मंगलवार, 2 जून 2020

अस्थि विसर्जन के लिए 'श्रद्धांजलि' बस सेवा

 मिश्र्रेकर राजनांदगांव। लॉकडाउन की वजह से पिछले कुछ महीनों से गंगा नदी में अपने परिजनों की अस्थि विसर्जन नहीं कर पाए। लोगों के लिए शहर से श्रद्धांजलि बस को रवाना किया गया। शहर के स्टेट स्कूल मैदान से त्रिवेणी अस्थि विसर्जन व श्रद्धांजलि बस को प्रदेश कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष अरुण ताम्रकार और महापौर हेमा देशमुख ने रवाना किया। इलाहाबाद में पूरे विधि-विधान के साथ अस्थि विसर्जन की प्रक्रिया फेसबुक के माध्यम से लाइव परिजनों को दिखाया जाएगा। इस अवसर पर मीडिया से चर्चा में महापौर हेमा देशमुख ने बताया कि लॉकडाउन के  कारण आवागमन बंद होने से लोग अपने दिवंगत परिजन की अस्थि प्रयागराज संगम में विसर्जित नहीं कर पा रहें है। ऐसे लोगों की मदद करने का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सहमति से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने निर्णय लिया है।


महापौर ने बताया कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी श्रद्धांजलि वाहन उपलब्ध कराएगी। वाहन के साथ पंडित जी भी प्रयागराज जाएंगे और लोगों से अस्थि कलश प्राप्त कर मां गंगा में प्रवाहित करेंगे।


भिखारीः भीख के पैसों से बांटा राशन

जालंधर। पंजाब के पठानकोट जिला के एक भिखारी (bagger) राजू ने मानवता की शानदार मिसाल पेश करते हुए अपने भीख मांगकर जुटाए पैसे से गरीबों-बेसहारा लोगों को राशन बांट कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी अपना मुरीद बना दिया।


मोदी ने रविवार को अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ में पंजाब (punjab) के इस भिखारी की जमकर तारीफ की। मोदी ने मन की बात 2.0’ की 12वीं कड़ी में अपने संबोधन में भिखारी राजू द्वारा की जा रही जन सेवा के कार्यो की प्रशंसा करते हुए कहा कि दूसरों की सेवा में लगे व्यक्ति के जीवन में, कोई अवसाद या तनाव, कभी नहीं दिखता।


उसके जीवन में, जीवन को लेकर उसके नजरिए में, भरपूर आत्मविश्वास, सकारात्मकता और जीवंतता प्रतिपल नजर आती है। उन्होंने कहा कि पंजाब के पठानकोट से भी एक ऐसा ही उदाहरण मुझे पता चला। जहां गरीबों के लिए मसीहा बनने वाले इस शख्स का नाम राजू है। जो दिव्यांग है और वह भीख मांग अपना गुजारा करता है। राजू अब तक 100 गरीब परिवारों को एक महीने का राशन (ration) और 3000 मास्क बांट (distribute) चुका है।


दिल का राजा है राजू


भिखारी राजू चौक चौराहों में भीख मांग कर अपना जीवन निर्वाह करने के साथ ही वह मांगी गई राशि से जनसेवा भी करता रहता है। असर्मथ होने के बावजूद राजू दिल का राजा है और बड़ी सोच का मालिक है। वह हमेशा ज़रूरतमंदों के लिए आगे आता है। पठानकोट के बहुत से लोग राजू को उसके कार्यों की वजह से पहचानते हैं और मदद भी करते हैं।


किसान ने की आत्महत्या, सपा ने दी सांत्वना

भानु प्रकाश गुप्ता के परिजनों से मिले सपा नेता प्रदेश उपाध्यक्ष कार्तिक तिवारी शैलू 

