शुक्रवार, 17 जुलाई 2020

फर्जी शादी, धोखाधड़ी करने वाले अरेस्ट

कौशाम्बी। फर्जी शादी कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर रुपये ऐंठने वाले गिरोह का पश्चिम शरीरा पुलिस ने किया खुलासा।थानाध्यक्ष पश्चिम शरीरा राजेश सिंह एवं एसओजी प्रभारी सर्वेश सिंह के नेतृत्व में घटना का हुआ अनावरण। पुलिस ने 06 अभियुक्तो को किया गिरफ्तार।धोखाधड़ी में 03 महिलाये भी थी शामिल।आरोपी अंतर्राज्यीय एवं प्रदेश के लोगो को लड़कियों की फ़ोटो दिखाकर शादी कराने का देते थे झांसा।धोखाधड़ी कर लोगो से ऐंठते थे लंबी रकम।एसपी अभिनन्दन ने घटना के अनावरण हेतु लगाई थी स्पेशल टीम।आरोपी के विरुद्ध मुदकमा हुआ दर्ज।पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया जेल।पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के मामला।


गब्बर सिंह 


दर-दर भटकने को मजबूर गुर्जर परिवार

दर-दर भटकने को विवश गुज्जर परिवार। न्याय को तरसे


रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। करतूत वन विभाग की, दर-दर भटकने को विवश गुज्जर परिवार। एक जून 2020 की शाम कोटद्वार लैंसडौन वन प्रभाग के अंतर्गत शुक्रो नदी के कम पार्ट नंबर-2 में रहने वाले चार गुज्जर परिवारों के घरों में वन विभाग द्वारा बिना पूर्व सूचना दिए गुर्जरों के घरों में तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर उन्हें बेघर कर दिया था। जिसकी सूचना जब 2 जून 2020 को लालपुर की पार्षद लीला कंडवाल को मिली तो वह गुर्जर परिवारों को लेकर पहले तो कोटद्वार रेंज के रेंजर्स गुज्जरों की शिकायत लेकर ऑफिस पहुंची, जहां रेंजर शर्मा द्वारा पार्षद महिला के साथ अभद्र भाषा का व्यवहार कर गुर्जरों सहित प्रांगण में प्रवेश नहीं करने दिया गया था।इसके बाद पार्षद गुज्जर परिवारों को लेकर थाने पहुंच कर वन विभाग के खिलाफ गुर्जरों के उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची थी। तबसे गुर्जर परिवार अपने छोटे-छोटे बच्चों महिलाओं और बुजुर्गों को लेकर बेलाडाट के समीप वन निगम के समीप खुले आसमान के नीचे प्लास्टिक के टेंटों मे रहने को विवश हैं। वन विभाग लैंसडाउन की कठोरता और आत्त्याचार यही नहीं थमा। उसके बाद वन कर्मियों ने बेघर गुज्जरों की बहु बेटियों से मारपीट और दुर्रव्यवहार तक किया।


लेकिन कोटद्वार पुलिस डेढ माह गुजर जाने के बाद भी हवा मे हाथ पैर चला रही है। वन विभाग का कहना है कि, गुर्जर उनके वन क्षेत्र मे वर्षों से अवैध रूप मे रह रहे हैं। लेकिन वन विभाग अपने झूठ के जाल मे स्वयं फंसता नजर आ रहा है। क्योंकि जिन गुर्जर परिवारों को वन विभाग अवैध ढंग से रहना बता रहा है वे गुर्जर परिवार 1975 से पहले से लैन्सडाउन वन प्रभाग मे रहते आ रहे हैं। जिसका प्रमाण वन विभाग द्वारा काटी गई वे रसीद हैं जो वन क्षेत्र मे वन गुर्जरों को उनके जानवरों के आधार पर काटी जाती हैं। वैसे तो वन विभाग के उच्चाधिकारियों ने इस सम्बंध मे जांच शुरू तो की है। लेकिन डेढ माह गुजरने के बावजूद गूर्जरों के परिवारों के लिए बरसात के मौसम मे अस्थायी तौर पर ही सही सुरक्षित ठिकाना तो कर दिया होता। शायद आत्याचार करनेवाले वन कर्मचारियों के घर मे महिलाएं और बच्चे नही रहते इसलिए वे इतने कठोर हो चुके हैं।जंगल मे प्रकृति से न सीख लेकर हिंसक पशुओं से सीख ले रहे हैं।


अमेरिका के बाद भारत में सर्वाधिक जांच

वाशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए सर्वाधिक 4.2 करोड़ नमूनों की जांच अमेरिका ने की है, इसके बाद सर्वाधिक 1.2 करोड़ नमूनों की जांच भारत में हुई है। व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी।


व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कायले मैकनेनी ने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के संबंध में, हमने 4.2 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की है। इसके बाद सर्वाधिक 1.2 करोड़ नमूनों की जांच भारत में हुई है। जांच के मामले में हम पूरे विश्व में सबसे आगे चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड जांच करने का ट्रंप प्रशासन का कदम पूर्ववर्ती प्रशासन द्वारा उठाए कदमों के ठीक विपरीत है।             


गर्भस्थ शिशु के लिए भेदभाव घातक

वाशिंगटन। कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ भेदभाव की बात बेहद आम है लेकिन अगर यह भेदभाव गर्भवती महिला कर्मचारी के गर्भस्थ शिशु के लिए घातक साबित हो तो यह निश्चित ही चिंता का विषय है। जर्नल ऑफ एप्लाइड साइकोलॉजी में इस माह प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट ‘एग्जामिंनिंग द इफेक्ट्स ऑफ पर्सिव्ड प्रेग्नेंसी डिस्क्रिमिनेशन ऑन मदर एंड बेबी हेल्थ’ के मुताबिक कार्यस्थल पर बॉस के भेदभाव भरे बर्ताव से दुखी महिला कर्मचारी के बच्चे पर इसका गंभीर असर पड़ता है।


ऐसी महिला कर्मचारी तनावग्रस्त होती हैं तथा शिशु को जन्म देने के बाद अक्सर निराशा से घिर जाती हैं। इन महिला कर्मचारियों के बच्चे भी अक्सर नौ माह के निश्चित समय से पहले पैदा होते हैं और जन्म के समय उनका वजन कम होता है। इस शोध को अमेरिका के फ्लोरिडा के विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों ने किया है। इस शोध के दौरान 250 से अधिक गर्भवती महिला कर्मचारियों से उनकी गर्भावस्था और बच्चे के जन्म के बाद जानकारी जुटायी गयी। शोध में शामिल इन महिलाओं ने कहा कि कार्यस्थल पर उनकी गर्भावस्था को लेकर भेदभावपूर्ण बर्ताव होता है। भेदभाव किसी भी रूप में हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को सामाजिक दूरी , नकारात्मक रुढ़िवादिता या अभद्र व्यवहार का शिकार होना पड़ता है। कुछ अच्छे प्रबंधक या बॉस गर्भवती महिलाओं पर काम का दबाव कम बनाते हैं और उन्हें कम काम देते हैं लेकिन गर्भवती महिलाओं पर अक्सर इसका विपरीत असर पड़ता है। उनके लिए कम काम देना भेदभाव और उनके काम पर उंगली उठाने जैसा होता है।                                     

याचिका की सुनवाई से इनकारः एससी

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने पूरे देश में छह से 14 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए समान शिक्षा प्रणाली लागू करने को लेकर एक राष्ट्र एक शिक्षा बोर्ड गठित करने के निर्देश देने संबंधी याचिका की सुनवाई से शुक्रवार को इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने पेशे से वकील अश्विनी उपाध्याय की जनहित याचिका यह कहते हुए ठुकरा दी कि यह नीतिगत मामला है और वह इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकती। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़़ ने कहा कि देश की शिक्षा प्रणाली के कारण बच्चों पर बस्ते का बोझ पहले से ही अधिक है और क्या पाठ्यक्रमों को एक साथ मिलाकर याचिकाकर्ता यह बोझ और बढ़ाना चाहते हैं? उन्होंने कहा, आप चाहते हैं कि न्यायालय सभी बोर्डों को विलय करके एक बोर्ड बनाने का आदेश दे। यह हम नहीं कर सकते। यह नीतिगत मामला है और इसमें हम कोई निर्णय नहीं ले सकते। याचिकाकर्ता चाहें तो अपनी बात लेकर सरकार के पास जा सकते हैं। उपाध्याय ने पूरे देश में समान शिक्षा प्रणाली लागू करने के लिए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद की तर्ज पर राष्ट्रीय शिक्षा परिषद अथवा राष्ट्रीय शिक्षा आयोग के गठन की संभावना तलाशने का केंद्र को निर्देश देने का अनुरोध न्यायालय से किया था। याचिकाकर्ता ने छह से 14 वर्ष की आयु वाले बच्चों के लिए एक समान पाठ्यक्रम शुरू करने का केंद्र को निर्देश देने की मांग की थी। याचिकाकर्ता का कहना था कि संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16, 38(2), 39(एफ), 46 और 51ए की भावना को कायम रखने के लिए ऐसा करना जरूरी है। उपाध्याय ने छह से 14 वर्ष की आयु के बच्चों के पाठ्यक्रमों में मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों, नीति निर्देशक तत्वों के अलावा संविधान की प्रस्तावना के उद्देश्यों को शामिल किये जाने और इनकी पढ़ाई सबके लिए अनिवार्य किए जाने की आवश्यकता जताई थी। याचिका में इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (आईसीएसई) बोर्ड और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को आपस में मिलाकर वन नेशन वन एजुकेशन बोर्ड गठित करने की संभावना तलाशने का केंद्र को निर्देश देने की मांग की गई थी। इस बीच उपाध्याय ने यूनीवार्ता को बताया कि वह अपने अनुरोध के साथ सरकार का दरवाजा खटखटाएंगे।          


प्लाज्मा डोनेट पर 50 हजार देगी सरकार

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण खतरनाक स्तर पर पहुंचता जा रहा है। ऐसे में देश में प्लाज्मा की मांग बढ़ती जा रही है। अब कर्नाटक सरकार ने इसको लेकर एक अच्छी पहल की है। दरअसल, कोरोना संक्रमित लोगों की जान बचाने के लिए इलाज में प्लाज्मा की काफी जरूरत होती है। अब कर्नाटक सरकार ने फैसला लिया है कि प्लाज्मा डोनेट करने वालों को सरकार प्रोत्साहित करने के लिए 500 रुपये की राशि देगी।  ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा प्लाज्मा डोनेट कर सकें और कोरोना पीड़ितों की जान बचाई जा सके। यह लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। कर्नाटक के स्वास्थ्य शिक्षा मंत्री के. सुधाकर ने बताया कि कर्नाटक में 17,390 कोरोना संक्रमित अब तक सामने आ चुके हैं। जिनमें से लगभग पांच हजार लोग बेंगलुरू से हैंं। राजधानी में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इस कारण कोरोना संक्रमण का इलाज करा चुके लोगों का प्लाज्मा कोरोना संक्रमितों के इलाज में काफी सहायक होने की वजह से सरकार लोगों को स्वेच्छा से प्लाजमा का दान करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहती है, जिसके लिए उन्हें इनामी राशि के तौर पर 5000 रुपये भी दिए जा रहे हैं।           


झारखंड सीएम को जान से मारने की धमकी

रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मेल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली है। सीएम को सुधर जाने की नसीहत देते हुए कहा गया है कि अगर नहीं सुधरे तो जान से मार देंगे। ई-मेल पर दी गई जान से मारने की धमकी के खुलासे के बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सीआईडी मामले की शिकायत दर्ज कर जांच कर रही है।
धमकी के बाद से ही मुख्यमंत्री के सुरक्षाकर्मियों को विशेष चौकसी बरतने का निर्देश दिया गया है। इस मामले में रांची के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। सूचना मिली है कि सीआईडी ने उस ईमेल एड्रेस के आईपी एड्रेस को निकाल लिया है जिसके आधार पर अपराधियों की तलाश जारी है।
सीएम हेमंत सोरेन को धमकी दिए जाने पर जेएमएम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि सीएम की लोकप्रियता से घबराकर ऐसी हरकत की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरे मामले की जांच कराएगी। राजनीतिक प्रतिद्वंदिता पर मनोज पांडे ने कहा कि सीएम की छवि ऐसी है कि सभी राजनीतिक दलों के लोग उनके बेहद करीब हैं। लिहाजा उन्होंने किसी भी राजनीतिक धमकी से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जिस किसी का भी हाथ होगा सरकार कड़ी कार्रवाई करने से नहीं चूकेगी।


शिवांश 'निर्भयपुत्र'


18 जुलाई से शुरू होगी सारी 'घरेलू उड़ान'

नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण पूरे भारत में 22 मार्च को संपूर्ण लॉकडाउन घोषित किया गया जिसके बाद हर तरह की सेवाओं को रोक देना पड़ा। इससे सबसे ज्यादा राष्ट्रीय उड़ान हो और रेल सेवाओं को पढ़ा। इतना ही नहीं महामारी के चलते कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भी रद्द करना पड़ा और सारी उड़ाने रद्द कर दी गई।


लेकिन अब इस विषय को लेकर के राष्ट्रीय उद्यान मंत्री हरदीप पूरी ने बड़ी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि 18 जुलाई से एक अगस्त के बीच दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू से पेरिस के लिए 28 उड़ानें संचालित करेगा।             


