शनिवार, 5 सितंबर 2020

नौकरी की तलाश में छात्र ने की अत्महत्या

नोएडा। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के बीच देश भयंकर मंदी की मार भी झेल रहा है। लंबे लॉकडाउन की वजह से हर महीने लाखों लोग बेरोजगार हो रहे हैं। बेरोजगारी और अंधकारमय भविष्य की वजह से आत्महत्याओं के मामलों में भी ख़ासी वृद्धि हो रही है। नोएडा के सेक्टर-70 में नौकरी की तलाश में 28 वर्षीय बीटेक छात्र शुक्रवार को फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। वह अपने गाँव से भाई के घर आया हुआ था। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची थाना फेज-3 पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। दरअसल, पुलिस के मुताबिक मूलरूप से कानपुर के देवमनपुर घाटमपुर निवासी मृतक अमन सचान (28 वर्ष) बीटेक का छात्र था। वह नौकरी की तलाश में इन दिनों सेक्टर-70 के बी-70 नोएडा में रहने वाले अपने भाई सचिन सचान के घर आया हुआ था।


एसएचओ थाना फेज-3 अमित कुमार सिंह ने बताया, मृतक के भाई और भाभी नोएडा में नौकरी करते हैं। सुबह करीब 9 बजे खाना बनाकर रख गये थे। वहीं जब वापस आये तो देखा कि अमन ने फांसी लगा ली है। मृतक के पास से किसी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। बाकी कारणों का पता लगाया जा रहा है। मृतक अमन के बड़े भाई के मुताबिक, अमन सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहा था। उसके बाद अगस्त में प्राइवेट नौकरी की तलाश में नोएडा आया। उसने कभी किसी तरह की कोई परेशानी का जिक्र नहीं किया। यहां वो खुशी से रह रहा था। शाम को जब मैं और मेरी पत्नी नौकरी से वापस आये तो देखा की भाई ने आत्महत्या कर ली है।             


खुदरा बाजार को 19 लाख करोड़ का घाटा

नई दिल्ली। शायद ही कोई ऐसा सेक्टर हो जिसे कोरोना वायरस और लॉकडाउन ने प्रभावित नहीं किया होगा। इस वैश्विक महामारी ने देश के खुदरा सेक्टर की कमर ही तोड़ दी। व्यापारी संगठन कैट (CAIT) ने दावा किया है कि देश में कोरोना महामारी ने पिछले 5 महीनों में भारतीय खुदरा व्यापार को करीब 19 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है। जिससे व्यापारियों को व्यापार घाटा का सामना करना पड़ा। घरेलू व्यापार में उथल-पुथल का आलम यह है कि लॉक डाउन खुलने के 3 महीने के बाद भी देश भर में व्यापारी भारी वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। दुकानें खोलने की इजाजत तो मिली लेकिन ग्राहकों के बिना दुकाने सूनी पड़ी या बहुत कम ग्राहक दुकानों तक पहुंच रहे हैं।


इस विपदा से जूझ रहे व्यापारियों को कई प्रकार की वित्तीय जिम्मेदारियों को भी पूरा करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ ई-कॉमर्स कंपनियां गैर अनुमति वाली वो सब तरीके अपना रही हैं जिससे देश के खुदरा व्यापारियों को व्यापार से बाहर किया जा सके। कैट का दावा है कि रिटेल बाजार में पैसे का संकट अभी भी पुरी तरह बरक़रार है। नवम्बर -दिसंबर के दिए हुए माल का भुगतान जो फरवरी -मार्च तक आ जाना चाहिए था वो भुगतान अभी तक बाज़ार में नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से कइयों का व्यापार का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है।


