सोमवार, 20 जुलाई 2020

ज्यूरी में 18 जवान निकले पॉजिटिव

शिमला। हिमाचल की राजधानी शिमला में कोरोना का सबसे बड़ा विस्फोट सामने आया है। जहां पर एक साथ बीच नए मामले दर्ज किए गए है। जहां पर रामपुर के ज्यूरी में 43वीं वाहिनी आईटीबीपी के 18 जवान पॉजिटिव निकले हैं। ये जवान 23 जून को छुट्टी काटकर दूसरे राज्यों से यहां पर पहुंचे थे। एसडीएम रामपुर सुरेंद्र मोहन ने बताया कि सभी जवान ज्यूरी में क्वारन्टीन थे और आज सुबह इनके सैम्पल पॉजिटिव पाए गए। सभी की ट्रेवल हिस्ट्री बाहर की है। और सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कोविड केयर सेंटर मशोबरा शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा रोहड़ू के मेंहदली में दो प्रवासी मजदूर पॉजिटिव मिले हैं। शिमला में अब कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 91 पहुंच गया है। इनमें एक्टिव मामले 45 हैं।


फारुख खान


किसान यूनियन की बैठक में उठाई समस्या

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। गांव कुडाना में किसान यूनियन की एक बैठक हुई जिसमें किसानों से जुड़ी कई समस्याओं पर बात हुई। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सवित मलिक ने कहा कि किसान बहुत परेशान हैं। जहां गन्ने का भुगतान नहीं हो रहा है। वही उर्वरक और डीजल के भाव बढ़ते जा रहे हैं। किसान के पास पैसा नहीं है ऊपर से आने वाली फसल को आवारा जानवर खा जा रहे हैं आवारा पशु बड़ी संख्या में खेतों में घूम रहे हैं। सरकार ने गौशाला बनाने का वादा किया था जो सफल होता नहीं दिख रहा है। आवारा जानवर फसल ही नहीं होने देंगे तो किसान क्या करेगा किसान की हालत पहले से ही बहुत खराब है। इसी का एक उदाहरण है की किसान खेती के उपकरण भी नहीं खरीद पा रहे हैं।
केंद्र सरकार के तमाम दावों के बावजूद ग्रामीण अर्थव्यवस्था   और किसानों दशा सुधरने का नाम नहीं ले रही। कई राज्यों में फसलों का उचित दाम नहीं मिल रहा है और जिस हिसाब से महंगाई बढ़ रही है। उनकी इनकम ग्रोथ नहीं हो रही। गांवों और खेती-किसानी के विकास का बड़ा इंडीकेटर माने जाने वाले ट्रैक्टर की साल दर साल घटती बिक्री इसकी तस्दीक कर रही है। हालांकि, इस स्थिति में सुधार हो इसके लिए लगातार कृषि उपज की एश्योर्ड प्राइस देने और पीएम किसान सम्मान निधि की रकम 48 हजार रुपये करने की मांग हो रही है। क्या संदेश देते हैं ट्रैक्टर बिक्री के आंकड़ेः ट्रैक्टर मेन्यूफेक्चरिंग एसोसिएशन के आंकड़ों के मुताबिक 2018 में घरेलू मार्केट में 7,96,392 ट्रैक्टर बिके थे। जबकि 2019 में यह घटकर 7,23,525 पर आ गया। इस साल यानी 2020 के छह माह में सिर्फ 3,07,485 ट्रैक्टर ही बिके हैं। किसान भाई ट्रैक्टर से जमीन जोतकर खेती के लिए तैयार करते हैं। यह खेतों में बीज डालने, पौध लगाने, फसल लगाने और फसल काटना, थ्रेसिंग सहित कई काम में आता है।
किसानों के पास पैसा होता तभी तो खरीदेंगेः कृषि अर्थशास्त्री  के मुताबिक ट्रैक्टर बिक्री का गिरता आंकड़ा रुरल डिस्ट्रेस की बात को पुख्ता करता नजर आ रहा है। इससे आप आसानी से समझ सकते हैं कि एग्रीकल्चर की स्थिति कितनी गंभीर है। किसानों की आय गिरती जा रही है। उन्हें अपनी उपज का उचित दाम तक नहीं मिल पा रहा. उनकी उपज रखने की जगह नहीं है। देश के 17 राज्यों में किसानों की सालाना आय सिर्फ 20 हजार रुपये है। जब किसानों के पास आय होगी तभी तो वो पैसा खर्च करेगा। किसान यूनियन अध्यक्ष सवित मलिक ने कहा कि कृषि की विकास  की दर भी बहुत अधिक नहीं है. किसानों की आमदनी लगातार घट रही है। कई फसलों का जब तो न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तक नहीं मिल रहा। जब खेती घाटे का सौदा हो जाएगी तब कौन ट्रैक्टर खरीदेग।गन्ना किसानों का भी बुरा हाल है। अकेले यूपी में ही 15 हजार करोड़ रुपये बाकाया है। पिछले दो साल से यूपी जैसे बड़े राज्य में गन्ने का एक भी रुपया नहीं बढ़ाया गया है। जबकि महंगाई बढ़ गई है। जयपाल सिंह कहते हैं कि 12 जुलाई 2020 तक बुवाई 586 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले साल 12 जुलाई तक 402 लाख हेक्टेयर ही थी। खाद की बिक्री 2019 की मई के मुकाबले 2020 की मई में 73 फीसदी ज्यादा है। जब यह सब बढ़ रहा है तो इस लिहाज से ट्रैक्टर की बिक्री काफी बढ़नी चाहिए थी. जबकि बढ़ी नहीं। इसका मतलब ये है कि किसान अपना ट्रैक्टर लेने की बजाय किराये पर काम करवा रहे हैं। क्योंकि उनके पास पैसा नहीं है। इस बैठक मे ऋषि पाल मलिक को जिला उपाध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया उपस्थित लोग अनिल मलिक ऋषि पाल मलिक जयपाल सिंह अंशुल कुमार जसवीर जय वीर परविंदर अंकुर रविंदर आदि।             


