मंगलवार, 7 जुलाई 2020

विकास कार्य पूर्ण करने के निर्देश

विधायक ने उपमंडल होडल के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों को लेकर की बैठक, विकास कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश


रतन सिंह चौहान
पलवल। विधानसभा होडल के विधायक जगदीश नायर ने सोमवार को लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सडक़े) विश्राम गृह में उपमंडल होडल के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों को लेकर बैठक ली।
विधायक ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा विकास कार्यों में कोताही बिल्कुल भी सहन नहीं की जाएगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने विधानसभा बैठक में सभी विधायकों को निर्देश दिए की सभी विधायक अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में लोगों की समस्याएं सुने और मौके पर उनका समाधान करवाएं। इसी कड़ी में सोमवार को हसनपुर खंड के स्थानीय विश्राम गृह में लोगों की बिजली, पानी व सीवर आदि की समस्याओं को सुनकर मौके पर ही अधिकारियों को संबंधित समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए उनके समाधान तत्परता से करें। लंबित पडे विकास कार्यों को बिना किसी देरी शीघ्र पूर्ण करें।
बैठक में होडल की खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी पूजा शर्मा, होडल के डीएसपी दलवीर सिंह, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता रमेशचंद, मार्केट कमेटी के सचिव संदीप कुमार, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के कार्यकारी अभियंता एस.एस. दलाल, एस.एच.ओ. हसनपुर जितेंद्र कुमार, जिला बागवानी अधिकारी अब्दुल रज्जाक, हसनपुर के नायब तहसीलदार मोहम्मद इब्राहिम, होडल के नायब तहसीलदार मानसिंह, एसडीओ पीडब्ल्यूडी अशोक कुमार, पूर्व नगरपालिका चेयरमैन मनोहर, हसनपुर के सरपंच दीपक मंगला, मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय, भाजपा मंडल अध्यक्ष हेमदत्त पाठक, नंबरदार इलियास खान, बीजेपी नेता भारतपाल गोयल, वनय सिंह सहित कई गांवों के पंच-सरपंच और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।              


सिविल सर्जन की बैठक दिए दिशा-निर्देश

सिविल सर्जन ने कम्प्यूटर ऑपरेटर व लेखा सहायकों की बैठक लेकर दिए आवश्यक दिशा-निर्देश


