूदा सत्र में सरकार और विपक्ष का व्यवहार और कार्यशैली से संसद की मर्यादा और संविधान की गरिमा तार तार हुई है।
 कृषि विरोधी विधेयक को लेकर एकजुट विपक्ष का संसद परिसर में मार्च बसपा नेता मायावती ने कहा वैसे तो संसद लोकतंत्र का मन्दिर ही कहलाता है। फिर भी इसकी मर्यादा अनेकों बार तार-तार हुई है। वर्तमान संसद सत्र के दौरान भी सदन में सरकार की कार्यशैली व विपक्ष का जो व्यवहार देखने को मिला है।वह संसद की मर्यादा। संविधान की गरिमा व लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है। अति-दुःखद। अयोध्या में फिल्मी सितारों की रामलीला को योगी ने दी मंजूरी संसद में के उच्च सदन राज्यसभा में विपक्ष के हंगामें के दौरान आसन का माइक तोड़ा गया।दस्तावेज फाडे गये और सहायक कर्मचारियों को डराया धमकाया गया । इसके बाद हंगामें के बीच सदन में कृषि से संबंधी विधेयकों को ध्वनिमत से पारित कर दिये गये। सभापति ने विपक्ष के आठ सदस्यों को एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया। इसका विरोध करते हुए ये सांसद पूरी रात संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरने पर बैठे रहे। विपक्ष ने निलंबित सांसदों के समर्थन में संसद की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।               


हंगामा करने वाले 8 पुलिसकर्मी निलंबित

दारू पी कर हंगामा करने वाले 8 पुलिस कर्मी किये गये निलंबित…… 


शराब पीकर हंगामा करने वाले आठ आरक्षियो को एसपी ने किया निलंबीत
बहराइच। रात्रि में थाना रिसिया पर तैनात आरक्षी महीप शुक्ला के आवास पर आयोजित पार्टी में शराब पीकर हंगामा करने व आपस में मारपीट करने तथा घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को न देने के फलस्वरूप जनमानस में पुलिस की छवि खराब करने के आरोप में पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा ने संज्ञान लेते हुए इस मामले को गम्भीरता से लिया है और इस संदर्भ में आरोपी आरक्षी 1- राजेश यादव 2- अमित यादव 3- अजय यादव 4- पंकज यादव 5- विनोद यादव 6- पवन यादव 7- अफजल अफजल खान एवं 8- महेश शुक्ला को निलंबित कर जांच के आदेश दे दिये हैं।पुलिस सूत्रों के मुताबिक इसकी जांच अपर पुलिस अधीक्षक नगर को सौंपी गई है।               


