शनिवार, 11 जुलाई 2020

भारत में 2,83,407 सक्रिय संक्रमित

नई दिल्ली। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है। भारत भी कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इस महामारी का संकट भारत में हर दिन बढ़ता जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 27,114 नए मामले सामने आए हैं और 519 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 8,20,916 हो गई है, जिनमें से 2,83,407 सक्रिय मामले हैं, 5,15,386 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 22,123 लोगों की मौत हो चुकी है।               


घुसपैठ करते आतंकियों को मार गिराया















 









कश्मीर। भारतीय सुरक्षाबलों ने जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकियों और घुसपैठियों के खिलाफ अभियान तेज कर रखा है। इसी कड़ी में सेना ने पाक घुसपैठियों की भारत के सीमा में दाखिल होने की एक और कोशिश को आज नाकाम कर दिया। साथ ही दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया गया है। सेना ने कश्मीर के नौगाम सेक्टर में शनिवार सुबह एलओसी पर संदिग्ध मूवमेंट देखी। जिसके बाद सेना तेजी से हरकत में आई और बारामुला के नौगाम सेक्टर के एलओसी पर आतंकियों के लिए घात लगाकर बैठ गई। पाकिस्तानी आतंकी जैसे ही भारतीय सीमा में दाखिल हुए तो सेना की कार्रवाई में दोनों आतंकी मारे गए। मारे गए आतंकियों के पास से दो एके-47 और लड़ाई में इस्तेमाल होने वाले गोला बारूद बरामद हुए हैं। सेना के सतर्कता की वजह से पाकिस्तानी आतंकियों के नापाक मंसूबे कामयाब नही हो पाए।


इससे पहले, एक जुलाई को जम्मू कश्मीर के राजौरी के केरी इलाके में सुरक्षाबलों को घुसपैठ की खबर मिली थी। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे आतंकी को मार गिराया गया। यह आतंकी सुबह तकरीबन 5.55 पर घुसपैठ की कोशिश कर रहा था। जानकारी है कि आतंकी 400 मीटर एलओसी के भारतीय इलाके में आ गया था, तभी सेना ने उसपर फायर किया था।
















सैनिटाइजर का अधिक उपयोग खतरनाक

नई दिल्ली। कोरोनावायरस के इस दौर में फेस मास्क और हैंड सैनिटाइजर हमारी नॉर्मल जिंदगी के हिस्से बन गए हैं। डॉक्टर्स लोगों को सलाह देते हैं कि जितना हो सके आप साबुन और पानी से अपने हाथ धोएं। अगर आपके पास हाथ धोने की कोई सुविधा नहीं हो, उसी हालात में आप सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। सैनिटाइजर का उपयोग पिछले छह महीनों से हमारी जिंदगी में बढ़ गया है, इसलिए हमें इस बात से सावधान रहने की आवश्यकता है कि हम क्या उपयोग कर रहे हैं, ताकि यह हमारे लिए हानिकारक न हो। हम आपको बताते हैं कि कैसे हैंड सैनिटाइजर आपके स्वास्थ्य को कई तरीकों से प्रभावित कर सकता है। सैनिटाइजर में कम से कम 60 प्रतिशत अल्कोहल का होना जरूरी है, लेकिन कुछ सैनिटाइज़र ऐसे हैं, जिनमें अल्कोहल नहीं, बल्कि ट्रिक्लोसन होता है। ट्रिक्लोसन एक शक्तिशाली जीवाणुरोधी पदार्थ है, जिसका उपयोग कीटनाशकों में किया जाता है। इसे आपकी स्किन आसानी से ऑब्जर्व कर लेती है। ये आपके थायरॉयड फंगशन, लीवर और मसल्स को प्रभावित कर सकता है।


खाने से पहले हाथों पर सैनिटाइजर काइस्तेमाल नहीं करें हममें से कई लोग ऐसे भी हैं, जो कुछ भी खाने से पहले सेनिटाइजर का इस्तेमाल करते हैं। आपको पता हैं हैंड सैनिटाइज़र में बहुत सारे रसायन होते हैं जिनका सेवन करने से आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। खासकर छोटे बच्चों के इम्यून पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।


खुशबू वाला हैंड सैनिटाइजर न खरीदें


 जिन सैनिटाइजर में सेंट का इस्तेमाल किया जाता है, वो उतने ही अधिक विषाक्त पदार्थों और रसायनों से भरे होते हैं। सिंथेटिक सुगंध में हानिकारक तत्व होते हैं, जो अंतःस्रावी अवरोधक होते हैं और आनुवंशिक विकास को बदल सकते हैं।


आग लगा सकता है सैनिटाइजर


हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल से कई जलने की घटनाएं सामने आई हैं। हैंड सैनिटाइज़र में मौजूद अल्कोहल इसे अधिक ज्वलनशील बनाता है। यदि आप अपने हाथों पर सैनिटाइज़र लगाते हैं और आग के पास जाते हैं, तो यह जलने का कारण हो सकता है।


अपने मास्क को हैंड सैनिटाइजर से साफ न करें


हममें से कई लोग यही सोचते हैं कि मास्क को सैनिटाइजर से साफ करने से कीटाणुरहित हो जाएगा तो वो गलत सोचते है। ऐसा करने से मास्क में सैनिटाइज़र का वाष्प फंस सकता है और जब आप मास्क पहनते हैं तो ये मितली और उल्टी का कारण बन सकते हैं।             