रतन सिंह चौहान।
पलवल। सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप व उपसिविल सर्जन मलेरिया डा. राजीव बातिस की अध्यक्षता मे जिला अस्पताल पलवल मे एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सिविल सर्जन द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए कि पिछले दो दिन पहले बारिश होने के बाद मच्छरों के पनपने की पूरी-पूरी संभावना है। क्योकि बारिश का पानी छोटे-छोटे गड्ढïों मे भर जाता है, जिस कारण मच्छर उस ठहरे हुए पानी मे अंडे देते है, जिससे मलेरिया व डेंगू की बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की बढ़ोतरी तेजी से होती है। इसलिए उन्होंने तुरंत प्रभाव से मलेरिया उन्मूलन की टीमो द्वारा ठहरे हुए पानी मे काला तेल व टेमिफोस की दवाई डलवाने के दिशा-निर्देश दिए हैं, जिससे मच्छरों कि उत्पत्ति पर रोक लग सके।
सिविल सर्जन ने बताया कि बायोलॉजिस्ट की टीमो द्वारा शहर में लार्वा चेक करने के लिए सर्वे करवाया जा रहा है, जिसमे ब्रीडिंग चेकर व फील्ड वर्कर द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया उन्मूलन सम्बन्धी सभी आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। डा. बातिश ने बताया कि वर्ष 2019 मे मलेरिया के 182 मामले तथा डेंगू के 45 मामले सामने आए थे। जोकि वर्ष 2018 की तुलना मे 50 प्रतिशत कम  थे। अब 2020 में मलेरिया व डेंगू का अभी तक किसी भी प्रकार का कोई भी मामला सामने नही आया है। फिर भी जिला पलवल का स्वास्थ्य विभाग मलेरिया व डेंगू को लेकर पूरी तरह से सतर्क होकर अपने कार्य मे लगा हुआ है। डा. ब्रह्मïदीप ङ्क्षसह ने बताया कि अब तक जिला में मलेरिया की जांच के लिए पिछले महीने तक 43 हजार 679 से अधिक बुखार के मरीजों की जांच की जा चुकी है, जिसमें 9 मलेरिया के मरीज पाए गए है। सभी मरीजो के घर पर फोगिंग व फोकल स्प्रे करवा दिया गया है व एंटी मलेरिया एक्टिविटीज भी करवा दी गई हैं।
मलेरिया विभाग की टीमों द्वारा घरों मे लार्वा जांच के दौरान मच्छरों का लार्वा पाए जाने पर 270 घरों में चेतावनी संबंधी नोटिस भी दिए जा चुके है। पलवल शहर के सभी 32 वार्डों में नगर परिषद के साथ मिलकर फोगिंग करवाई गई है तथा कुछ कॉलोनियों में जहा पर मलेरिया व डेंगू के ज्यादातर मामले आते है, उन सभी में दोबारा से फोगिंग की एक्टिविटीज करवा दी गई है। इसके साथ ही 248 तालाब व जोहड़ो में लार्वाभक्षी गाम्बुजिया मछली भी डलवा दी गई है और जो तालाब व नाले गंदे है उनकी सफाई के लिए नगर परिषद को सूचित कर दिया गया है। जिले में डेंगू संभावित क्षेत्रो की सूची तैयार कर ली गई है, जिनमें स्वास्थ्य विभाग की टीमो द्वारा एंटी लार्वा संबंधित जरूरी गतिविधियां करवाई जा रही है। जिले में जून के महीने को एंटी मलेरिया माह के रूप मे मनाया गया, जिसमे सभी गांवो मे आशा व एम.पी.एच.डब्ल्यू (मेल) द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया रोधी एक्टिविटीज की गई, जिसमे लोगो को मलेरिया व डेंगू के प्रति जागरूक करना आदि शामिल रहा। इसके साथ-साथ कोविड-19 के बारे मे भी लोगो को दो गज की शारीरिक दूरी रखने व फेस मास्क लगाने के लिए जागरूक किया गया।
जिला मे सभी बुखार से पीडि़त मरीजो की जांच एम.पी.एच.डब्ल्यू.(मेल) व  आशा के द्वारा मुफ्त में की जा रही है और जिले मे अब तक पी. वी. मलेरिया बुखार के नौ मरीज पाए गए, जिनका तुरंत प्रभाव से 14 दिन का ईलाज किया जा रहा है, जिसमे से छ मरीज बिलकुल ठीक हो चुके है। इसका फॉलोअप किया जा चुका है। बाकी बचे हुए तीन मलेरिया के मरीजों का ईलाज चल रहा है। जिला मलेरिया कार्यालय पलवल में मलेरिया व डेंगू की लार्वीसयिडल एक्टिविटीज के लिए दस डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर विभाग के द्वारा अलग से लगाए जा रहे है, जो जुलाई से घर-घर जाकर मच्छर पनपने वाले सोर्स को चेक करेंगे। घरों में मच्छर की ब्रीडिंग पाए जाने पर टेमिफोस दवाई डालना या काला तेल डालने सम्बन्धी कार्य करेंगे व मच्छरों से बचने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। इसी के साथ जिले के सभी खंडों में बैठक भी की जा चुकी है, जिसमे मलेरिया व डेंगू की रोकथाम सम्बन्धी टारगेट्स पूरा करने के लिए सख्त निर्देश दे दिए गए हैं।
     आमजन को जागरूक करने के लिए सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि मलेरिया के शुरूआती लक्षणों मे तेज ठंड के साथ बुखार आना, सर दर्द होना व उल्टी आना है। इसलिए कोई भी बुखार आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर मलेरिया की जांच करवाए और अगर जांच में मलेरिया पाया जाता है तो उसका 14 दिन का ईलाज स्वास्थ्यकर्मी की देखरेख मे करें।
मलेरिया का उपचार व बचाव
कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है, इसलिए बुखार होने पर अपने नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र में तुरंत अपने रक्त की जांच करवाएं। मलेरिया होने पर तुरंत पूर्ण आमूल उपचार लें क्योकि आमूल उपचार न लेने से मलेरिया बुखार बार-बार होता है। मलेरिया बुखार बार-बार होने से शरीर में रक्त की कमी हो जाती है, जोकि बहुत घातक होती है। घरो में मच्छरनाशक दवाई का छिडकाव करवाएं। मच्छरदानी का प्रयोग करें। पूरी बाजू के कपडें पहनें। घर के आस-पास पानी इक_ïा न होने दें। बरसात का मौसम शुरु होने से पहले घर के आस-पास के गड्ढïों को मिट्टïी से भर दिया जाए ताकि उसमें बरसात का पानी एकत्रित न होने पाए, जिसमें मच्छर पनपते है। क्योंकि पानी ठहरेगा जहां मच्छर पनपेगा वहां।           