देश के 20 प्रमुख शहरों से मिले आंकड़ो के आधार पर खुदरा बाजार की सेहत तय की जाती है
कनफेडेरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने आंकड़े जारी करते हुए कहा कि देश भर में रिटेल बाज़ार विभिन्न राज्यों के 20 प्रमुख शहरों से आँका जाता है। दरअसल ये शहर राज्यों में सामान वितरण के लिए बड़े केंद्र हैं। ये 20 शहर है- दिल्ली, मुंबई, कलकत्ता, हैदराबाद, चेन्नई, नागपुर, रायपुर, भुवनेश्वर, रांची, भोपाल, सूरत, लखनऊ, कानपुर, जम्मू, कोचीन, पटना, लुधियाना, चंडीगढ़, अहमदाबाद, गुवाहाटी। व्यापारियों के नुकसान का आंकड़ा इन शहरों से बातचीत करने के बाद बनी रिपोर्ट के आधार पर तैयार किया गया। कैट ने आशंका जताई हैं कि फ़िलहाल इस कोविड 19 के प्रभाव से नहीं उबरने की कोई उम्मीद की किरण नहीं दिख रही है।
करीब 20 फीसदी दुकानों पर ताला लगने का डर


कनफेडेरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि देश में घरेलू व्यापार अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है और रिटेल व्यापार पर चारों तरफ से बुरी मार पड़ रही है। यदि तुरंत इस स्थिति संभालने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाये गए तो देश भर में करीब 20% दुकानों को बंद करने पर मजबूर होना पड़ेगा। दुकाने बंद होने की स्थिति में बड़ी संख्यां में बेरोजगारी भी बढ़ सकती है।


व्यापारियों को किस महीने, कितना व्यापार घाटा हुआ
कोविड 19 की वजह से देश के घरेलू व्यापार को अप्रैल में करीब 5 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। जबकि मई में लगभग साढ़े चार लाख करोड़ रुपये,जून महीने में लॉकडाउन हटने के बाद लगभग 4 लाख करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा। जुलाई में लगभग 3 लाख करोड़ और अगस्त माह में 2 .5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान व्यापारियों को उठाना पड़ा।


इन कारणों से खुदरा और थोक बाज़ारों में सन्नाटा पसरा हुआ
जानलेवा कोरोना वायरस ने आम जनता पर दहशत फैला रखी है। डर ही है जिसके कारण स्थानीय ग्राहक बाज़ारों में नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोग जो पडोसी राज्यों या शहरों से सामान खरीदते रहे हैं वे लोग भी कोरोना से भयभीत है और दूरी बनाए हुए है। इसके अलावा एक राज्य से दूसरे राज्य में अंतर-राज्यीय परिवहन, रेल आदि की उपलब्धता न होने के कारण भी थोक बाज़ारों में सन्नाटा पसरा हुआ है। मसलन दिल्ली में प्रतिदिन 5 लाख व्यापारी देश के अन्य राज्यों से आते थे लेकिन इनमें से अधिकांश व्यापारी या ग्राहक नहीं आ रहे हैं।


व्यापारियों ने केंद्रीय वित्त मंत्री से की ये अपील
व्यापारी संगठन कैट ने केंद्र और सभी राज्य सरकारों से अपील की है कि वे व्यापारियों के मौजूदा हालातों के अनुसार कदम उठाए। सरकारें देश के रिटेल व्यापार को दोबारा स्थापित करने के लिए आवश्यक कदम उठायें। यदि देश में 20 प्रतिशत दुकानें बंद हो गई तो इसका एक बड़ा खामियाजा देश की अर्थव्यवस्था को भुगतना पड़ेगा। केंद्र ही नहीं राज्य सरकारों के आर्थिक बजट भी पूरी तरह प्रभावित होंगे। कैट ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अपील की है कि इस संकट काल में बैंकों द्वारा व्यापारियों पर ब्याज देने का दबाव नहीं डाला जाए। और ना ही जुर्माना लगाया जाना चाहिए। सरकार को इसके लिए बैंकों को निर्देशित करना चाहिए।


सेना हटानी पड़ेगी, चीन को दो टूक

नई दिल्ली। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंगही के बीच शुक्रवार को मॉस्को में मुलाकात हुई। करीब 2 घंटे 20 मिनट चली इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है। दरअसल पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव के हालात के बाद ये दोनों नेताओं की पहली फेस टू फेस बैठक थी। कहा जा रहा है कि पिछले चार महीनों से दोनों देशों की सेना LAC पर आमने-सामने है। ऐसे में इस बैठक में तनाव कम करने पर चर्चा हुई। दोनों नेता शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन के लिए रूस पहुंचे हैं। इससे पहले भारत के विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रिंगला ने शुक्रवार को कहा था कि सीमा पर हालात अभूतपूर्व हैं।