हापुड़ः 5 दिन खुलेंगे बाजार, आदेश जारी

अतुल त्यागी
हापुड़ मेें खुलेंगे पांच दिन बाजार
हापुड़। जनपद हापुड़ के व्यापारियों के लिए राहत भरी खबर है। जिला प्रशासन ने जनपद हापुड़ के बाजारों को सोमवार से शुक्रवार तक सुबह नौ बजे से रात आठ बजे तक खोलने के आदेश जारी किए हैं।
जिला प्रशासन की एक सूचना के अनुसार जनपद हापुड़ के शहर हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, बहादुरगढ़, सिम्भावली, बाबूगढ़, धौलाना की ऐसी दुकानें व बाजार जो हाटस्पाट,कंटेंमेंट जान, बफर जोन से बाहर हंै, को प्रति सप्ताह सोमवार से शुक्रवार तक सुबह नौ बजे से रात्रि आठ बजे तक खोले जाने के आदेश दिए है। समस्त जनपद में शनिवार व रविवार को साप्ताहिक पूर्ण अवकाश रहेगा।             


पुलिस ने कार्रवाई के दौरान काटें चालान

अतुल त्यागी
गढमुक्तेश्वर/हापुड़। आखिर क्यों है बहादुरगढ़ पुलिस कार्यवाही पर उतारू। बगैर मास्क निकला तो भुगतोगे हरजाना। गढमुक्तेश्वर के थाना बहादुरगढ़ पुलिश ने अलख सुबह रोड पर कार्यवाही के दौरान काटे चालान। वहीं अपने को नेता बताने वाले बगैर मास्क पहने यूवक से थाना प्रभारी ने कारण पूछा तो कारण बताने के बजाय थाना प्रभारी को.1076 पर शिकायत।
करने की धमकी देने लगा। लेकिन थाना प्रभारी नीरज कुमार ने कहा आप नेता हैं आपकी कार्यवाही बाद में पहले लौक डाउन और गाइड लाइन के उल्लंघन की कार्यवाही झेलो और काटा चालान। थाना प्रभारी ने बताया कि कोइ भी हो गाइड लाइन का उल्लंघन पर कार्यवाही की जायेगी कोई नहीं बख्सा जायेगा।               


बिहार की स्थिति बनती जा रही 'भयावह'

पटना। कोरोना बिहार की स्थिति को इतनी भयावह बनाती जा रही है कि क्या विपक्ष और क्या पक्ष सभी बिहार सरकार के दावों के पोल खोलते नजर आ रहे है। जनता ने तो सरकार की नाकामियों से फेसबुक जैसे चर्चित सोशल मीडिया को गुलजार कर रखा है। या यूं कहें तो कोरोना से सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है और बिहार सरकार लाचार है।जेडीयू सांसद ने ही बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी।उनका कहना है कि संक्रमित लोग टेस्ट के लिए दर दर भटक रहे हैं और उनकी जांच तक नहीं की जा रही है।आलम ये है कि जब तक जांच रिपोर्ट सामने आती है। तब तक मरीज इस दुनिया को छोड़कर चला जाता है।           


                                                                        