लखीमपुर खीरी। मैगलगंज खीरी समाजवादी पार्टी के नेता  मोहम्मदी के कार्तिक तिवारी शैलू ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने वाले खखरा निवासी भानु गुप्ता के घर परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे समाजवादी पार्टी के नेता कार्तिक तिवारी शैलू परिजनों से मिलकर उनके दुख दर्द को बांटने का प्रयास किया। सपा नेता ने मृतक की मां को बंद लिफाफे में आर्थिक मदद दी। साथ ही सपा नेता कार्तिक तिवारी ने कहा कि समाजवादी पार्टी इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है। वक्त जरूरत हर संभव मदद कराई जाएगी। इस मौके पर छात्रनेता मधुर सिंह, फिरोज मंसूरी प्रधान, विनोद गुप्ता आसिफ मंसूरी, अबरार मंसूरी, जमाल मंसूरी, समसुद्दीन मंसूरी राजन बाल्मिक एडवोकेट गुड्डू ठेकी लक्ष्मण गुप्ता मोहम्मदी नगर अध्यक्ष इकरार अहमद खान उमंग गुप्ता आदि।

हैरानीः पेट में मिली शराब की बोतल

नागापट्टिनम। तमिलनाडु के नागापट्टिनम जिले में एक विचित्र मामला सामने आया है। जिला अस्पताल में एक शख्स के पेट में शराब की बोतल पाए जाने से डॉक्टर हैरान रह गए।असल में, एक 29 वर्षीय व्यक्ति को 28 मई, गुरुवार को पेट में तेज दर्द की शिकायत के बाद नागपट्टिनम सरकारी अस्पताल में लाया गया। जब मेडिकल जांच की गई तो डॉक्टरों की हैरानी का ठिकाना नहीं रहा है। स्कैनिंग रिपोर्ट में पेट में शीशे की सबूत बोतल देखकर डॉक्टर हैरान रह गए।


शुक्रवार को 2 घंटे की लंबी सर्जरी के बाद उस शख्स के पेट से शीशे की बोतल को निकाला जा सका। जब उस शख्स को होश आया तो उसने बताया कि धुत नशे की स्थिति में उसने मलाशय के रास्ते बोतल अंदर डाल ली थी। तमिलनाडु का यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब धीरे धीरे कोरोना लॉकडाउन खुल रहा है। लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें बंद रहीं। हालांकि बाद के चरणों में राज्य सरकारों ने शराब की दुकानों को केंद्र की गाइडलाइंस और कोरोना प्रोटोकॉल के हिसाब से खोलना शुरू किया। लॉकडाउन में शराब की दुकानें खुलीं तो कई जगह लोग सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा या फिर राज्य सरकारों ने शराब बेचने की नई व्यवस्था की।


 


दुष्कर्म के बाद जान से मारने की धमकी

शिवपुरी। साहब...! पहले गांव के ही रहने वाले युवक ने पहले उसके साथ दुष्कर्म किया। जब शिकायत करने की बात कही तो मेरे पति परिवारजनों पर झूठा प्रकरण दर्ज करवा दिया। यह गुहार एसपी को ज्ञापन सौंपने आई विजयपुर की महिला ने एसपी को ज्ञापन देते हुए बताया। महिला ने बताया कि 24 जून की रात 12 बजे जब वह अपने दो बच्चों के साथ घर पर सो रही थी। तभी नरेंद्र पुत्र हरिशंकर श्रीवास्तव निवासी विजयपुरा घर पर आ धमका और उसके भरपूर विरोध के बाद भी उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना के बाद उसका पति घर पर मौजूद नहीं था। उसने पानी की टंकी से उसके पति को फोन लगाकर बुलाया। इसके बाद आरोपित महिला के पति और उसके नौकर के साथ भी गाली-गलौंज करते हुए जान से मारने की धमकी देकर भाग निकला। पीड़ित महिला का कहना है कि जाते-जाते आरोपित उसके पति और नौकर को झूठे प्रकरण में फसाने की धमकी दे गया। इसके बाद आरोपित के डर से वे रिपोर्ट करने थाने नहीं गए, लेकिन इस बीच आरोपित ने रन्नौद थाने में उसके नौकर, देवर और ससुर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवा दिया। अभी भी उसके परिजनों को पुलिस ने बैठा रखा है। महिला ने एसपी से मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर परिवार के सदस्यों को रिहा करने की मांग की है।