डेढ़ लाख परिवारों के पास नहीं है शौचालय

दिल्ली में डेढ़ लाख परिवारों के पास शौचालय नहीं  ।


नई दिल्ली। दिल्ली सरकार कासामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण, 2018-2019 जारी हुआ है। सर्वे के अनुसार इस शहर में 20.05 लाख परिवार हैं। 42.6 प्रतिशत परिवार 10 हजार रूपये तक प्रति महीना पर जिंदगी गुजारता है। 47.3 प्रतिशत 10 से 25 हजार रूपये प्रति महीना खर्च करते हैं। सिर्फ 1.6 प्रतिशत ही 50 हजार या उससे अधिक प्रति महीने खर्च करते हैं। उत्तरी और पश्चिमी दिल्ली में कम आय वाले समूह के सबसे अधिक लोग रहते हैं। जबकि मध्यम आय वाले लोग दक्षिण-पश्चिम और दक्षिणी दिल्ली में अधिक रहते हैं। ऊंची आय वाले लोग नई दिल्ली और उत्तरी-पश्चिम दिल्ली में रहते हैं। कुल 21.2 प्रतिशत के पास ही कंप्यूटर है। यानी 15.7 लाख परिवारों के पास कंप्यूटर या लैपटाॅप नहीं है। इसमें भी नई दिल्ली क्षेत्र में 29.6 और उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 14.1 प्रतिशत के पास कंप्यूटर था। इनमें से से लगभग 80 प्रतिशत लोग इंटरनेट से जुड़े हुए हैं।शहर के गिने गये इन परिवारों के 66.6 प्रतिशत के पास अपना घर है। अपने घर के मालिक सबसे अधिक शाहदरा में 76.3 प्रतिशत और उसके बाद मध्य दिल्ली में 72.3 प्रतिशत है। अपने घर का खुद मालिकाना से घर के प्रकार का मसला हल नहीं होता। संभव है कि ये घर गैर पंजीकृत मोहल्ले में हों या स्लम वाले मकान भी हों। यहां सभी तरह की रिहाइश को जोड़ लिया गया है। किराये के मकान में रहने वाले सबसे अधिक नई दिल्ली और दक्षिण पूर्वी दिल्ली में हैं। इस विशाल आबादी का 1.22 लाख परिवार सामुदायिक शौचालय पर निर्भर है। 11, 497 परिवार अभी भी खुले में नित्य काम करने के लिए बाध्य है। सिर्फ 40.7 प्रतिशत परिवारों के पास ही राशन कार्ड है। इसका 85.9 प्रतिशत हिस्सा पीडीएस से राशन हासिल करता है।
दिल्ली के 51.7 प्रतिशत के पास अपनी गाड़ी है। शाहदरा में यह सबसे अधिक है जबकि उत्तरी दिल्ली में सबसे कम 41.5 प्रतिशत है। दोपहिया और चार पहिया दोनों ही गाड़ी रखने वाले लोग कुल 6.6 प्रतिशत हैं। इसमें भी शाहदरा 9.6 और दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में 3.6 प्रतिशत से सबसे ऊपर और नीचे हैं। लेकिन केवल चार पहिया वाहन रखने वाले 4.3 प्रतिशत हैं। जिसमें नई दिल्ली सबसे ऊपर है। 40.3 प्रतिशत के पास दो पहिया वाहन हैं।जिसमें उत्तर पूर्वी दिल्ली और शाहदरा सबसे आगे हैं। दिल्ली में लगभग आधे लोगों के पास किसी तरह का वाहन नहीं है। इसमें भी उत्तरी दिल्ली के 58.4 प्रतिशत परिवारों के पास कोई वाहन नहीं है। 3.3 प्रतिशत परिवारों के पास किसी भी तरह का फोन नहीं है। दिल्ली में 22.2 प्रतिशत लोग एयरकंडिशनर का प्रयोग करते हैं। इसमें दक्षिण-पश्चिम जिले में सर्वाधिक और उत्तर पूर्वी दिल्ली में सबसे कम है। सबसे घनी आबादी शाहदरा और सेंट्रल दिल्ली की है। कुल रिहाइशों के लगभग 71 प्रतिशत को ही टोटी के माध्यम से पानी पहुंचता है। लगभग 6 प्रतिशत लोग पानी सप्लाई व्यवस्था से ही बाहर हैं।ध्यान में रखना  होगा  कि कोविड-19 महामारी का प्रभाव दिल्ली पर खूब पड़ा है। खासकर, अनौपचारिक क्षेत्र रेहड़ी और घरेलू कामों में आई कमी की वजह से 10 हजार से कम आय के लोगों की स्थिति बदतर हुई है। इसी तरह सेवा क्षेत्र में काम के लगभग बंद हो जाने और अब भी उसमें बहुत सुधार न होने से 10 से 25 हजार की आय वाले लोगों की आय में भारी गिरावट आई है। आर्थिक आधार के खराब होने से न सिर्फ मकान वाहन कंप्यूटर और इंटरनेट सेवा आदि की मांग में कमी आई है। इसका असर निश्चय ही उपभोक्ता सामानों पर भी पड़ा है। इस रिपोर्ट को इस नजरिये से पढ़ना जरूरी है।             


4 बड़ें अस्पतालों पर प्रशासन का चाबू

लखनऊ के चार बड़े निजी कोविड अस्पतालों पर प्रशासन का चला चाबुक,मरीजो की हो रही मौतों पर डी एम ने लिया समज्ञान।