सेनीटाइज के बाद घर में रखें सामग्री

सिंगरौली। कलेक्टर श्री राजीव रंजन मीना के द्वारा जिले के आम नागरिको को इस आषय की हिदायत दी गई है कि कोरोना वायर के संक्रमण के प्रभाव को रोकने के लिए बाहर से लाई जाने वाली संमग्रियो को पहले सेनेटाईज इसके बाद ही घर मे रखे। उन्होने कहा कि कोरोना महामारी का संकट अभी टला नही है जरूरत पड़ने पर ही घर के बाहर निकलने घर से निकलते समय मास्क लगाना न भूले। कलेक्टर ने कहा कि अपने हाथो के बार बार धोते रहे खासकर बाहर से आने पर पहले हाथो को सेनेटाईज करे इसके बाद ही घर मे प्रवेष करे। उन्होने बताया कि जिले महामारी से बचाव हेतु लोगो को बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। आम जन अभियान के दौरान बिमारी के बाचव के लिए जो सावधानिया बताई जा रही उनका हर हाल मे अनुसरण करें।


 कलेक्टर ने कहा कि बारिस के मौसम मे उत्पन्न होने वाली बिमारियो से अपना बचाव करे। उन्होने कहा कि सर्दी,खासी तथा बुखार की अवस्था मे तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र या आगनवाड़ी केन्द्र पर संम्पर्क करे ताकि बिमारी का उचित उपचार  किया जा सके।उन्होने कहा बारिस के मौसम मे  बच्चो की अच्छी तरह से देखभाल करे उनके दस्त प्रबंधन के लिए आगनवाड़ी केन्द्रो पर ओआरएस तथा जिंक की गोली आईएफए सिरप, पैरासीटामाल की गोली उपलब्ध है बच्चो के चोट लगने पर चोट के उपचार  के लिए मलहम पट्टी एवं डिटाल उपलंब्ध है समस्या होने पर तत्काल अपने क्षेत्र के आगनवाड़ी कार्यकर्ता से संम्पर्क करे।कलेक्टर ने आम नागरिको से आग्रह करते हुये कहा कि बर्षा जनित बिमारियो से बचने के लिए अपने आस पास की जगहो मे साफ सफाई रखे अपने आस पास कचरा तथा गदां पानी एकठ्ठा न होने दे पीने वाले पाली को साफ बर्तन मे ढककर रखे सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करे।                


साजिश का आरोप, 2 भाजपा नेता अरेस्ट

जयपुर। राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत की सरकार को कथित रूप से गिराने की कोशिशों के मामले में बीजेपी नेताओं का नाम सामने आया है। राजस्थान पुलिस ने इस मामले में दो बीजेपी नेताओं को देर रात हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है।


रिपोर्ट के मुताबिक, राजस्थान में विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में ब्यावर के दो भाजपा नेताओं का नाम सामने आया है। इन नेताओं के नाम हैं भरत मालानी और अशोक सिंह. इन्हें ब्यावर उदयपुर से स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने गिरफ्तार किया है। राजस्थान SOG के मुताबिक मालानी की कॉल रिकॉर्डिंग से पता चला है कि विधायकों को खरीदने की कोशिश जा रही है।


इस खुलासे के बाद एसओजी ने भरत मालानी को हिरासत में ले लिया है, बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल जयपुर में उनसे पूछताछ हो रही है। भरत मालानी राजस्थान बीजेपी में कई पदों पर जिम्मेदारी निभा चुके हैं।


बता दें कि राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिशों को लेकर स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने केस दर्ज किया है। एफआईआर के मुताबिक स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को कुछ फोन नंबरों की रिकॉर्डिंग के दौरान पता चला कि अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश चल रही है। एफआईआर के अनुसार, ऐसी बात फैलाई जा रही है कि राजस्थान में सीएम और डिप्टी सीएम में झगड़ा चल रहा है। ऐसी स्थिति में कुछ ताकतें निर्दलीय और कांग्रेस के विधायकों को तोड़कर इस सरकार को गिराना चाहते हैं।


एफआईआर में आरोप है कि बीजेपी नेता विधायकों को धन का प्रलोभन देकर अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे हैं। राजस्थान का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप इस मामले की जांच कर रहा है।


खादी की कोख में पल रहा था 'विकास'

खादी की कोख में पल रहा था विकास
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर पहुचे विकास ने किया था सरेंडर स्वांग सजाकर कर दिया गया एनकाउंटर
8 पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उताने का था विकास पर आरोप
प्रदेश की पुलिस को चकमा देकर एमपी पहुचा था विकास यूपी पुलिस की हो रही थी भारी किरकिरी
पिछले दिनों एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की मात्र 9 दिनों पहले हुई थी शादी घर से उठा कर किया गया था एनकाउंटर
विकास के एनकाउंटर पर उठ रहें हैं सवाल एसटीएफ की कार्यवाही पर जताया जा रहा है बड़ा संदेह