सवा 5 किलो गांजा पत्ती की बरामद

पांच किलोग्राम 252 ग्राम गांजा पत्ती बरामाद


रतन सिंह चौहान
होडल पलवल। कैंप थाना पुलिस ने गश्त के दौरान एक व्यक्ति को मादक पदार्थ सहित गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी यादराम ने बताया कि उनकी टीम आगरा चौक पर गश्त पर मौजूद थी। उसी दौरान मुकबिर खास से सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति अलीगढ़ यूपी से मादक पदार्थ लेकर आया है और आशियाना होटल के समीप खड़ा होकर सवारी का इंतजार कर रहा है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे तो उक्त युवक पुलिस को देख तेज गति से वापस जाने लगा जिसके हाथ में प्लास्टिक का कट्टा था। शक होने पर उक्त व्यक्ति को काबू किया गया जिसने पूछताछ में अपना नाम हीरालाल निवासी निवासी गांव रिबड़ बताया। उच्चाधिकारी नायब तहसीलदार अशोक कुमार मौजूदगी में प्लास्टिक कट्टे की तलाशी ली तो उससे 5 किलोग्राम 252ग्राम गांजा पत्ती को बरामद किया गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।              


बरसात शुरू, स्वास्थ्य विभाग हुआ सतर्क

बारिश होने के साथ ही पलवल में मलेरिया व डेंगू के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क