9000 टन मसालों का किया निर्यात

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से सब कुछ अस्त व्यस्त पड़ा है और इसी बीच 9000 टन मसालों का निर्यात किया गया। मिर्च, हल्दी और जीरे जैसे मसालों को रेल मार्ग के जरिए बांग्लादेश को निर्यात किया गया। एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लगने के बाद ये पहली बार है जब रेल मार्ग से कोई निर्यात किया गया हो। पिछले एक महीने में 5000 टन से अधिक हल्दी, 4300 टन से अधिक मिच्र और 100 टन जीरा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से बांग्लादेश भेजा गया है।

भारत के लिए बांग्लादेश मसालों को निर्यात करने का एक अच्छा देश है, जहां पर देश के कुल मसाले का करीब 9 फीसदी निर्यात किया जाता है। 2019-20 के दौरान करीब 1,09,950 टन मसाले बांग्लादेश भेजे गए जिनकी कीमत करीब 1005 करोड़ रुपये थी। इसमें सबसे अधिक जीरा, मिर्च, हल्दी और अदरक का निर्यात किया गया।

   इससे पहले भारत से निर्यात होने वाले मसालों का करीब 95 फीसदी हिस्सा बांग्लादेश को घोजदंगा, मुंद्रा, हिली, मोहादिपुर, पेट्रापोल, नहावा शेवा जैसे पोर्ट्स या फिर रोड के जरिए छोटी-छोटी मात्रा में भेजा जाता था। अधिकारियों का कहना है कि ये पहली बार है जब हल्दी और मिर्च के निर्यातकों ने दक्षिण केंद्रीय रेलवे के साथ मिलकर रेल मार्ग से ये मसाले बांग्लादेश भेजे हैं। निर्यातकों के अनुसार रेल से निर्यात करना तेज, सुरक्षित और आसान है, जिससे बहुत सारा सामान एक साथ भेजा जा सकता है। अगर इसकी तुलना सड़क मार्ग से करें तो ट्रेन से ट्रांसपोर्टेशन में करीब 60 फीसदी चार्ज बचता है। पहले जो चार्ज प्रति किलो पर 5 रुपये लगता था, वह ट्रेन से सिर्फ 1.7 से 2 रुपये प्रति किलो लगता है।              

विस्फोटक पर गलती से पड़ा पैर, शहीद

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कारगिल सेक्टर में बड़ा हादसा हो गया। यहां रविवार को नियंत्रण रेखा के पास एक भारतीय जवान शहीद हो गया। एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि जवान का पैर गलती से एक पुराने विस्फोटक उपकरण पर पड़ गया था। जिसकी वजह से वह ब्लास्ट हो गया और उसकी मौत हो गई। वहीं, पाकिस्ता ने सुंदरबनी में एलओसी पर रविवार शाम को पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन किया। रक्षा प्रवक्ता के अनुसार,शाम करीब 7 बजे पाकिस्तान ने उकसावे वाली कार्रवाई करते हुए भारतीय चौकियों पर गोलीबारी की। हालांकि सेना ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।


पाकिस्तान की गोलीबारी में 3 नागिरकों की हुई थी मौत
इससे पहले शुक्रवार को पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर के पुंछ के गुलपुर और खड़ी करमाडा सेक्टर में भारतीय सेना की चौकियों को निशाना बनाते हुए फायरिंग की गई। इस गोलीबारी में 3 स्थानीय नागरिकों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान की ओर से दागा गया एक गोला सेल गांव में एक घर के पास आकर गिरा। जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक शख्स गंभीर रूप से घायल हो गया है। भारी फायरिंग और गोलाबारी के चलते सुरक्षबालों को रेस्क्यू करने में दिक्कत आ रही है। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। बता दें कि पाकिस्तान की सेना ने इस साल दो हजार से अधिक बार सीजफायर का उल्लंघन किया है।


पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रही फायरिंग
गौरतलब है कि बीते शनिवार को भी पाकिस्तान की तरफ से उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के दो इलाकों और राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में गोलाबारी की गई थी। बारामपूला में पाकिस्तानी फायरिंग में 6 लोग घायल हुए थे। बता दें कि सोमवार को शहीद हुए जवान से पहले 4 जून को राजौरी सेक्टर के सुदरबनी सेक्टर में हवलदार पी मथिआजगन, 10 जून को तरकुंडी सेक्टर में नायक सूबेदार गुरचरण सिंह, 14 जून को पुंछ जिले में 29 वर्षीय सिपाही लुंगंबुइ अबोनेमी भी पाकिस्तान की ओर से हो रही फायरिंग में शहीद हो चुके हैं।


कांग्रेस ने सिर्फ 'भारत' को डराने का काम किया

कांग्रेस ने सिर्फ 'भारत' को डराने का काम किया  इकबाल अंसारी  कंधमाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस ...