रविवार, 12 जुलाई 2020

घर से निकलना है तो मास्क लगाना है

डोर टू डोर सर्विसलेस अभियान का कोविड-19 नोडाल अधिकारी ने किया निरीक्षण


संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत स्वच्छता का लिया 


जायजा


घर से निकलना है तो मास्क लगाना है
 गोपीचंद सैनी


बागपत। शासन द्वारा नामित कोविड-19 नोडल अधिकारी  ऊर्जा सचिव श्री एम देवराज जी व जिलाधिकारी शकुन्तला गौतम ने डोर टू डोर सर्विस लेंस अभियान के अंतर्गत  बागपत शहर की  बाल्मीकि कॉलोनी मे पहुंच कर औचक निरीक्षण किया और परिवार के सदस्यों से जानकारी प्राप्त की स्वास्थ्य विभाग की टीम आशा और एएनएम द्वारा घर पर स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ली गई या नहीं जिसमें सभी परिवार के सदस्यों  सदेश चौहान  पुत्र नरेंद्र चौहान ,टेकचंद  पुत्र हरकेश ,राजकुमार पुत्र  फूल सिंह  ने ज्ञानो पत्नी ओम प्रकाश ने बताया की आशा, एएनएम द्वारा स्टीकर भी लगाए जा रहे हैं और थर्मल स्क्रीनिंग भी की जा रही है और  खांसी, बुखार ,जुखाम ,टीवी कैंसर आदि इत्यादि रोगों से संबंधित जानकारी ली जा रही है ममता ,सविता आंगनवाड़ी मौके पर स्टीकर लगाती मिली और घरों पर स्टीकर भी लगाए जा रहे हैं परिवार के सदस्यों ने बताया।


कोविड-19 नोडल अधिकारी ऊर्जा सचिव एम देवराज व जिलाधिकारी ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत भी साफ सफाई का जायजा लिया और अधिशासी अधिकारी को ब्रह्द स्वच्छता अभियान चलाए जाने के लिए निर्देशित किया।
    
उन्होंने कहा गली मोहल्लों में किसी भी प्रकार की गंदगी नहीं होनी चाहिए और साफ सफाई युद्ध स्तर पर कराई जाए और लोगों को भी साफ सफाई के लिए प्रेरित किया जाए।
  जिलाधिकारी ने कहा कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचने के लिए आप सभी लोग लॉकडाउन का अनुपालन करें अपने घर में रहें सुरक्षित रहें 2 गज की दूरी मांस है जरूरी के सिद्धांत पर अपनी जिंदगी व्यतीत करें अत्यधिक आवश्यकता पड़ने पर ही घर से बाहर निकले मास्क लगाकर । जिलाधिकारी ने बागपत, बड़ौत शहर का भ्रमण किया और लॉक डाउन की स्थिति का भी जायजा लिया जिसमें सभी जनपदवासी लॉकडाउन का अनुपालन कर रहे हैं और शहर गलियों में सन्नाटा नजर आ रहा है। इसलिए सभी लोग लॉकडाउन का अनुपालन करें और अपने आप को सुरक्षित करें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी हुबलाल, पुलिस क्षेत्राधिकारी ओमपाल सिंह ,एसडीएम राम नयन, सी एच सी अधीक्षक बागपत विभास राजपूत सहित आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।