क्या बात हुई दोनों नेताओं के बीच?
सूत्रों के मुताबिक बातचीत के दौरान सिंह ने पूर्वी लद्दाख में यथास्थिति को बनाए रखने की बात कही। इसके अलावा उन्होंने सैनिकों को तेजी से हटाने के मुद्दे पर भी जोर दिया। उन्होंने साफ कहा कि शांति के लिए चीन को सेना पीछे हटानी ही होगी।


दरअसल पिछले हफ्ते पैंगोंग त्सो झील में हुई तकरार के बाद विवाद और ज्यादा बढ़ गया है। भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी को पीछे ढकेल रणनीतिक रूप से एक अहम पोस्ट पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में भारत के पलटवार से चीन बौखलाया हुआ है। उधर चीन पैंगोंग त्सो के उत्तरी घाट और गोगरा पोस्ट से पीछे हटने को तैयार नहीं है।
राजनाथ सिंह की अपील


भारतीय प्रतिनिधिमंडल में रक्षा सचिव अजय कुमार और रूस में भारत के राजदूत डीबी वेंकटेश वर्मा भी थे। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एससीओ में अपने संबोधन में कहा कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए विश्वास का माहौल, गैर-आक्रामकता, अंतरराष्ट्रीय नियमों के प्रति सम्मान और मतभेदों का शांतिपूर्ण समाधान जरूरी है। रक्षा मंत्री के इस बयान को पूर्वी लद्दाख में भारत के साथ सीमा विवाद से जोड़ कर देखा जा रहा है। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर भी अगले सप्ताह एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने रूस जा सकते हैं।


सीमा पर हालात अभूतपूर्व
इससे पहले शुक्रवार को विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि सीमा पर पिछले 40 सालों में कभी भी ऐसे हालात नहीं बने थे। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘भारत-चीन सीमा पर अभूतपूर्व हालात हैं। 1962 के बाद से हमारे सामने इस तरह की स्थिति कभी नहीं रही। हमने पहली बार अपने जवानों को खोया है, जो पिछले 40 वर्षों में कभी नहीं हुआ। जहां तक हमारा संबंध है, हमारी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता में कोई समझौता नहीं होगा। लेकिन, एक जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में, हम हमेशा बात करने के लिए तैयार हैं।              


छत्तीसगढ़ः सड़क हादसे में 7 लोगों की मौत


रायपुर। पांच सितंबर छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में सड़क दुर्घटना में सात मजदूरों की मौत हो गई है तथा सात अन्य घायल हो गए हैं। रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यहां बताया कि रायपुर शहर के तेलीबांधा पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेरीखेड़ी गांव के करीब बस और ट्रक के बीच हुई टक्कर में बस में सवार सात मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई है तथा सात अन्य घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि


पांच सितंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में सड़क दुर्घटना में सात मजदूरों की मौत हो गई है तथा सात अन्य घायल हो गए हैं। रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यहां बताया कि रायपुर शहर के तेलीबांधा पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेरीखेड़ी गांव के करीब बस और ट्रक के बीच हुई टक्कर में बस में सवार सात मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई है तथा सात अन्य घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी राज्य ओडिशा के 59 मजदूर एक बस में सवार होकर गुजरात के लिए रवाना हुए थे। जब बस सेरीखेड़ी गांव के करीब पहुंची तब वह ट्रक से टकरा गई। इस घटना में सात मजूदरों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर घटनास्थल के लिए पुलिस दल रवाना किया गया। पुलिस ने शवों को और घायलों को अस्पताल भेजा है। उन्होंने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि ओडिशा के गंजाम जिले के निवासी मजदूर गुजरात के सूरत में कपड़ा मिल में काम करने जा रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा मामले की जांच की जा रही है।           



युवा आईपीएस सिंघम जैसे दिखावा ना करें

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए युवा आईपीएस अधिकारियों को सलाह दी है कि ‘सिंघम’ की तरह फिल्मों से प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि कुछ पुलिसकर्मी पहले दिखावा करने में लग जाते हैं और पुलिसिंग के मुख्य पहलू की अनदेखी कर देते हैं। उन्होंने कहा, “कुछ पुलिसकर्मी जो नयी ड्यूटी पर पहुंचते हैं वह ‘सिंघम’ जैसी फिल्मों को देखकर दिखावा चाहते हैं। लोगों को डराना चाहते हैं और असामाजिक तत्वों को मेरा नाम सुनकर ही कांपना चाहिए, यह उनके दिल और दिमाग पर छा जाता है और इसकी वजह से जिन कामों को किया जाना चाहिए वह पीछे छूट जाते हैं। सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में 2018 बैच के प्रोबेशनल्स आईपीएस अधिकारियों को ऑनलाइन संबोधित कर रहे प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को इन अधिकारियों को चेताया भी कि किसी तरह के गलत कृत्य में शामिल न हों।

कोरोना महामारी में पुलिस बलों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान पुलिस का मानवीय चेहरा नजर आया और सुरक्षाकर्मियों ने सराहनीय काम किया। मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के समय पुलिस ने लोगों को जागरुक करने के लिये गाने गाए, गरीबों को भोजन उपलब्ध कराया और मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम किया। उन्होंने कहा कि लोग इन दृश्यों के गवाह बने। कोरोना वायरस के दौरान, मानवता ने खाकी वर्दी के जरिये काम किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंक प्रभावित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लोगों की प्रशंसा करते हुए कहा कि माओं और बच्चों के साथ मिलकर महिला पुलिसकर्मी युवाओं को ‘गलत रास्ते’ पर जाने से रोक सकती हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘हमारी महिला पुलिस अधिकारी प्रभावी रूप से ऐसा कर सकती हैं। हमारा महिला बल माओं को शिक्षित करने में और उनके बच्चों को वापस लाने में प्रभावी रूप से काम कर सकता है। मुझे विश्वास है कि अगर आप शुरुआती चरण में ही ऐसा करते हैं तो हम अपने बच्चों को गलत रास्तों पर जाने से रोक सकते है।

कोबरा के साथ डांस करना पड़ा भारी

पटना। बिहार के खगड़िया जिले में डीजे के धुन पर कोबरा के साथ ‘नागिन डांस’ करना एक सपेरे को काफी महंगा पड़ गया।सपेरा कोबरा सांप के साथ डीजे के धुन पर नागिन डांस कर रहा था। नागिन डांस करने के दौरान ही कोबरा ने सपेरे को काट लिया। कोबरा के काटने से सपेरे शंभु सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। यह मामला खगड़िया के बेलदौर थाना क्षेत्र के पनसलवा गांव का है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है। लोग कोबरा के साथ सपेरे के डांस करने पर अब खूब प्रतिक्रिया दे रहे हैं।


सपेरा कोबरा सांप के साथ नागिन डांस कर रहा था
वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि किस तरह सपेरा शंभु सिंह कोबरा सांप के साथ डांस कर रहा है। नागिन डांस के दौरान ही कोबरा ने सपेरे को पीठ में काट लिया। सपेरे को तुरंत ही आनन-फानन में नजदीक के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन पीठ में काटने के कारण जहर पूरे शहर में फैल गया, जिससे सपेरे को नहीं बचाया जा सका और सपेरे की तड़प-तड़प कर मौत हो गई।         


वायरसः भारत नंबर दो के करीब आया

हरिओम उपाध्याय

नई दिल्ली। कोरोना केसों को लेकर भारत देश दुनिया में नंबर-2 की पोजीशन पर आने वाला है। भारत से पहले ब्राजील ही दुनिया में अमेरिका के बाद एकमात्र ऐसा देश है, जहां कोरोना के सबसे अधिक केस सामने आए हैं। लेकिन माना जा रहा है कि भारत देश ब्राजील को पछाडक़र जल्द ही नंबर-2 पर आ सकता है। फिलहाल भारत तीसने नंबर की पोजीशन पर है। 

