मंगलवार, 21 जुलाई 2020

गाजियाबाद में पत्रकार को मारी गोली

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में बदमाशों के हौसले बुलंद हो रखे हैं। जहां पत्रकार पर गोली चलाने का मामला सामने आया है। दरअसल गाजियाबाद में पत्रकार ने अपनी भांजी के छेड़ने की तहरीर पुलिस को दी थी। इस मामले में न तो पुलिस ने कोई कार्रवाई की और न ही किसी की गिरफ्तारी की। तहरीर देने से नाराज बदमाशों ने पत्रकार को गोली मार दी। पत्रकार जिंदगी और मौत से अस्पताल में लड़ रहा है। गाजियाबाद में पत्रकार को छेड़खानी करने वालों का विरोध करना पड़ा भारी, जर्नलिस्ट विक्रम जोशी को बदमाशों ने मारी गोली, पत्रकार के सिर में लगी गोली,हालत गम्भीर,चल रहा है इलाज।


बदमाशों ने जिस पत्रकार को गोली मारी, उनका नाम विक्रम जोशी है। आरोप है कि बदमाशों द्वारा उनकी भांजी के साथ लगातार छेड़छाड़ की जा रही थी। जिसकी तहरीर उन्होंने थाने में दी थी। तहरीर देने से नाराज बदमाशों ने सोमवार रात विक्रम को गोली मार दी। विक्रम के सिर में गोली लगी है। वो गंभीर हालत में यशोदा अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रहा है।


हालांकि पुलिस का कहना है कि जो भी आरोपी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। परिजनों का भी कहना है कि अगर विक्रम की तहरीर पर कार्रवाई होती, तो आज यह घटना ना होती। विक्रम की भांजी को लगातार छेड़ा जा रहा था और उसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।


एसएचओ आत्महत्या में ओएसडी से पूछताछ

नई दल्ली/जयपुर। राजस्थान के पुलिस अधिकारी आत्महत्या  मामले में कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया से पूछताछ के एक दिन बाद, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) (CBI) ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के ओएसडी देवलाल सैनी से पूछताछ की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।


केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) (CBI) के सूत्रों ने आईएएनएस से कहा, दिल्ली से सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने चुरू जिले के राजगढ़ पुलिस के एसएचओ विष्णु दत्त विश्नोई की आत्महत्या मामले में जयपुर में सैनी से पूछताछ की। चुरू जिले के सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक कृष्णा पूनिया से सोमवार को चार घंटे पूछताछ की गई। सूत्रों ने कहा कि उनसे दोबारा पूछताछ किए जाने की उम्मीद है। साल 2010 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा, वह तीन बार की ओलंपियन रही हैं और उन्हें पद्मश्री व अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है। यह घटनाक्रम ऐसे समय हो रहा है, जब अशोक गहलोत सरकार पार्टी नेता सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों के विद्रोह का सामना कर रहे हैं।

विश्नोई 23 मई को अपने सरकारी आवास में पंखे से लटकते पाए गए थे। राजस्थान सरकार के आग्रह पर सीबीआई ने 26 जून को अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। राज्य ने 6 जून को मामले में सीबीआई जांच का फैसला किया था।चुरू पुलिस अधीक्षक को लिखे गए सुसाइड नोट में एसएचओ ने लिखा था कि वह अपने आसपास पैदा किए जा रहे दबाव को झेलने में सक्षम नहीं हैं। वहीं एसएचओ और उसके एक्टिविस्ट दोस्त के बीच वाट्सएप चैट भी वायरल हो गया था, जिसमें पुलिस अधिकारी ने दावा किया था कि उसे स्थानीय स्तर पर गंदी राजनीति में फंसाया जा रहा है।            


एमपी के राज्यपाल लाल जी का निधन

मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन, बेटे ने ट्वीट कर दी जानकारी- बाबूजी नहीं रहे



नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन अब इस दुनिया में नहीं रहे।उन्होंने 85 वर्ष की आयु में अपनी अंतिम सांस ली।लालजी टंडन के निधन की जानकारी उनके बेटे आशुतोष टंडन ने ट्वीट कर दी।आशुतोष टंडन ने लिखा- बाबूजी नहीं रहे।


पिछले कई दिनों से स्वास्थ्य था गड़बड़…


राज्यपाल लालजी टंडन के स्वास्थ्य पिछले कई दिनों से गड़बड़ चल रहा था।वहीं, पिछले महीने उनकी हालत अचानक से ज्यादा बिगड़ जाने के कारण उन्हें लखनऊ के एक जानेमाने अस्पताल में भर्ती कराया गया था।यहां उनका इलाज चल ही रहा था कि उन्होंने दम तोड़ दिया।


हाल ही में हालत हो गई थी गंभीर…


डॉक्टरों के मुताबिक, लालजी टंडन का लिवर और किडनी सही से फंक्शन नहीं कर पा रहे थे।जिस कारण से उन्हें सांस लेने में परेशानी, पेशाब में परेशान हो रही थी।उनकी हालत धीरे-धीरे बिगड़ती चली जा रही थी।जहां हाल ही में उनकी हालत बहुत ज्यादा नाजुक हो गई थी।हमने उनको वेंटिलेटर पर रखा, उन्हें आराम देने का पूरा प्रयास किया लेकिन हमारी लाख कोशिशों के बावजूद हम उन्हें बचा नहीं सके।


इस समय लालजी टंडन की जगह आनंदीबेन पटेल संभाल रहीं…


लालजी टंडन अपने खराब स्वास्थ्य के चलते अपना कार्यभार नहीं देख पा रहे थे जिसके चलते उत्तर प्रदेश की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्‍य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्‍त कार्यभार दिया गया था।इससमय आनंदीबेन पटेल उत्तर प्रदेश की राज्‍यपाल के साथ साथ मध्‍य प्रदेश की राज्‍यपाल का भी कार्यभार सम्भाल रही हैं।


लखनऊ के हैं रहने वाले, बीजेपी पार्टी के थे नेता…


लालजी टंडन मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले थे यही कारण रहा कि वह बीजेपी पार्टी में रहकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी सक्रिय रहे।लालजी टंडन लखनऊ से सांसद रहे और कई बार मंत्री भी रहे।लालजी टंडन अटल बिहारी बाजपेयी के खास सहयोगी भी रहे थे।              


 



प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 22, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-344 (साल-01)
2. बुधवार, जुलाई-22, 2020
3. शक-1943, श्रावण,शुक्ल-पक्ष, तिथि-दूज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:29,सूर्यास्त 07:23।


5. न्‍यूनतम तापमान 25+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.। भारी बरसात की संभावना।


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सोमवार, 20 जुलाई 2020

पीएम ने लागू किया नया उपभोक्ता कानून

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने आज से एक नया कानून लागू कर दिया है। ये खास कानून देश की जनता को और ज्यादा ताकतवर बनाएगी। ग्राहकों के साथ आए दिन होने वाले धोखाधड़ी को रोकने के लिए मोदी सरकार ने उपभोक्ता संरक्षण का नया कानून आज से लागू करने का फैसला किया है। उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम-2019 को 20 जुलाई से लागू करने के लिए अधिसूचना जारी कर दिया गया है। नए कानून ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 की जगह ली है।


योजना के सम्बन्ध में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के सूत्रों का कहना है नया कानून 20 जुलाई यानि आज से लागू माना जाएगा। नया उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम-2019 को सरकार ने अधिसूचित कर दिया है. इस नए कानून के लागू होते ही ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए कई नए नियम लागू हो गए हैं। जो पुराने एक्ट में नहीं थे। खास तौर से पिछले कुछ सालों में आए नए बिजनेस मॉडल्स को भी इसमें शामिल किया गया है।


नए कानून की ये हैं खासियत



  • नए कानून में उपभोक्ताओं को भ्रामक विज्ञापन जारी करने पर भी कार्रवाई की जाएगी।

  • उपभोक्ता देश के किसी भी कंज्यूमर कोर्ट में मामला दर्ज करा सकेगा।

  • नए कानून में Online और Teleshopping कंपनियों को पहली बार शामिल किया गया है।

  • खाने-पीने की चीजों में मिलावट होने पर कंपनियों पर जुर्माना और जेल का प्रावधान।

  • कंज्यूमर मीडिएशन सेल का गठन. दोनों पक्ष आपसी सहमति से मीडिएशन सेल जा सकेंगे।

  • PIL या जनहित याचिका अब कंज्यूमर फोरम में फाइल की जा सकेगी. पहले के कानून में ऐसा नहीं था।

  • कंज्यूमर फोरम में एक करोड़ रुपये तक के केस दाखिल हो पाएंगे।

  • स्टेट कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमीशन में एक करोड़ से दस करोड़ रुपये तक के केसों की सुनवाई होगी।

  • नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमीशन में दस करोड़ रुपये से ऊपर केसों की सुनवाई।


 


जापान में गाइडलाइन्स की बहुत जरूरत

तोक्यो। जापान में नाइट लाइफ़ वर्कर्स के लिए काम करने वालों ने कहा है कि इनके लिए ऐसी गाइडलाइन्स की ज़रूरत है जिनसे सुरक्षित भी रहा जा सके और ये अपना काम भी कर सकें। जापान सरकार ने बार में होस्ट और होस्टेस की सर्विस रोक दी थी। जापान में संक्रमण फैलाने के अड्डे के तौर पर देखा जा रहा है। यूरोलॉजिस्ट और पब्लिक हेल्थ वकील शिन्या ल्वामुरो ने कहा कि बारकर्मियों के लिए व्यावहारिक नियम बनना चाहिए और उन्हें बताना चाहिए कि ग्राहकों से कैसे बात करनी है। उन्होंने कहा, ‘’इसका मतलब यह हुआ कि किसिंग नहीं होनी चाहिए और प्लेट भी एक दूसरे से साझा करने पर पाबंदी लगनी चाहिए। इसके अलावा बातचीत का एंगल भी ऐसा होना चाहिए जिससे संक्रमण फैलाने वाले ड्रॉपलेट्स से बचा जा सके। जहां तक संभव हो किस केवल पार्टनर के साथ ही हो और गहरे चुंबन से बचना चाहिए। ल्वामुरो नाइटस्पॉट में टीचिंग इन्फेक्शन कंट्रोल के भी प्रमुख हैं। उन्होंने किस करने और संक्रमण से बचने के तरीक़े एक न्यूज़ कॉन्फ्रेंस में बताए। नाइटलाइफ़ से जुड़े जो लोग जापान में संक्रमित हो रहे हैं उनकी उम्र 20 से 30 के बीच है। जापान में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फेक्शन डिज़ीज में वायरोलॉजी के निदेशक मासायुकी साइजो ने कहा है कि महामारी के कारण कौन क्या काम करता है और कब करता है इस आधार पर भेदभाव नहीं किया जाा सकता। उन्होंने कहा, ‘’रात और दिन में काम करने में कोई फ़र्क़ नहीं है। हमारी रणनीति ये होनी चाहिए कि इंसान से इंसान में संक्रमण को फैलने से कैसे रोका जाए। नाइटलाइफ़ बिज़नेस एसोसिएशन की रिप्रेजेंटेटिव डायरेक्टर काओरी खोगा ने कहा कि उन्होंने नाइटलाइफ़ वर्कर्स के लिए गाइडलाइन ख़ुद से बनाई है। इनमें म्यूज़िक सुनने वाले माइक्रोफ़ोन को डिसइन्फेक्ट करना भी शामिल है। 


शिवांशु 'निर्भयपुत्र'       


