गुरुवार, 6 अगस्त 2020

बच्चों की शिक्षा में सरकार बनी बाधा

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जनपद समेत पूरे देश में स्कूल बंद हैं और बच्चे शिक्षा के लिए ऑनलाइन क्लासों पर ही निर्भर हैं। अब गाज़ियाबाद के सरकारी स्कूलों में भी क्लासें ऑनलाइन ही चल रही हैं। जहां एक ओर निजी स्कूलों के अभिभावक जैसे-तैसे अपने बच्चों को मोबाइल फोन और लैपटॉप दिला रहे हैं वहीं दूसरी ओर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब बच्चे संसाधन न होने के कारण ऑनलाइन क्लासों से वंचित हो रहे हैं। ऐसे ही बच्चों की मदद के लिए अब रोटरी क्लब ऑफ गाजियाबाद ग्रेटर ने अपने हाथ बढ़ाए हैं।  क्लब के सरदार जोगेंद्र सिंह ने बताया कि प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों में बडी संख्या में ऐसे बच्चे हैं जिनके पास मोबाइल या लैपटाप नहीं है। इससे वे ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। क्लब ने ऐसे बच्चों की मदद के लिए मिशन शिक्षा शुरू किया है। इसके तहत बच्चों को स्मार्ट मोबाइल व लैपटॉप उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए क्लब 100 मोबाइल फोन खरीदेगा। सभी फोन अच्छी क्वालिटी व अच्छी कंपनी के होंगे जिससे बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करते समय किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना आए। बच्चों को मोबाइल का बिल भी दिया जाएगा जिससे मोबाइल में कोई कमी दिखाई देने पर वे उसे सही करा सके। सरदार जोगेंद्र सिंह ने बताया कि पढाई मिशन से प्राइवेट स्कूलों को भी जोडा जाएगा और उनसे भी सहयोग लिया जाएगा ताकि अधिक से अधिक बच्चों की मदद हो सके। उन्होंने लोगों से भी की अगर उनके पास कोई अतिरिक्त या पुराना मोबाइन व लैपटॉप है तो वे लिट्रेरसी चेयर प्रशांत राज शर्मा से संपर्क कर सकता है। कोई बच्चों को नया मोबाइल या लैपटॉप देना चाहे तो वह भी दे सकता है। सभी मोबाइल व लैपटॉप जिला विद्यालय निरीक्षक रविदत्त शर्मा को दिए जाएंगे और वे ही ऐसे बच्चों का चयन कर उनका वितरण करेंगे।           


गाजियाबाद डीएम की पढ़ाई-लिखाई फुर्र

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। जिलाधिकारी अजय शंकर पाण्डेय भले इस जिले के अस्पतालों में उपलब्ध सुख सुविधाओं के बारे में लाख दावे करते रहें मगर जिले में तैनात अधिकारियों को ही सरकारी सुविधाओं पर भरोसा नहीं है।  यही कारण है कि जिले में कोरोना संक्रमित होने वाले सभी अधिकारी निजी अस्पतालों में अपना उपचार करवा रहे हैं। ताजा मामला जिले के एक सरकारी अस्पताल से जुड़ा है। अस्पताल के मुखिया कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। उन्हें नोएडा के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जिले में कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं। जिले में एल-1, एल-2 और एल-3 स्तर के अस्पताल हैं। इसके अलावा जिले के 10 निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है, जिनके 20 प्रतिशत बेड स्वास्थ्य विभाग ने रिजर्व किए हैं। इसके बावजूद जिले से गंभीर मरीजों को रेफर किया गया। शासन स्तर से फटकार पड़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों को मेरठ और दिल्ली रेफर करना बंद किया।


प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग आम जनता के लिए भले ही जिले में सभी व्यवस्थाएं होने के दावे कर रहा है लेकिन, सरकारी अधिकारियों को ही सरकारी व्यवस्थाओं पर भरोसा नहीं है। जिले में कोरोना संक्रमण की शुरूआत में ही एक सरकारी डॉक्टर संक्रमित हुए थे, जिन्हें एल-2 संयुक्त अस्पताल में भर्ती करके उपचार किया गया था। हालांकि उन्होंने अस्पताल में अव्यवस्थाओं की शिकायत शासन तक कर दी थी। पिछले दिनों जिले में तैनात कई अधिकारी कोरोना संक्रमण का शिकार हुए। सभी को निजी अस्पतालों में ही भर्ती करवाया गया। जिले में तैनात एडीएम भी कोरोना संक्रमित हुए, उन्हें कौशांबी के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया फिलहाल वे संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।         