लखनऊ। चार बड़े निजी कोविड अस्पतालों पर प्रशासन का चला चाबुक,मरीजो की हो रही मौतों पर डी एम ने लिया संज्ञान लखनऊ। देस में चल रही महामारी कोविड-19 के प्रकोप ने पूरी तरह से अपना प्रभाव डाला है और इस महामारी का असर सामान्य जन जीवन पर पड़ा है। वहीं इसके बचाव को लेकर देश और प्रदेश की सरकारों द्वारा जहां निरन्तर प्रयास किये जा रहे हैं। वही कुछ स्वार्थी किस्म के लोग मौके का फायदा उठाते हुये इसके बचाव और इलाज के नाम पर लोगों का शोषण कर मात्र धन उगाही में लिप्त पाये जा रहे हैं ।इसी सम्बन्ध में राजधानी लखनऊ में कोविड मरीजों का इलाज कर रहे कुछ निजी अस्पतालों को लेकर आ रही शिकायतों का संज्ञान लेते हुये जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने लखनऊ के चार प्रमुख अस्पतालों में इलाज के दौरान मरने वाले मरीजों को लेकर नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है।सूत्रों के मुताबिक इस सम्बंध में जिलाधिकारी द्वारा चंदन अस्पताल चरक मेयो और अपोलो अस्पताल में पिछले कुछ दिनों में 48 कोविड मरीजों की मौत के बारे में जानकारी मांगी है जिसके बारे में यहां कोविड के 48 मरीज रेफर कर भर्ती कराये गये थे। जहां सभी 48 मरीजों की मौत हो गयी थी। सूत्रों ने इसका विवर्म देते हुए बताया कि चरक अस्पताल में 10 संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत चंदन हॉस्पिटल में 11 कोरोना संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत अपोलो हॉस्पिटल में 17 संक्रमित भेजे गए सभी की हुई मौत और इसी तरह मेयो हॉस्पिटल में 10 मरीज भेजे गए थे। जहां भी सभी ने तोड़ा था दम।जिलाधिकारी लखनऊ ने इन चारों अस्पतालों से जवाब मांगा था जिसकी अवधि समाप्त होने व मिले जवाबों के आधार पर इन सभी के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की बात कही है। इन मृतक रोगियों की मृत्यु के सम्बंध में जिलाधिकारी ने पाया कि प्रथम दृष्टया लापरवाही परिलक्षित होती है। रोगी का कोविड टेस्ट विलम्ब से कराया जाना टेस्ट पाज़िटिव आने के बाद भी समय से मरीज को कोविड उपचार हेतु तत्काल कोविड 19 हास्पिटल रेफर न करना साबित चिकित्सालय में प्रोटोकॉल के अनुरूप चलित ट्राईड एरिया/होल्डिंग एरिया का न होना/मानकों के अनुरूप कार्य न होना भी जांच में पाया गया है। इन सभी तथ्यों को देखते हुए इन सभी अस्पतालों के खिलाफ विधिक कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।               


'दर्जाप्राप्त' मंत्री को जान से मारने की धमकी

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त श्री राजेश्वर सिंह को जान से मारने की धमकी मिलने पर गहरा रोष प्रकट करता है। प्रशासनिक अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्रवाई व माननीय मंत्री जी को सुरक्षा प्रदान करने की मांग मान्य मुख्यमंत्री से करता है। हिंदू युवा वाहिनी के राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त श्री राजेश्वर सिंह को लखनऊ में असामाजिक तत्व शकील अहमद द्वारा जान से मारने की धमकी देने पर हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के कार्यकर्ताओं में गहरा आक्रोश है। हिंदू युवा वाहिनी जिला शामली के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता माननीय श्री राजेश्वर सिंह समर्थन में साथ है।
इसलिए बिट्टू कुमार चौधरी रविंदर सिंह कॉलखंडे अरविंद कौशिक सुधीर राणा, अमित गर्ग, अनुज गोयल, प्रदीप निरवाल वरुण वशिष्ठ, अनुराग गोयल, सन्नी गर्ग, पंकज गुप्ता उपेंद्र द्विवेदी, मनोज रोहिल्ला राजेश गुप्ता, महेश गोयल, विनय कौशिक अमरीश शर्मा, मांगेराम नामदेव, अमरपाल सिंह, मान अरविंद बंजारा, सुनील बंजारा, भानु प्रताप उपाध्याय आदि ने माननीय श्री आदित्यनाथ योगी ( मुख्यमंत्री) उत्तर प्रदेश से मांग करता है श्री राजेश्वर सिंह को धमकी देने वाले आरोपियों  के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कठोर से कठोर कार्रवाई करें  श्री राजेश्वर जी को सुरक्षा प्रदान करें।             