महोबा,(रितुराज राजावत)। खाकी की कोख से जन्म लेने वाले विकास का अंत हो चुका है । उज्जैन से वापिस लाते हुए एसटीएफ कमिर्यो से होने वाली सीधी मुठभेड़ में विकास दुबे को मौत के घाट उतारा जा चुका है ।इस पूरे वाकये पर योगी सरकार की जमकर वाह वाही हो रही है तो वहीं प्रयासरत यूपी पुलिस को अपनी पीठ थपथपाने का स्वर्णिम अवसर प्राप्त हो गया है। वास्तविक विकास से अछूती जनता के समछ कुख्यात बदमाश माने जाने वाले विकास को मौत की नींद सुलाने का ढिढोंरा जोर शोर के साथ पीटा जा रहा है। न्यायपालिका को ठेंगें पर रखकर पुलिस और एसटीएफ कर्मियों द्वारा जिस प्रकार से इस एनकाउंटर की रूप रेखा बताई जा रही है वो न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि हास्यपद भी मानी जा रही है। सूबे में योगी सरकार को आए तीन वर्ष से अधिक वख्त गुजर गया है। इस पूरे कार्यकाल के दौरान उत्तर प्रदेश में अपराध का ग्राफ कम होने की जगह अपने चरम पर जा पहुचा है। इसी बीच सरकार में तीन वर्ष गुजारने के बाद एकाएक योगी आदित्यनाथ के राज में एनकाउंटर के दौर की सुरूआत हो गई है। कानपुर कांड के बाद चिर निद्रा से जागी सरकार में खाकी द्वारा चुन चुन कर अपराधियों को मौत के घाट उतारा जाने लगा है फिर चाहे तरीका जायज हो या फिर नाजायज। न्यायव्यवस्था का माखौल उड़ाते हुए विकास दुबे के एनाकाउंटर को एक उदाहरण के रूप में लिया जा सकता है। जिस व्यक्ति के पैर में स्टील की राॅड पड़ी थी वो कई किलोमीटर तक दौड़कर भागा जैसे बयान देने वाले बुद्धिजीवियों के शिक्षा स्तर पर संदेह व्यक्त करना कदाचित अनुचित नही कहा जा सकता है। इस पूरे प्रकरण में एक अकेला अपराधी या यूं कहें की समर्पणकर्ता का पूरी एसटीएफ कर्मियों पर भारी पड़ते हुए बंदूक छीनकर भाग जाना जैसे धूर्ततापूर्ण तथ्यों की प्रमाणिक्ता देते सुरक्षा कर्मियों को सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। अपने आप में ये भी अकाट्य सत्य है की विकास को पकड़ने में उत्तर प्रदेश की पुलिस साफ तौर पर नाकारा और नाकामयाब साबित हुई है अगर एैसा नही था तो विकास मध्यप्रदेश के उज्जैन नगरी के महाकालेश्वर मंदिर तक आखिर पहुचा कैसे। ऐसे न जाने कितने सवाल हैं जिनका जवाब शायद ही किसी के पास होगा लेकिन इन सब में सबसे बड़ा सवाल ये है की विकास को अपने गर्भ में पालने वाले वो कोख किन राजनैतिक रसूखदारों की थी जिन्होनें एक आम आदमी को अपराधी बना डाला । इस प्रकरण के दौरान जो सबसे आश्चर्यजनक वाकया हुआ वो था सन्देह के घेरे में आए तिवारी जी पर लाइन हाजिर जैसी छोटी कार्यवाही करके उनपर विशेष कृपा का बनाया जाना । न तो कोई दंडात्मक कार्यवाही तिवारी जी पर की गई है और न ही उन्हें पदमुक्त किया गया हैं । जांच की जा रही जैसे की पूर्व में की जाती रही है और थोड़े दिनों बाद थाने की शोभा बढ़ाने के लिए उन्हें फिर से किसी थाने पर विराजमान कर दिया जाएगा जैसे की पूर्व में अन्य चहेतों को किया जाता रहा है ।             


सवालों के कटघरे में योगी सरकार

अकांशु उपाध्याय 


लखनऊ। विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद सोशल मीडिया में लाखों सवालों की झड़ी लग गई है। अपने-अपने हिसाब से लोग पुलिस, उत्तर प्रदेश सरकार और बीजेपी-कांग्रेस से सवाल कर रही है। कई लोग मजेदार मीम्स बनाकर भी सोशल मीडिया में वायरल कर रहे है। कुछ लोग इस एनकाउंटर को सही बता रहे है तो कुछ इसे गलत। कुछ इसे जाति-धर्म से भी जोड़कर सवाल पूछ रहे है और कई सवालों का जवाब जानना चाह रहे है। इसे लेकर विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसमें ग्राउंड रिपोर्टिगं के हालात को देखते हुए कई जायज सवाल उठाए है, जिसके जवाब का इंतजार पूरे देश को है।






 






  1. दिनभर चार्टर्ड प्लेन की खबरें थीं, फिर सड़क के रास्ते कैसे ले जाया गया?


पहले चर्चा थी कि विकास को चार्टर्ड प्लेन के जरिए उज्जैन से इंदौर और फिर वहां से यूपी ले जाया जाएगा, लेकिन गुरुवार शाम को अचानक कहा गया कि उसे सड़क के रास्ते ले जाया जाएगा और इसके लिए यूपी एसटीएफ की टीम आ रही है। लेकिन एसटीएफ की टीम आई ही नहीं। शाम को उज्जैन से एमपी पुलिस की टीम विकास को झांसी तक ले गई।



  1. पुलिस के काफिले में कई गाड़ियां थीं, एक्सीडेंट सिर्फ उसी गाड़ी का हुआ जिसमें विकास सवार था?


विकास को जब झांसी में एमपी पुलिस ने यूपी पुलिस के हवाले किया, तब वहां 10 से ज्यादा गाड़ियां तैयार थीं। इसमें से एक गाड़ी में विकास को बैठाया गया। बाकी गाड़ियां आगे-पीछे थीं। मीडिया भी इस काफिले का पीछा कर रहा था। भारी बारिश हो रही थी। इस पूरे काफिले में एक्सीडेंट सिर्फ विकास की गाड़ी का हुआ। पुलिस की बाकी किसी गाड़ी या मीडिया की किसी गाड़ी के साथ हादसा नहीं हुआ।



  1. मीडिया को जानबूझकर रोक दिया गया?

    आरोप है कि काफिले के साथ चल रही मीडिया की गाड़ियों को रोकने के लिए बीच में अचानक चेक पोस्ट लगा दी गई। इस वजह से मीडिया की गाड़ियां पीछे छूट गईं। बाद में खबर आई कि विकास दुबे जिस गाड़ी में था, वह पलट गई और उसका एनकाउंटर हो गया। एनकाउंटर के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अफसरों ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या मीडिया को रोकने के लिए ही अचानक चेकिंग शुरू की गई थी?



    1. विकास को हथकड़ी नहीं लगाई थी?


    यह भी बड़ा सवाल है कि जिस पर 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हों, जो 8 पुलिसवालों की हत्या का आरोपी हो, उसे गाड़ी में क्या हथकड़ी पहनाकर नहीं बैठाया गया था? उज्जैन के महाकाल मंदिर के निहत्थे गार्ड ने विकास को रोका था। कहा गया था कि गार्ड के साथ हाथापाई भी हुई, लेकिन विकास भाग नहीं सका। उसे पकड़ने वाली उज्जैन पुलिस के पास लाठी तक नहीं थी। वहीं, कानपुर के पास जब पुलिस की गाड़ी पलट गई तो विकास ने कैसे हथियारबंद पुलिस से पिस्टल छीन ली और फायरिंग करने लगा?



