सोमवार, 20 जुलाई 2020

9000 टन मसालों का किया निर्यात

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से सब कुछ अस्त व्यस्त पड़ा है और इसी बीच 9000 टन मसालों का निर्यात किया गया। मिर्च, हल्दी और जीरे जैसे मसालों को रेल मार्ग के जरिए बांग्लादेश को निर्यात किया गया। एक अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन लगने के बाद ये पहली बार है जब रेल मार्ग से कोई निर्यात किया गया हो। पिछले एक महीने में 5000 टन से अधिक हल्दी, 4300 टन से अधिक मिच्र और 100 टन जीरा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से बांग्लादेश भेजा गया है।

भारत के लिए बांग्लादेश मसालों को निर्यात करने का एक अच्छा देश है, जहां पर देश के कुल मसाले का करीब 9 फीसदी निर्यात किया जाता है। 2019-20 के दौरान करीब 1,09,950 टन मसाले बांग्लादेश भेजे गए जिनकी कीमत करीब 1005 करोड़ रुपये थी। इसमें सबसे अधिक जीरा, मिर्च, हल्दी और अदरक का निर्यात किया गया।

   इससे पहले भारत से निर्यात होने वाले मसालों का करीब 95 फीसदी हिस्सा बांग्लादेश को घोजदंगा, मुंद्रा, हिली, मोहादिपुर, पेट्रापोल, नहावा शेवा जैसे पोर्ट्स या फिर रोड के जरिए छोटी-छोटी मात्रा में भेजा जाता था। अधिकारियों का कहना है कि ये पहली बार है जब हल्दी और मिर्च के निर्यातकों ने दक्षिण केंद्रीय रेलवे के साथ मिलकर रेल मार्ग से ये मसाले बांग्लादेश भेजे हैं। निर्यातकों के अनुसार रेल से निर्यात करना तेज, सुरक्षित और आसान है, जिससे बहुत सारा सामान एक साथ भेजा जा सकता है। अगर इसकी तुलना सड़क मार्ग से करें तो ट्रेन से ट्रांसपोर्टेशन में करीब 60 फीसदी चार्ज बचता है। पहले जो चार्ज प्रति किलो पर 5 रुपये लगता था, वह ट्रेन से सिर्फ 1.7 से 2 रुपये प्रति किलो लगता है।              

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