ब्राजील में 40 लाख 41 हजार 638 कोरोना केस-


भारत में इस समय 39 लाख 36 हजार 747 कोरोना के पॉजीटिव केस हैं। भारत में बीते दो दिनों में 80 हजार से भी अधिक कोरोना के केस आए हैं। इस देश में मरीजों के मिलने की रफ्तार इसी तरह से बढ़ती रही तो भारत एक-दो दिन में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। जॉन हॉपकिन्स कोरोना रिसर्च सेंटर के अनुसार ब्राजील में 40 लाख 41 हजार 638 कोरोना पॉजीटिव केस हैं। इन केसों के चलते ब्राजील , अमेरिका के बाद कोरोना प्रभावित देशों में दूसरे नंबर पर है। लेकिन जिस तरह से भारत में कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है, उसे देखते हुए लगने लगा है कि यह जल्द ही ब्राजील को पछाडक़र दूसरा नंबर हासिल कर लेगा। 


अमेरिका में 60 लाख के पार-


वहीं अमेरिका में कोरोना के केस 60 लाख के पार हैं। जिसके चलते अमेरिका पूरे विश्व में पहले नंबर पर चल रहा है। वहीं भारत में भी जिस प्रकार से कोरोना केसों की रफ्तार बढ़ रही है, उसे देखते हुए जल्द ही  भारत विश्व भर में दूसरे नंबर पर पहुंच जाएगा। जोकि बेहद ही खतरनाक स्थिति है। वहीं दूसरी ओर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के दावों की बात करें तो उनका कहना है कि देश में कोरोना के केस तेजी से रिकवर हो रहे हैं। पॉजीटिव आने वाले केसों से अधिक रिकवरी होने वालों की संख्या है।                          


शांति व्यवस्था के कोतवाल ने किया भ्रमण

गाजीपुर। शांति व्यवस्था कायम रखने के मद्देनजर सदर कोतवाल दिलीप सिंह ने शुक्रवार की देर शाम पुलिस कर्मियों के साथ भ्रमण किया। कोतवाली से निकला रूचमार्च मिश्रबाजार, महुआबाग होते हुए विशेश्वरगंज तक गया। इस दौरान जिन स्थानों पर लोगों की भीड़ दिखाई दी, वहां कोतवाल ने फटकार लगाते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा। बिना मास्क नजर आए लोगों को डांट पिलाते हुए कहा कि बिना मास्क से न घूमे। कई संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ करने के साथ ही उनकी तलाशी ली। उधर भारी संख्या में पुलिस फोर्स को देख लोग सक्ते में आ गए। इस सोच में पड़ गए कि कोई घटना तो नहीं हुई है।भ्रमण में विशेश्वरगंज चौकी प्रभारी वंशबहादुर सिंह भारी संख्या में पुलिस कर्मी शामिल रहे।             


सड़क हादसे में 2 शिक्षकों की हुई मौत

जगदलपुर। शिक्षक दिवस से एक दिन पूर्व शनिवार की शाम को एक हृदय विदारक दुर्घटना में दो शिक्षकों ऋषिकेश सोनी और उमेश कुमार बघेल की मौत हो गई। उमेश कुमार बघेल भोंड व ऋषिकेश सोनी जगदलपुर के रहने वाले थे। दोनों ही शिक्षक जगदलपुर से कोंडागांव की ओर जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें बालेंगा के पास टक्कर मार दी। दुर्घटना में घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गई।
तोकापाल के खंड शिक्षा अधिकारी बलिराम बघेल ने बताया कि आज अंग्रेजी के शिक्षकों की जिला मुख्यालय में बैठक थी, जिसमें शामिल होने दोनों शिक्षक पहुंचे हुए थे। बैठक के बाद ऋषिकेश सोनी ने अपनी माँ से कोंडागांव जाने की बात कहकर उमेश कुमार के साथ निकला था। दोनों ही शिक्षक फिलहाल तोकापाल के अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पदस्थ थे। ट्रक चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया है। पुलिस ने मामले को जांच में लिया है।               


दर्शन के लिए दिखानी होगी 'कोरोना' जांच

अल्मोड़ा। अगर आप भगवान भोले के दर्शन करने के लिए जागेश्वर धाम आ रहे हैं तो 72 घंटे पूर्व की कोरोना जांच रिपोर्ट साथ लाना जरूरी होगा। ऐसा नहीं किया तो वापस भी लौटना पड़ सकता है। उत्तराखंड के निवासी हैं तो आपको सिर्फ अपने राज्य की आईडी दिखानी होगी और पूजा-पाठ कर सकेंगे।