    1. कौन-से बड़े खुलासे करने वाला था विकास दुबे?


    इस बारे में पूछे जाने पर यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने बताया था कि विकास से पूछताछ की जाए तो बड़े-बड़े लोगों के नाम सामने आएंगे। इसमें आईएएस, आईपीएस, नेताओं के नाम सामने आ सकते हैं। विकास का उज्जैन में पकड़ा जाना समझ से बाहर है।


    उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दिलचस्प ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- दरअसल कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा- जिसका शक था, वही हो गया। विकास दुबे का किन-किन राजनीतिक लोगों, पुलिस अधिकारियों से संपर्क था, अब यह उजागर नहीं हो पाएगा। सभी एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?


    6. उज्जैन में गिरफ्तारी क्या स्क्रिप्टेड थी?


    विकास दुबे 4 राज्यों से गुजरते हुए 1250 किमी का सफर तय कर उज्जैन कैसे पहुंचा था, यह सस्पेंस बना हुआ है। उज्जैन में उसकी गिरफ्तारी पर भी सवाल उठे। एक दिन पहले यानी बुधवार दोपहर को उज्जैन के महाकाल थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी का तबादला हुआ। रात को कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी मनोज सिंह महाकाल मंदिर पहुंचे थे। दाेनाें का दावा है कि वे एक बैठक के सिलसिले में गए थे।


    7. उज्जैन पुलिस ने गांधीगिरी दिखाई? गुरुवार सुबह विकास दुबे मंदिर में टहलकर फोटो खिंचवाता रहा। यहां पुलिस की गांधीगिरी दिखाई दी। विकास खुद ही मंदिर से बाहर आया, पुलिसवाले पीछे चलते रहे। मीडिया आया, तब उसे गर्दन पकड़कर दबोचा गया। किसी पुलिसवाले के हाथ में डंडा तक नहीं था। मंदिर के अंदर विकास के फोटो-वीडियो कौन बनाता रहा, ये कोई नहीं जानता। जब विकास को पकड़ा गया तो एक पुलिसवाले को बोलते सुना गया कि शर्माजी मरवाओगे। विकास भी पीछे मुड़कर बार-बार देखता रहा। जैसे किसी को खोज रहा हो।




मैं संभाल लूंगी बंदूक, सब मरेंगेः रिचा

नईदिल्ली कानपुर में विकास दुबे का पोस्टमॉर्टम होने के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। इस मौके पर भैरव घाट पर उसकी पत्नी रिचा दुबे, छोटा बेटा और बहनोई दिनेश तिवारी मौजूद थे। लेकिन घाट पर रिचा मीडियाकर्मियों के सवालों पर भड़क गईं। रि‍चा ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल भी क‍िया। मेरे पति को मार कर तुम सबने ठीक नहीं किया। अब मैं खुद चलाऊंगी बंदूक…पति को जिसने मरवाया है, जिसने मारा है…सब मरेंगे। ये शब्द शुक्रवार को भैरवघाट में विकास दुबे के अंतिम संस्कार में पहुंची पत्नी रिचा के हैं। पति की मौत के बाद उसका गुस्सा पुलिस, प्रशासन और मीडिया पर साफ तौर से देखने को मिला।


अंतिम संस्कार के लिए जाते वक्त मीडिया ने उससे अपना पक्ष रखने को कहा। इस बात से वो आक्रोशित हो गई और धमकी दी। वहीं, पुलिस के कहने पर भी विकास के अंतिम संस्कार में उसके माता-पिता ने शामिल होने से इंकार कर दिया। विकास के शव का पोस्टमार्टम कराने के काफी देर बाद तक पुलिस को शव का कोई दावेदार नहीं मिला।


शाम को शिवली से विकास के बहनोई दिनेश तिवारी पोस्टमार्टम वाली जगह पहुंचे और अपनी सुपुर्दगी में शव लिया। यहां से शव को सीधे भैरवघाट स्थित विद्युत शवदाह गृह ले जाया गया। लखनऊ से विकास की पत्नी रिचा, बेटा, मामी व बिकरू से रिश्तेदारी की तीन अन्य महिलाएं पहुंचीं। मीडिया ने रिचा से बिकरू में आठ पुलिस की हत्या के संबंध में सवाल किए तो वह भड़क उठी। जोर-जोर से चिल्ला कर कहा कि तुम सबने मिलकर मेरे पति को मरवा दिया। जिसने जैसा किया है, उसको वैसा ही परिणाम भुगतने तक की धमकी दी। एसपी पूर्वी राजकुमार ने पुलिसकर्मियों को उसे वहां से ले जाने के निर्देश दिए। करीब आधे घंटे में शव का अंतिम संस्कार कराने के बाद रिचा, बेटे व मामी के साथ तीन कारों से लखनऊ रवाना हो गई, जबकि तीन अन्य महिलाएं भी गांव के लिए निकल गईं। गौरतलब है कि विकास दुबे की कल सुबह पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गयी। पुलिस का कहना है कि उसे कानपुर लाया जा रहा था, उसी दौरान गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया और वह भागने की कोशिश करने लगा। उसने पुलिस से पिस्तौल भी छीन ली थी और फायरिंग किया था, जिसके बाद जवाबी फायरिंग में वह मारा गया।              