देश के तीन राज्यों में अनियंत्रित संक्रमण

नई दिल्ली। लॉक डाऊन 4 के बाद से कोरोना की रफ्तार और तेज हो गई थी और अब जबकि अनलॉक डाउट शुरू हो चुका है तो भी इसकी रफ्तार कम होती नजर नहीं आ रही है। यह चिंता का बहुत बड़ा कारण है। दिल्ली मैं तो कोरोना की रफ्तार डराने वाली नजर आ रही है। यही हाल महाराष्ट्र तमिलनाडु गुजरात का है। तसल्ली की बात यह है कि रिकवरी रेट हमारा बहुत अच्छा है। लेकिन सिर्फ रिकवरी रेट के भरोसे कोरोना से लड़ाई नहीं जीती जा सकती। यह खुश रहने के लिए ख्याल अच्छा है कि हमारा रिकवरी रेट अच्छा है लेकिन कोरोना के संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाना बहुत जरूरी है। कोरोना का संक्रमण अगर नहीं रुकता तो स्थिति धीरे-धीरे भयानक हो सकती  है। अब अनलॉकडाउन में मिली छूट पता नहीं कोरोना की रफ्तार को कितना नियंत्रित करती है या फिर कोरोना अपनी रफ्तार से आगे बढ़ कर खतरनाक स्थिति की ओर बढ़ता जाएगा।


पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से हाहाकार मचा हुआ है। भारत भी कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। देश में जारी लॉक डाउन के बाद भी कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 8,171 नए मामले सामने आए हैं और 204 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देश भर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1,98,706 हो गई है, जिनमें से 97,581 सक्रिय मामले हैं, 95,527 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 5,598 लोगों की मौत हो चुकी है।


सावधानी छोड़ने पर कठोर परिणाम होंगे

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ता जा रहा है। देश कोरोना से संक्रमितों का आंकड़ा 2 लाख के करीब पहुंच गया है। जबकि अब तक 5 हजार 598 लोगों की मौत हो चुकी है। यदि सावधानी नहीं बरती गई, तो आने वाले दिन और भयावह हो सकते हैं। क्योंकि अभी तक कोरोना का कोई भी दवा नहीं बनाया जा सका है। इसलिए सावधान रहें, सतर्क रहें।









केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 8 हजार171 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 204 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1 लाख 98 हजार 706 हो गई है। जिनमें से 97 हजार 581 सक्रिय मरीज हैं। वही इस महामारी से 95 हजार 527 लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 5 हजार 598 लोगों की मौत हो चुकी है।








पिछले कई दिनों से कोरोना के केस में बेतहाशा बढ़ोतरी देखने को मिली है। प्रतिदिन आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। 30 मई को 7 हजार 964 मामले सामने आए थे. 31 मई को 8 हजार 380 और 1 जून को 8392 नए केस सामने आए थे। आज 2 जून को भी 8 हजार171 नए मामले सामने आए हैं।


'इंडिया या भारत' सुप्रीम कोर्ट तय करेगा

नई दिल्ली। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 1 में संशोधन कर इंडिया (India) शब्द हटाकर देश का नाम भारत (Bharat) या हिन्दुस्तान (Hindustan) रखने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में आज (2 जून) को सुनवाई होनी है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन उस दिन प्रधान न्यायाधीश (CJI) एसए बोबडे के उपलब्ध न होने से सुनवाई 2 जून तक के लिए टाल दी गई थी।


किसने दायर की है याचिका?
दरअसल, दिल्ली के रहने वाले एक शख्स ने अपनी याचिका में अदालत से मांग की है कि संविधान के अनुच्छेद 1 में संशोधन कर इंडिया शब्द हटा दिया जाए। अभी अनुच्छेद 1 कहता है कि भारत अर्थात इंडिया राज्यों का संघ होगा। याचिका में कहा गया है कि इसकी जगह संशोधन करके इंडिया शब्द हटा दिया जाए और भारत या हिन्दुस्तान कर दिया जाए।