रतन सिंह चौहान।
पलवल। सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप व उपसिविल सर्जन मलेरिया डा. राजीव बातिस की अध्यक्षता मे जिला अस्पताल पलवल मे एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सिविल सर्जन द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए कि पिछले दो दिन पहले बारिश होने के बाद मच्छरों के पनपने की पूरी-पूरी संभावना है। क्योकि बारिश का पानी छोटे-छोटे गड्ढïों मे भर जाता है, जिस कारण मच्छर उस ठहरे हुए पानी मे अंडे देते है, जिससे मलेरिया व डेंगू की बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की बढ़ोतरी तेजी से होती है। इसलिए उन्होंने तुरंत प्रभाव से मलेरिया उन्मूलन की टीमो द्वारा ठहरे हुए पानी मे काला तेल व टेमिफोस की दवाई डलवाने के दिशा-निर्देश दिए हैं, जिससे मच्छरों कि उत्पत्ति पर रोक लग सके।
सिविल सर्जन ने बताया कि बायोलॉजिस्ट की टीमो द्वारा शहर में लार्वा चेक करने के लिए सर्वे करवाया जा रहा है, जिसमे ब्रीडिंग चेकर व फील्ड वर्कर द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया उन्मूलन सम्बन्धी सभी आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। डा. बातिश ने बताया कि वर्ष 2019 मे मलेरिया के 182 मामले तथा डेंगू के 45 मामले सामने आए थे। जोकि वर्ष 2018 की तुलना मे 50 प्रतिशत कम  थे। अब 2020 में मलेरिया व डेंगू का अभी तक किसी भी प्रकार का कोई भी मामला सामने नही आया है। फिर भी जिला पलवल का स्वास्थ्य विभाग मलेरिया व डेंगू को लेकर पूरी तरह से सतर्क होकर अपने कार्य मे लगा हुआ है। डा. ब्रह्मïदीप ङ्क्षसह ने बताया कि अब तक जिला में मलेरिया की जांच के लिए पिछले महीने तक 43 हजार 679 से अधिक बुखार के मरीजों की जांच की जा चुकी है, जिसमें 9 मलेरिया के मरीज पाए गए है। सभी मरीजो के घर पर फोगिंग व फोकल स्प्रे करवा दिया गया है व एंटी मलेरिया एक्टिविटीज भी करवा दी गई हैं।
मलेरिया विभाग की टीमों द्वारा घरों मे लार्वा जांच के दौरान मच्छरों का लार्वा पाए जाने पर 270 घरों में चेतावनी संबंधी नोटिस भी दिए जा चुके है। पलवल शहर के सभी 32 वार्डों में नगर परिषद के साथ मिलकर फोगिंग करवाई गई है तथा कुछ कॉलोनियों में जहा पर मलेरिया व डेंगू के ज्यादातर मामले आते है, उन सभी में दोबारा से फोगिंग की एक्टिविटीज करवा दी गई है। इसके साथ ही 248 तालाब व जोहड़ो में लार्वाभक्षी गाम्बुजिया मछली भी डलवा दी गई है और जो तालाब व नाले गंदे है उनकी सफाई के लिए नगर परिषद को सूचित कर दिया गया है। जिले में डेंगू संभावित क्षेत्रो की सूची तैयार कर ली गई है, जिनमें स्वास्थ्य विभाग की टीमो द्वारा एंटी लार्वा संबंधित जरूरी गतिविधियां करवाई जा रही है। जिले में जून के महीने को एंटी मलेरिया माह के रूप मे मनाया गया, जिसमे सभी गांवो मे आशा व एम.पी.एच.डब्ल्यू (मेल) द्वारा घर-घर जाकर मलेरिया रोधी एक्टिविटीज की गई, जिसमे लोगो को मलेरिया व डेंगू के प्रति जागरूक करना आदि शामिल रहा। इसके साथ-साथ कोविड-19 के बारे मे भी लोगो को दो गज की शारीरिक दूरी रखने व फेस मास्क लगाने के लिए जागरूक किया गया।
जिला मे सभी बुखार से पीडि़त मरीजो की जांच एम.पी.एच.डब्ल्यू.(मेल) व  आशा के द्वारा मुफ्त में की जा रही है और जिले मे अब तक पी. वी. मलेरिया बुखार के नौ मरीज पाए गए, जिनका तुरंत प्रभाव से 14 दिन का ईलाज किया जा रहा है, जिसमे से छ मरीज बिलकुल ठीक हो चुके है। इसका फॉलोअप किया जा चुका है। बाकी बचे हुए तीन मलेरिया के मरीजों का ईलाज चल रहा है। जिला मलेरिया कार्यालय पलवल में मलेरिया व डेंगू की लार्वीसयिडल एक्टिविटीज के लिए दस डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर विभाग के द्वारा अलग से लगाए जा रहे है, जो जुलाई से घर-घर जाकर मच्छर पनपने वाले सोर्स को चेक करेंगे। घरों में मच्छर की ब्रीडिंग पाए जाने पर टेमिफोस दवाई डालना या काला तेल डालने सम्बन्धी कार्य करेंगे व मच्छरों से बचने के लिए लोगों को जागरूक करेंगे। इसी के साथ जिले के सभी खंडों में बैठक भी की जा चुकी है, जिसमे मलेरिया व डेंगू की रोकथाम सम्बन्धी टारगेट्स पूरा करने के लिए सख्त निर्देश दे दिए गए हैं।
     आमजन को जागरूक करने के लिए सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि मलेरिया के शुरूआती लक्षणों मे तेज ठंड के साथ बुखार आना, सर दर्द होना व उल्टी आना है। इसलिए कोई भी बुखार आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर मलेरिया की जांच करवाए और अगर जांच में मलेरिया पाया जाता है तो उसका 14 दिन का ईलाज स्वास्थ्यकर्मी की देखरेख मे करें।
मलेरिया का उपचार व बचाव
कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है, इसलिए बुखार होने पर अपने नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र में तुरंत अपने रक्त की जांच करवाएं। मलेरिया होने पर तुरंत पूर्ण आमूल उपचार लें क्योकि आमूल उपचार न लेने से मलेरिया बुखार बार-बार होता है। मलेरिया बुखार बार-बार होने से शरीर में रक्त की कमी हो जाती है, जोकि बहुत घातक होती है। घरो में मच्छरनाशक दवाई का छिडकाव करवाएं। मच्छरदानी का प्रयोग करें। पूरी बाजू के कपडें पहनें। घर के आस-पास पानी इक_ïा न होने दें। बरसात का मौसम शुरु होने से पहले घर के आस-पास के गड्ढïों को मिट्टïी से भर दिया जाए ताकि उसमें बरसात का पानी एकत्रित न होने पाए, जिसमें मच्छर पनपते है। क्योंकि पानी ठहरेगा जहां मच्छर पनपेगा वहां।             