बाढ़-भूस्खलन से 64 लोगों की मौत

असम। असम में शुरुआती दिनों से हो रही लगातार बारिश बाढ़ से हाल-बेहाल है। जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित है। बाढ़ का खतरा अभी बना हुआ है। स्थिति जस की तस बनी हुई, बल्कि एक तरह से और बिगड़ती ही जा रही है। असम के कई जिले में बेहद प्रभावित है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 14 जिलों के 32 राजस्व क्षेत्रों के 3,41,837 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ का पानी उदलगिरी और डिब्रूगढ़ में भी फैल गया है। बाढ़ और भूस्खलन के कारण राज्य भर में अब तक 64 लोगों की मौत हो चुकी है।


अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन


अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश के बाद भूस्खलन की कई घटनाएं हुई है. इन घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन की घटनाओं में मारे गए लोगों के प्रति दुख जताया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, मेरी संवेदनाएं हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ हैं. आपदा में प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जा रही है। वहीं, राज्य के मुख्‍यमंत्री पेमा खांडू ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की।


मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में भारी बारिश और तूफान की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 24 घंटे में दिल्ली सहित उत्तर-पूर्व के कई राज्यों में भारी बारिश हो सकती है. चक्रवाती तूफान के भी आसार बन रहे हैं। बारिश अगले से दो से तीन दिनों तक लगातार होने की संभावना है। दूसरी ओर असम में भारी बारिश बाढ़ के हालात बने हुए है। बिहार में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर अरब सागर पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इससे असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और झारखंड में तेज मॉनसूनी बारिश के आसार हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के मध्य भागों, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण और पूर्वी राजस्थान, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में हल्की बारिश की संभावना है।


दिल्ली की बात करे तो दिल्ली में भारी बारिश की चेतावानी दी गई है। वहीं पानीपत, कटिहार, करनाल, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, मोदीनगर, बिजनौर, बुलंदशहर, हापुड़, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, नरोरा और गाजियाबाद समेत आस-पास के इलाकों में बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा हरियाणा के नरनौल, बावल, नूह में भी तेज हवा के साथ हल्की बारिश हो सकती है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जुलाई 12, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-334 (साल-01)
2. रविवार, जुलाई-12, 2020
3. शक-1943, श्रावण, कृष्ण-पक्ष, तिथि- सप्तमी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:31,सूर्यास्त 07:27।


5. न्‍यूनतम तापमान 26+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.। बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


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शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

दक्षिण चीन के बडे क्षेत्र में आई बाढ़

बीजिंग। दक्षिणी चीन के एक बड़े क्षेत्र में मौसमी बारिश और बाढ़ के कारण हालात खराब हो गए हैं। चीन के सरकारी मीडिया ने कहा है कि इस साल पहले हुई बाढ़ों के कारण 120 से अधिक लोग मारे गए हैं या लापता हो गए हैं। चीन के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने रविवार सुबह को मौसम की खराबी की चेतावनी दे दी थी। केंद्र ने देश के आधे दर्जन से अधिक प्रांतों और शंघाई और चोंगकिंग के शहरों के लिए खराब मौसम को पीला रंग दिया जिसका अर्थ मौसम के चार सबसे खराब स्तरों में से तीसरा खराब स्तर है।
सड़कों और खेतों में भर गया पानी, कई घर ढहे सोमवार दोपहर को मूसलाधार बारिश होने का अनुमान था। राज्य के प्रसारक सीसीटीवी ने अपनी फुटेज में दिखलाया कि हाल के दिनों में हुए आंधी-तूफान के बाद अनहुई प्रांत में सड़कों और खेतों में पानी भर गया है और जियांग्शी प्रांत के दक्षिण में 54 घर ढह गए है। जियांग्शी प्रांत से 8,000 से अधिक लोगों को बाहर निकाला गया है।        


फारुख खान


तेज बारिश से दिल्ली को मिली राहत

नई दिल्ली। कई दिनों की उमस के बाद आखिरकार आज दिल्लीवालों को थोड़ी राहत मिली है। दिल्ली, नोएडा और गुरुग्राम के कई इलाकों में शुक्रवार शाम झमाझम बारिश हुई वहीं एनसीआर में भी मौसम का मिजाज बदला-बदला नजर आया। कई जगहों पर रिमझिम बारिश हुई तो कहीं तेज हवाओं ने लोगों को गर्मी से राहत पहुंचाई। गुरुग्राम में भी हल्की बारिश हुई। दिल्ली में कई दिनों से लोग बारिश का इंतजार कर रहे हैं लेकिन यहां जमकर बारिश नहीं हो रही है। ऐसे में लोग उमस से परेशान हैं। यहां 25 जून को ही मॉनसून ने दस्तक दे दी थी लेकिन इसके बाद बारिश ज्यादा मेहरबान नहीं हुई। मौसम विभाग ने अब भी दिल्ली और आसपास के इलाकों में ज्यादा बारिश की उम्मीद नहीं जताई है वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों समेत बिहार में अगले दो-तीन दिन तेज बारिश की उम्मीद है।             


राजू


तनाव को लेकर राजदूत का बयान जारी

नई दिल्ली/ बिजिंग। भारत और चीन में जारी तनाव को लेकर भारत में चीन के राजदूत सुन वेइदोंग ने अपना बयान जारी किया है। इस बयान में चीनी राजदूत ने कहा कि 15 जून को गलवान घाटी में जो कुछ भी हुआ उसे न तो भारत और न ही चीन को पसंद आया।


सुन वेइदोंग ने कहा है, ''पाँच जून को सीमा विवाद को लेकर चीन के विदेश मंत्री वांग यी और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बीच बातचीत हुई और दोनों देश तनातनी कम करने के लिए एक सकारात्मक सहमति तक पहुंचे। वर्तमान में हमारे सैनिक सैन्य कोर कमांडर के साथ हुई बातचीत के अनुरूप पीछे हट रहे हैं। गलवान घाटी में जो कुछ भी हुआ उसे लेकर दोनों देशों में बनी सहमति पर भारत में कुछ हलक़ों में संदेह जताए गए। इससे दोनों देशों के संबंधों को लेकर ग़लत धारणा बनी। ये चीज़ें दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के लिए ठीक नहीं हैं। इसी को लेकर मैंने सोचा कि कुछ अहम बिंदुओ पर स्थिति स्पष्ट होनी चाहिए।


रूस में मृतक संख्या-11000 के पार

मास्को। रूस में मौत का आंकड़ा 11 हजार के पार पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे में देश में 174 नई मौतें दर्ज हुई हैं, जिसके बाद कुल मरनेवालों का आंकड़ा 11017 हो गया है। दुनिया में चौथे नंबर पर संक्रमित देश में प्रत्येक दिन कोरोना का खतरा बढ़ रहा है। अबतक यहां पर संक्रमितों का आंकड़ा 7 लाख 13 हजार 936 हो गया है वहीं अबतक 4 लाख 89  हजार से ज्यादा मरीज ठीक भी हो चुके हैं। 


दुनिया में चौथा संक्रमित देशः बता दें कि रूस पहले पुरी दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा संक्रमित देश था। भारत में बढ़ते मामलों को बाद रूस चौथे नंबर पहुंच गया और भारत टॉप 10 की लिस्ट में तीसरे नंबर पहुंच गया है। भारत में इस वक्त 7 लाख 93 हजार 802 संक्रमित मामले हैं वहीं मरनवालों की संख्या 21,604  हो गई है। अमेरिका, ब्राजील और भारत सबसे ज्यादा संक्रमित देश पूरी दुनिया में इस वक्त अमेरिका सबसे ज्यादा संक्रमित देश है। यहां पर संक्रमितों का आंकड़ा 31 लाख 65 हजार के पार पुहंच गई है वहीं मरनेवालों की संख्या 1 लाख 35 हजार के पार पहुंच गई है। वहीं दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा प्रभावित ब्राजील है। यहां पर संक्रमितों का आंकड़ा 17 लाख 59 हजार के पार पहुंच गया है वहीं मरनेवालों की संख्या 69 हजार के पार पहुंच गई है। यानी तीनों देशों की तुलना में रूस में अबत सबसे कम लोगों की मौत हुई है।


मनोज सिंह ठाकुर


लॉकडाउन यूपी: क्या बंद, क्या खुलेगा ?

उत्तरप्रदेश मेएक बार फिर से लगेगा लॉक डाउन , जानें क्या खुलेगा , क्या रहेगा बंद
बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन ( Lockdown) फिर से लगाया जाएगा। लॉकडाउन आज रात 10 बजे से 13 जुलाई सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। हालांकि इस दौरान जरूरी सेवा में किसी तरह की बाधा नहीं आएगी। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए यूपी सरकार ने लॉक डाउन का फैसला लिया है।


उत्तर प्रदेश में लॉक डाउन की गाइडलाइन –
1. लॉकडाउन के दौरान पूरे राज्य में समस्त कार्यालय एवं समस्त शहरी व ग्रामीण हाट, बाजार, गल्ला, मंडी और व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।


2 स्वास्थ्य और चिकित्सकीय सेवाओं की आपूर्ति पहले की तरह ही खुले रहेंगे। कोरोना वॉरियर, स्वास्थ्य, स्वच्छता कर्मी, डोर स्टेप डिलेवरी से जुड़े लोगों के आने जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा।


3. रेलवे का आवागमन जारी करेगा। ट्रेन से आने वाले यात्रियों के आवागमन हेतु बसों की व्यवस्था सड़क परिवहन विभाग द्वारा की जाएगी।


4. मालवाहक वाहनों के आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। पेट्रोल पंप खुले रहेंगे।


5. ग्रामीण क्षेत्र में स्थित औद्योगिक कारखाने खुले रहेंगे। शहरी क्षेत्रों में निरंतर चालू रहने वाले औद्योगिक कारखानों को छोड़कर सभी बंद रहेंगे।


6. लॉकडाउन के दौरान एक्सप्रेसवे, बड़े पुल और सड़कों का निर्माण जारी रहेगा।


7. प्रत्येक जिला में मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों द्वारा संयुक्त भ्रमण किया जाएगा।


एलईडी बल्ब से 24,000 करोड़ की बचत

अकांशु उपाध्याय


दिल्ली/भोपाल/रीवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि एलईडी के बल्व के उपयोग से देश में लगभग 24 हजार करोड़ रुपये की बचत हो रही है। मध्य प्रदेश रीवा में स्थापित एशिया की सबसे सौर उर्जा परियोजना रीवा अल्टा मेगा सोलर परियोजना का लोकार्पण करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले एलईडी बल्ब के उपयोग की लोग जरुरत महसूस करते थे, मगर महंगी होने के कारण उसे खरीद नहीं पाते थे।


अब इस बल्ब की कीमत दस गुना कम हुई है। इसी का नतीजा है कि देश मे अब तक 36 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित किया जा चुके है। एक करोड़ सड़क बत्ती में इसका उपयेाग हो रहा है। मात्र एलईडी के उपयोग से बिजली की खपत में आई कमी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा एलईडी के उपयोग से हर साल 24 हजार करोड़ रुपये की बचत हो रही है। इतना ही नहीं पर्यावरण की रक्षा में भी मदद मिल रही है।

मोदी ने परियोजना राष्ट को समर्पित करते हुए कहा कि रीवा की पहचान पहले नर्मदा नदी और सफेद बाघ के कारण थी मगर अब सौर उर्जा के संयंत्र के कारण होगी। इसके साथ ही राज्य में अन्य परियोजनाओं के शुरू होने से मध्य प्रदेश सस्ती और साफ-सुथरी बिजली का हब बन जाएगा। इससे किसान, गरीब और मध्यम वर्ग को सस्ती बिजली मिलेगी।


उन्होंने कहा कि सौर उर्जा आने वाली सदी की ऊर्जा का बड़ा मध्यम बनने वाली है। यह उर्जा श्योर, प्योर व सिक्योर भी है। आत्म निर्भर भारत के लिए बिजली की आत्म निर्भरता आवश्यक है। इसमें सौर उर्जा बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाली है।