मनोज सिंह ठाकुर


संक्रमित-1.37 करोड़, मृतक-5.87 लाख

विश्व में कोरोना वायरस से अब तक 1.37 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक, मरने वालों की संख्या 5.87 लाख के पार जा चुकी है। चीन से शुरू हुई यह महामारी भले ही अब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को तोड़ रही हो लेकिन चीन ने पहली तिमाही में रिकॉर्ड 6.8 फीसदी की मंदी के बाद दूसरी तिमाही में 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज कराई है।
विशेषज्ञों की नजर में कोरोना महामारी की वजह से आई गिरावट के बाद चीन की जीडीपी का उठना अच्छे संकेत भी हैं जो उम्मीद बंधाते हैं कि इस कठिन दौर से उबरने के बाद हालात सामान्य होंगे। चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, महामारी के बीच इस साल के पहले हॉफ में चीन की जीडीपी 1.6 फीसद गिर गई थी। इस साल के पहले 3 महीने में चीनी अर्थव्यवस्था को 1.4 खरब डॉलर की चोट पहुंची थी। इस दौरान जीडीपी में 6.8 फीसद की गिरावट हुई, जो 1992 के बाद सबसे बड़ी गिरावट थी। इस बीच, अमेरिका में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 36.18 लाख पार हो गई है जबकि अब तक 1.40 लाख लोग जान गंवा चुके हैं। इसी तरह, लेटिन अमेरिकी देशों में मृतकों की संख्या 1.50 लाख पार हो गई है। इस क्षेत्र के 33 देशों में संक्रमितों की संख्या 35 लाख पार कर गई है।             


योगी की सुरक्षा में 2 सुरक्षाकर्मी संक्रमित

नरेश गुप्ता


लखनऊ। उत्तर प्रदेश सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात 2 सुरक्षाकर्मियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। अब स्वास्थ्य विभाग पूरे मुख्यमंत्री आवास को सेनेटाइज करने में जुटा है। संक्रमित दोनों जवान PAC के हैं, जिनकी ड्यूटी आउटर सर्कल में लगती है। ये जवान मुख्यमंत्री आवास के बाहर ड्यूटी पर तैनात थे। 


गौरतलब है कि इससे पहले यूपी सरकार के 5 मंत्री और उनके परिवार वाले भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। दूसरी तरफ, राजधानी लखनऊ में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे है। कल 197 नए मरीज मिले, जबकि डफरिन हॉस्पिटल में तैनात एक वरिष्‍ठ डॉक्टर की संक्रमण से मौत हो गई।           


सीमा-विवाद के समाधान की गारंटी नहीं

लुकुंग। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत एवं चीन के बीच सीमा विवाद का बातचीत से समाधान की कोई गारंटी नहीं है। रक्षा मंत्री ने कहा यह भी तय है कि दुनिया की कोई ताकत भारत की एक इंच भूमि भी नहीं ले सकती है।


रक्षा मंत्री वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत एवं चीन की सेनाओं के हटने की प्रक्रिया की समीक्षा के लिए आज लद्दाख पहुंचे। उनके साथ चीफ ऑफ डिफेंस स्टाॅफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुन्द नरवणे भी थे। राजनाथ सिंह ने पेगांग झील की उत्तरी सीमा पर स्थित लुकुंग अग्रिम चौकी पर भारतीय सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों को संबोधित किया और सेना के टी-90 टैंकों और बीएमपी इन्फेन्ट्री युद्धक वाहनों के युद्धाभ्यास को भी देखा। रक्षा मंत्री ने भारत एवं चीन की सेनाओं के बीच पेगांग झील की फिंगर 4 को लेकर बने गतिरोध की जटिलता की ओर इशारा करते हुए कहा, “सीमा विवाद के समाधान के लिए बातचीत जारी है लेकिन बातचीत से किस हद तक समाधान हो सकेगा, मैं गारंटी नहीं दे सकता। मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि विश्व की कोई भी शक्ति हमारी एक इंच भूमि भी नहीं ले सकती। यदि बातचीत से समाधान निकल आये तो उससे बेहतर कुछ नहीं। रक्षा मंत्री ने गलवां घाटी में गश्त बिन्दु 14 पर 15 एवं 16 जून की दरम्यानी रात को हुई खूनी झड़प का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें यहां आकर खुशी हो रही है और साथ ही इस बात का दुख भी है कि भारत के 20 जवान शहीद हो गये हैं।           


कुलगाम में हुई मुठभेड़, 3 आतंकी ढेर

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में शुक्रवार को सुरक्षा बलों की घेराबंदी तथा तलाश अभियान के दौरान मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गये। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह के अनुसार कुलगाम में एक मुठभेड़ में 3 जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी मारे गए और 3 सैन्यकर्मी घायल हो गए। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल तथा राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल ने आज तड़के कुलगाम के नागनाद में तलाश अभियान शुरू किया। इस दौरान सुरक्षा बलों के जवान सभी निकासी द्वारों को बंद कर जब एक विशेष क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे, उनकी वहां छिपे हुए आतंकवादियों से मुठभेड़ हो गयी। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में अब तक तीन आतंकवादी मारे गये हैं। उन्होंने बताया कि अंतिम सूचना मिलने तक मुठभेड़ जारी थी। उन्होंने बताया कि कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिए इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बलों तथा पुलिकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।           


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...