सीएम से जुड़े है 30 किलो सोने के तार

कविता गर्ग


तिरुवंतपुरम। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार को अधिकारियों ने एयर कार्गो के जरिए पहुंचे सामान में 30 किलोग्राम से अधिक सोना बरामद किया। बताया जा रहा है कि इसके तार यूएई के महावाणिज्य दूतावास से संबंधित एक राजनयिक खेप से जुड़े हुए हैं। वहीं, अब इसमें केरल के मुख्यमंत्री कार्यालय का नाम भी सामने आ रहा है। 


यूएई की एक पूर्व वाणिज्य अधिकारी स्वप्ना सुरेश इस मामले की मुख्य आरोपी हैं। फिलहाल वह केरल राज्य सूचना प्रौद्योगिकी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (केएसआईटीआईएल) के तहत स्पेस पार्क की विपणन संपर्क अधिकारी भी हैं। जैसे ही यह मामला सामने आया, भाजपा राज्य प्रभारी के सुरेंद्रन ने मुख्यमंत्री कार्यालय के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की और आरोप लगाते हुए कहा कि जैसे ही स्वप्ना सुरेश के इस मामले में आरोपी होने का पता चला, मुख्यमंत्री कार्यालय और आईटी सचिव ने सीमा शुल्क विभाग पर उसे रिहा करने का दबाव बनाया। 


सुरेंद्रन ने कहा कि मुख्यमंत्री और आईटी सचिव के कार्यालय के फोन रिकॉर्ड की जांच करके मामले में उसकी संलिप्तता को जाना जा सकता है। इसी बीच, सीमा शुल्क विभाग ने बताया है कि स्वप्ना सुरेश फरार चल रही है, जबकि एक पूर्व वाणिज्य दूतावास पीआर सारथ को भी मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। अपराध कबूल करने के बाद उसे सीमा शुल्क कार्यालय कोच्चि ले जाया गया। 


संदेह है कि, सारथ को कार्यालय से निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन वह स्वप्ना सहित वाणिज्य दूतावास में कुछ अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए हुए था। चूंकि वह जानता था कि राजनयिक सामान की विस्तृत जांच नहीं की जाती है, इसलिए उसने राजनयिक चैनल का उपयोग करके राज्य में बड़ी मात्रा में सोने की तस्करी की। स्वप्ना वाणिज्य दूतावास में अपने कार्यकाल तक सारथ के साथ सहयोग करती रही थी। हालांकि, उसने कार्यालय छोड़ने के बाद भी तस्करी में अपना सहयोग जारी रखा। उसने कथित तौर पर इस अपराध से बचने के लिए अपने कनेक्शन का भी इस्तेमाल किया है। वहीं, यूएई के वाणिज्य दूतावास ने यह स्पष्ट किया कि तस्करी में उनकी कोई भूमिका नहीं है और उनके कर्मचारी किसी भी तरह के दुर्भावना में शामिल नहीं हैं।


विश्वः 1 करोड़ 17 लाख कोरोना संक्रमित

नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण से एक करोड़ 17 लाख 31 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, जबकि मरने वालों की संख्या पांच लाख 40 हजार के पार पहुंच गई है। हालांकि, 66 लाख से ज्यादा लोग ठीक भी हुए हैं। 45 लाख 68 हजार एक्टिव के हैं यानी कि कोरोना से संक्रमित इन लोगों का इलाज जारी है। अमेरिका अभी भी कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की लिस्ट में सबसे ऊपर है। यहां अबतक 30 लाख लोग संक्रमण के शिकार हो चुके हैं, जबकि एक लाख 32 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। वहीं ब्राजील में भी कोरोना का कहर बरकरार है।


यहां अमेरिका के बराबर केस और मौतें दर्ज की जा रही हैं। ब्राजील में कुल 16 लाख लोग वायरस से संक्रमित हैं। ब्राजील के बाद भारत और रूस में संक्रमितों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ रही है। ब्राजील, रूस, स्पेन, यूके, इटली, भारत, पेरू, चिली, इटली, ईरान, मैक्सिको, पाकिस्तान, टर्की, साउथ अरब और साउथ अफ्रीका में कोरोना मामलों की संख्या दो लाख पार हो चुकी है। वहीं जर्मनी में भी 1 लाख 90 हजार से ज्यादा मामले आए हैं। भारत दुनिया में सबसे ज्यादा केस के मामले में तीसरे नंबर पर पहुंच गया है, जबकि सबसे ज्यादा मौत की लिस्ट में आठवें नंबर पर है।