डूबने से 7 बच्चों की मौत, पसरा मातम

नदी में डूबने से 7 बच्चों की मौत, घर में पसरा मातम


पटना। बिहार में कोरोना संकट के बीच इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है। नदी में नहाने के दौरान एक बड़ा हादसा हुआ है। नदी में डूबने से 7 बच्चों की मौत हो गई है। बच्चों की मौत की खबर सुनते ही उनके घर में कोहराम मच गया है। घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
अरवल और वैशाली जिले में दो हादसे हुए हैं. नदी में डूबने से अरवल में 4 और वैशाली में 3 बच्चों की मौत हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक अरवल में सोन नदी में स्नान करने के दौरान चार बच्चों की नदी के तेज बहाव में डूबने से मृत्यु हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी एक ही परिवार के बच्चे सुबह में नदी में स्नान करने गए थे। तभी स्नान के दौरान बालू निकासी के लिए खोदे गए गड्ढे में फिसल गए और तेज धार व गड्ढे के कारण बन रहें भवरी से बाहर नहीं निकल पाए और एक एक कर उसी में सभी बच्चे बैठ गए।
जानकारी के अनुसार मल्हीपट्टी निवासी गौहर अली जो कपड़ा सिलाई का काम करते हैं उनके घर के चार बच्चे दस बजे के बाद घर से स्नान करने को कह कर निकल गए। गौहर अली खुद दुकान पर चले गए। काफी देर हुआ बच्चों को घर से गए हुए तब खोजबीन शुरू हुआ। तभी किसी ने बताया कि सभी सोन नदी तरफ गए हैं। बच्चों के साथ गए हुए बच्चे लौट रहें थे तब उनसब ने बताया कि चार बच्चे डूबे हुए हैं। उसके बाद लोगों का हुजूम खोजने के लिए निकल पड़ा। यह खबर जैसे जैसे जिसे मिला सभी सोन नदी तरफ दौड़ पड़े। उसके बाद गोताखोर को बुलाया गया। घंटो मेहनत के बाद एक एक कर सभी शव को नदी से निकाला गया।
मरने वाले बच्चे असगर अली सात वर्ष गौहर अली का पुत्र, पुत्री अलिसा प्रवीण नौ वर्ष, भांजी साईंमा परवीन 10 वर्ष पिता मंसूर आलम घर दाउदनगर औरंगाबाद और भांजा जैद आलम 12 वर्ष पिता जहीर खान हसपुरा ओरंगाबाद के निवासी हैं। सभी शव को घटना स्थल से निकलकर सदर थाना ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा पोस्टमार्टम के बाद सभी शव को परिजनों को सौंप दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही सदर सदर प्रखंड के अंचल अधिकारी अंजू सिंह थानाध्यक्ष रंजीत वत्स पहुंच गए थे। घटना स्थल पर पहुंचकर प्रखंड विकास पदाधिकारी सुशील ने बीस बीस हजार रूपये का चेक मृतक के परिजनों को सौपा।
उधर दूसरी ओर, वैशाली के चेहराकलां प्रखंड के सरसीकन गांव में पोखर में नहाने के दौरान तीन बच्चे डूब गए। जिससे उनकी मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक जबतक बच्चों को पानी से बाहर निकाला जाता तीनों की सांसें थम चुकीं थीं। तीनों बच्चे तीन परिवार के थे। मृतकों में भरथ पासवान का पुत्र गोलू कुमार (12), रंजीत पासवान का पुत्र मनीष कुमार (10) एवं विशेश्वर पासवान का पुत्र सोम कुमार शामिल हैं।


कर्मचारियों को 4 दिन काम पर बुलाएंं

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढते प्रकोप को  योगी सरकार ने से निपटने के लिए हफ्ते में दो दिन (शनिवार-रविवार) लॉकडाउन का ऐलान किया है। जिसके बाद पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अधिकारियों और कर्मचारियों को सप्ताह में केवल 4 दिन काम पर बुलाने की बात कही है।

उन्होंने आगे कहा कार्यदिवस सोमवार से बृहस्पतिवार तक होने चाहिए और साप्ताहिक बंदी शुक्रवार, शनिवार और रविवार को होनी चाहिए। कोरोना वायरस को देखते हुए अतिरिक्त प्रतिबंध भी लगाये जाने चाहिए। इससे वायरस के प्रसार को रोकने में ही नहीं, बल्कि लोगों को घर में परिवार के साथ रहने और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने में भी मदद मिलेगी।                  

उच्च शिक्षण संस्थानों का कैलेंडर जारी

बरेली। राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों का शैक्षिक कैलेंडर जारी किया गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने स्नातक प्रथम वर्ष के एडमिशन 15 सितंबर तक और परास्नातक की प्रवेश प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक संपन्न करने की समयसीमा तय की है।


विशेष सचिव मनोज कुमार ने कैलेंडर जारी करते हुए कहा कि राज्य में 4 अगस्त से स्नातक द्वितीय व तृतीय वर्ष और परस्नातक की ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी। शासन ने स्थितियां सामान्य होने की संभावना व्यक्त करते हुए एक अक्टूबर से पठन-पाठन प्रक्रिया सामान्य रूप में लाने का भरोसा जताया है।               

गड्ढे में सड़क है या सड़क में गड्ढा

योगी सरकार के गढढा मुक्त सड़को की खुली पोल

सरवनखेडा ,कानपुर देहात। कानपुर देहात दिया तले अन्धेरा कहावत की बात करें तो आपको इसकी लाइन गजनेर नबीपुर सड़क पर देखने को मिल जायेगी चन्द किमी पर कानपुर देहात के जिलाधिकारी का कर्यालय व आवास है। लेकिन फिर भी बेपरवाह योगी सरकार की खुल गई पोल। एक तरफ सरकार गढ्डा मुक्त अभियान चला रही है और करोडो रूपये पानी की तरह बहाया जा रहा है!