याचिकाकर्ता का कहना है कि इंडिया शब्द गुलामी का प्रतीक लगता है। देश को मूल और प्रमाणिक नाम भारत से ही मान्यता दी जानी चाहिए। याचिका में दावा किया है कि यह संशोधन इस देश के नागरिकों की, औपनिवेशिक अतीत से मुक्ति सुनिश्चित करेगा। याचिका में 1948 में संविधान सभा में संविधान के तत्कालीन मसौदे के अनुच्छेद 1 पर हुई चर्चा का हवाला दिया गया है और कहा गया है कि उस समय देश का नाम ‘भारत’ या ‘हिन्दुस्तान’ रखने की पुरजोर हिमायत की गई थी।


याचिका के अनुसार, यद्यपि यह अंग्रेजी नाम बदलना सांकेतिक लगता हो लेकिन इसे भारत शब्द से बदलना हमारे पूर्वजों के स्वतंत्रता संग्राम को न्यायोचित ठहराएगा. याचिका में कहा गया है कि यह उचित समय है कि देश को उसके मूल और प्रमाणिक नाम ‘भारत’ से जाना जाता है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


जून 03, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-295 (साल-01)
2. बुधवार, जूूून 03, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- द्वादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:21।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7. स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहींं है।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


https://universalexpress.page/
email:universalexpress.editor@gmail.com
cont.:-935030275


(सर्वाधिकार सुरक्षित)


सोमवार, 1 जून 2020

देश में राशन कार्ड किया जा रहा हैं लागू

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रवासी मजदूरों और गरीब तबके लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है। आज से देशभर में वन नेशन वन राशन कार्ड को लागू किया जा रहा है। एक जून से देश में इसकी शुरुआत 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हो रही है। सरकार इस योजना पर तेजी से काम कर रही थी। अब जिसके पास राशन कार्ड नहीं है, वह किसी भी राज्य में इस कार्ड के लिए अप्लाई कर सकता है। दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर राहत पैकेज की घोषणा के दौरान वन नेशन, वन राशन कार्ड का जिक्र किया था। इस कल्याणकारी योजना के तहत देश के गरीबों को किफायती कीमत पर देश के किसी भी हिस्से में सस्ते दाम पर राशन मिलेगा। राशन कार्ड का सबसे ज्यादा फायदा बीपीएल (गरीबी रेखा के नीचे) कार्ड धारकों को मिलता है।


क्या है वन नेशन, वन राशन कार्ड योजना
वन नेशन वन राशन कार्ड केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना है, जिसके तहत पूरे देश में पीडीएस के लाभार्थियों को कहीं भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत चलने वाली राशन की दुकानों से राशन मिलेगा। यानी किसी भी राज्य का राशन कार्ड धारक दूसरे किसी भी राज्य में भी कार्ड दिखाकर राशन ले सकेगा। उदाहरण के तौर पर किसी का बिहार में राशन कार्ड बना हुआ है और वो दिल्ली में काम करता है तो वो बिहार के राशन कार्ड से दिल्ली में राशन ले सकेगा।


वन नेशन, वन राशन कार्ड के फायदेः इस योजना के लागू हो जाने के बाद पूरे देश में एक ही तरह का राशन कार्ड होगा। लाभार्थी देश में कहीं भी ई-पीओएस उपकरण पर बॉयोमेट्रिक प्रमाणन करने के बाद अपने मौजूदा राशन कार्ड से राशन ले सकते हैं। लाभार्थियों को अंगूठा लगाना अनिवार्य होगा, यही प्रमाण होगा। बॉयोमेट्रिक इस्तेमाल में आधार का इस्तेमाल होगा यानी आधार से लाभार्थियों की पहचान होगी।