यह परियोजना में स्थित सौर पार्क (कुल क्षेत्रफल 1500 हेक्टेयर) के अंदर 250 मेगावट की तीन सौर इकाइयां स्थित हैं। प्रत्येक इकाई 500 हेक्टेयर भूमि पर स्थापित है। सौर पार्क को मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम मर्यादित तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम सोलर एनर्जी कर्पोरेशन ऑफ इण्डिया की संयुक्त कम्पनी रीवा अल्ट्रा मेगा सोलर लिमिटेड (आरयूएमएसएल) द्वारा विकसित किया गया है।


यह सौर उर्जा परियोजना की क्षमता 750 मेगावाट है। इसमे तीन इकाईयां 250-250 मेगावाट की है। इस परियोजना की 24 प्रतिशत बिजली दिल्ली मैट्रो को दी जाएगी। यह एशिया की सबसे बड़ी सौर उर्जा परियोजना है। इस परियोजना का प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली से वर्चुअल लेाकार्पण किया। यह लगभग चार हजार करोड़ की लागत से स्थापित की गई परियोजना है। इस मौके पर भोपाल मे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, दिल्ली में केंद्रीय उर्जा मंत्री आर के सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, धर्मेंद्र प्रधान, थावरचंद्र गहलोत, प्रहलाद पटेल मौजूद रहे।               


रक्षामंत्री ने पूर्वी लद्दाख का जायजा लिया

अकाशुं  उपाध्याय


नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ दो महीने से चले आ रहे गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज शीर्ष सैन्य नेतृत्व के साथ स्थिति की समीक्षा की। सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत , सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल कर्मबीर सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया तथा वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ताजा हालात की विस्तार से समीक्षा की। बैठक में जनरल नरवणे ने पेगांग झील के गलवान घाटी, गोगरा, हॉट स्प्रिंग और फिंगर 4 क्षेत्रों में सैनिकों के परस्पर पीछे हटने की प्रक्रिया के पहले चरण के बारे में ब्योरा दिया। सेना प्रमुख ने क्षेत्र में किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए सेना की तैयारियों के बारे में भी रक्षा मंत्री को जानकारी दी। उन्होंने पूर्वी लद्दाख, अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और सिक्किम में वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगते संवेदनशील क्षेत्रों में स्थिति के बारे में भी ब्योरा दिया।


सरकारी सूत्रों का कहना है कि सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया का पहला चरण पूरा होने के साथ ही दोनों पक्षों के बीच अगले सप्ताह कोर कमांडर स्तर की चौथे दौर की वार्ता भी होने वाली है। इस दौरान सैनिकों को पीछे हटाने के अगले चरण के तौर तरीकों तथा अन्य मुद्दों पर बातचीत होने की संभावना है। दोनों सेनाओं के बीच मई के शुरू से ही पूर्वी लद्दाख में विभिन्न क्षेत्रों में गतिरोध बना हुआ है। इसी के चलते दोनों ओर के सैनिकों के बीच गत 15 जून को गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई थी जिसमें एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गये थे। चीन के भी बड़ी संख्या में सैनिक हताहत हुए थे।             


यूपी के पाठ्यक्रमों में होगी कटौती

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर सीबीएसई की तर्ज पर राज्य के स्कूली पाठक्रमों में कटौती की जाएगी। डॉ. शर्मा ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर वाराणसी के मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के मद्देनजर सीबीएसई की तर्ज पर राज्य के स्कूली पाठक्रमों में कटौती की जाएगी।


उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के स्कूली पाठ्यक्रमों में कटौती करने से पहले हर पहलू पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। तमाम संबंधी पक्षों की राय लेने के बाद कोई फैसला लिया जाएगा। इसके लिए आवश्यक प्रक्रिया चल रही तथा जल्दी ही विस्तृत जानकारी दी जाएगी।

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि जिन कॉलेजों एवं विश्वविद्यालों में नामांकन के लिए परीक्षाएं की व्यवस्था पहले से चली आ थीं, वहां का प्रशासन कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न नई परिस्थियों के मद्देनजर अंक के आधार पर नामांकन करने या ऑनलाइन माध्यम से परीक्षाएं आयोजित करने या नहीं करने के बारे में खुद कोई फैसला ले सकता है।             


₹5000 में ले डाक विभाग की फ्रेंचाइजी

कविता गर्ग


नई दिल्ली। इस समय देश में लगभग 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस हैं, लेकिन इसके बाद भी पोस्ट ऑफिस की हर जगह पहुंच नहीं बन पाई है। अपनी पहुंच को सभी जगह पहुंचाने के लिए पोस्ट ऑफिस फ्रेंचाइजी देता है। इस समय विभाग अपने नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रहा है, जिसका आप फायदा उठा सकते हैं। अगर आप अच्छी कमाई वाला काम करना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी के माध्यम से यह किया जा सकता है। आज हम आपको बताते हैं कि आप कैसे सिर्फ 5000 रुपए में पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी ले सकते हैं-
पोस्ट ऑफिस इस समय दो तरही की फ्रेंचाइजी देता है। पहली आउटलेट फ्रेंचाइजी है और दूसरी पोस्टल एजेंट्स फ्रेंचाइजी है। आप इन दोनों में से कोई भी फ्रेंचाइजी ले सकते हैं। बता दें कि देशभर में कई ऐसी जगह हैं, जहां पोस्ट ऑफिस खोलने की जरूरत तो है, लेकिन वहां पोस्ट ऑफिस खोला नहीं जा सकता तो वहां लोगों तक सुविधाएं पहुंचाने के लिए फ्रैंचाइज आउटलेट खोला जाता है। इसके अलावा ऐसे एजेंट्स जो शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्टल स्टैम्प्स और स्टेशनरी घर-घर पहुंचाते हैं। इसको पोस्टल एजेंट्स फ्रेंचाइजी के नाम से जाना जाता है।


फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति की आयु 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए। इसके अलावा कोई भी भरतीय व्यक्ति पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी ले सकता है। साथ ही फ्रेंचाइजी लेने वाले व्यक्ति के पास किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से आठवीं पास का सर्टिफिकेट होना भी जरूरी है। इसके लिए आपको 5000 रुपए खर्च करने होंगे।


अगर आप पोस्ट ऑफिस की फ्रैंचाइजी लेना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए 5000 रुपए का सिक्यॉरिटी डिपॉजिट देना होता है। फ्रैंचाइजी मिलने के बाद आपको आपके काम के हिसाब से एक निश्चित कमीशन दिया जाता है। यह हजारों रुपए महीने का हो सकता है।


इसके अलावा आपको ग्राहकों को पोस्ट ऑफिस से मिलने वाली सुविधाएं जैसे- स्टाम्प, स्पीड पोस्ट, आर्टिकल्स, स्टेशनरी, मनी ऑर्डर की बुकिंग के लिए आपको अपनी तरफ से सुविधाएं मुहैया करानी होती हैं। बता दें कि ये सुविधाएं ग्राहकों को पोस्टल एजेंट्स बनकर घर-घर भी पहुंचाई जा सकती हैं।


पोस्ट ऑफिस की फ्रैंचाइजी के लिए आपको आवेदन करना होगा. आवेदन करने के लिए आप (https://www.indiapost.gov.in/VAS/DOP_PDFFiles/Franchise.pdf) इस ऑफिशियल लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। यहां से आप फॉर्म डाउनलोड करके फ्रेंचाइजी के लिए आवेदन कर सकते हैं। बता दें जिन भी लोगों को चुना जाएगा उनको पोस्ट डिपार्टमेंट के साथ एक एमओयू साइन करना होता है। इसके बाद ही वह ग्राहकों को सुविधाएं दे सकेंगे।


हिमाचल में हुआ 10,000 घरों का निर्माण







हिमाचल में हुआ दस हजार घरों का निर्माण
















श्रीराम मौर्य


शिमला। हिमाचल सरकार ने बीते अढ़ाई वर्षों के दौरान विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत राज्य में 10,000 घरों का निर्माण किया है। यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न आवास योजनाओं के लाभार्थियों के साथ बातचीत करते हुए कही।


उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश, देश का एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां प्रत्येक लाभार्थी को घर निर्माण के लिए एक लाख 50 हजार रूपए प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरम्भ में यह राशि एक लाख 30 हजार रूपए थी। यह राशि वर्तमान सरकार द्वारा गत वित्त वर्ष के दौरान बढ़ा दी गई थी। वर्तमान वित्त वर्ष में प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के अंतर्गत 20 हजार रूपए की वृद्धि की गई है।







नौकरी से निकालेंं कर्मचारियों का धरना

विजय भाटी


ग्रेटर नोएडा। गौतम बुध नगर यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा के प्रशासन द्वारा सैकड़ों संविदाकार सफाई कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने के खिलाफ आंदोलनरत कर्मचारियों का यूनिवर्सिटी के गेट पर कर्मचारियों का धरना आज भी जारी रहा। धरनारत श्रमिकों को सीटू जिला अध्यक्ष गंगेश्वर शर्मा व सीटू जिला महासचिव राम सागर ने संबोधित किया और कर्मचारियों के आंदोलन और उनकी जायज मांगों का समर्थन किया।" alt="" aria-hidden="true" />अखिल भारतीय किसान सभा के जिला प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने संबोधित करते हुए मजदूरों के आंदोलन का समर्थन किया और कहा कि मजदूरों की लड़ाई में किसान भी उनके साथ हैं साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना किया और विश्वविद्यालय प्रशासन से कार्य से रोके गए सभी श्रमिकों को कार्य पर लिए जाने और उनका बकाया वेतन का भुगतान करने की मांग किया।कर्मचारियों को संबोधित करते हुए सीटू नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा ने बताया कि गौतम बुध नगर विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा का संचालन शुरू होने के समय से ही कार्यरत सैकड़ों सफाई कर्मचारी स्थाई रूप से कार्य करते चले आ रहे हैं, लेकिन उन्हें श्रम कानूनों के तहत मिलने वाली विधिक सुविधाओं से विश्वविद्यालय प्रशासन और उनके संविदाकार वंचित रखते आ रहे हैं जिस के संबंध में समय-समय पर कर्मचारियों द्वारा आवाज उठाई जाती रही है, कोविड-19 के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान भी श्रमिकों को कार्य पर बुलाया गया लेकिन उस दौरान कार्य किए गए 2 माह का वेतन का भुगतान नहीं किया वेतन भुगतान और श्रम कानूनों का पालन की श्रमिकों द्वारा मांग करने पर श्रमिकों को 15 जून 2020 से गैरकानूनी तरीके से कार्य से रोक दिया तभी से कार्य पर लिए जाने और वेतन का भुगतान की मांग को लेकर यूनिवर्सिटी के समक्ष भयंकर गर्मी व धूप में श्रमिक धरने पर बैठे हैं लेकिन उनकी पीड़ा को कोई समझने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते श्रमिकों को कार्य पर नहीं लिया तो सीटू मजदूरों के साथ बड़ा आंदोलन करने को विवश होगी जिसकी जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी प्रशासन, जिला प्रशासन, श्रम विभाग और प्रदेश सरकार की होगी। धरने में संजय, अमित, कपिल, देवेंद्र, नरेश, मामचंद, मनोज, शोभा, कला, सुनीता, सुंदरी आदि श्रमिकों ने हिस्सा लिया।                   


'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की

'रेडिएशन' स्टॉर्म के बारे में चेतावनी जारी की  अखिलेश पांडेय  नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। वैज्ञानिक अभी भी पिछले सप्ताह आए सोलर स्टॉर्म...