अज्ञात महिला का शव मिलने से मचा हड़कंप

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


अज्ञात महिला का शव मिलने से मचा हड़कंप


हापुड़। थाना बाबूगढ़ क्षेत्र अंतर्गत कुचेसर रोड चौपला के पुल से उतरने के बाद सड़क किनारे एक अज्ञात महिला का शव मिला है। जिसकी उम्र करीब 35 से 40 वर्ष के करीब है जो गुलाबी रंग का सूट सलवार पहने हैं। रंग सांवला कद करीब 5 फीट 2″ है, दोनों हाथों में चूड़ियां पैरों में सफेद धातु की पाजेब कान में पीली धातु की बाली ,एवं पैरों की उंगलियों में बिछिया एवं हाथों व पैरों पर मेहंदी लगी हुई है, शरीर पतला है। आसपास के लोगों से शिनाख्त करने की कोशिश की, लेकिन अभी तक शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। अगर किसी को इस संबंध में कोई जानकारी हो तो कृपया थाना प्रभारी बाबूगढ़ के मोबाइल नंबर 9454 40 3407, 8860 429203 एवं चौकी प्रभारी चौकी कुचेसर चोपला के मोबाइल नंबर 7318154255 पर सूचित करने का कष्ट करें।                 


हॉस्पिटल में कोविड-19 में योद्धा का सम्मान किया

अतुल त्यागी, मुकेश सैनी


हापुड़। जिला इकाई हापुड़ के तत्वधान में सिटी मेडिकेयर सेंटर (सी.एम.सी. अस्पताल) जाकर कोरोना योद्धा डॉ. आस मोहम्मद को शाल उढ़ाकर सम्मानित किया गया। डॉ साहब ने इस महामारी के समय में भी मरीजों की सेवा उचित ख़र्च पर एवं गरीबों की सामाजिक रूप से भी मदद की थी। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष मुकेश त्यागी, जिला कोषाध्यक्ष मुकेश प्रजापति, नगरसूचना मंत्री श्याम बर्मा, अमित,ललित चौधरी उपस्थित रहे।               


कहासुनी हुई तो महिला ने लगाई फांसी

मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में बुधवार की सुबह महिला ने फांसी लगाकर जान दे दी। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जिले के मड़िहान थाना क्षेत्र के निकरिका गांव निवासिनी फुलवंती देवी(52) पत्नी स्व. विनय पांडेय मड़िहान तहसील में चतुर्थ श्रेणी की कर्मचारी हैं। बुधवार को फुलवंती देवी मड़िहान तहसील ड्यूटी जाने के लिए निकलने की तैयारी कर रही थीं। उनका मोबाइल फोन नहीं मिल रहा था। जिसे खोजने को लेकर बेटी के साथ कहासुनी हुई।
गुस्से में आकर फुलवंती देवी अपने ही घर के कमरे में अंदर से दरवाजा बंद कर दुपट्टे के सहारे फांसी के फंदे पर झूल गई। घरवालों की चीख-पुकार सुन कर इकट्ठा हुए लोगों की सहायता से दरवाजा तोड़कर फांसी के फंदे से झूल रही फुलवंती देवी को उतारकर राजगढ़ सीएचसी लाया गया। जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।             


यूपी समेत चार राज्यों में की छापेमारी

लखनऊ। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई की टीम बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई की टीम ने गाजियाबाद समेत देश कई शहरों में एक साथ छापेमारी कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिबंधित मवेशियों की तस्करी से जुड़े इस मामले में बॉर्डर सिक्योरिटी फ़ोर्स (बीएसएफ) की 36वीं बटालियन के एक पूर्व कमांडेंट समेत चार आरोपियों के खिलाफ खिलाफ सीबीआई ने नामजद मामला दर्ज किया है।             


नाबालिग से किया रेप, आरोपी गिरफ्तार

कलवारी। बस्‍ती की कलवारी पुलिस ने दो माह पहले 12 वर्षीय मासूम छात्रा के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने के आरोपी  प्रधान को आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया। थानाध्यक्ष विंदेश्वरी मणि त्रिपाठी ने बताया कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है। 