राशन कार्ड 10 नंबर का होगाः केंद्र सरकार राज्यों को 10 अंकों का राशन कार्ड नंबर जारी करेगी। इस नंबर में पहले दो अंक राज्य कोड होंगे और अगले दो अंक राशन कार्ड नंबर होंगे। इसके अतिरिक्त राशन कार्ड नंबर के साथ एक और दो अंकों के सेट को जोड़ा जाएगा। इसे देश भर में लागू करने के लिए राशन कार्डों की पोर्टेबिलिटी की सुविधा शुरू होगी।


कई चीजों से किडनी पर होगा 'असर'

रोजाना के खाने में हम ऐसी कई चीजों के सेवन करते हैं जो हमारी किडनी के लिए सही नहीं होतीं या जो हमारी किडनी पर बुरा असर डाल सकती हैं। अक्सर ऐसी चीजों के असर हमें एक या दो दिन में दिखाई नहीं देते और हमें लगता है कि हमें कोई नुक्सान नहीं हो रहा है। लेकिन आप क्या खा रहे हैं, यह आपके स्वास्थ्य पर लंबा और गहरा असर डालता है। इसलिए अपनी डाइट पर ध्यान देना और ज्यादा से ज्यादा हेल्दी भोजन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है। अपनी किडनी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहते हैं तो इन बातों पर ध्यान देना न भूलें, क्योंकि इन खाने की चीजों से आपकी किडनी की सेहत पर असर पड़ता है, जो शायद आप जानते भी नहीं होंगे:
नमक: अधिक नमक खाने से कुछ लोगों का ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और इससे किडनी खराब होने की गति भी बढ़ सकती है। इससे किडनी स्टोन भी होने की संभावना होती है।
अधिक प्रोटीन नहीं लाभकारी : प्रोटीन हेल्दी डाइट के लिए काफी अच्छा होता है, लेकिन अगर आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती है तो ज्यादा प्रोटीन आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसके लिए आप डॉक्टर से भी पूछ सकते हैं। किडनी से सम्बंधित समस्या होने पर छोटे पोरशन में प्रोटीन लेना होता है। अंडा, मछली, नट्स आदि में प्रोटीन की अधिक मात्रा पाई जाती है।
केम्पा/सोडा : अगर आप एक दिन में दो या उससे अधिक सोडा या केम्पा के ग्लास पी जाते हैं तो आपको किडनी से जुडी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। एक स्टडी के अनुसार, डाइट सोडा पीने वाली महिला की किडनी 20 साल बाद आम महिला की किडनी से 30 प्रतिशत कम काम कर रही थी।
डिहाइड्रेशन: यह तो सभी को पता है कि हमारा शरीर अधिकतर पानी से बना है। इसलिए हमारे शरीर में ठीक मात्रा में पानी होना जरूरी है। अगर आप सही मात्रा में रोज पानी नहीं पी रहे हैं तो किडनी डैमेज होने की संभावना बढ़ जाती है। अब आप यह कैसे पता लगाएं कि आप ठीक मात्रा में पानी पी रहे हैं? इसका जवाब है कि अगर आपके मूत्र का रंग हल्का पीला है तो समझ लें कि आप ठीक मात्रा में पानी पी रहे हैं।
अधिक एक्सरसाइज : काफी लम्बे समय तक बहुत अधिक वर्क-आउट करना भी परेशानी का सबब बन सकता है। इससे रेब्डोमाईओलाइसिस नामक बीमारी होने का खतरा रहता है। इस बीमारी में डैमेज हुए मसल टिश्यू बहुत जल्दी टूटने लगते हैं। आपके खून में इसके टूटे हुए पदार्थ किडनी फेल करने तक में सक्षम होते हैं। इसलिए अगर आप बॉडी बना रहे हैं या वर्क आउट कर रहे हैं तो धीरे-धीरे इसे अपने रूटीन में लाएं। अगर आपको गाढ़े पीले रंग का यूरिन आता है और मसल में दर्द भी हो तो डॉक्टर को दिखाएं।


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...