यूजीसीः परीक्षाओं की गाइड लाइन जारी

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। गृह मंत्रालय की अनुमति के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सोमवार देर रात विश्वविद्यालयों और कालेजों की परीक्षाओं को लेकर संशोधित गाइड लाइन जारी की है। जिसमें जुलाई में परीक्षाओं को कराने जैसी अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। साथ ही अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को अनिवार्य बताते हुए इन्हें सितंबर के अंत तक कराने की अनुमति दी है। जो ऑनलाइन और ऑफलाइन किसी भी माध्यम से कराई जा सकेंगी। यूजीसी ने इसके साथ ही विश्वविद्यालयों और कालेजों को यह भी छूट दे दी है, वह इन परीक्षाओं की स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए 30 सितंबर तक कभी भी करा सकते हैं। हालांकि यूजीसी को इसकी जानकारी देनी होगी।


स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेने की छूट


यूजीसी ने इससे पहले 29 अप्रैल को जारी गाइडलाइन में सभी विवि और कालेजों से एक से पंद्रह जुलाई के बीच अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कराने को कहा था। जबकि पहले और दूसरे वर्ष की परीक्षाएं कराने के लिए 15 से 30 जुलाई तक का समय तय किया था। इस बीच कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कई राज्यों और विश्वविद्यालयों ने मौजूदा परिस्थितियों में परीक्षाएं कराने से हाथ खड़े कर दिए थे। जिसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यूजीसी से परीक्षाओं को लेकर जारी गाइडलाइन की नए सिरे से समीक्षा करने के निर्देश दिए थे।


यूजीसी ने इसके बाद हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की थी। जिसकी रिपोर्ट के बाद यूजीसी बोर्ड ने यह फैसला लिया है।यूजीसी ने इसके साथ ही सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को निर्देश दिया है, कि यदि इसके बाद भी कोई छात्र अंतिम वर्ष की परीक्षाएं नहीं दे पाता है तो उचित कारण पाए जाने पर उसे बाद में परीक्षा का मौका दिया जाए।


संशोधित गाइडलाइन में यूजीसी का सबसे ज्यादा जोर अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर है। जबकि पहले और दूसरे वर्ष के लिए यूजीसी ने पहले ही विश्वविद्यालयों से आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर प्रमोट करने के निर्देश दिए हैं। यूजीसी बोर्ड की बैठक में इस दौरान नए शैक्षणिक सत्र और प्रवेश परीक्षाओं को लेकर बाद में अलग से गाइडलाइन जारी करने को लेकर सहमति बनी है। बाद में गृह मंत्रालय से अनुमति के बाद गाइडलाइन जारी कर दी गई। बता दें कि यूजीसी की संशोधित गाइडलाइन आने से पहले देश के कई राज्य और विश्वविद्यालय जुलाई में परीक्षाएं कराने की योजना को रद कर चुके हैं।


कौनसी कार पर मिल रही है कितनी छूट

नई दिल्ली। कोरोना काल में हुई मंदी के बाद सेल्स बढ़ाने के लिए कंपनियां कारों पर कई तरह के डिस्कांउट ऑफर कर रही हैं। जून की तरह जुलाई में भी Maruti Suzuki की अरीना डीलरशिप से बेची जानी वाली कारों पर 53 हजार रुपये तक का डिस्काउंट मिल रहा है। आइए जानते हैं कंपनी किन कारों पर कितने का फायदा दे रही है।


मारुति सुजुकी अपनी सस्ती कार ऑल्टो पर 35 हजार रुपये तक का डिस्काउंट दे रही है। कंपनी इसमें 18 हजार रुपये की नकद छूट, 15 हजार रुपये ऐक्सचेंज बोनस और दो हजार रुपये कॉर्पोरेट डिस्काउंट दे रही है। ये ऑफर ऑल्टो के पेट्रोल और सीएनजी, दोनों ही वर्जन पर मिल रहा है। मारुति सुजुकी ऑल्टो की कीमत 2.94 लाख से 4.36 लाख रुपये तक है।


मारुति सुजुकी माइक्रो-एसयूवी एस-प्रेसो पर 48 हजार रुपये तक के फायदे दे रही है। इस ऑफर में 25 हजार रुपये का कैश डिस्काउंट, 20 हजार रुपये ऐक्सचेंज बोनस और तीन हजार रुपये कॉर्पोरेट डिस्काउंट दिया जा रहा है। अगर प्राइस की बात करें तो मारुति एस-प्रेसो की प्राइस 3.70 लाख से 5.13 लाख रुपये तक है।


इस लिस्ट में मारुति ईको भी शामिल है। कंपनी इस कार पर जुलाई के महीने में 32 हजार रुपये तक का डिस्काउंट दे रही है। इसमें दस हजार रुपये कैश डिस्काउंट, 20 हजार रुपये ऐक्सचेंज बोनस के अलावा दो हजार रुपये कॉर्पोरेट डिस्काउंट ऑफर दिया जा रहा है। ईको के दाम 3.80 लाख रुपये से 4.95 लाख रुपये तक हैं।


मारुति सुजुकी की सेलेरियो पर ग्राहक 53 हजार रुपये तक के फायदे हासिल कर सकते हैं। इसमें 30 हजार रुपये कैश डिस्काउंट, 20 हजार रुपये ऐक्सचेंज बोनस और तीन हजार रुपये कॉर्पोरेट डिस्काउंट दिया जा रहा है। ये ऑफर सिलेरिया और सिलेरियो एक्स, दोनों पर मिल रहा है। इस कार की कीमत 4.41 लाख से 5.68 लाख रुपये तक है।


मारुति सुजुकी वैगनआर पर 32 हजार रुपये तक का फायदा मिल रहा है। इस ऑफर में 10 हजार रुपये की नकद छूट, 20 हजार ऐक्सचेंज बोनस के अलावा दो हजार रुपये कॉर्पोरेट डिस्काउंट दिया जा रहा है। इस कार की कीमत 4.45 लाख से 5.94 लाख रुपये तक है।


मारुति के इस डिस्काउंट ऑफर में स्विफ्ट पर 37 हजार रुपये तक के बेनिफिट्स मिल रहे हैं। इस ऑफर में 15 हजार रुपये का कैश डिस्काउंट, 20 हजार रुपये ऐक्सचेंज बोनस के साथ-साथ दो हजार रुपये कॉर्पोरेट डिस्काउंट मिल रहा है। मारुति सुजुकी स्विफ्ट के दाम 5.19 लाख से 8.02 लाख रुपये तक हैं।


जुलाई में खरीदने पर मारुति की एसयूवी पर 20 हजार रुपये तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है, ये छूट ऐक्सचेंज बोनस के रूप में दी जा रही है. इस कार की प्राइस 7.34 लाख से 11.15 लाख रुपये तक है।


नई मारुति सुजुकी डिजायर पर 37 हजार रुपये तक का फायदा मिल रहा है. ऑफर के तहत 10 हजार रुपये की नकद छूट, 25 हजार ऐक्सचेंज बोनस और दो हजार रुपये कॉर्पोरेट डिस्काउंट मिल रहा है. इस कार की कीमत 5.89 लाख से 8.80 लाख रुपये तक है. इसके अलावा ग्राहक डिजायर के पुराने मॉडल पर 52 हजार रुपये तक की छूट हासिल कर सकते हैं. इस मॉडल पर 25 हजार रुपये कैश डिस्काउंट मिल रहा है।


मारुति सुजुकी की कारों पर ये ऑफर शहर, डीलरशिप, कार के वेरियंट और कलर के आधार पर अलग-अलग दिए जा सकते हैं. कंपनी की इस स्कीम के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए मारुति की डीलरशिप से कॉन्टैक्ट करना होगा।


अमेरिका में संक्रमण 30 लाख 40 हजार

वाशिंगटन। अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या मंगलवार सुबह तक बढ़कर 30 लाख 39 हजार पार हो गई। कुल 1 लाख 32 हजार 961 लोगों की मौत हो चुकी है।


हालांकि 13 लाख 10 हजार लोग ठीक भी हुए हैं, जो कुल संक्रमितों का 43 फीसदी है। 15 लाख 96 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है, जो कुल संक्रमितों का 52 फीसदी है। अमेरिका में कुल 4.44 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 422,851 केस सामने आए हैं। सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 32,267 लोग मारे गए हैं। इसके बाद कैलिफॉर्निया में 277,433 कोरोना मरीजों में से 6,445 लोगों की मौत हुई। इसके अलावा न्यू जर्सी, टेक्सस, मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस, फ्लोरिडा भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना महामारी को लेकर एक बार फिर चीन पर निशाना साधा है। ट्रंप ने कहा है कि चीन ने संयुक्त राष्ट्र अमेरिका समेत पूरी दुनिया को भयानक नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि दुनिया को ‘कोरोना महामारी’ देने की पूरी जवाबदेही चीन को उठानी ही होगी। इससे पहले भी ट्रंप कोरोना वायरस को लेकर चीन की कई बार आलोचना कर चुके हैं। रविवार को ही ट्रंप ने कहा था कि चीन से वायरस के हमले से पहले अमेरिका बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा था। लेकिन हम अब कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं. ट्रंप ने कहा कि दुनिया को ‘कोरोना महामारी’ देने की पूरी जवाबदेही चीन को उठानी ही होगी।


चीन के खिलाफ उतरेगी अमेरिकी सेना

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस के एक बेहद सीनियर अधिकारी ने कहा कि, दुनिया में कहीं भी विवाद होने पर हम मजबूती से सही पक्ष के साथ खड़े रहेंगे। हम किसी भी देश को वो चीन ही क्यों ना हो, हम मनमानी नहीं करने देंगे। हम दुनिया की सबसे ताकतवर सेना हैं और हम चीन की गलत हरकतों का विरोध करने के साथ युद्ध की हालत में उसके खिलाफ सीधी लड़ाई लड़ेंगे और उसे सबक सिखाएंगे।


गौरतलब है कि दक्षिणी चीन सागर में अपनी उपस्थिति और मजबूत करने के लिए ही अमेरिका ने वहां दो विमान वाहक पोत तैनात किए हैं। व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मेडोस ने कहा कि हमारा संदेश बिल्कुल साफ है। ऐसा बिल्कुल नहीं होगा कि सबसे ताकतवर सेना होने के बावजूद हम दूर खड़े होकर हालात को चीन या किसी के हाथ में जाने दें। चाहे वो जिस क्षेत्र में हो। इसलिए यह साफ होना चाहिए कि हमारी सेना सबसे ताकतवर है और रहेगी। हम अपने सहयोगियों की हिफाजत के लिए उनके पक्ष में युद्ध के मैदान में उतरेंगे।


सोने से बनाया पूरा होटल, सारा फर्नीचर

हनोई। आपने सोने को लेकर लोगों की दीवानगी तो खूब देखी होगी लेकिन आपसे अगर कोई कहे कि एक होटल ही सोने से बना है तो यकीन करना मुश्किल होगा।

इन दिनों एक ऐसा ही होटल वियतनाम की राजधानी हनोई में खुला है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस होटल की खास बात ये है कि इसकी दीवारें गोल्ड प्लेटेड हैं और होटल की हर चीज पर सोने की परत चढ़ी है। इस होटल के दरवाजे, खिड़कियां, फर्नीचर, नल, वॉशरूम समेत सभी चीजें गोल्ड प्लेटेड हैं। खास बात ये है कि इस होटल में खाने के बर्तन भी सोने के बने हुए हैं। ये होटल खुलते ही लोगों की चर्चा का केंद्र बन गया।

वियतनाम की राजधानी हनोई में बने इस होटल का नाम डोल्से हनोई गोल्डन लेक है। पच्चीस मंजिला  इस फाइव स्टार होटल में पांच सौ के करीब कमरे हैं। इस होटल की दीवारों पर गोल्ड प्लेटेड टाइल्स लगी हुई हैं। होटल की एक एक चीज गोल्ड प्लेटेड है ताकि लोगों को हर तरफ सोना ही सोना नजर आए। खास बात ये है कि होटल के कर्मचारियों का ड्रेस कोड भी रेड और गोल्डन रखा गया है। होटल के वॉशरूम तक में टायलेट शीट, बाथटब, सिंक, शॉवर सभी गोल्ड प्लेटेड हैं। इस होटल में एक रात का किराया बीस हजार रूपये से शुरू होता है।

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