कोरोना ने भक्तों पर भी तमाम प्रतिबंध लगा दिए हैं। जागेश्वर धाम आने वाले भक्तों के लिए जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति ने कुछ प्रतुबंधों के साथ दर्शन के लिए छूट प्रदान कर दी है। मंदिर समिति की बैठक में तमाम फैसले लिए गए। जिसमें कहा गया कि श्रद्धालुओं को पूजा और ऑनलाइन दर्शन के लिए रसीद लेनी होगी। अल्मोड़ा के जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और जागेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कैलाश भट्ट ने बताया कि बाहरी प्रदेशों के श्रद्धालुओं के लिए मंदिर आते समय 72 घंटे पूर्व की कोरोना जांच की रिपोर्ट दिखानी होगी। निगेटिव होने पर ही दर्शन की छूट मिलेगी। इसके अलावा मास्क जरूरी होगा, सेनेटाइजर साथ होना चाहिए। सामाजिक दूरी का पालन हर हाल में करना होगा। जो श्रद्धालु उत्तराखंड के हैं, वह कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए नियमों का तो पूरा पालन करेंगे। हां, इतना जरूर है कि दर्शन के लिए उनको उत्तराखंड की स्थायी आईडी दिखानी होगी।             


आरबीआई ने अपना बैंक किया बंद

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने गुरुवार को बैंकिंग रेग्युलेशन एक्ट के तहत आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट्स बैंक को बंद करने की घोषणा कर दी है। आरबीआई ने इसकी घोषणा करते हुए कंपनी का बैंकिंग दर्जा खत्म कर दिया है। दरअसल आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट्स बैंक ने पिछले साल नवंबर में अपने कारोबार समेटने की घोषणा की थी। कंपनी के अपनी मर्जी से अपना कारोबार समेटने का आवेदन भारतीय रिजर्व बैंक को दिया था। जिसे अब मंजूरी दे दी गई है।


रिजर्व बैंक ने जारी की अधिसूचना


भारतीय रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि बैंकिंग रेग्युलेशन एकट 1949 के तहत आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट्स बैंक अब बैंकिंग कंपनी के रूप में समाप्त हो गई है, जो 28 जुलाई 2020 से प्रभावी हो गई है।


3 साल में ही खत्म हुआ कारोबार


आपको बता दें कि आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट्स बैंक को बैंकिंग का लाइसेंस साल 2017 में ही मिला था। जिसके बाद कंपनी ने साल 2018 के फरवरी से पेमेंट बैंक का परिचालन शुरू किया था। 2017 में बनाई गई इस कंपनी में ग्रासिम इंडस्ट्री की 51 फीसदी की हिस्सेदारी थी, और वोडाफोन आइडिया लिमिटेड इसमें 49 फीसदी का हिस्सेदार था। यह बैंक आदित्य बिड़ला नूवो औऱ आइडिया सेल्युलर का ज्वाइंट वेंटर था।


क्यों बंद करना पड़ा कारोबार


दरअसल कंपनी पर घाटे का दबाव बढ़ रहा था। इससे पहले भी कई पेमेंट बैकों ने अपने कारोबार को समेटा है जिसमें टेक महिंद्रा, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस, टेलिनॉर जैसे नाम शामिल है। डिजिटल के इस दौर में पेमेंट बैंक्स का बंद होना एक चिंता का विषय है। एक तरफ कई पेमेंट बैंक्स बंद हुए है तो वहीं पेटीएम जैसे बड़े खिलाड़ियों का मार्केट पर कब्जा बढ़ता जा रहा है।           


अलर्टः तेजी से बदलेगा मौसम का मिजाज

हल्द्वानी। उत्तराखंड मौसम विभाग ने छह और सात सितंबर को कई क्षेत्रों में जबरदस्त बारिश की उम्मीद जताई है। साथ ही जिलों के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है।


मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि शनिवार को ज्यादातर इलाकों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। रविवार और सोमवार को बारिश हो सकती है। कई जगह आकाशीय बिजली गिरने का भी आशंका है। सभी जिलों में जिलाधिकारियों, एसडीआरएफ पुलिस, आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े अधिकारियों, राजस्व विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।                 


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...