गाजियाबाद निगम के भ्रष्टाचार का खुलासा

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। नगर निगम के टैक्स विभाग में कितना बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा है, इसका उदाहरण आज भाजपा पार्षद राजेंद्र त्यागी ने पत्रकारों के सामने दिया। पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि निगम के टैक्स विभाग में तैनात कर्मचारियों की वजह से निगम को हर साल करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। शहर के सभी पांच जोन में सैकड़ों संपत्तियों पर अभी तक कर निर्धारण नहीं हुआ है। वहीं जिन संपत्तियों पर कर निर्धारण किया गया है उनमें काफी गड़बड़ी है। मसलन कॉमर्शियल संपत्तियों पर साधारण टैक्स लगाया जा रहा है। दूसरी ओर एक परिसर में स्थित संपत्तियों पर कर लगाने में दोहरा मापदंड अपनाया गया है। इस मामले में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ,  प्रमुख सचिव, नगर आयुक्त को पत्र लिखकर जांच कराने को कहा है।


सर्वे पर खर्च हुए लाखों पर कोई फायदा नहीं 
पूर्व निगम कार्यकारिणी सदस्य ने कहा कि नगर निगम ने एक दशक में दो से तीन बार पूरे शहर में संपत्तियों का सर्वे कराया है। इसमें नगर निगम के लाखों रुपये खर्च हुए हैं। इसके बावजूद निगम के हर जोन में अलग-अलग हजारों सपंत्तियां ऐसी हैं जिनमें आज तक कर नहीं लगाया गया। उन्होंने कहा कि निगम के जोनल कार्यालयों में तैनात कर अधीक्षक एवं अन्य कर्मचारी भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त हैं। ऐसे लोग निगम का कर निर्धारण मानकों के हिसाब से नहीं करते हैं। लोगों को नोटिस भेजकर पैसा ऐंठते है। यही नहीं कॉमर्शियल संपत्तियों को टैक्स निर्धारण करते समय भी एक परिसर में कुछ दुकानों पर संपत्ति कर लगाया जाता है। जबकि उसी परिसर में अन्य दुकानों और संपत्तियों पर कर नहीं लगाया जाता। इसमें भी कर्मचारी बड़ा खेल करते हैं। उन्होंने कहा कि वसुंधरा जोन में हजारों संपत्तियों पर कॉरपेट एरिया पर टैक्स लगाने की बजाय कवर्ड एरिया पर टैक्स लगाया जा रहा है। इससे करोड़ों रुपये राजस्व का नुकसान निगम को हो रहा है। दूसरी ओर निगम के कर्मचारी सुविधा शुल्क लेकर हजारों संपत्तियों पर कॉमर्शियल की बजाय रेजिडेंशियल टैक्स लगा रहे हैं। इसकी वजह से निगम के खजाने को चूना लग रहा है।           


लोनी में शुरू हुआ मोब लीचिंग का मामला

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। बुधवार सुबह ट्रॉनिका सिटी के राम पार्क इलाके में कार के पुर्जे चोरी करने पहुंचे तीन युवकों को लोगों ने घेर कर उनकी जबरदस्त पिटाई की। भीड़ से बचने के लिए भागते समय सलीम नाम का एक चोर नाले में गिर गया, जबकि उसके दो साथी फरार होने में कामयाब हो गए। भीड़ ने सलीम को नाले से निकाल कर उसकी दोबारा पिटाई करनी शुरू कर दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बुधवार देर रात उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान सलीम (28) निवासी खुशहाल पार्क, ट्रॉनिका सिटी के रूप में हुई है। सलीम के परिजनों ने अज्ञात लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। एसपी ग्रामीण नीरज कुमार जादौन ने बताया कि कुछ लोग ट्रेस हो गए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।          


मृतक-904 संक्रमित संख्या- 146, 121

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश भर में पिछले 24 घंटे में 46,121 कोरोना संक्रमितों के रोगमुक्त होने से कोरोना रिकवरी दर बढ़कर रिकॉर्ड 67.62 प्रतिशत हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर में पांच अगस्त को कुल 46,121 कोरोना संक्रमित ठीक हुए, जिससे रिकवरी दर बढ़कर 67.62 प्रतिशत हो गयी है। मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक पूरे देश में 13,28,336 कोरोना संक्रमित रोगमुक्त हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान देश में संक्रमण के रिकॉर्ड 56,282 मामले सामने आये लेकिन इसी अवधि में 46,121 संक्रमित रोगमुक्त हुए और 904 मरीजों की मौत भी हुई। इस समय देश में कोरोना के सक्रिय मामले 5,95,501 हैं और रोगमुक्त मरीजों तथा संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या का फासला बढ़कर अब 7,32,835 हो गया है। पांच अगस्त को सबसे अधिक कोरोना संक्रमित आंध्रप्रदेश में स्वस्थ हुए हैं।


राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान आंध्र प्रदेश में 8,729 कोरोना संक्रमित रोगमुक्त हुए हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में 6,165, तमिलनाडु में 6,031, कर्नाटक में 5,407, उत्तर प्रदेश में 3,287, पश्चिम बंगाल में 2,078, बिहार में 2,066, असम में 1,471, तेलंगाना में 1,289, ओडिशा में 1,255, केरल में 1,234, गुजरात में 1,057 , राजस्थान में 1,017, दिल्ली में 890 , हरियाणा में 734, मध्यप्रदेश में 615 और जम्मू कश्मीर में 388 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हुए हैं।                       


दो बेटों संग फांसी लगाकर की आत्महत्या

गरियाबंद। पिपरछेड़ी थाना क्षेत्र के मदनपुर गांव में एक पिता ने अपने दो बेटों सहित फांसी लगा ली है। घर की एक ही कमरे में तीनों की लाश अलग-अलग फंदे पर लटकी हुई मिली घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है, वहीं पत्नी इस वक्त हरदी गांव में अपने रिश्तेदार के यहां गई हुई है।


गरियाबंद में हृदय विदारक घटना सामने आई है यहां के मदनपुर गांव के लोगों के होस उस वक्त उड़ गया, जब एक घर में तीन लाशें से फंदे पर लटकी हुई मिली जानकारी मिलते ही लोगों की भीड़ मदनपुर के सहाडा चौक में एकत्र हो गई इसके बाद सूचना पिपरछेड़ी पुलिस को दी गई जिस पर पिपरछेड़ी पुलिस ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी एडिशनल एसपी सुखनंदन राठौर समेत पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे वही लोगों के सामने पंचनामा कर लाश फंदे पर से उतरवाई गई पिता तथा दोनों बेटों के शव एक साथ रखे गए दृश्य बेहद भावुक कर देने वाला था कि आखिर किन परिस्थितियों के चलते एक पिता को ऐसा कदम उठाना पड़ा इस सवाल पुलिस समेत मदनपुर के लोगों के मन में घूम रहा हैं।            


मजदूरों को ब्लॉक प्रमुख ने बांंटा प्रमाण-पत्र

प्रवासी मजदूरों को रोजगार हेतु दिया जा रहा प्रशिक्षण


प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके मजदूरों को ब्लाक प्रमुख चायल ने बाटा प्रमाण पत्र


कौशाम्बी। कोरोनावायरस की महामारी के बाद दूसरे प्रांतों में श्रमिक का काम कर परिवार का जीविकोपार्जन करने वाले लोग वापस अपने गांव घर लौट आए हैं लेकिन गांव घर में रोजगार ना होने के चलते उनके सामने दिक्कतें हो रही हैं जिस पर भाजपा की योगी सरकार ने प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने का निर्देश प्रशासन को दिया है।


रोजगार देने के पहले प्रवासी मजदूरों को प्रशिक्षण दिए जाने का निर्देश सरकार ने दे रखा है। इसी निर्देश के तहत चायल विकासखंड के चायल ब्लाक में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा प्रवासी मजदूरों को रोजगार हेतु 125 दिन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।  प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके मजदूरों को चायल ब्लाक प्रमुख सोनू कुमार ने प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरित किया गया। प्रशिक्षण प्रमाण पत्र वितरण करने के अवसर पर चायल ब्लाक प्रमुख सोनू कुमार ने कहा कि अभी इस अवसर पर चायल ब्लाक के अंतर्गत आने वाले प्रवासी मजदूरों का ही प्रशिक्षण अभी जारी रहेगा।


राजकुमार


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...