लेकिन यहां सडक के हाल तो ऐसे है कि सडक मे गढढे या गढ्ढो मे सडक जबकि यह मुख्यालय कि मुख्य मार्ग है। यहां से हजारो लोग निकलते है। यहां से आला अफसर भी प्रतिदिन गुजरते है लेकिन किसी को क्या फिक्र वो तो लग्जरी वाहन से चलते है। लेकिन आम आदमी त्रस्त है यहां से जिला अस्पताल के लिए भी मुख्य मार्ग है प्रतिदिन एम्बुलेस जच्चा बच्चा लेके जाती है। लेकिन किसी को क्या फिक्र क्यों कि जब चुनाव आयेगा तो लोगो फिर झूठे वादे करके वोट ले लिया जायेगा वहां स्थानीय लोगो का कहना है। सालो से ये सडक नही बनी है और इसके लिए भाषण बाजी बहुत होती है मुख्यमत्रीं भी गढ्ढा मुक्त अभियान चलाते है। लेकिन सरकार के वादे हवा हवाई दिखाई दे रहे है। किसी को कोई फिक्र ही नही

 

गढ्ढा मुक्त योजना पहुंची गढ्ढा मे केवल कागजो मे हो रहा खेल

नबीपुर से लेकर गजनेर और रायपुर से गजनेर मार्ग के किनारे गढ्ढे हादसे की दावत दे रहे हैं यह सडक मार्ग रायपुर व नबीपुर मार्ग सभी जगह  लगभग पूर्णतया जर्जर हो चुका है। आये दिन कोई न कोई स्कूली वाहन सवारी वाहन खराब होकर रोड पर खडा रहता है वहीं ओवर लोड वाहनो की लाईन लगी रहती है टोल का भी नुकसान हो रहा है। लेकिन अपना काम बनता भाड मे जाये जनता उसी के अनुशार सब अपना अपना काम मे मस्त है। किसी को क्या जनता क्या वोटर जबकि केन्द्र से लगाकर विधानसभा तक भाजपा की सरकार है। गढ्ढा मुक्त मुहिम भी चली लेकिन सब धरी की धरी रह गयी। वहीं कुछ जगह तो न सडक कुआं बन गयी जिसमे वाहन का निचला हिस्सा जमीन पर ऱख जाता है। वहीं क्षेत्रीय लोगो मे रोष ब्याप्त है। कई बार लोगो ने इसका विरोध भी जताया है लेकिन नतीजा शून्य ही रहा है सभी लोगो ने प्रशासन व सरकार से अपील की है। सडक को जल्द ही ठीक करीयें जिससे लोगो को आने जाने मे राहत मिल सके क्या किसी बडे हादसे का इन्तजार है या यूं ही कागजो मे खाना पूर्ति होती रहेगी गजनेर आदि लोगो ने बताया सड़क के हाल बहुत ही जर्जर है। कई बार लिखित शिकायत और मीडिया के माध्यम से बताया गया लेकिन हालात जस के तस है।

क्या बोले क्षेत्रीय ग्रामीण

गजनेर व्यापार मण्डल अध्यक्ष राम चन्द्र अग्रवाल ने कहा सड़क वास्तव में बहुत ही जर्जर है। जिसे सुधार की जरूरत है, गजनेर के डॉक्टर पंकज सचान ने बताया कि सड़क खराब होने से बाइक अक्सर गिर जाती है जिससे चोट लगने का डर रहता है रामप्रकाश सिंह चौहान ने बताया कि सड़क में गड्डे है। या गड्डो में सड़क पता ही भी चलता आए दिन लोग परेशान रहते हैं। विमलेश कुशवाहा ने बताया कि चार पहिया वाहन अक्सर नुकसान होता रहता खराब सड़क की वजह से कोई ध्यान नहीं दे रहा है!              

कोरोना का कहर, थाना किया सेनीटाइज

भानु प्रताप उपाध्याय (सहारनपुर मंडल प्रभारी)


शामली। जिले में कोरोना की आफत लगातार बनी हुई है। शहर कोतवाली प्रभारी सहित तहसील कर्मचारियों के कोरोना पोजेटिव पाए जाने के बाद अब पुलिस प्रशासन में भी हडकंप मचा हुआ है। जिसके अनुसार रविवार को जिलाधिकारी के आदेश पर दमकल विभाग की टीम ने शहर कोतवाली को सैनेटाईज किया। इसके अलावा कोतवाली परिसर में खडे वाहनों और अन्य स्थानों को भी सैनेटाईज किया गया हैगत दिवस गाजियाबाद और नोएडा में सैंपल टैस्ट कराने वाले दो लोगों की रिपोर्ट पॉजेटिव पाई गई थी, जिसमें शहर कोतवाली प्रभारी भी शामिल है। वही तहसील के कर्मचारियों की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजेटिव आई है। जिसके बाद जिला पुलिस प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है। रविवार को जिलाधिकारी जसजीत कौर के आदेश पर शहर कोतवाली परिसर को फायर बिग्रेड की टीम ने पहुंचकर सैनेटाइ किया। उन्होने कोतवाली प्रभारी कार्यालय, मुंशी कार्यालय, बंदी गृह, शौचालय, आवास, पुलिस वाहन और आसपास के क्षेत्र को सैनेटाईज किया। इसके अलावा उन्होने कोतवाली गेट पर खडे होने वाले वाहनों को सैनेटाईज किया। फायर बिग्रेड के कर्मचारियों ने बताया कि आला अधिकारियों के आदेश पर कोतवाली प्रभारी आवास और कार्यालय के अलावा पूरे कोतवाली परिसर को सैनेटाईज किया गया है।
शहर कोतवाली प्रभारी के कोरोना पॉजिटिव मीटिंग के बाद कोतवाली परिसर में कोविड कैर हेल्प डेस्क बनाई गई है। जिसमें कोतवाली में आने वाले प्रत्येक फरयादी और पुलिसकर्मियों की जांच होने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।
गत दिवस शहर कोतवाली प्रभारी की कोरोना रिपोर्ट पॉजेटिव पाई गई है। जिसके बाद अब कोतवाली परिसर को जहां सैनेटाईज बनाया गया है उसी कोतवाली गेट पर को विभाजित कर हेल्प डेस्क का नक्शा बनाया गया है। इस दौरान कोतवाली परिसर में सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की जांच की गई। कोतवाली एसएसआई सत्यनारायण दहिया ने बताया कि कोविड कैर हेल्प डेस्क पर कोतवाली परिसर में आने वाले सभी पुलिसकर्मियों और फरयादियों की जांच की जाएगी, उसके बाद ही कोतवाली परिसर में प्रवेश दिया जाएगा। डेस्क पर सभी फरयादियों को कोरोना संक्रमण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। जिसमें हाथों को बार बार धोने, सैनेटाईजर का प्रयोग करने और सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का पालन करने के प्रति जानकारी दी गई है।              


टोल कर्मियों ने कार सवार को खूब पीटा

अतुल त्यागी (मेरठ मंडल प्रभारी)
टोल कर्मियों का खुलेआम तांडव कार चालक को कार से उतारकर जमकर पीटा वीडियो हुआ वायरल।


हापुड़। टोल कर्मियों का खुलेआम तांडव बढ़ता ही जा रहा है आए दिन टोल कर्मी वाहन स्वामियों को जमकर पीट रहे हैं यह पहला मामला नहीं है। अबसे पहले भी कई बार टोल कर्मियों ने वाहन स्वामियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा है टोल कर्मियों की गुंडागर्दी थमने का नाम नहीं ले रही है। जरा सी कहासुनी को लेकर टोल कर्मियों ने इकट्ठा होकर वाहन स्वामी को परिजनों के सामने ही जमकर पीटा। इतना ही नहीं टोल कर्मियों ने गाड़ी से नीचे उतारकर कार चालक को जमकर पीटा। आए दिन टोल कर्मियों की गुंडई थमने का नाम नहीं ले रही है।


 अब से कुछ दिन पहले भी टोल कर्मियों ने नेशनल हाईवे पर जमकर मचाया था। तांडव बस चालक के पीछे भागे थे डंडे लेकर एक बाइक सवार की बस के नीचे आने से हो गई थी। दर्दनाक मौत लेकिन फिर भी टोल कर्मी सबक लेने के लिए तैयार नहीं है। पीड़ित ने थाने में टोल कर्मियों के खिलाफ दी तहरीर पुलिस जांच पड़ताल में जुटी पिलखुवा के टोल प्लाजा का मामला।


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...