रायपुरः पहली बार तराजू पर आया गोबर

रायपुर। मुख्यमंत्री निवास में अभनपुर से आए इन किसानों ने ‘गोधन न्याय योजना‘ प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि यह योजना किसानों और छोटे पशुपालकों के लिए बहुत अच्छी योजना है। चक्रधारी ने बताया कि उनके पास पांच मवेशी है। हर रोज लगभग एक झउहा 20 किलो तक गोबर निकलता था, जो कचरे में जाता था। अब इसकी बिक्री होने से हम जैसे हजारों लोगों को इसका लाभ मिलेगा।  


मुख्यमंत्री निवास में पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ हरेली का त्यौहार मनाया गया। हरेली पर्व में परंपरा है कि किसान और उनके परिवार की महिलाएं अपने खेत और बाड़ी की सब्जियां अपने सियान लोगों को भेंट करते हैं। जय धरती मां महिला स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष दुर्गा बाई चक्रधारी सहित लक्ष्मी धु्रव, आरती साहू सहित समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री बघेल को सब्जियां भेंट की। लौकी, रमकेलिया, कोहड़ा, बरबट्टी, करेला, तरोई सहित चेचभाजी, पटवा भाजी, अमारी भाजी का गुलदस्ता बनाकर भेंट किए। महिलाओं ने उनकी बाड़ी के भुट्टे भी मुख्यमंत्री को भेंट किए।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली पर्व पर आज यहां अपने निवास में चार किसानों से 48 किलो गोबर की खरीदी की और किसानों को दो रूपए के हिसाब से 96 रूपए का भुगतान कर गोधन न्याय योजना की प्रदेशव्यापी शुरूआत की। ये किसान रायपुर जिले के अभनपुर विकासखण्ड के ग्राम नवागांव से आए थे।


मुख्यमंत्री ने नवागांव गौठान समिति के जय छत्तीसगढ़ महिला स्व-सहायता समूह के लिए नवागांव के कृष्ण कुमार चक्रधारी, पीलू राम ध्रुव, सेवक राम साहू और शिव नारायण साहू से गोबर खरीदा। मुख्यमंत्री ने स्वयं गौठान समिति के रजिस्टर में गोबर खरीदी की मात्रा भी दर्ज की और गोबर विक्रेता किसानों को गोबर बिक्री का कार्ड भेंट किया। विक्रेता किसानों को दिए गए कार्ड में उनके द्वारा रोज बेचे जाने वाले गोबर की मात्रा दर्ज की जाएगी।


छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों, लोक नर्तकों, लोक गायकों ने पारंपरिक वेशभूषा में वाद्य यंत्रों एवं साज सज्जा के साथ प्रस्तुति दी। हरेली के दिन मुख्यमंत्री निवास में बांस गीत भी गूंजा। गरियाबंद जिले से बांस गीत कलाकारों को विशेष तौर पर बुलाया गया है। बांस गीत की प्रस्तुति लत्ती यादव और साथी कलाकार ने दी।  छत्तीसगढ़ की परम्परा के अनुरूप हरेली पर्व पर घर के पशुओं गाय, बैल को निरोगी रखने के लिए जड़ी-बूटी के साथ लोंदी खिलाई जाती है। हरेली के दिन घरों में गुलगुला भजिया और गुरहा चील विशेष रूप से तैयार किया जाता है। यादव समाज के लोग इस दिन गांव में घूम कर घरों में लोगों को बीमारियों से रक्षा के लिए घरों के दरवाजे पर नीम की डाली लगाते हैं। लोहार समाज के लोग अनेक प्रकार के कृषि यंत्र बनाते हैं। गांव की जरूरत के मुताबिक कृषि में उपयोग में आने वाले यंत्र इनके द्वारा ही बनाए जाते हैं। लोक और सामाजिक परम्परा के अनुरूप लोहार समाज के लोग अनिष्ट से रक्षा के लिए घरों में कील ठोंकते हैं।              


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...