कलवारी थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी कक्षा पांच की छात्रा बारह वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म करने के प्रयास का आरोप एक चर्चित गांव के प्रधान रामनेवास पर लगा था। पुलिस ने बालिका के पिता की तहरीर पर ग्राम प्रधान के खिलाफ अपराध संख्या 126/20 धारा 376, 511, 354 क, 452, 506 आईपीसी व 7/8 पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था। उसी समय से आरोपी प्रधान की तलाश की जा रही थी लेकिन लाख प्रयास के बाद भी पुलिस उसकी परछाई तक नहीं छू पाई थी।


प्रेमी का दोस्त करता रहा लगातार रेप

कोलकाता। प्रेमी के साथ कोलकाता से फरार एक महिला के साथ प्रेमी के दोस्त ने ही दुष्कर्म किया। कई शहरों में बंधक बना कर महिला के साथ जोर-जबर्दस्ती की गई। प्रेमी संकेत कृष्णानी के दोस्त बैंक मोड़ तेतुलतल्ला के बादल गौतम ने महिला से लाखों रुपए और बेशकीमती गहने भी ले लिए। किसी तरह पीछा छुड़ाकर निकली महिला ने बादल गौतम के खिलाफ बैंक मोड़ थाने में अगवा कर दुष्कर्म करने की प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने महिला का मेडिकल टेस्ट कराया है। जल्द ही न्यायालय में महिला का धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया जाएगा। पीड़िता बीसीसीएल के रिटायर अधिकारी की बेटी है।


बैंक मोड़ थाने में दिए लिखित शिकायत में महिला ने बताया कि वह अपने विवाह से खुश नहीं थी और संकेत कृष्णानी के साथ शादी करना चाहती थी। 11 जुलाई को वह कोलकाता से संकेत कृष्णानी और बादल गौतम के साथ अपने कार से निकली थी। संकेत और बादल गौतम के बीच 15 वर्षों की जान-पहचान थी। बादल गौतम के कहने पर घर से निकलते वक्त उसने अपने सारे गहने साथ ले लिए थे। बादल ने यह कहते हुए सारे गहने और रुपए ले लिए कि जब पुलिस पकड़ेगी तो गहने ले लेगी। बादल और उसके भाई के खिलाफ हाल ही में बोकारो में भी प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वह पहले भी विवादों में रहा है।               


अनुराग के खिलाफ रेप के मामले में मुकदमा

मुंबई। मुबंई पुलिस ने मंगलवार को फिल्म डायरेक्टर अनुराग कश्यप  के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की है। डायरेक्टर पर एक्ट्रेस पायल घोष ने 2013 में अपने साथ यौन दुराचार करने का आरोप लगाया था. कश्यप ने इन आरोपों को आधारहीन बताकर खारिज कर दिया थाई एक अधिकारी ने बताया है कि घोष और उनके वकील नितिन सातपुते पुलिस में पहुंचे जिसके बाद मंगलवार देर रात वर्सोवा पुलिस स्टेशन कश्यप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।


कश्यप के खिलाफ आईपीसी की 376 (I) (रेप), 354 (महिला की शीलता भंग करने के इरादे के साथ उसका शोषण करना या आपराधिक दबाव डालना), 341 (गलत तरीके से नियंत्रण करना) और 342 (गलत तरीके से रोकना) धाराओं में केस दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि मामले की आगे जांच हो रही है. उन्होंने कहा कि कश्यप को सात साल पुराने इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. 


अपनी शिकायत में एक्ट्रेस ने आरोप लगाया है कि कश्यप ने 2013 में वर्सोवा में यारी रोड की एक जगह पर उनका रेप किया था। अधिकारी ने बताया कि घोष और उनके वकील पहले सोमवार को ओशीवारा पुलिस स्टेशन गए थे लेकन वहां से उन्हें वर्सोवा आने को बोला गया क्योंकि कथित घटना उसी न्यायिक क्षेत्र की थी। वो ओशीवारा पुलिस के पास इसलिए गए थे क्योंकि कश्यप का ऑफिस इसी इलाके में है।               


 


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...